कारोबार
रायपुर, 27 अगस्त। एनएच एमएमआई, रायपुर के संचालक नवीन शर्मा ने बताया कि एनएच एमएमआई अस्पताल मे आए मरीजों के इलाज के लिए हर मुमकिन सुविधा प्रदान करते हैं। कोरोना के प्रकोप के कारण चल रहे वैश्विक स्वास्थ्य संकट के मद्देनजर, एन एच एम एम आई नारायना सुपरस्पेशलिटी अस्पताल, रायपुर ने छत्तीसगढ़, राज्य सरकार को वेंटिलेटर दान करके समाज के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। एनएच एमएमआई नारायना सुपरस्पैशलिटी हॉस्पिटल, रायपुर कोवीड-19 महामारी के कारण उत्पन्न हुई अराजकता और तनाव की स्थिति में स्वस्थ संसाधनों की कमी एवं अचानक हुई मांग मे वृद्धि को अच्छी तरह समझता है। मानव कल्याण के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा एनएच एमएमआई द्वारा प्रदान किए गये 5 वेंटीलेटर के साथ 10,000 मास्क एवं दस्तानों का उपयोग किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंह देव ने सराहना करते हुए कहा एनएच एमएमआई ने हमेशा आगे बढ़ कर जनता एवं समाज के प्रति अपनी सेवाए प्रदान की हैं। पद्मभूषण डॉ देवी प्रसाद शेट्टी की दूरदर्शिता ने छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र मे नई व्यवस्था लाई है। यह मेरा दृढ़ विश्वास है कि हमारा एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पैशलिटी हॉस्पिटल, रायपुर क साथ समायोजन छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य क्षेत्र में सफल परिणाम लाएगा।
सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, निहारिका बारीक सिंह ने एनएच एमएमआई का आभार मानते हुए कहा कि जिस समाज मे हम रहते हैं उसके प्रति हमारा उत्तरदायित्व को समझना मानवता का एक महत्वपूर्ण पहलू है। सरकार कोरोना मरीजों की स्वास्थ्य की देखभाल एवं उचित इलाज़ प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
रायपुर, 27 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल पर वोकल तथा आत्मनिर्भर भारत के आवाहन को वास्तव में अमली जामा पहनाने में कैट के नेतृत्व में दिल्ली सहित देश भर के व्यापारी एक बड़ा संकल्प लेकर इस बार की दिवाली को सही मायनों में हिंदुस्तानी दिवाली के रूप में मनाने में जुट गए हैं जिसमें चीनी सामान का बहिष्कार करते हुए केवल भारतीय सामान ही बेचा एवं खरीदा जाएगा।
कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि हर वर्ष राखी से शुरू होकर दिवाली तक देश में लगभग 5 महीने का त्योहारी सीजन रहता है और इस सीजन में एक अनुमान के मुताबिक पिछले वर्षों में चीन लगभग 40 हजार करोड़ रुपए का त्योहारों से सम्बंधित सामान भारत को आयात करता है। लेकिन इस बार देश भर में चीन के खिलाफ जिस प्रकार का वातावरण बना है उसके चलते चीन को लगभग 40 हजार करोड़ के बड़े व्यापार से हाथ धोना पड़ेगा। व्यापारियों ने यह तय किया है की इस त्योहारी सीजन में चीन का बना कोई भी सामान देश में नहीं बिकेगा।
श्री पारवानी ने बताया कि इस मामले में देश में एक बड़ी पहल की शुरुआत करते हुए कैट ने प्रदेश सहित देश भर के व्यापारियों एवं लोगों से हिंदुस्तानी दिवाली मनाने का आवाहन करते हुए प्रदेश सहित देश भर के व्यापारिक संगठनों को सलाह दी है की वो देश के कोने कोने से दिवाली पर उपयोग में आने वाले सामान बनाने वाले स्थानीय कुम्हार, शिल्पकार, मूर्तिकार, कलाकार आदि को चिन्हित कर उनके बनाए हुए सामानों को व्यापारियों के द्वारा बिकवाएं।
श्री पारवानी ने बताया कि कैट ने प्रदेश के सभी व्यापारियो से आग्रह किया है कि इस दिवाली से सम्बंधित सभी सामान जिसमें दीये, मोमबत्ती, बिजली की लडिय़ां, बिजली के रंग बिरंगे बल्ब, दुकानों एवं घरों को सजाने के लिए सजावटी सामान, उपहार देने की वस्तुएं, पूजन के लिए भगवान गणेश, लक्ष्मी जी और हनुमान की मिट्टी से बनी मूर्तियाँ और अनेक प्रकार के सामान नए एवं अभिनव रूप में स्थानीय लोगों से बनवाएँ जिससे कि प्रदेश के कुटीर उद्योगो को बढ़ावा मिलेगा साथ ही स्थानीय लोगो को रोजगार की प्राप्ति होगी और उनकी आय में वृद्वि। और व्यापारियों के द्वारा उनकी बिक्री घर घर तक करें। उन्होंने जोर देकर कहा की प्रदेश सहित देश के किसी भी कोने में भारतीय सामान की कमी नहीं होगी और लोग पूरे उत्साह से इस बार हिंदुस्तानी दिवाली मनाएँगे ।
रायपुर, 27 अगस्त। आई टी उद्द्यमिता 2020 का आज पहला सत्र था। इसके आगामी दो सत्र 30 अगस्त और 5 सितम्बर को होने बाकी है जिसमे अंतराष्ट्रीय स्तर के स्पीकर्स सम्मिलित होंगे और अपने व्यूज साझा करेंगे। मैट्स विश्वविद्यालय के प्रबंधन ने हर्ष व्यक्त किया और आगे भी इस प्रकार के कार्यक्रम की निरंतरता को बनाये रखने का आश्वाशन दिया। डॉ रीता दीवानजी, विभागाध्यक्षा ने सत्र के अंत में सभी का आभार व्यक्त किया और आगे आने वाले सत्रों की जानकारी दी। इस सत्र का ऑनलाइन प्रसारण यूट्यूब,फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट लाइव पर मैट्स स्कूल ऑफ़ आई टी के आधिकारिक पृष्ठ पर किया गया।
डॉ. पवन अग्रवाल मैट्स स्कूल ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के आई टी उद्द्यमिता 2020 के कार्यक्रम में ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से मुंबई से जुड़े थे। उन्होंने अपने सेशन में मुंबई डब्बावालो द्वारा अपने निरंतर 100 से भी ज्यादा वर्षों के कठिन परिश्रम से उनके द्वारा ग्राहकों के संतुष्ट सेवाएं देने के कारण सिक्स सिग्मा सर्टिफिकेट प्रदान किया गया, का उदाहरण देते हुए सतत और कठिन परिश्रम की सार्थकता को समझाया।
डॉ. दीपिका ढांड जो की विश्वविद्यलाय की प्रो वाईस चांसलर है उन्होंने आए टी की उपलब्धियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया की क्यों स्टार्टउप आइडियाज शुरू तोह होते है लेकिन समय के साथ वो धीमे होकर बांध हो जाते है। उन्होंने ने माइक्रोसॉफ्ट और अन्य कई कंपनियों के उदाहरण देते हुए बताया की कैसे हम बदलते हुए समय की जरूरतों को समझे और जीवन में आगे बढे।
नई दिल्ली, 26 अगस्त। सुप्रीम कोर्ट ने ईएमआई बाद में चुकाने की सहूलियत देकर ब्याज वसूलने की नीति पर सरकार को जमकर फटकार लगाई है। देश की सर्वोच्च अदालत ने कहा कि सरकार रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की आड़ लेकर अपनी जिम्मेदारियों से नहीं बच सकती है। कोर्ट ने सरकार से कहा, आप अपना पूरा ध्यान सिर्फ कारोबार पर नहीं रख सकते, आपको लोगों के दुखों का भी ख्याल रखना होगा।
सुप्रीम कोर्ट ने आगे कहा कि सरकार को आपदा प्रबंधन कानून के तहत वह अधिकार प्राप्त है जिसका इस्तेमाल कर वह लोगों को टाली हुई लोन ईएमआई पर ब्याज माफ कर सकती है। लॉकडाउन के कारण उपजे भयावह हालात में ब्याज वसूलने या नहीं वसूलने का फैसला आरबीआई पर नहीं छोड़ा जा सकता है।मामले की अगली सुनवाई 1 सितंबर को होगी।
ध्यान रहे कि रिजर्व बैंक ने लॉकडाउन के कारण रोजगार छिनने से लोन वालों को राहत देने के मकसद से ईएमआई वसूलने में नरमी दिखाई है। रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों से कहा है कि वो अपने ग्राहकों को 31 अगस्त तक ईएमआई नहीं भरने का ऑफर दें। हालांकि, इस दौरान ग्राहकों से सामान्य दर से ब्याज वसूलने की भी अनुमति बैंकों को दी गई है।
आरबीआई की इस नीति के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर लोन मोराटोरियम के दौरान ब्याज माफ किए जाने की मांग रखी गई है। याचिकाकर्ता ने दलील दी कि भारत सरकार की तरफ से सुनवाई को बार-बार टालने की मांग की जा रही है, अभी तक कोई भी हलफनामा नहीं दाखिल किया गया है, ना तो एसबीआई ना ही आरबीआई ने कुछ कहा है।
कोर्ट ने इस याचिका पर सुनवाई के दौरान सरकार से कहा, ऐसा लगता है कि केंद्र सरकार इस मुद्दे पर आरबीआई के फैसले की आड़ ले रही है जबकि उसके पास आपदा प्रबंधन कानून के तहत यह निर्णय लेने की पर्याप्त शक्तियां हैं कि बैंकों को डेफर्ड ईएमआई पर मोरोटोरियम पीरियड में जमा हुए ब्याज पर ब्याज वसूलने से रोका जाए।
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि केंद्र सरकार लोन लेने वालों को मुश्किलों से राहत देने की दिशा में आरबीआई के साथ मिलकर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का नजरिया आरबीआई से अलग नहीं हो सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में केंद्र से एक सप्ताह में ऐफिडेविट फाइल करने का आदेश दिया और कहा कि केंद्र शपथपत्र में लोन मोरेटोरियम के मसले पर अपना स्टैंड क्लियर करे।
जस्टिस अशोक भूषण ने सॉलिसिटर जनरल से कहा कि आपको अपना पक्ष एकदम साफ रखना चाहिए। जस्टिस भूषण ने कहा कि ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया था। जस्टिस भूषण ने कहा कि सरकार को हमें आपदा प्रबंधन अधिनियम पर अपना रुख बताना होगा और यह भी बताना होगा कि क्या ब्याज पर ब्याज का हिसाब किया जाएगा। बेंच के दूसरे जज जस्टिस एम आर शाह ने कहा कि यह केवल व्यवसाय के बारे में सोचने का समय नहीं है। (navbharattimes.indiatimes.com)
नई दिल्ली, 26 अगस्त। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि देश आर्थिक स्थिति की हालत केंद्र द्वारा लगाए गए लॉकडाउन के कारण खराब हुई है और केंद्र ने अपने पास शक्तियां होने के बावजूद ऐसे कदम नहीं उठाए जिससे हालात सुधरते। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि केंद्र ने कर्ज वसूली को स्थगित तो कर दिया लेकिन इस पर लगने वाले ब्याज और ब्याज पर ब्याज को लेकर अपना रुख साफ नहीं किया है।
देश की आर्थिक स्थिति को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी टिप्पणी की है। सुप्रीम कोर्ट ने लॉकडाउन के दौरान कर्ज वसूली स्थगित किए जाने पर केंद्र सरकार की निष्क्रियता की बात की और एक सप्ताह में इस पर अपना रुख साफ करने को कहा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए सख्त लॉकडाउन के कारण अर्थव्यवस्खा की हालत खराब हुई है।
सुप्रीम के जस्टिस अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली पीठ उस याचिका पर सुनवाई कर रही थी जिसमें कर्ज स्थदन के बाद ब्याज पर ब्याज लगाए जाने को लेकर केंद्र का रुख साफ करने को कहा गया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केंद्र सरकार के पास आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत पर्याप्त शक्तियां उसके साथ उपलब्ध थीं फिर भी सरकार ने इस मामले में अपना रुख साफ नहीं किया।
सरकार की तरफ से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट को बताया कि केंद्र सरकार आरबीआई के साथ मिलकर इस विषय पर कोआर्डिनेट कर रही है, लेकिन कोर्ट ने कहा कि यह समस्या आपके (केंद्र सरकार) लॉकडाउन की वजह से पैदा हुई है। यह समय व्यवसाय करने का नहीं है, बल्कि इस वक्त तो लोगों की दुर्दशा पर विचार करना होगा। मेहता ने कहा, माय लॉर्ड आप ऐसा मत कहिए। हम आरबीआई के साथ समन्वय में काम कर रहे हैं।
पीठ में शामिल न्यायमूर्ति आर सुभाष रेड्डी और एमआर शाह ने भी सॉलिसिटर जनरल से कहा कि केंद्र आपदा प्रबंधन अधिनियम पर रुख स्पष्ट करें और बताएं कि क्या मौजूदा ब्याज पर अतिरिक्त ब्याज लिया जा सकता है।
तुषार मेहता ने तर्क दिया कि सभी समस्याओं का एक समान हल नहीं हो सकता। वहीं याचिकाकर्ता की तरफ से पेश सीनियर वकील कपिल सिब्बल ने बताया कि कर्ज स्थगन की समय सीमा 31 अगस्त को समाप्त हो जाएगी। सिब्बल ने इसके विस्तार की मांग की। सिब्बल ने कहा, मैं केवल यह कह रहा हूं कि जब तक इस याचिका पर फैसला नहीं हो जाता, तब तक कर्ज स्थगन की अवधि खत्म नहीं होनी चाहिए। इस मामले की अगली सुनवाई अब एक सितंबर को होगी। (navjivanindia)
सियोल, 26 अगस्त (आईएएनएस)| दक्षिण कोरियाई तकनीकी दिग्गज सैमसंग की ओर से एस-पेन सपोर्ट के साथ 2021 फ्लैगशिप गैलेक्सी एस21 सीरीज लॉन्च किए जाने की संभावना है। द एलेक कोरिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, गैलेक्सी एस20 के उत्तराधिकारी को गैलेक्सी एस21 के नाम से जाना जाता है, जो एस पेन के साथ आएगा। हालांकि यह सुविधा केवल अल्ट्रा वेरिएंट पर ही होगी।
सैमसंग कथित तौर पर गैलेक्सी एस 21 लाइन के तहत तीन डिवाइस लॉन्च करेगा, जिनमें एस21, एस21 प्लस और एस21 अल्ट्रा शामिल है। एस21 लाइनअप को अगले साल की पहली छमाही में लॉन्च करने की तैयारी है।
गैलेक्सी एस21 को कथित तौर पर 'अनबाउंड' वेरिएंट के साथ कोड किया गया है, जिसमें एम 1, एन2 और ओ3 शामिल हैं। एस पेन जाहिर तौर पर ओ3 मॉडल के साथ आएगा।
रिपोर्ट के अनुसार, सैमसंग गैलेक्सी नोट को बंद कर सकता है और इसके बजाय अगले साल एस-पेन सक्षम गैलेक्सी जेड फोल्ड 3 लॉन्च कर सकता है।
अगर सैमसंग नोट सीरीज को समाप्त करने का फैसला करता है, तो फ्लैगशिप को हर साल लॉन्च किया जाएगा, जो स्मार्टफोन की फोल्ड सीरीज है।
फिलहाल सैमसंग हर महीने लगभग 600,000 फोल्डेबल पैनल बनाने में सक्षम है और वर्ष के अंत तक प्रति माह 10 लाख फोल्डिंग डिस्प्ले के अंतिम लक्ष्य की योजना है।
कंपनी हर साल लगभग एक करोड़ गैलेक्सी नोट डिवाइस भी बेचती है।
गार्टनर के अनुसार, सैमसंग ने दूसरी तिमाही में लगभग 5.5 करोड़ यूनिट बेचने के साथ वैश्विक स्मार्टफोन बाजार में शीर्ष स्थान बनाए रखा।
नई दिल्ली, 26 अगस्त (भाषा)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर डी। सुब्बाराव ने मौजूदा हालात में ‘बैड बैंक’ की जोरदार पैरोकारी करते हुए कहा कि ये ‘न सिर्फ जरूरी हैं, बल्कि अपरिहार्य भी हैं’ क्योंकि आने वाले दिनों में एनपीए तेजी से बढ़ेगा और ज्यादातर समाधान आईबीसी ढांचे के बाहर होंगे।
बैड बैंक में संकटग्रस्त बैंकों के सभी बुरे ऋण या एनपीए स्थानांतरित कर दिए जाते हैं। इससे संकटग्रस्त बैंक के बहीखाते साफ हो जाते हैं और देनदारी बैड बैंक के ऊपर आ जाती है।
यहां तक कि 2017 के आर्थिक सर्वेक्षण में भी इस विचार का उल्लेख था जिसमें तनावपूर्ण परिसंपत्तियों की समस्या से निपटने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र परिसंपत्ति पुनरूद्धार एजेंसी (पीएआरए) नाम से एक बैड बैंक के गठन का सुझाव दिया गया था।
उन्होंने कहा, ‘बैड बैंक का सबसे बड़ा फायदा यह है कि बिक्री मूल्य के बारे में फैसला लेने वाली इकाई उस कीमत को स्वीकार करने वाली इकाई से अलग होती है। ऐसे में हितों के टकराव और भ्रष्टाचार से बचा जा सकता है और वास्तव में ऐसा हुआ है।’
सुब्बाराव ने साक्षात्कार में कहा, ‘सजा और पुरस्कार के प्रावधानों के साथ सावधानी से डिजाइन किए गए बैड बैंकों के कुछ सफल मॉडल हैं। उदाहरण के लिए हमारे अपने बैड बैंक के गठन के लिए मलेशिया का दानहार्ता एक अच्छा मॉडल है।’
आरबीआई के पूर्व गवर्नर ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के दौरान अर्थव्यवस्था में कम से कम पांच प्रतिशत के संकुचन के साथ एनपीए तेजी से बढ़ेगा।
इसके अलावा आरबीआई की वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट के अनुसार मार्च 2021 तक बैंकों का सकल एनपीए 12.5 प्रतिशत तक बढ़ सकता है, जो मार्च 2020 में 8.5 प्रतिशत था।
उन्होंने कहा, ‘दिवालियापन मसौदे पर पहले ही काफी भार है और यह अतिरिक्त बोझ उठाने में असमर्थ होगा। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि पहले के मुकाबले कहीं अधिक मात्रा में समाधान दिवाला एवं ऋणशोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) के बाहर किया जाए।’
सुब्बाराव ने कहा था कि पहले बैड बैंक को लेकर उनकी कुछ शंकाएं हैं लेकिन हाल के अनुभवों के मद्देनजर वह इस विकल्प पर विचार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘पहले मुझे विश्वास था कि दिवालियापन मसौदा समाधान की प्रक्रिया को पटरी पर रखेगा और प्रणाली को साफ करने में मदद करेगा।’ उन्होंने कहा कि हालांकि, ऐसा लगता है कि यह भरोसा गलत था।
सब्बाराव ने यह भी स्वीकार किया कि उन्हें बैंकों की पूंजी संरचना के बारे में भी चिंताएं थीं।
नई दिल्ली, 25 अगस्त (आईएएनएस)| सैमसंग ने मंगलवार को गैलेक्सी नोट 20 और गैलेक्सी नोट 20 अल्ट्रा 5जी मोबाइल फोन लॉन्च किया। इसके साथ ही सैमसंग ने उन ग्राहकों को डिलिवरी भी शुरू कर दी है जिन्होंने पहले से फोन की बुकिंग कर रखी थी।
गैलेक्सी नोट 20 की कीमत 64,999 रुपये बताई जा रही है, जबकि गैलेक्सी नोट 20 अल्ट्रा 5जी की कीमत 85,999 रुपये है।
रायपुर, 25 अगस्त। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जन्मदिन पर ग्रामीण विधयाक सत्यनारायण शर्मा ने अखिल भारतीय भोजपुरी समाज को कोरोना काल मे उत्कृष्ट योगदान देने के लिए सम्मान किया गया।
श्री शर्मा ने बताया कि ये सम्मान प्रदेश का सम्मान हैं युवा का सम्मान हैं और सभी सामाजिक संस्थान का सम्मान जिन्होंने कोरोना जैसी महामारी का सामना करते हुए तथा अपनी जान जोखिम में डाल कर दिनरात मेहनत करके जरूरतमंदो के साथ बाहर से आये हुए श्रमिकों की सेवा की।
आज छत्तीसगढ़ में कोई भी समाज प्रवासी नहीं है आज वह छत्तीसगढ़ के माटी को अपना मान चुके है, छत्तीसगढ़ राज्य को अपना कर्म भूमि बना चुके हैं वह छत्तीसगढ़ को अपना मानते हैं और जो भी इस राज्य के विकास को लेकर जो भी कार्य होता है उसमें अपना वो योगदान देते आ रहे है। विशेष रूप से मैं भोजपुरी समाज के प्रदेश अध्यक्ष राकेश गौतम के साथ सभी सदस्यों को हृदय से धन्यवाद देता हूं। सम्ममानित हुए सदस्य मीडिया प्रभारी , डी.के.शर्मा, संरक्षक, अखिलेश सिंह, जिला अध्यक्ष, जे.पी.सिंह,शेषनाथ तिवारी,अजीत उपाध्याय, दिनेश मिश्रा, सुधीर राय,अमलेश सिंह, इमरान खान हैं।
रायपुर, 25 अगस्त। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि रायगढ़ प्रभारी मंत्री रविन्द्र चौबे से मुलाकात कर रायगढ़ जिलें में लॉकडाउन अवधि को आगे न बढ़ाये जाने का आग्रह किया। श्री चौबे ने जिले के कलेक्टर से चर्चा करने तथा लॉकडाउन आगे न बढ़ाने हेतु सकारात्मक आश्वासन दिया।
कैट राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि प्रभारी मंत्री को कोरोना विपरित परिस्थितियों में व्यापारी वर्ग के साथ साथ आम नागरिकों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से लाकडाउन की अवधि में सीमित समयाअवधि में व्यापार हेतु अनुमति प्रदान किए जाने पर हम आभारी हैं।
श्री पारवानी ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा पुन: अनलॉक किया जा रहा है। किंतु रायगढ़ जिले में 16-23 अगस्त तक लाकडाउन किया गया था, ऐसे में एक और सप्ताह के लिए लाकडाउन बढ़ाने से आर्थिक गतिविधी थम जाएगी एवं व्यापारियों को शून्य व्यापार में भी सभी स्थायी खर्चे भी वहन करे की बड़ी जिम्मेदारी व्यापारी वर्ग पर है।
वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए कैट ने श्री चौबे से अनुरोध किया कि कोरोना रोकथाम के साथ-साथ आगामी त्यौहारी सीजन को घ्यान में रखते हुए आर्थिक गतिविधियों को बनाये रखने के लिए, हमारा सुझाव है कि 24 अगस्त से पूरे जिले में सुबह से शाम 7 बजे तक व्यापार की अनुमति दी जावे और शाम 8 बजे के पश्चात कफर््यू लगा दिया जावे।
श्री पारवानी ने बताया कि चूंकि शनिवार एवं रविवार दोनो दिनों में पूर्ण बाजार बंद करने से सोमवार को बाजारों में भीड़ बढ़ जाती है एवं कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है अत: शनिवार को दोपहर 2 बजे तक व्यापार अनुमति देना लाभकारी होगा, शनिवार को दोपहर 2 बजे तक व्यापार करने की अनुमति दी जावे एवं शनिवार शाम 4 बजे के पश्चात सोमवार सुबह तक बाजार पूर्णत: बंद रहे । इससे जहां एक ओर कोरोना का संक्रमण को रोकने में मदद मिलेगी वहीं दूसरी ओर आर्थिक गतिविधियां तेज होने से राज्य के राजस्व में भी वृद्धि होगी।
नई दिल्ली, 25 अगस्त (आईएएनएस)| माइक्रोसॉफ्ट के प्रतिष्ठित सॉफ्टवेयर विंडोज 95 ने अपने 25 साल पूरे कर लिए हैं। विंडोज 95 को 24 अगस्त को कंपनी के सह-संस्थापक बिल गेट्स के द्वारा जारी किया गया था और यह इतना अधिक लोकप्रिय हुआ कि जारी होने के पहले पांच हफ्तों के भीतर ही इसकी 70 लाख कॉपियां बेच दी गईं।
माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज 95 में कई फीचर्स भी शामिल किए जिनमें न्यू स्टार्ट बटन, मेन्यू और टास्कबार सबसे बेहतर रहा जिनसे ऑपरेटिंग सिस्टम को बेहद आसानी के साथ संचालित किया जाने लगा।
द वर्ज की रिपोर्ट के मुताबिक, विंडोज 3.1 और एमएस-डॉस के दिनों से सुधार के ²ष्टिकोण से इसमें एक बड़ी छलांग देखने को मिली, लेकिन इसी के साथ मॅकिन्तोश और ओएस/2 के यूजर्स के लिए इंटरफेस काफी हद तक एक सा रहा।
इसमें ऑपरेटिंग सिस्टम 32-बिट होने के अलावा इसमें लंबे फाइलों के नाम को सपोर्ट करने के लिए 250 तक के कैरेक्टर्स भी शामिल किए गए।
विंडोज 95 में प्लग और प्ले के भी फीचर दिए गए जिससे हार्डवेयर की पहचान व उसे इंस्टॉल अपने आप ही किया जा सके। इसके साथ ही डेस्कटॉप पर एक खास आईकॉन के साथ नए एमएसएन ऐप को भी जोड़ा गया।
एमएसएन को डायल-अप कनेक्शन के माध्यम से ईमेल, चैट रूम, न्यूज ग्रुप और डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू के होमपेज की सुविधा प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया था। इसके लिए माइक्रोसॉफ्ट महीने के हिसाब से एक मासिक शुल्क भी लेता था।
रायपुर, 24 अगस्त। इंडिया का नंबर वन इक्विपमेंट निर्माता जेसीबी द्वारा छग एवं विदर्भ के अधिकृत डीलर जीके जेसीबी के तत्वावधान में सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए पहली बार डिजिटल प्लेट फार्म फेसबुक के लाइव इवेंट में नई 3डीएक्स ईसीओ एक्सपर्ट को लांच किया गया जो पूरे भारत वर्ष में पहली बार ऐसा हुआ जिसे ग्राहकों से काफी अच्छा प्रतिसाद मिला और हमारे इस प्रयास को काफी सराहा गया यह सम्पूर्ण डिजिटल कार्यक्रम जीके जेसीबी के डायरेक्टर पुनीत पारवानी एवं जेसीबी इंडिया लिमिटेड के एरिया मैनेजर जेम्स सिंह के उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
रायपुर, 24 अगस्त। अटल नगर स्थित आईआईआईटी के वॉइस चांसलर और डायरेक्टर डॉ. प्रदीप के. सिन्हा ने ‘हाउ टू डु आर गाइड पीएचडी रिसर्च सक्सेसफुली’ टॉपिक पर इंटरनेशनल वेबिनार सीरीज, ‘लेटेस्ट रिसर्च ट्रेंड इन स्टेम’ में अपने विचार व्यक्त किए। इसे डॉ. डी. वाई. पाटिल इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, पुणे के रिसर्च सेल द्वारा आयोजित किया गया था। इसका लक्ष्य टेक्निकल इंस्टीट्यूट में रिसर्च के महत्व पर जोर देना था और रिसर्च के लोकल और ग्लोबल प्रतिस्पर्धा में प्रभाव पर प्रकाश डालना था। डॉ. सिन्हा ने यह सेशन 21 अगस्त 2020 को डिलीवर किया था।
डॉ. सिन्हा ने अपने सेशन की शुरुआत इस बात से की कि कैसे कई पीएचडी रिसर्च स्कॉलर्स अपने पीएचडी कोर्स के दौरान कई मुश्किलों का सामना करते हैं, क्योंकि यह उनकी पहली फॉर्मल रिसर्च होता है। उनके सेशन में यह भी शामिल था कि रिसर्च गाइड को कैसे चुनें, अपनी रिसर्च के लिए किसी रिसर्च टॉपिक को कैसे चुने, साहित्यिक सर्वे कैसे करें क्योंकि आजकल किसी भी टॉपिक पर बहुत ज्यादा साहित्य मौजूद है, अपने रिसर्च टॉपिक के लिए नया आइडिया कैसे पाएं, रिसर्च को कैसे करें कि रिजल्ट जल्दी मिले, और अपनी रिसर्च के दौरान दूसरी समस्यायों से कैसे निपटें आदि।
डॉ. सिन्हा ने इन समस्याओं के लिए बहुत साधारण समाधान दिया। पार्टिसिपेंट्स को पहले स्टेप (एक रिसर्च गाइड और रिसर्च एरिया को कैसे चुने) से लेकर स्टेप टू स्टेप आखिरी स्टेप (अपने पीएचडी थीसिस को डिफेंड कैसे करें) तक और तब अपनी पीएचडी के बाद क्या करें कि अपने काम का समाज पर बहुत प्रभाव पड़ें, आदि के बारें में गाइड किया।
डॉ. सिन्हा ने रिसर्च गाइड्स को अपने रिसर्चर स्कॉलर्स में रिसर्च की दृष्टि को विकसित करने के लिए जोर दिया। इस स्किल को उनमें विकसित करने से रिसर्च विद्वान हर दिन अपने चारों ओर गठित हो रही चीज़ों और एक्टिविटीज में रिसर्च के अवसर खोजने में सक्षम होंगे। उन्हें जब भी कोई समस्या दिखेगी वे उसे हल करने के लिए रिसर्च करने के अवसर के रूप में देखेंगे। इससे उन्हें अपने रिसर्च के जरिये भविष्य में समाज के लिए योगदान देने में मदद मिलेगी।
डॉ. सिन्हा ने बताया कि दूसरी स्किल्स जो हमें डेवलप करने की जरूरत है वो है आब्जेक्टिव रीडिंग, सबूत इकठ्ठा करना, विचारों और दावों को स्पष्ट करने के लिए टेक्निकल राइटिंग स्किल विकसित करना, दृढ़ रहना; और धैर्य रखना आदि। डॉ. सिन्हा ने कई पीएचडी के गलत धारणाओं को भी उजागर किया जो लगभग हर रिसर्च करने वाले के मन में रहता है। जैसे कि गाइड द्वारा सुझाये गए रिसर्च टॉपिक पर ही काम करना जरूरी नहीं होता है, प्रसिद्ध पर्सनालिटीज हमेशा रिसर्च गाइड के रूप में सबसे अच्छा विकल्प नहीं होते हैं, इम्प्लेमेंटेशन (कार्यान्वयन) के एक नए तरीके का प्रस्ताव रखने से पीएचडी डिग्री नहीं मिलेगी, आदि।
चीनी प्रतिमाओं का बहिष्कार
रायपुर, 24 अगस्त। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि कोरोना के डर के बावजूद आज देश भर में गणेश चतुर्थी का त्योहार बहुत उल्लास और उमंग से मनाया गया और लोगों बेहद श्रद्धापूर्वक अपने घरों में भगवान गणेश की प्रतिमा की स्थापना की और पूजन अर्चना किया।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि इस बार के गणेश चतुर्थी पर कोरोना के कारण सरकार द्वारा लगाए गए विभिन्न प्रतिबंधों के चलते हर साल लगने वाले गणेश पूजन के बड़े बड़े पंडाल कहीं नहीं लगे। लेकिन लोगों ने इसकी कसर अपने घरों में बड़ी मात्रा में गणेश प्रतिमा स्थापित कर पूजा की।
श्री पारवानी ने बताया कि भगवान गणेश की अनेक प्रतिमाओं को स्थानीय कलाकारों द्वारा विशेष रूप से बनाया गया है। मिट्टी, खाद एवं गोबर से बनी भगवान गणेश की प्रतिमाएं जिसमें तुलसी, सदाबहार तथा खेती के बीजों को डाला गया। विसर्जन के बाद इन बीजों को पौधों में लगाया जा सकेगा। इस बार 6 इंच, 9 इंच और 12 इंच के भगवान गणेश की माँग ज्यादा रही क्योंकि इन गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन सहजता के साथ लोग अपने घरों में किसी बाल्टी अथवा अन्य किसी बड़े पात्र में कर सकते हैं।
रायपुर, 22 अगस्त। सिंघानिया बिल्डकॉन के एमडी हर्षित सिंघानिया ने बताया कि रियल एस्टेट सेक्टर में गणेश चतुर्थी के शुभ मुहुर्त में प्रापर्टी खरीदने का अच्छा अवसर है। जो लोग मार्च ईयर एडिंग में निवेश करना चाहते थे वे लॉकडाउन हो जाने के कारण खरीदी नहीं कर पाये थे। उनके लिए सिंघानिया बिल्डकॉन के प्रोजेक्ट हर्षित लेण्डमार्क में अपना आशियाना खरीदने का का एक अच्छा मौका मिल रहा क्योंकि यहां प्रत्येक बुकिंग पर बायर्स के परिवार के सुरक्षित भविष्य के लिए 1 करोड़ का टर्म इनश्योरेंस फ्री दिया जा रहा है, साथ ही इस दौर में सरकार, बैंक व बिल्डर्स सभी आपको पूर्ण सहयोग व रियायत देने तैयार खड़े हैं। निश्चित तौर पर लॉकडाऊन निर्माण कार्य के गति को प्रभावित किया है फिर भी सिंघानिया बिल्डकॉन का पूरा प्रयास होगा कि लोगों को जितनी जल्द हो सके उनका अपने आशियाने की चाबी सौंप दें।
श्री सिंघानिया ने बताया कि हर्षित लैंडमार्क में 1, 2 व 3 बीएचके का फ्लैट्स काफी वास्तविक कीमत पर सर्वसुविधायुक्त आधुनिक सुविधाओं के साथ तैयार हो रहा है। लॉकडाउन के पहले ही काफी कुछ काम एक फेस का पूरा हो चुका था, जिन्होंने बुकिंग करायी थी उन्हें दिवाली तक पजेशन के हिसाब काम को और गति दी गई है। पीएम आवास योजना का मिलने वाला तयशुदा छूट का लाभ भी मिलेगा। क्रिसिल ने इस प्रोजेक्ट को स्टॉर रेटिंग दी तो मध्य भारत के इस आवासीय प्रोजेक्ट की ख्याति और ज्यादा बढ़ गई और यहां छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य प्रांतों के प्रापर्टी बायर्स भी निवेश किया है।
रायपुर, 22 अगस्त। होण्डा मोटर साइकिल एंड स्कूटर इंडिया प्रा.लि. के तेलीबांधा स्थित अधिकृत विक्रेता जीके होण्डा के संचालक पुनीत परवानी द्वारा नई एस-बेल्ड, ग्रेजिया एवं लीवो लांच की गई। इस अवसर पर फेसबुक एवं इंस्टाग्राम लाइव में दर्शकों की दिलचस्पी दिखी।
जीके होण्डा के महाप्रंबधक तमल कर्माकर ने एस-बेल्ड, ग्रेजिया एवं लीवो के आकर्षक फिर्चस के बारे में बताया कि इसमें एडवांस स्मार्ट इएसपी टेक्नॉलाजी हैं, जो उच्च शक्ति और उच्च इंजन क्षमता के साथ ही पीजीएमएफ आई इंजन वाला है। जो बेहतर माइलेज देता है। इस गणेश चर्तुथी के अवसर पर ग्राहकों के लिए न्यूनतम 5 हजार के डाउन पेमेंट पर गाड़ी खरीदने का सुनहरा अवसर है। तथा एसबीआई के्रडिट व डेबिट कार्ड में 4 हजार तक का केशबैक भी दिया जा रहा है।
एप्पल दुनिया की पहली सार्वजनिक रूप से लिस्टेड कंपनी बन गई है जिसने 2 लाख करोड़ डॉलर के मार्केट कैपिटलाइजेशन को पार किया है। कोरोना संकट के बीच भी एप्पल के शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिली जिसने कंपनी को इस ऐतिहासिक मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया है।
एप्पल के मार्केट कैप का सफर भी काफी गजब का रहा है। 1980 में 100 करोड़ डॉलर का मार्केट कैपिटलाइजेशन रखने वाली कंपनी आज 2 लाख करोड़ डॉलर की हो गई है।
एप्पल इंक पहली ऐसी अमेरिकी कंपनी है, जिसका मार्केट वैल्युएशन 2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर यानी 2 लाख करोड़ डॉलर के पार पहुंच गया है। सिर्फ 2 साल में कंपनी का मार्केट वैल्यू दोगुना हो गया। ऐसा हुआ है कंपनी के शेयरों के शानदार प्रदर्शन की वजह से। 23 मार्च 2020 के लो 201 रुपये की तुलना में शेयर करीब 135 फीसदी बढक़र 473 रुपये पर पहुंच गया है। पिछले 10 साल में शेयर ने करीब 13 गुना रिटर्न दिया है, वहीं, 5 साल में शेयर का रिटर्न 4.5 गुना रहा है। इस लिहाज से अगर किसी ने 10 साल पहले एप्पल में 1000 डॉलर का निवेश किया होगा तो उसका पैसा बढक़र करीब 13000 डॉलर के आस पास पहुंच गया।
जुलाई में तिमाही नतीजों के आने के बाद कंपनी के शेयरों में खासी तेजी देखने को मिल रही है। एप्पल ने दुनिया की सबसे ज्यादा वैल्यू वाली कंपनी सऊदी अरामको को पछाड़ दिया और सिर्फ 2020 साल में 57 फीसदी का इजाफा किया है। इससे निवेशकों में जोश आया है। एप्पल ने आईफोन की सेल्स की बजाय अब दूसरे गैजेट्स और सर्विसेज पर भी फोकस करना शुरू किया है।
भारतीय कॉरपोरेट से तुलना करें तो एप्पल सिर्फ अकेले ही सारी भारतीय कंपनियों के बराबर का वैल्यूएशन रखती है। भारतीय कंपनियों का मार्केट कैप 2 लाख करोड़ डॉलर है और सिर्फ एप्पल का ही मार्केट कैप अब 2 लाख करोड़ डॉलर हो गया है।
अब अमेजॉन, माइक्रोसॉफ्ट, गूगल की मालिक अल्फाबेट ये सभी 1 लाख करोड़ डॉलर या फिर उससे ऊपर के मार्केटकैप जोने में आ गईं हैं। अमेरिका की बड़ी टेक कंपनियां मिलाकर 6 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा का मार्केटकैप रखती हैं।
खास बात ये है कि इस कोरोना वायरस संकट के काल में भी एप्पल की बिक्री लगातार होती रही। शॉप, स्टोर्स वगैरह बंद होने के बाद भी लोगों ने ऑनलाइन खरीदारी की। हर कैटेगरी और क्षेत्र में एप्पल की आय में इजाफा हुआ। भले ही अमेरिका की इकनॉमी बड़ी मंदी से गुजर रही हो लेकिन एप्पल अपना अच्छा प्रदर्शन करती रही।
एप्पल कंपनी की शुरुआत स्टीव जॉब्स ने 1976 में की थी और अब कंपनी की आय पुर्तगाल, पेरू जैसे देशों के इनकनॉमिक आउटपुट से भी ज्यादा है।
(क्विंट, फाइनेंसियल एक्सप्रेस)
रिजिजू से हस्तक्षेप की मांग
रायपुर, 21 अगस्त। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रदेश अध्यक्ष अमर परवानी, कार्यकारी अध्यक्ष मंगेलाल मालू, विक्रम सिंहदेव, कार्यकारी महामंत्री परमानंद जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल, प्रवक्ता राजकुमार राठी ने बताया कि ड्रीम 11 को आईपीएल का प्रायोजक बनाने के विवादस्पद मुद्दे पर गंभीर रूख अपनाते हुए कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने आज केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू से तुरंत हस्तक्षेप की मांग की।
कैट राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि बीसीसीआई द्वारा ड्रीम 11 को आईपीएल का प्रायोजक बनाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘लोकल पर वोकल’ और आत्मनिर्भर भारत के आह्वान को विफल करने का प्रयास है और सरकार द्वारा आक्रामक रूप से चीनी कंपनियों को भारत में रोकने के लिए उठाए गए विभिन्न कदमों के विपरीत है। सरकार द्वारा रेलवे, राजमार्ग आदि सहित विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में चीनी कंपनियों की भागीदारी को प्रतिबंधित करने के साथ-साथ चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध भी लगाया गया है और ठीक इसके उलट चीनी ंविवेश वाली कम्पनी ड्रीम 11 को प्रायोजक बनाना एक विरोधाभास गलत कदम है जिसके संकेत ठीक नहीं होंगे।
श्री पारवानी ने आगे कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इस महीने की शुरुआत में चीनी हैंडसेट निर्माता वीवो को दुबई में आयोजित होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग 2020 के शीर्षक प्रायोजक के रूप में बनाए रखने का फैसला किया था। देश में प्रचलित चीन विरोधी भावनाओं के मद्देनजर कैट और अन्य लोगों द्वारा कड़ी आपत्तियां की गई जिसके चलते विवो के साथ अनुबंध रद्द कर दिया गया।
श्री पारवानी ने बताया कि एक बड़े झटके के रूप में बीसीसीआई ने एक बार फिर से भारत के लोगों की भावनाओं का अनादर किया और ऑनलाइन गेमिंग कंपनी ड्रीम 11 से स्पॉन्सरशिप का अनुबंध किया है जिसमें चीनी निवेशक टेनसेंट ग्लोबल भी है, जो इसके प्रमुख हितधारकों में से एक है। बोर्ड का यह सरासर असंवेदनशील व्यवहार इस बात का प्रतीक है कि वीवो को रोकने का पहले का निर्णय एक मात्र छलावा था और बीसीआईआई वास्तव में भारतीय सैनिकों के प्रति बिल्कुल भी सहानुभूति नहीं रखता है और भारतीय नागरिकों की भावनाओं का सम्मान नहीं करता है।
रायपुर, 21 अगस्त। अविनाश ग्रुप के प्रबंध संचालक आनंद सिंघानिया नें बताया कि छत्तीसगढ़ की विश्वसनीय रियल स्टेट कम्पनी अविनाश ग्रुप के बहुचर्चित प्रोजेक्ट अविनाश एलाईट होम्स विधानसभा रोड, में रेसिडेंसियल प्लॉट्स, सिंग्लेक्स और डुपलक्स का शानदार विकल्प है। जिसमें ग्रुप द्वारा इस गणेश उत्सव में सिंगलेक्स की बुकिंग पर प्रति माह 7000 रुपए का सुनिश्चित रेटंल ऑफर दिया जा रहा है। अविनाश एलीट होम्स अच्छी बसाहट के बीच खूबसूरत बनावट के साथ लगभग 5 एकड़ पर फैली ह ै जिसमेें 2 बीएचके सिंग्लेक्स ृ26.50 लाख, 3 बीएचके डुपलेक्स 31 लाख व रेसिडेसियल प्लॉट है।
श्री सिंघानिया नें बताया कि अविनाश एलीट होम्स प्रोजेक्ट अफोर्डेबल बजट म ें उत्कृष्ठ क्वालिटी के साथ बेहतर जीवन श ैली के निमार्ण मे गु्रप का एक और कदम है जो कि रायपुर के लोगों के लिये एक सौगात है। अच्छी बसाहट के बीच परफ ेक्ट प्ला ंनिग के साथ महालेखाकर भवन से कुछ मिनटों की दुरी पर इस लिमीट ेड एडीसन प्रोजेक्ट को ग्राहकों का रिस्पान्स मिल रहा है और अच्छी बुकिंग हो रही हैं।
श्री सिघा ंनिया ने बताया कि आधुनिक सुविधाओं से लैस रहेगा जिसमें भव्य प्रवेश द्वार सिक्युरिटी केबीन के साथ, बैडमिंटन कोर्ट, किड्स प्ले एरिया, गार्ड न, जॉगिंग टेंक, ओपन जिम, सीसीटीवी कैमरा, 24 घंटे सिक्युरिटी, बाउंड्रीवॉल से घिरा कैम्पस, रेनवाटर हार्वेस्टिंग, सिवेज ट्रीटमेन्ट प्लान्ट एवं सोलर स्टंीट लाईट की सुविधा रहेगी।
सैन फ्रांसिस्को, 21 अगस्त (आईएएनएस)| फेसबुक के स्वामित्व वाले इंस्टाग्राम, चीन में स्थित कंपनी टिकटॉक और गूगल के स्वामित्व वाले यूट्यूब पर कम से कम 23.5 करोड़ यूजर्स के आंकड़ों का खुलासा हुआ है। इस बड़े डेटा लीक में डार्क वेब पर यूजर्स के पर्सनल डिटेल की चोरी हुई है।
ब्रिटेन स्थित टेक रिसर्च फर्म कॉम्पेरीटेक के मुताबिक, आंकड़ों के इस उल्लंघन के पीछे एक असुरक्षित डेटाबेस का हाथ है।
रिपोर्ट के हवाले से फोर्ब्स में बताया गया, "ये आंकड़े कुछ डेटासेट्स पर फैलाए गए हैं, इनमें से जो दो सबसे प्रमुख हैं उनमें दस करोड़ से कम की कीमत में इनकी बिक्री की जा रही है। इसमें इंस्टाग्राम प्रोफाइल के रिकॉर्ड्स भी शामिल हैं।"
तीसरे सबसे बड़े डेटासेट में करीब 4.2 करोड़ टिकटॉक यूजर्स हैं और करीब 40 लाख यूट्यूब यूजर्स के प्रोफाइल हैं।
इन पांच में से एक में प्रोफाइल नेम, रियल नेम, प्रोफाइल फोटो, अकांउट विवरण और फॉलोअर्स व लाइक की संख्या के साथ या तो टेलीफोन नंबर या ईमेल आईडी मौजूद है।
कॉम्पेरीटेक के संपादक पॉल बिसकॉफ ने बताया, "फिशिंग कैम्पेन चलाने वाले इन स्पैमर्स और साइबर क्रिमिनल्स के लिए इन जानकारियों की शायद काफी अहमियत होगी।"
महीने की शुरुआत में शाइनीहंटर्स नामक एक हैकर्स समूह ने 18 कंपनियों से चुराए गए 38.6 करोड़ यूजर्स के रिकॉर्ड्स को एक हैकर फोरम में संग्रह किया था।
नई दिल्ली, 21 अगस्त (आईएएनएस)| स्मार्टफोन निर्माता चीनी कंपनी ओप्पो ने शुक्रवार को अपने ए-सीरीज के तहत 90 हट्र्ज डिस्प्ले के साथ एक नए स्मार्टफोन को 25 अगस्त को लॉन्च करने की पुष्टि की है। कंपनी ने अपने बयान में कहा, "अत्याधुनिक तकनीक के साथ यूजर्स को सशक्त बनाने के लिए निर्मित ओप्पो ए53, ए सीरीज के विरासत को आगे लेकर जाएगी और साथ ही इसके माध्यम से एक किफायती कीमत पर बेहतरीन डिस्प्ले की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।"
कंपनी ने बताया, भारत में इस स्मार्टफोन की कीमत 15,000 रुपये से कम रखी गई है।
स्पेसिफिकेशन्स की बात करें, तो स्मार्टफोन में 1600 गुना 720 पिक्सल रेजॉल्यूशन के साथ 6.53 इंच की एचडी प्लस एलसीडी डिस्प्ले दी गई है जिसका अपेक्षित अनुपात 20:9 है।
यह फोन 460 स्नैपड्रैगन प्रोसेसर द्वारा संचालित है, जिसमें 4जीबी रैम और 64जीबी इंटरनल स्टोरेज की सुविधा है। इसमें मौजूद माइक्रो-एसडी कॉर्ड स्लॉट के माध्यम से स्टोरेज को 256 जीबी तक बढ़ाया जा सकता है।
फोन में 18 वॉर्ट फास्ट चार्जिग के साथ 5,000 एमएएच की बैटरी दी गई है।
कैमरे की बात करें, तो 16 एमपी फ्रंट कैमरा के साथ 2 मेगापिक्सल के दो रियर कैमरे दिए गए हैं।
यह फोन ओप्पो के कलर ओएस 7.2 के साथ एंड्रॉयड 10 पर चलता है।
रायपुर, 21 अगस्त। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रदेश अध्यक्ष अमर परवानी, कार्यकारी अध्यक्ष मंगेलाल मालू, विक्रम सिंहदेव, कार्यकारी महामंत्री परमानंद जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल, प्रवक्ता राजकुमार राठी ने बताया कि ड्रीम 11 को आईपीएल का प्रायोजक बनाने के विवादस्पद मुद्दे पर गंभीर रूख अपनाते हुए कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने आज केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू से तुरंत हस्तक्षेप की मांग की।
कैट राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि बीसीसीआई द्वारा ड्रीम 11 को आईपीएल का प्रायोजक बनाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'लोकल पर वोकलÓ और आत्मनिर्भर भारत के आह्वान को विफल करने का प्रयास है और सरकार द्वारा आक्रामक रूप से चीनी कंपनियों को भारत में रोकने के लिए उठाए गए विभिन्न कदमों के विपरीत है। सरकार द्वारा रेलवे, राजमार्ग आदि सहित विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में चीनी कंपनियों की भागीदारी को प्रतिबंधित करने के साथ-साथ चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध भी लगाया गया है और ठीक इसके उलट चीनी ंविवेश वाली कम्पनी ड्रीम 11 को प्रायोजक बनाना एक विरोधाभास गलत कदम है जिसके संकेत ठीक नहीं होंगे।
श्री पारवानी ने आगे कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इस महीने की शुरुआत में चीनी हैंडसेट निर्माता वीवो को दुबई में आयोजित होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग 2020 के शीर्षक प्रायोजक के रूप में बनाए रखने का फैसला किया था। देश में प्रचलित चीन विरोधी भावनाओं के मद्देनजर कैट और अन्य लोगों द्वारा कड़ी आपत्तियां की गई जिसके चलते विवो के साथ अनुबंध रद्द कर दिया गया।
श्री पारवानी ने बताया कि एक बड़े झटके के रूप में बीसीसीआई ने एक बार फिर से भारत के लोगों की भावनाओं का अनादर किया और ऑनलाइन गेमिंग कंपनी ड्रीम 11 से स्पॉन्सरशिप का अनुबंध किया है जिसमें चीनी निवेशक टेनसेंट ग्लोबल भी है, जो इसके प्रमुख हितधारकों में से एक है। बोर्ड का यह सरासर असंवेदनशील व्यवहार इस बात का प्रतीक है कि वीवो को रोकने का पहले का निर्णय एक मात्र छलावा था और बीसीआईआई वास्तव में भारतीय सैनिकों के प्रति बिल्कुल भी सहानुभूति नहीं रखता है और भारतीय नागरिकों की भावनाओं का सम्मान नहीं करता है।
-ललिता मौर्य
आज सब तरफ ऑनलाइन शॉपिंग की धूम है। आप रोजमर्रा की चीजों जैसे दाल, सब्जी से लेकर गाड़ी तक घर बैठे ऑनलाइन खरीद सकते हैं। भारत में अमेज़न, फ्लिपकार्ट जैसे बड़े नाम आपकी जरुरत की हर चीज घर बैठे ही उपलब्ध करा देते हैं। पर क्या यह ऑनलाइन शॉपिंग जेब के साथ-साथ पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है?
अमेरिकन केमिकल सोसाइटी के जर्नल एनवायर्नमेंटल साइंस एंड टेक्नोलॉजी में इससे जुड़ा एक शोध प्रकाशित हुआ है। जो पर्यावरण पर पड़ने वाले इसके प्रभाव की भी व्याख्या करता है। इसके अनुसार खरीदारी करते समय ऑनलाइन और स्वयं जाकर खरीदारी करने के विकल्प को चुनते समय उससे होने वाले ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को भी ध्यान में रखना चाहिए, जिससे पर्यावरण की भी रक्षा की जा सके, तभी तो वो हमारी भी रक्षा कर सकेगा।
पैदल और साइकिल पर जाकर खरीदारी करने से 40 फीसदी घट सकता है उत्सर्जन
इस अध्ययन के अनुसार आमतौर पर व्यक्तिगत और घरेलु उत्पादों जैसे दाल चावल को उपभोक्ता स्वयं दुकान पर जाकर खरीदना पसंद करते हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार जब सामान को ऑनलाइन खरीदा जाता है और उसकी डिलीवरी किसी दुकान के जरिये की जाती है तो पारम्परिक तरीके से खरीदारी करने की तुलना में इससे ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन 63 फीसदी कम होता है।
इसका मतलब है कि यह पर्यावरण के दृष्टिकोण से अधिक फायदेमंद होता है। जबकि इसके विपरीत ऑनलाइन खरीदारी करने के बाद जब सामान की डिलीवरी किसी अन्य पार्सल डिलीवरी कंपनी के जरिये की जाती है तो उससे पारम्परिक खरीदारी की तुलना में 81 फीसदी अधिक ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन होता है। शॉपिंग और ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन से जुड़ा यह अध्ययन यूके पर आधारित है। जिसमें शोधकर्ताओं ने वस्तु के परिवहन, भण्डारण, वितरण और पैकेजिंग से होने वाले उत्सर्जन का विश्लेषण किया है।
साथ ही शोधकर्ताओं का यह भी मानना है कि यदि उपभोक्ता खुद पैदल या साइकिल के जरिये दुकान पर जातें हैं तो वो उत्सर्जन को 40 फीसदी तक कम कर सकते हैं, जबकि यदि पार्सल डिलीवरी कंपनी ऑनलाइन विक्रेता केंद्रों से उपभोक्ताओं के घरों तक उत्पादों की डिलीवरी के लिए वैन की जगह इलेक्ट्रिक बाइक का इस्तेमाल करती है तो वो ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में 26 फीसदी की कटौती कर सकते हैं।(downtoearth)
सैन फ्रांसिस्को, 21अगस्त (आईएएनएस)| एप्पल कथित तौर पर अगले साल तक 11 इंच के डिस्प्ले और यूएसबी-सी कनेक्टर से लैस आईपैड एयर 4 को लॉन्च करने की योजना बना रहा है। चीनी साइट माईड्राइवर्स के अनुसार, आईपैड एयर 4 मार्च में लॉन्च कर सकता है, हालांकि 11 इंच आईपैड प्रो से इसमें कुछ अंश लिया जा सकता है, जो फिलहाल बिक्री में है।
रिपोर्ट के अनुसार, एप्पल डिजाइन और फीचर्स के मामले में आईपैड एयर 4 को वर्तमान आईपैड प्रो के काफी करीब लाएगा।
आईपैड एयर 4 में नए मैजिक कीबोर्ड को सपोर्ट करने के लिए इसके रियर पर एक स्मार्ट कनेक्टर होगा।
आईपैड एयर ए14 प्रोसेसर से लैस है। यह 128 जीबी, 256जीबी और 512जीबी स्टोरेज वेरिएंट में उपलब्ध होगा।
इसके अलावा रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि नया आईपैड एयर की कीमत 649 डॉलर से शुरू होगी, जो कि पिछले जनरेशन की तुलना में अधिक है।
एप्पल सितंबर या अक्टूबर में अपने प्रीमियम आईपैड प्रो लाइनअप को बदलने के लिए तैयार है।
एप्पल आईपैड के दो नए वेरिएंट लॉन्च करने की योजना बना रहा है, जिसमें 10.8 इंच आईपैड जो इस साल के अंत में लॉन्च किया जाएगा, वहीं 8.5 इंच आईपैड मिनी को 2021 में लॉन्च करेगा।
रायपुर, 20 अगस्त। अटल नगर स्थित आईआईआईटी के डीन (एकेडमिक्स) डॉ. राजर्षि महापात्रा ने बताया कि एमटेक और पीएचडी बैचों के लिए वर्चुयल ओरिएंन्टेशन प्रोग्राम आयोजित किया। कोरोना के कारण एजुकेशन सिस्टम के वर्चुयल मीडियम लर्निंग में शिफ्ट होने के साथ संस्था ने डिजिटल मीडियम का सहारा लिया और 27 विद्यार्थियों ऑनलाइन इन्डक्शन (आगमन) सेरेमनी का आयोजन किया।
डायरेक्टर डॉ. प्रदीप के सिन्हा ने उन्हें इंस्टीटयूट के बेसिक कोर वैल्यू से रूबरू कराया जो इस इंस्टीटयूट को भारत के सभी टेक्नीकल इंस्टीटयूट में इसे सबसे यूनीक बनाता है। उन्होंने आगे कहा कि आईआईआईटी के पास दुनिया के सबसे बेहतरीन फैकल्टी मेंबर हैं जो अपनी जानकारी और अनुभव से छात्रों को कॉम्पीटीटिव वल्र्ड के लिए तैयार करेंगे। उन्होंने इंस्टीटयूट में कई अत्याधुनिक लेबोरेटरी पर भी प्रकाश डाला। ये लेबोरेटरी छात्रों को उनके क्षेत्र में प्रैक्टिकल जानकारी हासिल करने में सक्षम बनाती है।
डॉ. सिन्हा ने बताया कि आईआईआईटी ङ्कद्बह्यद्बशठ्ठ 1.0 (2015-2020) शिक्षा पर केंद्रित था और इंस्टीटयूट की सही संस्कृति को बढ़ावा दे रहा था। उन्होंने आगे कहा कि अगले 5 सालों के लिए विजन 2.0 रिसर्च एक्टिविटी को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया जायेगा जिसके लिए एम टेक और पीएचडी छात्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
आईआईआईटी नया रायपुर के डीन (एकेडमिक्स) डॉ राजर्षि महापात्रा ने आईआईआईटी नया रायपुर फैकल्टी मेंबर को छात्रों से रूबरू कराया और उन्हें आईआईआईटी नया रायपुर एकेडमिक्स की खासियत के बारें में संक्षेप में समझाया। उन्होंने कहा कि आईआईआईटी नया रायपुर का एकेडमिक स्ट्रक्चर इस तरीके से विकसित हुआ है जो कई तरह के लेक्चर, वर्कशॉप और व्यापक सेमिनार सहित कई तरीकों की एक सीरीज की लर्निंग की जरूरत पर जोर देता है।