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कलिंगा विश्वविद्यालय में जन शिक्षण संस्थान कौशल प्रशिक्षण प्रतिभागियों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वितरण
19-Apr-2022 8:42 AM
रायपुर, 16 अप्रैल। कुशल लोगों की आज अत्यधिक मांग है प्रशिक्षण के माध्यम से कोई भी अपने लिए रोजगार के अवसर पैदा कर सकता है अपने उद्बोधन में जन शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष श्री ठाकुर राम सिंह रिटायर्ड आईएएस अधिकारी छत्तीसगढ़ राज्य चुनाव आयोग के आयुक्त और छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न जिलों के पूर्व कलेक्टर ने कहा। शनिवार को कलिंगा विश्वविद्यालय के सभागार में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए तथा प्रतिभागियों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वितरित किए। इस कार्यक्रम में जन शिक्षण संस्थान के निदेशक अतुल सिंह तथा जन शिक्षण संस्थान की असिसटेंट प्रोग्राम ऑफिसर नितांजली भी उपस्थित थी। स्वागत भाषण कलिंगा विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ संदीप गांधी ने दिया।
उन्होंने कौशल प्रशिक्षण के महत्व के बारे में बताया। अपने संबोधन में श्री ठाकुर राम सिंह ने कहा कि विभिन्न कौशलों को सीखकर बेरोजगारी की समस्या को दूर किया जा सकता है। प्रशिक्षित होने के बाद नौकरी के अधिक अवसर मिल सकते हैं। उल्लेखनीय है कि कलिंगा विश्वविद्यालय के अधिकारियों द्वारा श्री हर्ष खरे के मार्गदर्शन में सामान्य गृह व्यवस्था का प्रशिक्षण कोटनी में दिया गया। डॉ. सुषमा दुबे द्वारा ह्म्द्मड्डठ्ठह्न4 तथा परसदा गांव में मशरूम उत्पादन कौशल प्रशिक्षण दिया गया। जन शिक्षण संस्थान (जीएसएस के तहत कोटनी में डॉ स्मिता प्रेमानंद द्वारा पलोद में हाथ की कढ़ाई और डॉ सुनील डॉ आदित्य, श्री राजेश रावत द्वारा इलेक्ट्रीशियन कोर्स का प्रशिक्षण दिया गया। कुल 100 प्रतिभागियों ने विभिन्न कौशलों का प्रशिक्षण लिया। प्रत्येक कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम में बीस प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण लिया।
कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आर श्रीधर ने एक कहानी के माध्यम से समझाया कि एक लकड़ी काटने वाला लकड़हारा एक दिन में 10 पेड़ों को पुरानी कुंद कुल्हाड़ी से काटता है जबकि एक कुशल लकड़हारा जो औजारों का उपयोग करके अपनी कुल्हाड़ी को तेज करता है अधिक संख्या में पेड़ों को काटता है इसलिए थोड़ा प्रशिक्षण अधिक लाभकारी हो सकता है। उन्होंने बताया कि विदेशों से लोग विभिन्न कौशल सीखने के लिए भारत आते हैं। कार्यक्रम के दौरान डॉ आशा अंभाईकर डीन स्टूडेंट वेलफेयर] डॉ स्मिता प्रेमानंद कपिल केलकर सुश्री स्वाति अग्रवाल डॉ कोमल गुप्ता और अन्य संकाय सदस्य उपस्थित थे।