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रायपुर, 17 दिसंबर। भारतीय विद्या भवन के आर.के.सारदा विद्या मंदिर ने गर्व के साथ 13 और 14 दिसंबर, 2023 को आयोजित अपने पहले साहित्य उत्सव, साहित्य-ए-तरन्नुम के विजयी समापन की घोषणा की। यह उत्सव विशेष रूप से किंडरगार्टन और छठी से आठवीं कक्षा के छात्रों के लिए बनाया गया है। इसका उद्देश्य युवा मन में साहित्य और रचनात्मकता के प्रति प्रेम को बढ़ावा देना है।
साहित्य-ए-तरन्नुम में सम्मानित अतिथियों की एक श्रृंखला देखी गई जिन्होंने अपनी बुद्धि और अंतर्दृष्टि से इस अवसर की शोभा बढ़ाई। इस कार्यक्रम का संचालन प्रतिष्ठित सुश्री श्री कपिल पांडे, श्री सचिन सक्सेना, श्री कुणाल मोटलिंग, श्री संदेश संजय रामराजे, सुश्री श्यामा पणिकर, सुश्री अंदलीब, सुश्री अंजू धवन और श्री पंकज सैकिया द्वारा किया गया था। उनकी उपस्थिति और योगदान ने महोत्सव को समृद्ध बनाया, जिससे छात्रों को प्रसिद्ध साहित्यिक हस्तियों के साथ जुडऩे का एक अनूठा अवसर मिला।
उत्सव को और बढ़ाते हुए, दो दिनों तक स्कूल के मैदान में एक जीवंत पुस्तक मेले का आयोजन किया गया, जिससे छात्रों को विभिन्न शैलियों और विषयों की पुस्तकों के विविध संग्रह का पता लगाने का मौका मिला। इस पहल का उद्देश्य पढऩे की आदतों को प्रोत्साहित करना और युवा पाठकों के साहित्यिक क्षितिज का विस्तार करना है।
प्रधानाचार्य श्री अमिताव घोष ने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों, संकाय सदस्यों और छात्रों के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया जिनके सामूहिक प्रयासों से साहित्य-ए-तरन्नुम को शानदार सफलता मिली। उन्होंने साहित्य, रचनात्मकता और ज्ञान का जश्न मनाने वाले समग्र शैक्षिक वातावरण के पोषण के लिए स्कूल की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। कहानी कहने की बारीकियों की खोज से लेकर भाषा की पेचीदगियों को समझने तक, इस महोत्सव ने बौद्धिक आदान-प्रदान के लिए एक मंच प्रदान किया, जिससे साहित्य के असंख्य रूपों की गहरी समझ और सराहना को बढ़ावा मिला।
दो दिवसीय कार्यक्रम साहित्यिक दिमागों का संगम था, जो प्रेरणा, रचनात्मकता को बढ़ावा देता था और लिखित शब्द का उत्सव था। प्रतिभागियों और उपस्थित लोगों ने खुद को साहित्य की समृद्ध टेपेस्ट्री में डुबो दिया, संबंध बनाए और कहानी कहने की कला के प्रति गहरी सराहना को बढ़ावा दिया।
भारतीय विद्या भवन का आर.के.सारदा विद्या मंदिर भविष्य में इस तरह की समृद्ध पहल के माध्यम से अपने छात्रों के बीच बौद्धिक जिज्ञासा को बढ़ावा देने और साहित्यिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की अपनी परंपरा को जारी रखने के लिए तत्पर है