कारोबार
रायपुर, 23 जुलाई। अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के सदस्यों ने चीफ रीजनल कमिश्नर पीएफ जय कुमार को फूलों के गुलदस्ते के साथ सम्मानित कर धन्यवाद ज्ञापित किया। लॉक डाउन में ईपीएफ रायपुर कार्यालय ने जय कुमार के नेतृत्व में दिन रात काम करके परेशानी को समझते हुए खाते में 7 से 3 दिन में पीएफ में जमा हुई राशि ट्रांसफर किया जाता रहा आवेदन के ऊपर तत्काल करवाई होती थी जो एक सहरानीय पहल हैं।
सुधीर राय, ऋतु सिंह, शेषनाथ तिवारी, अजीत उपाध्याय, अनवेश पांडेय, जे.पी.सिंह, विजयेन्द्र शर्मा, भगवान शर्मा, श्री चौबे, अमलेश सिंह, दिनेश मिश्रा और मीडिया प्रभारी डी.के.शर्मा उपस्थित थे।
रायपुर, 23 जुलाई। छग प्रदेश राईस मिल एसोसएिशन पदाधिकारियों ने बताया कि उन्होंने राम गोपाल अग्रवाल प्रदेश कोषाध्यक्ष कांग्रेस पार्टी के नागरिक आपूर्ति निगम के चेयरमैन बनने पर उन्हें शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर एसोसिएशन प्रदेशाध्यक्ष कैलाश रुंगटा, प्रदेश महामंत्री प्रमोद अग्रवाल, प्रदेश कोषाध्यक्ष नरेश सोमानी, दिलीप अग्रवाल, प्रदेश प्रवक्ता परमानंद जैन, अमित अग्रवाल, ललित अग्रवाल,नूरु भाई, विजय शर्मा, निकुंज सोलंकी, मुरारी भूतड़ा इत्यादि पदाधिकारी एवं राइस मिलर उपस्थित थे।
रायपुर, 23 जुलाई। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि कैट की अगुवाई में चीनी उत्पादों के बहिष्कार के राष्ट्रीय अभियान को मिल रहे समर्थन से देश भर में चीन विरोधी भावना जोर शोर से प्रतिध्वनित हुई है जिसके कारण न केवल बाजार बल्कि उपभोक्ता भी इस बार चीन को सबक सिखाने के लिए दृढ़ संकल्प हो गए हैं जिसकी एक बानगी आगामी 3 अगस्त को राखी त्यौहार पर दिखाई देगी।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि बाजारों में इस बार भारतीय सामान से बनी राखियों की मांग बढ़ गई है। खरीदार चीनी राखियों की बजाय भारतीय सामान से बनी राखियों के लिए अधिक कीमत भी देने को तैयार हैं । राखी के त्यौहार पर एक अनुमान के अनुसार देश भर में लगभग 50 करोड़ से ज्यादा राखियां खरीदी जाती हैं। प्रतिवर्ष लगभग 6 हजार करोड़ रुपये का व्यापार राखी का होता है जिसमें पिछले कई वर्षों से चीन लगभग 4 हजार करोड़ रुपये की राखी अथवा राखी का सामान भारत को निर्यात करता आया है और इस बार कैट के हिन्दुस्तानी राखी की घोषणा के बाद चीन को 4 हजार करोड़ रुपये के व्यापार का झटका लगना तय है ।
श्री पारवानी ने बताया कि चीनी उत्पादों के बहिष्कार के अभियान ने देश भर में व्यापार में अनेक नए बड़े अवसर प्रदान किये है। राखी के इस त्यौहार पर देश भर में कारीगरों, स्वयं सहायता समूहों की महिलायें ,घरों तथा आंगनवाड़ी में काम करने वाली महिलायें बड़े पैमाने पर कैट के सहयोग से राखियां बना रही हैं और इससे उन्हें न केवल रोजगार मिल रहा है बल्कि अकुशल महिलाओं को अर्ध-कुशल श्रमिकों में परिवर्तित करके उन्हें अधिक से अधिक सजावटी, सुंदर और नए डिजाइन की राखी बनाने के लिए कैट प्रोत्साहित कर रहा है।
सैन फ्रांसिस्को, 22 जुलाई (आईएएनएस)| साल 2022 में ऐप्पल के अपने आईफोन श्रृंखला में पेरिस्कोप टेलीफोटो कैमरे को शामिल किए जाने उम्मीद जताई जा रही है। इस पेरिस्कोप लेंस से 5 से लेकर 10 गुना तक ऑप्टिकल जूम की सुविधा प्रदान की जाएगी।
ओप्पो फाइंड एक्स2 प्रो और हुवावे पी40 प्रो प्लस सहित कुछ स्मार्टफोन पहले ही पेरिस्कोप लेंस के साथ उपलब्ध कराया जा चुका है।
मिंग-ची कुयो के एक हालिया रिसर्च नोट के हवाले से द वर्ज में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, कोरिया और चीन में दो सबसे मजबूत लेंस आपूर्तिकर्ता सनी ऑप्टिकल और सेम्को इस साल के अंत या अगले साल की शुरुआत तक एप्पल के लेंस की आपूर्ति श्रृंखला में शामिल हो जाएंगे।
कुयो ने कहा कि सेम्को 2022 में पेरिस्कोप मोटर्स, टेलीफोटो लेंस सहित आईफोन के लेंस की शिपिंग की शुरूआत करेगी और साथ ही इसी साल कंपनी द्वारा एक पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस सहित एक वॉइस कॉयल मोटर टेक्नोलॉजी की भी शिपिंग की जाएगी।
इस आईफोन निर्माण कंपनी द्वारा इस साल के सितंबर महीने में आईफोन 12 श्रृंखला के तहत चार नए आईफोन के लॉन्च किए जाने की उम्मीद है जिसमें दो प्रीमियम वेरिएंट शामिल होंगे।
आईफोन 12 प्रो को 6.1-इंच या 6.7-इंच साइज में उपलब्ध कराया जाएगा। डिवाइस पर रियर कैमरा मॉड्यूल सेटअप का दावा किया गया है जो एक लीडर स्कैनर के साथ चार सेंसर लगाएगा जिसे हाल ही में लॉन्च किए गए ऐप्पल आईपैड प्रो में पेश किया गया था।
आईफोन के इन सभी चार मॉडल में 5जी सपोर्ट और ओएलईडी डिस्प्ले की सुविधा मौजूद होगी।
नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)| कारोबारियों के संगठन, कंफेडेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स(सीएआईटी) को अनुमान है कि इस राखी सीजन में चीन को 4,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है, क्योंकि लोग आगामी तीन अगस्त के रक्षा बंधन के लिए स्थानीय राखी को पसंद कर रहे हैं। सीएआईटी ने यह अनुमान भारत में चीनी उत्पादों के बहिष्कार के अभियान की वजह से लगाया है।
व्यापार निकाय ने कहा है कि रक्षाबंधन त्योहार के दौरान करीब 6,000 करोड़ रुपये के राखी उत्पाद बेचे जाते हैं, जिसमें से अकेले चीन का योगदान 4,000 करोड़ रुपये का होता था।
सीएआईटी ने एक बयान में कहा, "बीते कुछ वर्षो में, चीन में बनी राखी और राखियों में लगने वाले उत्पाद जैसे फोम, मोतियां, ड्राप्स, धागे और सजावट वाली थालियों ने भारतीय बाजार में अपनी गहरी पैठ बना ली है।"
संस्था ने कहा, "गलवानी घाटी में चीन और भारत के बीच संघर्ष के कारण खरीदारों और विक्रेताओं के बीच चीन-विरोधी भावनाओं ने अब स्थानीय राखी उत्पादों की मांग को बढ़ा दिया है।"
खरीदार अब स्थानीय उत्पादों के प्रति रुचि दिखाने लगे हैं। इतना ही नहीं वे अब चीन से मंगाए उत्पादों से बनी राखी के स्थान पर भारत में बनी राखी के लिए ऊंची कीमत भी चुकाने के लिए तैयार हैं।
सीएआईटी ने कहा कि एक अनुमान के मुताबिक, भारत में 50 करोड़ राखी हर साल बिक जाती है, जिसकी कीमत करीब 6,000 करोड़ रुपये है। इसमें से 4000 करोड़ रुपये के माल को चीन अकेले ही निर्यात करता है।
बयान के अनुसार, "इस वर्ष, चीन को निश्चित ही 4,000 करोड़ रुपये घाटे का झटका लगेगा।"
रायपुर, 22 जुलाई। रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल के कॉर्डियो थोरेसिक एवं जनरल व लेप्रोस्कोपिक विभाग की टीम ने मिलकर एक मरीज की सफल थोरेस्कोपी सर्जरी की। हॉस्पिटल में 31 वर्ष की आयु के एक मरीज ने आंखों में दर्द एवं धुंधला दिखने, कमजोरी की शिकायत के साथ डॉ. संजय शर्मा को दिखाया। डॉक्टरों ने रोगी की पूरी जांच की और जांच में पता चला कि उसे मायस्थेनिया ग्रेविस हो गया है।
मायस्थेनिया गे्रेविस एक प्रकार का ऐसा रोग है, जिसमें मरीज की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। जिसके कारण मरीज को धुंधलापन, थकान, शारीरिक कमजोरी, बोलने में कठिनाई, खाना का निगलने में तकलीफ, सांस फूलना आदि लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इस मरीज को थाइमेक्टॉमी की सलाह दी गई। थाइमेक्टॉमी शल्य क्रिया के द्वारा थाइमस ग्रंथी को निकालने की प्रक्रिया को थाइमेक्टॉमी कहा जाता है।
इस प्रक्रिया को छाती में (स्टरनम) को चीरा लगा के किया जाता था, परंतु इस मरीज में दूरबीन पद्धति के द्वारा इस प्रक्रिया का सफल ऑपरेशन किया गया। जनरल सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. संदीप दवे ने अपने टीम एवं कॉर्डियो थोरेसिक सर्जन डॉ. विनोद आहूजा से चर्चा कर थाइमेक्टॉमी का दूरबीन पद्धति से सफल ऑपरेशन किया। इस तकनीक में बिना चीरफाड़ किए सिर्फ चार छेद करके ही वीडियो में देखकर पूरी सर्जरी की गई।
मेडिकल डायरेक्टर डॉ. संदीप दवे और एचसीसीओ संदीप रूपेरिया ने इस सफलता के लिए कॉडियो थारेसिक एवं जनरल एवं लेप्रोस्कोपिक के सभी डॉक्टरों व उनकी टीम को बधाई दी।
रायपुर, 22 जुलाई। रायपुर में कोरोना के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर पीएनबी अंचल कार्यालय रायपुर के प्रबंधक एस.के.राणा (महा प्रबंधक) एवं मंडल कार्यालय रायपुर के मंडल प्रमुख मनमोहन लाल चांदना (उप महा प्रबंधक) द्वारा समाज के कमजोर एवं गरीब वर्ग हेतु मास्क एवं सैनिटाइजर प्रदान किया गया। रायपुर कलेक्ट्रेट शाखा प्रबंधक राजीव कुमार गुप्ता भी उपस्थित रहे।
श्री गुप्ता ने बताया कि पीएनबी द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना राहत सामग्री की मदद जरूरतमंदों को की जा रही है। कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया। सोशल डिस्टेंसिंग, अति आवश्यक होने से घरों से निकलना, मास्क-सैनिटाइजर का प्रयोग करना आदि की अपील की गई। यह कार्यक्रम जारी रहेगा।
रायपुर, 22 जुलाई। अ.भा. अग्रवाल सम्मेलन के मीडिया प्रभारी परमानंद जैन ने बताया कि गोगांव स्थित शा.हाईस्कूल में हरेली पर्व पर वृक्षारोपण किया गया। सुरक्षा हेतु स्कूल प्रबंधन से चर्चा की गई। सम्मेलन अध्यक्ष हनुमान प्रसाद अग्रवाल, महामंत्री विशम्भर अग्रवाल तथा मिडिया प्रभारी परमानन्द जैन ने जानकारी की जिला इकाई के पदाधिकरी संजय अग्रवाल,कन्हैया गुप्ता द्वारा स्कुल प्रबंधन के साथ मिलकर वृक्षारोपण में विशेष सहयोग दिया।
श्री जैन ने बताया कि कार्यक्रम में उपस्थित अन्य पदाधिकारी एवं सदस्य सतपाल जैन, श्याम गोयल, विजय जैन, सुशील गोयनका, सुरेश अग्रवाल, विनोद अग्रवाल, नीरज गोयल, राकेश अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल, नितिन अग्रवाल (जिला महामंत्री) तथा विवेक अग्रवाल इत्यादि लोगों ने पौधारोपण किया एवं भविष्य में भी उनकी समय -समय पर देख रेख करने का आश्वासन दिया।
रायपुर, 22 जुलाई। एनएमडीसी लिमिटेड द्वारा किए जा रहे सीएसआर के प्रयास भारत में सबसे अग्रणी पंक्ति में गिने जाते हैं और केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के बीच एनएमडीसी सीएसआर अंतर्गत सर्वाधिक व्यय करने वालों में से एक है। एक जिम्मेदार कार्पोरेट होने के नाते, एनएमडीसी समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का पालन करने में अग्रणी रहा है। एनएमडीसी का मानना है कि बड़े पैमाने पर समाज की भलाई संगठन के व्यवसाय और समृद्धि की प्रगति के लिए एक पूर्व-आवश्यकता है।
भारत और विदेशों में चल रही अपनी गतिविधियों में विस्तार की अपनी व्यावसायिक द्वष्टि का अनुसरण करते हुए, खनिज अन्वेषण के नए क्षेत्रों में विविधता लाने के साथ, एनएमडीसी अपने सीएसआर प्रयासों को और अधिक प्रभावी बनाना चाहता है ताकि अपनी परियोजनाओं के आस-पास के क्षेत्र में निरक्षरता एवं गरीबी उन्मूलन के साथ बुनियादी ढाँचे के विकास को बढ़ावा दिया जा सके। इसके अधिकांश लाभार्थी एनएमडीसी की खानों के आस-पास स्थित आदिवासी समुदाय से हैं, जो दूरदराज के क्षेत्रों में निवास करते हैं और शिक्षा या उच्च चिकित्सा सेवाओं का खर्च नहीं उठा सकते हैं। एनएमडीसी ऐसे लोगों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है ताकि उनके जीवन को और बेहतर बनाया जा सके।
सुमित देब, निदेशक (कार्मिक) एनएमडीसी लिमिटेड के लिए प्रश्नाावली-
1. क्या आप हमें एनएमडीसी के सीएसआर के बारे में जानकारी दे सकते हैं?
एनएमडीसी देश के सुदूरवर्ती इलाकों में जैसे कि छत्तीसगढ़ के बस्तर में खदानों का संचालन करता है। एनएमडीसी में हम सीएसआर को लोगों के जीवन की बेहतरी के लिए एक प्रभावी उपकरण के रूप में मानते हैं। हम अपनी सीएसआर परियोजनाओं के माध्यम से ऐसे समुदायों को सहयोग करते हैं जो समाज में हाशिए पर हैं।
हम इस बात का विशेष ध्यान में रखते हैं कि सीएसआर की धन राशि सबसे प्रभावशाली और विचारशील तरीके से खर्च की जाए, जिससे न केवल समुदाय की सेवा होगी बल्कि एक टीम के रूप में हमें गर्व का भी अहसास भी होगा। एनएमडीसी की एक अनूठी, व्यापक पारदर्शी एवं सहभागी परामर्श प्रणाली है, जो गाँव/समुदाय स्तर से जिला पंचायत स्तर से लेकर राज्य सरकार के स्तर के लग-भग सभी हितधारकों के सभी वर्गों/स्तर की साझेदारी में इसको बनाया गया है एवं इसे सभी के साथ साझा भी किया गया है।
2. एनएमडीसी के सीएसआर का मुख्य फोकस किन क्षेत्रों पर है?
एनएमडीसी ने सीएसआर गतिविधियों की पहचान करने तथा क्रियान्वयन और निगरानी के लिए अपने उद्वेश्यों, फोकस क्षेत्रों, संगठनात्मक तंत्र, दिशानिर्देशों को निर्धारित करने के लिए एक व्यापक सीएसआर नीति बनाई है। कंपनी मुख्य रूप से अपनी परियोजनाओं के आस-पास के क्षेत्रों में शैक्षणिक संस्थानों, स्वच्छता, स्वास्थ्य, पेयजल, बुनियादी ढांचे के विकास, रोजगार योग्य कौशल विकास, एकीकृत ग्राम विकास आदि जैसे सामाजिक बुनियादी ढांचे को विकसित करने में निवेश कर रही है।
3. प्रयास क्या है ? इसमें किस तरह के कार्यक्रम किए जा रहे हैं?
प्रयास - शिक्षा का उद्वेश्य साक्षरता और शिक्षा आधारित एक पहल है जो लग-भग दो दशक पुरानी है। हमें यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि एक मामूली शुरूआत के बाद अब इस पहल ने स्थानीय समुदायों के लिए गेम चेंजर का रूप ले लिया है। यह पहल उस स्थिति के कारण शुरू की गई थी जब एनएमडीसी परियोजनओं के आस-पास के समुदायों में रहने वाले बच्चों का एक बड़े हिस्से की पहुंच इस क्षेत्र में गुणवत्ता वाले शैक्षणिक बुनियादी ढांचे की कमी के कारण प्राथमिक स्तर की शिक्षा तक नहीं थी। हमने स्कूल जाने वाले बच्चों की संख्या में भारी गिरावट, आर्थिक तथा विभिन्न अन्य सामाजिक कारकों के कारण, साथ ही साथ तकनीकी/व्यावसायिक शिक्षा तक पहुंच की कमी पर भी ध्यान दिया है और संस्थान स्थापित किए हैं एवं शिक्षा में आने वाली समस्यओं का निवारण किया है।
शिक्षा के क्षेत्र में कन्या शिक्षा के क्षेत्र में अधिक कठिनाइयॉंव चुनौतियॉं रही हैं क्योकि उनके पास उच्च शिक्षा को प्राप्त करने के लिए बहुत कम सुविधाएं थीं। बालक एवं बालिकाओं को उनके सपनों को साकार करने में मदद करने के लिए, प्रयास कार्यक्रम प्रारम्भ किए गये हैं। एनएमडीसी के द्वारा शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए निम्नलिखित पहल की हैं-
0 एनएमडीसी शिक्षा सहयोग योजना।
0 एनएमडीसी बालिका शिक्षा योजना (गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाली 40 आदिवासी बालिकाओं को प्रतिवर्ष हैदराबाद से बीएससी/जीएनएम के कोर्स कराये जाते हैं।)
0 दंतेवाड़ा में पलिटेक्निक कॉलेज का संचालन।
0 दतेवाड़ा और नगरनार में आईटीआई का संचालन।
0 आस्था गुरूकुल का संचालन - एससी, एसटी और अनाथ बच्चों आदि के लिए आवासीय विद्यालय।
0 300 एकल शिक्षक स्कूलों का संचालन।
0 सक्षम का संचालन - दंतेवाड़ा में विशेष रूप से सक्षम बच्चों के लिए एक स्कूल।
0 छू लो आसमान योजना - आईटीआई/पीईटी/पीएमटी आदि जैसे व्यावसायिक प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने के इच्छुक आदिवासी छात्रों के लिए 9वीं कक्षा से 12वीं कक्षा तक नियमित स्कूली शिक्षा के साथ-साथ पूर्णत: आवासीय ट्यूटोरियल सहायता का प्रावधान।
0 उज्जर - उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए 100 मेधावी छात्रों की मदद करने के लिए एक कार्यक्रम है। एनएमडीसी प्रति वर्ष प्रति छात्र 4 वर्ष के लिए रू 75,000/- रूपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
0 लक्ष्य - बेरोजगार युवाओं को नौकरी उन्मुख प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने के लिए कोचिंग प्रदान करना।
0 बलिका शिक्षा परिसर का निर्माण - इसमें बालिकाओं हेतु तीन संस्थान संचालित है।
4. सीएसआर में हेल्थकेयर के लिए आप कौन से कार्यक्रम संचालित आयोजित कर रहे हैं ?
एनएमडीसी परियोजनाओं के आस-पास के गावों में स्थानीय समुदायों के लिए, जिसमें बहुसंख्यक आदिवासी शामिल हैं बुनियादी चिकित्सा सुविधाओं सहित स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे की अनुपस्थिति थी। परियोजना स्थलों के दूरदराज के क्षेत्रों में स्थित होने के साथ-साथ वामपंथी उग्रवादी गतिविधियों ने स्थिति को और भी जटिल बना दिया है, जिसके परिणामस्वरूप स्थानीय लोगों के लिए हर प्रकार की चिकित्सा सुविधा का अभाव था। मौजूदा स्थिति के मद्देनजर, एनएमडीसी अपने सीएसआर कार्यक्रम के तहत, निरमाया- स्वस्थ जीवन की ओर के तत्वावधान में स्थानीय समुदायों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए अनेक पहल की हैं। यह पहल अब एक वृहद रूप ले चुकी हैं, जिसका उद्वेश्य मेडिकेयर और स्वस्थ्य सुविधाएं प्रदान करना है। एनएमडीसी के निरमाया कार्यक्रम की उत्पत्ति इस तथ्य में निहित है कि यह एक अनूठा कार्यक्रम है जो रोक-थाम के साथ-साथ उपचारात्मक स्वास्थ्य सेवाओं का मिश्रण प्रदान करता है और इसमें स्थानीय समुदायों के बीच व्यक्तिगत स्वच्छता, खान-पान की स्वच्छता पारिवारिक स्वच्छता एवं सामुदायिक स्वच्छता और संबंधित मुद्दों पर जागरूकता पैदा करना शामिल है। छत्तीसगढ़, कर्नाटक, मध्यप्रदेश में एनएमडीसी परियोजनाओं अस्पतालों में स्थानीय जनजातियों पूर्णत: को नि:शुल्क उपचार प्रदान किया जाता है। हमारे परियोजना अस्पतालों में प्रतिवर्ष लग-भग 1,00,000 बाह्य रोगियों और 10,000 अंत: रोगियों का नि:शुल्क उपचार होता है। निरमाया की कुछ प्रमुख परियोजनाएं निम्न प्रकार है:-
0 परियोजना अस्पतालों में नि:शुल्क चिकित्सा।
0 चल अस्पताल (हॉस्पिटल ऑन व्हील्स) - मोबाइल मेडिकल वैन के माध्यम से दूरदराज के गांवों में चिकित्सा सुविधा प्रदान करना।
0 स्थानीय जनजातीय आबादी के लिए नियमित चिकित्सा शिविरों का आयोजन।
0 महिलाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए एनएमडीसी द्वारा सेनेटरी नेपकिन निर्माण हेतु 8 केन्द्रों की स्थापना।
0 गरीब मरीजों को उच्च चिकित्सा सुविधा के लिए भेजने के लिए मॉं दंतेश्वारी संजीवनी कोष में आर्थिक योगदान।
5. क्या आप हमें बुनियादी ढांचा विकास के लिए सीएसआर कार्यक्रम - प्रकल्प के बारे में जानकारी दे सकते हैं?
एनएमडीसी सभी के विकास में विश्वा स करता है और प्रारम्भ से ही परियोजना स्थलों में और उनके आस-पास बुनियादी ढांचे के निर्माण पर बल देता रहा है। एनएमडीसी की परियोजनाएं अत्यंत दूर दराज के क्षेत्रों में स्थित होने के कारण यह आवश्य क भी था। एनएमडीसी पिछले अनेक वर्षों से मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने और स्थानीय समुदायों और पूरे क्षेत्र को मुख्य धारा से जोडऩे की सुविधा प्रदान कर रहा है। एनएमडीसी मुख्य रूप से जिला प्रशासन की साझेदारी में बुनियादी ढांचे के विकास की गतिविधियां कर रहा है। सड़क बनाने से लेकर विद्यालयों के भवन एवं स्वास्थ्य केन्द्रों से लेकर सामुदायिक केन्द्रों तक के निर्माण के कार्य इनमें शामिल हैं।
एनएमडीसी अपनी पहल प्रकल्प-बुनियादी सुविधाओं का सृजन के माध्यम से स्थानीय आबदी के लिए पीने के पानी की सुविधा, पानी के टैंकर, स्ट्रीट लाइटिंग, सीमेंट (सीसी) की सड़कों, नालियों हाट बाजारों के निर्माण जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान करता है। इसके अतिरक्ति एनएमडीसी कृषि, दुग्ध डेयरी और मुर्गी। पालन के विकास के लिए प्रकल्प का भी उपयोग करता है। इससे स्थानीय लोगों और आस-पास के समुदायों के बीच कृषि और पशुपालन को बढ़ावा देने में मदद मिलती है। एनएमडीसी प्रकल्प योजना के अधीन सड़क, उच्च स्तर के पुल, बाईपास सड़के, आश्रम, छात्रावास, स्वास्थ्य ढांचा और सामुदायिक भवनों के निर्माण में भी सहायता करता है। सभी राज्यों में इसी तरह की पहल की गई है। प्रकल्प के अंतर्गत कुछ महत्वपूर्ण पहल शामिल हैं:
0 जगदलपुर में 100 सीट वाले आश्रम का निर्माण।
0 छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले वाले आश्रम का निर्माण।
0 छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में 14 छात्रावासों का निर्माण।
0 सुकमा जिले में बालक और बालिकाओं के छात्रावास का निर्माण।
0 छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा शहर एवं दंतेवाड़ा जिले के बचेली और किरंदुल में 4 लेन वाली सड़क - गौरव पथ का निर्माण।
0 छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के कुआकोंडा, कटेकल्याण, गीदम और दंतेवाड़ा ब्लॉक की ग्राम पंचायतों में किए गए विभिन्न विकास कार्य जैसे कि पुल, पुलिया, नाले, तथा भवनों/इमारतों की मरम्मत और रख-रखाव आदि।
0 जिला बेल्लारी, कर्नाटक नवलपेट्टी में सीसी रोड का निर्माण।
0 कोंडागांव जिले में 100 हेक्टेयर भूमि पर बाड़ लगाने का कार्य।
0 कर्नाटक के बेल्लारी जिले में सभागार का निर्माण।
0 दंतेवाड़ा एवं बीजापुर में हाई मास्ट लाइट्स की स्थापना।
0 सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना - दंतेवाड़ा और गीदम ब्लॉकों में विभिन्न ग्राम पंचायतों में सौर पंपों, सौर विद्युतीकरण कार्यों की स्थापना तथा सौर ऊर्जा उपकरणों का वितरण।
0 दंतेवाड़ा एवं बीजापुर में सौर ऊर्जा चलित हाई मास्ट लाइट्स की स्थापना।
6. कौशल कार्यक्रम क्या है? इसमें कौन सी कौशल विकास गतिविधयाँ शामिल हैं ?
एनएमडीसी कार्यक्रम कौशल - लोगों को कौशलयुक्त बनाने के उद्वेश्या से एनएमडीसी परियोजना स्थलों के आस-पास रहने वाले पिछड़े समुदायों को कुशल बनाकर रोजगार हेतु सक्षम बनाना है। यह पहल स्थानीय आदिवासी युवाओं और महिलाओं के लिए अवसर प्रदान करने के लिए की गई है ताकि वे सार्थक रोजगार प्राप्त कर सकें और कौशल विकास के जरिए आजीविका प्राप्त कर सकें। कौशल के तहत कुछ परियोजनाओं के उदाहरण नीचे सूचीबद्व हैं:
0 आदिवासी महिलाओं के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण आयोजित किए जाते हैं, ताकि वे अनुभव प्राप्त कर सकें और सब्जी की खेती, टेलरिंग, जालीदार फेंसिंग बनाने हेतु प्रशिक्षण जैसे व्यवसायों में मदद मिल सके।
0 दंतेवाडा, बेल्लारी, बस्तर में खनन और इस्पात क्षेत्र से संबंधित कौशल पर युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करना
0 परियोजनाओं के आस-पास स्थित क्षेत्रों में छात्रों के लिए तकनीकी प्रशिक्षण को बढ़ाना।
0 सामान्य और तकनीकी कौशल प्रदान करके प्रतिस्पर्धी और रोजगार योग्य क्षमताओं में सुधार।
7. एनएमडीसी सामाजिक विकास के अन्य किन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करता है?
देश के दूरदराज के क्षेत्र जहाँ पर एनएमडीसी की परियोजनाएँ स्थापित हैं वहाँ पर पीने के साफ पानी की अत्याधिक कमी है। इसलिए हमारी परियोजनाअें के आस-पास के क्षेत्र में रहने वाले लोगों को पीने का साफ पानी उपलब्ध कराने के लिए कई कार्य किए हैं। नल जल योजना के तहत एनएमडीसी नगरनार में अपने आगामी स्टील प्लांट के आस-पास के सभी गावों को सफलतापूर्वक कवर करने में सफल रहा है। एनएमडीसी ने स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकारों के साथ समूह जल आपूर्ति योजना के लिए साझेदारी की है, इसका उद्वेष्य पाइपलाइनों के माध्यम से सुरक्षित पेयजल उपलब्ध करना है। एनएमडीसी द्वारा शुरू की गई कुछ परियोजनाएं निम्न प्रकार हैं:
0 एनएमडीसी ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में लग-भग 350 हैंड पंप/बोरवेल स्थापित किए हैं और लग-भग 40 कुएं खोदे हैं।
0 कर्नाटक के बैल्लारी जिले की दोणिमलै परियोजना के आस-पास के गावों में अनेकों हैंड पंप लगाए गए हैं।
0 आस-पास के समुदायों को पानी उपलब्ध कराने के लिए भंडारण टैंकों की स्थापना और पाइप लाइन बिछाकर स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए पहल की गई है।
0 कर्नाटक के बेल्लरी जिले में 39 जल शोधन संयंत्रों की स्थापना।
0 मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में हीरा खनन परियोजना के आस-पास के गांवों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना।
0 एनएमडीसी द्वारा प्रत्येक वर्ष लग-भग 200 हैंडपंपों की मरम्मत का कार्य भी किया जाता है।
8. कृपया सरकार की योजनाओं को एनएमडीसी द्वारा दिए गए समर्थन के मुख्य अंश हमारे साथ साझा करें?
हमारा मानना है कि देश की तेजी से प्रगति के लिए मानव विकास के हर क्षेत्र में सरकारी प्रयासों का समर्थन करने की बहुत आवश्ययकता है। एनएमडीसी स्वच्छ भारत पहल के लिए प्रतिबद्ध है और उसने परियोजनाओं क्षेत्रों में ओर उसके आस-पास विभिन्न गतिविधियों को बखूबी अंजाम दिया है। स्वच्छ विद्यालय पहल के तहत, छत्तीसगढ़ में बस्तर संभाग के छ: जिलों और मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में2089 शौचालयों को निर्माण किया गया है। इसके अतिरिक्त छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 70 अतिरिक्त शौचालय परिसरों का निर्माण किया गया। राष्ट्र निर्माण की पहल को तेज करने के लिए हर संभव तरीके से सरकार का समर्थन करना हमारे संगठन का संकल्प है। ग्रामीण आबादी के बीच स्वच्छता की प्रथाओं को बढ़ावा देने की पहल के साथ, एनएमडीसी ने छत्तीसगढ़ में बस्तर क्षेत्र के ग्रामीण परिवारों को शौचालय उपलब्ध कारने के लिए निर्मल ग्राम योजना के तहत छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के साथ भागीदारी की। परिणामस्वरूप, वर्ष 2007-08 के दौरान बस्तर क्षेत्र के 107 गांवों में परियोजना के तहत 20,000 से अधिक शौचालयों इकाइयों का निर्माण किया गया है।
9. क्या एनएमडीसी भागीदारों के साथ काम करता है?
एनएमडीसी सीएसआर कार्यों में बहु-आयामी कार्यान्वेयन नीति का पालन करता है। हम हमेशा ऐसे भागीदारों की तलाश करते हैं जो समाजिक विकास की परियोजनाओं के जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन में हमारी मदद कर सकें और इसके लिए गैर सरकारी संगठन अपनी भूमिका निभाते हैं। सीएसआर पहल का एक बड़ा हिस्सा एनजीओ के माध्यम से और सरकार के विभिन्न विभागों के माध्यम से भी लागू किया जा रहा है। कुछ प्रमुख सीएसआर कार्य एनएमडीसी द्वारा सीधे क्रियान्वित किए जा रहे हैं जैसे शिक्षा सहायता योजना, आईटीआई, पॉलिटेक्निक, स्कूल एवं अस्पतालों का संचालन यह सभी बहुत ही महत्तवपूर्ण एवं अनूठी योजनाएं हैं। जबकि अधिकांश पहले सेवा प्रदाताओं, राज्य शासन/और कुछ मामलों में सीएसआर परियोजनाएं तीनों संगठनों की साझेदारों में क्रियान्वित की जाती हैं।
10. आप हितधारकों की संतुष्टि एवं सीएसआर अंतर्गत किये गये कार्यों का मूल्यांकन किस प्रकार करते हैं ?
एनएमडीसी द्वारा इस लम्बे समय से अपनी परियोजनओं के आस-पास के क्षत्रों के समग्र विकास के लिए की गई पहलों में सर्वोत्तम शैक्षणिक और स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की गयी हैं जिनसे न केवल इस क्षेत्र के समाजिक-आर्थिक स्तर में सुधार हुआ है, बल्कि ऐसे स्थानीय समुदायों को मु़ख्यधारा में लाने में भी इन प्रयासों ने बहुत योगदान दिया है जो ऐतिहासिक रूप से हाशिये पर रहे हैं। मुख्य धारा में शामिल होना दैनिक जीवन के विभिन्न पहलुओं से परिलक्षित होता है जैसे बेहतर परिवहन सुविधा और बाहरी दुनिया से जुड़ाव, विशेष रूप से युवा पीढ़ी को अघ्ययन और काम करने के अवसरों की खोज करके बड़े सपने देखना और उन्हें साकार करना। इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि एनएमडीसी द्वारा अपनी विभिन्न परियोजनाओं के आस-पास के क्षेत्रों के विकास के लिए किए गए प्रयास सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। एनएमडीसी ने प्रभाव को मापने और हितधारकों की संतुष्टि का आँकलन करने के लिए बाहरी संस्थाओं से प्रभावों मूल्यांकन (इम्पैकक्ट् इवैल्यूऐशन ) और सामाजिक ऑडिट(सोशल ऑडिट )अध्ययन भी करवाए हैं।
11. आप कोविड-19 का मुकाबला कैसे रहे हैं और इसके लिए क्या उपाय किए जा रहे हैं?
एनएमडीसी एक जिम्मेदार कॉरपो?रेट संगठन है और हम कोविड की रोकथाम और उसका मुकाबला करने के लिए निम्नलिखित उपाय कर रहे हैं:
0 एनएमडीसी ने कोविड-19 की रोकथाम पर व्यय की करने के लिए अपने नियमित कर्मचारियों सहित सभी अनुबंधित, दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों और प्रशिक्षुओं प्रत्येक को एक-एक हजार रूपए दिए है। एनएमडीसी ने कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए पी एम केयर्स फंड में 155 करोड़ रूपये दान किये हैं। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान के बाद, एनएमडीसी के कर्मचारियों ने कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए पी एम केयर्स फंड में एक दिन के वेतन (कुल रूपए 1.25 करोड़) का योगदान दिया है।
0 एनएमडीसी ने कर्नाटक के बेल्लारी जिले में कोविड-19 मुकाबला करने के लिए जिला प्रशासन को 60 लाख रूपए का योगदान दिया। इस राशि को कोविड-19 के लिए नामित जिला अस्पातल के लिए बिस्तर और ऑक्सीजन लाइन की खरीद पर खर्च किया गया है। हम अपने समाज को इस महामारी का और अधिक शक्ति और साहस के साथ मुकाबला करते हुए विकसित करने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
0 एनएमडीसी ने कोविड-19 महामारी की रोकथाम तथा बचाव के लिए ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) और अन्य संबद्ध सामग्री की खरीद के लिए हैदराबाद पुलिस आयुक्त, हैदराबाद (शहर) को 50 लाख रूपये का योगदान दिया है।
0 एनएमडीसी नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा की आदिवासी महिलाओं को मास्क, सैनिटाइजर के उत्पादन में नियोजित कर रहा है। एनएमडीसी ने दंतेवाड़ा की आदिवासी महिला समूहों द्वारा बनाए गए एक लाख से अधिक मास्क और हैंड सैनिटाइजर अपने कर्मियों, कोविड योद्धाओं और अन्य जरूरतमंदो को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए वितरित किए हैं।
0 हमने दक्षिण बस्तर, छत्तीसगढ़ के दूरदराज के क्षेत्रों में हमारे परियोजना अस्पतालों में विडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से रोगियों की देख-भाल करके देख-भाल में लगने वाले समय को कम करने की तकनीक अपनायी है। साथ ही, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और कर्नाटक में एनएमडीसी की सभी टाऊनशिप में मुफ्त स्वास्थ्य जांच शिविर भी आयोजित कर रहे हैं।
0 वरिष्ठ डॉक्टरों, परियोजना प्रमुखों और कार्मिक विभाग प्रमुखों के साथ एक विशेष व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है। (निदेशक कार्मिक) उनके साथ नियमित रूप से बातचीत करते हैं जिससे किसी भी मुद्दों को तत्काल हल किया जा सके।
0 इस लॉकडाडन अवधि में दूध आवश्यभक वस्तुओं में से एक है और हमने बैलाडिला कामधेनु सीएसआर योजना के तहत स्थानीय ग्रामीणों के साथ टाई-अप के माध्यम से अपनी परियोजनाओं की टाऊनशिप और आस-पास के क्षेत्रों में इसकी निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की है।
0 एनएमडीसी भारत सरकार की अन्न दानम योजना के तहत बैलाडिला लौह अयस्क खदानों, नगरनार (छत्तीसगढ़) में स्टील प्लांट, दोणिमलै लौह अयस्क खदान और संयंत्र (कर्नाटक) और हीरा खनन परियोजना (मध्य प्रदेश में पन्ना) में असहाय और जरूरतमंद ग्रामीणों को खाद्यान्न वितरित कर रहा है। एनएमडीसी द्वारा जरूरतमंद परिवारों को खाद्यान्न और अन्य आवश्यरक वस्तुओं से युक्त 50,000 से अधिक राहत पैकेज वितरित किए गए।
0 एनएमडीसी ने छत्तीसगढ, मध्यप्रदेश और कर्नाटक में एनएमडीसी की टाऊनशिप में आवासीय क्षेत्रों, सार्वजनिक भवनों, बाजार स्थलों, अस्पतालों, आरओ प्लांट आदि में स्वच्छता अभियान चलाया है। एनएमडीसी की परियोजना टीमें इस विषय पर स्थानीय ग्रामीणों के बीच जागरूकता बढ़ाने की दिशा में भी काम कर रही हैं। इसके अलावा टाऊनशिप और आस-पास के गांवों को कीटाणुरहित करने के लिए अत्याधुनिक मिस्ट फॉगिंग ड्राइव भी प्रारम्भ की है।
रायपुर, 21 जुलाई। एनटीपीसी लारा की यूनिट 2 ने सफलतापूर्वक अपना ट्रायल ऑपरेशन लक्ष्य पूर्ण कर लिया है। इस घोषणा के साथ ही एनटीपीसी लिमिटेड की कुल स्थापित क्षमता 62910 मेगावाट पहुँच चुकी है एवं लारा के प्रथम चरण की 1600 मेगावाट क्षमता प्राप्ति का लक्ष्य भी पूर्ण हो चुका है।
एनटीपीसी लारा की यूनिट 2 का 72 घंटे का फुल लोड (800 मेगावाट पर) ट्रायल ऑपरेशन लक्ष्य 12.07.2020 को रात्रि 01:00 बजे सफलतापूर्वक हासिल हुआ। दिनांक 20.07.2020 को समस्त औपचारिकताओं की पूर्ति के पश्चात कंपनी ने क्षमता वृद्धि की घोषणा की।
एनटीपीसी की वर्तमान 62910 मेगावाट की कुल स्थापित क्षमता में एनटीपीसी समूह के पास 24 कोयला, 7 संयुक्त चक्रीय गैस / तरल ईंधन, एक पनबिजली, 13 नवीनीकरण और 25 सहायक और संयुक्त उद्यम बिजली स्टेशनों के साथ 70 बिजलीघर हैं।
क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक श्री विनोद चौधरी एवं कार्यकारी निदेशक, लारा श्री संजय मदान ने एनटीपीसी लारा के सभी कर्मचारियों को मानदंडों के अनुरूप पूर्ण लोड ट्रायल ऑपरेशन लक्ष्य प्राप्ति में योगदान हेतु बधाई दी ।
कांकेर, 17 जुलाई। जे पी इंटरनेशनल स्कूल ने अल्प समय मे ही सुरक्षित परिवेश मे शैक्षिक व सह शैक्षिक गतिविधियों का संचालन करते हुये विद्यार्थियों को उचित मंच देने का प्रयास किया। जिसका अंदाजा इस वर्ष सी बी एस ई द्वारा घोषित परीक्षा परिणाम मे विद्यालय के विद्यार्थियों के प्रदर्शन से लगाया जा सकता है । जे पी इंटरनेशनल के विद्यार्थियों ने प्रबंधन, प्राचार्य, उप प्राचार्य, शिक्षक-शिक्षिकाओं तथा पालकों के मार्गदर्शन मे सी बी एस ई द्वारा आयोजित दसवीं की परीक्षा मे अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की।
विद्यालय के 3 विद्यार्थियों ने 90 प्रतिशत व अधिक अंक प्राप्त किए। जिसमे से मास्टर हर्ष मोटवानी ने 94.6 प्रतिशत, कु खुशी हिरदानी 93.17 प्रतिशत तथा मास्टर विवेक जैन ने 90.8 प्रतिशत अंक अर्जित किया तथा साथ ही साथ विद्यालय के मास्टर हर्ष मोटवानी तथा खुशी हिरदानी ने कांकेर जिले मे क्रमश: तृतीय व पंचम स्थान रखते हुये विद्यालय परिवार को गौरवान्वित किया । विद्यालय के लगभग 63 प्रतिशत छात्र छात्राओं ने प्रथम स्थान अर्जित किया । इनके अलावा छात्रावास पर रहकर विद्यार्जन कर रहे विद्यार्थियों मे से 22 विद्यार्थियों ने सी बी एस ई द्वारा आयोजित परीक्षा मे प्रथम श्रेणी से परीक्षा उत्तीर्ण की तथा छात्रावास पर रहकर विद्यार्जन कर रहे विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा । छात्रावास पर रहकर विद्यार्जन कर रहे मास्टर विवेक जैन ने 90.8 प्रतिशत कु प्रीति नाग ने 89.4 प्रतिशत तथा कु वीणा जैन ने 83.8 प्रतिशत अंक अर्जित किया । इस अभूतपूर्व सफलता के लिए विद्यालय के चेयरमेन श्री प्रताप राय गिदवानी, निदेशकद्वय श्री संदीप गिदवानी, श्री शंकर गिदवानी ने प्राचार्य, उप प्राचार्य, शिक्षक शिक्षिकाओं विद्यार्थियों तथा उनके माता- पिता को बधाइयाँ दी तथा विद्यालय के शैक्षिक सलाहकार श्री गोविंद मुदलियार, प्राचार्य व उप प्राचार्य ने भी विद्यार्थियों के कठिन परिश्रम तथा पालको के योगदान को सराहा तथा बधाई दी ।
मुंबई, 21 जुलाई (आईएएनएस)। अंतरराष्ट्ररीय बाजार में आई जोरदार तेजी से मिले सपोर्ट से मंगलवार को भारतीय वायदा बाजार में चांदी 55,000 रुपये प्रति किलो से ऊपर चली गई। हालांकि सोने में कोई खास तेजी नहीं देखी जा रही है। कमोडिटी बाजार के जानकार बताते हैं कि चांदी की औद्योगिक मांग बढऩे की उम्मीदों से कीमतों में लगातार तेजी देखी जा रही है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सुबह 9.27 बजे चांदी के सितंबर एक्सपायरी अनुबंध में में बीते सत्र के मुकाबले 1275 रुपये यानी 2.36 फीसदी की तेजी के साथ 55,280 रुपये प्रति किलो पर कारोबार कर रहा था जबकि इससे पहले कारोबार के दौरान चांदी का भाव एमएसीएक्स पर 55,465 रुपये प्रति किलो तक उछला जोकि 2013 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है।
एमसीएक्स पर सोने के अगस्त वायदा अनुबंध में पिछले सत्र से महज 113 रुपये की तेजी के साथ 49,140 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था।
उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार कॉमेक्स में चांदी के सितंबर वायदा अनुबंध में पिछले सत्र से 2.68 फीसदी की तेजी के साथ 20.733 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था जबकि कारोबार के दौरान कॉमेक्स पर चांदी का भाव 20.848 डॉलर प्रति औंस तक उछला, जोकि 2016 के बाद का सबसे उंचा स्तर है।
कॉमेक्स पर सोने के अगस्त वायदा अनुबंध में पिछले सत्र से महज 4.50 डॉलर यानी 0.25 फीसदी की तेजी के साथ 1821.90 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले सोने का भाव 1822.95 डॉलर प्रति औंस तक उछला।
चांदी न सिर्फ कीमती धातु है बल्कि यह एक औद्योगिक धातु भी है और इसका उपयोग आभूषण के साथ-साथ उद्योग में भी होता है। इसका इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक्स और फोटोग्राफी के अलावा कई अन्य सेक्टरों के उद्योगों में भी होता है।
नई दिल्ली, (आईएएनएस)| चीनी स्मार्टफोन निर्माण कंपनी वन प्लस ने सोमवार को इंस्टाग्राम पर इस बात की पुष्टि की कि उनकी अगली स्मार्टफोन सीरीज नॉर्ड में इनकी अपनी एसएमएस और डायलर के बजाय गूगल मैसेज और फोन ऐप्स पहले से इंस्टॉल किए होंगे। वीडियो के मुताबिक, डिवाइस में गूगल का डुओ वीडियो चैट ऐप पहले से इंस्टॉल किया रहेगा।
कंपनी ने एक बयान में कहा, 21 जुलाई को डिवास को वर्चुअल तरीके से लॉन्च किया जाएगा जबकि भारत में इसकी बुकिंग की प्रक्रिया 15 जुलाई से ही शुरू हो जाएगी।
नॉर्ड में डुअल सेल्फी कैमरा होंगे जिसमें से दूसरा वाला 105 डिग्री अल्ट्रा वाइड एंगल से लैस होगा।
यह स्मार्टफोन हुड के तहत एक स्नैपड्रैगन 765जी चिपसेट द्वारा संचालित किया जाएगा। इस 7एनएम चिपसेट को 8जीबी एलपीडीडीआर4एक्स रैम और 256जीबी स्टोरेज के साथ जोड़े जाने की उम्मीद है।
फोन में दो सेल्फी कैमरे होने की संभावना है: एक 8एमपी वाइड-एंगल कैमरा और एक मुख्य 32एमपी सेल्फी सेंसर।
वनप्लस नॉर्ड में ग्लास रियर के साथ एल्यूमीनियम चेसिस के होने की उम्मीद है।
स्मार्टफोन में 2400 गुना 1080 पिक्सेल रेजॉल्यूशन के साथ 6.4 इंच एमॉल्ड डिस्प्ले के होने की भी उम्मीद है।
फोन की लीक हुई तस्वीरों से पता चलता है कि ऊपर बांई ओर कोने में कैमरा लगा होगा और फ्रंट डिस्प्ले कव्र्ड की जगह फ्लैट होगा।
--आईएएनएस
रायपुर, 20 जुलाई। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि रेशम की डोर नहीं बस मौली बांध देना भाई की कलाई पर, इस सन्देश को देश भर में फैलाते हुए कैट ने देश भर में भारतीय सामान-हमारा अभिमान के तहत चीनी सामान के बहिष्कार का बहुआयामी राष्ट्रीय अभियान गत 10 जून से चलाया हुआ है और राखी वो पहला त्योहार होगा जिससे चीन को पता लगेगा की किस मजबूती से देश चीनी वस्तुओं का बहिष्कार कर चीन को एक बड़ा सबक देने की ठान चुका है।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि राखी के इस यह त्यौहार पर भारत की बहनें भारतीय राखी का इस्तेमाल करते हुए चीन को लगभग 4 हजार करोड़ रुपये के व्यापार का घाटा पहुंचाएगी। देश में राखी के त्यौहार पर एक अनुमान के अनुसार लगभग 6 हजार करोड़ का राखियों का व्यापार होता है जिसमें अकेले चीन की हिस्सेदारी लगभग 4 हजार करोड़ होती है।
श्री पारवानी ने बताया कि इस अनूठे अभियान में प्रदेश सहित देश भर में कैट के व्यापारी नेता तथा महिला उद्यमी आंगनवाड़ी तथा घरों में काम करने वाली एवं कच्ची बस्तियों में रहने वाली महिलाओं से हाथ की बनी राखियां बनवा रही हैं।
श्री पारवानी ने कहा की राखियां बनवाने के इस काम से जहां महिलाओं को रोजगार उपलब्ध हो रहा है वहीं राखी बनाने की उनकी कला भी सामने आ रही है और कैट के यह प्रयास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल पर वोकल तथा आत्मनिर्भर भारत के आव्हान को पूरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम है । राखियों का यह त्यौहार विभिन्न वर्गों की महिलाओं की कप्लानाशक्ति और क्रियाशीलता का जीता जागता प्रमाण है।
कैट ने अपनी इस पहल को दिल्ली, के अलावा नागपुर, भोपाल, ग्वालियर, सूरत, कानपुर, तिनसुकिया, गौहाटी, रायपुर, भुवनेश्वर, कोल्हापुर, जम्मू , बंगलौर, चेन्नई, हैदराबाद, पांडिचेरी, मुंबई, अहमदाबाद, लखनऊ, वाराणसी, झाँसी, इलाहबाद, आदि शहरों में राखियां बनवा कर व्यापारियों को वितरित करने का काम शुरू कर दिया है।
रायपुर, 19 जुलाई। राजधानी में नया रायपुर व विधानसभा भवन के पास बलौदाबाजार रोड पर हर्षभूमि सर्वसुविधायुक्त मेगा आवासीय प्रोजेक्ट है.पूरी तरह इस इक्रो फ्रेंडली अत्याधुनिक प्रोजेक्ट में स्वतंत्र मकान व प्लाट दोनों उपलब्ध हैं और खासियत यह भी कि हर बजट के अनुरूप है। कोरोना संक्रमण काल के बीच आम लोगों को सहूलियत देने के हिसाब से 31 जुलाई तक खरीदी करने वालों के लिए रजिस्ट्री फ्री का बड़ा आफर दिया गया है। 7.99 लाख के प्लाट से शुरू होकर 21.99 लाख रुपए तक की 2 बीएचके का मकान पर निवेश कर आप अपने सपनों का आशियाना हर्षभूमि के साथ बना सकते हैं। यहां प्रापर्टी खरीदी के लिए आसान शर्तों पर बैंक फाइनेंस भी उपलब्ध है। यह पूर्णतरू रेरा, क्रेडाई व टाउन एंड कंट्री प्लानिंग एप्रूव्ड प्रोजेक्ट है।
श्री शौर्य इंफ्राटेक रियल एस्टेट ग्रुप के संचालक शैंलेंद्र देवांगन ने बताया कि आज सबसे अच्छा अवसर है प्रापर्टी खरीदने का और इसी को ध्यान में रखते हुए हमने भी बायर्स के लिए रजिस्ट्री फ्री का आफर दिया है जो कि 31 जुलाई 2020 तक के लिए है। आज के समय में एक बड़ी आर्थिक बचत उन्हे हो सकेगी। यह मेगा प्रोजेक्ट सभी वर्गों को ध्यान में रखकर विस्तारित किया जा रहा है । यहां 800, 1000, 1200, 1250 व 1500 वर्ग फीट साइज का प्लाट है। सभी प्लाट ईस्ट-वेस्ट में हैं। ताकि पूर्णत: वास्तु के अनुरूप आप अपना निर्माण कर सकें। कैम्पस बाउंड्रीवाल के बीच तेजी से काम चल रहे हैं। इस मेगा प्रोजेक्ट की दो बड़ी खासियत यह भी है कि गार्डन पूरी तरह से विकसित किये जा चुके हैं। हर्ष भूमि में अत्याधुनिक अंतररा ष्ट्रीय सुविधाएं है जिसका लेण्ड स्केपिंग, आर्किटेक्चरल का कार्य, लेण्ड स्केपनर एवं आर्किटेक्ट से कराया गया है।
रायपुर, 19 जुलाई। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि कन्फेडेरशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स कैट द्वारा ग्राम की महिलाओं को ग्राम में महिलाओं के साथ मिलकर राखी बनाने की विधियां की समग्र जानकारी एवं उनके सामानों की सूची, तथा अलग अलग डिजाइन प्रिंट एवं मोबाइल के माध्यम से देने का प्रयास किया जा रहा है । इस हेतु सभी सदस्यों को अवगत कराया गया है, इसको अधिक से अधिक ग्रामीण महिलाओं एवं महिला सहायता समूह तक पहुचानें की व्यवस्था करने की कोशिश की जा रही है, चीन से आयातित राखियों की जगह भारत एवं ग्रामीण महिलाओं के हाथों की बनी राखियाँ भाइयों के हाथों में बांधी जा सके।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि महिलाओं के द्वारा बनाये गए उत्पादों को विक्रय के लिए कैट जो की व्यपारियों एवं व्यापारिक संगठनों का सबसे बड़ा अखिल भारतीय संगठन है, तथा प्रदेश व्यापारिक संगठनों से आह्वान किया है, की वे आगे आये एवं इसके लिए खरीद सेंटर हर तहसील, जिले में खोले ताकि समय से पहले इसका वितरण हो सके।
श्री पारवानी ने विज्ञप्ति में बताया की इस बार 3 अगस्त सोमवार को पूरे देश में राखी का त्यौहार मनाया जाएगा, ऐसे में हम राखी के खास अवसर पर घर में राखी बनाने का तरीका बता रहे हैं। हर वर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाने वाला राखी का त्योहार , साल 2020 में 03 अगस्त दिन सोमवार के दिन हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। ऐसे में आज हम आपके लिए लेकर आएं हैं, राखी बनाने का तरीका एवं इसे आप दुकानदारों को बेचने हेतु दें।
रायपुर, 18 जुलाई। वीआईपी सिटी में प्रॉपर्टी खरीदी पर ईएमआई शेयरिंग 2020 नाम से विशेष सुविधा ग्राहकों को दी जा रही है। लोग इस सुविधा का लाभ लेते हुए टाउनशिप में प्रॉपर्टी के अपने सपनों को पूरा कर रहे हैं। कोरोना की वजह से आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई है। लोगों को आर्थिक रूप से कई तरह की समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है। विशेष तौर पर घर खरीदने वालों को।
आरसीपी इंफ्राटेक कंपनी के सीएमडी राकेश पांडे ने बताया कि लोगों को यह योजना काफी पसंद आ रही है। उल्लेखनीय है कि सड्डू स्थित आधुनिक सुविधाओं वाली टाउनशिप में स्मार्ट बंगलो, प्रीमियम प्लॉट्स और स्पेशियस फ्लैट्स के विकल्प उपलब्ध है।
रायपुर, 18 जुलाई। अविनाश वाटिका में आकर्षक कीमतों पर 1, 2 व 3 बीएचके फ्लैट और साथ में शानदार ऑफर दिया जा रहा है। अविनाश ग्रुप ग्राहकों को 13.25 लाख से 26.18 लाख रुपये के बजट में घर का सपना पूरा करने का अवसर दे रहा है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत भी बायर्स अपने बजट के अनुरूप अपनी पंसद का घर ऑन द स्पॉट बुकिंग करा सकते है। ग्राहकों के लिए आकर्षक योजना भी है। जिसके अंतर्गत 13.25 लाख में 1 बीएचके 19.13 लाख में 2-बीएचके और 26.18 लाख में 3 बीएचके फ्लैट की बुकिंग पर फर्नीचर फ्री दिया जा रहा है।
अविनाश ग्रुप के प्रबंध संचालक आनंद सिंघानिया के मुताबिक अविनाश वाटिका में 13.25 लाख रुपये की कीमत में फ्लैट एक अकल्पनीय तोहफा है, जो कि शानदार लोकेशन बिलासपुर हाईवे रोड पर स्थित आकाशवाणी के पीछे, उरकुरा स्टेशन रोड के पास है। ग्राहकों के लिए मॉडल फ्लैट तैयार है जिसे देखकर वे अपने घर का जीवंत रूप देख सकते है।
इस परियोजना में 1-बीएचके के 144 और 3 बीएचके के 64 फ्लैट्स है। साथ ही आकर्षक प्रवेश द्वार हर ब्लॉक में दो लिफ्ट, जिम मंदिर गार्डन, बैडमिंटन कोर्ट, कम्यूनिटी हॉल जैसी अन्य सुविधाएं दे रहे हैं।
रायपुर, 18 जुलाई। आदर्श विद्यालय मोवा के विद्यार्थियों ने आज घोषित सीबीएसई 10वीं परीक्षा के परिणामों में शानदार प्रदर्शन करते हुए शाला को गौरवान्वित किया है। अमीष.व्ही.कुट्टन ने 96 प्रतिशत अंक अर्जित कर विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। राजदीप सिंह सिख 93.8 प्रतिशत तथा वन्या नायक 92.6 प्रतिशत ने क्रमश: व्दितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त किया है।
इनके अलावा महेविश रज़ा 92.4 प्रतिशत, सीएच शाकिश 92.2, मानसी चौधरी 92.2, अमन सिंह 92, खुशी अग्रवाल 92, मुस्कान संचेती 91.8, आदर्श सिंह राठौर 91, आभा शुक्ला 91, आर. श्रीष 90, देवराज साहू 89.8, आशुतोष पाल 89.8, आर्यन हेड़ऊ 89.4, अरूनिमा वर्मा 88.4, पुरूषोत्तम चौधरी 87.6, आयुष वर्मा 87.4, सौरभ साहू 86.6, भृगु वर्मा 84.2, पायल वर्मा 83.6, साहिल बंजारे 82.8, दीपशिखा वर्मा 82.4, सिद्धी शुक्ला 82.4, अर्पित खरवार 81.8, सौम्या कात्यायन 81.6, अंकेश कुमार 81.4, प्रियांशी ध्रुव 80.8, यश संतवानी 80.6, मानसी साहू 80.4, सोनी चक्रधारी 80.2, प्रीति विश्वकर्मा 80त्न ने अंक अर्जित कर शाला का मान बढ़ाया है।
रायपुर, 18 जुलाई। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि कैट सी.जी. चैप्टर के प्रदेश कार्यालय में व्यापारिक संगठनों एवं व्यापारियों ने कैट कार्यालय में जरूरतमंद बच्चों के लिए स्मार्ट फोन जमा करवायें।
कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि आनलाइन पढ़ाई बच्चों के लिये ई-कक्षाएं वरदान साबित हो रही हैं। लेकिन मुश्किल यह है कि अधिकांश बच्चों के पास मोबाइल ही नहीं है, और वे आर्थिक रूप से मोबाईल खरीदने के लिए सक्षम नहीं है। कैट सी.जी. चैप्टर ने जरूरतमंद बच्चों को स्कूल के माध्यम से मोबाइल देने हेतु एक समग्र योजना बनाई।
श्री पारवानी ने बताया कि रायपुर सायकल मर्चेन्ट एसोसियेशन, परमानन्द जैन गणेश सायकल, महेश जेठानी, अमर खटट्र, निलेश मुंदड़ा ने मोबाईल प्रदान किये।
छत्तीसगढ़ साबुन एंड़ डिर्टेजेन्ट निर्माता कल्याण संघ, संजय हार्डवेयर, जय अम्बे हार्डवेयर, राजकुमार बजाज, दिलीप ड्रोलिया, लखविंदर सिंह, विनय ब्रास ने सहयोग राशि जमा करवाई। कैट सी.जी. चैप्टर के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी एवं प्रदेश संयोजक सुरिन्दर सिंह ने व्यापारिक संगठनों एवं व्याारियों का आभार व्यक्त किया।
गूगल ने शॉपलूप नामक एक इंटरैक्टिव वीडियो शॉपिंग प्लेटफॉर्म लान्च किया है, जिससे लोग बगैर दुकान में जाए उन उत्पादों की जांच परख कर सकते हैं जिन्हें वे खरीदना चाहते हैं। कंपनी ने कहा, प्रायोगिक परियोजनाओं के लिए -एरिया 120- नाम गूगल के इन-हाउस लैब द्वारा इस ऐप को विकसित किया गया है, जो मोबाइल पर उपलब्ध है और इसके डेस्कटॉप वर्जन को जल्द ही लॉन्च किया जाएगा। इस ऐप की मदद से आप उत्पादों की समीक्षा कर सकते हैं, उसे ट्राय कर सकते हैं, उसके बारे में दूसरों को बता सकते हैं या वीडियोज से सीधे इन्हें खरीदने के लिए अन्य क्रेताओं की मदद भी कर सकते हैं। शॉपलूप के सभी वीडियोज की अवधि 90 सेकेंड से भी कम की है। यह एक मनोरंजक तरीके से नए-नए उत्पादों के बारे में जानने की दिशा में खरीददारों के लिए मददगार है।
रायपुर, 17 जुलाई। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि चीनी सामान के बहिष्कार के अपने राष्ट्रीय अभियान के अंतर्गत कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट ) ने आज केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को एक पत्र भेजकर आग्रह किया है की बॉर्डर सहित अन्य संवेदनशील क्षेत्रों मे हो रहे निर्माण कार्यों में चीनी निर्माण मशीनरी का उपयोग न करने का आग्रह किया हैं क्योंकि इन अधिकांश मशीनों में इंटरनेट ऑफ थिंग्स डिवाइस लगे होते हैं जो चीन में कंपनी के मालिकों के लिए संवेदनशील जानकारी प्रसारित करने में सक्षम हैं।
कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने राजनाथ सिंह को भेजे पत्र में यह महत्वपूर्ण मुद्दा उठाते हुए कहा है कि सीमावर्ती क्षेत्रों, सुरक्षा संवेदनशील क्षेत्रों, राजमार्गों, तथा इन्फ्रस्ट्रक्चर के अन्य प्रोजेक्ट में चीन द्वारा आपूर्ति की जाने वाली विभिन्न मशीनों और इसके स्पेयर पार्ट्स विभिन्न महत्वपूर्ण परियोजनाओं में इस्तेमाल हो रहे हैं । कई मामलों में ऐसी निर्माण कार्य करने वाली कंपनियां चीनी मशीनों का उपयोग कर रही हैं, जो इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) उपकरणों के साथ स्थापित हैं और जो वास्तविक समय में कार्ट करने के स्थान सहित अन्य मशीन ऑपरेटिंग मापदंडों को कहीं भी प्रसारित करने की क्षमता रखते हैं ।
श्री पारवानी ने कहा कि अगर ऐसी मशीनों का उपयोग सामरिक रूप से महत्वपूर्ण स्थानों पर सीमावर्ती क्षेत्रों या किसी अन्य संवेदनशील क्षेत्र में किया जाता है जो रक्षा के लिए बहुत अधिक महत्वपूर्ण है, तो मशीन के द्वारा सभी डेटा उनके स्थानों, परिचालन घंटों और अन्य सामरिक विवरण चीन में स्थित चीनी कंपनियों के मालिक के स्वामित्व वाले सर्वरों को प्रेषित किए जा सकते हैं।
ज्ञान गंगा एकेडेमी
रायपुर, 16 जुलाई। मध्य भारत का ख्यातिलब्ध यह विद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में हमेशा अग्रणी रहा है। इस विद्यालय का स्वर्णिम इतिहास है कि यहां के छात्र-छात्राअें ने देश - विदेश में अपनी प्रतिभा के द्वारा पद और प्रतिष्ठा की प्राप्ति की है। इसी गौरवमयी परम्परा की कडी को आगे बढाते हुये केन्द्रीय माध्यमिक श्क्षिा बोर्ड द्वारा घोषित 10 वीं का इस वर्ष का परीक्षा परिणाम भी शत-प्रतिशत रहा है। इस वर्ष विद्यालय के 159 छात्र छात्रायें सम्मिलित हुये जिसमें 140 छात्रों ने 80: से अधिक अंक प्राप्त कर विद्यालय का नाम रोशन किये। गणित और संस्कृत में 4 छात्रों के 100 अंक प्राप्त हुए। प्राजक्ता गुप्ता 98,2त्न, योगी पटेल 98.2त्न, माही आजमानी 96त्न, सोनाक्षी सतपथी 95.8त्न, अपूर्वा सिंह 95.6त्न अभिनंदन जैन 94.8, अनु वर्मा 94, आदर्श मंजूनाथ नायक एवं लाभांश देवांगन 93.4, श्रेया गुप्ता 93.2, पी चिराग 93, शांतनु कुलकर्णी 92.8, अभिषेक भालसे व कृष अग्रवाल 92.4, विनायक पाणीग्राही 92.2, कुणाल अग्रवाल 92, वेदिका जैन 91.8, अरीन परासर एवं हर्षिल सलूजा 91.6, रेहा चौधरी, आयुषी जंघेल एवं गौतम बाफना 90.8, आयुष कैवत्र्य 90.2, आस्था दीप टोप्पो. चंचल वर्मा, मेघा अग्रवाल 90 प्रतिशत अंक हासिल किए।
डीपीएस रायपुर
रायपुर, 16 जुलाई। दिल्ली पब्लिक स्कूल, रायपुर के छात्रों ने एक बार फिर अपनी श्रेष्ठता सिद्ध करते हुए दसवीं बोर्ड परीक्षाओं में सर्वाधिक अंक प्राप्त कर विद्यालय का गौरव बढ़ाया। शैक्षणिक सत्र 2019-20 की कक्षा दसवीं की बोर्ड परीक्षा में विद्यालय के आर्यन अग्रवाल ने 98.4त्न अंक हासिल कर राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त कर इतिहास रच दिया। विद्यालय के आर्णव मरोठिया, पार्थ सोनोने, शुभम अग्रवाल तथा रोहन हिंडोचा ने 98त्न अंक हासिल किए। पाखी दुबे ने 97.8त्न, प्रियांशी रॉय ने 97.6त्न, अदित महावर ने 97.2त्न, के साथ जय जैन, नंदिनी जालान और मायशा धर्मानी ने 97त्न अंक हासिल कर अपनी उत्कृष्टता साबित की। कुल 234 छात्रों में से 43.2त्न छात्रों ने 90: से अधिक अंक हासिल किए। 69.2त्न छात्रों ने 80त्न तथा 78त्न छात्रों ने 75: से अधिक अंक हासिल किए। साथ-ही 100त्न छात्रों ने यह परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण कर विद्यालय के उत्कृष्ट परिणामों का इतिहास दोहराया। छात्रों ने अपनी सफलता में डी.पी.एस. रायपुर की उम्दा शिक्षण तकनीक और शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन को महत्वपूर्ण बताया। विदित हो कि दो दिन पूर्व घोषित हुए बारहवीं बोर्ड के रिज़ल्ट में भी डीपीएस रायपुर के छात्रों ने उल्लेखनीय प्रदर्शन किया और छात्रा निकिता सैनी ने 98.4त्न अंक हासिल कर शहर में टॉप किया।
स्कॉलर्स इंग्लिश स्कूल
रायपुर, 16 जुलाई। सत्र 2019-20 सीएसईबी परीक्षा परिणाम में स्कॉलर्र्स इंग्लिश मीडियम स्कूल सिविल लाइन विद्यालय का परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत रहा। जिनमें 37 विद्यार्थियों ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। 19 बच्चों ने 85 प्रतिशत से अधिक अंक अर्जित किया है। जिनमें तान्या खत्री 95त्न, आर्यन गिरि 93त्न, अंजलि पासवान 92त्न, कैफ गोवानी 91त्न, नवीन लुल्ला 90त्न, ध्रुवी छाबरिया 90त्न जिन्होंने गणित विशय में 100 में से 100 अंक अर्जित कर शाला को गौरवान्वित किया। इस परीक्षा परिणाम में बच्चों की मेहनत और शाला प्रबंधन की सक्रियता रही। विद्यालय के संचालक पन्नालाल नत्थानी एवं स्कूल प्रबंधन समीति के निदेशक आर. के. तिवारी एवं राघव नत्थानी, प्राचार्या नीता अवस्थी, उप-प्राचार्य, एफ. बी. मंगेर वरिष्ठ शिक्षक-शिक्षिकाओं ने छात्रों के मेहनत और उनके परीक्षा परिणाम की सराहना करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
रायपुर, 16 जुलाई। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल (सीबीएसई) के दसवीं परीक्षा परिणाम में ओपी जिन्दल स्कूल, रायगढ़ के छात्रों ने अपनी श्रेष्ठता बरकरार रखी और एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। इस वर्ष 401 छात्र परीक्षा में शामिल हुए, जिनमें 103 विद्यार्थियों ने 90 एवं 255 विद्यार्थियों ने 80 से अधिक अंक प्राप्त किए। 45 विद्यार्थियों ने विभिन्न विषयों में 100 में से 100 अंक अर्जित किए। स्कूल के शानदार परिणाम पर जेएसपीएल के चेयरमैन नवीन जिन्दल और जेएसपीएल फाउंडेशन की चेयरपर्सन श्रीमती शालू जिन्दल ने छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों और स्कूल प्रबंधन को बधाई दी है और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
जिन छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया, उनमें प्रभगुन सिंह टुटेजा 98.2, पुष्पक पटेल 98, धनराज रतेरिया 97.8, पी. दीपिका 97.8, आयुष पटेल 97.8, शुभांग नंदे 97.4, भूपेश मिश्रा 97.2, तानिया पटेल 97.2, दिविजा रायचौधरी 97.2, मनन पटेल 97.2, साईं प्रथम 97, गार्गी मिश्रा 96.8, भूमिका अग्रवाल 96.8, नयोनिका सरकार 96.4, साक्षी अग्रवाल 96.4, इशान उरगांवकर 96.4, जससिमरत भल्ला 96.4, आयुषी झा 96.4, रिध्दि दत्ता 96.4, अंशुल ठक्कर 96.2, अंशिका गौतम 96.2, गंदेति कुंदन 96.2, सोनिया पटेल 96.2, अविराज मेहर 96, याशी सिंह 96, ओम नामदेव 95.8, शुभम मिश्रा 95.8, निधि कुलमित्र 95.6, अर्चित शर्मा 95.6, अपराजिता गुप्ता 95.6, अभिनव साहू 95.4, ऐशन्या मिश्रा 95.4, शाश्वत अग्रवाल 95,4, आर्य महेश 95.4, सी. जाह्नवी 95.2, अंजलि वर्मा 95.2, वंश अग्रवाल ने 95 प्रतिशत अंकों के साथ विशेष उपलब्धि हासिल की।