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छत्तीसगढ़ संवाददाता
अटल नगर, 20 जून। अटल नगर के एक प्रमुख कैंसर अस्पताल बालको मेडिकल सेंटर के मार्केटिंग हेड विपेन्द्र सिंह राजपूत ने बताया कि बालको मेडिकल सेंटर को कोविड के परीक्षण के लिए राज्य और राष्ट्रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड दोनों की मंजूरी मिल गई है। बीएमसी इस उपलब्धि को हासिल करने वाला छत्तीसगढ़ का पहला निजी अस्पताल बन गया है।
श्री राजपूत ने बताया कि वर्तमान कोविड परिदृश्य को देखते हुए यह समय की आवश्यकता है कि निजी अस्पताल इस क्षेत्र में प्रवेश करें ताकि परीक्षण मामलों के लिए प्रसंस्करण में तेजी आए। बीएमसी की प्रयोगशाला विभाग में बेहतरीन हिस्टोपैथोलॉजिस्ट, माइक्रोबायोलॉजिस्ट, लैब तकनीशियन और विश्वस्तरीय उपकरण शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि एनएबीएल से कोविड परीक्षण के लिए अनुमोदन, बीएमसी द्वारा प्रदर्शित कोविड तैयारियों की श्रृंखला में नवीनतम मील का पत्थर है। बालको मेडिकल सेंटर के सीओओ एस. वेंकट कुमार ने कहा, बीएमसी कैंसर रोगियों का उपचार करता है जो की कोविड से अति सहजता से प्रभावित हो सकते है। कैंसर के रोगियों में कम रोग प्रतिरोधक क्षमता और कैंसर के उपचार के कारण संक्रमण के उच्च जोखिम होते हैं । हालांकि, अस्पताल की टीम ने कैंसर रोगियों के इलाज के लिए कोविड के खतरे को बाधा नहीं बनने दिया। तेजी से कोविड परीक्षा-परिणाम प्राप्त करने से डॉक्टर्स को जल्द से जल्द उचित उपचार शुरू करने और रिश्तेदारों और कर्मचारियों की अधिकतम सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।
बालको मेडिकल सेंटर के हॉस्पिटल इंफेक्शन कंट्रोल एचओडी एंड कंसल्टेंट माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ.मनीषा साहू ने राहत की सांस लेते हुए कहा कि अब तक केवल एम्स और जेएनएम मेडिकल कॉलेज, आईआरएल जैसे सरकारी अस्पतालों को ही कोविड नमूनों की जाँच की अनुमति थी। कोविड -प्रभावित लोगों की संख्या में भारी वृद्धि के कारण और जांच के परिणाम में देरी के कारण, हमें नमूनों को मुंबई भेजना पड़ा। नतीजे आने में 3-4 दिन लग जाते थे। बीएमसी में परिणाम एक दिन के भीतर प्राप्त किए जा सकते हैं।
बालको मेडिकल सेंटर के सीएम्एस एवं सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ। जयेश शर्मा ने कहा, हमें लगता है कि कैंसर के मरीज के इलाज में किसी भी प्रकार का जोखिम नहीं होना चाहिए। अगर कोई कैंसर रोगी, जो कोविड पॉजिटिव है, किसी भी ऑपरेशन से गुजरता है, तो उसकी जान को जोखिम बहुत बड़ जाता है।
रायपुर, 17 जून। आई.एस.बी.एम. विश्वविद्यालय के कला एवं मानवीकी संकाय द्वारा भारत का पडोसी देशों के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के मुद्दों पर कुटनीतिक संप्रातिक पहल विषय पर आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार के मुख्य वक्ता डॉ. राकेश ढेगवे ने कहा कि युद्ध किसी भी समस्या का विकल्प नहीं हो सकता।
उन्होंने कौटिल्य के मंडल सिद्धांत के माध्यम से बताया कि आपसी हितों के टकराव के कारण ही वर्तमान में भारत, नेपाल, चीन एवं पाकिस्तान के बीच सीमा विवाद चल रहा है। चूंकि भारत बड़े भाई की भूमिका में है, इसलिए कभी कभी उसकी भरपाई भी करना पड़ता हैं।
इसी कड़ी में विषय विशेषज्ञ डॉ. अमन झा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति शक्ति संघर्ष का खेल है। प्रत्येक देश विश्व पटल पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए ऐसे सीमा विवादों को बनाए रखते हैं।
विश्वविद्यालय के डिप्टी रजिस्ट्रार राकेश तिवारी ने बताया कि वेबिनार के प्रारंभ में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. बी.पी.भोल सभी वक्ताओं एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य मे वेबिनार का विषय अत्यंत महत्वपूर्ण है। सभी पडोसी देश पाक, चीन व नेपाल आपस में वार्ता कर अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के समस्याओं के कारणों को समझें तथा उनका निदान के लिए रुपरेखा तैयार करते हुए, शांति की स्थापना मे सहभागी बने।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. विनय एम अग्रवाल ने भी विषय विशेषज्ञों के साथ चर्चा करते हुये कहा कि हमारा देश ऐसे वक्त में भी इस तरह के ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा कर शांति का मार्ग खोलने के लिए कटिबद्ध हैं। कुलपति डाँ. आनंद महलवार ने कोविड काल में वेबिनार के आयोजन पर समिति को बधाई देते हुए कहा कि भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की सुरक्षा महत्वपूर्ण हैं।
वेबिनार के संयोजक डॉ. भूपेंद्र कुमार साहू, संकाय प्रमुख कला एवं मानवीकी द्वारा किया गया। उन्होने इस वेबिनार का उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुये विश्वविद्यालय के स्थापना एवं संचालित पाठ्यक्रमों की जानकारी भी दी, 410 प्रतिभागियों ने ऑनलाइन पंजीयन कराया था, सभी को फीडबैक फार्म भरने के पश्चात ऑनलाइन प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
रायपुर, 17 जून। कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिय़ा ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मगेलाल मालू, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, प्रदेश महामंत्री जितेंद्र दोशी, प्रदेश कार्यकारी महामंत्री परमानंद जैन, प्रदेश कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं प्रदेश प्रवक्ता राजकुमार राठी ने बताया कि टीम कैट ने कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल राजस्व एवं आपदा प्रबंधन, पुर्नवास, पंजीयन एवं स्टाम्प मंत्री जयसिंह अग्रवाल, से मुलाकात कर कोविड-19 के तहत प्राप्त लोन पर स्टाम्प ड्यूटी शुल्क माफ करने का आग्रह किया।
कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने जयसिंह अग्रवाल को अवगत कराया कि भारतीय रिर्जव बैंक द्वारा व्यापार एवं उद्योगों को कोविड-19 महामारी के कारण व्यापार व्यवसाय में आयी तरलता की कमी से निपटने के लिए 20 प्रतिशत अतिरिक्त लोन की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है । वर्तमान में राज्य सरकार के नियमानुसार इस लोन पर 1 प्रतिशत की स्टाम्प ड्यूटी देय है ।