स्थायी स्तंभ
सोवियत संघ के अंतिम राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचोव को आज ही के दिन नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. सोवियत संघ और शीतयुद्ध के अंत में उनकी बहुत अहम भूमिका रही है.
गोर्बाचोव को पूर्व कम्युनिस्ट देश में पेरेस्त्रोइका और ग्लासनोस्ट के जरिए आर्थिक, सामाजिक और राजनैतिक बदलाव लाने का श्रेय भी दिया जाता है. 1985 में गोर्बाचोव सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव बने. इसके साथ ही उन्होंने सामाजिक और आर्थिक बदलाव के लिए सुधार की दिशा में काम करना शुरू कर दिया. नागरिकों को अपनी बात रखने की आजादी जैसे परिवर्तनों से उन्होंने सोवियत संघ के नागरिकों को हैरान कर दिया. नागरिकों को सोवियत संघ के बाहर आने जाने की छूट देने के अलावा उन्होंने राजनैतिक बंदियों को भी रिहा करने का आदेश दिया.
मिखाइल गोर्बाचोव को जर्मनी के एकीकरण का भी श्रेय जाता है. जर्मन चांसलर हेल्मुट कोल के साथ मिलकर उन्होंने द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से विभाजित जर्मनी को एक करने में अभूतपूर्व योगदान दिया. इसकी वजह से ही यूरोपीय एकीकरण भी संभव हुआ. उनके इन प्रयासों के लिए गोर्बाचोव को कई दूसरे सम्मानों के अलावा 1990 में आज ही के दिन नोबेल शांति पुरस्कार मिला.
- 1878-लंदन के रॉयल इंस्टीट्यूट में जेम्स डेवर द्वारा -192 0 डिग्री सेंटीग्रेट पर द्रव वायु का सार्वजनिक प्रदर्शन किया।
- 1977- पहला व्यक्तिगत कम्प्यूटर बिक्री के लिए गया।
- 1989 - ईरान के धार्मिक नेता अयातुल्लाह रोहेल्लाह खुमैनी का देहांत।
- 2001 - शाही हत्याकांड जांच आयोग के एक सदस्य माधवन के इस्तीफ़ से नेपाल में शाही परिवार की जांच का कार्य अवरुद्ध।
- 2002 - भारत की सीमा पर साझा गश्त के प्रस्ताव को पाकिस्तान ने खारिज किया।
- 2005 - ताइवान ने अपनी पहली क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया।
- 2008 - इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती घोटाले की जांच सीबीआई से कराने का भारत सरकार को निर्देश दिया। एलेन परेरा ने बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक का कार्यभार सम्भाला।
- 1901 - ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित मलयाली भाषा के प्रसिद्ध साहित्यकार गोविंद शंकर कुरुप का जन्म हुआ।
- 1942 -प्रतिभाशाली गज़़ल और गीत गायक मास्टर मदन का निधन हुआ।
- 1819 - ब्रिटिश गणितज्ञ तथा खगोलविज्ञानी जॉन कॉच ऐडम्स का जन्म हुआ, जो नेप्च्यून की खोज करने वाले दो सदस्यों में से एक थे। उन्होंने यूरेनस की अजीब गति के बारे में बताया कि उसका कारण ज़रूर कोई अनजान ग्रह है। (जो यूरेनस था।) (निधन-21 जून 1892)
- 1760-फिनलैंड के रसायनज्ञ जोहान गैडोलिन का जन्म हुआ, जिन्होंने यिट्रियम तत्व की खोज की। यह लैन्थेनाइड समूह का पहला तत्व था। (निधन-15 अगस्त 1852)
- 1940 अंग्रेज़ समुद्रविज्ञानी फ्रैड्रिक स्ट्रैटेन रसैल का निधन हुआ, जिन्होंने प्रकाश के सम्बन्ध में गहराई में जीवन पर अध्ययन किया। (जन्म-3 नवम्बर 1897)
- 1865-स्कॉटलैण्ड की नौसेना के सर्जन और पर्यावरणविद् सर जॉन रिचर्डसन का निधन हुआ, जिन्होंने कनाडा के समुद्री किनारों का अध्ययन किया। (जन्म-5 नवम्बर 1787)
- महत्वपूर्ण दिवस- विश्व पर्यावरण दिवस और समग्र क्रांति दिवस।
छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार में कई बड़े अफसरों के प्रमोशन की फाईल महीनों रूकी रहती है, और कई अफसरों की पोस्टिंग की फाईल भी। पुलिस के तीन आईजी प्रमोशन पाकर एडीजी बनने की कगार पर खड़े हैं, और महीनों निकल जाने से उन्हें कगार पर खड़े-खड़े चक्कर आने लगा है। इसी तरह वन विभाग में जब कई अफसर प्रमोशन पाकर, और कई अफसर दूसरे विभागों से वापिस भेजे जाने के बाद अरण्य भवन पहुंचे, तो महीनों तक वे बिना किसी पोस्टिंग के कमरों में एक साथ खाली बैठे निराशा में डूबे रहे, फिर धीरे-धीरे कुछ लोगों को काम मिला। अब जून के महीने में तीन पीसीसीएफ रिटायर होने वाले हैं, के.सी. यादव, ए.के. द्विवेदी, और कौशलेन्द्र सिंह। इनमें से एक पद पर अतिरिक्त पोस्टिंग चली आ रही थी, इसलिए अब आगे दो पद ही खाली रहेंगे। पहली जुलाई से खाली होने वाले इन दो पदों पर अतुल कुमार शुक्ला, और राजेश गोवर्धन वरिष्ठता के हिसाब से आ सकते हैं। इनमें से गोवर्धन वैसे भी वन मुख्यालय के बाहर हैं, और अतुल शुक्ला को प्रमोशन के बाद मुख्यालय से बाहर किसी और निगम, या वन्यप्राणी जैसे किसी डिवीजन में भेजा जा सकता है। लेकिन सरकार की जैसी रफ्तार है, हो सकता है कि यह प्रमोशन होने में, और इनकी नियुक्ति होने में भी कई महीने लग जाएं।
ऑपरेशन के बाद दूसरे अस्पताल
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में एक निजी अस्पताल में पथरी निकालने के झांसे में डॉक्टरों ने किडनी ही निकाल दी, ऐसे आरोप लगे हैं। अब किडनी कोई नाखून तो है नहीं कि जिसके निकलने की जांच न हो सके इसलिए हकीकत तो सामने आ जाएगी, लेकिन लोग अस्पतालों से कुछ डरने लगे हैं। अभी कुछ ही बरस हुए हैं जब स्वास्थ्य बीमा के कार्ड की रकम लूटने के लिए कई निजी अस्पतालों ने जवान महिलाओं के गर्भाशय बिना किसी जरूरत के निकाल दिए थे, और दसियों लाख रूपए की कमाई कर ली थी। उसमें बाद में मामला-मुकदमा भी दर्ज हुआ, प्रैक्टिस पर रोक भी लगी, लेकिन फिर शायद बात आई-गई हो गई। अभी-अभी दांतों को तार से बांधने की साजिश सामने आई, और अस्पतालों ने स्वास्थ्य बीमा कार्ड से मोटी लूटपाट कर ली, और वह बात भी आई-गई हो गई। अब अगर सचमुच ही किडनी निकाल दी गई है, तो यह मामला कुछ अधिक बड़ा है। अगर हाल ऐसा रहेगा तो फिर लोगों को एक अस्पताल में ऑपरेशन के बाद दूसरे अस्पताल जाकर वहां सोनोग्राफी और दूसरी जांच से बदन के हिस्से गिनवाने पड़ेंगे कि क्या-क्या कम है।
चीन की राजधानी बीजिंग में तियानानमेन चौक पर तीन और चार जून को सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए. चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने प्रदर्शन का बेरहमी से दमन किया.
इस घटना को अब तियानानमेन स्क्वायर हत्याकांड के तौर पर जाना जाता है. 4 जून 1989 को चीन की सेना ने बंदूकों और टैंकरों के जरिए शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे निशस्त्र नागरिकों का दमन किया. ये लोग बीजिंग के इस मशहूर चौक पर सेना को रोकने की कोशिश कर रहे थे. यहां छात्र सात सप्ताह से डेरा जमाए बैठे थे.
ये विरोध प्रदर्शन अप्रैल 1989 में कम्यूनिस्ट पार्टी के पू्र्व महासचिव और उदार सुधारवादी हू याओबांग की मौत के बाद शुरू हुए थे. हू चीन के रुढ़िवादियों और सरकार की आर्थिक और राजनीतिक नीति के विरोध में थे और हारने के कारण उन्हें हटा दिया गया था. छात्रों ने उन्हीं की याद में मार्च आयोजित किया था.
इन प्रदर्शनों का जिस तरह से हिंसक दमन किया गया ऐसा बीजिंग के इतिहास में कभी नहीं हुआ था. आज तक इस हिंसक दमन की आलोचना की जाती है और बार बार इस प्रदर्शन में मारे गए छात्रों के परिजनों की आवाज सामने आती है.
- 1872 -वैसलीन बनाने का एक तरीका रॉबर्ट चेसेब्रॉफ द्वारा पेटेन्ट कराया गया।
- 1963- 6 वर्षीय रॉबर्ट पैच ने खिलौना ट्रक के लिए पेटेन्ट प्राप्त किया।
- 2001 - नेपाल के नवनियुक्त नरेश दीपेन्द्र का अस्पताल में निधन, ज्ञानेन्द्र की ताजपोशी के विरोध में हिंसा भड़की, हत्याकांड की न्यायिक जांच के लिए एक आयोग गठित।
- 2003 - डोमीनिक गणराज्य की 18 वर्षीय सुन्दरी एमीलिया वेगा मिस यूनीवर्स-2003 बनीं।
- 2005 - लालकृष्ण आडवाणी ने कराची में मोहम्मद जिन्ना को धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति बताया, जिसे लेकर भारत में काफी विवाद हुआ।
- 2006 - यूगोस्लाविया के पूर्व गणराज्य मोंटेनेग्रो ने स्वतंत्रता की घोषणा की।
- 2007 - चीन के उपप्रधानमंत्री हांग चू का निधन। ब्राजील के राष्ट्रपति लुइस इनासियो लुला डि सिल्वा को वर्ष 2006 का जवाहरलाल नेहरू पुरस्कार प्रदान किया गया।
- 2008 - हरियाणा सरकार ने पारिवारिक पेंशन का लाभ 25 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों को भी देने की घोषणा की। न्यूयार्क की सीनेटर हिलेरी क्लिंटन को पछाड़ते हुए बराक ओबामा ने अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी हासिल की।
- 1936 - हिन्दी सिनेमा की सबसे प्रसिद्ध अभिनेत्री नूतन का जन्म हुआ।
- 1889 - अमेरिकी भूकंप विज्ञानी बेनो गुटेनबर्ग का जन्म हुआ, जो भूकंपीय तरंगों के विश्लेषण तथा पृथ्वी के आन्तरिक भाग की भौतिक विशेषताओं की जानकारी देने के लिए जाने जाते हैं। चाल्र्स रिक्टर के साथ उन्होंने भूकम्प की तीव्रता मापने का तरीका इजाद किया। (निधन-25 जनवरी 1960)
- 1877-जर्मन रसायनज्ञ हेनरिक ओटो वीलैण्ड का जन्म हुआ, जिन्हें स्टेरॉइड रसायन विज्ञान पर काम करने, तथा पित्त अम्ल की संरचना बताने के लिए 1927 में रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार मिला। (निधन-5 अगस्त 1957)
- 1997-अमेरिकी वनस्पति विज्ञानी कैथरीन एसाउ का निधन हुआ, जिन्होंने बताया कि विषाणु किस तरह पौधों के ऊतकों को प्रभावित करते हैं। इसी आधार पर उन्होंने विषाणुओं के प्रारम्भिक और द्वितीय स्तर प्रभाव में अंतर का पता लगाया। (जन्म-3 अप्रैल 1898)
- 1961 -अंग्रेज़ जैव रसायनज्ञ विलियम थॉमस ऐस्टबरी का निधन हुआ, जिन्होंने न्यूक्लिक अम्ल का अध्ययन करने के लिए पहली बार एक्स-रे विवर्तन द्वारा अध्ययन किया। (जन्म-25 फरवरी 1898)
सड़क के किनारे दीवारों पर कई जगह लिखा मिला है कि यहां मूतने वाला गधे की औलाद है। लेकिन इसका कोई असर दिखता नहीं है। अभी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जब होटल-रेस्त्रां में गंदगी पकडऩे के लिए पहुंचे, तो राजधानी रायपुर में एक रसोईघर में उन्हें एक दिलचस्प नोटिस देखने मिला। सब्जियां रखने के कोल्डस्टोरेज में नोटिस लगा था- कोल्डस्टोरेज में थूकने वाला कुत्ते की औलाद है।
हिंदुस्तान में सीढिय़ों पर लोगों को थूकने से रोकने के लिए देवी-देवताओं के टाईल्स लगा दिए जाते हैं। अब रसोईघर के कोल्डस्टोरेज में सीढिय़ां तो हैं नहीं, इसलिए दीवार पर ऐसा नोटिस सरकारी उम्मीद को भी पूरा करता है कि किसी भी तरह सफाई बनी रहे।
मुस्कुराहट है कि...
लोकसभा चुनाव में 9 सीटें खोने और महज दो सीटें पाने के बाद भी प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के चेहरे से मुस्कुराहट गई नहीं है। दरअसल पौने दो दशक के संघर्ष से जो भरोसा मिला है, वह विपरीत स्थितियों में भी उनके हाव-भाव ठीक बनाए रखता है। अब चुनाव के बाद दूसरा झटका लगा महाधिवक्ता कनक तिवारी को हटाने का। शायद सरकार को यह उम्मीद नहीं थी कि कनक तिवारी उनकी बर्खास्तगी को इतना बड़ा मुद्दा बना लेंगे। उन्होंने मीडिया से बातचीत में बार-बार कहा कि उन्होंने कोई इस्तीफा नहीं दिया है। दूसरी तरफ कैमरों के सामने हँसते-मुस्कुराते भूपेश बघेल ने कहा कि उन्हें इस्तीफा मिल गया है, उसे मंजूर कर लिया गया है, और नया नाम तय कर लिया गया है। इस विवाद के बीच एक कानूनी समाचारों की वेबसाईट से कनक तिवारी ने यह भी कहा कि उनके पास बातचीत की रिकॉर्डिंग भी मौजूद है। यह बात बहुत सनसनीखेज, खतरनाक, और बवाल की हो सकती है। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि एक वकील के रूप में महाधिवक्ता के लिए सरकार उसकी मुवक्किल है, और मुवक्किल की वकील के साथ बातचीत गोपनीय रहती है जिस बारे में वकील बाहर कुछ नहीं कह सकते। लेकिन कनक तिवारी प्रदेश के सबसे सीनियर वकील हैं, और अगर वे कुछ कह रहे हैं, तो वे कानून के जानकार तो हैं ही। लोगों का कहना है कि अभी वे एक घायल शेर जैसी दिमागी हालत में हैं, और वे कुछ भी कर सकते हैं। चुनावी नतीजों के बाद यह अगली परेशानी भूपेश बघेल के लिए कुछ जल्दी आ खड़ी हुई है, लेकिन उनकी मुस्कुराहट है कि चेहरे से जाती ही नहीं।
अपना टाईम आएगा?
राजनांदगांव लोकसभा चुनाव में जीत के बाद भी जिले के पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के समर्थक अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर चिंतित हैं। वजह यह है कि नवनिर्वाचित सांसद संतोष पाण्डे वैसे तो रमन सिंह के ही खेमे के माने जाते रहे हैं, लेकिन उन्हें टिकट मिलने के बाद कई प्रमुख लोगों ने उनसे दूरियां बना ली थी। इन पदाधिकारियों को पद से हटाए जाने की संभावना जताई जा रही है। रमन सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं, लेकिन उन्हें कोई बहुत ज्यादा महत्व मिलता नहीं दिख रहा है। इससे रमन समर्थक चितिंत हैं।
सुनते हैं कि पिछले दिनों जिले के इन पदाधिकारियों ने रमन सिंह से मुलाकात की थी। और उनके भावी राजनीति कदमों पर चर्चा की। रमन सिंह ने उन्हें आश्वस्त किया कि अपना टाईम जल्द आएगा। दरअसल, अमित शाह के केन्द्र में मंत्री बनने के बाद जगतप्रकाश नड्डा को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा चल रही है। नड्डा के रमन सिंह से करीबी रिश्ते हैं। रमन से मुलाकात के बाद उनके समर्थकों भरोसा है कि आने वाले दिनों में न सिर्फ रमन सिंह बल्कि अभिषेक का भी कद बढ़ेगा।
महान बांग्ला लेखक दार्शनिक और कवि रवीन्द्रनाथ टैगोर को आज ही के दिन 1915 में ब्रिटिश सरकार ने नाइटहुड यानि सर की उपाधि से नवाजा था. लेकिन 1919 में उन्होंने इसे लौटा दिया.
जलियांवाला बाग हत्याकांड से टैगोर को भारी धक्का पहुंचा. उन्होंने इस घटना की कड़ी निंदा की और नाइटहुड की उपाधि अंग्रेज सरकार को लौटा दी. आधुनिक भारत के निर्माण में अपने साहित्य द्वारा प्रमुख भूमिका निभाने वाले टैगोर बांग्ला कवि, नाटककार, दार्शनिक, साहित्यकार और चित्रकार के रूप में याद किए जाते हैं.
टौगोर नोबेल पुरस्कार जीतने वाले पहले एशियाई व्यक्ति थे. यह सम्मान उन्हें उनकी काव्य रचना गीतांजलि के लिए 1913 में मिला. भारतीय राष्ट्रगान जन गण मन और बांग्लादेश के राष्ट्रगान के रचनाकार भी रबींद्र नाथ टैगोर ही थे. उन्होंने कई किताबों का अंग्रेजी में अनुवाद भी किया जिससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय ख्याति मिली.
उनका जन्म सात मई 1861 को कलकत्ता में हुआ. हालांकि उन्हें कला के क्षेत्र में कोई औपचारिक शिक्षा नहीं मिली थी लेकिन कला में असीम रुचि ने उन्हें इस क्षेत्र में आगे बढ़ने का मौका दिया. वह कानून की पढ़ाई के लिए इंग्लैंड गए. लंदन विश्वविद्यालय में उन्होंने कानून का अध्ययन किया लेकिन 1880 में बिना डिग्री लिए ही वापस आ गए. बचपन से ही उनका रुझान कला की ओर था. उन्होंने पहली कविता मात्र आठ साल की उम्र में लिखी.
टैगोर की रचनाओं में सशक्त और सहज शब्दकोष का खासा महत्व है. टैगोर ने 2000 से ज्यादा गीतों की रचना की. उनके लिखे हुए गीत बेहद मशहूर हुए, जिन्हें अब रबींद्र संगीत के नाम से जाना जाता है. बांग्ला साहित्य के माध्यम से उन्होंने भारतीयों में भी आधुनिकीकरण का संचार किया. अक्सर उन्हें गुरुदेव के नाम से भी संबोधित किया जाता है. सात अगस्त 1941 को कलकत्ता में ही उनकी मृत्यु हो गई.
- 1930-रदरफोर्ड ने न्यूट्रॉन नामक नए कण के अस्तित्व की घोषणा की।
- 1965-मेजर ऐडवर्ड व्हाइट द्वितीय अंतरिक्ष में विचरण करने वाले पहले अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री बने।
- 1994 - भारत सहायता क्लब का नया नाम भारत सहायता मंच किया गया।
- 1999 - हावरक्राफ़्ट विमानों के अविष्कारक क्रिसटोफऱ काकरैल का निधन, यूगोस्लाविया द्वारा कोसोवो शांति योजना को मंजूरी, मिस्र के राष्ट्रपति हुश्नी मोबारक लगातार चौथी बार राष्ट्रपति चुने गए।
- 2004 - केन फ़ोर्ड नासा के अंतरिक्ष खोज पैनल के नेतृत्वकर्ता बने।
- 2005 - फ्रांस ने सुरक्षा परिषद में भारत की दावेदारी का समर्थन दुहराया।
- 2008 - तेलंगाना राष्ट्र समिति के अध्यक्ष के चन्द्रशेखर राव ने उपचुनाव में कऱारी हार के बाद अपने पर से इस्तीफ़ा दिया। केन्द्र सरकार ने सीमेंट निर्यात पर रिफंड को दी गई मंज़ूरी वापस ली। जापानी प्रयोगशाला के साथ अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का डिस्कवरी यान अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचा। वैज्ञानिकों को सौर परिवार के बाहर अब तक का सबसे छोटा ग्रह मिला।
- 1895 - मैसूर (कर्नाटक) के प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, राजनीयक और विद्वान के. एम. पणीक्कर का जन्म हुआ।
- 1929- स्विट्जऱलैण्ड के विज्ञानी वर्नर आर्बर का जन्म हुआ, जिन्हें अमेरिका के डैनियल नैथन्स और हैमिल्टन ओथैनल स्मिथ के साथ 1978 में शरीर क्रिया विज्ञान/चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार मिला।
- 1904 -अमेरिकी चिकित्सक चाल्र्स रिचर्ड ड्रिव का जन्म हुआ, जो रक्त संचार तथा परिरक्षण पर कार्य के अग्रणी माने जाते हैं। इन्होंने अमेरिका और ब्रिटेन में रक्त प्लाज़्मा कार्यक्रम शुरू किया तथा उसका निर्देशन भी किया। (निधन-1 अप्रैल 1950)
- कैमिली फ्लैमेरियन
- फ्रांस के खगोलविज्ञानी, निकोलस कैमिली फ्लैमेरियन का निधन हुआ, जिन्होंने तारों, चांद और मंगल आदि खगोलपिण्डों का अध्ययन किया और पॉपुलर ऐस्ट्रोनॉमी (1880), तथा द ऐट्मॉस्फीयर (1871) नामक दो पुस्तकें लिखीं। (जन्म-26 फरवरी 1842)
- 1919-अमेरिकी कवक विज्ञानी और पादप रोग विज्ञानी विलियम गिल्सन फर्लैव का निधन हुआ, जिन्होंने अमेरिका में क्रिप्टोगैमिक वनस्पति विज्ञान को प्रचारित किया। (जन्म-17 दिसम्बर 1844)
कांग्रेस के छत्तीसगढ़ के एक प्रवक्ता आर.पी. सिंह को एक अखबार के संपादक के साथ-साथ छह महीने कैद सुनाई गई है। आर.पी. का बयान इस अखबार में छपा था जिस पर उस वक्त छत्तीसगढ़ सरकार के सबसे ताकतवर अफसर अमन सिंह और उनकी पत्नी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे, और उनके दुबई भाग जाने की बात कही गई थी। रायपुर की अदालत में यह तीसरा या चौथा ऐसा मामला है जिसमें अमन सिंह मानहानि का मुकदमा जीते हैं, और उन पर आरोप लगाने वाले लोगों को सजा हुई है। उनका दायर किया हुआ ताजा मुकदमा भोपाल की एक अदालत में है जिसमें उन्होंने छत्तीसगढ़ के प्रदेश कांग्रेस के एक और प्रवक्ता विकास तिवारी पर मानहानि का केस किया है।
अदालतों का रूख सरकार से परे का भी रहता है, और चर्चाएं चाहे जो हों, अदालतों के फैसले कई बार सरकार या सत्तारूढ़ लोगों के खिलाफ भी आते हैं। ऐसे में कांगे्रस और भाजपा को, दोनों को अपने प्रवक्ताओं को मानहानि के कानून की थोड़ी सी समझ देना चाहिए। दोनों ही पार्टियों में बहुत से वकील हैं, और अदालतों से फैसले भी बहुत से होते रहते हैं, इसलिए मिसालें कम नहीं हैं। पार्टी के विधि प्रकोष्ठ और मीडिया प्रकोष्ठ को एक साथ बिठाकर दस-बीस फैसलों पर चर्चा होनी चाहिए। पार्टियों की बयानबाजी सुधर जाए तो उनके चक्कर में साथ में पिसने वाले अखबार भी बचेंगे। आमतौर पर लोगों के दिए गए बयानों पर अखबार भी कुछ लापरवाही बरततें हैं, और बातों को ज्यों का त्यों छाप देते हैं। मानहानि का कानून टीवी या अखबार को कोई रियायत नहीं देता है, इसीलिए बड़े-बड़े अखबारों के संपादक भी कम से कम जिला अदालतों से तो सजा पा ही जाते हैं, बाद में ऊपरी अदालत में पहुंचने तक या तो समझौते का रास्ता निकाला जाता है, या फिर फैसले पलटते भी हैं। कांग्रेस और भाजपा इन दोनों को चाहिए कि अपने प्रवक्ताओं और नेताओं को फिजूल की कानूनी दिक्कत में पडऩे से बचना सिखाएं क्योंकि सजा के लायक बयानबाजी हवा में गंदगी भी घोलती है।
([email protected])
हज के दौरान मक्का में 2 जुलाई 1990 को भयानक हादसा हुआ. लाखों लोगों की भीड़ की वजह से भगदड़ मची और करीब 1400 लोगों की जान चली गई.
दुनिया भर से हर साल लाखों लोग हज के लिए मक्का पहुंचते हैं. 1990 के हज का यह साल एक दर्दनाक हादसे का गवाह बना. पिछले कुछ सालों में हज के दौरान हुए हादसों में यह सबसे बड़ी घटना थी. पैदल यात्रियों के लिए बनाई गई सुरंग में यह भगदड़ मची. इस्लाम मानने वालों के लिए, अगर हैसियत हो तो, जिंदगी में एक बार हज करना फर्ज है. मुसलमानों के लिए पांच फर्ज हैं जिसमें हज भी है. हर साल दुनिया भर से 20 लाख से ज्यादा लोग हज यात्रा करते हैं. इसमें भारी संख्या में लोगों की मौजूदगी हादसे की वजह बन चुकी है.
श्रद्धालुओं को खास तरह के कपड़े पहनने होते हैं. पुरुष दो टुकड़ों वाला एक बिना सिलाई का सफेद चोगा पहनते हैं. महिलाएं भी सेफद रंग के खुले कपड़े पहनती हैं जिनमें बस उनके हाथ और चेहरा बिना ढका रहता है. इस दौरान श्रद्धालुओं को सेक्स, लड़ाई-झगड़े, खुशबू और बाल व नाखून काटने से परहेज करना होता है.
इसके अलावा मीना में एक धार्मिक रिवाज के दौरान कई छोटे बड़े हादसे हो चुके हैं. मीना में "शैतान को कंकर मारने" की परंपरा है. 1998 में करीब 110 लोग इस तरह के हादसे में मारे गए और करीब 180 हज यात्री गंभीर रूप से घायल हुए थे. मीना में कंकर मारने के दौरान काफी अफरा तफरी का माहौल होता है. साल 2001 और 2002 में हुए हादसों में 30 से अधिक लोग मीना में अपनी जान गंवा चुके हैं. साल 2003 में एक भगदड़ में वहां 244 तीर्थयात्रियों की मौत हुई थी. साल 2006 में 363 यात्री कभी लौट कर घर नहीं जा पाए.
सिर्फ भगदड़ ही हादसे की वजह नहीं है. साल 1997 में मीना में टेंटों में लगी आग के कारण 340 लोगों की मृत्यु और 1400 से अधिक घायल हुए. 1991 में सऊदी अरब से नाइजीरिया जा रहा हज यात्रियों का विमान हादसे का शिकार हुआ, इसमें 261 यात्रियों की मौत हुई थी. साल 1990 में हुआ हादसा संगठनों और अधिकारियों की विफलताओं का नतीजा था. लंबी सुरंग में कुचलने और दम घुटने के कारण 1426 लोग मारे गए थे. इस हादसे के बाद सुरक्षा के इंतजाम कड़े किए गए लेकिन सफलता सीमित ही रही.
- 1889- पहली बार पनबिजलीघर से प्रत्यावर्ती धारा को सार्थक दूरी तक पहुंचाया गया।
- 1996 - उक्रेन अपने अंतिम परमाणु युद्धास्त्र रूस को सौंपने के साथ ही परमाणु मुक्त देश बना।
- 1999 - दक्षिण एवं उत्तर कोरिया के बीच उच्च स्तरीय वार्ता पर सहमति, भूटान में टी.वी. प्रसारण की शुरुआत।
- 2000 - पाकिस्तान की एक जवाबदेही अदालत द्वारा नवाज शरीफ़ के आजीवन कारावास को मृत्युदंड में बदलने संबंधी याचिका मंजूर, मलेशिया की राजधानी कुआलालमपुर में स्थित विश्व की सबसे ऊंची इमारत पेट्रोनास ट्रिवन टावर्स दर्शकों के लिए खुला।
- 2003 - म्यांमार की जनतांत्रिक नेता आन सांग सूची की गिरफ़्तारी के बाद देश की सभी शिक्षण संस्थाएं बन्द।
- 2004 - आस्ट्रेलियाई मॉडल जेनिफऱ हॉकिन्स मिस यूनिवर्स बनीं।
- 2005 - भारत, रूस और चीन का ब्लादीवोस्तोक सम्मेलन समाप्त।
- 2006 - अमेरिका ने दाऊद इब्राहीम तथा उसके संगठन पर प्रतिबंध लगाया।
- 2008 - मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अजय विश्नोई ने इस्तीफ़ा दिया। टाटा मोटर्स लिमिटेड ने फोर्ड मोटर कम्पनी के दो ब्रांडों जगुआर व लैंड रोवर के अधिग्रहण का सौदा पूरा किया। लेफ्टिनेंट जनरल नरेश कुमार परमार को थल सेना की चिकित्सा सेवा का महानिशेदक नियुक्त किया गया। आस्ट्रेलिया ने इराक में अपना अभियान रोका।
- 1930 - बाबूलाल गौर भारतीय जनता पार्टी के नेता और मध्य प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर का जन्म हुआ।
- 1988 -भारतीय निर्माता, निर्देशक अभिनेता राजकपूर का निधन हुआ।
- 1930-अमेरिकी अंतरिक्षयात्री चाल्र्स पीटर कॉनरैड का जन्म हुआ, जो अपोलो-12 अभियान (14-24 नवम्बर 1969) में चांद पर जाने वाले तीसरे व्यक्ति थे। (निधन-8 जुलाई 1999)
- 1922-अमेरिकी भू रसायनज्ञ क्लैयर कैमरन पैटरसन का जन्म हुआ, जिन्होंने वर्ष 1953 में पृथ्वी की आयु का पहला पक्का अनुमान लगाया जो कि 4.55 अरब साल है। उन्होंने पृथ्वी के साथ उल्कापिण्डों की भी आयु का सही आकलन किया। (निधन-5 दिसम्बर 1995)
- 1926 ब्रिटेन के चिकित्सक सर विलियम बूग लीशमन का निधन हुआ, जिन्होंने भारत में 1890-97 में ऊष्णकटिबंधीय बीमारियों का अध्ययन किया। सन् 1900 में उन्होंने बताया कि कालाज़ार की बीमारी के लिए एक प्रोटोज़ोआ जिम्मेदार है। (जन्म 6 नवम्बर 1865)
- 1943-अमेरिकी सिविल इंजीनियर और रेलमार्ग के कार्यकारी जॉन फ्रैन्क स्टीवैन्स का निधन हुआ, जो 1905 के अंत से अप्रैल 1907 तक पनामा नहर के निर्माण में मुख्य इंजीनियर रहे। (जन्म-25 अप्रैल 1853) ।
एक समय था जब दिल्ली में रमेश बैस की तूती बोलती थी। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री तो थे ही, पार्टी के कर्ता-धर्ता लालकृष्ण आडवानी और सुषमा स्वराज के करीबी रहे। उन्हें राज्य बनने के बाद प्रदेश की राजनीति में भेजने पर विचार भी हुआ था तब बैस मंत्री पद छोड़कर राज्य इकाई का अध्यक्ष पद सम्हालने के इच्छुक नहीं थे। बाद में रमन सिंह को यह जिम्मेदारी दी गई और फिर जो भाजपा सरकार बनने के बाद सीएम बने।
खैर, रमेश बैस का रूतबा तब भी कम नहीं हुआ। कुछ लोग याद करते हैं कि वीआईपी रोड स्थित एक होटल में पार्टी के बड़े नेता जुटे थे। इनमें मौजूदा पीएम नरेन्द्र मोदी भी थे जो कि उस वक्त गुजरात के सीएम थे। होटल में रमेश बैस ने विहिप नेता रमेश मोदी का परिचय नरेन्द्र मोदी से कराया और कहा कि आप दोनों मोदी हैं। बैसजी का अंदाज कुछ ऐसा था कि नरेन्द्र मोदी को पसंद नहीं आया। बात हंसी ठहाके में निकल गई। बाद में मोदी के पीएम बनने के बाद बैस को मंत्री बनने की उम्मीद थी। बड़ी संख्या में उनके समर्थक भी दिल्ली पहुंच गए थे, लेकिन उनका नंबर नहीं लगा। मोदी-अमित शाह के आने के बाद भाजपा की राजनीति में आडवानी के करीबी लोग हाशिए पर चले गए हैं। सुषमा स्वराज को दोबारा मंत्री नहीं बनाया गया। सात बार के सांसद बैसजी की टिकट ही कट गई। शत्रुघन सिन्हा को पार्टी छोडऩी पड़ी, राजीव प्रताप रूडी जैसे कुछ नेताओं ने जरूर समझदारी दिखाई और वक्त की नजाकत को समझते हुए आडवानी से दूरी बनाकर अमित शाह कैंप से जुड़ गए। इसका प्रतिफल उन्हें मिला और वे अभी भी सांसद हैं।
शपथ ग्रहण के न्यौते की मारमारी
प्रधानमंत्री-केन्द्रीय मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए राज्यों के नेताओं को भी आमंत्रण भेजा गया था। प्रदेश के कुल 78 नेताओं को ही निमंत्रणपत्र जारी किया गया था जिसमें विधायक और अन्य पदाधिकारी थे। कई को निमंत्रणपत्र नहीं मिल पाए तो कई राष्ट्रीय नेताओं की सिफारिश पर निमंत्रणपत्र पा गए। इन्हीं में से एक भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजू नारायण सिंह ठाकुर भी थे, जिनके लिए कैलाश विजयवर्गीय ने सिफारिश की थी और उन्हें निमंत्रणपत्र मिल गया।
सुनते हैं कि जब वे निमंत्रणपत्र लेने पीएमओ दफ्तर गए तो वहां पीयूष गोयल पहले से ही बैठे थे। सामान्य परिचय के बाद संजू नारायण ने उन्हें बताया कि वे पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार के लिए गए थे। कैलाश विजयवर्गीय वहां के प्रभारी हैं। फिर क्या था पीयूष गोयल ने वहां तैनात अधिकारी को कहा कि सबसे पहले बंगाल में काम करने वालों को निमंत्रणपत्र दें। हिंसा के बीच बंगाल में काम करने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं की काफी पूछ-परख हुई। प्रदेश के कई नेता निमंत्रणपत्र नहीं मिल पाने के कारण शपथ ग्रहण में शामिल नहीं हो पाए। इनमें देवजी भाई पटेल भी थे। जबकि लाभचंद बाफना दूसरे का निमंत्रणपत्र लेकर शपथ ग्रहण में शामिल हुए।
पुनिया हारे वहां, समीक्षा यहां
खबर है कि प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी पीएल पुनिया के खिलाफ भी कई पार्टी नेताओं ने हाईकमान से शिकायत की है। यह कहा गया कि पुनिया लोकसभा चुनाव में बिल्कुल भी सक्रिय नहीं थे। वे पूरे चुनाव में यहां सिर्फ दो बार आए। उनका पूरा ध्यान उत्तरप्रदेश के बाराबंकी में लगा रहा, जहां उनके पुत्र चुनाव लड़ रहे थे। पुनिया के पुत्र की जमानत भी नहीं बच पाई। अलबत्ता, उन्होंने छत्तीसगढ़ के कई नेताओं से वहां खूब बेगारी कराई। अब वे यहां लोकसभा चुनाव में हार की समीक्षा करने आए हैं।
फिल्म 'मदर इंडिया' में हिन्दी फिल्मों की सबसे यादगार मां का किरदार निभाने वाली नरगिस दत्त का आज ही के दिन जन्मदिन होता है.
उन्हें हिन्दी सिनेमा के इतिहास की सबसे बेहतरीन अभिनेत्रियों में गिना जाता है. जितनी जबरदस्त वह मां के किरदार में दिखाई दीं उतनी ही सहज वह प्रेमिका और पत्नी के किरदार में भी नजर आती थीं.
फिल्मों में उनकी शुरुआत 1935 में बाल कलाकार के रूप में फिल्म तलाश-ए-हक के साथ हुई. लेकिन उनकी असली शुरुआत हुई फिल्म तमन्ना के साथ 1942 में. ज्यादातर फिल्मों में उनकी जोड़ी राजकपूर के साथ दिखाई दी. फिल्म मदर इंडिया में राधा का किरदार उनका सबसे सशक्त किरदार माना जाता है.
इस फिल्म के बाद ही उन्होंने मदर इंडिया के अपने सहकलाकार सुनील दत्त के साथ शादी कर ली और फिल्मों से दूर हो गईं. हालांकि इसके बाद साठ के दशक में उन्होंने बीच बीच में कुछ फिल्मों में छोटे मोटे किरदार किए.
सत्तर के दशक में वह समाज सेवा के क्षेत्र में काफी सक्रिय हो गईं और 1980 में उन्हें राज्य सभा सदस्य के रूप में भी नामांकित किया गया. एक साल बाद ही बेटे संजय दत्त की पहली फिल्म से कुछ दिन पहले ही उनका देहांत हो गया. राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में उनके नाम पर ही सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म को नरगिस दत्त अवॉर्ड दिया जाता है.
- 1880 -अमेरिका में जनता के लिए टेलीफोन सुविधा शुरू की गई जिसमें लोग शुल्क भुगतान करके बात कर सकते थे।
- 1923-विश्व के अत्यंत भयानक भूकम्प ने जापान की राजधानी टोकियो को तहस नहस कर दिया। यह भूकम्प थोड़े से कालांतर में दो चरणों में आया। इसके चलते आधा टोकियो नगर पूर्ण रूप से ध्वस्त हो गया। इस भूकम्प से शहर में भयानक आग भी लगी। इस त्रासदी में डेढ़ लाख से अधिक लोग काल के गाल में समा गए।
- 1951 -टाइटेनियम प्लान्ट हैन्डरसन में खुला।
- 1992 - भारत एवं इजरायल के बीच हवाई समझौता।
- 2001 - नेपाल के शाही परिवार की नरेश वीरेन्द्र विक्रम शाह सहित पत्नी व अन्य परिवारों की नृशंस हत्या, हत्या के बाद युवराज दीपेन्द्र द्वारा भी आत्महत्या का प्रयास, ज्ञानेन्द्र कार्यवाहक नरेश बने, दक्षिण अफ्रीका का सत्य मित्र आयोग समाप्त।
- 2004 - इराकी प्रशासकीय परिषद के प्रमुख सुन्नी नेता गाजी मशाल अजीज अल यावर ईराक के नये राष्ट्रपति बने।
- 2005 - अप्पा शेरपा ने माउंट एवरेस्ट की 15वीं बार सफल चढ़ाई की।
- 2006 - चीन के दक्षिण पूर्वी जियांग्शी प्रान्त के शांगीपन गांव में आदि मानव का पदचिह्न मिला।
- 2008 -अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी सम्मेलन नई दिल्ली में सम्पन्न।
- 2010 - भारतीय सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पद से सेवानिवृत हुए बालाकृष्णन को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। वे मानवाधिकार आयोग के पहले दलित अध्यक्ष हैं।
- 1929 - भारतीय फि़ल्म अभिनेत्री नर्गिस का जन्म हुआ।
- 1996 - भारत के छठे राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी का निधन हुआ।
- 1866-अमेरिकी जन्तु विज्ञानी चाल्र्स बैनेडिक्ट डैवनपोर्ट का जन्म हुआ, जिन्होंने यूजेनिक्स (देखभाल के जरिए जनसंख्या में सुधार) के अध्ययन में महत्वपूर्ण योगदान दिया तथा जीवविज्ञान में सांख्यिकी के प्रयोग की शुरुआत की। (निधन-18 फरवरी 1944)
- 1796-फ्रांसीसी भौतिकशास्त्री निकोलस लियोनार्ड साडी कार्नो का जन्म हुआ, जो सेना के अभियंताओं के कप्तान थे। बाद में उन्होंने अपना समय भाप के इंजन को विकसित करने में लगाया। (निधन-24 अगस्त 1832)
- 1941-मनोचिकित्सक हैन्स बर्जर का निधन हुआ, जिन्होंने पहला मानव इलेक्ट्रोएन्सेफेलोग्राम (ई.ई.जी.) रिकॉर्ड किया। उन्होंने अपने बेटे के मस्तिष्क की तरंगों को दर्ज किया। (जन्म-21 मई 1873)
- 1822 -फ्रांसीसी खनिज शास्त्री रैने जस्ट हायू का निधन हुआ, जो क्रिस्टलोग्राफी के संस्थापक माने जाते हैं। उन्होंने क्रिस्टलोग्राफी के ज्यामितीय नियम की खोज की। (जन्म-28 फरवरी 1743)।
लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद प्रदेश भाजपा के कुछ समीकरण बदल गए हैं। पहले यह तकरीबन तय माना जा रहा था कि सौदान सिंह से छत्तीसगढ़ प्रभार वापस ले लिया जाएगा। सौदान के पास छत्तीसगढ़ के साथ-साथ ओडिशा, तेलंगाना और झारखंड का भी प्रभार है। इन सभी राज्यों में भाजपा का प्रदर्शन बहुत बेहतर रहा है। हालांकि विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद छत्तीसगढ़ में कार्यकर्ताओं ने जिस तरह उन्हें हटाने की मांग की थी, वह काफी चौंकाने वाला था। आमतौर पर संगठन मंत्री पार्टी की गुटीय राजनीति से परे रहते हैं, लेकिन सौदान सिंह पर कुछ लोगों को ही महत्व देने का आरोप लगता रहा है। अब नतीजे अनुकूल आ गए हैं, तो उन्हें हटाने की आशंका भी खत्म हो गई है। सौदान सिंह से अब भी नाराज चल रहे कार्यकर्ता कहने लग गए हैं-बॉस इज बैक।
पंचतत्व भी लौटकर आते हैं...
जो लोग कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर फूहड़ मजाक करने में मजा पा रहे हैं उनको छत्तीसगढ़ देखना चाहिए। एक वक्त बेताज बादशाह की तरह राज्य के पहले मुख्यमंत्री बनने वाले अजीत जोगी किस तरह पहले ही चुनाव में प्रदेश खो बैठे, पार्टी से निलंबित हो गए, और छह महीने बाद वे न सिर्फ पार्टी में वापिस थे, बल्कि लोकसभा के उम्मीदवार भी थे। सांसद बने, लेकिन उसके पहले ही सड़क दुर्घटना में वे इतना नुकसान पा चुके थे कि बाकी की जिंदगी पहियों की कुर्सी पर आ गई। जिन लोगों ने उनकी सेहत को लेकर ओछी अटकलें लगाई थीं, उन सबको गलत साबित करते हुए वे एम्बुलेंस में पूरे प्रदेश को नापते रहे, और राजनीति में कांग्रेस से निकलने के बाद भी बने रहे। दूसरी तरफ जोगी सरकार में मंत्री रहते हुए भी विपक्षी की तरह जीने को मजबूर भूपेश बघेल ने बाद के पन्द्रह बरस भी विपक्ष में गुजारे, और आज जोगी कहीं नहीं हैं, और भूपेश बेताज बादशाह की तरह चल रहे हैं। दो बरस पहले तक इस छत्तीसगढ़ में जिन अफसरों को मुख्यमंत्री रमन सिंह से भी अधिक ताकतवर कहा जाता था, वे आज थाने और कोर्ट में खड़े हैं।
इसलिए 68 बरस के नरेन्द्र मोदी के मुकाबले ठीक एक पीढ़ी छोटे 48 बरस के राहुल गांधी को एकदम से खारिज कर देना ठीक नहीं है क्योंकि लोकतंत्र में चुनाव आते-जाते रहते हैं, सत्ता आती-जाती रहती है, लोग आते-जाते रहते हैं। भारत की राजनीति में उन लोगों को भी दुबारा सत्ता में आते देखा गया है जो कि पंचतत्वों में विलीन मान लिए गए थे। इसलिए कब राख माथे का तिलक बन जाए, इसका कोई ठिकाना नहीं है। पिछले विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ में रेणुका सिंह को भाजपा ने टिकट के लायक भी नहीं पाया था, लेकिन इस बार वे सौ फीसदी कांग्रेसी साबित सरगुजा से शान से जीतकर सांसद बनी हैं, और राज्य से अकेली केन्द्रीय मंत्री भी। अब भाजपा के भीतर भी जिन लोगों ने रेणुका सिंह को तिरस्कार से देखा था, वे आज सोशल मीडिया पर अपनी पहले की लिखी हुई बातों को मिटाने में लगे हैं। दुनिया में मिटाने के ऐसे काम के लिए पेशेवर एजेंसियां मौजूद हैं, लेकिन लोगों को उनकी सेवाएं न लेना पड़े तो ही बेहतर है। इसलिए कांग्रेस हो, या राहुल गांधी, या कि कोई और, किसी को पूरी तरह खारिज कर देना ठीक नहीं है।
लोग एक वक्त कहते थे कि जिनके घर शीशे के हों, उन्हें दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए। अभी रेलवे रिजर्वेशन की वेबसाईट पर किसी एक सज्जन को बार-बार महिलाओं के भीतरी कपड़ों की बिक्री के कुछ विज्ञापन दिखे। उन्होंने ट्विटर पर रेलवे रिजर्वेशन से इसकी शिकायत की, तो उन्होंने एक सही तकनीकी जवाब पोस्ट कर दिया। उन्होंने लिखा- कि हम गूगल की एड सर्विस का टूल इस्तेमाल करते हैं जो कि वेबसाईट इस्तेमाल करने वालों की पहले की सर्च को दर्ज करते चलता है, और उनकी पसंद और उनके देखे हुए नेट-पेज के आधार पर उन्हें विज्ञापन दिखाता है। आप कृपया अपने कम्यूटर के ब्राऊजर से कुकीज और ब्राऊजिंग हिस्ट्री को मिटा दें ताकि ऐसे विज्ञापनों से बचें।
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