स्थायी स्तंभ
रोल्ड अमंडसेन अपनी टीम के साथ उत्तरी ध्रुव पहुंचने वाले पहले व्यक्ति थे. लेकिन 16 जून को उन्होंने कनाडा के नॉर्थवेस्ट पैसेज का पता लगाया.
1903 में नॉर्वे के रोल्ड अमंडसेन ने कनाडा के द्वीपों को पार अटलांटिक और प्रशांत महासागरों को जोड़ने वाले समुद्री मार्ग की खोज की. इस रास्ते को नॉर्थवेस्ट पैसेज कहते हैं. उन्होंने यह यात्रा मछली पकड़ने वाले जहाज ग्योआ में की. उनके साथ इस खोज में तीन लोग थे.
इस दौरान आर्कटिक में रहने वाले लोगों से उन्होंने ठंड से लड़ने के कई तरीके सीखे. पहले वह अपना जैकेट पहने रहते थे लेकिन ध्रव में रह रहे नेटसिलिक लोगों ने उन्हें जानवरों की खाल के बने खास कपड़ों के बारे में बताया.
1906 में ग्योआ आलास्का जिले के नोम शहर पहुंचे. उसी दौरान नॉर्वे ने स्वीडन से आजादी हासिल कर ली और अमंडसेन ने स्वीडन के नए राजा हाकोन सांतवें को अपनी सफलता के बारे में बताया. 1906 नवंबर में अमंडसेन वापस अपने देश पहुंचे. उनका जहाज ग्योआ वहीं रह गया, लेकिन 1972 में उसे वापस ओस्लो लाया गया.
दिसंबर 1911 में अमंडसेन ने दक्षिणी ध्रुव का पता लगाने के लिए एक बड़ी यात्रा का आयोजन किया और वहां पहुंचे भी. 1928 में उत्तरी ध्रुव से आ रहे एक जहोज के लापता होने के बाद अमंडसेन राहत पहुंचाने और जहाज को ढूंढने गए लेकिन खुद मौसम का शिकार हुए और खो गए. उसके बाद किसी ने उन्हें कभी नहीं देखा.
- 1606- जहांगीर के शासनकाल में गुरु अर्जुन देव को लाहौर (पाकिस्तान) में भयंकर यातना देकर मार डाला गया।
- 1858- प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान मोरार की लड़ाई लड़ी गई।
- 1903- पेप्सी कोला कम्पनी ने पेप्सी कोला नाम के लिए अमेरिकी पेटेन्ट प्राप्त किया। हेनरी फोर्ड ने वाहन निर्माण की सुप्रसिद्ध फोर्ड कम्पनी की स्थापना की।
- 1983 - छत्तीसगढ़ के गुरु घासीदास विश्वविद्यालय की स्थापना हुई।
- 2001 - अमेरिकी राष्ट्रपति बुश की पांच दिवसीय यूरोप यात्रा रूस में समाप्त, पुतिन ने अमेरिकी प्रक्षेपास्त्र कार्यक्रम का विरोध किया।
- 2006 - नेपाल में माओवादी अंतरिम सरकार में शामिल होने पर सहमत।
- 2007 - सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में लगातार सबसे लम्बे समय तक रहने वाली महिला बनीं।
- 2008 - उत्तर प्रदेश राज्य वित्त मंत्रालयों का एक पैनल पेट्रोलियम ईधनों पर बिक्रीकर में कटौती पर सहमत हुआ। मशहूर शायर वसीम बरेलवी को प्रथम फिऱाक़ गोरखपुरी पुरस्कार प्रदान किया गया। विश्व में इस्पात बनाने की सबसे बड़ी कम्पनी आर्सेलर मित्तल ने अमेरिकी कम्पनी बंभू स्टील का अधिग्रहण किया। प्रमुख माओवादी नेता पुष्पकमल दहल उफऱ् प्रचंड को नेपाल में शान्ति के क्षेत्र में दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान डॉक्टर दिली रमण रेगमी राष्ट्रीय शांति पुरस्कार प्रदान किया गया।
- 1920-हिन्दी फि़ल्मों के पाश्र्वगायक और संगीतकार हेमन्त कुमार का जन्म हुआ।
- 1925 - भारतीय स्वाधीनता सेनानी और राजनीतिज्ञ देशबंधु चितरंजन दास का जन्म हुआ।
- 1902- अमेरिकी वैज्ञानिक बारबरा मैकक्लिंटॉक का जन्म हुआ, जो आनुवांशिकी पर कार्य करने वाले शुरुआती वैज्ञानिकों में एक जानी जाती हैं। वर्ष 1940 से 1950 के दरम्यान उन्होंने मक्के पर काम किया और मालूम किया कि जीन स्थानांतरित हो सकते हैं। (निधन-3 सितम्बर 1992)
- 1902- अमेरिकी जीवाश्म विज्ञानी जॉर्ज गैलॉर्ड सिम्पसन का जन्म हुआ, जिन्होंने भूतकाल के जीवों और उस समय के वातावरण के बारे में अध्ययन किया। सन् 1953 में उन्होंने 5 करोड़ वर्ष पुराना घोड़े का जीवाश्म खोजा। (निधन-6 अक्टूबर 1984)
- 1977-अमेरिकी इंजीनियर वर्नर वॉन ब्राउन का निधन हुआ, जो रॉकेट के विकास तथा अंतरिक्षयान के निर्माण में सहायता के लिए जाने जाते हैं। (जन्म 23 मार्च 1912)।
रायपुर के नवनिर्वाचित सांसद सुनील सोनी के स्वागत-अभिनंदन का दौर चल रहा है। मगर, पार्टी का एक खेमा अभी भी इसको लेकर सहज नहीं है। पिछले दिनों एकात्म परिसर में उनकी बड़ी जीत पर शहर जिला भाजपा की तरफ से उनकी जीत पर स्वागत का कार्यक्रम रखा गया। कार्यक्रम से पूर्व मंत्री राजेश मूणत के करीबी लोग दूर रहे। इसी तरह रायपुर उत्तर में भी सुनील सोनी के स्वागत कार्यक्रम में पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी सहित उत्तर के ज्यादातर नेता नहीं आए।
सुनील सोनी को निर्विकार भाव का नेता माना जाता है। उन्हें इस बात से कोई बहुत ज्यादा फर्क पड़ता नहीं दिख रहा है कि कौन उनका सम्मान कर रहे हैं और कौन उनसे दूरी बना रहे हैं। लेकिन सांसद बनने के बाद बिना किसी प्रचार-प्रसार के जिस तरह स्थानीय समस्याओं को सुलझाने में जुटे हैं, उसकी तारीफ हो रही है। वे पिछले दिनों एम्स गए और वहां जाकर मरीजों की समस्याओं की सुध ली। उन्होंने मरीजों के आने-जाने के लिए एम्स के पिछवाड़े में नया गेट बनवाने के लिए प्रबंधन को राजी किया, साथ ही सरोना रेलवे स्टेशन से मरीजों को एम्स तक पहुंचने में दिक्कत न हो, इसके लिए नगर निगम की मदद से सड़क बनवाने के प्रस्ताव पर सहमति दिलाई।
यह काम छोटा भले दिख रहा हो लेकिन मरीजों को काफी राहत दिलाने वाला है। पहले एम्स अस्पताल आने के लिए टाटीबंध के मुख्य मार्ग से ही होकर आना पड़ता था। इसी तरह सुनील सोनी ने रेलवे अस्पताल में आम लोगों का इलाज सुनिश्चित करने के लिए रेलवे अफसरों से चर्चा की। इसके लिए सहमति भी बन गई है। सुबह से रात तक लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए जिस तरह भाग-दौड़ करते दिख रहे हैं, उनसे से काफी अपेक्षाएं भी हैं।
संन्यासभाव का सांसद-2
राजनांदगांव के सांसद संतोष पाण्डेय का कद पार्टी के भीतर तेजी से बढ़ा है। उन्हें भाजपा संसदीय दल का सचेतक बनाया गया है। यही नहीं, पार्टी ने उन्हें छत्तीसगढ़ में सदस्यता अभियान का प्रभारी बनाया है। संतोष पाण्डेय किसी गुट से नहीं जुड़े हैं। वे संघ के पसंदीदा माने जाते हैं। लोकसभा चुनाव में कई बड़े लोगों ने या तो उनके खिलाफ काम किया या फिर प्रचार से अलग रहे। मगर, संतोष पाण्डेय ने किसी की शिकायत नहीं की। लोकसभा चुनाव के दौरान जैसे ही राजनांदगांव में मतदान खत्म हुआ, वे रायपुर में चुनाव प्रचार के लिए आ गए। उनकी कार्य निष्ठा और समर्पण की पार्टी के कई लोग तारीफ करते नहीं थकते हैं। ऐसे में पार्टी के भीतर उनके बढ़ते कद से हैरानी नहीं हो रही है।
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यूरोपीय फुटबॉल में चैंपियंस लीग, यूरोपीय चैंपियनशिप, सुपर कप और दूसरे प्रमुख मुकाबले कराने की जिम्मेदारी यूएफा नाम के संगठन की है. यूएफा नाम है यूरोप के फुटबॉल संघों के संगठन का, जिसका गठन 1954 में आज ही के दिन हुआ था.
यूएफा संघ फीफा के 6 महाद्वीपीय मंडलों में से एक है. इटली, फ्रांस और बेल्जियम जैसे देशों के प्रमुख फुटबॉल संगठनों के साथ विचार विमर्श के बाद यूएफा का गठन 15 जून 1954 को स्विट्जरलैंड के बासेल शहर में हुआ था.
25 सदस्यों के साथ शुरुआत करने वाले यूएफा के इस समय 54 सदस्य हैं. बाद में कई एशियाई देश जैसे कजाकस्तान और इजराइल भी यूएफा में शामिल हो गए. सभी प्रमुख मुकाबलों से संबंधित मीडिया अधिकार, कार्यक्रम और पुरस्कारों के बारे में तय करना यूएफा के हाथ में ही है.
- 1752 -बेन फ्रैन्कलिन ने अपने पतंग से संबन्धित प्रयोग के जरिए साबित किया कि आकाश (बादलों) की बिजली और लोहे की चाबी लगी पतंग में परस्पर सम्बन्ध है।
- 1844 -चाल्र्स गुडइयर को रबर के वल्कनीकरण के लिए पेटेन्ट जारी किया गया।
- 1908- कलकत्ता शेयर बाज़ार की शुरुआत हुई।
- 1994 - सं.रा. अमेरिका ने सल्फऱ डाईआक्साइड गैस के वायुमंडल में उत्सर्जन को कम कर अम्ल वर्षा रोकने हेतु 26 यूरोपीय देशों और कनाडा के बीच हुए समझौते में शामिल होने से इंकार किया, इस्रायल और वैटीकन सिटी में राजनयिक संबंध स्थापित।
- 1997 - आठ मुस्लिम देशों द्वारा इस्तांबुल में डी-8 नामक संगठन का गठन।
- 1999 - लाकरबी पैन एम. विमान दुर्घटना के लिए लीबिया पर मुकदमा चलाये जाने की अमेरिकी अनुमति।
- 2001 - शंघाई-पांच शिखर सम्मेलन बीजिंग में सम्पन्न, शंघाई पांच अब शंघाई सहयोग संगठन बना, भारत व पाकिस्तान दोनों को सदस्यता न देने का निर्णय।
- 2004 - ब्रिटेन के साथ परमाणु सहयोग को राष्ट्रपति बुश की स्वीकृति मिली। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की आत्मकथा माई लाइफ़ बेस्ट सेलर बनी।
- 2005 - जमैका के आसफा पावेल का एथेंस में 8.77 सेकेण्ड का समय लेकर 100 मीटर फर्राटा दौड़ में नया विश्व रिकार्ड।
- 2006 - भारत और चीन ने पुराना सिल्क रूट खोलने का निर्णय लिया।
- 2008-आक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने पहली बार अल्ट्रावायलेट प्रकाश का विस्फोट कर बड़े सितारों की अंतिम स्थिति देखी।
- 1950 - भारतीय उद्योगपति लक्ष्मी मित्तल का जन्म हुआ।
- 1929 -प्रसिद्ध अभिनेत्री और गायिका सुरैया का जन्म हुआ।
- 1915-अमेरिकी चिकित्सक और विषाणु विज्ञानी थॉमस हकल वेलर का जन्म हुआ, जिन्हें पोलियोमायलाइटिस नामक विषाणु को प्रयोगशाला में उपजाने के लिए जॉन ऐन्डर्स और फ्रेड्रिक रॉबिन्स के साथ 1954 में शरीर क्रिया विज्ञान/चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार मिला।
- 1754-स्पेन के रसायनज्ञ तथा खनिज-विज्ञानी जुवान जोज़ डि ऐल्हुयर का जन्म हुआ जिन्होंने अपने भाई के साथ मिलकर टंगस्टन धातु को उसके अयस्क वोल्फ्रैमाइट से सफलतापूर्वक अलग किया। (निधन-20 सितम्बर 1796)
- 1971-अमेरिकी जैव रसायनज्ञ वैन्डेल मैरेडिथ स्टैन्ले का निधन हुआ, जिन्हें जॉन नॉरथ्रॉप और जेम्स समनर के साथ विषाणुओं के क्रिस्टलीकरण तथा उनकी आण्विक संरचना बताने के लिए 1946 में रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ। (जन्म-16 अगस्त 1904)
- 1869-अमेरिकी अन्वेषक और आविष्कारक जोजफ़ डिक्सन का निधन हुआ, जिन्होंने ग्रेफाइट को औद्योगिक रूप से इस्तेमाल करने की शुरूआत की। (जन्म 18 जनवरी 1799)।
बहुत बड़ी-बड़ी शादियों में जहां हजारों मेहमान होते हैं, और बहुत से ऐसे लोग भी पहुंचते हैं जो कि वीआईपी कहलाते हैं, वहां स्टेज पर जाने की आपाधापी लगी रहती है। कई लोग घंटे भर तक कतार में लगे रहते हैं, और कातर निगाहों से स्टेज की तरफ देखते रहते हैं जहां दूसरी तरफ की उतरने के लिए रखी गई सीढिय़ों से वीआईपी चढ़ते रहते हैं, और आम लोगों की कतार खिसकने का नाम नहीं लेती। ऐसी आम कतारों में खास लोगों के लिए कैसी भावनाएं रहती हैं, उन्हें अगर खास लोग सुन लेंगे, तो अगली बार कतार में लगना उन्हें सस्ता लगने लगेगा। जिस तरह 25-30 बरस पहले आम सिनेमाघरों में आम दर्जे की टिकट पाने के लिए लोगों को मशक्कत करनी पड़ती थी, आज स्टेज पर जाकर दुल्हा-दुल्हन को लिफाफा या गुलदस्ता, या तोहफा देने में कुछ वैसी ही मशक्कत करनी पड़ती है। इसके अलावा बड़ी शादियों में पार्किंग का जो हाल रहता है, उसे देखते हुए ऐसा लगता है कि शहर से विवाहस्थल के बीच किसी जगह पर बड़ी सी पार्किंग रखनी चाहिए और वहां से मेहमानों को दावत के शामियाने तक ले जाने के लिए आरामदेह बसें चलानी चाहिए। नया रायपुर की खाली जमीनों पर विवाहस्थल के लिए कुछ एकड़ के टुकड़े लंबी लीज पर देने की योजना थी, उसका फिर बाद में पता नहीं क्या हुआ। नया रायपुर प्राधिकरण ने एक बार टेंडर निकाला, लेकिन उसमें किसी ने दिलचस्पी ली नहीं थी। अब शर्तें बदलकर ऐसा फिर से करना चाहिए, और उसके लिए नया रायपुर में शहर के पास की जगह ही तय करनी चाहिए जिससे लोग सामने आ सकें।
पुण्य कमाने का मौका
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भाजपा सरकार के वक्त बनाए गए एक विवादास्पद स्काईवॉक को लेकर आज की कांग्रेस सरकार हैरान-परेशान है कि इसे मार दिया जाए, या छोड़ दिया जाए, बोल तेरे साथ क्या सुलूक किया जाए? सरकार जो भी फैसला लेगी, उस पर उसकी आलोचना छोड़ कुछ नहीं होगा। ऐसे में किसी ने एक वॉट्सऐप मैसेज पर एक शानदार रास्ता सुझाया है। कोलकाता म्युनिसिपल ने अभी टेंडर निकाला है कि वहां के विख्यात मंदिर कालीघाट में दर्शनार्थियों के चलने के लिए एक स्काईवॉक बनाया जाना है। इसके लिए म्युनिसिपल ने कंपनियों से टेंडर बुलाए हैं। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार चाहे तो यह स्काईवॉक काली मंदिर के दर्शनार्थियों के लिए भेंट में दे सकती है, और चूंकि मामला मंदिर का रहेगा इसलिए भाजपा के लोग भी विरोध कर नहीं पाएंगे, और छत्तीसगढ़ सरकार पुण्य भी कमा लेगी।
गाने वाले कलेक्टर
राजधानी रायपुर के नए कलेक्टर एस.भारती दासन फेसबुक पर सक्रिय रहते हैं, और हिन्दी और तमिल दोनों भाषाओं के गानों के अपने खुद के बनाए हुए वीडियो पोस्ट भी करते रहते हैं। उन्होंने एग्रीकल्चर की पढ़ाई की हुई है, और जिले के ग्रामीण हिस्सों में राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरुवा-घुरुवा में भी उनकी अतिरिक्त दिलचस्पी हो सकती है। चुनाव के दौरान वे चुनाव आयोग में तैनात रहे, और ऐसा लगता है कि उनका काम ठीक रहा, इसलिए राज्य सरकार ने प्रदेश का सबसे महत्वपूर्ण माना जाने वाला जिला उन्हें दिया, और चुनाव आयोग ने भी तेजी से उन्हें इसके लिए कार्यमुक्त भी कर दिया। ([email protected])
टेनिस इतिहास के सबसे बड़े नामों में से एक जर्मन खिलाड़ी स्टेफी ग्राफ का जन्मदिन है आज.
ग्राफ खेल के दौरान तो राज करती ही रहीं बाद में भी पति और टेनिस के टॉप खिलाड़ी आंद्रे अगासी के साथ समाज सेवा से जुड़ी रहीं. मनहाइम में जन्मी ग्राफ के नाम सबसे ज्यादा यानी 22 ग्रैंड स्लैम जीतने का रिकॉर्ड भी है. विश्व नंबर एक खिलाड़ी रह चुकी ग्राफ ने 13 साल की उम्र में ही अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैच खेलना शुरू कर दिए थे. 1988 में चारों ग्रैंड स्लैम खिताब और ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतकर उन्होंने पहला गोल्डेन स्लैम भी अपने नाम किया. 30 अप्रैल 1993 में प्रतिद्वंद्वी मोनिका सेलेस के साथ हैम्बर्ग में एक मैच के दौरान कोर्ट पर ग्राफ के प्रशंसक ने मोनिका पर छुरी से वार कर दिया. इस हादसे के बाद सेलेस दो साल से ज्यादा खेल से दूर रहीं.
स्टेफी ग्राफ के पति आंद्रे अगासी भी विश्व नंबर एक टेनिस खिलाड़ी रह चुके हैं.
1998 में ग्राफ ने 'चिल्ड्रन फॉर टुमॉरो' संस्था का गठन किया जो युद्ध और दूसरी विरोधी परिस्थितियों से पीड़ित इलाकों के बच्चों के लिए बिना मुनाफे के काम करती है.
ग्राफ ने 1999 में खेल से विदा ले ली और 2001 में टेनिस स्टार आंद्रे अगासी से शादी कर ली. उनके दो बच्चे हैं. स्टेफी ग्राफ अब तक सबसे लंबे समय तक नंबर एक खिताब पर रहने वाली खिलाड़ी हैं. वह 377 सप्ताह तक लगातार पहले नंबर पर रहीं.
- 1834-पानी के अंदर की पोशाक के लिए लियोनार्ड नॉर्क्रास के नाम पेटेन्ट जारी किया गया।
- 1972 -अमेरिका में डी.डी.टी. नामक कीटनाशक पर प्रतिबंध लगाया गया।
- 1901 - पहली बार गोल्फ प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।
- 1999 - थाबो मबेकी दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति निर्वाचित।
- 2001 - जांच आयोग ने दीपेन्द्र को ही शाही परिवार का हत्यारा बताया।
- 2004 - पंचशील सिद्धांत की 50वीं वर्षगांठ पर बीजिंग में अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित।
- 2005 - माइकल जैक्सन बच्चों के साथ यौन दुव्र्यवहार से जुड़े दस मामलों में बरी।
- 2007 - चीन के गोवी रेगिस्तान में पक्षीनुमा विशाल डायनसोर के जीवाश्म मिले।
- 2008 - केन्द्र सरकार ने अलग गोरखालैंण्ड राज्य के निर्माण की सम्भावना को ख़ारिज किया। राजस्थान के बांसवाड़ा जि़ले में 96 मीट्रिक टन की सोने की ख़ान का पता चला। चीन के उत्तरी प्रान्त शांग्झी में एक कोयला खादान में विस्फोट में 27 लोग घायल हुए। नेपाल के पूर्व नरेश ज्ञानेन्द्र ने नारायणहिती महल ख़ाली किया।
- 1595 - सिक्खों के छठे गुरु गुरु हरगोविंद सिंह का जन्म हुआ।
- 1905 - भारतीय शास्त्रीय संगीतकार हीराबाई बरोदकर का जन्म हुआ।
- 1922 - प्रसिद्ध फि़ल्म निर्माता-निर्देशक के. आसिफ़ का जन्म हुआ।
- 1924- स्कॉट्लैंड के औषधिविज्ञानी सर जेम्स व्हाइट ब्लैक का जन्म हुआ, जिन्हें जॉर्ज एच. हिचिंग्स तथा गैर्ट्रयूड बी. इलियन के साथ दो महत्वपूर्ण ड्रग प्रोप्रैनोलॉल और साइमेटिडीन का आविष्कार करने के लिए वर्ष 1988 में शरीर क्रिया विज्ञान/चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ। (निधन- 22 मार्च 2010)
- 1868-आस्ट्रिया के रोग प्रतिरोध विज्ञानी तथा चिकित्सक कार्ल लैंडस्टीनर का निधन हुआ, जिन्हें सन् 1930 में शरीर क्रिया विज्ञान/चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार प्राप्त किया। उन्होंने रक्त समूहों पर कार्य किया। (निधन- 26 जून 1943)
- 1946 -स्कॉटिश इंजीनियर जॉन लॉगी बेयर्ड का निधन हुआ, जिन्होंने टेलीविजन का आविष्कार किया। वे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने वस्तुओं के चित्रों को पहली बार दूरदर्शित किया। (जन्म-13 अगस्त 1888)
- 1875-जर्मनी के खगोलशास्त्री हेनरिक लुइस डी. ऐरेस्ट का निधन हुआ, जो बर्लिन वेधशाला के विद्यार्थी थे, उन्होंने सर्वप्रथम नेप्च्यून के बारे में बताया। (जन्म-13 जुलाई 1822)
- महत्वपूर्ण दिवस- विश्व रक्तदान दिवस।
प्रदेश पुलिस ने गांजा तस्करी के जितने भी मामले पकड़े हैं उनमें से अधिकांश गांजा ओडिशा के कालाहांडी और मलकानगिरी जिले से आता मिला है। नक्सल प्रभावित इन दोनों जिलों के जंगलों से गांजा निकलता है, जो ओडिशा सीमा से लगे रायगढ़, सरायपाली, बसना, सांकरा, पिथौरा, कोमाखान, मैनपुर, गरियाबंद, कांकेर, जगदलपुर से होकर छत्तीसगढ़ दाखिल होते हुए दीगर प्रदेशों के लिए निकलता है। इन जिलों में गांजे की खेती शायद इसलिए भी अधिक होती है कि वहां के जंगलों तक पहुंचकर गांजे की फसल को तबाह करने की हिम्मत नक्सलियों की वजह से किसी सरकारी अमले की पड़ती नहीं है।
तस्करी के लिए कई तरीके निकाले जाते रहे हैं। खुफिया चेंबर बने ट्रक पकड़ाते रहे तो अब टमाटर, कटहल, कद्दू आदि सब्जियों के नीचे गांजा रखकर ले जाते तस्कर पकड़े जा चुके हैं। इन दिनों तस्करों ने मौसम के मुताबिक आम को गांजा तस्करी का जरिया बना लिया है। आमों के नीचे गांजे के पैकेट! आम की खुश्बू में गांजे की महक दब जाती है पर इसी ने तस्करों का राज खोल दिया। कोरबा जिले के एक कस्बे में ट्रक पर बंदरों ने धावा बोल दिया। आम की जमकर दावत ली और उधर नीचे रखे गांजे से भरे बोरे सामने आ गए। सत्तर लाख का गांजा पुलिस ने बरामद किया। पुलिस महकमे के लिए अब तक खोजी कुत्ते काम करते आए हैं, यहां अनजाने ही सही, जंगल के इन बजरंगबलियों ने पुलिस की राह आसान कर दी।
महुआ, आदिवासी और हाथी
महुआ आदिवासियों की जीवनरेखा है। फूल-फल से लेकर पत्ते तक इन्हें रोजगार देता है। महुआ का फूल हाथी को लुभाता है, इनका प्रिय आहार भी है। आदिवासियों की तरह हाथियों को भी महुए की शराब काफी पसंद है। इसकी गंध कई कोस दूर से सूंघ लेते हैं। गंध मिलते ही वे उस ओर चलने लगते हैं। प्राय: देखा गया कि गांव की उन झोपडिय़ों और घरों पर हमला करते हैं जहां कच्ची शराब बन रही हो या जहां से शराब की गंध आ रही हो। घर में घुसकर हाथी शराब पी जाते हैं और फिर नशे में अधिक उपद्रव मचाने लगते हैं। सरगुजा-कोरिया के कई आदिवासियों की तब मौत हुई जब वे घर में मदमस्त थे या फिर शराब पीकर हाथियों के सामने आ गए।
बस्तर पहले हाथियों की आमद से महफूज था पर इन दिनों ओडिशा से भटककर कांकेर के परलकोट इलाके, नांदगाव मानपुर के जंगलों में हाथी जोड़े पहुंचने की खबर है। यह इलाका आदिवासी बहुल है और घरों में शराब बनना आम है। यहां के आदिवासियों को इसकी जानकारी कम है कि शराब से हाथी खिंचतेे हैं, उग्र हो जाते हैं। कुछ जनप्रतिनिधियों का कहना है कि वन विभाग को चाहिए कि इसके लिए अभियान छेड़कर बस्तर के आदिवासियों को सचेत करे वरना हाथियों का ऊधम यहां भी शुरू हो जाएगा।
वीडियो ले जाकर योगी को दिखाएं
एक पत्रकार को पुलिस ने केवल इसलिए गिरफ्तार किया कि उसने किसी महिला के उस वीडियो को ट्वीट कर दिया था, जिसमें उसने दावा किया था कि उसने उप्र के मुख्यमंत्री योगी के साथ शादी करने का प्रस्ताव भेजा है। ब्रम्हचर्य का पालन करने वाले संन्यासी योगी को बुरा लगना स्वाभाविक है पर उन्होंने संन्यास व्रत पालन के साथ ही मुख्यमंत्री के रूप में राजकाज के दायित्व की भी शपथ ली है। यह उन्हें ध्यान रखना चाहिए। पौराणिक आख्यानों में संन्यासियों के व्रत तोडऩे तप भंग करने के लिए उर्वशी, मेनका, रंभा जैसी अप्सराओं का जिक्र करते कई कथाएं प्रचलित हैं। स्वामी विवेकानंद को भी विदेश में किसी कन्या ने आमंत्रण दिया था ताकि वह उनसे उनके जैसी ही संतान प्राप्त कर सके। तब विवेकानंद ने इस आमंत्रण का जवाब दिया था कि वह उन्हें ही अपनी संतान स्वीकार कर ले। संन्यास धर्म के साथ राजधर्म का पालन कर रहे योगी आदित्यनाथ को इस तरह की घटना ने उत्तेजित कर दिया, यानी एक तरह से उनकी तपस्या भंग हो गई। यह घटना याद दिलाती है कि एक वक्त देश के सबसे चर्चित संन्यासी-राजनेता, छत्तीसगढ़ के पवन दीवान से जब भी उनके ब्रम्हचारी रहने को लेकर कोई मजाक किया जाता था, तो वे एक आम इंसान की तरह मजाक का खूब मजा लेते हुए इतनी जोरों का ठहाका लगाते थे कि कोई मजाक उन पर चिपकता नहीं था। वे संन्यासी भी थे, मंत्री भी थे, और हास्यबोध से भरपूर भी थे। किसी को पवन दीवान के ठहाकों के वीडियो ले जाकर योगी को सिखाना चाहिए कि ब्रम्हचर्य के साथ हँसना भी मुमकिन है।
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13 जून 1997 को नई दिल्ली के उपहार सिनेमा घर में आग लगने के कारण 59 बेगुनाहों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. चंद रुपये की खातिर सिनेमाघर मालिकों ने दर्शकों की सुरक्षा से समझौता किया था. जिस कारण इतना दर्दनाक हादसा हुआ.
दिल्ली के उपहार सिनेमाघर में 13 जून को 1997 को बॉर्डर फिल्म दिखाई जा रही थी. फिल्म उसी दिन रिलीज हुई थी और हाउसफुल थी. मैटिनी शो के दौरान सिनेमाघर के बेसमेंट में बिजली के ट्रांसफॉर्मर में आग लग गई. धीरे धीरे आग पूरे सिनेमाघर में फैल गई. फिल्म का मजा ले रहे दर्शक आग की लपटों में घिर चुके थे. सिनमाघर में मौजूद दर्शकों को समझ में नहीं आया कि कैसे जान बचाई जाए.
जब तक आग बुझाई जाती और फायरब्रिगेड को बुलाया जाता तब बहुत देर हो चुकी थी. कई लोगों की मौत तो ऊपरी मंजिल से नीचे कूद जाने की वजह हुई. इस हादसे में 59 लोगों की मौत हुई और 100 के करीब दर्शक जख्मी हुए. 1997 से लेकर अब तक पीड़ित परिवार इंसाफ की लंबी लड़ाई लड़ते आ रहे हैं. मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई और उसने 15 नवंबर 1997 को सुशील अंसल और गोपाल अंसल समेत 16 लोगों के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दायर की गई.
करीब दस साल चली अदालती कार्रवाई के बाद अदालत ने सुशील और गोपाल अंसल समेत 12 आरोपियों को दोषी करार दिया. सभी को दो साल कैद की सजा सुनाई गई. इस फैसले के खिलाफ अंसल भाई दिल्ली हाईकोर्ट चले गए. याचिका पर फैसला देते हुए हाईकोर्ट ने अंसल बंधुओं की सजा को दो साल से घटाकर एक साल कर दी और छह अन्य दोषियों की सजा को बरकरार रखा.
उपहार कांड पीड़ितों ने हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी. 5 मार्च 2014 को सुप्रीम ने अंसल बंधुओं को दोषी ठहराते हुए कहा कि सिनेमा जानेवालों की सुरक्षा के बजाय उनकी चिंता धन कमाने के बारे में ज्यादा थी.
- 1420 - जलालुद्दीन फिऱोजशाह दिल्ली की गद्दी पर बैठा।
- 1940 - जलियांवाला बाग़ हत्याकांड के समय पंजाब के गवर्नर रहे माइकल ओ डायर की हत्या कर उस हत्याकांड का बदला लेने वाले भारतीय ऊधमसिंह को लंदन में फांसी दे दी गई।
- 1993 - किम कैंपबेल कनाडा की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं।
- 1997 - दिल्ली के उपहार सिनेमाघऱ में आग लगने से 59 लोगों की मृत्यु हो गई तथा 100 से अधिक लोग घायल हो गए।
- 2001 - नेपाल शाही परिवार हत्याकांड में दीपेन्द्र की प्रेमिका देवयानी का जांच आयोग के समक्ष गवाही से इंकार।
- 2002 - 1972 के एंटी बैलिस्टिक मिसाइल समझौते की समय सीमा समाप्त।
- 2003 - डेनियल अखमितोव कजाकिस्तान के नये प्रधानमंत्री नियुक्त।
- 2004 - लोकतांत्रिक गणराज्य कांगो में राष्ट्रपति जोसेफ़ कबीला के खिलाफ तख्ता पलट का प्रयास विफल। ईराक के विदेश उपमंत्री बासम सालिह कुन्बा की हत्या।
- 2005 - ईरान 2009 के अन्त से 25 वर्षों के लिए भारत को तरल प्राकृतिक गैस का निर्यात करने पर सहमत।
- 2006 - नाइजीरिया और कैमरून ने सीमा विवाद पर समझौता किया।
- 2008 - टेलिकॉम मलेशिया (टीम) ने आइडिया सेलुलर कम्पनी की 15 प्रतिशत हिस्सेदारी खऱीदी। चीन और ताइवान ने विमान सेवा शुरू करने के सम्बन्ध में एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किये।
- 2012 - प्रसिद्ध गज़़ल गायक मेहंदी हसन का निधन हुआ।
- 1773 -अंग्रेज़ चिकित्सक तथा भौतिकशास्त्री थॉमस यंग का जन्म हुआ, जिन्होंने प्रकाश का तरंग सिद्धांत सुझाया, तथा प्रकाश के व्यतिकरण का अध्ययन किया। (निधन-10 मई 1829)
- 1831-स्कॉटलैण्ड के भौतिकशास्त्री तथा गणितज्ञ जेम्स क्लर्क मैक्सवेलम का जन्म हुआ, जिन्होंने विद्युतचुम्बकीय क्षेत्र पर शोध कार्य किया। उन्होंने विद्युत-चुम्बकत्व पर दो समीकरण दिए जो आज मैक्सवेल के समीकरणों के नाम से प्रसिद्ध हैं। (निधन-5 नवम्बर 1879)
- 2003 -अमेरिकी चिकित्सक और सर्जन रॉबर्ट ए. गुड का निधन हुआ, जिन्होंने 1968 में सर्वप्रथम अस्थिमज्जा का सफल प्रत्यारोपण किया। (जन्म 21 मई 1922)
- 1977 - स्वीडन के मौसम विज्ञानी टॉर हैरॉल्ड पैर्सिवल बर्जेरॉन थे जो बादल के विज्ञान पर अनुसंधान करने के लिए जाने जाते हैं। नभ-भौतिकी पर भी उन्होंने कार्य किया। (जन्म 15 अगस्त 1891)
- 1912 -पहली बार अमेरिका के कप्तान अल्बर्ट बैरी ने वायुयान से पैराशूट द्वारा छलांग लगाई।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में डिप्टी कलेक्टर रैंक के दो लोग एक पब्लिक सेक्टर गेस्ट हाऊस में मिले, और हंगामा हो गया। इनमें से पुरूष अफसर शादीशुदा है, और पत्नी न्यायपालिका में काम करती है। खबरों के मुताबिक उसे शक था कि पति का इस दूसरी महिला अफसर से चक्कर चल रहा है, और उसने छापामार अंदाज में दोनों को बंद कमरे में पकड़ा और पुलिस भी बुला ली। अखबारी खबरों में तो बिना सुबूत नाम और तस्वीरें छापना कुछ कानूनी दिक्कत की बात भी रहती है, लेकिन मैसेंजर की मेहरबानी से अब मोबाइल फोन पर कुछ मिनटों में ही इनके फेसबुक पेज की तस्वीरें तैरने लगीं, और लोग चेहरे देखकर हैरान भी होने लगे कि इतनी सुंदर महिला अफसर इस तरह एक शादीशुदा आदमी के साथ पकड़ाई। लेकिन दिल पर किसका बस चलता है, वह न उम्र देखता, न चेहरा। बड़े-बुजुर्ग पहले से कह गए हैं, दिल लगा गधी से, तो परी क्या चीज है?
चूंकि इस प्रेम त्रिकोण में तीनों लोग सरकारी नौकरी वाले हैं इसलिए राज्य सरकार की यह जिम्मेदारी भी बनती है कि कम से कम प्रेमी-प्रेमिका को तो दूर-दूर तैनात कर दे। छत्तीसगढ़ ऐसे मामले के लिए बड़ी अच्छी जगह इसलिए भी है कि एक को जशपुर और दूसरे को सुकमा में तैनात कर दिया जाए तो मोहब्बत का असली इम्तिहान भी हो जाएगा, और सरकार का कामकाज भी चलता रहेगा। हालांकि लोगों का कहना है कि जियो की मेहरबानी से लोग अब पूरे चौबीस घंटे मोहब्बत निभा भी सकते हैं, कुल चार सौ रूपए महीने में!
उसेंडी-गागड़ा की चुप्पी का राज
आखिरकार भूपेश सरकार ने आदिवासियों के तगड़े विरोध के बाद बैलाडीला के डिपॉजिट-13 में खनन के लिए वृक्षों की कटाई पर रोक लगा दी है। साथ ही परियोजना से जुड़े सारे कार्य भी रोक दिए गए हैं। यहां खनन का ठेका अडानी समूह को मिला हुुआ है। दिलचस्प बात यह है कि आदिवासियों के विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के नेता तो बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे थे, लेकिन भाजपा के नेता इससे दूर रहे।
सुनते हैं कि भाजपा के रणनीतिकारों ने प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी और पूर्व मंत्री महेश गागड़ा को इस प्रकरण से जुड़े कुछ दस्तावेज देकर प्रेस कॉन्फ्रेंस लेने के लिए कहा था। दोनों नेताओं ने इसका अध्ययन किया और फिर बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस लेने से मना कर दिया। बैलाडीला के डिपॉजिट-13 के जिस नंदराज पर्वत पर खुदाई होनी थी वह आदिवासियों की आस्था से जुड़ा हुआ है। ये दोनों आदिवासी नेता भी यहां खनन के खिलाफ बताए जाते हैं। चूंकि खदान आबंटन से जुड़ी सारी प्रक्रिया रमन सरकार के समय हुई है और केंद्र में भी भाजपा की सरकार रही है। ऐसे में खदान को लेकर कुछ भी बोलने का मतलब अडानी के पक्ष में बोलने का होता, और अपने लिए परेशानी पैदा करने जैसा होता। यही वजह है कि कुछ बोलने से बेहतर चुप रहना उचित समझा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल चूंकि 15 बरस के विपक्षी किरदार में गैरसरकारी सामाजिक संगठनों और आंदोलनों के करीब रहे, इसलिए उन्हें आदिवासी मुद्दों की समझ भी बेहतर है। पिछली सरकार अफसरों के काबू की थी, और इस बार की सरकार में सरकार से बाहर की भी कुछ राय चलती है। नतीजा यह हुआ है कि अधिक टकराव के बिना सरकार पीछे हट गई है।
जलते में क्या पहचान?
जंगल में आग लगी। न जाने कितने जंगली जानवर जल-भुनकर मर गए। जंगली जानवरों के गोश्त के शौकीन ताक में थे कि कोई जंगली जानवर जंगल से भागते आए तो पकड़ें और गोश्त का मजा लें। बुरी तरह जला एक जानवर इनकी पकड़ में आ गया। रात का अंधेरा था, पहचान हुई कि यह तो सांभर (हिरण की एक प्रजाति) है। बस कुछ ही मिनट में इनके हाथों इस जानवर को जान गंवानी पड़ी। गोश्त बना, दोस्तों को भी दावत में शामिल किया। परिजनों तक को भिजवाया। छककर खाकर सो गए। सुबह हुई तो एक सिल-लोढ़ा पत्थर बेचने वाला गांव आकर पूछ रहा था मेरे गधे को देखा क्या? कल जंगल की ओर गया था। गोश्त उड़ाने वालों को अब समझ में आया कि खाया क्या? अब गोश्त किसी भी जानवर का हो वह तो पच ही चुका था।