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पहले दिन केन्द्रों में छोटे किसान पहुंचते रहे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 दिसंबर। प्रदेश के 23 सौ से अधिक केन्द्रों में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी आज से शुरू कर दी गई है। पहले दिन इन केन्द्रों में छोटे किसान टोकन के साथ धान बिक्री के लिए पहुंचते रहे। इस दौरान केन्द्रों में दो-तीन जगहों पर तराजू-बाट लगाकर उनके धान की तौलाई की जाती रही। इसके पहले यहां धान की नमी मापी जाती रही। किसानों का कहना है कि शुरूआत में केन्द्रों में दिक्कत कम दिख रही है, लेकिन भीड़ बढऩे पर कई तरह की दिक्कत सामने आ सकती हैं।
प्रदेश में धान खरीदी की यह तैयारी पिछले कुछ दिनों से चल रही थी, जो अभी भी जारी है। कई जगहों पर बारदानों की कमी दूर करने का प्रयास किया जा रहा है, और कहीं-कहीं धान के सुरक्षित रख-रखाव के लिए चबूतरा बनाए जा रहे हैं। 31 जनवरी 2021 तक चलने वाली इस खरीदी के दौरान किसानों को ज्यादा दिक्कत न हो, यह प्रयास किया जा रहा है। शुरूआत में यहां पेयजल, शेड के साथ किसानों के बैठने आदि का इंतजाम किया जा रहा है। भीड़ बढऩे पर आगे बदइंतजामी सामने आ सकती है।
‘छत्तीसगढ़’ फोटोग्राफर ने आज रायपुर से लगे अम्लेश्वर, सांकरा, झीट, घुघवा व आसपास के धान खरीदी केन्द्रों तक पहुंचकर किसानों से चर्चा करने और उनकी समस्याएं जानने का प्रयास किया। इस दौरान अधिकांश किसानों ने बताया कि शुरूआत में केन्द्रों में ज्यादा कुछ समस्या नहीं है। गिनती के छोटे किसान आकर धान की बिक्री कर रहे हैं। आगे बड़े किसानों के आने पर भीड़ बढ़ेगी, और तौल के साथ कई तरह की दिक्कत सामने आएगी। खासकर समय पर तौल से लेकर धान के रखने और उसकी चौकीदारी करने, सूखने पर नुकसान उठाने, सर्वरडाउन के चलते खरीदी ठप होने जैसी कई समस्याएं रह सकती है।
ढाई लाख ज्यादा किसानों का पंजीयन
बताया गया कि प्रदेश में 2 लाख से अधिक किसान वापस खेतों की ओर लौटे हैं, जिससे रकबे में वृद्धि हुई है। वर्ष 2020-21 में पिछले वर्ष की तुलना में 2 लाख 49 हजार ज्यादा किसानों ने धान बेचने के लिए अपना पंजीयन कराया है। इस बार 21 लाख 29 हजार 764 किसानों ने पंजीयन कराया है। इन किसानों द्वारा बोये गए धान का रकबा 27 लाख 59 हजार 385 हेक्टेयर से अधिक है। दो सालों में धान बेचने वाले किसानों का रकबा 19.36 लाख हेक्टेयर से बढक़र 22.68 लाख हेक्टेयर और किसानों की संख्या 12 लाख 6 हजार बढक़र 18 लाख 38 हजार हो गई है। इस प्रकार देखा जाए तो रकबे में 3 लाख 32 हजार हेक्टेयर तथा समर्थन मूल्य पर धान बेचेने वाले किसानों की संख्या में 6.32 लाख बढ़ोत्तरी हुई है।
90 लाख टन खरीदी की तैयारी
पिछले दो वर्षों में समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान की मात्रा में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। वर्ष 2017-18 में छत्तीसगढ़ राज्य में समर्थन मूल्य पर 56.85 लाख टन धान की खरीदी हुई थी। दो सालों के दौरान धान खरीदी का यह आंकड़ा 83.94 लाख टन पहुंच गया। सरकार, इस साल करीब 90 लाख टन धान खरीदी की तैयारी में है और इसके हिसाब से बारदानों की कमी दूर करने के प्रयास में जुटी है।