स्थायी स्तंभ
- 1994- अंतरिक्षयान मैगेलन ने शुक्र के अन्वेषण के लिए अपना अभियान ख़त्म किया।
- 1995-अमेरिका के मैरियो मॉलिना और शेरवुड रॉलैन्ड और डच वैज्ञानिक पॉल क्रट्ज़ेन के साथ ओज़ोन परत पर सी.एफ.सी. से होने वाले खतरे को बताने के लिए 1970 में रसायनविज्ञान का नोबेल पुरस्कार मिला।
- 2000 - दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट बोर्ड द्वारा हैन्सी क्रोनिए पर आजीवन प्रतिबंध।
- 2001 - त्रिनिदाद में जन्में भारतीय मूल के ब्रिटिश लेखक विद्याधर सूरज प्रसाद नॉयपाल को वर्ष 2001 के नोबेल साहित्य पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा।
- 2002 - नेपाल नरेश ज्ञानेन्द्र ने लोकेन्द्र बहादुर को प्रधानमंत्री नियुक्त किया।
- 2005 - तीसरे अंतरिक्ष पर्यटक ग्रेगोरी ओल्सन पृथ्वी पर लौटे।
- 2007 - ब्रिटेन के उपन्यासकार डोरिस लैसिंग को वर्ष 2007 के साहित्य के नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया।
- 2008 - प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नौगांव स्टेशन से हरी झण्डी दिखाकर कश्मीर की घाटी में चलने वाली पहली रेलगाड़ी को रवाना किया।
- 1902 - लोकनायक के नाम से प्रसिद्ध राजनेता और स्वतंत्रता सेनानी जयप्रकाश नारायण का जन्म हुआ।
- 1916 -राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मज़बूत स्तंभ और प्रख्यात समाजसेवक नानाजी देशमुख का जन्म हुआ।
- 1942 - भारतीय अभिनेता अमिताभ बच्चन का जन्म हुआ।
- 1911 -विवेकानन्द की सहयोगी तथा शिक्षिका तथा समाज सेविका सिस्टर निवेदिता का निधन हुआ।
- 2002 - हिन्दी फि़ल्मों की प्रसिद्ध अभिनेत्री दीना पाठक का निधन हुआ।
- 1884 -जर्मन रसायनज्ञ फ्रेड्रिक बर्जियस का जन्म हुआ, जिन्होंने कोयले की धूल और हाइड्रोजन से बिना किसी माध्यमिक उत्पाद अलग किए सीधे गैसोलीन और ल्यूब्रिकेटिंग तेल बनाने का तरीका खोजा। (निधन-30 मार्च 1949)
- 1881 -ब्रिटिश भौतिकविद् तथा मनोवैज्ञानिक लेविस फ्राइ रिचर्डसन का दन्म हुआ, जिन्होंने मौसम बताने में गणित का प्रयोग किया। इन्होंने वातावरण के एडी डिफ्यूजऩ (विसरण) के लिए कैल्कुलस और विसरण का सिद्धांत दिया। (निधन-30 सितम्बर 1953)
- 1889- अंग्रेज़ भौतिकशास्त्री और अन्वेषक जेम्स प्रेस्कॉट जूल का निधन हुआ, जिन्होंने जूल का नियम दिया, जिसके अनुसार ऊर्जा के सभी रूप यान्त्रिक, विद्युत तथा ऊष्मा मौलिक रूप से समान होते हैं, तथा एक दूसरे में बदले जा सकते हैं। (जन्म 24 दिसम्बर 1818)
- 1705- फ्रांसीसी भौतिकशास्त्री गुइलाउम ऐमन्टोन्स का निधन हुआ, जिन्होंने वायु थर्मामीटर का आविष्कार किया, और दाब के आनुपातिक ताप के परिवर्तन के मापन में 1702 में उसका प्रयोग किया। इससे परमशून्य की संकल्पना का विकास हुआ। (जन्म 31 अगस्त 1663)।
कोरोना को पीछे धकेलने का सही मौका
देश और छत्तीसगढ़ दोनों से ख़बरें आ रही हैं कि कोरोना की रफ्तार धीमी पड़ रही है। महामारी से उबरकर ठीक होने वालों की संख्या भी बढ़ रही है। राष्ट्रीय स्तर के आंकड़े बताते हैं कि 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर के बीच देश में 6 लाख 14 हजार 265 नये केस मिले जबकि इस बीच 55 लाख से ज्यादा मरीज स्वस्थ हो गये। छत्तीसगढ़ में भी डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है रिकव्हरी रेट बढक़र करीब 80 फीसदी पहुंच चुकी है। कई जिलों में डोर-टू-डोर सर्वे भी चल रहा है जिसमें आशंकाओं के विपरीत बहुत कम नये केस सामने आ रहे हैं। यह सही है कि स्वास्थ्य विभाग के मैदानी कर्मचारी, कार्यकर्ता, नर्स, डॉक्टर और सोशल डिस्टेंसिंग तथा मास्क पहनने का पालन कराने वाली पुलिस तथा दूसरी एजेंसियां लगातार 8 माह तक इस काम में लगे होने के कारण ऊब रही हैं। शारीरिक ही नहीं मानसिक रूप से भी सब थका महसूस कर रहे हैं, पर जरूरी यही है कि कुछ दिनों, हफ्तों तक हौसला, हिम्मत को बनाये रखा जाना चाहिये। हो सकता है लापरवाही बढऩे पर कोरोना के केस फिर बढऩे लग जायें। अब केस कम होने के आसार दिखाई दे रहे हैं तो इसे और पीछे धकलने की कोशिश जारी रहनी चाहिये।
मरवाही में रोज बदलते समीकरण
मरवाही विधानसभा के उप-चुनाव में रोज कुछ न कुछ ऐसा हो जाता है जो चौंका देता है। गौरेला-पेन्ड्रा मरवाही में चुनाव प्रचार और रणनीति का काम संभालने वाले छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के अनेक नेता पहले ही पार्टी छोडक़र कांग्रेस में आ चुके हैं। पर गौरेला में पार्टी का सब कुछ संभालने वाले शिवनारायण तिवारी ने भी पार्टी छोड़ दी। बिलासपुर में समीर अहमद बबला का जोगी कांग्रेस से अलग होना भी कम आश्चर्यजनक घटना नहीं है। बबला पार्टी के लिये कम जोगी परिवार के लिये सबसे भरोसेमंद लोगों में एक थे। वे लगभग 24 घंटे उनके बंगले में नजर आते थे। अमित जोगी या डॉ. रेणु जोगी का लोकेशन जानने के लिये लोग बबला की मदद लेते थे। मरवाही से यदि अमित जोगी चुनाव लड़ पाते हैं तो उनके चुनाव अभियान की कमान कौन संभालेगा, क्या वे खुद? यह सवाल अब खड़ा हो गया है। डॉ. रेणु जोगी का यह कहना कि मरवाही सीट कांग्रेस को जोगी की याद में छोड़ देना चाहिये। क्या ऐसा कहना कांग्रेस में लौटने की संभावना तलाशना है? देखते रहिये, तस्वीर कुछ दिनों में साफ होती जायेगी।
- 1756 - ब्रिटिश गवर्नर जनरल रॉबर्ट क्लाइव ने कलकत्ता पर पुन: कब्जे के लिए मद्रास से कूच किया।
- 1846 - ब्रिटिश खगोलविद विलियम लासेल ने नेपच्यून के प्राकृतिक उपग्रह की खोज की।
- 1868 - क्यूबा ने स्पेन से स्वतंत्रता पाने के लिए विद्रोह किया।
- 1964 - टोकियो में हुए ग्रीष्मकालीन ओलंपिक का पहली बार दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण किया गया।
- 1978 - रोहिणी खादिलकर राष्ट्रीय चेस प्रतियोगिता जीतने वाली प्रथम महिला बनी।
- 1910 - वाराणसी में मदन मोहन मालवीय की अध्यक्षता में प्रथम अखिल भारतीय हिन्दी सम्मेलन का आयोजन किया गया था।
- 1990 - अमेरिका का 67वां मानव अंतरिक्ष मिशन डिस्कवरी 11 अंतरिक्ष से लौटा।
- 1991 - भारत ने विश्व कैरम प्रतियोगिता का टीम खिताब जीता।
- 1992 - दूसरा हुगली पुल ‘विद्यासागर सेतु’ खुला।
- 2000 - श्रीलंका के पूर्व प्रधानमंत्री सिरीमाओ भंडारनायके का निधन।
- 2001 - बांग्लादेश में ख़ालिदा जिया ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ग्रहण की।
- 2003 - भारत ने इस्रायल रूस के साथ एवाक्स निर्माण के लिए समझौता किया।
- 2004 - आस्ट्रेलिया के संसदीय चुनाव में प्रधानमंत्री जान हावर्ड की भारी जीत।
- 2005 - एंजेला मार्केल जर्मनी की पहली महिला चांसलर बनीं।
- 1906 - आर. के. नारायण, भारतीय उपन्यासकार
- 1954 - रेखा, बॉलीवुड अभिनेत्री
- 1912 - डॉ. रामविलास शर्मा, हिन्दी के प्रसिद्ध आलोचक
- 1902 - के शिवराम कारंत कन्नड़ भाषा के विख्यात साहित्यकार
- 2011 - जगजीत सिंह, गज़़लों की दुनिया के बादशाह।
- 1983 -रूबी मेयर्स, 1930 के दशक की प्रसिद्ध अभिनेत्री
- 1731 - अंग्रेज़ भौतिकशास्त्री एवं रसायनज्ञ हेनरी कैवेन्डिश का जन्म हुआ, जिन्होंने अपनी ही प्रयोगशाला में अनुसंधान करते हुए हाइड्रोजन को एक अलग गैस के रूप में खोजा, कार्बनडाईऑक्साइड का अध्ययन किया तथा वायुमंडलीय हवा में उनका घनत्व मालूम किया। इन्होंने बताया कि जल एक यौगिक है। इनके नाम पर इंग्लैन्ड की कैम्ब्रिज प्रयोगशाला का नाम रखा गया। (निधन-24 फरवरी 1810)
- 1896 - अमेरिकी भौतिकशास्त्री लेस्टर (हल्बर्ट) जर्मर का जन्म हुआ, जिन्होंने अपने साथी क्लिंटन जोजफ़ डेविसन के साथ प्रयोग किया और पहली बार इलेक्ट्रॉन की तरंग विशेषताओं का पता लगाया। (निधन-3 अक्टूबर 1971)
- 1930- जर्मन वनस्पति वैज्ञानिक गुस्टाव हेनरिक ऐडॉल्फ ऐन्गलर का निधन हुआ,जो अपने पादप वर्गीकरण के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने पौधों के भूगौलिक विशेषताओं तथा वर्गीकरण पर किया। (जन्म 25 मार्च 1844)
- 1967- अमेरिकी चिकित्सक जॉर्ज फ्रेड्रिक डिक का निधन हुआ, जिन्होंने अपनी पत्नी ग्लेडिस हेनरी डिक के साथ हीमोलिटिक स्ट्रेप्टोकोक्कस को पृथक किया और खतरनाक बीमारी स्कारलेट बुखार के इलाज के लिए प्रतिरोधक क्षमता विकसित की। (जन्म 21 जुलाई 1881)
- महत्वपूर्ण दिवस- विश्व दृष्टि दिवस , विश्व डाक दिवस (सप्ताह),
किस्सा नेता प्रतिपक्ष का
चर्चा है कि पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने रायपुर नगर निगम में भाजपा पार्षद दल के नेता के चयन प्रक्रिया को रोक लगवाकर दिग्गज नेता बृजमोहन अग्रवाल को पटखनी दे दी है। बृजमोहन, सीनियर पार्षद सूर्यकांत राठौर का नाम तो तय करा चुके थे, लेकिन बाद में राजेश मूणत की दबाव में घोषणा रूक गई। भाजपा पार्षद दल के नेता के चयन के लिए पार्टी के अंदरखाने में चली खींचतान की कहानी काफी दिलचस्प है।
पार्टी ने निगम चुनाव के लिए बृजमोहन अग्रवाल को संयोजक बनाया था। तमाम कोशिशों के बाद भी निगम में भाजपा को बहुमत नहीं मिला। इसके बाद से भाजपा पार्षद दल के नेता के चयन के लिए चर्चा चल रही थी। सभापति ने जब भाजपा पार्षद दल से नेता के नाम मांगे, तो पार्टी संगठन ने नाम तय करने के लिए कवायद शुरू कर दी। सुनते हैं कि प्रदेश महामंत्री (संगठन) पवन साय ने हाउसिंग बोर्ड के पूर्व चेयरमैन भूपेन्द्र सिंह सवन्नी को पार्षद दल का नेता चुनने के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया।
जैसे ही सवन्नी का नाम पर्यवेक्षक के लिए तय किया गया, बृजमोहन खेमे ने इस पर आपत्ति जताई। चर्चा है कि खुद बृजमोहन अग्रवाल ने पवन साय से चर्चा कर सवन्नी को पर्यवेक्षक बनाए जाने पर ऐतराज किया। बृजमोहन की आपत्ति इस बात को लेकर थी कि चुनाव के लिए उन्हें संयोजक बनाया गया, तो पार्षद दल का नेता चुनने के लिए अलग से पर्यवेक्षक क्यों बनाया जा रहा है। बृजमोहन की आपत्ति के बाद पवन साय ने सवन्नी को पार्षद दल की बैठक में आने से मना कर दिया।
फिर बृजमोहन अग्रवाल ने शहर जिलाध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी को पार्षद दल की बैठक बुलाने कहा। श्रीचंद ने बिना देर किए पार्षदों की बैठक बुलाई। पार्षद दल के नेता के लिए तीन प्रमुख दावेदार मीनल चौबे, सूर्यकांत राठौर और मृत्युंजय दुबे थे। राजेश मूणत मीनल, और बृजमोहन सूर्यकांत को पार्षद दल का नेता बनाने के पक्ष में थे। मूणत खेमे ने बैठक के पहले ही पार्षदों के बीच मीनल को नेता बनाने के लिए माहौल बना दिया था। उन्हें श्रीचंद समर्थकों का भी साथ मिला।
बृजमोहन और तीनों विधानसभा के पूर्व प्रत्याशियों की मौजूदगी में पार्षदों से राय ली गई। सुनते हैं कि सबसे ज्यादा पार्षद मीनल के पक्ष में थे। मीनल को नेता बनाने के पक्ष में करीब 15 पार्षदों ने राय दी थी। सात पार्षद सूर्यकांत और बाकी पार्षद मृत्युंजय को नेता बनाने के पक्ष में नजर आए। चर्चा है कि बृजमोहन ने सूर्यकांत का नाम तय कर पार्टी संगठन को इसकी सूचना भेज दी। फिर क्या था, राजेश मूणत ने बिहार फोन लगाकर सौदान सिंह को वस्तु स्थिति की जानकारी दी।
सौदान सिंह ने तुरंत पवन साय को फोन कर नेता प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा करने से रोक दिया। बात यहीं खत्म नहीं हुई। नाम की घोषणा अटकी, तो सूर्यकांत राठौर भागे-भागे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल के घर पहुंचे और उनसे सौदान सिंह से बात कर नाम की घोषणा करवाने का आग्रह किया। मगर गौरीशंकर ने हस्तक्षेप करने से मना कर दिया। कहा जा रहा है कि अब नए प्रदेश प्रभारी ही अब इस विवाद को सुलझाएंगे।
कभी सौ फीसदी सही पीएससी हो पायेगी?
सरकार बदलने के बाद बहुत सी चीजें बदली बहुत सी नहीं बदली। जो नहीं बदली उनमें एक है छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के काम करने का तौर-तरीका। इन 20 सालों में पता नहीं कितने अध्यक्ष और सदस्य बदल गये, अफसर इधर-उधर हो गये पर हर परीक्षा विवाद से घिर जाती जाती है। ताजा मामला पीएससी मेन्स के एग्ज़ाम पर हाईकोर्ट द्वारा लगाई गई रोक का है। हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई थी कि पीएससी ने जो मॉडल आंसर जारी किये वे गलत थे।
जिन छात्रों को लगा कि मॉडल आंसर सही होते तो उन्हें मेन्स में बैठने का मौका मिल जाता, वे कोर्ट चले गये। कोर्ट जाने के अलावा छात्रों के पास कोई चारा नहीं है, क्योंकि आयोग ने शिकायतों की त्वरित सुनवाई के लिये कोई आंतरिक प्रक्रिया अपनाई ही नहीं है, जो जल्दी फैसला करे और समय पर परीक्षाओं को सम्पन्न कराना सुनिश्चित करे।
हाईकोर्ट से फैसला पता नहीं कब आये, रोक कब हटे पर इस बीच गंभीरता से तैयारी कर परीक्षा देने को तैयार बैठे विद्यार्थी किस मानसिक संत्रास से गुजर रहे होंगे इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। अब तक सीजीपीएससी की एक भी परीक्षा ऐसी नहीं हुई है जो विवादों से न घिरी हो। प्राय: हाईकोर्ट में उन्हें चुनौतियां दी जा रही हैं। सन् 2008 की पीएससी परीक्षा में सरकार ने अपनी गलती मानी और आखिरी फैसला अब तक नहीं आया। मामला सुप्रीम कोर्ट तक जा चुका है। कई बार तो ऐसा लगता है कि पीएससी के अधिकारी खुद ही ऐसी गलतियों की अनदेखी करते हैं और अदालतों में मामला ले जाने का रास्ता छोड़ देते हैं।
कोरोना हुआ नहीं इलाज हो गया
कोरोना संक्रमण के फैलाव के तौर-तरीके पर नजर रखने वाले जानकार बता रहे हैं कि पहले वायरस का आक्रमण महानगरों में हुआ, फिर नगरों में उसके बाद कस्बों और अब इसका रुख गांवों की ओर है। जांजगीर-चाम्पा जिले में एक ही दिन में कल आये 300 से ज्यादा केस इस दावे की पुष्टि करते हैं। स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता शहरी क्षेत्रों में चरमराई हुई तो है ही गांवों में और बुरी स्थिति है। शहर के लोग लक्षण महसूस होने पर कोविड टेस्टिंग के लिये पहुंच भी जाते हैं पर गांव के मरीज, सेंटर तक पहुंचने और इलाज कराने की जरूरत को नजरअंदाज कर सकते हैं। वे सामान्य सर्दी, खांसी, बुखार की दवा लेकर कोरोना से निपटने का उपाय कर सकते हैं।
इन सब के बीच जांजगीर-चाम्पा में एक अजीब किस्सा हुआ है। उपभोक्ता संरक्षण समिति के एक सदस्य और वहीं पर काम करने वाले स्टाफ को स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने फोन करके बताया कि उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वे दोनों आइसोलेशन पर चले गये। तबियत ठीक लग रही थी फिर भी पूरे अनुशासन से रहे और दवाईयां खाते रहे। इस दौरान इन दोनों में से एक जो एक स्टेनो हैं, उन्होंने अपनी रिपोर्ट ऑनलाइन देखी तो पता चला कि रिपोर्ट तो निगेटिव थी। फिर फोरम के सदस्य ने अपनी रिपोर्ट देखी वह भी निगेटिव थी। अब ये क्या करते। बिना मर्ज के ही दवा ले चुके थे।
बिलासपुर में तो एक मरीज को कोरोना पॉजिटिव बता कर इलाज किया जाता रहा और उसकी मौत भी हो गई। एक और केस में कोरोना मरीज के पॉजिटिव होने का लक्षण था पर उसे सामान्य मरीज बताकर भर्ती कर लिया गया। उसकी भी मौत हो गई। इन लापरवाहियों पर रोक कैसे लगे, स्वास्थ्य विभाग को विचार करना चाहिये।
- 1933- काफी बड़ा उल्कापात यूरोप में देखा गया जिसने खगोलशास्त्रियों को हैरत में डाल दिया था।
- 1876- पहली बार टेलीफ़ोन पर आउट वायर के जरिए दो तरफा बातचीत हुई थी। इसके बाद 1947 में चलती हुई कार और प्लेन में बैठे दो लोगों ने बातचीत की थी। 1959 में ऑटोरिक्सा और प्लेन में चलते हुए लोगों ने बात की।
- 1998 - पाकिस्तान की नेशनल असेंबली ने इस्लामी शरीयत क़ानून को देश के सर्वाच्च क़ानून के रूप में अनुमोदित किया।
- 2002 - वर्ष 2002 का भौतिकी का नोबेल पुरस्कार अमेरिका के रैमण्ड डेविस और जापान के कोषिबा को संयुक्त रूप से देने की घोषणा की गई।
- 2005 - यूरोपीय उपग्रह क्रायोसेट का प्रक्षेपण विफल।
- 2006- गूगल ने यू-ट्यूब के अधिग्रहण की घोषणा की। उत्तर कोरिया ने भूमिगत परमाणु परीक्षण किया।
- 2007 - चीन ने भारत पर समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया।
- 2008- केन्द्र सरकार ने तेल को माफिय़ा से बचाने के लिए विशेषज्ञों की एक समिति बनाई।
- 1962- युगांडा, ब्रिटेन से स्वाधीन होने में सफल हुआ।
- 1826 -हिन्दी साहित्य के इतिहास से जुड़े सुप्रसिद्ध साहित्यकार राजा लक्ष्मण सिंह का जन्म हुआ।
- 1897 -स्वतंत्रता सेनानी और पूर्व मुख्यमंत्री, तमिलनाडु के मिनजुर भक्तवत्सलम का जन्म हुआ।
- 1852- जर्मन रसायनज्ञ ऐमिल फिशर का जन्म हुआ, जिन्हें शर्करा तथा प्यूरीन समूहों पर कार्य करने के लिए वर्ष 1902 में रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार मिला। इन्होंने यूरिक ऐसिड, ज़ैन्थीन, कैफीन, थायोब्रोमीन तथा अन्य सम्बन्धित यौगिकों की संरचना ज्ञात की। (निधन-15 जुलाई 1919)
- 1879 -जर्मन भौतिकशास्त्री मैक्स वॉन लाउ का जन्म हुआ, जिन्हें क्रिस्टल में एक्स-रे के विवर्तन की खोज के लिए वर्ष 1914 में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार मिला। (निधन-23 अप्रैल 1960)
- 2006-अमेरिकी इलेक्ट्रिकल इंजीनियर रेमण्ड नूर्डा का निधन हुआ, जो कम्प्यूटर नेटवर्किंग के जनक माने जाते हैं क्योंकि इन्होंने ही पर्सनल कम्प्यूटर (पी.सी.) का प्रचार प्रसार किया। (जन्म 19 जून 1924)
- 1988-जर्मन इंजीनियर फेलिक्स वॉन्केल का निधन हुआ, जिसने सन् 1924 में अपनी कार्यशाला में पहले रोटरी आंतरिक दहन इंजन का आविष्कार किया। (जन्म 13 अगस्त 1902)।
- महत्वपूर्ण दिवस
- विश्व डाक दिवस (सप्ताह)
- भारतीय प्रादेशिक सेना दिवस
- 1776- अमेरिकी संसद ने आधिकारिक तौर पर देश का नाम ‘यूनाइटेट कॉलोनीज’ से बदलकर संयुक्त राज्य अमेरिका किया।
- 1876- पहली बार टेलिफोन पर ‘आउटडोर वायर’ के माध्यम से दो तरफा बातचीत हुई। यह बातचीत बोस्टन में रह रेह बेल और कैम्ब्रिज में रह रहे वॉटसन के बीच हुई।
- 1920- अलीगढ़ का एंग्लो ओरिएंटल कॉलेज अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में रूपांतरित हुआ।
- 1945- प्रसिद्ध सरोद वादक अमजद अली खां का जन्म।
- 1954- अफ्रीकी देश अल्जीरिया में भूकंप से 1400 लोग मरे।
- 1962- अफ्रीकी देश युगांडा गणतंत्र बना।
- 1967- अर्जेंटीना के प्रसिद्ध माक्र्सवादी क्रांतिकारी चे ग्वेरा की हत्या।
- 1997- इटली के अभिनेता एवं लेखक डारियो फो को साहित्य का नोबल पुरस्कार दिया गया।
- 1998- पाकिस्तान की नेशनल असेंबली ने इस्लामी शरीयत कानून को देश के सर्वोच्च कानून के रूप में अनुमोदित किया।
- 2002- वर्ष 2002 का भौतिकी का नोबेल पुरस्कार अमेरिका के रैमण्ड डेविस और जापान के कोशिबा को संयुक्त रूप से देने की घोषणा की गई।
- 2005- यूरोपीय उपग्रह ‘क्रायोसेट’ का प्रक्षेपण विफल।
- 2006- गूगल ने यू-ट््यूब के अधिग्रहण किया।
- 2006- भारतीय राजनेता कांशीराम का निधन हुआ।
- 2012- इराक में बम हमले में सौ से अधिक लोगों की मौत, &50 अन्य घायल।
- 2012- पाकिस्तान की शांति नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई को आतंकवादियों ने गोली मारी।
- 2015- हिन्दी सिनेमा के प्रसिद्ध संगीतकार एवं गायक रवीन्द्र जैन का निधन।