कारोबार
रायपुर, 10 दिसंबर। देश के सबसे बड़े व्यापारिक संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, एवं कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया।
कैट ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा कल मेक इन इंडिया की तजऱ् पर वैड इन इंडिया का आह्वान किया जिसे कनफ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने बेहद सामयिक एवं वक़्त की ज़रूरत बताते हुए कहा कि देश भर के व्यापारी प्रधानमंत्री श्री मोदी की इस आवाज़ का पूर्ण रूप से समर्थन करते हैं क्योंकि इससे न केवल भारत के व्यापार में वृद्धि होगी बल्कि देश की मुद्रा जो अनावश्यक रूप से देश से बाहर जा रही है, पर अंकुश लगेगा।
कैट ने बताया कि गत 26 नवम्बर को प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा अपने मन की बात कार्यक्रम में जब पहली बार इसका जिक्र उन्होंने किया तब से कैट ने देश भर में व्यापारियों एवं सिविल सोसाइटी के बीच देश में ही डेस्टिनेशन वेडिंग को प्रोत्साहित करने का एक अभियान चलाया हुआ है।
कैट ने बताया कि विदेशों में भारतीय लोगों द्वारा डेस्टिनेशन शादियों के बारे में अभी तक कोई अधिकृत सर्वे नहीं हुआ है, इसलिए यह अन्दाज़ लगाना मुश्किल हैं कि यह कारोबार कितना होगा लेकिन फिर भी एक मोटे अनुमान के अनुसार प्रतिवर्ष लगभग 5 हज़ार डेस्टिनेशन शादियाँ विदेशों में होती हैं जिसमें लगभग 75 हज़ार करोड़ रुपये से लेकर एक लाख करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान है।
कैट के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने कहा कि भारत के विभिन्न राज्यों में ही लगभग 100 प्रमुख शहरों में तथा उसके आस पास लगभग 2 हज़ार से अधिक ऐसे स्थान हैं जहां डेस्टिनेशन शादियाँ हो सकती हैं और यदि देश का संपन्न वर्ग यदि विदेश के बजाय इन स्थानों पर डेस्टिनेशन शादियाँ करना शुरू करे तो बाक़ी लोग भी विदेश की बजाय भारत में ही डेस्टिनेशन शादी करने में उनका अनुसरण करेंगे।