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मौतें-722, एक्टिव-3921, डिस्चार्ज-48183
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 जनवरी। राजधानी रायपुर समेत जिले में कोरोना मरीज साढ़े 52 हजार पार हो गए हैं। बुलेटिन के मुताबिक बीती रात मिले 156 नए पॉजिटिव के साथ इनकी संख्या बढक़र 52 हजार 826 हो गई है। दूसरी तरफ, इन सभी मरीजों में से 722 की मौत हो चुकी है। 3 हजार 921 सौ एक्टिव हैं, जिनका अलग-अलग जगहों पर इलाज जारी है। 48 हजार 183 मरीज ठीक होकर अपने घर लौट गए हैं।
राजधानी रायपुर समेत जिले में कोरोना मरीज पहले से अब काफी कम हो गए हैं। कल नए पॉजिटिव दो सौ आसपास रहे। हेल्थ टीम, शहर के सरकारी-निजी अस्पतालों, संस्थानों और बाजारों में जाकर कोरोना जांच में लगी है। कई बस्तियों-कॉलोनियों में भी उनकी यह जांच चल रही है, और कई जगहों से नए पॉजिटिव सामने आ रहे हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि नए पॉजिटिव पहले से कम होने लगे हैं। दूसरी तरफ, भर्ती मरीज भी ठीक होने पर लगातार डिस्चार्ज किए जा रहे हैं, और इनकी भी संख्या धीरे-धीरे कम होने लगी है। लेकिन सतर्कता बहुत जरूरी है। लापरवाही से संक्रमण का खतरा बना रहेगा। स्वास्थ्य अफसरों का कहना है कि जिले में कोरोना संक्रमण जारी है। सर्दी, खांसी, बुखार या सांस लेने में तकलीफ होने पर डॉक्टरों को दिखाने के साथ अपनी कोरोना जांच कराएं।
रायपुर, 2 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने देश के पूर्व केन्द्रीय गृह मंत्री श्री बूटा सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बूटा सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके निधन से अपूर्णीय क्षति हुई है। उन्होंने ईश्वर से शोक संतप्त परिवारजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 जनवरी। प्रदेश में कोरोना से कल 3 मौतें हुई हैं। इन सभी का अलग-अलग जगहों पर इलाज चल रहा था। इनके संपर्क में आने वालों की जांच-पहचान की जा रही है। दूसरी तरफ, इन मौतों को मिलाकर प्रदेश में कोरोना मौत के आंकड़े बढक़र 722 हो गए हैं।
बुलेटिन के मुताबिक अन्य बीमारियों के साथ कोरोना के जिन 3 मरीजों की मौत हुई है, इसमें बिलासपुर संभाग से अमेरी महाराजा बाग वार्ड नं. 4 बिलासपुर की 77 वर्षीय महिला, सरगुजा संभाग का बड़े प्रतापपुर सूरजपुर की 50 वर्षीय महिला, जशपुर की 55 वर्षीय महिला शामिल हैं। स्वास्थ्य अफसरों का कहना है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण बना हुआ है और ठंड बढऩे पर इसका खतरा और बढ़ सकता है। ऐसे में लक्षण दिखने पर तुरंत कोरोना जांच कराएं।
रायपुर, 02 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने समाज सुधारक और मराठी कवयित्री स्वर्गीय श्रीमती सावित्री बाई फुले की 03 जनवरी जयंती पर उन्हें नमन किया है। श्री बघेल ने कहा कि श्रीमती फूले ने दलितों की सेवा, महिलाओं के सशक्तिकरण और शिक्षा के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। स्त्री अधिकारों की रक्षा के लिए उल्लेखनीय कार्य किये। श्रीमती सावित्री बाई फुले ने न सिर्फ खुद पढ़ाई की बल्कि दूसरी महिलाओं के लिए भी शिक्षा के दरवाजे खोले और उन्हें पढऩे के लिए प्रेरित किया। श्रीमती फुले द्वारा सामाजिक चेतना के लिए किये गए कार्य हमेशा प्रेरित करते रहेंगे।
रायपुर, 2 जनवरी। छत्तीसगढ़ शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा आपदा से पीडि़तों को जिला कलेक्टर के माध्यम से आर्थिक अनुदान सहायता स्वीकृत की जाती है। ऐसी ही प्रकरणों में जांजगीर चांपा जिले में पांच प्रकरणों में 20 लाख रूपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है।
राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत जांजगीर चांपा जिले की शिवरीनारायण तहसील के ग्राम करौद के गौरव वर्मा की पानी में डूबने से मृत्यु हो जाने के कारण मृतक के परिजनों को चार लाख रूपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है। इसी प्रकार से डभरा तहसील के ग्राम गोपालपुर के नरसिंह उराव, सक्ती तहसील के ग्राम चैराबरपाली के देवचरण की, मालखरौदा तहसील के ग्राम मिरौनी के युवयराज मरार और शिवरीनारायण तहसील के ग्राम मोहतरा के आशीष पटेल की सांप काटने से मृत्यु होने पर मृतकों के पीडि़त परिजनों को चार-चार लाख रूपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 जनवरी। रबी मौसम में होने वाली प्रमुख फसल गेंहू, अरहर, चना, सरसों, अलसी और सूरजमुखी फसलों में कीटों से बचाव, उचित देखभाल और भरपूर पैदावार के लिए कृषि वैज्ञानिकों ने समसामयिक सलाह दी है।
कृषि संचालनालय रायपुर के कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार रबी मौसम में गेंहू फसल की बुआई के 20 से 25 दिन के बाद पहली सिंचाई करें। पहली सिंचाई के समय में नाइट्रोजन की दूसरी मात्रा का टापड्रेसिंग करें। गेंहू फसल में दूसरी सिंचाई कल्ले निकलने की अवस्था में बुआई के लगभग 40 से 50 दिन के बाद करें और इस समय नाइट्रोजन की तीसरी मात्रा का टाप ड्रेसिंग करें। अरहर में फल बनने की अवस्था में फलभेदक कीटों के नियंत्रण के लिए इंडोंक्साकार्ब दवाई 300 ग्राम 500 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति हेक्टेयर की दर से छिडक़ाव करें। चना की फसल जब 15 से 20 सेंटिमीटर की ऊचाई होने पर खुटाई करें। चना फसल में बुआई के 40 से 45 दिन के बाद में पहला सिंचाई करें। फसल में यदि कालरराट रोग दिखाई दे तो सिचाई स्प्रिंकलर से करने की सलाह दी गई है। सरसों की फसल में पहली सिचाई बुआई के 25 से 30 दिनों के बाद 4 से 6 पत्ती होने की अवस्था में करना चाहिए। पहली सिंचाई के समय नाइट्रोजन की दूसरी मात्रा का पाटड्रेसिंग करना चाहिए। सरसों में दूसरी सिंचाई फूल आते समय करें। निचली पत्तियों पर रोक के लक्षण दिखाई देने पर मेटालेकिसल का छिडक़ाव करना चाहिए।
अलसी फसल में पहली सिंचाई फसल बोने के 30 से 40 दिन के बाद देना चाहिए एवं पहली सिंचाई के समय नत्रजन के शेष मात्रा का छिडक़ाव करना चाहिए। सूरजमुखी फसल का भरपूर पैदावार के लिए उन्नत किस्म के बीज मॉडर्न यू. ए. एन. टीएस., 7-एफ.यू. बी., 1-एच.एस.बी. ज्वालामुखी, सूर्या आदि की बुआई करें। धब्बा रोग दिखने पर 3 ग्राम तामरयुक्त फफूदांनाशी प्रति लीटर पानी में डालकर छिडक़ाव करने की सलाह दी गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गत दिवस सतपुड़ा वन्य जीव फाउण्डेशन द्वारा जारी किए गए वन्य जीवों पर आधारित वार्षिक कैलेण्डर 2021 का विमोचन किया। मुख्यमंत्री निवास में आयोजित इस कार्यक्रम में सतपुड़ा वन्य जीव फाउण्डेशन के अध्यक्ष संदीप पौराणिक उपस्थित थे।
श्री पौराणिक ने मुख्यमंत्री को नववर्ष की शुभकामनाएं दी। इस वार्षिक कैलेण्डर में राष्ट्रीय पशु बाघ, राजकीय पक्षी पहाड़ी मैना, बाईसन, काला तेंदुआ, राष्ट्रीय पक्षी मोर, बारासिंघा सहित अन्य वन्य प्राणियों के मनमोहक छायाचित्र शामिल किए गए हैं।
मौतें-3375 एक्टिव-11344, डिस्चार्ज-265788
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 जनवरी। प्रदेश में कोरोना मरीज दो लाख 80 हजार पार हो गए हैं। बीती रात मिले 932 नए पॉजिटिव के साथ इनकी संख्या बढक़र 2 लाख, 80 हजार 507 हो गई है। इसमें से 3375 मरीजों की मौत हो गई है। 11 हजार 344 एक्टिव हैं और इनका एम्स समेत अलग-अलग जगहों पर इलाज चल रहा है। 2 लाख 65 हजार 788 मरीज ठीक होकर अपने घर लौट गए हैं। सैंपलों की जांच जारी है।
राजधानी रायपुर समेत प्रदेश में कोरोना मरीज पहले से कम होने लगे हैं, और कल नए पॉजिटिव का आंकड़ा एक हजार आसपास बना रहा, लेकिन खतरा अभी भी बना हुआ है। जांच में शहर से लेकर गांव-देहात तक कई जगहों से नए पॉजिटिव मिल रहे हैं। बुलेटिन के मुताबिक बीती रात 8 बजे 932 नए पॉजिटिव सामने आए। इसमें रायपुर जिले से सबसे अधिक 156, दुर्ग जिले से 132 मरीज मिले हैं।
बालोद-57, बेमेतरा-20, कबीरधाम-19, धमतरी-37, बलौदाबाजार-30, महासमुंद-25, गरियाबंद-7, बिलासपुर-55, रायगढ़-54, कोरबा-34, जांजगीर-चांपा-89, मुंगेली-3, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही-5, सरगुजा-27, कोरिया-7, सूरजपुर-30, बलरामपुर-8, जशपुर-14, बस्तर-5, कोंडागांव-4, दंतेवाड़ा-3, सुकमा-0, कांकेर-9, नारायणपुर-1, बीजापुर जिले से 3 व अन्य राज्य से 3 मरीज सामने आए हैं। ये मरीज आसपास कोरोना अस्पतालों में भेजे जा रहे हैं।
दूसरी तरफ कल 3 मरीजों की मौत हो गई। इसमें कोरोना से 0 व अन्य बीमारियों के साथ कोरोना से 3 मरीजों की मौत शामिल हैं। स्वास्थ्य अफसरों का कहना है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण जारी है, और मौतें भी हो रही हैं, लेकिन नए पॉजिटिव धीरे-धीरे कम हो रहे हैं। कल करीब 23 हजार सैंपलों की जांच हुई थी। जांच में रायपुर, दुर्ग जिले को छोडक़र प्रदेश के बाकी जिलों में नए पॉजिटिव सौ से नीचे रहे। प्रयास है कि आगे और ज्यादा सैंपलों की जांच हो।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 जनवरी। प्रदेश में कोरोना से कल 16 मौतें हुई हैं। इन सभी का अलग-अलग जगहों पर इलाज चल रहा था। इनके संपर्क में आने वालों की जांच-पहचान की जा रही है। दूसरी तरफ, इन मौतों को मिलाकर प्रदेश में कोरोना मौत के आंकड़े बढक़र 722 हो गए हैं।
बुलेटिन के मुताबिक जिन 16 मरीजों की मौत हुई है, इसमें रायपुर संभाग से तिल्दा नेवरा वार्ड नं.-15 रायपुर का 66 वर्षीय पुरूष, सुंदर नगर रायपुर का 77 वर्षीय पुरूष, नयापारा अभनपुर रायपुर की 65 वर्षीय महिला, पुरानी बस्ती रायपुर की 59 वर्षीय महिला, धमतरी की 37 वर्षीय महिला, महासमुंद का 32 वर्षीय पुरूष शामिल हैं।
दुर्ग संभाग का दुर्ग का 62 वर्षीय पुरूष, पदमनाभपुर दुर्ग का 85 वर्षीय पुरूष, सेक्टर-7 भिलाई दुर्ग का 75 वर्षीय पुरूष, भिलाई दुर्ग का 58 वर्षीय पुरूष, बेमेतरा का 58 वर्षीय पुरूष शामिल हैं।
बिलासपुर व सरगुजा संभाग का कोटा बिलासपुर का 50 वर्षीय पुरूष, बिलासपुर की 80 वर्षीय महिला, बकरूमा रायगढ़ का 52 वर्षीय पुरूष, धरमजयगढ़ का 45 वर्षीय पुरूष, होलीक्रास हॉस्पिटल रोड नगर पंचायत कुनकुरी जशपुर का 59 वर्षीय पुरूष शामिल हैं।
इन सभी का एम्स व अन्य जगहों पर इलाज चल रहा था। इसमे 6 की मौत कोरोना से एवं बाकी 10 की अन्य गंभीर बीमारियों के साथ कोरोना से मौत हुई हैं। स्वास्थ्य अफसरों का कहना है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण बना हुआ है और ठंड बढऩे पर इसका खतरा और बढ़ सकता है। ऐसे में लक्षण दिखने पर तुरंत कोरोना जांच कराएं।
मौतें-3350 एक्टिव-11939, डिस्चार्ज-263251
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 जनवरी। प्रदेश में कोरोना मरीज दो लाख 80 हजार आसपास हो गए हैं। बीती रात मिले 1035 नए पॉजिटिव के साथ इनकी संख्या बढक़र 2 लाख, 79 हजार 575 हो गई है। इसमें से 3371 मरीजों की मौत हो गई है। 11 हजार 435 एक्टिव हैं और इनका एम्स समेत अलग-अलग जगहों पर इलाज चल रहा है। 2 लाख 64 हजार 769 मरीज ठीक होकर अपने घर लौट गए हैं। सैंपलों की जांच जारी है।
राजधानी रायपुर समेत प्रदेश में कोरोना मरीज पहले से कम होने लगे हैं, और कल नए पॉजिटिव का आंकड़ा एक हजार आसपास बना रहा, लेकिन खतरा अभी भी बना हुआ है। जांच में शहर से लेकर गांव-देहात तक कई जगहों से नए पॉजिटिव मिल रहे हैं। बुलेटिन के मुताबिक बीती रात 8 बजे 1035 नए पॉजिटिव सामने आए। इसमें रायपुर जिले से सबसे अधिक 141, बिलासपुर से 123, राजनांदगांव से 117 व दुर्ग जिले से 110 मरीज मिले हैं।
बालोद-39, बेमेतरा-26, कबीरधाम-25, धमतरी-18, बलौदाबाजार-33, महासमुंद-45, गरियाबंद-4, रायगढ़-49, कोरबा-26, जांजगीर-चांपा-75, मुंगेली-1, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही-2, सरगुजा-43, कोरिया-14, सूरजपुर-47, बलरामपुर-31, जशपुर-21, बस्तर-7, कोंडागांव-5, दंतेवाड़ा-11, सुकमा-9, कांकेर-9, नारायणपुर-1, बीजापुर जिले से 1 व अन्य राज्य से 2 मरीज सामने आए हैं। ये मरीज आसपास कोरोना अस्पतालों में भेजे जा रहे हैं।
दूसरी तरफ कल 16 मरीजों की मौत हो गई। इसमें कोरोना से 6 व अन्य बीमारियों के साथ कोरोना से 10 मरीजों की मौत शामिल हैं। स्वास्थ्य अफसरों का कहना है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण जारी है, और मौतें भी हो रही हैं, लेकिन नए पॉजिटिव धीरे-धीरे कम हो रहे हैं। कल साढ़े 28 हजार सैंपलों की जांच हुई थी। जांच में रायपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव, दुर्ग जिले को छोडक़र प्रदेश के बाकी जिलों में नए पॉजिटिव सौ से नीचे रहे। प्रयास है कि आगे और ज्यादा सैंपलों की जांच हो।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 जनवरी। राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने शुक्रवार को राजभवन में ई-समाधान वेबसाईट का लोकार्पण किया। इस वेबसाईट के माध्यम से राज्यपाल को आम जनता द्वारा भेजे गए आवेदन पत्रों को संबंधित विभागों को भेजा जाएगा, उन आवेदनों पर की जा रही कार्यवाही की स्थिति एवं विभिन्न विभाग-कार्यालय स्तरों पर लंबित आवेदनों की ट्रैकिंग की जा सकेगी। इससे राजभवन सचिवालय संबंधित विभाग को भेजे गए आवेदन पत्र की स्थिति, निराकरण की अद्यतन स्थिति की मॉनिटरिंग की जाएगी।
राज्यपाल ने कहा कि आज का युग तकनीक का युग है। हर जगह पर तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। नई तकनीकों से कार्य में गति और पारदर्शिता आती है। ई-समाधान प्रणाली से आमजनों की समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान होगा। साथ ही शासन जनता के प्रति अधिक संवेदनशील और जवाबदेह होगा।
एनआईसी के अतिरिक्त राज्य सूचना विज्ञान अधिकारी टी.एन. सिंह ने बताया कि इस वेबसाईट में राजभवन में आने वाले आवेदनों को स्कैन करके अपलोड किया जाएगा। इस वेबसाईट को संबंधित विभागों, कलेक्टोरेट और विकासखण्ड कार्यालय तक जोड़ा गया है। आवेदन अपलोड कर उसे संबंधित कार्यालयों में भेज दिया जाएगा। इससे अभी 3200 शासकीय कार्यालयों को संबद्ध किया गया है।
उन्होंने बताया कि जिस-जिस कार्यालय में आवेदन पत्र अग्रेषित होते जाएंगे, उस स्थिति की जानकारी राजभवन सचिवालय को मिलती जाएगी। साथ ही आवेदक के मोबाईल नंबर में भी एसएमएस के माध्यम से यह सूचना दी जाएगी। मोबाईल में एसएमएस की यह सुविधा जल्द प्रारंभ की जाएगी। श्री सिंह ने बताया कि इसमें अच्छी बात यह है कि जो विभाग आवेदक की समस्या, मांग या शिकायत का अंतिम रूप से निराकरण करेगा, वह एक पत्र के माध्यम से आवेदक को सूचित करेगा साथ ही उस पत्र की प्रति इस वेबसाईट में भी अपलोड करेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 जनवरी। छत्तीसगढ़ की बोर्ड परीक्षाओं पर विचार मंथन चल रहा है। इस कड़ी में अगले हफ्ते उच्चस्तरीय बैठक होगी। बैठक में 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन पर चर्चा होगी, इसके बाद विधिवत सरकार को प्रस्ताव भेजे जाएंगे। माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षाएं भी मई-जून में हो सकती हैं।
माशिमं के चेयरमैन डॉ. आलोक शुक्ला ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि फिलहाल परीक्षाओं पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। मगर सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं की तारीख घोषित होने के बाद यहां भी जल्द परीक्षा तिथि घोषित करने के लिए दबाव बन रहा है।
बताया गया कि माध्यमिक शिक्षा मंडल की जल्द बैठक हो सकती है। इस बैठक में परीक्षा तैयारियों पर चर्चा होगी। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कारण स्कूलों में कक्षाएं नहीं लग रही हैं। ऑनलाइन क्लासेस चल रही हैं। स्कूल शिक्षा विभाग ने कोरोना संक्रमण के बाद भी विशेषकर दुरस्थ इलाकों में शिक्षण की व्यवस्था के लिए कार्यक्रम चलाए हैं, इसकी राष्ट्रीय स्तर पर सराहना हुई है।
परीक्षाओं पर अभी प्रारंभिक चर्चा चल रही है। स्कूल अभी खुलने के आसार नहीं दिख रहे हैं। कोरोना संक्रमण के मामलों में भी ज्यादा कमी नहीं आई है। ऐसे में खतरा बरकरार है। माना जा रहा है कि वैक्सीन आने के बाद ही कक्षाएं शुरू करने पर फैसला होगा। मगर 10वीं और 12वीं परीक्षा की तैयारियां पहले करनी होती है, माना जा रहा है कि मई-जून में ही बोर्ड परीक्षा हो सकती है। इसका फैसला अगले हफ्ते बैठक के बाद लिया जा सकता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 जनवरी। प्रदेश के किसानों, ट्रेड यूनियन कार्यकर्ताओं और नागरिक-समूहों ने आज नव वर्ष के पहले दिन किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन को तेज करने और अडानी-अंबानी के सामानों और उनकी सेवाओं का बहिष्कार करने की शपथ ली।
छत्तीसगढ़ किसान आंदोलन के संयोजक सुदेश टीकम और छत्तीसगढ़ किसान सभा के अध्यक्ष संजय पराते ने बताया कि छत्तीसगढ़ किसान सभा, आदिवासी एकता महासभा, राजनांदगांव जिला किसान संघ सहित किसान आंदोलन के सभी घटक संगठनों ने मिलकर 20 से ज्यादा जिलों के सैकड़ों गांवों में कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन आयोजनों में किसानों ने ग्रामीण जनता और अन्य मजदूर संगठनों के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर अपनी खेती-किसानी को बचाने और देश की अर्थव्यवस्था के कार्पोरेटीकरण को रोकने के लिए देशव्यापी किसान संघर्ष में अपने को स्वयंसेवक के रूप में समर्पित करने की और इस आंदोलन को तब तक जारी रखने की शपथ ली, जब तक कि मोदी सरकार किसान विरोधी काले कानूनों और कृषि विरोधी नीतियों को वापस लेने की ठोस घोषणा नहीं करती।
इधर छत्तीसगढ़ किसान सभा का कोरबा से गया दिल्ली जत्था वापस आने के बाद रमाकांत बंजारे के नेतृत्व में राजनांदगांव जिला किसान संघ का एक जत्था दिल्ली पहुंच चुका है। इस जत्थे ने टिकरी बॉर्डर पर आज शपथ ली। किसान आंदोलन के नेता आलोक शुक्ला, नंद कश्यप, आनंद मिश्रा आदि ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में धान खरीदी के मामले में राज्य सरकार का केंद्र के साथ जो टकराव हो रहा है, वह इन्हीं नीतियों की देन है और यदि ये कानून लागू होते हैं, निश्चित ही अगले साल न धान खरीदी होगी, न राशन प्रणाली बचेगी। इसलिए इन किसान विरोधी कानूनों को वापस लेने के साथ ही सी-2 लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य देने का कानून बनाना किसानों और नागरिकों के हितों के संरक्षण के लिए बहुत जरूरी है।
किसान सभा नेता संजय पराते और ऋषि गुप्ता ने कहा कि शपथ आयोजनों में ग्रामीण जनता को जानकारी दी गई कि किस तरह उनकी फसलों को औने-पौने भाव पर लूटा जा रहा है और उन्हें कोई कानूनी सुरक्षा प्राप्त नहीं है। मंडियों के निजीकरण और ठेका खेती से यह लूट और बढ़ेगी। इसलिए देश का किसान आंदोलन इसका विरोध कर रहा है। वह अडानी-अंबानी को देश के खाद्यान्न भंडार और अनाज व्यापार सौंपने का विरोध कर रहा है, क्योंकि इससे देश में जमाखोरी, कालाबाजारी और महंगाई तेजी से बढ़ेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 जनवरी। भाषा एवं साहित्य अध्ययन शाला रविवि, एलमुनी एसोसिएशन एवं शासकीय नागार्जुन स्नातकोत्तर विज्ञान महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में कला भवन के पाणिनि सभागृह मे विगत दिवस व्यतिरेकी भाषा विज्ञान एवं निर्माण सामग्री तथा आई पीआर विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेवीनार तथा डॉ. रमेश चंद्र महरोत्रा स्मृति व्याख्यान माला-आयोजित किया गया।
इस अवसर पर कुलपति, डॉ. केशरी लाल वर्मा ने कहा वैज्ञानिक तरीके से किसी भाषा को सीखना तभी संभव है, जब हम मातृभाषा और द्वितीय भाषा को अच्छी तरह से जानते हों। इस अवसर पर प्रिया राव, प्राध्यापक, विधि संकाय ने कहा जो दूसरों का है उसे अपने द्वारा प्रस्तुत किया जाना, अपराध की श्रेणी में आता है। साहित्यिक चोरी पर 6 माह की या 3 साल की अधिकतम सजा, 50 हजार से लेकर 20 लाख रु.तक का जुर्माना हो सकता है ।
उन्होंने बताया कि पांडिचेरी विश्वविद्यालय में हुई साहित्यिक चोरी में एक प्राध्यापक को निलंबित कर दिया गया। बौद्धिक संपदा दो प्रकार की होती है। बौद्धिक संपदा का अर्थ है बुद्धि से निर्माण की गई या दिमाग की उपज जैसे मोबाइल इसके दुरुपयोग रोकने के लिए बौद्धिक संपदा अधिनियम का वर्ष 1959 में निर्माण किया।
द्वितीय सत्र में भाषा विज्ञान के भूतपूर्व विभागाध्यक्ष डॉ.रमेश चंद्र मेहरोत्रा की स्मृति पर सातवीं व्याव्यानमाला का आयोजन किया गया। डॉ रमेश चंद्र मेहरोत्रा का जीवन वृतांत भाषाविद डॉ.महेश परिमल द्वारा आनलाईन दिया गया। इस अवसर पर पंडित सुंदरलाल शर्मा राज्य अलंकरण से सम्मानित डॉ.रमेंद नाथ मिश्र ने डॉ.रमेश चंद मेहरोत्रा से जुड़े अनुभवों को साझा किया। पं. रविशंकर विश्वविद्यालय के एलमुनी एसोसिएशन के सहयोग से आयोजित इस आयोजन में डॉ,परमलाल अहिरवार तथा डॉ.प्रिया राव, प्राध्यापक का सम्मान किया गया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ.प्रवीण शर्मा, अध्यक्ष, एलमुनी एसोसिएशन एसोसिएशन ने किया।
रायपुर, 1 जनवरी। रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय परिसर स्थित मां बंजारी मंदिर का विगत 28 दिसंबर को लोक ट्रस्ट के रूप में पंजीयन कर नए ट्रस्ट द्वारा पूर्ण भार ग्रहण कर लिया गया। इस नए ट्रस्ट के अध्यक्ष रविवि के पदेन कुलपति रहेंगे। साथ ही कुलसचिव सचिव के रूप में, उप कुलसचिव प्रशासन उपसचिव, के रूप में, कोषाध्यक्ष के रूप में वित्त नियंत्रक रहेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 जनवरी। निगम राजस्व विभाग द्वारा कल सभी 10 जोनों से करीब सवा 2 करोड़ रूपये की राजस्व वसूली की गई। निगम का राजस्व वसूली अभियान लगातार जारी है। बताया गया कि इस वित्त वर्ष में अब तक साढ़े 46 करोड़ से अधिक का राजस्व वसूला जा चुका है, जो लक्ष्य का 35.29 प्रतिशत है।
निगम के सभी 10 जोनों की राजस्व टीमें पिछले कुछ महीने से राजस्व वसूली में जुटी हुई है। नगर निगम के उपायुक्त राजस्व अरविन्द शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि 31 दिसंबर को सभी 10 जोनों की राजस्व विभाग की टीमों ने 2 करोड़ 24 लाख 61 हजार रूपये की राजस्व वसूली की है।
उन्होंने बताया कि जोन 1 ने 31 लाख 71 हजार रूपये, जोन 2 ने 25 लाख 84 हजार रूपये, जोन 3 ने 14 लाख 19 हजार रूपये, जोन 4 ने 20 लाख 24 हजार रूपये, जोन 5 ने 18 लाख 98 हजार रूपये, जोन 6 ने 8 लाख 15 हजार रूपये, जोन 7 ने 32लाख 87 हजार रूपये, जोन 8 ने 40 लाख 16 हजार रूपये, जोन 9 ने 12 लाख 64 हजार रूपये एवं जोन 10 राजस्व विभाग की टीम ने 19 लाख 83 हजार रूपये की राजस्व वसूली की है।
उन्होंने बताया कि इसके पहले निगम टीम ने 25 दिसम्बर को 28 लाख 7 हजार रूपये, 26 दिसम्बर को 74 लाख 96 हजार रूपये,27 दिसम्बर को 7 लाख 31 हजार रूपये, 28 दिसम्बर को 1 करोड़ 52 लाख 35 हजार रूपये,29 दिसम्बर को 92 लाख 14 हजार रूपये,30 दिसम्बर को 1करोड़ 21 लाख 19 हजार रुपये की राजस्व वसूली की है।
उपायुक्त राजस्व श्री शर्मा ने बताया कि चालू वित्त वर्ष में वर्ष 2020 के अंतिम दिन 31 दिसम्बर तक सभी 10 जोनों की राजस्व टीमों ने अब तक कुल 46 करोड़ 52 लाख 62 हजार रूपये की राजस्व वसूली की है, जो कि 35.29 प्रतिशत है। इसमें जोन 1 की 328.73 लाख, जोन 2 की 471.26 लाख, जोन 3 की 387.44 लाख, जोन 4 की 666.83 लाख, जोन 5 की 273.73 लाख, जोन 6 ने 263.60 लाख, जोन 7 की 305.71 लाख, जोन 8 की 614.43 लाख, जोन 9 की 901.34 लाख एवं जोन 10 की 439.55 लाख राजस्व वसूली शामिल है।
महापौर, आयुक्त, राजस्व विभाग अध्यक्ष ने सभी 10 जोनों के राजस्व विभाग की समस्त टीमों को प्राथमिकता के साथ 100 प्रतिशत लक्ष्य तय करते हुए राजस्व वसूली के निर्देश दिए हैं।
छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 जनवरी। खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में 31 दिसम्बर 2020 तक 49 लाख 97 हजार मीट्रिक धान की खरीदी की गई है। अब तक राज्य के 12 लाख 88 हजार किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान बेचा। राज्य के मिलरों को 15 लाख 32 हजार मीट्रिक टन धान का डीओ जारी किया गया है। जिसके विरूद्ध मिलरों द्वारा अब तक 11 लाख 75 हजार मीट्रिक टन धान का उठाव कर लिया गया है।
खरीफ वर्ष 2020-21 में 31 दिसम्बर 2020 तक राज्य के बस्तर जिले में 64 हजार 170 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है। इसी प्रकार बीजापुर जिले में 28 हजार 291 मीट्रिक टन, दंतेवाड़ा जिले में 6 हजार मीट्रिक टन, कांकेर जिले में एक लाख 57 हजार 571 मीट्रिक टन, कोण्डागांव जिले में 73 हजार 844 मीट्रिक टन, नारायणपुर जिले में 9 हजार 576 मीट्रिक टन, सुकमा जिले में 17 हजार 511 मीट्रिक टन, बिलासपुर जिले में 2 लाख 68 हजार 273 मीट्रिक टन, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 38 हजार 221 मीट्रिक टन, जांजगीर-चांपा जिले में 4 लाख 90 हजार 425 मीट्रिक टन, कोरबा जिले में 58 हजार 623 मीट्रिक टन, मुंगेली जिले में एक लाख 90 हजार 722 मीट्रिक टन खरीदी की गई है।
इसी तरह रायगढ़ जिले में 3 लाख 16 हजार 19 मीट्रिक टन, बालोद जिले में 3 लाख 7 हजार 462 मीट्रिक टन, बेमेतरा जिले में 3 लाख 35 हजार 781 मीट्रिक टन, दुर्ग जिले में 2 लाख 39 हजार 385 मीट्रिक टन, कवर्धा जिले में 2 लाख 44 हजार 988 मीट्रिक टन, राजनांदगांव जिले में 4 लाख 18 हजार 207 मीट्रिक टन, बलौदाबाजार जिले में 3 लाख 24 हजार 256 मीट्रिक टन, धमतरी जिले में 2 लाख 43 हजार मीट्रिक टन, गरियाबंद जिले में एक लाख 78 हजार 38 मीट्रिक टन, महासमुंद जिले में 3 लाख 26 हजार 336 मीट्रिक टन, रायपुर जिले में 2 लाख 97 हजार मीट्रिक टन, बलरामपुर जिले में 73 हजार 729 मीट्रिक टन, जशपुर जिले में 54 हजार 291 मीट्रिक टन, कोरिया जिले में 53 हजार 876 मीट्रिक टन, सरगुजा जिले में 80 हजार 947 मीट्रिक टन और सूरजपुर जिले में एक लाख 431 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है।
छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 जनवरी। गुढिय़ारी के प्रयास कोरोना सेंटर में मरीजों को मिठाई व कंबल बांटकर नए साल की खुशियां मनाई गई। इस दौरान राजकीय गीत भी गाया गया।
प्रयास कोरोना सेंटर में अब तक 710 मरीज भर्ती हो चुके हैं, जिसमें से 690 ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं। वर्तमान में यहां 20 मरीज भर्ती हैं, जिनका इलाज जारी है। डॉक्टरों का मानना है कि ये सभी मरीज भी जल्दी ठीक होकर अपने घर लौट जाएंगे।
सेंटर प्रभारी अधिकारी डॉ.नरेश साहू ने बताया कि मरीजों के साथ स्टाफ ने मिलकर नया साल मनाया। सुबह 8 बजे मरीजों के राउंड में जाकर डॉक्टर द्वारा नए वर्ष की उन्हें बधाई शुभकामनाएं दी गई। मिठाई व कंबल बांटे गए। इस दौरान मरीजों द्वारा मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को महामारी नियंत्रण प्रयास के लिए धन्यवाद किया। सेंटर प्रभारी डॉ. साहू-स्टाफ का भी धन्यवाद किया गया, जो निरंतर ड्यूटी करते हुए मरीजों की सेवा में लगे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 जनवरी। राजधानी में शुक्रवार को वर्ष 2021 की खुशियां बिखरी रही। शहरवासियों ने मंदिरों,गिरिजाघरों में प्रार्थना,आराधना कर नए वर्ष की जहां मंगल कामना की वहीं नए वर्ष पर ऊर्जा पार्क,बूढ़ातालाब उद्दान में परिवार सहित लोगों ने पहुंचकर नए वर्ष का स्वागत किया।
बीते वर्ष की कोरोना की त्रासदी को भुलाकर नए वर्ष की मंगलकामना के लिए शुक्रवार सुबह से मंदिरों में श्रृद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। महामाया मंदिर,काली मंदिर सहित देवस्थलों में लोगों ने देवी देवताओं के दर्शन कर पूजा अर्चना की। घंटियों की मंगलध्वनि के बीच सबने नए वर्ष के मंगलमय होने की प्रार्थना की। शहर के मुख्य गिरिजाघरों में नए वर्ष के स्वागत के लिए विशेष आयोजन किया गया। गिरिजाघरों में पहुंचकर मसीही समाज ने नए वर्ष का स्वागत करते हुए सुख शांति के लिए आराधना की।
नए वर्ष पर बूढ़ातालाब उद्यान, ऊर्जा पार्क सहित शहर के उद्यान गुलजार रहे। परिवार सहित उद्यानों में पहुंचकर शहरवासियों ने मनोरंजक खेल के जरिए नए साल का जश्न मनाया। बच्चों ने इस अवसर पर झूले, फिसलनी का आनंद उठाया। बच्चों के मनोरंजन के लिए मिकी माउस आदि का रुप धरे लोगों से मिलकर बच्चे खासे रोमांचित नजर आए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 जनवरी। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस.के. पाटील को भारतीय कृषि विश्वविद्यालय संघ का अध्यक्ष बनाया गया है। भारतीय कृषि विश्वविद्यालय संघ की सामान्य सभा की बैठक में डॉ. पाटील को वर्ष 2021 हेतु संघ का अध्यक्ष निर्वाचित किया गया है। अध्यक्ष के रूप में डॉ. पाटील का कार्यकाल 1 जनवरी, 2021 से 31 दिसम्बर, 2021 तक होगा। डॉ. पाटील इंडियन एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी एसोसिएशन, नई दिल्ली के उपाध्यक्ष भी रहे चुके हैं।
श्री पाटिल, कुलपति इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, मृदा विज्ञान एवं कृषि रसायन में पीएचडी हैं एवं उन्होने अमेरिका के इंटरनेशनल फर्टिलाइजर डेवलपमेंट सेंटर से पोस्ट डॉक्टरल रिसर्च किया है।
डॉ. पाटील ने अपने कार्यकाल के दौरान 23 नए महाविद्यालयों एवं 12 नए कृषि विज्ञान केन्द्रों को प्रारंभ कर गुणवत्तापूर्ण कृषि शिक्षा एवं प्रसार सेवाओं की पहुँच दूरस्थ इलाकों तक बनाई है।
डॉ. पाटील के प्रयासों से विश्वविद्यालय की 15 अनुसंधान परियोजनाओं को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा देश की सर्वश्रेष्ठ परियोजनाओं का पुरस्कार प्रदान किया गया है। इसी प्रकार कृषि विज्ञान केन्द्रों को उनके उत्कृष्ट कार्यों हेतु भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा आठ राष्ट्रीय/ क्षेत्रीय पुरस्कार प्रदान किए गए हैं।
नई दिल्ली के राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में दिखेगा छत्तीसगढ़ के लोक संगीत का वाद्य वैभव
28 राज्यों और 8 संघ शासित प्रदेशों की कड़ी स्पर्धा में छत्तीसगढ़ का चयन
छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 जनवरी। गणतन्त्र दिवस पर इस बार नई दिल्ली के राजपथ पर छत्तीसगढ़ के लोक संगीत का वाद्य वैभव दिखेगा। गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह के लिए छत्तीससगढ़ राज्य की झांकी को रक्षा मंत्रालय की विशेषज्ञ समिति ने लगातार दूसरे साल भी मंजूरी दे दी है। वहीं, कई बड़े राज्यों की झांकी अपना स्थान बनाने से चूक गयी। झांकी के चयन पर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भी बधाई दी है।
रक्षा विभाग की कठिन चयन प्रक्रिया से गुजरने के बाद इस बार की झांकी में छत्तीसगढ़ के जनजातीय क्षेत्रों में प्रयुक्त होने वाले लोक वाद्यों को उनके सांस्कृतिक परिवेश के साथ प्रदर्शित किया जाएगा। देश के कई बड़े राज्यों को पीछे छोडते हुये छत्तीसगढ़ की झांकी ने अपना स्थान सुनिश्चित किया है।
उल्लेखनीय है कि झांकी में छत्तीसगढ़ के दक्षिण में स्थित बस्तर से लेकर उत्तर में स्थित सरगुजा तक विभिन्न अवसरों पर प्रयुक्त होने वाले लोक वाद्य शामिल किए गए हैं। इनके माध्यम से छत्तीसगढ़ के स्थानीय तीज त्योहारों तथा रीति रिवाजों में निहित सांस्कृतिक मूल्यों को भी रेखांकित किया गया है। इस विषयवस्तु पर आधारित झांकी को पांच राउंड की कठिन प्रक्रिया के बाद अंतिम स्वीकृति मिली है। इस बार कई पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश, ओडिशा, झारखंड , तेलंगाना , ओडि़शा सहित बिहार, राजस्थान जैसे कई बड़े राज्यों की झांकी का चयन नहीं हो पाया है।
देश के विभिन्न राज्यों के बीच कड़ी स्पर्धा और कई चरणों से गुजरने के बाद अंतिम रूप से छत्तीसगढ़ की झांकी का चयन हुआ है। तीन महीने तक कलाकारों की वेशभूषा और संगीत पर शोध कर त्रि आयामी मॉडल तैयार किया गया, जिसे रक्षा मंत्रालय की विशेषज्ञ कमेटी ने सलेक्ट किया है।
काले कानूनों की वापसी तक संघर्ष जारी रहेगा-किसान सभा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 31 दिसंबर। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के देशव्यापी आव्हान पर प्रदेश के किसान और नागरिक-समूह कल नव वर्ष के पहले दिन किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन को तेज करने और अडानी-अंबानी के सामानों-सेवाओं के बहिष्कार करने की शपथ लेंगे।
छत्तीसगढ़ किसान आंदोलन संयोजक सुदेश टीकम, छत्तीसगढ़ किसान सभा अध्यक्ष संजय पराते ने कहा है कि देशव्यापी किसान आंदोलन के दबाव में सरकार दो मांगें मानने पर मजबूर हुई है, लेकिन काले कानूनों की वापसी तक उनका यह आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ किसान आंदोलन से जुड़े सभी घटक संगठन कल शपथ कार्यक्रम आयोजित करेंगे। आम सभाएं भी होंगी। इस दौरान ग्रामीणों को तीनों काले कानूनों, आंदोलन व मांगों के बारे में बताया जाएगा।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के किसान अपनी खेती-किसानी बचाने, देश की अर्थव्यवस्था का कार्पोरेटीकरण रोकने के लिए आंदोलन को तब तक जारी रखने की शपथ लेंगे, जब तक कि मोदी सरकार किसान विरोधी कानूनों और कृषि विरोधी नीतियों को वापस लेने की ठोस घोषणा नहीं करती।
छत्तीसगढ़ किसान आंदोलन ने आंदोलनकारी संगठनों से वार्ता के बाद बिजली कानून में किसान विरोधी संशोधनों को वापस लेने और पराली जलाने के मामलों में किसानों पर कार्यवाही न करने की घोषणा का स्वागत किया है। किसान आंदोलन के नेता आलोक शुक्ला, नंद कश्यप, आनंद मिश्रा आदि ने आशा व्यक्त की है कि अगली बैठक में किसान विरोधी कानूनों को वापस लेने और सी-2 लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य देने का कानून बनाने की घोषणा की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 31 दिसंबर। पंडरी मोवा स्थित प्रेम नगर से एक दोपहिया चोरी के आरोप में तीन युवक पकड़े गए। पुलिस ने उनके कब्जे से चोरी की दोपहिया वाहन भी जब्त की है, जांच जारी है।
आरोपियों में भव गुप्ता (30) अमलीडीह तालाब राजेंद्र नगर, रितिक केसवानी(21) व जगन्नाथ देवांगन (20) संतोषी नगर टिकरापारा रायपुर शामिल हैं। दोपहिया चोरी की शिकायत भैंसा सुहेला (बलौदाबाजार) के शिवम बघेल ने पुलिस में की थी।
पुलिस का कहना है कि यह बाइक आवेदक के घर के सामने खड़ी थी, तभी उसे किसी ने पार कर दिया था। डेढ़ लाख की इस बाइक चोरी की जांच में तीनों युवक पकड़े गए। पुलिस इन युवकों से अन्य घटनाओं को लेकर भी पूछताछ में लगी है।
प्रदेश की 3 हजार बेटियों के जीवन में आई खुशियां
रायपुर, 31 दिसम्बर। किसी भी परिवार के लिए विवाह खुशी का अवसर होता है। परिवार विवाह में कोई भी कमी रखना नहीं चाहता लेकिन गरीब परिवारों के लिए कन्या विवाह का खर्च एक बड़ी चिन्ता होती है। खर्च के कारण ही कई गरीब कन्याओं का विवाह रूका रहता है या कर्ज लेकर विवाह के खर्च किये जाते हैं। जिसकी भरपाई कन्या का परिवार कई सालों तक करता रहता है। लेकिन अब मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना ने गरीब परिवारों की परेशानी दूर कर दी है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा गरीब परिवार के बेटियों की चिन्ता करते हुए योजना के तहत राशि 15 हजार से बढ़ाकर 25 हजार कर दी है। जिससे कई गरीब परिवारों की बेटियों का विवाह धूम-धाम से संपन्न हो सका है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने प्रदेश में बढ़ी हुई दर से 2 हजार 944 कन्याओं का विवाह संपन्न कराया है।
उत्तर बस्तर कांकेर जिले के दुर्गूकोंदल विकासखण्ड के ग्राम पर्रेकोड़ो निवासी सुमित बाई की बेटी राधिका का विवाह भी भानुप्रतापपुर में सामूहिक विवाह कार्यक्रम में हुआ। सुमित बाई बताती हैं कि मेरी 22 वर्षीय बेटी राधिका के लिए कई रिश्ते आ रहे थे, लेकिन आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण मैं शादी नहीं करवा पा रही थीं। इसी दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से जानकारी हुई कि मुख्यमंत्री सामुहिक कन्या विवाह योजना के तहत पंजीयन कराने पर सरकार द्वारा विवाह संपन्न कराये जाते हैं।
इसी बीच बेटी के लिए ग्राम हामतवाही निवासी निरमाबाई के पुत्र सुरेन्द्र दुग्गा का रिश्ता आया। निरमा बाई के पति का स्वर्गवास हो चुका था। उन्होंने भी अपनी परेशानी बताई। ऐसी परिस्थिति में दोनो परिवारों में माताओं ने परिवार की सहमति से मुख्यमंत्री कन्या विवाह के लिए पंजीयन कराया और 28 फरवरी 2019 को भानुप्रतापपुर में आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में अन्य 349 जोड़ों के साथ राधिका ओर सुरेन्द्र का विवाह संपन्न हुआ। अब वर-वधु दोनों खुश है तथा सुखद दाम्पत्य जीवन व्यतीत कर रहे हैं। विगत 20 अक्टूबर 2020 को वे माता-पिता भी बन गये हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया है, जिससे उनकी गृहस्थी बस सकी।
उल्लेखनीय है कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा गरीब परिवारों के बेटियों के विवाह में होने वाली आर्थिक कठिनाइयों एवं फिजूलखर्ची को रोकने तथा सादगीपूर्ण विवाहों को बढ़ावा देने, सामाजिक स्थिति में सुधार लाने, सामूहिक विवाहों को प्रोत्साहित करने तथा विवाह में दहेज के लेनदेन और बाल विवाह की रोकथाम के उद्देश्य से मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का संचालन किया जा रहा है। गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना अंतर्गत कार्डधारी परिवार की 18 वर्ष से अधिक आयु की अधिकतम दो कन्याओं को इस योजना अंतर्गत लाभान्वित किया जाता है। योजना अन्तर्गत प्रत्येक कन्या के विवाह के लिए अधिक्तम 25 हजार रूपए की राशि व्यय किये जाने का प्रावधान है। इसमें से वर-वधु के श्रृंगार सामग्री पर 5 हजार रूपये तथा अन्य उपहार सामग्री पर 14 हजार रूपये खर्च किये जाते हैं। वधु को एक हजार रूपये नकद राशि दी जाती है। सामूहिक विवाह के आयोजन पर प्रति कन्या 5 हजार रूपए तक व्यय किया जाता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 31 दिसम्बर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 02 जनवरी से बिलासपुर संभाग के दौरे पर रहेंगे। मुख्यमंत्री 02 जनवरी को रायगढ़ जिले के प्रवास पर पहुंचेंगे और वहां से 3 जनवरी को बिलासपुर पहुंचेंगे।
मुख्यमंत्री निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 02 जनवरी शनिवार को रविशंकर स्टेडियम हेलीपेड दुर्ग से दोपहर 1 बजे हेलीकाप्टर से रवाना होकर दोपहर 2 बजे रायगढ़ पहुंचेंगे। श्री बघेल 2.10 बजे से लेकर 3.10 बजे तक रायगढ़ के मिनी स्टेडियम में आयोजित लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होने के साथ ही वहां आम सभा को संबोधित करेंगे।
श्री बघेल संध्या 4 बजे रायगढ़ से ग्राम सम्बलपुरी के लिए प्रस्थान करेंगे तथा वहां गौठान का निरीक्षण करने के पश्चात 4.50 बजे रायगढ़ स्थित इंग्लिश मीडियम स्कूल (नटवर स्कूल) का निरीक्षण करेंगे। मुख्यमंत्री इसके पश्चात बाबा धाम ग्राम कोसमनारा में बाल उद्यान के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री कोसमनारा से 6.20 बजे रायगढ़ सर्किट हाउस पहुचेंगे तथा विभिन्न संगठन प्रमुखों, समाज प्रमुखों, युवा प्रतिनिधि मण्डल एवं अधिकारियों से भेंट एवं चर्चा करेंगे। मुख्यमंत्री रात्रि विश्राम रायगढ़ में करेंगे।
श्री बघेल 3 जनवरी को रायगढ़ से पूर्वान्ह 10.30 बजे कार द्वारा रवाना होकर 11 बजे ग्राम झलमला विकासखण्ड पुसौर पहुंचेंगे और ग्राम झपोरा में आदर्श धान खरीदी केन्द्र का निरीक्षण करने के बाद 11.40 बजे ग्राम तरडा के गौठान का निरीक्षण करेंगे। मुख्यमंत्री वहां से लारा एनटीपीसी हेलीपेड आकर दोपहर 12.10 बजे हेलीकॉप्टर से रवाना होकर 1.10 बजे बिलासपुर पहुंचेंगे और 1.15 बजे नूतन चौक में सेंट्रल लायब्रेरी लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होंगे। दोपहर 1.30 बजे बिलासपुर के लाल बहादुर शास्त्री स्कूल मैदान में विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद आमसभा को सम्बोधित करेंगे।
मुख्यमंत्री अपरान्ह 3.35 बजे बिलासपुर के तारबहार अंग्रेजी माध्यम स्कूल का निरीक्षण करने के बाद शाम 4 बजे राजेन्द्र नगर चौक में पद्मश्री पंडित श्यामलाल चतुर्वेदी की मूर्ति का अनावरण और 4.15 बजे न्यू सर्किट हाऊस भवन का लोकार्पण करने के बाद न्यू सर्किट हाउस में विभिन्न संगठन प्रमुखों, समाज प्रमुखों, अधिकारियों और युवा प्रतिनिधि मंडलों से मुलाकात करेंगे। श्री बघेल रात्रि विश्राम बिलासपुर में करेंगे।