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चुनाव विश्लेषण से जुड़ी संस्था सी वोटर के प्रमुख यशवन्त देशमुख ने कहा है कि कोई ऐसा सिद्धांत नहीं है जिससे पता चले कम वोटिंग हुई है तो विपक्ष को फायदा है, या सत्ता पक्ष को फायदा है.
यशवन्त देशमुख ने पहले दो चरण में कम वोटिंग से जुड़े सवाल पर बीबीसी हिंदी के नए शो 'द लेंस' में मुकेश शर्मा से बात की.
यशवन्त देशमुख ने कहा, ''गर्मी के कारण कम वोटिंग हुई, ये संभव है. ये भी संभव है कि अति आत्मविश्वास के कारण बीजेपी के वोटर कम निकले हों. ये भी संभव है कि चुनाव हम नहीं जीत रहे हैं, ऐसा सोचकर विपक्षी वोटर ना निकले हों.''
''इस बात की संभावना भी है कि ये सारे फैक्टर काम कर रहे हों. मैं एक डायरेक्शन में इस कम वोटिंग के नज़रिए को नहीं देखना चाहता.''
हालांकि यशवन्त देशमुख ने कहा कि पहले दो चरण में इतने कम वोट भी नहीं पड़े हैं.
2004 का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, ''किसी भी चुनाव को देखते समय हमारे दिमाग में 2004 आता है. 2004 में शहरी इलाकों में 18 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी. ये सिर्फ चार फीसदी का ड्रॉप है.''
''उस नज़रिए से देखें तो यह ड्रॉप उतना अलार्मिंग नहीं लगता है. मेरा मानना है कि गर्मी भी एक वजह हो सकती है.''
बीबीसी हिंदी के शो द लेंस को आप हर शनिवार बीबीसी हिंदी के यू-ट्यूब चैनल, फेसबुक पेज, ट्विटर और बीबीसी हिंदी की वेबसाइट पर देख सकेंगे.
इस शो के पहले एपिसोड में दूसरे चरण में हुई वोटिंग पर बात की गई. इस चुनावी विश्लेषण में मुकेश शर्मा के साथ कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा और राजनीतिक विश्लेषक मनीषा प्रियम भी मौजूद रहीं. (bbc.com/hindi)