छत्तीसगढ़ » रायपुर
रायपुर, 30 जुलाई। न्यू राजेंद्र नगर इलाके में सुबह के वक्त एक साइकिल सवार से लूटपाट कर तीन आरोपी भाग निकले। आरोपियों ने मोबाइल फोन के साथ नगदी रकम लूट लिया। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने लूट का मामला दर्ज किया है। शनिवार को पुलिस ने बताया अरूण यादव से तीन लोगों ने लूटपाट की। अरूण सुबह छह बजे रोज की तरह अपने काम पर निकला था। साइकिल से जाते वक्त अरूण को तीन लोगों ने रास्ते में रोक लिया। आरोपियों में से दो लोगों ने चाकू दिखाकर धमकी चमकी की। इस दौरान उन्होंने जेब में रखे नगदी रकम दो हजार रुपये और मोबाइल फोन लूट लिया। तीनों आरोपी लूटपाट के फौरन बाद मौके से फरार हो गए। प्रार्थी ने इस घटना के बारे में थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराई। जांच पड़ताल के दौरान लूटपाट करने वालों की पहचान वासु तांडी, सन्नी और प्रकाश के रूप में हुई है।
रायपुर, 30 जुलाई। अंधविश्वास, पाखंड व सामाजिक कुरीतियों के निर्मूलन के लिए कार्यरत संस्था अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र ने कहा हरियाली के प्रतीक हरेली अमावस्या की रात को ग्रामीणजनों के मन से टोनही, भूत-प्रेत का खौफ हटाने के लिए समिति ने गांवों मे रात्रि भ्रमण कर ग्रामीणजनों से संपर्क किया,,समिति के दल ने रात्रि 10 बजे से रात्रि 3 बजे तक रायपुरा, अमलेश्वर, अमलेश्वरडीह, कोपेडीह, मोहदा झीठ भटगांव, मुजगहन, ग्रामों का दौरा किया। रात्रि में नदी तट, तालाब, श्मशान घाट पर भी गए। कहीं कहीं ग्रामीणों ने जादू-टोना, झाडफूंक पर विश्वास होने की बात स्वीकार की। लेकिन किसी ने भी कोई अविश्वसनीय चमत्कारिक घटना की जानकारी नहीं दी। समिति के दल में शामिल डॉ दिनेश,मिश्र डॉ.शैलेश जाधव, ज्ञानचंद विश्वकर्मा, डॉ प्रवीण देवांगन, प्रियांशु पांडे, डॉ.बंछोर ने अनेक ग्रामीणों से चर्चा की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 30 जुलाई। ओडिशा से मध्य प्रदेश गांजा तस्करी करने में सक्रिय दो आरोपियों को पुलिस ने दबोचा है। गुढिय़ारी पुलिस ने मुखबीर की सूचना मिलने के बाद आरोपियों को गांजा के साथ गिरफ्तार किया। आरोपियों की निशानदेही पर पंद्रह किलो गांजा बरामद किया। इसकी कीमत डेढ़ लाख रुपये के आसपास की है। पुलिस ने बताया गांजा तस्करों की पहचान विशाल रायकवार और नितिन अहिरवार दोनों निवासी विदिशा के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया दोनों पुराने तस्कर हैं। लोकल पुलिस से इनकी जानकारी जुटा रहे हैं। शुक्रवार को आरोपियों के संदिग्ध गतिविधियों के बारे में सूचना मिली थी। उनके पास नशीले पदार्थ होने की सटीक जानकारी मिलने के बाद घेराबंदी करते हुए आरोपियों को दबोचा गया। पुलिस ने बताया आरोपी ओडिशा से गांजा लेकर विदिशा में सप्लाई करने चेनल बनाए हुए थे। स्टॉक बरामद कर लेने के बाद जुर्म दर्ज कर लिया गया है।
टेबलेट बेचते नाबालिग गिरफ्तार
गुढिय़ारी क्षेत्र में ही पुलिस ने नशीले पदार्थ के कारोबार की सूचना होने पर एक नाबालिग को पकड़ा है। आरोपी के पास से बल्क में टेबलेट की पत्तियां बरामद करने के बाद उसे गिरफ्तार किया। आरोपी की निशानदेही पर अल्प्राजोलम एवं स्पास्मो प्रतिबंधित टेबलेट बरामद हुए। घनी आबादी वाले हिस्से में नशे की खपत के बारे में सूचना मिलने पर पुलिस ने नाबालिग के खिलाफ कार्रवाई की।
रविवि की गोष्ठी में प्रो. अपूर्वानंद ने कहा
रायपुर, 30 जुलाई। दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अपूर्वानंद ने कहा है कि आम लोगों के बीच आज मोहब्बत का पैगाम पहुंचाने की सबसे ज्यादा जरूरत है। जब नफरतों का बाजार गर्म हो तो हमें मोहब्बत की तालीम फैलाना होगा। प्रेमचंद मोहब्बत का पैगाम देते हैं। वे हिंदू मुस्लिम एकता के प्रबल हिमायती थे। उन्होंने इस एकता के मार्ग में बाधा पैदा करने वाले दोनों धर्मों के नेताओं की तीखी आलोचना की है। वे शुक्रवार को कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद पर आयोजित गोष्ठी में बोल रहे थे।
इसे अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन, छत्तीसगढ़; साहित्य एवं भाषा अध्ययन शाला रविवि एवं साहित्य अकादमी, छत्तीसगढ़ संस्कृति परिषद, रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में "प्रेमचंद : सद्भाव और साझी संस्कृति" विषय पर विचार गोष्ठी विश्वविद्यालय के फार्मेसी सभागार में आयोजित किया गया था। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर केशरी लाल वर्मा तथा चर्चा सत्र की अध्यक्षता प्रोफेसर शैल शर्मा ने किया। संचालन अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन की ऋचा रथ ने किया।
प्रोफेसर अपूर्वानंद ने कहा कि प्रेमचंद वर्ष 1920 से सावधान करते रहे हैं की हमें अल्पमत का हमेशा आदर करना चाहिए और अल्पमत से संवाद करना चाहिए। आज जिस तरह से सांप्रदायिक नफरत पैदा की जा रही है, वह देश के लिए नुकसानदायक है। सद्भाव को मानवीय स्वभाव बनाने की आवश्यकता है।
वहीं पटना से आए सुप्रसिद्ध साहित्यकार प्रेमकुमार मणि ने कहा कि आज सद्भाव और समन्वित संस्कृति पर सबसे ज्यादा हमला हो रहा है। संस्कृति धर्मों के आधार पर नहीं बनती है। एक संस्कृति दूसरे संस्कृति से प्रभावित होती है। भारत में कई संस्कृतियां हैं और सभी मिलकर भारतीयता की संस्कृति बनाती है। इस वैविध्य को नुकसान पहुंचाने की कोई भी कोशिश देश के लिए अत्यंत ही घातक है। प्रेमचंद महान साहित्यकार के साथ साथ एक महत्वपूर्ण विचारक भी थे। उनके विचार हमें काफी प्रेरित करते हैं।
आगे उन्होंने प्रेमचंद की कहानियों में छुआछूत, जातिभेद और अन्य सामाजिक भेदभाव को निशाने पर रखा गया है। राजनीति में नेहरू और साहित्य में प्रेमचंद ये दो ऐसी शख्सियत हैं जो धर्म की संकीर्णताओं से पार जाकर भारत को बनाने के बारे में सोचते हैं। इन दोनों समकालीनों में अद्भुत वैचारिक समानता दिखाई देती है। इस पर हिंदी साहित्य के शोधार्थियों को काम करना चाहिए। प्रेमचंद की रचनाओं में एक वैचारिक बदलाव विकास दिखाई देता है। उनके चिंतन में जड़ता और मिथ्या अभिमान के लिए कोई जगह नहीं है। उनके चिंतन में गहरी मानवीय संवेदना करुणा निहित है। वे उत्पीड़ितों और दुखी लोगों के प्रति गहरी संवेदना पैदा करते हैं। प्रेमचंद वर्चस्ववाद को खारिज करते हैं। आज भी प्रेमचंद हममें उम्मीद जगाते हैं।
गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, विलासपुर के असिस्टेंट प्रोफेसर मुरली मनोहर सिंह ने कहा कि प्रेमचंद पर पूरे हिंदी साहित्य को गर्व है। उनकी रचनाएं भारत की साझा सांस्कृतिक विरासत से गहरे तौर पर जुड़ी हुई हैं। प्रेमचंद की कहानियों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रेमचंद सामंतों के मुंशी नहीं अपितु श्रमशील जनता के वकील हैं।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रो. केशरी लाल वर्मा ने कहा कि प्रेमचंद हमें अपने लगते हैं। उन्होंने सामाजिक विद्रूपताओं के खिलाफ अपनी कलम चलाई। भारत की सामासिक संस्कृति के लिए प्रेमचंद की प्रतिबद्धता जग जाहिर है। प्रेमचंद ने साहित्य के माध्यम से देश समाज के समक्ष जो विचार और चिंता व्यक्त किया है, आज हमारे लिए उनके विचार बेहद प्रासंगिक प्रतीत होता है।
इस मौके पर वरिष्ठ साहित्यकार रामकुमार तिवारी, अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के राज्य प्रमुख सुनील साह, विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मदु बारा समेत और कई साहित्य प्रेमी एवं विश्वविद्यालय के प्राध्यापक व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहीं।
ऐसे विद्यार्थियों का आंकड़ा 51 से घटकर 7 प्रतिशत पर पहुंचा
रायपुर, 30 जुलाई। कोरोना काल के कारण बच्चों में हुए लर्निंग लॉस में छत्तीसगढ़ में अपनाई गई उचित रणनीति और सतत् प्रयास से तेजी से सुधार हुआ है। लर्निंग लॉस के आकलन के लिए 27 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों पर किए गए सर्वे के अनुसार अब लर्निंग लॉस के विद्यार्थियों का आंकड़ा 51 से घटकर 7 से 8 प्रतिशत रह गया है। वार्षिक परीक्षा के आधार पर 90.13 प्रतिशत विद्यार्थी अपने कक्षा स्तर पर आ गए हैं। इसके साथ ही न्यूनतम व प्रारंभिक स्तर के विद्यार्थियों का प्रतिशत घटकर लगभग 4 प्रतिशत रह गया है।
कोरोना काल में लंबे समय से स्कूलों के बंद रहने के कारण कई प्रयासों के बाद भी बच्चों में लर्निंग लॉस देखा गया। इसके आकलन के लिए राज्य स्तरीय आकलन प्रणाली में बड़ा बदलाव लाते हुए उसे नया स्वरूप दिया गया। एससीईआरटी द्वारा प्रश्न पत्रों के परम्परागत पैटर्न में बड़ा बदलाव लाया गया। एनआईसी की सहयोग से ऑनलाईन ऑटोमेटेड असेसमेंट एनालिसिस सिस्टम तैयार किया गया है। इससे सुनिश्चित किया जा सका कि विद्यार्थी अपनी कक्षा स्तर से कितने स्तर नीचे है।
कोरोना काल के बाद प्रथम आकलन में पाया गया कि 51 प्रतिशत विद्यार्थी अपनी कक्षा के लायक नहीं थे। इस लर्निंग लॉस की बड़ी चुनौती को शिक्षा सचिव एस. भारतीदासन और संचालक राजेश सिंह राणा ने स्वीकार करते हुए कई कार्यक्रम शुरू किए। विद्यार्थियों को अपने कक्षा स्तर पर लाने के लिए ‘ब्रिज कोर्स’ (सेतु पाठ्यक्रम) का निर्माण किया गया तथा शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम द्वारा उपचारात्मक शिक्षण हेतु ‘नवाजतन’ कार्यक्रम की शुरूआत की गई। स्कूल मॉनिटरिंग को सशक्त किया गया। परिणाम स्वरूप मिडलाइन टेस्ट (अर्द्धवार्षिक परीक्षा) में 75.13 प्रतिशत विद्यार्थी अपने कक्षा स्तर पर पहुंच गए तथा वे 29 प्रतिशत विद्यार्थी जो लगभग प्रारंभिक स्तर पर पहुंच गए थे उनकी संख्या घटकर 11 प्रतिशत पर आ गई। इसी तरह एंडलाइन टेस्ट (वार्षिक परीक्षा) में 90.13 प्रतिशत विद्यार्थी अपने कक्षा स्तर पर आ गए तथा न्यूनतम/प्रारंभिक स्तर के विद्यार्थियों का प्रतिशत घटकर लगभग 4 प्रतिशत रह गया।
छत्तीसगढ़ की इस सफलता की देशभर में तारीफ हुई है। नीति आयोग से लेकर राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान परिषद ने छत्तीसगढ़ की तारीफ करते हुए यहां के शिक्षा गुणवत्ता में सुधार लाने के उपायों को कारगर बताया है।
हर माह कर्मचारियों को हो रहा नुकसान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 30 जुलाई। प्रदेश के 88 कर्मचारी,अधिकारी संगठनों ने अब सरकार से आर-पार की लड़ाई करने की रणनीति बना रहें हैं। इसकी रणनीति बनाने रविवार को राजधानी में इन सभी प्रातांध्यक्षों की बड़ी बैठक होने वाली है।
कर्मचारी संगठनों में शुक्रवार को राज्य शासन द्वारा जारी आदेश को लेकर आक्रोश बढ़ गया है। कल सरकार ने,25 से 29 तक हुई हड़ताल को अवैध घोशित कर 5दिनों का वेतन काटने,सर्विस ब्रेक की कार्यवाही करने की चेतावनी दी है। कल शाम यह आदेश जारी होते ही सभी संगठनों ने आक्रोश जताया है। फेडरेशन के शीर्ष नेताओं से चार्चा कर सभी ने अब सरकार से आर-पार की लड़ाई करने की बात कही है। इसे देखते हुए फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा ने रविवार को सभी 88 संगठनों के प्रंाताध्यक्षों की बैठक बुलाई है। फेडरेशन के नेताओं का कहना है कि 5 दिवसीय सामूहिक अवकाश आंदोलन की सरगुजा से बीजापुर तक सफलता को देखेते हुए सरकार ने यह दमनात्मक आदेश निकाला है। उनका कहना है कि जब हमने 30 मई करे नोटिश दिया था तभी अमान्य करना था। हड़ताल के बाद कार्यवाही सरकार की दमनातमक नीति है। लेकिन कर्मचारी डरेगा नहीं हम अब बेमुदत हडुताल करेंगे। एक नेता ने कहा कि यह तो जोगी शासनकाल से भी अधिक दमनकारी शासन व्यवस्था की ओर बढ़ रहे हैं। एक तो सरकार दो साल का एरीयर्स डकार गई,उसे जीपीएफ में भी अंतरीत नहीं किया। उस पर 12प्रतिशत डीए नही दिया जा रहा । दूसरी ओर सरकार ने अपने मंत्री-विधायकों के वेतन-भत्ते बढ़ा कर आग में घी डालने का काम काम किया है। सभी सरकारे सुविधाओं से लेकर बंगलों की रसोई तक मुफ्त मे खाने वाली मंत्री विधायकों पर मुख्यमंत्री इतने मेहरबान क्यों हैं। कोरोना काल में वेतन-भत्ते की मांग न कर,कर्मचारियों ने सीएम कोष में वेतन का अंशदान भी दिया लेकिन सरकार उसका भी अहसान नहीं चुका पा रही हैं।
रायपुर, 30 जुलाई। प्रदेश चल रहे कर्मचारियों के आंदोलन को लेकर आप पार्टी के अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने भूपेश सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा सरकार कर्मचारियों के जायज मांगों को पूरा करने के बजाय तानाशाही रवैया अपनाते हुए वेतन काटने का निर्देश दिए। सीएम बघेल कर्मचारियों से सौतेला व्यवहार कर रहे हंै। महंगाई बढ़ी तो सरकार ने मंत्री विधायकों के वेतन-भत्ते बढ़ा दिए, कर्मचारियों के जायज मांगों पर कोई विचार नहीं। सूरज उपाध्याय , प्रदेश सहसंयोजक ने कहा कि माननीय खाए चांदी की थाली में जनता और कर्मचारी रहे बदहाली में। पार्टी के नेता विजय झा ने कहा कि आप सरकारी कर्मचारी महंगाई भत्ता को लेकर बेमुद्दत हड़ताल पर , लेकिन सरकार मस्त माननीयों का वेतन और सुविधा बढ़ाने पैसे है राज्य कर्मचारियों और शिक्षकों के लिए नहीं। विजय झा, आप नेता आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी भी जिला मुख्यालयों में कर्मचारियों का धरना प्रदर्शन को समर्थन दिया। हुपेंडी ने कहा कि महंगाई भत्ता व गृह भाड़ा में वृद्धि की मांग को लेकर प्रदेश के सरकारी कर्मचारी आज सडक़ों पर उतरे है, वहीं दफ्तरों में सन्नाटा पसरा रहा । कई दफ्तरों में तो ताले लगे रहे और लोग भटकते देखे गए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 30 जुलाई। एंटी क्राईम एवं सायबर यूनिट की एक विशेष टीम ने वाहन चोरी के तीन आरोपियों को पकड़ा है। इनमें एक अंतरराज्यीय चोर है। टीम ने मुखबीर लगाकर, पेट्रोलिंग के साथ ही अन्य माध्यमों से भी इस संबंध में सूचना एकत्र किया। साथ ही सर्वाधिक वाहन चोरी के संभावित स्थानों को भी चिन्हांकित कर वाहन चोरी के अज्ञात आरोपियों की पतासाजी कर पकडऩे के प्रयास किये जा रहे थे।
इसी दौरान विशेष टीम को सूचना मिली कि थाना आजाद चौक क्षेत्र में कुछ लडक़े दोपहिया वाहन बिक्री करने की फिराक में ग्राहक की तलाश कर रहे हैै। उक्त स्थान पर जाकर मुखबीर के बताये हुलिये के 03 लडक़ों एवं वाहन को चिन्हांकित कर पकड़ा गया। पूछताछ में लडक़ो ने अपना नाम जसपाल सिंह, प्रभु राम वर्मा एवं लवी उर्फ सोमेश्वर वाकड़े बताया।
टीम के सदस्यों द्वारा तीनों से वाहन के कागजात के संबंध में पूछताछ में गोल मोल जवाब देकर लगातार टीम को गुमराह करते रहे। और वाहन के संबंध में कोई भी कागजात प्रस्तुत नहीं किया। कड़ाई से पूछताछ करने पर तीनों ने वाहन को चोरी का होना बताया। यह भी कहा कि रायपुर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से कुल 14 नग दोपहिया वाहन चोरी कर चुके हैं।। आरोपी चोरी के वाहनों की पहचान छिपाने फर्जी नम्बर प्लेट लगा दिये थे। कुछ वाहनों को अन्य राज्यों में भी बिक्री करने की तैयारी में थे। आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी की कुल 14 नग दोपहिया वाहन जिनकी कीमती लगभग 5.70 लाख रूपये है,जप्त किया । आरोपियों से जप्त चोरी की 07 नग दोपहिया वाहनों में आरोपियों के विरूद्ध थाना गंज में आजाद चौक मौदहापारा ,टिकरापारा, डी.डी. नगर थाने में धारा 379 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध है।
जप्त दोपहिया वाहनों की सूची
स्पलेण्डर- सी जी/04/के यू/9880, एक्टिवा- सी जी/04/के एक्स/4801, स्पलेण्डर- सी जी/04/एच जे/2123, एक्टिवा- सी जी/04/एच एम/9374, पल्सर 150 सीसी - सी जी/04/एल व्ही/9958, माईस्ट्रो- सी जी/04/एच जे/5057, स्पलेण्डर- सी जी/04/एच टी/8532, एक्टिवा- सी जी/04/के वाय/8811, एक्टिवा- सी जी/04/के डब्ल्यू/4422, स्पलेण्डर- सी जी/04/के डी/5122, पैशन प्रो- सी जी/04/एन सी/6790, सी डी डीलक्स - सी जी/04/एच वाय/7327, पैशन - सी जी/07/बी बी/3767, बिना नम्बर स्कूटी पैप (गुलाबी रंग)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 30 जुलाई। डेंजर जोन टाटीबंध चौक में एक और बाद सडक़ हादसे में बाइक सवार युवक ने जान गंवाई है। टे्रलर चालक की लापरवाही की वजह से बाइक सवार युवक की मौत हो गई। परिचित के साथ काम से लौटते वक्त युवक हादसे का शिकार हो गया। सूचना मिलने के बाद आमानाका थाना पुलिस ने मर्ग कायम किया है। मामले में टिकेश्वर कुर्रे की तरफ से सूचना देने के बाद पुलिस ने मर्ग कायम किया है। बताया गया चरोदा निवासी टिकेश्वर अपने चचेरे भाई रवि बंजारे के साथ काम करके लौट रहा था। शुक्रवार की रात करीब दस बजे जब दोनों टाटीबंध चौक पहुंचे थे तभी हादसा हो गया। टिकेश्वर ने बताया, बाइक से गुजरने के दौरान टेलर क्रमाक सीजी-04-जेसी-8501 के चालक ने लापरवाही बरती। अचानक से गाड़ी की रफ्तार बढ़ाने की वजह से दोनों चपेट में आ गए।
रायपुर, 30 जुलाई। खमतराई क्षेत्र में एक युवक पर जानलेवा हमला करने का मामला सामने आया है। चार युवकों ने मिलकर युवक को जख्मी कर दिया। पेट के पास चाकू मारकर सभी मौके से फरार हो गए। जख्मी युवक के बारे में उसके नाबालिग साथी ने पुलिस में सूचना दर्ज कराई। इसके बाद आरोपी दिनेश निर्मलकर और उसके साथियों के खिलाफ जुर्म दर्ज किया गया। घटना रात करीब आठ बजे की है। पुलिस ने बताया, प्रार्थी नाबालिग और उसके दोस्त का टिफिन बांटने का काम है। दोनों इसी काम से निकले थे। खमतराई क्षेत्र में पहुंचने के बाद अनिश तिवारी से कुछ लोगों ने विवाद शुरू कर दिया। पुरानी रंजीश भुनाने के लिए सरेराह मारपीट करते हुए दहशत फैलाया। प्रार्थी नाबालिग ने बताया, चार में से एक युवक ने अपने पास चाकू रखा था जिसे निकालकर उसने अनिश के पेट के पास हमला कर दिया। गंभीर रूप से चोट पहुंचाया। हमले के तुरंत बाद सभी आरोपी मौके से भाग निकले। नाबालिग ने अपने जख्मी साथी के बारे में पुलिस को जानकारी दी।
रायपुर, 30 जुलाई। बीजेपी राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा राज्य सरकार मोदीजी के प्रति ईष्या के भाव से काम कर रही है। केन्द्र की योजनाओं पर सरकार ने रोक लगा रखी है। त्रिवेदी ने कहा कि जनता के बजाए सत्ता के सरोकार में लगी सरकार, कांग्रेस में इस वक्त वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। आदिवासी सम्मान, कानून व्यवस्था,में सामंजस्य बिठाने में सरकार विफल रही है। आगामी विधानसभा चुनाव में जनता इस सरकार को करारा जवाब देगी।
बीजेपी राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने अविश्वास प्रस्ताव पर कहा कि भले ही संख्या बल के दम पर विश्वास जीत लिया हो , लेकिन यह साफ दिखाई पड़ रहा है कि बाघ और सिंह के बीच में द्वंद भारी पडऩे वाला है। जनता सब देख रही है। दिल्ली में अपनी राजनीतिक संरक्षण के लिए जमुना गमन के लिए लगे हुए हैं। जनता माकूल जवाब देगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश में विशेष पर्यवेक्षक बनकर वहाँ के लोगों से वादा करते हैं कि संविदा के कर्मचारियों को नियमित कर देंगे। मैं ये प्रश्न पूछता हूं , यहां तो सत्ता आपके हाथ में है , पर यहां क्यों नहीं कर रहे हैं। करनी और कथनी में अंतर है। कांग्रेस पार्टी के लिए यही सबसे बड़ी विश्वसनीयता का संकट है। जहां की सत्ता है, वहां आप नहीं कर पा रहे । छत्तीसगढ़ की कानून व्यवस्था पर डॉ. त्रिवेदी ने कहा कि दिन प्रतिदिन कानून व्यवस्था बिगड़ते जा रही है। कवर्धा में जब कानून व्यवस्था की स्थिति बेहाल थी ,तब सरकार दिल्ली में डेरा डालकर बैठी थी। अपने पार्टी के एक नेता के लिए सरकार दिल्ली में बैठी रहती है। चुनाव के समय बेरोजगारी भत्ता का वादा किया था , जो नहीं दिया गया। गरीबों को आवास देने के नाम वादे करते रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 30 जुलाई। छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है। राज्य सरकार की पहल पर प्रदेश में तीन नए मेडिकल कॉलेज में पिछले साल जहां कांकेर को एनएमसी (हृड्डह्लद्बशठ्ठड्डद्य रूद्गस्रद्बष्ड्डद्य ष्टशद्वद्वद्बह्यह्यद्बशठ्ठ) से मान्यता मिली थी, वहीं इस बार महासमुंद को भी मान्यता मिल गई।
प्रदेश में दो साल पहले कांकेर, महासमुंद व कोरबा जिले में नए मेडिकल कॉलेज खोलने की मंजूरी मिली थी। इसके बाद तीनों ही जिलों में मेडिकल कॉलेज की तैयारी शुरू हुई। पिछले साल एनएमसी के निरीक्षण के बाद कांकेर को मान्यता मिली थी। इस बार मान्यता की दौड़ में महासमुंद व कोरबा मेडिकल कॉलेज थे। करीब 2 महीने पहले एनएमसी ने दोनों कॉलेज का एक ही दिन वर्चुअल निरीक्षण किया था। उसके बाद से फाइनल रिपोर्ट का इंतजार चल रहा था।
शुक्रवार को एनएमसी ने एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें महासमुंद मेडिकल कॉलेज को शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए 100 सीट के चिकित्सकीय शिक्षा के लिए मान्यता प्रदान कर दी गई है।प्रदेश में शासकीय मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की सीटों में बढ़ोतरी होने से मेडिकल की शिक्षा के साथ ही मरीजों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 30 जुलाई। भनपुरी में बीती शाम चाकूबाजी की एक घटना में अनीश तिवारी गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी हालत नाजुक है। चाकूबाजी के बाद आरोपी अरविंद उर्फ लल्ला फरार हो गया। पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को दिन में उरकुरा भनपुरी रेलवे पटरी के पास जुआ खेलते हुए पैसे छीनने पर हुए विवाद के चलते चाकू से हमला किया। खमतराई थाना इलाके का मामला है पुलिस ने बताया कि इस दौरान लल्ला वर्मा, आनंद,बांगो,कमल मोटा, बाबू और कुंदन भी मौजूद था। हमला सभी किया है ।
रायपुर, 30 जुलाई। डाटा ऐन्ट्री ऑपरेटर के 400 पदों पर भर्ती के लिए 6 अगस्त को कंप्यूटर के माध्यम से टाइपिंग परीक्षा आयोजित की जा रही है। परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए छत्तीसगढ़ के 3 शहरों रायपुर भिलाई एवं बिलासपुर में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। कंप्यूटर टाइपिंग परीक्षा हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषा में पृथक-पृथक ली जाऐगी। और परीक्षार्थियों को दोनों ही भाषा की परीक्षा में अलग-अलग उत्तीर्ण होना अनिवार्य है. इस परीक्षा में लगभग 2400 चिन्हित उम्मीदवार शामिल होंगे। जो पूर्व में आयोजित लिखित परीक्षा में मेरिट के अंकों के आधार पर चिन्हित किए गए हैं। टाईपिंग परीक्षा हेतु चिन्हित उम्मीदवारों को उनके ई-मेल पर ई-एडमिट कार्ड प्रेषित किए जा रहे है।
रायपुर, 30 जुलाई। ‘‘तपस्या तन की साधना है पर वह मन को साधे बिना नहीं हो सकती। लंबी-लंबी तपस्याएं केवल मन के बलबूते हुआ करती हैं। तपस्या ही व्यक्ति के कर्म को काटती है। नए कर्म न बंधें, इसके लिए व्यक्ति को तप चारित्र््य पालन करना पड़ता है पर पुराने कर्म अर्थात् पूर्व निकाचित कर्मों को काटने के लिए केवल तप ही एक मार्ग है।
यह जिनशासन की धन्यता है कि इसमें सदियों पूर्व से त्याग-तपस्या की परम्परा रही है। त्यागी-तपस्वियों की जो सेवा-सुश्रुषा करता है वह भी पुण्य का भागी बन जाता है, उसकी सेवा कभी व्यर्थ नहीं जाती। वैभव को भोगने वाले भुला दिए जाते हैं मगर त्याग करने वाले हमेशा याद किए जाते हैं।’’
ये प्रेरक उद्गार राष्ट्रसंत महोपाध्याय श्रीललितप्रभ सागरजी महाराज ने आउटडोर स्टेडियम बूढ़ापारा में जारी दिव्य सत्संग ‘जीने की कला’ के अंतर्गत स्वास्थ्य सप्ताह के चतुर्थ दिवस गुरूवार को ‘तपस्या: मिटाएगी तन-मन की समस्या’ विषय पर व्यक्त किए।
जिंदगी में डरना है तो अशुभ कर्मों से डरो
विषयान्तर्गत संतप्रवर ने आगे कहा कि जिंदगी में डरना है तो अशुभ-अनिष्टकारी कर्मों से डरो क्योंकि कर्मों ने तो भगवान को भी नहीं छोड़ा, कर्म उनके पीछे भी पड़े रहते हैं। हमें हमारे देश की माटी पर गौरव है क्योंकि इस माटी ने जब-जब भी सम्मान-श्रद्धा दी है, तब-तब त्याग और तप को ही सम्मान-श्रद्धा दी है। सिकंदर के पास वैभव ज्यादा रहा और भगवान महावीर के पास त्याग ज्यादा है, यदि दोनों की मूर्ति आपके सामने है तो आगे आकर किसे प्रणाम करने का आपका मन करेगा?
वैभव कितना भी महान क्यों न हो पर त्याग के सामने वह हमेशा बौना होता है। इतिहास में वैभव-संपत्ति, सत्ता-सुंदरी के गर्व में जीने वाले हजारों राजा हुए जो काल के गाल में समा गए। लेकिन महावीर और बुद्ध जैसे त्याग-तप व संयम को जीने वालों की दुनिया में आज भी पूजा होती है।
दुनिया में आदमी चेहरे से नहीं चरित्र से महान हुआ करता है। महावीर की अहिंसा, बुद्ध की करूणा, राम की मर्यादा और कृष्ण के निष्काम कर्मयोग को जन्म देने का सौभाग्य इसी देश की माटी को है। हमारे देश में हीरे वे नहीं हैं जो जमीन से निकलकर आते हैं, हीरे वे हैं जो तप-त्याग, तपस्या-साधना के प्रताप से महान हुए हैं।
लोगों का दिल जीतने में चेहरे की भूमिका केवल 10 परसेंट होती है पर चरित्र ही उसमें 90 परसेंट भूमिका अदा करता है। चेहरे की अवस्था को बदलना हमारे वश में नहीं है पर हमारे जीने का ढंग कैसा हो यह तो हमारे हाथ में अवश्य है।
कर्मों को खपाती और रोगमुक्त करती है तपस्या
संतश्री ने कहा कि हर व्यक्ति को अपने जीवन में त्याग और तपस्या को जरूर जोड़ लेना चाहिए। तपस्या ही आपके पूर्व निकाचित कर्मों को काटती अर्थात् खपाती है और तपस्वी को रोगमुक्त भी करती है।
ज्यादा खाने और ज्यादा वैभव में रहने से आदमी ज्यादा बीमार पड़ा करता है। तपस्या आपके तन-मन की समस्या को मिटाती है। हमारे समक्ष ऐसे अनेक आदर्श हैं जिन्होंने रोगग्रस्त होते हुए भी तपस्या करतेे-करते शरीर को ऐसे साधा कि वे रोगमुक्त हो आज भी 90 की उम्र में चंगे हैं और साधनारत हैं। शरीर की स्वस्थता के लिए महात्मा गांधी ने एक समय भोजन का प्रयोग शुरू किया था, वे कहा करते थे कि तप करने से पहले जो कुछ खाया-पिया है वह सब बाहर निकल जाएगा तो शरीर अपने-आप स्वस्थ हो जाएगा। अहिंसा अवतार भगवान श्रीमहावीर ने हमें जीयो और जीने दो का सिद्धांत दिया था, पर आज हमने उसे पलटकर जीमो और जीमणे दो कर दिया है। और इसी परम्परा ने हमारे शरीर में नए-नए और अलग-अलग तरह के रोग पैदा कर दिए हैं। खा-खा के आदमी कितना भी खा ले पर न तो तन तृप्त होता है और न मन। श्रद्धेय संतश्री ने कहा कि हमारा धर्म-कर्म और धर्म पालन केवल मंदिरों, धर्मस्थलों तक ही न हो अपितु धर्म का पालन जीवन के हर कार्यों व कार्यक्रमों में भी हो।
लंबी तपस्या न कर सको तो
संकल्पपूर्वक लघु तप अवश्य करो
संतप्रवर ने कहा कि आपको लगता है मैं लंबी-चैड़ी तपस्या की आराधना नहीं कर सकता तो लघु और अत्यंत सहज तप भी हैं, जिन्हें आप संकल्पपूर्वक कर सकते हैं। भगवान ने यह कब कहा कि आप लंबी तपस्या करें। भगवान आदिनाथ तीन उपवास का संकल्प लिया करते थे, वे आहार के लिए रोज निकलते थे पर जब आहार न मिलता तो उनकी तपस्या हो जाया करती थी। संकल्पज्या केवल तीन उपवास की परम्परा प्रारंभ से ही रही है। सूर्योदय के बाद 50 मिनट के भीतर हल्का आहार लेना चाहिए, जिसे नवकारसी कहा गया। दिनभर में सूर्य प्रकाश के उजाले में मनुष्य का नाड़ी व पाचन तंत्र सक्रिय रहता है और रात्रि में वह निष्क्रिय हो जाता है, इसीलिए जैन दर्शन में रात्रि भोजन का निषेध किया गया है। सूर्यास्त के बाद भोजन की मनाही की गई है। तप कभी भी तन के बलबूते नहीं आदमी के मन के बलबूते होता है। तप का निर्णय वहीं कर सकता है, जिसके भीतर त्याग का संकल्प चल रहा होता है। 85 वर्ष की आयु में भी वयोवृद्ध माताजी वर्षी तप करती हैं तो यह मन की मजबूती का ही परिणाम है। जिसके भीतर भोगमय संसार का चिंतन चल रहा है तो वह व्यक्ति तपस्या के महत्व को क्या जानेगा।
उपवास शुरू करने से पहले इन बातों का रखे ख्याल
संतश्री ने बताया कि उपवास शुरू करने से एक दिन पूर्व कुछ आवश्यक बातों के पालन अवश्य किया जाना चाहिए। जब भी उपवास करें, उसके पहले दिन जब शाम का भोजन करें अर्थात् धारणा या उत्तरपारणा करें तो उसमें गरिष्ट भोजन कदापि न करें, हल्का-फुल्का सुपाच्य आहार ही करें। दूसरा उपवास के पूर्व अति भोजन न करें, तीसरा- उपवास के पहले दिन से ही सूर्यास्त के पहले आप आहार का त्याग कर दें।
ये हैं तपस्वी के लिए करणीय कर्म
संतश्री ने बताया कि तपस्या के दौरान तपस्वी को हमेशा धर्म अनुरूप आचरण का पालन करना चाहिए। पहला यह कि तपस्वी अपनी तपस्या के दौरान शील व्रत का पूर्णत: पालन करे, दूसरा- तपस्वी प्रतिदिन दिन में कम से कम तीन घंटे अच्छी किताब का स्वाध्याय जरूर करे। तपस्या का उद्देश्य ही यह है कि तपस्या के माध्यम से मैं अपनी आत्मा को शुद्ध-निर्मल बनाउुं। धर्मशास्त्रों में तप की परिभाषा में कहा गया है कि इच्छा निरोध तप:।
तप दो तरह के हैं बाह्य और अभ्यंतर
तप के प्रकारों का विवरण बताते हुए संतश्री ने बताया कि तपस्या के दो प्रकार के स्वरूप हैं। पहला प्रकार है आंशिक आहार का त्याग और दूसरा प्रकार है- पूर्णकालिक आहार त्याग। भगवान श्रीमहावीर ने हमें तप के दो रूप बताए, एक तन व मन से किए जाने वाले बाह्य तप और दूसरे अन्तरमन से किए जाने वाले अभ्यंतर तप। बाह्य तप के अंतर्गत पहला चरण उणोदरी तप है। भूख से कम खाना इसे उणोदरी तप कहते हैं। दूसरा चरण है- वृत्ति संक्षेप। सामने रखे या लाए गए अनेक व्यंजनों से कम से कम व्यंजनों का आहार करना इसे वृत्ति संक्षेप कहा गया है। तीसरा चरण है- रस परित्याग। तली-चटपटी व मोटापा बढ़ाने वाली चीजों का त्याग करना रस परित्याग है। चैथा चरण है- काय क्लेष। ध्यान साधना के माध्यम से स्वयं को शरीर से मुक्त होने की अनुभूति करना यह काय क्लेष की साधना है। बाह्य तप का अंतिम चरण है- संलीनता। जिसे त्यागमय जीवन जीना भी कहा गया है। इसी प्रकार अभ्यंतर अर्थात् अंतरमन से किए जाने वाले तपों में प्रायश्चित तप अर्थात् भूलों के लिए क्षमायाचना करना, विनय अर्थात् बड़ों के प्रति विनयवान रहना, वैय्यवृत्य अर्थात् संतों-साधकों, रूग्ण, गरीबों की सेवा करना। चैथा- स्वाध्याय अर्थात् रोज दस मिनट धार्मिक-अध्यात्मिक विषयों की किताब का अध्ययन करना, ध्यान साधना करना और पांचवा अभ्यंतर तप है- कायोत्सर्ग। अर्थात् शरीर में पलने वाली आसक्तियों को आत्मा तक आने से ध्यान के माध्यम से रोक लगाना।
आज के प्रवचन का शुभारंभ श्रद्धेय संतश्री ने राष्ट्र्संत चंद्रप्रभजी द्वारा रचित प्रेरक गीत ‘मुक्ति के प्रेमी हमने कर्मों से लड़ते देखे, मखमल पर सोने वाले कांटों पर चलते देखे ...’ के गायन से श्रद्धालुओं को तप-त्यागमय जीवन जीने की प्रेरणा दी।
ध्यान साधना से अंतरमन को रखें स्वस्थ: डॉ. मुनि शांतिप्रियजी
दिव्य सत्संग के पूर्वार्ध में डॉ. मुनिश्री शांतिप्रिय सागरजी ने ध्यान साधना के माध्यम से अपने अंतरमन को स्वस्थ रखने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि इस दुनिया में मनुष्य के पास परम शांति को पाने का एक ही मार्ग है, और वह है ध्यान। भगवान भी वर्धमान से भगवान महावीर बने तो इसके पीछे का कारण उनकी ध्यान साधना ही रही। अज्ञानी व्यक्ति वर्षों की तपस्या से भी जितने कर्मों का नाश नहीं कर पाते, ज्ञानी उससे भी ज्यादा कर्मों का नाश थोड़े समय के लिए ध्यान में होकर कर लिया करता है। ध्यान परम शांति को प्राप्त करने के लिए एक चार्जर की तरह है। जो रोज बीस से तीन मिनट मेडिटेशन करता है, उसे कभी मेडिसिन लेने की जरूरत नहीं पड़ती। अपने मन को बाहरी संसार की व्यर्थ की बातों-विचारों से खाली कर लेने का नाम ही ध्यान है। ध्यान एक तरह से हिलिंग थैरेपी है, जिसके द्वारा हमें कम समय में अधिक परिणाम प्राप्त होते हैं। ध्यान के चार चरण होते हैं- उच्चारण, स्मरण, दर्शन और लीनता।
तपस्वियों का हुआ बहुमान
धर्मसभा में 16 उपवास की तपस्वी सोनू ओसवाल का ट्र्स्ट मंडल के सदस्यों द्वारा बहुमान किया गया।
इन अतिथियों ने प्रज्जवलित किया ज्ञानदीप
श्रीऋषभदेव मंदिर ट्र्स्ट के अध्यक्ष विजय कांकरिया, कार्यकारी अध्यक्ष अभय भंसाली, ट्र्स्टीगण तिलोकचंद बरडिय़ा, राजेंद्र गोलछा व उज्जवल झाबक ने संयुक्त जानकारी देते बताया कि गुरूवार की दिव्य सत्संग सभा का शुभारंभ अतिथिगण भूषणलाल जांगड़े, उत्तमचंद भंसाली, श्रीमती पुष्पा देवी कोचर, अरविंद लूनिया, ़ऋषभ सिंघवी, सिद्धार्थ सिंघवी, रविन्द्र लूनिया द्वारा ज्ञान का दीप प्रज्जवलित कर किया गया। अतिथि सत्कार दिव्य चातुर्मास समिति के स्वागताध्यक्ष कमल भंसाली, पीआरओ समिति से मनोज कोठारी व महावीर तालेड़ा ने किया। आज धर्मसभा में संतश्री के दर्शन-आशीर्वचनों का लाभ लेने नवीन शर्मा, चेंबर अध्यक्ष अमर परवानी, उत्तमचंद गोलछा, जयरामदास कुकरेजा, श्री दोसी का आगमन हुआ। सभी अतिथियों को श्रद्धेय संतश्री के हस्ते ज्ञानपुष्प स्वरूप धार्मिक साहित्य भेंट किये गये। सूचना सत्र का संचालन चातुर्मास समिति के महासचिव पारस पारख ने किया।
आज प्रवचन ‘योग से कैसे संवारे तन-मन-जीवन’ विषय पर
दिव्य चातुर्मास समिति के अध्यक्ष तिलोकचंद बरडिय़ा, महासचिव पारस पारख, प्रशांत तालेड़ा, कोषाध्यक्ष अमित मुणोत व स्वागताध्यक्ष कमल भंसाली ने बताया कि स्वास्थ्य सप्ताह के पंचम दिवस शुक्रवार 29 जुलाई को सुबह 8:45 बजे से ‘योग से कैसे संवारे तन-मन-जीवन’ विषय पर प्रवचन होगा। श्रीऋषभदेव मंदिर ट्रस्ट एवं दिव्य चातुर्मास समिति ने श्रद्धालुओं को चातुर्मास के सभी कार्यक्रमों व प्रवचन माला में भाग लेने का अनुरोध किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अभनपुर, 30 जुलाई। क्षेत्रीय विधायक धनेन्द्र साहू की उपस्थिति में अभनपुर विकासखण्ड के ग्राम टेकारी गौठान में ग्रामवासियों, बच्चों, महिलाओं एवं स्व. सहायता समूह की दीदीयो के द्वारा हरेली पर्व छत्तीसगढ़ के परम्परा अनुसार धूम-धाम से मनाया गया।
सर्व प्रथम गौठान में विधायक महोदय द्वारा पीपल एवं बरगद के पौधे का वृक्षारोपण किया गया तत्पश्चात् गौठान में महिला समूह के दीदीयों द्वारा संचालित आर्थिक गतिविधी जैसे वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन, गौठान की बाड़ी में सब्जी उत्पादन, लेमनग्रास उत्पादन, पशुओं के लिए गौठान में उगाये जा रहे नेपियर घास चारा उत्पादन, मुर्गी पालन, बकरी पालन, मशरूम उत्पादन, लेमनग्रास, नीलगीरी जैसे औषधी पौधे से अर्क उत्पादन हेतु स्थापित डिस्टीलेशन प्लांट का निरीक्षण किया गया। उसके उपरांत छत्तीसगढ़ के आमजनों एवं कृषकों के प्रथम त्योहार हरेली की परम्परा के अनुसार छत्तीसगढ़ महतारी एवं कृष्ण भगवान की पूजा अर्चना के साथ-साथ गौठान में नागर, कुदारी, रापा, गैंती एवं अन्य कृषि यंत्रों का पूजन कर छत्तीसगढ़ के परम्परिक व्यंजन चीला, बोबरा आदि चढ़ा कर टेकारी ग्राम एवं छत्तीसगढ़ में धन-धान्य एवं फसल उत्पादन में वृद्धि के साथ खुशहाली की कामना की गई।
इस अवसर पर विधायक महोदय द्वारा उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए यह बताया गया कि छत्तीसगढ़ की सरकार छत्तीसगढ़ी संस्कृति, तीज त्योहार को सहेजने का काम कर रहे है उसी परिपेक्ष्य में आज शासकीय कार्यक्रम के रूप में हरेली त्योहार प्रदेश के सभी गौठानों में सार्वजनिक रूप से मनाया जा रहा है। साथ ही उनके द्वारा यह भी जानकारी दी गई।
आज के दिन से चिन्हीत गौठानों में गो मूत्र खरीदी का शुभारंभ हो रही है। विधायक महोदय द्वारा गोबर से उत्पन्न वर्मी खाद् एवं गो मूत्र से बनने वाले ब्राम्हास्त्र, अग्नाशास्त्र, निमाशास्त्र आदि जैविक कीट नाशक के उपयोगिता के बारे में प्रकाश डाला गया साथ ही शासन गौठान में आजीविका गतिविधियां प्रारंभ कर गौठानों को मल्टीऐक्टीविटी सेन्टर के रूप में ग्रामीण औद्योगिक पार्क के रूप में विकसित कर रही यह जानकारी दी गई।
विधायक द्वारा वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन, गौठान की बाड़ी में सब्जी उत्पादन, लेमनग्रास उत्पादन, पशुओं के लिए गौठान में उगाये जा रहे नेपियर घास चारा उत्पादन, मुर्गी पालन, बकरी पालन, मशरूम उत्पादन, लेमनग्रास, नीलगीरी जैसे औषधी पौधे से अर्क उत्पादन में लगे महिला स्व.सहायता समूह माँ ममतामई समूह, संस्कार समूह, जयशिव महिला समूह के महिला दीदीयों को उनके आर्थिक क्रियाकलापों के लिए आय-अर्जन कर स्वालंबी बनने के लिए शुभकामनाएँ दी गई।
सभा को क्षेत्रीय जनपद सदस्य नेहा कुर्रे, जिला पंचायत सदस्य सौदागर सोनकर एवं जनपद पंचायत अभनपुर के अध्यक्ष देवनंदनी साहू द्वारा सम्बोधित किया गया। इस अवसर पर जनपद पंचायत के सभापति नीमा निम्बेकर, दुर्गा सिन्हा, लीलाधर तिवारी, सहित आस-पास के सरपंच, गौठान समिति के अध्यक्ष एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं भारी संख्या में ग्राम टेकारी के महिला, पुरूष, बच्चे एवं बुजुर्ग उपस्थित थे।
इस अवसर पर हरेली त्योहार के पारम्परिक खेल-कूद गेड़ी दौड़, फुगड़ी, नारियल फेक एवं मटकी फोड़ जैसे प्रतियोगिता आयोजित किया गया। उद्घाटन खेल के रूप में विधायक महोदय द्वारा गेड़ी दौड़ प्रतियोगिता का शुभारंभ कर प्रथम आने वाले कान्हा पाल को 700 रूपये एवं अन्य प्रतिभागियों को 100-100 रूपये नगद पुरूष्कार स्वरूप प्रदान किया गया। इसी तरह नारियल फेक में प्रथम पे्रमलाल, द्वितीय खुलेश, फुगड़ी में इलेश्वरी, जिज्ञासा, डोमेश्वरी एवं राजेश्वरी विजते ा रहे। महिलाओं के मटका फोड़ प्रतियोगिता में श्रीमती रानी पाल विजेता रहे एवं समस्त विजेताओं को ग्राम पंचायत के सरपंच सावित्री पाल एवं गौठान प्रबंधन समिति के अध्यक्ष प्रमोद वर्मा द्वारा पुरूष्कार वितरण किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अभनपुर, 30 जुलाई। अभनपुर के सबसे विकसित श्री साँई नगर रेसीडेंशियल सोसायटी में छत्तीसगढ़ के पहिली त्यौहार हरेली को पूरे विधि-विधान के साथ पूजा-पाठ के बाद विभिन्न पारम्परिक खेल प्रतियोगिता का आयोजन कर मनाया गया।
बच्चों महिलाओं एवं पुरुष वर्ग के लिए अनेक कार्यक्रम आयोजित हुई जिसमें कालोनी केसमस्त रहवाशियों से बढ़चढ़ कर भाग लिया साईं नगर हरेली महोत्सव का आयोजन जन सहयोग से आयोजित किया गय। सांसद प्रतिनिधि दिलीप अग्रवाल ,एम.पी.होटल अभनपुर,रितेश दुबे की महती योगदान रहा। हरेली प्रतियोगिता में सुई धागा दौड़ में प्रथम स्थान प्रियंका दीवान ,द्वितीय नीलु अग्रवाल, चम्मच दौड़ में प्रथम मीनाक्षी दुबे एवं द्वितीय स्थान नीलु अग्रवाल , गेड़ी दौड़ में प्रथम स्थान लीनाध्रुव एवं द्वितीय स्थान पर संतोषी गिलहरे रही, थाली सजाओ प्रतिगोगिता में प्रथम प्रियंका दीवान जबकि द्वितीय स्थान भारती साहू एवं रानु देवांगन को मिला।
हरेली रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम स्थान भारती साहू एवं द्वितीय स्थान प्रियंका दीवान एवं मीनाक्षी , कुर्सी दौड़ में प्रथम स्थान ललिता नेताम तथा अमृता साहू ने जबकि द्वितीय स्थान मीनाक्षी डिबे एवं अदिति साहू ,मटका फोड़ में अमृता साहू को प्रथम एवं इच्छा को द्वितीय स्थान मिला वही लोकगीत गायन में गायत्री नागेंद्र को प्रथम और प्रियंका साहू को दूसरा स्थान मिला, छत्तीसगढ़ी जनउला प्रतियोगिता में गायत्री नागेंद्र को प्रथम स्थान मिला कार्यक्रम का संचालन कालोनी के पदाधिकारी सचिव हेमन्त कुमार साहू ,उपाध्यक्ष दीपक सुपल भगत,कोषाध्यक्ष शशांक दीवान,ने किया उक्त हरेली महोत्सव में ईश्वर राम साहू,सोहन लाल मैथिल मीडिया प्रभारी कुलदीप अग्रवाल समेत कालोनी के समस्त सदस्यों एवं बच्चों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया ।
रायपुर, 29 जुलाई। डाटा ऐन्ट्री ऑपरेटर के 400 पदों पर भर्ती के लिए 6 अगस्त को कंप्यूटर के माध्यम से टाइपिंग परीक्षा आयोजित की जा रही है। परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए छत्तीसगढ़ के 3 शहरों रायपुर भिलाई एवं बिलासपुर में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। कंप्यूटर टाइपिंग परीक्षा हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषा में पृथक-पृथक ली जाऐगी। और परीक्षार्थियों को दोनों ही भाषा की परीक्षा में अलग-अलग उत्तीर्ण होना अनिवार्य है. इस परीक्षा में लगभग 2400 चिन्हित उम्मीदवार शामिल होंगे। जो पूर्व में आयोजित लिखित परीक्षा में मेरिट के अंकों के आधार पर चिन्हित किए गए हैं.
टाईपिंग परीक्षा हेतु चिन्हित उम्मीदवारों को उनके ई-मेल पर ई-एडमिट कार्ड प्रेषित किए जा रहे है। इसके अतिरिक्त पॉवर कंपनी की वेबसाइट पर एक लिंक उपलब्ध कराया गया है, जिससे उम्मीदवार अपना ई-एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते है। परीक्षा के दो दिवस पूर्व 04 अगस्त को पॉवर कंपनी के डंगनिया रायपुर एवं तिफरा बिलासपुर स्थित कार्यालयों में स्थापित सहायता केन्द्रों से भी ई-एडमिट कार्ड के संबंध में सहयोग लिया जा सकता है। उम्मीदवार को ई प्रवेश पत्र, फोटो पहचान पत्र की मूल प्रति ,दो पोस्ट पासपोर्ट साइज रंगीन फोटो लेकर आना है तथा विभागीय उम्मीदवार विभाग के द्वारा जारी कर्मचारी पहचान पत्र लेकर लिखित परीक्षा आयोजित केंद्र में आना है
रायपुर, 29 जुलाई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हरेली तिहार के अवसर पर प्रदेश में गोमूत्र खरीदी योजना की शुरुआत की। इसकी शुरुआत मुख्यमंत्री बघेल ने मुख्यमंत्री निवास में संचालित गौशाला के गायों से एकत्र 5 लीटर गोमूत्र को बेचकर किया। मुख्यमंत्री से गोमूत्र की खरीदी चंदखुरी के निधि स्व-सहायता समूह ने की। इसके एवज में स्व-सहायता समूह ने निर्धारित दर के अनुसार राशि 20 रुपये मुख्यमंत्री को दिए, जिसे मुख्यमंत्री श्री बघेल के आग्रह पर मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा कराया गया। योजना शुरू होने के पहले ही दिन 2306 लीटर गोमूत्र की खरीदी कर ली गई है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ गोबर के बाद अब गोमूत्र की खरीदी करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।
गोमूत्र से बायोपेस्टीसाइड का निर्माण :
जैविक खेती को ओर बढ़ते छत्तीसगढ़ में बीते दो वर्षों में बड़ी संख्या में कृषक वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग खाद के रूप में कर रहे हैं। अब गोमूत्र से बायोपेस्टीसाइड का निर्माण करने की तैयारी है। गोमूत्र के साथ नीम व अन्य जैविक रासायनों का इस्तेमाल कर कीट नियंत्रक, जीवामृत और ग्रोथ प्रमोटर जैसे उत्पाद बनाए जाएंगे। ।
रायपुर, 29 जुलाई। राखी थाना क्षेत्र के मिनी मार्केट इलाके में एक स्कूली छात्र पर कुछ लोगों ने चाकू से हमला कर दिया। 11 वीं में पढऩे वाला छात्र गुरूवार की रात आठ बजे एक पान की दुकान में बैठा था तभी कुछ लोग पुरानी रंजीश भुनाने के लिए पहुंचे। चार लोगों ने छात्र की मौके पर बेदम पिटाई कर दी। मारपीट के दौरान एक शख्स ने बटनदार चाकू निकालकर छात्र के कमर पर हमला कर दिया। कमर में चोट पहुंचाने के बाद सभी आरोपी मौके से भाग निकले। छात्र के बयान के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की पहचान की है। आरोपियों का नाम आदित्य राज कंडरा उर्फ भोला, सुनील पाल और अमन साहू बताया गया है। हमला करने के दौरान इनके और कुछ साथियों की मौजूदगी का भी पता चला है। छात्र के थाना में शिकायत दर्ज कराने के बाद आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने बताया चाकूबाजी की सूचना पर आम्र्स एक्ट के तहत भी कार्रवाई की है।
सुबह महिला सुरक्षा बल के साथ घुसे जवान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 29 जुलाई। सड्ढू के ईरानी डेरा में शुक्रवार की सुबह पुलिस फोर्स के अचानक से डेरा जमाते ही यहां हडक़ंप मचा रहा। महिला सुरक्षा बल के साथ जवान डेरा में घुसे और यहां से फरार चल रहे दो बदमाशों जम्मन ईरानी और यासीन को गिरफ्तार किया। गुढिय़ारी के एक मामले में जम्मन की गिरफ्तारी की वहीं यासीन को विधानसभा के अपहरण के मामले में दबोचा। दोनों लंबे समय से पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहे थे। विधानसभा में युवक का अपहरण करने के बाद उसकी बेदम पिटाई करने के मामले में छह लोग पहले गिरफ्तार हुए थे लेकिन यासीन फरार था। क्राइम ब्रांच की यूनिट के साथ थाना पुलिस ने अचानक से ईरानी डेरा में छापेमारी कर आरोपियों को पकड़ा। पुलिस के रिकार्ड में जम्मन और यासीन के खिलाफ पूर्व में भी अपराधिक मामले दर्ज हैं। सुबह आठ बजे के बाद ईरानी डेरा में फोर्स का जमावड़ा होने से यहां हडक़ंप मचा रहा। दोनों निगरानीशुदा की गिरफ्तारी के पहले पुलिस ने पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया। सीएसपी की अगुवाई में टीम ईरानी डेरा के अंदर घुसी। बारी-बारी से फ्लैट में छानबीन करते हुए बदमाशों को गिरफ्तार किया। बताया जाता है ईरानी डेरा में पुलिसिया कार्रवाई के दौरान पिछले समय में कई बार हंगामा हो चुका है। यहां रहने वाली महिलाओं के द्वारा विरोध प्रदर्शन करने के बाद ज्यादातर बार पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा था, इसे ध्यान में रखते हुए इस बार एकाएक दबिश देकर पुलिस ने चारों तरफ से घेराबंदी कर यासीन और जम्मन को गिरफ्तार किया। विधानसभा में गिरफ्तार यासीन पर पूर्व में भी रंगदारी और उगाही करने के आरोप लगते रहे हैं। कुछ दिनों पहले सड्ढू शराब दुकान में धमकी चमकी करने का भी पता चला था। प्लेसमेंट कर्मियों से वसूली की कोशिश भी की थी, हालांकि यह मामला थाने तक नहीं पहुंचा। जम्मन ईरानी को अपने मामले में गिरफ्तार कर गुढिय़ारी पुलिस पूछताछ कर रही है। बता दें हाल में मामूली झगड़े में एक मूक बधिर की हत्या करने वाली किशोरी से भी जम्मन के संबंधों का खुलासा हुआ है। किशोरी के घर में तलाशी लेने के दौरान हथियार बरामद हुए थे जिसे लेकर भी पुलिस अब जांच पड़ताल कर रही है।
पंडरी में गांजा का प्रकरण
आरोपी जम्मन ईरानी के खिलाफ पुलिस ने पंडरी थाना में गांजा के अवैध कारोबार करने के मामले में अपराध दर्ज किया है। जम्मन के पास तलाशी लेने पर दो किलो गांजा भी बरामद किया गया है। पुलिस के मुताबिक जम्मन गुढिय़ारी क्षेत्र में एक लूटपाट के मामले में भी आरोपी है। पुलिस को चकमा देकर लंबे समय से फरार चल रहा था। यासीन और जम्मन के बारे में पता लगने पर एक साथ पुलिस टीम ने छापेमारी की योजना बनाकर उनकी गिरफ्तारी की।
औरों की भी ली तलाशी
ईरानी डेरा में छापेमारी के बाद पुलिस को देखकर कई लोग भागने लगे। इस दौरान कुछ संदिग्ध चेहरों को भी घेरे में लेकर पुलिस ने पूछताछ की। कुछ लोगों की मौके पर तलाशी लेते हुए हथियारों की भी जांच की। ईरानी डेरा में लंबे अरसे बाद पुलिस ने छापा मारा। आरोपी किसी अप्रिय घटना को अंजाम न दे सके इसके लिए पहले से तैयारी करते हुए पुलिस अफसरों ने क्षेत्र में दबिश दी।
रायपुर, 29 जुलाई। देहात के हिस्सों में आए दिन जुआरियों का फड़ जम रहा है। आरंग और नेवरा क्षेत्र में जुआरियों के जमा होने के अरसे बाद पुलिस हरकत में आई है। गुरूवार को अलग-अलग ठिकानों में दबिश देकर जुआरियों को पकड़ा। आरंग पुलिस की कार्रवाई में आरोपी कोमल साहू, राम भरोसा साहू और पुनारद गिलहरे के साथ में अन्य लोग जुआ खेलते पकड़े गए। बिरबरा, आमासिवनी और उगेतरा गांव में दबिश देकर मौके से लगभग दस हजार रुपये बरामद कर पुलिस ने जुआ एक्ट में कार्रवाई की। नेवरा पुलिस ने भी जुआरियों का फड़ पकड़ते हुए मनोहर लाल साहू के साथ उसके अन्य साथियों को पकड़ा। मौके पर तलाशी लेने के दौरान तास पत्ती और नगदी रकम बरामद की। अटल आवास कॉलोनी में जुआरी जमा हुए थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 29 जुलाई। प्रदेश भाजपा ने विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। इस कड़ी में सभी विधानसभा में प्रभारियों की नियुक्ति की गई है। ये प्रभारी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में जाकर पार्टी कार्यक्रमों के बेहतर क्रियान्वयन के लिए रूपरेखा तैयार करेंगे।
राष्ट्रीय सह महामंत्री (संगठन) शिव प्रकाश, और प्रदेश प्रभारी डी.पुरंदेश्वरी ने प्रभारियों की बैठक भी ली है। इसमें प्रभारियों को हर घर तिरंगा मुहिम को सफल बनाने की योजना पर विस्तार से चर्चा हुई, और उन्हें मार्गदर्शन दिया गया। जिन विधानसभा में पार्टी के विधायक नहीं हैं, वहां जिला अध्यक्षों व पदाधिकारियों से चर्चा कर बैठक करने के लिए कहा गया है।
प्रभारियों को विधानसभा चुनाव के दृष्टिगत कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए कहा गया है। जिन नेताओं को विधानभा क्षेत्रों का प्रभारी बनाया गया है, उनमें बालोद विधानसभा के लिए केदार गुप्ता, डौंडीलोहारा के लिए प्रदीप गांधी, गुंडरदेही रामू रोहरा, धमतरी नीलू शर्मा, नगरी-सिहावा कमलचंद भंजदेव, और कुरूद विधानसभा का प्रभारी पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक पांडेय, कांकेर कमलेश ठोकने, भानुप्रतापपुर इंदर चोपड़ा, अंतागढ़ गौतम गोलछा, केशकाल टिकेश्वर जैन, नारायणपुर भरत मटियारा, बस्तर आलोक ठाकुर, जगदलपुर ब्रम्हा नेताम, बीजापुर धनीराम वारसी, और कोंटा सुधीर पांडेय।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 29 जुलाई। प्रदेश में मानसूनी बारिश के बाद फिर से फल सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं। प्रदेश के कई जिलों में हुई भारी बारिश से कई जगहों पर बाढ़ के हालात बन गए खेतों के जल मग्न होने से किसानों के फसल बर्बाद हो गया। खेत मेे खड़ी फसल जादा बारिश के कारण खराब हो गए हैं। मंडियों में सब्जियों का आवक कम है। जिसके कारण जो कुछ बाजार में सब्जियां आ रही है उनके दाम आसमान छूने वाले हैं। कुछ दिन पहले फल सब्जियों के दामों में राहत मिला था,जो बरसात के मौसम में भारी बारिश की वजह से खराब हो गए । बाजार में अब सब्जियों की मारा-मारी है।
पहले जहां लोकल मार्केट में जादातर सब्जियों के दाम 30 से 40 रुपए किलो था। वहीं गुरूवार को सब्जियों के आवक कम हाने के कारण सब्जियों के थोक के दामों में 45-50 रुपए प्रति किलो का भाव राजधानी के थोक मंडियों में रहा। वही लोकल बाजार में इसकी कीमत 60-70 रूपए तक रहा है। मौसमी सब्जियों के दाम भी बढ़े हुए हैं। जंहा खेक्सी के दाम 200 रूपए प्रति किलो तो मशरूम के दाम 400 से 600 रूपए तक चल रहा हैं। स्थानीय सब्जी मंडी से लोकल सब्जियों की आवक तो हैं। लेकिल उत्पादन कम होने से 50 फीसदी की कमी देखी जा रही है। टमाटर और दूसरे सब्जियों की आपूर्ति रायपुर, दुर्ग और महासमुंद जिले के लोकल उत्पादकों से की जा रही है ।
सब्जी के थोक विक्रेता राजेश कुमार ने बताया कि इन दिनों खेती किसानी का समय होने और प्रदेश में भारी बारिश के कारण सब्जियों का उत्पादन कम होता है। कुछ किसानों कि फसले बारिश के कारण खाराब हो गई हैँ। लिसके कारण बाजार में सब्जियों की आवक कम हो गई है। आज बाजार में फल और सब्जियों के दामों में 20 से 30 रूपए प्रति किलो बढ़ गया है। और एैसा लगभग महिने भर रहने वाला है ।
मशरूम 400-600
खेक्सी-180-200
टमाटर -20-25, हरा मिर्च -60
गोभी-60-80, लौकी - 30
खीरा-30-40, धनिया - 60
अदरक -50, लहसून-70
कटहल-40, केला-25
भिंडी-50-60, शिमला मिर्च -30
बरबटटी -50, आलू 25-30
प्याज - 30