स्थायी स्तंभ
मार्गरेट थैचर 20वीं सदी में ब्रिटेन की ऐसी प्रधानमंत्री थीं जो कि लंबे समय तक ब्रिटेन का नेतृत्व करती रहीं. अपने समय की वे अकेली महिला थीं, जिन्होंने राजनीति में आकर इतनी ऊंचाइयां हासिल कीं. सन 1959 में पहली बार संसद की सदस्य बनने के बाद थैचर ने अपने राजनीतिक करियर में कभी मुड़ कर नहीं देखा. 1975 में उन्होंने पूर्व विपक्षी कंजर्वेटिव नेता एडवर्ड हीथ की जगह ली. वक्त के साथ थैचर राजनीति में नए मुकाम हासिल करती गईं.
4 मई 1979 को जब उन्हें ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया तो वह दिन ब्रिटेन के इतिहास का बदलाव का दिन था. पहली बार कोई महिला देश की बागडोर संभालने जा रही थी. थैचर ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर दबंगई से निर्णय लिए और इसी कारण उन्हें आयरन लेडी कहा जाता है. अपने राजनीतिक जीवन में थैचर ने महिलाओं के लिए कमजोर प्रशासनिक क्षमताओं की धारणाओं को पूरी तरह से गलत साबित कर दिया. एक नेता के लिए बेहद जरूरी थैचर की भाषण शैली और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता बेहद प्रभावशाली थी.
थैचर का जन्म 13 अक्टूबर 1925 को पूर्वी इग्लैंड में हुआ. अपने कार्यकाल में मार्गरेट थैचर ने कड़े रुख के साथ शासन किया और सोवियत संघ का विरोध भी किया. इसी के बाद उनका नाम आयरन लेडी यानि लौह महिला पड़ गया. 8 अप्रैल 2013 को थैचर ने लंदन में आखिरी सांस ली.
- 1884-दुनिया में फ्लैश के साथ पहला फोटो लिया गया।
- 1892 -थॉमस एल. विल्सन ने ऐसीटाइलीन के व्यावसायिक उत्पादन का तरीका खोजा।
- 1979 - श्रीमती मार्गरेट थैचर ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं।
- 1980 - यूगोस्लाविया में मार्शल टीटो का निधन।
- 1994 - काहिरा में इस्रायल एवं फिलीस्तीनी नेताओं द्वारा फिलीस्तीनी स्वायत्तता से संबंधित ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर।
- 1999 - भूमिगत बारूदी सुरंगों के उत्पादन पर प्रतिबंध लगाने के लिए ओटावा संधि के सभी हस्ताक्षरकर्ता देशों की पहली बैठक मापूतो (मोजाम्बिक) में शुरू।
- 2007 - बैंकॉक में ग्लोवल वार्मिंग पर बैठक सम्पन्न।
- 2008 - सार्वजनिक क्षेत्र की कम्पनी सेल ने भारतीय इस्पात गठबंधन से अपने को अलग किया। म्यांमार की राजधानी रंगून और आसपास के क्षेत्रों में आए भीषण चक्रवाती तूफ़ान नरगिस ने भारी तबाही मचायी। लोकप्रिय पोर्टल याहू को खऱीदने के लिए प्रयत्नशील माइक्रोसॉफ़्ट कॉरपोरेशन ने अपना प्रस्ताव वापस लिया।
- 1799 - मैसूर राज्य का शासक टीपू सुल्तान का निधन हुआ।
- 1926 -कनाडाई अमेरिकी नाभिकीय भौतिकशास्त्री डेविड ऐलन ब्रॉमले का जन्म हुआ, जो आधुनिक भारी आयन विज्ञान के जनक के रूप में जाने जाते हैं।(निधन-10 फरवरी 2005)
- 1825- अंग्रेज़ जीव विज्ञानी थॉमस हेनरी हेक्सले का जन्म हुआ, जिन्होंने समुद्र विज्ञान पर काफी काम किया, बाद में उन्होंने जीवाश्मों का अध्ययन किया, खासकर सरीसृपों तथा मछलियों पर। इसके अलावा वे चाल्र्स डार्विन के विकासवाद के सिद्धान्त के समर्थक थे। (निधन-29 जून 1895)
- 1972- अमेरिकी रसायनज्ञ एडवर्ड कैल्विन कैन्डल का निधन हुआ, जिन्हें ऐड्रीनल कॉर्टेक्स हार्मोन पर अनुसंधान के लिए वर्ष 1950 में शरीरक्रियाविज्ञान/चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार मिला। (जन्म-8 मार्च 1886)
- मॉरिस इविंग
- 1974 - अमेरिका के भू-भौतिकशास्त्री विलियम मॉरिस इविंग का निधन हुआ, जिन्होंने समुद्री रेत तथा तलहटी के बारे में जानकारी तथा समझ को और विकसित किया।(जन्म-12 मई 1906)
- महत्वपूर्ण दिवस- विश्व रेडक्रॉस दिवस।
सत्ता के भ्रष्टाचार को देखें तो वह धर्म और जाति से परे का दिखता है। भ्रष्ट लोगों में भला किस जाति के लोग नहीं दिखते! जिन दलित-आदिवासी अफसरों के भ्रष्टाचार की कहानियां सामने आती हैं, उन्हें सुनकर ऊंची कही जाने वाली जातियों के लोगों के मन में हिकारत जागती है कि जिस जात का है उसकी वजह से हजार-पांच सौ रूपए भी रिश्वत ले लेता है। अपने को ऊंचा मानने वाली जाति का यह अहंकार रहता है कि वह कम रिश्वत लेने वालों को कम सामाजिक समझ रखने वाले मूर्ख भी मान लेता है। छत्तीसगढ़ में पिछले दिनों में जैसे-जैसे भ्रष्टाचार सामने आए हैं, उनके पीछे के नेता और अफसर सभी जातियों के हैं, और उससे यह जाहिर होता है कि खानपान चाहे अलग हो, धार्मिक-सामाजिक रीति-रिवाज चाहे अलग हो, बोली अलग हो, लेकिन रूपए को लेकर नीयत कमोबेश एक सरीखी रहती है, और उसमें कोई जाति-धर्म आड़े नहीं आते। इससे लगता है कि रूपए सबसे अधिक धर्मनिरपेक्ष और जातिविहीन होते हैं, जिनसे किसी को परहेज नहीं होता। अब यहां पर एक-एक नेता-अफसर की जात गिनाकर, धर्म गिनाकर भ्रष्टाचार गिनाना जरूरी नहीं है क्योंकि खबरों को देखें तो यह समझ आ जाएगा कि कौन-कौन से ईश्वर, किस-किस जाति के भगवान अपने किन-किन भ्रष्ट लोगों को देखकर खुश हो रहे होंगे। यह बात तो जाहिर है ही कि ईश्वर को सबसे अधिक चढ़ावा सबसे अधिक भ्रष्ट से ही मिलता है जिसे अपने पापों का प्रायश्चित भी करना होता है, और आगे के लिए अधिक कमाई का आशीर्वाद भी लगता है। ऐसे में हर देश-प्रदेश से आए हुए, हर जाति-धर्म के अफसरों के बीच यह एक अनोखी एकता है जो कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत को एक बनाती है!
नीदरलैंड्स के शहर एम्सटर्डम जाने वाले एक जगह जाना नहीं भूलते, ऐन फ्रांक हाउस. नाजी दौर में अपने परिवार के साथ जान बचाती फिरती एक लड़की की डायरी ने क्रूरता से जूझते उसके मासूम बचपन को दुनिया के सामने खोल कर रख दिया. ऐन फ्रैंक की डायरी उस दौर के प्रामाणिक दस्तावेजों में से एक मानी जाती है. फ्रैंक जर्मनी के फ्रैंकफर्ट शहर में 12 जून 1929 को पैदा हुई थी. 1945 में उत्तरी जर्मनी के बैर्गेन बेल्जेन यातना शिविर में उसने कष्ट और उदासी झेलते हुए पंद्रह साल की उम्र में दम तोड़ा. उसके घर को बाद में ऐन फ्रैंक म्यूजियम में बदल दिया गया. तीन मई 1960 को इसे आम लोगों के लिए खोला गया. एम्सटर्डम जाने वाले अक्सर फ्रैंक म्यूजियम में जाकर उन दिनों के दर्द को महसूस करते हैं.
"क्या कोई भी, यहूदी या गैर यहूदी, कभी यह बात समझेगा कि मैं एक लड़की हूं जो सिर्फ जिंदगी को जिंदादिली से जीना चाहती है?" ऐसे भावों से भरी फ्रैंक की मशहूर डायरी उसके 13वें जन्मदिन पर 12 जून 1942 को उसके पिता को मिली थी. युद्ध खत्म होने पर परिवार के इकलौते जीवित सदस्य उसके पिता ऑटो फ्रैंक एम्सटर्डम लौटे, जहां उन्हें ऐन फ्रैंक की डायरी मिली. 1947 में उनकी कोशिशों से उसकी पहली प्रति डच भाषा में छपी. इस डायरी में 1942 से 1944 तक के फ्रैंक के जीवन की कहानी है.
फ्रैंक का जन्म फ्रैंकफर्ट में हुआ था. लेकिन 1933 में जर्मनी में नाजियों के शासन में आने पर उनका परिवार नीदरलैंड्स के शहर एम्सटर्डम चला गया. 1942 में वहां भी नाजियों का प्रभाव बढ़ने पर जान बचाने के लिए उनका परिवार तहखाने में छिप कर रहने लगा, जहां कुछ दोस्तों के जरिए उन्हें खाने पीने और जरूरी चीजों की मदद मिलती थी. फ्रैंक ने उन्हीं दिनों यह डायरी लिखी. लेकिन उनके यहूदी होने का राज बहुत देर तक छुप नहीं सका और वे ढूंढ लिए गए. यहां से उन्हें आउश्वित्स यातना शिविर भेज दिया गया. 1945 में ऐन और उनकी बहन मार्गोट की यातना शिविर में ही मौत हो गई.
- 1919 - अमानुल्ला खान द्वारा ब्रिटिश भारत पर आक्रमण।
- 1968 -डॉ. डेन्टन कूली ने अमेरिका का पहला हृदय प्रत्यारोपण सफलतापूर्वक संपन्न किया।
- 1998 - यूरो को यूरोपीय मुद्रा के रूप में स्वीकार करने का यूरोपीय नेताओं का ऐतिहासिक फैसला।
- 2002 - अमेरिकी मीडिया ने परवेज मुशर्रफ़ के जनमत संग्रह को शर्मनाक जनमत संग्रह बताया।
- 2003 - आस्ट्रेलिया के स्टीव वॉ टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बने।
- 2004 - वेस्टइंडीज ने छठे एक दिवसीय मैच में इंग्लैंड को चार विकेट से परास्त किया।
- 2006 - पाकिस्तान और ईरान ने 3 देशों की गैस पाइप लाइन परियोजना से भारत को अलग करने के उद्देश्य से द्विपक्षीय गैस पाइप लाइन करार पर दस्तखत किए। शिक्षाविद कमलेश पटेल को ब्रिटेन के हाउस आफ़ लाड्र्स में ग़ैर दलीय पीयर नियुक्त किया गया।
- 2008 - टाटा स्टील लिमिटेड को ब्रिटेन में कोयला खनन करने का पहला लाइसेंस प्राप्त हुआ। पाकिस्तानी जेल में सज़ा काट रहे भारतीय क़ैदी सरबजीत सिंह की फांसी की सज़ा अनिश्चित समय तक टाली गई। नेपाली प्रधानमंत्री गिरिजा प्रसाद कोइराला संविधान सभा के लिए चुने गये। दक्षिणी चिली के लास लगासे क्षेत्र में हज़ारों साल से निष्क्रिय पड़ा एक ज्वालामुखी फटा।
- 1955 - प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ उमा भारती का जन्म हुआ।
- 1951 - प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ अशोक गहलोत का जन्म हुआ।
- 1969 - भारत के तीसरे राष्ट्रपति डॉक्टर ज़ाकिर हुसैन का निधन हुआ। (जन्म-1897)
- 1981 - मशहूर अभिनेत्री नर्गिस का निधन हुआ।
- 2006 -भारत के राजनीतिज्ञ प्रमोद महाजन का निधन हुआ। (जन्म 1949)
- 1860-स्कॉटलैण्ड के शरीर क्रिया विज्ञानी तथा दर्शन शास्त्री जॉन स्कॉट हेल्डेन का जन्म हुआ, जिन्होंने मानव श्वसन, फेफड़ों की बीमारियों, तथा रक्त पर व्यापक अध्ययन किया। (निधन- 14 मार्च 1936
- 1933-अमेरिकी भौतिक विज्ञानी स्टीवन वाइनबर्ग का जन्म हुआ, जिन्हें सन् 1979 मे शैल्डन ली ग्लाशो तथा अब्दुस सलाम के साथ इलेक्ट्रोवीक सिद्धान्त देने के लिए नोबेल पुरस्कार मिला।
- 1880 -अमेरिकी खगोलभौतिकीविद् जोनाथन होमर लैन का निधन हुआ, जो पहले व्यक्ति थे जिन्होंने बताया कि सूरज एक गैसीय पिण्ड है। उनके काम ने सूरज के अन्दर के दाब, तापमान, घनत्व के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध कराई हैं। ( जन्म-9 अगस्त 1819)
- 1910 -अमेरिकी चिकित्सक हॉवर्ड टी. टेलर रिकेट्स का निधन हुआ, जिन्होंने रॉकी माउन्टेन चित्तीदार बुखार के कारक तथा उसके संक्रमण के बारे में बताया। (जन्म-9 फरवरी 1871)
- महत्वपूर्ण दिवस- विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस, अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा दिवस।
फसल बीमा घोटाले को लेकर जिस तरह पिछले मुख्य सचिव अजय सिंह के खिलाफ एक जांच दर्ज करने की तैयारी चल रही है, उससे छत्तीसगढ़ के सहमे हुए अफसरों की रीढ़ की हड्डी में एक बार और सिहरन दौड़ गई है। दरअसल राज्य बनने के बाद से अब तक के इतने बरसों में किसी ने यह सोचा नहीं था कि सरकारी कामकाज को लेकर कोई सरकार इतने सारे अफसरों के खिलाफ इतने आक्रामक तरीके से जांच और मुकदमे शुरू कर देगी। लेकिन सरकार के तेवर वैसे ही आक्रामक बने हुए हैं जैसे पिछले पन्द्रह बरस के विपक्ष में थे। और दूसरी तरफ पन्द्रह बरस की सरकार के अफसरों का हाल यह था कि उनको यह लगना बंद हो गया था कि कभी कोई और सरकार भी आ सकती है।
मंत्रालय में एक आला अफसर का कहना है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की यही रफ्तार रही, तो पांच बरस का कार्यकाल पूरा होने तक आल इंडिया सर्विस छत्तीसगढ़ में दर्जन भर अफसर खो बैठेगी, नीचे के कई अफसरों को प्रमोशन का मौका मिलेगा, और राज्य को केन्द्र से मांग करनी पड़ेगी कि और अफसर दिए जाएं। दूसरी तरफ राज्य में केन्द्रीय सेवा के अफसरों के दबदबे के खिलाफ कुछ ऐसे वरिष्ठ आईएएस हैं जो मानते हैं कि राज्य को राज्य सेवा के अधिकारियों को ही बढ़ावा देना चाहिए, और अधिक से अधिक जिम्मा उनको देना चाहिए। कुल मिलाकर राज्य बनने के बाद से पहली बार आला अफसरों में मुख्यमंत्री के तेवरों को लेकर, और अपने भविष्य को लेकर इतना गहरा विचार-विमर्श चल रहा है। फिर आपस में इस बात पर शर्त भी लग रही है कि जिन अफसरों को जेल जाने के आसार हैं, वे कब तक जेल चले जाएंगे, या नहीं जाएंगे? आरोपों से घिरे हुए एक अफसर के बारे में कुछ समय पहले तक ऐसी चर्चा थी कि जिस वजह से अजीत जोगी को कांग्रेस के भीतर बार-बार माफी मिल जाती थी, उसी वजह से इस अफसर को भी बख्श दिया जाएगा। लेकिन फिर ईओडब्ल्यू में जब जुर्म दर्ज हो गया, तो वह चर्चा अपने आप खारिज हो गई, और उसके साथ ही यह सवाल भी उठ खड़ा हुआ कि ईश्वर इस बार कांग्रेस में माफी के लिए जोगी का साथ देगा, या नहीं?
अच्छी घटनाओं में कहें तो भारतीय सिने जगत के बेहतरीन निर्माता, निर्देशक और लेखक सत्यजीत रे का जन्म दो मई को ही हुआ था और बुरी घटनाओं की बात करें तो महान चित्रकार लिआनार्दो द विंची आज ही के दिन इस दुनिया को अलविदा कह गए थे।
साल के हर दिन की तरह 2 मई के नाम पर भी इतिहास की कई अच्छी बुरी घटनाएं दर्ज हैं। अच्छी घटनाओं में कहें तो भारतीय सिने जगत के बेहतरीन निर्माता, निर्देशक और लेखक सत्यजीत रे का जन्म दो मई को ही हुआ था और बुरी घटनाओं की बात करें तो महान चित्रकार लिआनार्दो द विंची आज ही के दिन इस दुनिया को अलविदा कह गए थे।
- 1800-अंग्रेज़ रसायनज्ञ विलियम निकोल्सन ने पहली बार विद्युतधारा द्वारा रासायनिक अभिक्रिया करायी।
- 1887-सेल्युलॉइड फोटोग्राफिक फिल्म के लिए रैवेरेन्ड हैनिबल विलिस्टन गुडविन ने पेटेन्ट प्राप्त किया।
- 1986 - संयुक्त राष्ट्र अमेरिका की 30 वर्षीया एन. बैन्क्राफ़ उत्तरी धु्रव पर पहुंचने वाली प्रथम महिला बनीं।
- 1997 - ब्रिटेन में 18 वर्षों बाद लेबर पार्टी सत्ता में, उसके नेता टोनी ब्लेयर ब्रिटेन के संसदीय इतिहास में सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री बने।
- 1999 - मिरया मोस्कोसो पनामा की प्रथम महिला राष्ट्रपति नियुक्त।
- 2002 - पाकिस्तान के इंजामामुल हक ने न्यूजीलैंड के ख़िलाफ़ 329 रन बनाये।
- 2004 - मारेक बेल्का पोलैंड के नये प्रधानमंत्री बने।
- 2008 - अनिल अम्बानी ग्रुप की फर्म रिलायंस पावर लिमिटेड ने इण्डोनेशिया में तीन कोयला खदानों का अधिग्रहण किया। ब्रिटेन के स्थानीय चुनाव में सत्तारुढ़ लेबर पार्टी की हार हुई। अमेरिका ने म्यांमार पर नए प्रतिबन्ध लगाये।
- 2010 - सेवी का प्राथमिक पूंजी बाज़ार में नए इश्युओं की खऱीद के लिए आवेदन करते समय संस्थागत निवेशकों को भी खुदरा निवेशकों की तरह शत प्रतिशत भुगतान करने का निर्देश प्रभावी हो गया।
- 1921 - ऑस्कर पुरस्कार सम्मानित फि़ल्म निर्माता, निर्देशक और लेखक सत्यजित राय का जन्म हुआ।
- 1903 - अमेरिकी चिकित्सक बेन्जामिन स्पॉक का जन्म हुआ, जो बीसवीं शताब्दी के शिशु देखभाल अधिकारियों में एक थे। उन्होंने बच्चों की देखभाल के लिए किताबें लिखी। उनकी पुस्तक बेबी ऐन्ड चाइल्ड केयर (1946, छठा संस्करण 1992) दुनिया की 42 भाषाओं में छपी तथा उसकी लाखों प्रतियां बिकीं। (निधन-15 मार्च 1998)
- 1802 - जर्मन रसायनज्ञ और चिकित्सक हेनरी गुस्टाव मैगेनस का जन्म हुआ, जिन्होंने मैग्नस प्रभाव (घूमते सिलण्डर द्वारा खींचने के लिए उत्पादित बल) की खोज की और रसायन विज्ञान में पहले प्लैटिनो-अमोनियम यौगिक का निर्माण किया। (निधन-4 अप्रैल 1870)
- 1519 -इटली के चित्रकार, मूर्तिकार तथा इंजीनियर लियोनार्डो डा विन्चीका निधन हुआ। वे एक महान इंजीनियर और अन्वेषक थे जिन्होंने कई इमारतें, पुल, नहर आदि का निर्माण किया। और खासकर वे अपने चित्रों मोनालिसा और द लास्ट सपर के लिए जाने जाते हैं। (जन्म 15 अप्रैल 1452)
- 1892 -जर्मन रसायनशास्त्री ऑगस्ट विल्हेम वॉन हॉफमैन का निधन हुआ, जिन्होंने अपने विद्यार्थी सर विलियम हेनरी पर्किन के साथ ऐनिलीन पर अनुसंधान किया जिससे ऐनिलीन डाई उद्योग का आधार रखा। इन्होंने फॉर्मैल्डीहाइड सहित रोज़ैनिलीन आदि कई यौगिकों का निर्माण किया। (जन्म 8 अप्रैल 1818)
- महत्वपूर्ण दिवस- विश्व अस्थमा दिवस।
बृजमोहन अग्रवाल लखनऊ में केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के चुनाव प्रचार की कमान संभाल रहे हैं। चुनावी सभा में राजनाथ सिंह ने बृजमोहन की कार्यशैली की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि बृजमोहन जबसे चुनाव लड़ रहे हैं, उन्हें कभी हार का सामना नहीं करना पड़ा। छत्तीसगढ़ में सरकार नहीं बन पाई, लेकिन एक बात तय थी कि बृजमोहन अग्रवाल अच्छे वोटों से जीतेंगे। राजनाथ ने आगे कहा कि बृजमोहन पार्टी के प्रति निष्ठावान हैं और यही वजह है कि वे यहां पार्टी के प्रचार के लिए आए हैं। इसके बाद सभा में मौजूद लोगों ने जमकर तालियां बजाईं।
बृजमोहन को चुनाव प्रबंधन में माहिर माना जाता है। छत्तीसगढ़ में पार्टी की सरकार रहते कठिन उपचुनावों में उन्हें चुनाव संचालन की जिम्मेदारी दी गई थी और उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में पार्टी उम्मीदवार को जीत दिलाई। प्रदेश से बाहर भी दिग्गज नेता चुनाव प्रचार की कमान उन्हें सौंपते रहे हैं। उन्होंने प्रतिष्ठापूर्ण छिंदवाड़ा लोकसभा उपचुनाव में सुंदरलाल पटवा के चुनाव प्रचार की कमान संभाली थी। उन्हें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने भी अपने चुनाव में प्रचार के लिए बुलाया था। ये अलग बात है कि इतनी प्रतिभा होते हुए भी प्रदेश भाजपा की राजनीति में संगठन में हावी नेता उन्हें हाशिए पर ढकेलने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं।
मौसम मंत्री भी देखने आए
कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे का लखनऊ के अस्पताल में इलाज चल रहा है। उन्हें देखने के लिए सीएम भूपेश बघेल के साथ-साथ सरकार के कई मंत्री पहुंचे। न सिर्फ राज्य के मंत्री बल्कि बाहर के भी अलग-अलग पार्टियों के कई नेता भी उनका कुशलक्षेम पूछने अस्पताल गए। मेल-मुलाकात करने वालों में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विधि मंत्री बृजेश पाठक भी थे।
बृजेश पाठक को लेकर यहां के नेताओं में उत्सुकता ज्यादा रही। उन्हें उत्तरप्रदेश का मौसम विज्ञानी माना जाता है। यानी बृजेश पाठक जिसकी भी सरकार रही, उसके साथ रहे और उन्हें उस पार्टी में अहम जिम्मेदारी भी मिली। पहले वे बसपा में थे और वे बसपा सरकार में मंत्री रहे। उससे पहले सपा सरकार में मंत्री रहे। बाद में हवा का रूख भांपकर भाजपा में आ गए और चुनाव जीतकर मंत्री का दायित्व संभाल रहे हैं। प्रदेश के नेता उनसे दल बदल के बावजूद प्रभावशाली रहने का गुर जानने की कोशिश करते रहे।
हर साल 1 मई को मनाए जाने वाले मई दिवस के दिन बहुत से देशों में सरकारी छुट्टी होती है. अंतरराष्ट्रीय श्रमिक आंदोलनों की याद में दुनिया के कई देशों में यह दिन अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के रूप में मनाया जाता है. हमेशा ऐसा नहीं था कि काम नियम से हो. पहले श्रमिकों को हफ्ते में सातों दिन सौ-सौ घंटे तक काम करना पड़ता था. सन् 1886 में अमेरिका के शिकागो में रोजाना आठ घंटे काम करने की मांग कर रहे श्रमिकों ने हड़ताल की. आंदोलनकारियों पर नियंत्रण के लिए पुलिस ने गोलीबारी शुरू कर दी. इस हिंसक मुठभेड़ में दर्जनों लोग मारे गए और कई घायल हो गए.
इस घटना के कुछ साल बाद हर साल इसी दिन को पूरी दुनिया में श्रमिकों के अधिकारों के लिए रैलियों और प्रदर्शनों का सिलसिला चलने लगा. सन 1904 में एम्सटर्डम में हुई अंतरराष्ट्रीय सोशलिस्ट कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि “सभी सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी संगठन और सभी देशों की ट्रेड यूनियनें आठ घंटे के दैनिक काम के मुद्दे पर एकजुट होकर संघर्ष करेंगी.” इसे विश्व शांति के लिए बेहद अहम बताया गया. 1914 में कार निर्माता फोर्ड वह पहली कंपनी बनी जिसने अपने कर्मचारियों के लिए आठ घंटे काम करने का नियम लागू किया.
भारत में मई दिवस मनाने की शुरुआत सन 1923 में चेन्नई में हुई. इसके साथ ही भारत उन करीब 80 देशों की सूची में शामिल हो गया जहां एक मई को श्रम दिवस के रूप में मनाया जाता है. अब पूरे देश की ट्रेड यूनियनें इस दिन को मनाती है और कई कार्यक्रम आयोजित होते हैं.
- 1889- बेयर ने जर्मनी पाउडर रूप में एस्पिरिन की खोज की।
- 1924-पहली बार अमेरिका के मिशीगन राज्य में आयोडीनयुक्त नमक की बिक्री हुई।
- 1945 - सोवियत लाल सेना का बर्लिन में प्रवेश।
- 1984 - फू दोरजी बिना ऑक्सीजन के माउंट एवरेस्ट पर चढऩे में सफल।
- 1993 - श्रीलंका के राष्ट्रपति रणसिंघे प्रेमदास की बम विस्फोट में मृत्यु।
- 1996 - संयुक्त राष्ट्र ने स्वयं को सरकारी तौर पर निर्धन घोषित किया।
- 1998 - पोलैंड, हंगरी और चेक गणराज्य को नाटो में शामिल करने संबंधी प्रस्ताव सीनेट में पारित।
- 1999 - नेपाल में मृत्युदंड की सज़ा समाप्त।
- 2000 - अंतर्राष्ट्रीय अन्तर-संसदीय संघ ने पाकिस्तान, आइवरी कोस्ट व सूडान को देश की संसद भंग करने के लिए संघ की सदस्यता से निलंबित किया।
- 2001 - लश्कर-ए-तोइबा व जैश-ए-मोहम्मद संयुक्त राज्य अमेरिका में आतंकवादी संगठन घोषित, भारत संयुक्त अमेरिकी की विशेष 301 सूची में शामिल।
- 2004 - यूरोपीय संघ में 10 नये राष्ट्र शामिल।
- 2005 - सद्दाम हुसैन ने सशर्त रिहाई की अमेरिकी पेशकश ठुकराई।
- 1913 - हिन्दी फि़ल्म अभिनेता बलराज साहनी का जन्म हुआ।
- 1919 - भारतीय गायक मन्ना डे का जन्म हुआ।
- 1932 - भारतीय राजनीतिज्ञ एस. एम. कृष्णा का जन्म हुआ।
- 1839-फ्रांसीसी रसायनशास्त्री एवं उद्योगपति हिलैर चैर्डोनैट का जन्म हुआ , जिन्होंने सर्वप्रथम रेयॉन का आविष्कार किया। जब पहली बार इसे पेरिस में लोगों को दिखाया गया तो लोगों ने उसे चैर्डोनैट का रेशम कहा।(निधन-12 मार्च 1924)
- 1852-स्पेन के शरीर क्रिया विज्ञानी सैन्टिएगो रैमन वाय कैयल का जन्म हुआ, जिन्होंने कैमिलो गॉल्गी के साथ यह बताया कि न्यूरॉन या तंत्रिकाकोशिका, तंत्रिका संरचनाओं की आधारभूत इकाई होते हैं। इन्होंने सूक्ष्मदर्शी की नई तकनीक भी खोजीं। (निधन-17 अक्टूबर 1934)
- 1991-अंग्रेज़ जीव विज्ञानी चाल्र्स एल्टन का निधन हुआ, जिन्होंने आधुनिक जन्तु पारिस्थितिकी के मूलभूत सिद्धान्त प्रतिपादित किए तथा जानवरों के समाजशास्त्र तथा अर्थशास्त्र के बारे में बताया। (जन्म 29 मार्च 1900)
- 1774 -ब्रिटेन के ऐनाटॉमिस्ट तथा शरीर क्रिया विज्ञानी विलियम हेवसन का निधन हुआ, जिन्होंने खून के जमने की प्रक्रिया को समझाया और फाइब्रिनोजन नामक प्रोटीन को अलग किया। जिन्होंने उसे कॉएगुलेबल लिम्फ कहा। उन्होंने लाल रक्त कणिका के बारे में भी बताया। (जन्म-17 नवम्बर 1739)।
- महत्वपूर्ण दिवस- विश्व श्रमिक दिवस (मई दिवस), महाराष्ट्र दिवस, गुजरात दिवस।