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सीएम को लिखी चिट्ठी, कहा-नर्सिंग के प्रवेश के इच्छुक गरीब विद्यार्थियों का शासन-प्रशासन से मोह भंग हो चुका
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 29 नवंबर । सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष, और विधायक बृहस्पत सिंह ने नर्सिंग कॉलेजों में रिक्त सीटों पर प्रवेश की अनुमति देने के लिए सीएम भूपेश बघेल को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने आरोप लगाया है कि चिकित्सा शिक्षा विभाग की तानाशाही रवैये के कारण अजा, जजा, और अति गरीब विद्यार्थी परेशान हैं। प्रवेश के लिए गुहार लगाते-लगाते थक चुके हैं। शासन-प्रशासन से मोह भंग हो चुका है। बृहस्पत सिंह ने यहां तक कह दिया कि परन्तु चिकित्सा विभाग के अफसरों की मनमानी और लालफीता शाही उन्हें स्वास्थ्य शिक्षा से वंचित कर रही है, उनके हाथ में कलम की जगह बंदूक पकड़ाना चाहती है।
बृहस्पत सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने सीएम को चिट्ठी लिखी है, और कहा कि प्रदेश में शासकीय, अद्र्धशासकीय, निजी नर्सिंग महावद्यिालयों में विभाग की उदासीनता से लगभग 2700 नर्सिंग छात्र - छात्राओं की सीटें रिक्त है, जो कि प्रवेश के लिए शेष है।
उन्होंने बताया कि 12वीं पास छात्र - छात्राएं नर्सिंग की पढ़ाई करने के लिए कॉलेजों में दर-दर भटक रहें है, परन्तु सीटें रिक्त होने के बावजूद भी प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। जबकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के संज्ञान में पिछले वर्ष छात्रों ने लाई थी तो वर्ष 2021-22 सहित पिछले तीन वर्षों तक प्रवेश दी जाती रही है। इस वर्ष स्वास्थ्य शिक्षा विभाग के तानाशाही रवैया के कारण अभी तक नर्सिंग की पढ़ाई करने वाले छत्तीसगढ़ छात्र-छात्राएं अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग एवं अति गरीब छात्र - छात्राएं महीनों से प्रवेश के लिए गुहार लगाते-लगाते थक चुके है, शासन-प्रशासन से मोह भंग हो चुका है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रवेश देने से राज्य सरकार के उपर या विभाग के उपर कोई वित्तीय भार भी नहीं होगा। छत्तीसगढ़ के छात्र - छात्राएं नर्सिंग की पढ़ाई कर अपने पैरों में खड़ा होना चाहते है। छत्तीसगढ़ एवं समाज के मुख्य धारा के साथ जुडक़र राज्य के विकास में भागीदारी निभाना चाहते हैं, परन्तु स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की मनमानी एवं लालफिता शाही इन्हे स्वास्थ्य शिक्षा से वंचित कर रही है, इनके हाथ में कलम की जगह बंदूक पकड़ाना चाहती है जो छत्तीसगढ़ के युवाओं एवं राज्य के लिए चिंता जनक विषय है।
उन्होंने सीएम से आग्रह किया कि छत्तीसगढ़ के नर्सिंग कॉलेजों की 2700 लगभग सीटें रिक्त है। रिक्त सीटों में 12वीं पास छात्र - छात्राओं को नर्सिंग की पढ़ाई के लिए इच्छुक छात्रों को शीघ्र प्रवेश के लिए अनुमति दी जाए।