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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 5 जनवरी। राज्य के 21 जिलों मे कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारियों का परीक्षण करने के लिए 7 और 8 जनवरी को मॉक ड्रिल आयोजित किया जाएगा। पूर्व में 7जिलों में इसका ड्राय रन हो चुका है। इस संबंध में राष्टीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ प्रियंका शुक्ला ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं।
मॉक ड्रिल हर जिले के एक शहरी और 1 ग्रामीण क्षेत्र में किया जाना है। इसके लिए कोविन लिंक का प्रयोग किया जाएगा। मॉक डिल के दौरान कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन किया जाना है। 6 और सात जनवरी को सभी आवश्यक तैयारियां जैसे सत्र स्थल का चयन ,लाभार्थियों का चयन, कोविड वैक्सीन जिले में प्राप्त करना, कोल्डचेन प्वांइट को वैक्सीन भेजना, एप में सत्र तैयार करना, टीकाकरण सत्र स्थल में पर्यवेक्षक नियुक्त करना, टीकाकर्मीदल द्वारा कोविन का उेेपयोग कर लाभार्थियों का टीकाकरण की स्थिति दर्ज करना आदि कार्य किए जाएंगे।
मॉक ड्रिल 7 और 8 जनवरी को चिंन्हांकित जिलों में प्रात: 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक किया जाएगा। इसके बाद शाम 5 बजे इसकी समीक्षा जिला टास्क फोर्स द्वारा की जाएगी। इसकी रिपोर्ट राज्य को 9 जनवरी को प्रेषित की जाएगी। राज्य स्तरीय मानिटरिंग टीम द्वारा माक ड्रिल के पूर्व एवं इस दौरान स़़त्र स्थल का निरीक्षण किया जाएगा। बालोद,बलोदाबाजार, बेमेतरा ,धमतरी गरियाबंद जांजगीर चांपा कवर्धा कोरबा महासमुंद मुंगेली रायगढ़ मे 8 जनवरी तथा बलरामपुर,बीजापुर दंतेवाड़ा, जशपुर, कांकेर, कोंडागांव, कोरिया, नारायणपुर, सुकमा और सुरजपुर में 7 जनवरी को मॉक ड्रिल आयोजित किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 5 जनवरी। मानव सेवा के प्रति कृत संकल्प राजधानी की समाज सेवी संस्था एक पहल और ने देहदान पावन सेवा के साथ नए वर्ष की शुरुआत की। नए वर्ष पर स्व. केशव गोविंद चिटनिस के देहदान के पश्चात उनकी पत्नी सहित भाई ,पोते पोतियों और परिजनों ने देहदान का संकल्प कर मानव सेवा की मिसाल कायम की।
संस्था के शरीर दान प्रभारी प्रेमचंद छाबड़ा एवं सुशील वाधवानी ने बताया सेंटपॉल स्कूल, दुर्गा महाविद्यालय में एकांउट्स के प्रोफेसर रह चुके केशव गोविंद चिटनिस का विगत 31 दिसंबर को निधन हो गया था। मानव सेवा के प्रति संवेदनशील प्रो.केशव ने वर्ष 2008 में देहदान का संकल्प लेने के अलावा परिवारजन को देहदान के लिए प्रेरित किया था।
उनकी अंतिम इच्छानुसार परिजनों ने मानव परोपकार के लिए सामाजिक संस्था एक पहल और के माध्यम से मेडिकल कॉलेज रायपुर में स्व.केशव गोविंद चिटनिस का देहदान कराया । देहदान के पश्चात उनके आर्दशों का पालन करते हुए उनकी पत्नी पामा चिटनिस,भाई कैप्टन सेवानिवृत्त शंकर गोविंद चिटनिस,बहन शकुंतला गोर सहित भतीजे भतीजी और उनके पोते पोतियों ने संस्था एक पहल और के माध्यम से देहदान का संकल्प किया।
संस्था के प्रवक्ता गौरव मंधानी ने बताया कि समाज सेवा की खातिर संस्था द्वारा पूर्व में दो देहदान और सात नेत्रदान कराए जा चुके हैं। नए वर्ष पर देहदान के अवसर पर संस्था के सदस्य पहलाज खेमानी ,मेडिकल कॉलेज के डॉ.चटर्जी एवं प्रो.केशव के परिजन शामिल रहे। संस्था के दीपक कुकरेजा व दिलीप नागपाल ने बताया कि देहदान से एक ओर जहां मेडिकल स्टूडेंट्स को पढ़ाई में मदद मिलेगी वहीं समाज को देहदान की प्रेरणा मिलेगी।
मौतें-3412, एक्टिव-9766, डिस्चार्ज-270337
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 5 जनवरी। प्रदेश में कोरोना मरीज दो लाख साढ़े 83 हजार हो गए हैं। बीती रात मिले 1147 नए पॉजिटिव के साथ इनकी संख्या बढक़र 2 लाख, 83 हजार 515 हो गई है। इसमें से 34 सौ 12 मरीजों की मौत हो गई है। 9 हजार 766 एक्टिव हैं और इनका एम्स समेत अलग-अलग जगहों पर इलाज चल रहा है। 2 लाख 70 हजार 337 मरीज ठीक होकर अपने घर लौट गए हैं। सैंपलों की जांच जारी है।
बुलेटिन के मुताबिक बीती रात 8 बजे 1147 नए पॉजिटिव सामने आए। इसमें रायपुर जिले से सबसे अधिक 140, दुर्ग जिले से 139 मरीज मिले हैं। राजनांदगांव-77, बालोद-51, बेमेतरा-33, कबीरधाम-25, धमतरी-41, बलौदाबाजार-50, महासमुंद-43, गरियाबंद-12, बिलासपुर-89, रायगढ़-61, कोरबा-55, जांजगीर-चांपा-75, मुंगेली-18, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही-2, सरगुजा-52, कोरिया-52, सूरजपुर-29, बलरामपुर-20, जशपुर-32, बस्तर-6, कोंडागांव-6, दंतेवाड़ा-5, सुकमा-4, कांकेर-26, नारायणपुर-1, बीजापुर जिले से 1 व अन्य राज्य से 0 मरीज सामने आए हैं। ये मरीज आसपास कोरोना अस्पतालों में भेजे जा रहे हैं। दूसरी तरफ कल 10 मरीजों की मौत हो गई। इसमें कोरोना से 5 व अन्य बीमारियों के साथ कोरोना से 5 मरीजों की मौत शामिल हैं।
रायपुर में कोरोना 53 हजार पार
राजधानी रायपुर समेत जिले में कोरोना मरीज 53 हजार पार हो गए हैं। बुलेटिन के मुताबिक बीती रात मिले 140 नए पॉजिटिव के साथ इनकी संख्या बढक़र 53 हजार 326 हो गई है। दूसरी तरफ, इन सभी मरीजों में से 727 की मौत हो चुकी है। 2 हजार 590 एक्टिव हैं, जिनका अलग-अलग जगहों पर इलाज जारी है। 50 हजार 9 मरीज ठीक होकर अपने घर लौट गए हैं।
रायपुर, 5 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कल गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के दौरे पर रहेंगे। जहां वे लोकार्पण, भूमिपूजन एवं आमसभा सहित कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री 6 को सर्किट हाउस जांजगीर-चांपा से सुबह 11 बजे प्रस्थान कर पेण्ड्री पहुंचेंगे और वहां से हेलीकाप्टर द्वारा दोपहर 12.15 बजे गौरेला पेण्ड्रा मरवाही जिले के ग्राम पंचायत जोगीसार पहुंचेंगे। जहां वे नरवा स्टापडेम का निरीक्षण करेंगे एवं महिला स्व सहायता समूह से मुलाकात करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री हेलीकाप्टर द्वारा एक बजे विकासखंड मरवाही के ग्राम दानीकुंडी पहुंचेंगे और वहां विभिन्न विकास कार्यो का भूमि पूजन और विभिन्न योजनाओं में सामग्री और चेक वितरण करने के बाद आमसभा को सम्बोधित करेंगे। मुख्यमंत्री दोपहर 2.15 बजे दानीकुंडी में विविध सुविधा सह मूल्य संवर्धन केन्द्र का निरीक्षण करेंगे और 3.15 बजे से विभिन्न संगठन प्रमुख, समाज प्रमुखों, जनप्रतिनिधियों, युवा प्रतिनिधिमंडल और अधिकारियों से भेंट एवं चर्चा करेंगे। मुख्यमंत्री शाम 4 बजे दानीकुंडी से प्रस्थान कर 5 बजे रायपुर लौट आएंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य स्तरीय वैद्य सम्मेलन में छत्तीसगढ़ की आदिवासी एवं स्थानीय स्वास्थ्य परम्पराओं को सहेजने और पूर्व की भांति प्रचलन में लाने के लिए हर्बल मेडिसिनल बोर्ड के गठन की घोषणा की थी।
मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप छत्तीसगढ़ राज्य औषधि पादप बोर्ड को छत्तीसगढ़ आदिवासी स्थानीय स्वास्थ्य परम्परा एवं औषधि पादप बोर्ड के नाम से पुनर्गठित किया गया है। बोर्ड के गठन से राज्य के आदिवासी समुदाय की पारंपरिक एवं प्रचलित स्वास्थ्य परंपराओं तथा परंपरागत उपचारकर्ताओं के ज्ञान को सहेजने संवर्धित करने का काम तेजी से हो पाएगा। गठन उपरांत बोर्ड कार्यालय का नाम परिवर्तित हो गया है।
छत्तीसगढ़ आदिवासी स्थानीय स्वास्थ्य परम्परा एवं औषधि पादप बोर्ड रायपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि संस्था के कार्यो में वनौषधि के विकास के लिए शोध और अनुसंधान कराना, केन्द्रीय औषधि पादप बोर्ड या राज्य शासन द्वारा वित्त पोषित तथा राज्य के विभिन्न विभागों, संगठनों द्वारा क्रियान्वित, उपार्जन, भण्डारण, प्रसंस्करण एवं विपणन की योजना बनाना, औषधि पौधों की पहचान एवं संसाधनों का सर्वेक्षण, औषधि वनस्पतियों का प्रसंस्करण (कुटीर उद्योग एवं लघु उद्योगों की स्थापना) तथा वनौषधियों के निर्माण तथा उत्पादों के निर्यात एवं विपणन की योजना बनाना, औषधि पौधों की मांग एवं आपूर्ति का आकलन कराना तथा औषधि पौधों के कृषिकरण को प्रोत्साहित करना, प्रदेश की वनौषधि जैव विविधता को सुरक्षित रखने हेतु औषधीय पौधों का संरक्षण, संवर्धन, विनाश विहीन विदोहन, प्रसंस्करण एवं औषधीय पौधों के उपयोग तथा जनजातीय एवं स्थानीय स्वास्थ्य परम्परागत ज्ञान को जन सामान्य में जागरूकता के लिए प्रचार-प्रसार करना शामिल है।
साथ ही औषधि पौधों के विकास के लिए राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं से सहयोग प्राप्त करना, जनजातीय एवं स्थानीय परंपरागत उपचारकर्ताओं की पहचान करना, क्षमता विकास के कार्य, सर्वेक्षण एवं प्रशिक्षण का आयोजन कर आदिवासी एवं स्थानीय स्वास्थ्य परंपराओं का अभिलेखीकरण, उपचार केन्द्र की स्थापना, संचालन, जनजातीय एवं स्थानीय परंपरागत उपचारकर्ताओं तथा समुदाय के औषधि पौधों के ज्ञान एवं उपयोग को पेटेंट करने एवं पेटेंट उपरांत उत्पादन एवं व्यवसायीकरण के प्रयास, जनजातीय और स्थानीय मानव, पशुओं एवं पादपों के स्वास्थ्य और पोषण संबंधी परंपरा और प्रथाओं के ज्ञान का अभिलेखन कर, उनके बौद्धिक संपदा को लिपिबद्ध का कार्य, जनजातीय एवं स्थानीय परंपरागत उपचारकर्ताओं के उत्थान के लिए नीति एवं योजना बनाना, औषधीय पौधों के वैज्ञानिक उपयोग के आधार पर जनजातीय एवं स्थानीय परंपराओं के द्वारा राज्य में सार्वभौमिक स्वास्थ्य की प्राप्ति के लिए प्रयास, राज्य में सर्वेक्षण द्वारा स्थानीय स्वास्थ्य एवं आहार परंपराओं जिसमें स्थानीय समुदाय एवं परिस्थितिकीय विशिष्ट घरेलू उपचार, आहार विधियों एवं इनके मौसमी उपयोगिता के आधार पर एटलस तैयार करना, जनजातीय एवं स्थानीय स्वास्थ्य परंपरागत ज्ञान, औषधीय पौधों से संबंधित अन्य अनुषांगिक कार्य शामिल है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 जनवरी। टेनिस क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान में 10 जनवरी को छत्तीसगढ़ टेनिस क्रिकेट संघ द्वारा मिनी स्टेडियम सारखी, अभनपुर जिला रायपुर में टेनिस क्रिकेट स्पर्धा आयोजित की जा रही है। यह प्रतियोगिता देश के 25 से ज्यादा प्रदेशों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में लगभग 100 से ज्यादा जिलों में स्पर्धा आयोजित की जाएगी। इसमें छत्तीसगढ़ के अलावा अरुणाचल, असम, त्रिपुरा, बंगाल, बिहार, झारखंड, आदि राज्यों के खिलाड़ी भाग लेगें।
सभी मैचों का जीवंत प्रसारण यूट्यूब, तथा फेसबुक में किया जाएगा। इसे एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स, इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स एवं एक्सक्लूसिव वल्र्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज कराया जाएगा। इच्छुक खिलाड़ी प्रदेश टेनिस क्रिकेट संघ के कार्यालय या विजय रत्नाकर महासचिव से सीधा संपर्क करके अपना पंजीयन 9 जनवरी को शाम 5 बजे तक करा सकते है। टेनिस क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष कन्हैया गुर्जर, महासचिव रिंटू मित्रा, कोषाध्यक्ष विजय रत्नाकर व प्रबंधक आशीष सिंह एवं छत्तीसगढ़ टेनिस क्रिकेट संघ के अध्यक्ष राकेश चतुर्वेदी सहित अन्य पदाधिकारियों ने टेनिस क्रिकेट खिलाडिय़ों से अपील की है कि अधिक से अधिक खिलाड़ी शामिल होकर स्पर्धा को सफल बनाएं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 जनवरी। बिलासपुर में विगत दिवस आयोजित राज्य स्तरीय पावर लिफ्ंिटग प्रतियोगिता में राजधानी के ताम्रकार हेल्थ एंड फिटनेस सेंटर चंगोराभाठा के खिलाडिय़ों ने उत्कृष्ठ प्रदर्शन की बदौलत गोल्ड मैडल सहित अन्य पदक हासिल किए।
सेंटर की डायरेक्टर नीलिमा ताम्रकार द्वारा प्राप्त जानकारी अनुसार सब जूनियर वर्ग में खुशी ने 42 किलो वजन वर्ग मे सिल्वर मैडल, खुशबू ने 47 किलो वजन वर्ग मे कंास्य पदक, आयुषी चौधरी ने 56 किलो वजन तथा दिशा पटेल ने 59 किलो वजन मे गोल्ड मैडल प्राप्त किया। जूनियर वर्ग मे पूजा सोनी ने 57 किलो वजन वर्ग में गोल्ड मैडल तथा पुरुष वर्ग मे नवीन मांझी ने कंास्य पदक प्राप्त किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 5 जनवरी को जांजगीर के हाईस्कूल मैदान में आयोजित किसान सम्मेलन में 1083 करोड़ रूपए से अधिक के विकास कार्यो की सौगात देंगे। मुख्यमंत्री कार्यक्रम में 292.10 करोड़ रूपए के 419 कार्यो का लोकार्पण एवं 820.93 करोड़ रूपए के 836 कार्यो का भूमि पूजन करेंगे। कार्यक्रम में कृषि, उद्यान, मछली पालन, श्रम विभाग, पशुधन विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग की विभिन्न योजनाओं के तहत एक हजार से अधिक हितग्रहियो को सामग्री एवं चेक का वितरण करेंगे।
श्री बघेल 820 करोड़ 93 लाख रुपए के 836 विभिन्न कार्यों का भूमि पूजन करेंगे। इसमें पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के 31 करोड़ 49 लाख रुपए के 228 कार्य, लोक निर्माण विभाग के 514.15 करोड रुपए की 68 कार्य, जल संसाधन विभाग के 19.235 करोड़ रूपए के 04 कार्य, स्कूल शिक्षा विभाग के 1.21 करोड़ रूपए के 03 कार्य, मुख्यमंत्री ग्राम सडक़ योजना के 15.56 करोड़ रूपए के 12 कार्य शामिल है। इसी प्रकार क्रेडा के 7.125 करोड़ रूपए के 132 कार्य, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के 139.420 करोड़ रूपए की लागत के 370 कार्य, प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के 89.045 करोड़ रूपए के 16 कार्य और ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग के 3.710 करोड़ रूपए की लागत के 03 कार्य शामिल हैं। इसी प्रकार इन कार्यों का लोकार्पण होगा।
ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के 13.855 करोड़ रूपए के 18 कार्य, आदिवासी विकास विभाग द्वारा 1.62 करोड़ रूपयें की लागत एक कार्य, मुख्यमंत्री ग्राम सडक़ योजना - 12.431 करोड़ रूपए के 26 कार्य, स्कूल शिक्षा विभाग के 2.9 करोड़ रूपए के 02 कार्य, आयुर्वेद विभाग 27 लाख रूपए की लागत के कार्य, गृह निर्माण मंडल के 5.15 करोड़ रूपए के चार कार्य लोक निर्माण विभाग के 200 करोड़ रूपए के 24 कार्य, स्वास्थ्य विभाग के 3.26 करोड़ रूपए के 08 कार्य और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के 22.51 करोड़ रूपए के 334 कार्य शामिल हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 जनवरी। वन विभाग द्वारा अवैध लकड़ी की कटाई व परिवहन सहित वन अपराधों की रोकथाम के लिए अभियान लगातार जारी है। इस कड़ी में विभाग द्वारा आज बड़ी कार्रवाई करते हुए राजधानी रायपुर में 30 लाख रूपए से अधिक मूल्य के लगभग 100 घन मीटर अवैध रूप से संग्रहित लकड़ी की जप्ती की गई है।
उक्त लकड़ी का अवैध रूप से संग्रहण राजधानी रायपुर के उमिया टिम्बर मार्केट भनपुरी स्थित मे. संजय गुप्ता के गोदाम में संजय छाबडिय़ा द्वारा किया गया था। गोदाम मालिक और संजय छाबडिय़ा मूलत: बरगढ़-ओडिशा के रहने वाले हैं। वन विभाग द्वारा जब्त लकडिय़ों में रक्तचंदन, पापड़ा, शीशम, खैर तथा साल जैसी बहुमूल्य प्रजाति की लकड़ी शामिल हैं।
वन विभाग की गठित टीम में शामिल उप वनमण्डलाधिकारी विश्वनाथ मुखर्जी तथा वन परिक्षेत्राधिकारी मिर्जा फिरोज बेग सहित विभागीय अमले द्वारा अभी वहां गोदाम में कार्रवाई निरंतर जारी है। गौरतलब है कि रायपुर वनमण्डल अंतर्गत ही गत एक सप्ताह के भीतर 6 लाख रूपए की लकड़ी की जब्ती सहित 4 वाहनों के राजसात की कार्रवाई भी की गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 जनवरी। शासकीय नागार्जुन स्नातकोत्तर विज्ञान महाविद्यालय के एलमुनी डॉ. विमल कानून, डॉ. अविनाश शर्मा, डॉ. सुनीता पात्रा, प्राध्यापक, वनस्पति विज्ञान, डॉ. कविता दास, प्राध्यापक, जंतु विज्ञान आदि सदस्यों ने पर्यावरण ग्रीन सोसाइटी के तत्वावधान में आयोजित एक समारोह में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. राधा पांडेय को गमलों के सौंदर्यीकरण के लिए रंग एवं ब्रश दान किया।
कार्यक्रम में पर्यावरण ग्रीन सोसाइटी से डॉ.सीमा गुप्ता, विभागाध्यक्ष, जंतु विज्ञान, डॉ.प्रवीण शर्मा, डॉ. इंदु मैडरीक आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ.राधा पांडेय ने समितियों के सदस्यों तथा एलमुनी सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया।
संसदीय सचिव, महापौर द्वारा भूमिपूजन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 जनवरी। बूढ़ातालाब की तर्ज पर रायपुरा के जोरा तालाब का भी सौंदर्यीकरण कराया जाएगा। रायपुर स्मार्ट सिटी द्वारा 66 लाख की लागत से यह काम करीब 8 महीने में पूरा कराया जाएगा। कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। मुख्य अतिथि संसदीय सचिव विकास उपाध्याय एवं महापौर एजाज ढेबर ने आज इसका भूमिपूजन किया।
रायपुर स्मार्ट सिटी द्वारा करोड़ों खर्च कर शहर के तेलीबांधा तालाब, बूढ़ातालाब, नरैया तालाब, कटोरातालाब का सौंदर्यीकरण कराया गया है। इसी क्रम में अब रायपुरा के जोरा तालाब का सौंदर्यीकरण कराया जाएगा। सौंदर्यीकरण के तहत यहां फुटपाथ, घाट निर्माण, लाइटिंग, बेंच डस्टबिन, साइनेज, फेंसिंग, वृक्षारोपण एवं महिला चेजिंग रूम बनाए जाएंगे। संसदीय सचिव श्री उपाध्याय ने भूमि पूजन के दौरान जनमानस को भरोसा दिलाया कि स्थानीय लोगों के अपेक्षानुसार तालाब का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जोरा तालाब के साथ ही महादेव घाट सौंदर्यीकरण के लिए भी कार्य योजना तैयार की जा रही है। आने वाले समय में महादेव घाट को शहर के सबसे बड़े पिकनिक स्पॉट के रुप में विकसित किया जाएगा।
महापौर श्री ढेबर ने कहा कि राजधानी को स्मार्ट बनाने के लिए रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड और नगर निगम ने कार्य योजनाएं तैयार की है। आने वाले समय में शहर के तालाबों के साथ चौक-चौराहों का भी सौंदर्यीकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा ‘जोरा’ तालाब का उन्नयन बूढ़ातालाब की तर्ज पर किया जाएगा। बड़े-बुजुर्गों, बच्चों, महिलाओं की सुविधानुसार यहां सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 जनवरी। राजधानी रायपुर की 10 टंकियों से कल 5 जनवरी की शाम और 6 जनवरी की सुबह पेयजल सप्लाई प्रभावित रहेगी, जिससे एक बड़ी आबादी को नलों से पीने का पानी नहीं मिल पाएगा। जिन टंकियों से पेयजल आपूर्ति प्रभावित रहेगी, उसमें डंगनिया, गंज, गुढिय़ारी, राजेन्द्र नगर, तेलीबांधा, शंकरनगर, खमतराई, भनपुरी, ईदगाह भाठा पुरानी टंकी एवं श्यामनगर ओव्हर हेड टैंक शामिल हैं।
निगम जलविभाग अध्यक्ष सतनाम सिंह पनाग ने बताया कि अमृत मिशन योजना के अंतर्गत आधुनिकीकरण कार्य के चलते वर्तमान में संचालित 80 एमएलडी क्षमता के जल शुद्धीकरण संयंत्र में क्लीयर वाटर हेतु मेन हेडर पाईप (व्यास 1200 एमएम) में एवं इंटेकवेल में रॉ वाटर हेतु मेन हेडर पाईप (व्यास 1000 एमएम) में ईएमएफ स्थापित किया जाना है। इन दोनों स्थानों पर ईएमएफ स्थापित करने से क्लीयर वाटर एवं रॉ वाटर की मात्रा का अद्यतन माप किया जा सकेगा।
उक्त ईएमएफ से जल शुद्धीकरण संयंत्र एवं इंटेकवेल में हो रहे सिस्टम लासेस का आंकलन किया जा सकेगा। इसके अतिरिक्त वर्तमान में संचालित 80 एमएलडी क्षमता के जल शुद्धीकरण संयंत्र में स्थापित किए जा चुके 6 सेट पंप मोटर में से शेष 3 सेट पंप मोटर में नवीन एनआरव्ही एवं बटरफ्लाई वाल्व स्थापित किए जाएंगे। यह वाल्व एक्चयुएटेड होने के कारण आटोमेटिक संचालित किए जा सकेंगे।
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त 80 एमएलडी क्षमता के इंटेकवेल के रॉ वाटर पंपिंग मेन की 20 वर्ष पुरानी हो चुकी नाले स्थल पर पीएससी पाईप लाईन (व्यास 750 एमएम) के क्षतिग्रस्त हिस्से को एमएस पाईप लाईन से बदला जाएगा। इसके चलते 6 जनवरी की शाम पेयजल आपूर्ति सामान्य हो पाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 जनवरी। छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ से जुड़े संगठनों की मंथन हॉल कचहरी चौक में बैठक रविवार को संपन्न हुई।
बैठक में केन्द्र सरकार द्वारा लाये गए कॉरपोरेट परस्त व किसान, कृषि और आम उपभोक्ता विरोधी कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन की समीक्षा की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला किसान संघ बालोद के संरक्षक व पूर्व विधायक जनकलाल ठाकुर ने तथा संचालन अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के राज्य सचिव तेजराम विद्रोही ने किया। किसान आंदोलन की समीक्षा के लिए आधार वक्तव्य कृषक बिरादरी के संयोजक डॉ.संकेत ठाकुर ने दिया।
छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ द्वारा प्राप्त जानकारी अनुसार 4 जनवरी को केंद्र सरकार के साथ किसानों की होने वाली बैठक के बाद तीनों कानून वापस नहीं लिए जाने और न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी कानून नहीं बनाए जाने पर अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति व संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में दिल्ली सीमाओं पर जारी किसान आंदोलन के साथ एकजुटता कायम करने छत्तीसगढ़ से 1000 किसानों का जत्था 8 जनवरी को राजधानी रायपुर से दिल्ली के लिए रवाना होगा।
प्रदेश के किसानों को इन काले कानूनों से अवगत कराने 8 जनवरी से 22 जनवरी तक खेती बचाओ यात्रा प्रदेश के सभी धान खरीदी केन्द्रों में चलाई जाएगी। 23 जनवरी को देशव्यापी किसान आंदोलन के आह्वान पर राजभवन मार्च होगा तथा 24 जनवरी को दूसरा जत्था दिल्ली के लिए रवाना होगा जो 26 जनवरी को दिल्ली के ट्रैक्टर रैली एवं किसानों द्वारा आयोजित परेड में शामिल होगा।
बैठक में राजधानी प्रभावित किसान कल्याण संघर्ष समिति के अध्यक्ष रूपन चन्द्राकर, नदी घाटी मोर्चा के संयोजक गौतम बंद्योपाध्याय, संयुक्त किसान मोर्चा के डॉ. पुरुषोत्तम चंद्राकर, आदिवासी भारत महासभा के सौरा यादव, किसान भुगतान संघर्ष समिति महासमुंद से जागेश्वर जुगनू चन्द्राकर, तत्पर के संयोजक एवं पूर्व विधायक वीरेन्द्र पाण्डेय सहित किसान संघों से जुड़े पदाधिकारी मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 जनवरी। प्रदेश के पंचायत सचिव दो साल की परिवीक्षा अवधि पूरी होने के बाद नियमित करने समेत अपनी अन्य मांगों को लेकर यहां बेमियादी आंदोलन शुरू कर दिया है। वे सभी नारेबाजी करते हुए यहां बूढ़ापारा में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। उनके आंदोलन को रोजगार सहायक का भी समर्थन मिलने लगा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि मांगों पर जल्द विचार ना करने पर वे सभी आगे की रणनीति बनाने के लिए मजबूर होंगे।
प्रदेश पंचायत सचिव संघ के प्रदेश अध्यक्ष तुलसी साहू, अमरसिंह धनकर व अन्य पदाधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में सैकड़ों पंचायत सचिव पिछले करीब 25 साल से काम कर रहे हैं, लेकिन उनका नियमितीकरण नहीं किया जा रहा है। ऐसे में 146 विकासखंड के सभी पंचायत सचिव 26 दिसंबर से काम बंद-कलम बंद हड़ताल पर चले गए। उनके समर्थन में रोजगार सहायक भी 30 दिसंबर से हड़ताल पर बैठ गए हैं।
उनका कहना है कि हड़ताल से पंचायतों में गोबर खरीदी, आवास, पेंशन व मनरेगा समेत कई योजनाएं प्रभावित हैं। इसके बाद भी सरकार उनकी मांगों पर कोई विचार नहीं कर रही है। उनकी मांगों में परिवीक्षा अवधि के बाद शासकीयकरण, ग्राम रोजगार सहायकों का वेतन तय कर नियमित करने, नगर पंचायत व नगर निगम में विलय होने वाले पंचायत के रोजगार सहायकों को इस निकाय में शामिल करने व ग्राम रोजगार सहायकों को पंचायत सचिव पद पर नियुक्त करने शामिल है।
मुख्यमंत्री 6 जनवरी को गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही के दौरे पर रहेंगे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बिलासपुर संभाग के दौरे पर हैं वे 5 जनवरी को जांजगीर-चांपा जाएंगे जहां वे लोकार्पण, भूमिपूजन एवं आमसभा सहित कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री 6 जनवरी को गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के दौरे पर रहेंगे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल 5 जनवरी को निर्धारित कार्यकम के अनुसार कोरबा जिले के सतरेंगा से सुबह 10:30 बजे रवाना होकर से पाली तहसील के ग्राम पोलमी आएंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री दोपहर 12.10 बजे जांजगीर-चांपा जिले के विकासखंड बलौदा के ग्राम औरईकला पहुचेंगे और यहां गौठान का निरीक्षण करेंगे तथा स्व सहायता समूहों से चर्चा के बाद 12.45 बजे विकासखंड नवागढ़ के ग्राम सरखों में धान खरीदी केन्द्र का निरीक्षण करेंगे। मुख्यमंत्री जिला मुख्यालय के हाईस्कूल ग्राउण्ड में 1.15 बजे किसान सम्मेलन में शामिल होंगे और विभिनन विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। मुख्यमंत्री शाम 3.50 बजे दिव्यांग स्कूल एवं लाइब्रेरी के अवलोकन के बाद शाम 4.10 बजे भीमा तालाब के सौंदर्यीकरण का अवलोकन करेंगे। वे शाम 4.45 बजे विभिन्न संगठनों के प्रमुखों, समाज प्रमुखो, जनप्रतिनिधियों, युवा प्रतिनिधिमंडल और अधिकारियों से भेंट एवं चर्चा करेंगे। श्री बघेल रात्रि विश्राम जांजगीर-चांपा में करेंगे
मुख्यमंत्री 6 जनवरी को सर्किट हाउस जांजगीर-चांपा से सुबह 11 बजे प्रस्थान कर पेण्ड्री पहुंचेंगे और वहां से हेलीकाप्टर द्वारा दोपहर 12.15 बजे गौरेला पेण्ड्रा मरवाही जिले के ग्राम पंचायत जोगीसार पहुंचेंगे। जहां वे नरवा स्टापडेम का निरीक्षण करेंगे एवं महिला स्व सहायता समूह से मुलाकात करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री हेलीकाप्टर द्वारा एक बजे विकासखंड मरवाही के ग्राम दानीकुंडी पहुंचेंगे और वहां विभिन्न विकास कार्यो का भूमि पूजन और विभिन्न योजनाओं में सामग्री और चेक वितरण करने के बाद आमसभा को सम्बोधित करेंगे। वे 2.15 बजे दानीकुंडी में विविध सुविधा सह मूल्य संवर्धन केन्द्र का निरीक्षण करेंगे और 3.15 बजे से विभिन्न संगठन प्रमुख, समाज प्रमुखों, जनप्रतिनिधियों, युवा प्रतिनिधिमंडल और अधिकारियों से भेंट एवं चर्चा करेंगे। मुख्यमंत्री शाम 4 बजे दानीकुंडी से प्रस्थान कर शाम 5 बजे रायपुर लौट आएंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 जनवरी। छत्तीसगढ़ विधान सभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने आज पूर्वान्ह छत्तीसगढ़ विधान सभा के वर्ष 2021 के कैलेण्डर का विमोचन किया। इस अवसर पर सांसद, कोरबा, श्रीमती ज्योत्सना महंत, विधान सभा उपाध्यक्ष मनोज सिंह मंडावी, मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, विधायकगण, विधान सभा के प्रमुख सचिव चन्द्र शेखर गंगराड़े एवं विधान सभा सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे । यहां यह भी उल्लेखनीय है कि आज डॉ. चरणदास महंत का छत्तीसगढ़ विधान सभा अध्यक्ष के रूप में दो वर्ष का कार्यकाल पूर्ण हुआ है।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में विधान सभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि-लोकसभा एवं राज्यसभा की तरह छत्तीसगढ़ विधान सभा ने भी पहली बार अपना कैलेण्डर जारी किया है । अपने 02 वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि-राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, संत कबीर, संत गुरू घासीदास जी एवं अपने पुरखों की भावनाओं के अनुरूप उनका यह सदैव प्रयास रहा कि सदन की गरिमा बरकरार रहे।
उन्होंने सदैव ’ना काहू से दोस्ती, ना काहू से बैर’ के कबीर जी के सिद्धांत को सदन के संचालन में अपना मूल वाक्य बनाया है। उनका यह प्रयास होगा कि छत्तीसगढ़ विधान सभा अपनी प्रक्रिया, परम्परा एवं कार्य संचालन में पूरे देश मे ही नहीं वरन् विदेशों में भी अपनी विशिष्ट पहचान बनाये ।
इस अवसर पर मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा और विधायक विकास उपाध्याय ने भी उपस्थित जनों को सम्बोधित किया। इसके पूर्व विधान सभा के प्रमुख सचिव चन्द्र शेखर गंगराड़े ने अपने स्वागत सम्बोधन में कहा कि विधाान सभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत के 02 वर्ष के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ विधान सभा ने राष्ट्रीय स्तर पर विकास के नये सोपानों को तय किया है, एवं उनके नेतृत्व में यह प्रक्रिया अनवरत् जारी रहेगी। अंत में विधान सभा उपाध्यक्ष मनोज सिंह मंडावी ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
रायपुर, 4 जनवरी। रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर विवि प्रशासन सेकंप्यूटर साइंस विभाग को आगामी दस दिनों तक बंद किए जाने की मांग की है।
कर्मचारी संघ के सचिव प्रदीप कुमार मिश्र ने बताया कि विवि के कंप्यूटर सांइस विभाग में कोरोना का संक्रमण दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। विगत वर्ष 24 दिसंबर को विभागाध्यक्ष के कोरोना संक्रमित होने के बाद कार्यालय सहायक कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। सोमवार 4 जनवरी को प्रभारी विभागाध्यक्ष जांच के दौरान वह भी कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए एहतियात बतौर कर्मचारी संघ ने मांग की है कि कंप्यूटर विभाग को सेनेटाइज कर आगामी 10 दिनों तक बंद कर दिया जाए अन्यथा संक्रमण फैलाने की जिम्मेदारी विवि प्रशासन की होगी।
बलौदाबाजार-भाटापारा पदाधिकारियों की बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 जनवरी। भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री व प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी ने सोमवार को विश्वास व्यक्त किया है कि कार्यकर्ताओं के उत्साह को देखकर अब तय हो गया है कि विजय-2023 के लिये सभी कार्यकर्ता जुट गये हैं। श्रीमती पुरंदेश्वरी ने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि परिश्रमी कार्यकर्ता कभी पराभूत नहीं होता है और सबके परिश्रम से हमारी जीत तय है। पूरे कार्यकर्ता उत्साहित हैं। श्रीमती पुरंदेश्वरी बलौदाबाजार-भाटापारा जिला भाजपा की बैठक को संबोधित कर रही थीं।
भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री व प्रदेश प्रभारी श्रीमती पुरंदेश्वरी ने कहा कि हम सबको प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की उपल्बधियों को जन-जन तक पहुंचाना होगा और प्रदेश सरकार की विफलताओं को बताना होगा। श्रीमती पुरंदेश्वरी ने कहा कि आप सबके द्वारा किए गए स्वागत से वह अभिभूत हैं और उन्हें यह अनुभूति हो रही है अब कि छत्तीसगढ़ मेरा मायका ही है, मैं आपकी बहन और बेटी हूं।
जगह-जगह हुआ स्वागत
इससे पहले श्रीमती पुरंदेश्वरी का बलौदाबाजार पहुंचने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह भव्य स्वागत किया। रायपुर से रवाना होने के बाद पलारी में कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया। उसके उपरांत संकरी बाईपास से भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने बाइक रैली निकालकर स्वागत किया। श्रीमती पुरंदेश्वरी ने अंबेडकर चौक पहुंचकर बाबासाहब अम्बेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं को देख कर रुकीं प्रदेश प्रभारी
प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी ने स्वागत के दौरान सुभाष चौक पर महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं को देखकर खुद ही वाहन से उतकर स्वागत स्वीकारा। अपने बीच प्रदेश प्रभारी को पाकर महिला कार्यकर्ताओं को काफी खुशी हुई। स्वागत के दौरान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय, प्रदेश महामंत्री व विधायक नारायण चंदेल, प्रदेश महामंत्री भूपेन्द्र सवन्नी, सांसद द्वय सुनील सोनी, गुहाराम अजगल्ले, प्रदेश उपाध्यक्ष व विधायक शिवरतन शर्मा, जिला प्रभारी मोतीराम चन्द्रवंशी, सह प्रभारी अशोक पाण्डेय, जिलाध्यक्ष डा. सनम जांगड़े, डा. अजय राव, श्रीमती लक्ष्मी वर्मा, सुरेन्द्र टिकरिहा, टेसूलाल धुरंधर, राकेश तिवारी, सुभाष जालान, श्रीमती लक्ष्मी बघेल सहित भाजपा के पदाधिकारी व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
रायपुर, 4 जनवरी। ब्राम्हणपारा निवासी स्व. पं. राधेश्याम शर्मा की पत्नी श्रीमती अंजनी शर्मा का सोमवार को 85 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार मारवाड़ी मुक्तिधाम में किया गया। वे अनिल और सुनील शर्मा की माता थीं। राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष पं. रामसुंदर दास ने श्रीमती अंजनी शर्मा के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
मौतें-3400, एक्टिव-9980, डिस्चार्ज-268988
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 जनवरी। प्रदेश में कोरोना मरीज दो लाख 82 हजार पार हो गए हैं। बीती रात मिले 714 नए पॉजिटिव के साथ इनकी संख्या बढक़र 2 लाख, 82 हजार 368 हो गई है। इसमें से 34 सौ मरीजों की मौत हो गई है। 9 हजार 980 एक्टिव हैं और इनका एम्स समेत अलग-अलग जगहों पर इलाज चल रहा है। 2 लाख 68 हजार 988 मरीज ठीक होकर अपने घर लौट गए हैं। सैंपलों की जांच जारी है।
बुलेटिन के मुताबिक बीती रात 8 बजे 714 नए पॉजिटिव सामने आए। इसमें रायपुर जिले से सबसे अधिक 167 मरीज मिले हैं। दुर्ग-90, राजनांदगांव-52, बालोद-30, बेमेतरा-9, कबीरधाम-17, धमतरी-21, बलौदाबाजार-26, महासमुंद-25, गरियाबंद-20, बिलासपुर-46, रायगढ़-25, कोरबा-12, जांजगीर-चांपा-36, मुंगेली-3, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही-2, सरगुजा-56, कोरिया-30, सूरजपुर-16, बलरामपुर-4, जशपुर-19, बस्तर-2, कोंडागांव-1, दंतेवाड़ा-2, सुकमा-3, कांकेर-5, नारायणपुर-0, बीजापुर जिले से 0 व अन्य राज्य से 1 मरीज सामने आए हैं। ये मरीज आसपास कोरोना अस्पतालों में भेजे जा रहे हैं। दूसरी तरफ कल 11 मरीजों की मौत हो गई। इसमें कोरोना से 4 व अन्य बीमारियों के साथ कोरोना से 7 मरीजों की मौत शामिल हैं।
रायपुर में कोरोना 53 हजार, एक्टिव 2892
राजधानी रायपुर समेत जिले में कोरोना मरीज 53 हजार पार हो गए हैं। बुलेटिन के मुताबिक बीती रात मिले 161 नए पॉजिटिव के साथ इनकी संख्या बढक़र 53 हजार 186 हो गई है। दूसरी तरफ, इन सभी मरीजों में से 726 की मौत हो चुकी है। 2 हजार 892 एक्टिव हैं, जिनका अलग-अलग जगहों पर इलाज जारी है। 49 हजार 568 मरीज ठीक होकर अपने घर लौट गए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 जनवरी। प्रदेश में कोरोना से कल 11 मौतें हुई हैं। इन सभी का अलग-अलग जगहों पर इलाज चल रहा था। इनके संपर्क में आने वालों की जांच-पहचान की जा रही है। दूसरी तरफ, इन मौतों को मिलाकर प्रदेश में कोरोना मौत के आंकड़े बढक़र 726 हो गए हैं।
बुलेटिन के मुताबिक अन्य बीमारियों के साथ कोरोना के जिन 11 मरीजों की मौत हुई है, इसमें रायपुर संभाग से नयापारा रायपुर की 62 वर्षीय महिला, एकता विद्या मंदिर कापा बस्ती रायपुर की 53 वर्षीय महिला, दुर्ग संभाग से सिंधी कॉलोनी राजनांदगांव की सारागांव खरोरा रायपुर की 80 वर्षीय पुरूष, फिंग्शेवर गरियाबंद का 63 वर्षीय पुरूष शामिल हैं। दुर्ग संभाग से शक्ति बिहार रिसाली भिलाई दुर्गका 78 वर्षीय पुरूष, शंकर नगर दुर्ग का 70 वर्षीय पुरूष, किरचरी राजनांदगांव का 42 वर्षीय पुरूष, शिक्षक नगर राजनांदगांव की 51 वर्षीय महिला शामिल हैं।
बिलासपुर-सरगुजा-बस्तर संभाग से पवना उकलतरा जांजगीर-चांपा का 70 वर्षीय पुरूष, ग्राम चिखोलरोमदा जैजैपुर जांजगीर-चांपा की 57 वर्षीय महिला, जवालपुर चांपा का 62 वर्षीय पुरूष, अम्बिकापुर सरगुजा का 58 वर्षीय पुरूष, कांकेर का 71 वर्षीय पुरूष शामिल हैं। स्वास्थ्य अफसरों का कहना है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण बना हुआ है और ठंड बढऩे पर इसका खतरा और बढ़ सकता है। ऐसे में लक्षण दिखने पर तुरंत कोरोना जांच कराएं।
नालों के दोनों किनारे फलदार पौधे लगाने के निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायगढ़ जिले के दो दिवसीय प्रवास के दौरान आज जुनवानी ग्राम से होकर गुजरने वाले चक्रधरपुर नाले में लगभग 1.43 करोड़ के नरवा विकास कार्यो का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया।
उन्होंने नाले का अवलोकन भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नाले के दोनों किनारों पर फलदार वृक्ष लगाये जाये। जिससे वन्य प्राणियों और ग्रामीणों को आर्थिक लाभ मिल सके। नरवा विकास योजना के अंतर्गत वन विभाग द्वारा कैम्पा मद से इस नाले पर संरक्षण कार्य किया जा रहा है। गौरतलब है कि ढेंगुर नाला और रानीदरहा नाला मिलकर चक्रधरपुर नाले के रूप में आगे बढ़ती है और रायगढ़ में केलो नदी में समाहित हो जाती है।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लगभग 11 हजार हेक्टेयर रकबा क्षेत्र का पानी समेट कर 35 किलोमीटर लम्बी यात्रा करती है। नाले के इर्द-गिर्द 9 गांव बसे हैं। लगभग डेढ़ हजार की आबादी को प्रत्यक्ष लाभ मिलने वाला है। नाले पर पानी रोकने हेतु विभिन्न संरचना निर्माण से पानी अब ठहरने लगा है। लोग बाग अब नाले के किनारे अपने खेतों पर साग-सब्जी की खेती करने लगे हैं। डीएफओ प्रणय मिश्रा ने बताया कि वर्ष 2019-20 में 8 नालों पर नरवा विकास के कार्य किये गए हैं।
चक्रधरपुर नाले सहित 8 नालों पर कैम्पा मद से 3.2 करोड़ रुपये के कार्य किये गए हैं। उन्होंने बताया कि चक्रधरपुर नाले में 208 लूज बोल्डर, 69 ब्रशवुड, 49 गेबियन और 3 स्टॉप डेम बनाये गए हैं। उन्होंने बताया कि यह जंगली हाथी प्रभावित क्षेत्र है। नाले पर पानी ठहरने से हाथियों को पर्याप्त पानी मिलेगा और पानी की तलाश में आबादी क्षेत्र में हाथियों के विचरण पर लगाम लगेगी। इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री रविन्द्र चौबे, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, लालजीत सिंह राठिया, प्रकाश नायक, चक्रधर सिंह सिदार एवं उत्तरी जांगड़े, कलेक्टर भीम सिंह, संतोष सिंह, प्रणय मिश्रा, ऋचा प्रकाश चौधरी आदि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 जनवरी। एक ओर सुप्रीम कोर्ट ने वनभूमि पर काबिज लोगों को बेदखल करने के अपने ही आदेश पर स्टे दे रखा है, वही दूसरी ओर जिले का वन विभाग खुलेआम इसकी धज्जियां उड़ा रहा है। ऐसा ही मामला पाली विकासखंड के उड़ता गांव का सामने आया है, जहां लॉक डाउन पीरियड में 5 परिवारों को लगभग 15 एकड़ वन भूमि से उजाडक़र फेंसिंग कर दी गई है। इस बेदखली अभियान में उनके घरों को तोड़ दिया गया। आम, इमली, आंवला, नींबू जैसे फलदार वृक्षों और सब्जियों के पौधों को तबाह कर दिया गया। उनके स्वयं के कुओं पर कब्जा कर लिया और जबरन सागौन के पौधे लगा दिए हैं। इस उजाड़ो अभियान से पीडि़तों को लाखों रुपयों की क्षति हुई है।
उल्लेखनीय है कि ग्राम उड़ता को इस जिले का सबसे पुराना और बड़ा गांव माना जाता है। बेदखल हुए एक आदिवासी परिवार के मुखिया रतन सिंह का दावा है कि उसे वनाधिकार पत्रक मिलने के बाद भी जबरन उजाड़ा गया है। दावे के सबूत में वह अपना वनाधिकार पत्र भी दिखा रहा है। अन्य काबिज लोगों के बारे में पूरे गांव के लोग गवाही दे रहे हैं कि पिछली कई पीढिय़ों से इसी गांव में बसकर वे उस जमीन पर खेती-किसानी कर रहे थे। वनाधिकार कानून के अनुसार भी पट्टा प्राप्त करने का उनका हक बनता है और ग्राम पंचायत ने भी उनके हक में वर्ष 2009 में प्रस्ताव पारित किया है। यह गवाही और प्रस्ताव पीडि़तों के पक्ष में महत्वपूर्ण सबूत है। पीडि़त किसान सुरित राम अपना पांच साला खसरा फॉर्म और यह प्रस्ताव लिए अधिकारियों का दरवाजा खटखटा रहा है।
वनाधिकार के मामले में कोरबा जिला प्रशासन अपनी सक्रियता और संवेदनशीलता का दावा जरूर कर रहा है, लेकिन बेदखली और नए आवेदन न लेने या पुराने आवेदनों को बिना पावती लेने और बिना उचित कारण के निरस्त करने के जो मामले उजागर हो रहे हैं, उससे प्रशासन के इन दावों पर सवालिया निशान लग रहा है। कोरबा नगर निगम क्षेत्र में ही हजारों एकड़ जमीन वन भूमि के रूप में दर्ज है और कई पीढिय़ों से हजारों परिवार यहां काबिज है। लेकिन आज तक एक भी परिवार को अधिकार पत्र नहीं मिला है और जिला प्रशासन शहरी क्षेत्र का हवाला देते हुए पट्टे देने से इंकार कर रहा है।
इधर माकपा ने पाली ब्लॉक के उड़ता और रैनपुर गांव के पीडि़तों को केंद्र में रखकर ऐन मुख्यमंत्री के आगमन के समय ही वनाधिकार का मुद्दा उठा दिया है। माकपा ने सैकड़ों आदिवासियों और किसानों के साथ मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने की घोषणा करके इसे संवेदनशील राजनैतिक मुद्दे में बदल दिया है। माकपा जिला सचिव प्रशांत झा का कहना है कि वनभूमि से बेदखली के प्रकरणों में दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही हो और बेदखल लोगों को पुन: कब्जा देकर उनको हुए नुकसान की भरपाई और उनके दावों की छानबीन की जाएं और पूरे जिले में नए दावों को लेने व पट्टे देने की कार्यवाही तेज की जाएं।
माकपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री से मिलने के बाद भी समस्या का हल नहीं निकलता, तो बेदखल लोग लाल झंडे के नीचे पुन: अपनी जमीन पर कब्जा करने का अभियान चलाएंगे।
100 सर्वश्रेष्ठ स्लोगन को एक-एक हजार इनाम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 जनवरी। ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’ और ‘छत्तीसगढ़ी युवा’ विषय पर स्लोगन प्रतियागिता को लेकर लोगों में अच्छा-खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। ऑनलाइन पंजीयन 1 जनवरी से शुरू हुआ है। मात्र दो दिनों में लगभग 2500 प्रतिभागी इस प्रतियोगिता के लिए अपना ऑनलाइन पंजीयन करा चुके हैं।
छत्तीसगढ़ शासन के जनसम्पर्क विभाग द्वारा यह स्लोगन प्रतियोगिता स्वामी विवेकानंद की जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित की जा रही है। इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए इच्छुक प्रतिभागी 10 जनवरी 2021 तक जनसम्पर्क विभाग की वेबसाइट http://jansampark.cg.gov.in , http://dprcg.gov.in में ऑनलाइन पंजीयन करा सकते हैं।
स्लोगन स्व-लिखित होना चाहिए। नकल या कही और से लिए गए स्लोगन में किसी भी विवाद के मामले में प्रतिभागी जिम्मेदार होंगे।
स्लोगन की वर्ण संख्या 250 निर्धारित है। स्लोगन की भाषा छत्तीसगढ़ी, हिन्दी एवं इंग्लिश होगी। इस प्रतियोगिता के माध्यम से चयनित स्लोगन का उपयोग प्रचार-प्रसार हेतु किया जा सकेगा। सभी प्रतिभागियों को डिजिटल सर्टिफिकेट एवं 100 सर्वश्रेष्ठ स्लोगन को जनसम्पर्क विभाग द्वारा एक-एक हजार रूपए का पुरस्कार दिया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 जनवरी। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने आज सुबर अपने सिविल लाइन्स स्थित निवास स्थान पर वासुदेव हॉस्पिटल डंगनिया, रायपुर के लिए तपस्या सामाजिक सेवा संस्थान द्वारा संचालित एम्बुलेंस सेवा का उद्घाटन कर प्रदेशवासियों को समर्पित की। उन्होंने इस एम्बुलेंस सेवा को जन-जन के लिए लाभकारी होने की कामना करते हुए इसे लोकसेवा में समर्पित किया। इस अवसर पर विधायक विकास उपाध्याय व युवा कांग्रेस अध्यक्ष पूर्णचंद पाढ़ी आदि उपस्थित रहे।