खेल
साउथैम्पटन, 31 जुलाई । विश्व चैंपियन इंग्लैंड क्रिकेट टीम और आयरलैंड के बीच गुरुवार को साउथैम्पटन के मैदान पर पहला वनडे मैच खेला गया। सीरीज का ये पहला वनडे मुकाबला पिछले चार महीनों में खेला गया एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबला है। हाल ही में हमने इंग्लैंड-वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज के दौरान देखा था कि खिलाड़ी जैविक सुरक्षित वातावरण में रहने की वजह से मैदान पर एक दूसरे से बिल्कुल भी दूरी नहीं बना रहे थे। वे एक दूसरे को छूने से भी परहेज नहीं कर रहे थे लेकिन वनडे मैच में नजारा कुछ अलग ही था।
इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच खेले गए पहले वनडे मैच में दोनों टीमों के खिलाडिय़ों में कोरोना महामारी का खौफ साफ नजर आया और सभी खिलाडिय़ों ने इस बात का ध्यान रखा कि वो साथी व विरोधी खिलाडिय़ों से ज्यादा मेलजोल ना करें। यही नहीं, खिलाडिय़ों ने विकेट लेने के बाद या किसी भी तरह का जश्न मनाने के लिए अलग-अलग तरह के प्रयोग किए।
आमतौर पर आपने क्रिकेटर्स को जश्न मनाने के लिए एक दूसरे से गले मिलते, हाई फाइव देते या हैंडशेक (हाथ मिलाते) करते देखे जाते थे लेकिन इस मैच में खिलाड़ी या तो लेगशेक (पैरों को टकराते हुए) करते नजर आए या फिर कोहनी और कलाइयां टकराते नजर आए। खिलाड़ी एक दूसरे से गले मिलते या एक दूसरे का हाथ छूते नहीं दिखाई दिए।
आयरलैंड क्रिकेट टीम की तरफ से इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 172 रन बनाए गए। जवाब में उतरी इंग्लिश टीम ने 27.5 ओवर में 4 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। इसके साथ ही 2023 विश्व कप क्वालीफिकेशन के लिए शुरू हुई सुपर लीग में इंग्लैंड ने खाता खोल लिया है। इस मैच में इंग्लैंड के ऑलराउंडर डेविड विली स्टार बने जिन्होंने 5 विकेट झटके।
मौजूदा आंकड़ों के मुताबिक इंग्लैंड में अब तक कोविड-19 महामारी की वजह से तकरीबन 46 हजार लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और लाखों संक्रमित पाए गए हैं। वहां मृतकों की संख्या इस समय दुनिया में अमेरिका और ब्राजील के बाद तीसरे नंबर पर है। कोरोना वायरस बेशक इंग्लैंड में तेजी से फैला है लेकिन वहां पर क्रिकेट, फुटबॉल सहित तमाम अन्य चीजें पहले की तरह बहाल हो चुकी हैं। (timesnownews.com)
चेन्नई, 31 जुलाई (भाषा)। इंग्लैंड के सीमित ओवरों के कप्तान इयोन मोर्गन ने खुलासा किया है कि टीम के उनके साथियों का इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2019 में खेलना सोची समझी योजना का हिस्सा था और इसने उनकी टीम की विश्व कप में पहली खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई। मोर्गन ने कहा कि उन्होंने इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) की क्रिकेट समिति के अध्यक्ष एंड्रयू स्ट्रॉस से यह फैसला करने की गुजारिश की थी क्योंकि उनका मानना था कि वैश्विक प्रतियोगिता में होने वाले दबाव की बराबरी सिर्फ आईपीएल में की जा सकती है।
मोर्गन ने एक कार्यक्रम में हर्षा भोगले से कहा, ‘‘आईपीएल में खेलना स्ट्रॉस की योजना का हिस्सा था। मैंने उनसे यह फैसला करने का आग्रह किया था क्योंकि अंतरराष्ट्रीय द्विपक्षीय श्रृंखला में चैंपियन्स ट्रॉफी या विश्व कप के दबाव को दोहराना मुश्किल है।
उन्होंने कहा, ‘‘उसने मेरे से पूछा कि इसमें अलग क्या है। एक तो आप विदेशी खिलाड़ी के रूप में खेलते हो तो आप से काफी अपेक्षाएं होती हैं। अगर आप आईपीएल में खेलते हैं तो वहां अलग तरह का दबाव और अलग तरह की उम्मीदें होती हैं। कभी-कभी आप इससे बच नहीं सकते और आपको इससे निपटने का तरीका ढूंढना होता है। इंग्लैंड ने पिछले साल घरेलू सरजमीं पर न्यूजीलैंड को हराकर अपना पहला विश्व कप खिताब जीता था। मोर्गन ने कहा कि आईपीएल खिलाडिय़ों को उनकी सहज स्थिति से बाहर निकलकर प्रदर्शन करने में मदद करता है।
नई दिल्ली, 31 जुलाई (भाषा)। स्पॉट फिक्सिंग मामले में अपना आजीवन प्रतिबंध हटवाने की कोशिशों में जुटे पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर दानिश कनेरिया ने उमर अकमल का निलंबन आधा करने के पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के फैसले को उसके दोहरे मानदंडों का सबूत बताया।
अकमल पर सटोरियों के संपर्क की जानकारी नहीं देने के कारण निलंबन लगाया गया था। कनेरिया की तरह स्पॉट फिक्सिंग के दोषी पाये गए मोहम्मद आमिर, मोहम्मद आसिफ और सलमान बट को वापसी का मौका मिल गया। आमिर तो पाकिस्तानी टीम के नियमित सदस्य हैं। दानिश कनेरिया ने हालिया समय में खुद को हिंदू होने के कारण पीसीबी के हाथों सौतेला बर्ताव होने की बात कही है। दानिश कनेरिया ने कहा था कि मुसलमान खिलाडिय़ों को सजा काटने के बावजूद घरेलू क्रिकेट में खेलने की इजाजत दे दी गई, लेकिन उनका दोष कम होने के बावजूद उनके साथ पीसीबी ने सौतेला बर्ताव करना जारी रखा।
कनेरिया ने कहा, ‘आप इसे भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस नीति कहते हैं। उमर दोषी साबित हुआ था लेकिन उसका प्रतिबंध आधा कर दिया गया। आमिर, आसिफ , सलमान को भी वापसी का मौका मिला, मुझे क्यो नही। उन्होंने कहा, ‘मेरे मामले में ऐसी उदारता क्यो नहीं दिखाई गई। वे कहते हैं कि मैं अपने मजहब (हिंदू) की बात करता हूं, लेकिन जब पक्षपात सामने दिखता है, तो मैं कहा कहूं।
उन्होंने कहा, ‘उमर अपने कैरियर में अधिकांश समय विवादों से घिरा रहा है। उसके लिये हमदर्दी है तो मेरे लिये क्यो नहीं। क्या उसने ऐसा करने के लिये किसी को रिश्वत दी थी। कनेरिया ने कहा, ‘वे कहते हैं कि मैं धर्म का कार्ड खेलता हूं। आप मुझे बताइये कि मेरे बाद कौन सा हिंदू क्रिकेटर पाकिस्तान के लिये खेला है। उन्हें इतने साल में एक भी हिंदू खिलाड़ी खेलने लायक नहीं लगा, यह विश्वास करना मुश्किल है।
नई दिल्ली। आईपीएल का शेड्यूल तय होने के बाद ऑस्ट्रेलियन खिलाड़ी डेविड वॉर्नर लंबे समय बाद कप्तानी के रोल में फिर से दिखाई देंगे। सनराइजर्स हैदराबाद ने इस सीजन में एक बार फिर डेविड वॉर्नर को कप्तानी दी है। वॉर्नर पर बॉल टेपिरिंग के आरोपों के बाद एक साल का बैन लगाया था। इसके बाद वॉर्नर ने आईपीएल में वापसी तो की लेकिन उन्हें कप्तानी से दूर रखा गया। उनकी गैरमौजूदगी में पहले भुवनेश्वर कुमार और फिर केन विलियमसन ने टीम की कप्तानी की। कीवी कप्तान विलियमसन पीछले दो सीजन से टीम के कप्तान हैं और अब यह जिम्मेदारी दोबारा वॉर्नर को दी जा रही है। हालांकि वॉर्नर का मानना है कि टीम का लीडर होने के लिए उन्हें कप्तान होने की जरूरत नहीं है।
वॉर्नर ने कहा, मैं सनराइजर्स हैदराबाद का कप्तान बनना गर्व की बात मानता हूं। इस टीम में मेरा खिलाडिय़ों, स्टाफ और मालिकों के साथ खास रिश्ता है। मैंने उन्हें दोबारा यह जिम्मेदारी मुझे देने के लिए धन्यवाद दिया है। मैं अपनी तरफ से पूरी कोशिश करूंगा कि टीम को खिताब जिता सकूं। केन और भुवनेश्वर ने मेरी गैर मौजूदगी में शानदार तरीके से टीम की जिम्मेदारी संभाली थी। वॉर्नर का मानना है कि कप्तान न रहते हुए भी वह टीम के लीडर थे। ऑस्ट्रेलियन सलामी बल्लेबाजी ने कहा, मैं खुद को पिछले सीजन में भी एक लीडर के तौर पर ही देखता था। टीम का लीडर होने के लिए आपको कप्तान कहलाने की जरूरत नहीं है। मेरे लिए कप्तान बनना अलग नहीं है यह वैसा ही होगा जैसे पिछले सीजन में था।
नई दिल्ली, 30 जुलाई । भारत के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने बुधवार को स्टुअर्ट ब्रॉड की जमकर सराहना की जबकि 13 साल पहले उन्हें एक ओवर में 6 छक्के जड़कर इंग्लैंड के इस तेज गेंदबाज के करियर को लगभग खत्म कर दिया था। ब्रॉड मंगलवार को टेस्ट क्रिकेट में 500 विकेट चटकाने वाले चौथे तेज गेंदबाज जबकि कुल 7वें गेंदबाज बने। 34 साल के ब्रॉड ने वेस्टइंडीज के खिलाफ मैनचेस्टर में तीसरे और अंतिम टेस्ट के पांचवें दिन क्रेग ब्रेथवेट को आउट करके यह उपलब्धि हासिल की।
युवराज ने ट्विटर पर अपने फैंस से कहा कि वह इंग्लैंड के इस तेज गेंदबाज की कड़ी मेहनत और उपलब्धि की सराहना करें। युवराज ने ट्वीट किया, 'मुझे यकीन है कि मैं जब भी स्टुअर्ट ब्रॉड के बारे में लिखूंगा तो लोग इसे 6 छक्के जडऩे से रोकेंगे। आज मैं अपने सभी फैंस से आग्रह करता हूं कि वह उसकी सराहना करें जो उसे हासिल किया है। 500 टेस्ट विकेट मजाक नहीं है। इसके लिए कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता की जरूरत पड़ती है। ब्रॉड आप लीजेंड हैं। सलाम।'
ब्रॉड अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के दूसरे ही साल में थे जब युवराज ने सितंबर 2007 में डरबन में आईसीसी वर्ल्ड टी-20 मैच के दौरान उनके एक ओवर में 6 छक्के जड़े थे। भारतीय पारी के 19वें ओवर में युवराज ने ब्रॉड पर छह छक्के जड़ते हुए सिर्फ 12 गेंद में अर्धशतक पूरा किया था जो अब भी टी-20 फॉर्मेट का सबसे तेज अर्धशतक है।
तब से ब्रॉड इंग्लैंड की ओर से 140 टेस्ट, 121 वनडे और 56 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं और उनके नाम पर 744 अंतरराष्ट्रीय विकेट दर्ज हैं। टेस्ट क्रिकेट में 500 से ज्यादा विकेट चटकाने वाले तेज गेंदबाजों में ब्रॉड (501) के साथी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन (589), ग्लेन मैकग्रा (563) और कर्टनी वाल्श (519) शामिल हैं। महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन 800 टेस्ट विकेट के साथ सबसे कामयाब गेंदबाज हैं जबकि उनके बाद शेन वार्न (708) और अनिल कुंबले (619) का नंबर आता है। (भाषा)
नई दिल्ली, 30 जुलाई। इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वल्र्ड कप को आईसीसी ने स्थगित कर दिया है। इसके बाद आईपीएल के आयोजन का रास्ता साफ हो गया है। खबरों के मुताबिक इस साल आईपीएल यूएई UAE में खेला जाएगा जिसकी शुरुआत 19 सितंबर को होगी। पहले कहा गया था कि फाइनल मुकाबला आठ नवंबर को खेला जाएगा हालांकि अब माना जा रहा है कि इस तारीख में बदलाव हो सकता है। आपको बता दें कि भारतीय टीम को आईपीएल खत्म होते ही ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए रवाना होना है।
खबरों के मुताबिक टूर्नामेंट के शुरू होने की तारीख में कोई बदलाव नहीं है लेकिन फाइनल मुकाबला आठ की जगह 10 नवंबर को खेला जाएगा। अगर ऐसा होता है तो यह टूर्नामेट 51 की जगह 53 दिन का होगा। अभी इसे लेकर चर्चा चल रही है और उम्मीद की जा रही है कि आखिरी फैसला दो अगस्त को होने वाली आईपीएल गर्वनिंग काउंसिल बैठक में लिया जाएगा।
फाइनल के लिए तय की जा रही तारीख 10 नवंबर दिवाली के हफ्ते के बीच ही है। पहले खबर दी थीं कि ब्रॉडकास्टर तय शेड्यूल से बहुत ज्यादा खुश नहीं है और उसने इसे लेकर अपनी आपत्तियां दर्ज करवाई हैं। स्टार दिवाली के सप्ताह का अधिक से अधिक इस्तेमाल करना चाहता है। इस साल दिवाली 14 नवंबर को है ऐसे में वह चाहता है कि फाइनल दिवाली के हफ्ते में ही खेला जाए। अगर ऐसा होता है तो यह पहला मौका होगा जब आईपीएल का फाइनल मुकाबला रविवार को नहीं खेला जाएगा।
कहा जा रहा है कि इस बदलाव के पीछे की वजह यह भी है कि बीसीसीआई कोशिश कर रहा है कि खिलाड़ी आईपीएल से घर जाने की जगह सीधा ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हों जिसका वादा उन्होंने ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड से किया है। फाइनल न खेल रहे खिलाडिय़ों को भी भारत आने की इजाजत नहीं होगी वह वही रहकर ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए लगाए गए कैंप में हिस्सा लेंगे। सूत्रों के मुताबिक फाइनल मैच के बाद बाकी खिलाड़ी भी कैंप का हिस्सा बनेंगे और वहां से साथ में ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना होंगे। सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए खिलाडिय़ों को आईपीएल और ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर अपने परिवार से मिलने की इजाजत नहीं होगी। (न्यूज18)
नई दिल्ली, 30 जुलाई। दुनिया का सबसे खतरनाक लड़ाकू विमान राफेल भारतीय एयरफोर्स में शामिल हो गया है। फ्रांस से पांच लड़ाकू विमान राफेल भारत पहुंच गया है। अंबाला में राफेल विमानों की लैंडिग हुई है। पूरा भारत इस समय गर्व से सिर उठाकर पूरी दुनिया के सामने खड़ा है। ऐसे में भारतीय क्रिकेटरों ने भी ट्वीट कर राफेल विमानों की भारत में आने पर अपना रिएक्शन दिया है। भारतीय क्रिकेट मनोज तिवारी ने तो ट्वीट में ये बात भी लिख दी है कि राफेल के भारत में उतरने के साथ ही पड़ोसी देशों में भूकंप आ गया होगा। मनोज तिवारी के अलावा शिखर धवन ने भी ट्वीट कर अपना रिएक्शन दिया है।
धवन ने अपने ट्वीट में इसे इनक्रेडिबल इंडिया मोमेंट करार दिया है। सुरेश रैना ने भी ट्वीट कर इस मौके पर अपना रिएक्शन दिया है। रैना ने इसे भारतीय वायुसेना का गौरवशाली क्षण करार दिया है।
गौरतलब है कि राफेल दुनिया का सबसे ताकतवर विमान है। इस विमान के जरिए मिसाइल को सैकड़ों किलोमीटर तक अचूक निशाना के साथ छोड़ा जा सकता है। ट्विटर पर भारतीय लोग राफेल को लेकर लगातार ट्वीट कर रहे हैं।
राफेल का पहला बैच अंबाला हरियाणा के अंबाला में उतरा है। गौरतलब है कि भारत ने फ्रांस से राफेल डील के तहत 36 विमान खरीदे हैं। इनमें से पहले पांच विमान बुधवार को अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर उतरे हैं। पूरे के पूरे 36 विमान 2022 के पहले भारत को डिलीवर कर दिए जाएंगे। (एनडीटीवी)
ब्रिस्बेन, 30 जुलाई। दुनिया की नंबर एक महिला टेनिस खिलाड़ी ऐशले बार्टी अमेरिकी ओपन से हट गई हैं। वह कोरोना वायरस महामारी के बीच यात्रा करके जोखिम नहीं उठाना चाहतीं। 24 साल की ऑस्ट्रेलियाई बार्टी वैश्विक स्वास्थ्य संकट के कारण न्यूयॉर्क में 31 अगस्त से 13 सितंबर तक होने वाले ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट से हटने वाली अब तक की सबसे हाई प्रोफाइल खिलाड़ी हैं।
बार्टी ने गुरुवार को एसोसिएटेड प्रेस को ईमेल से भेजे बयान में कहा, 'मेरी टीम और मैंने फैसला किया है हम वेस्टर्न एंड सदर्न ओपन और अमेरिकी ओपन के लिए इस साल यात्रा नहीं करेंगे।'
उन्होंने कहा, 'मुझे ये दोनों प्रतियोगिताएं पसंद हैं इसलिए यह मुश्किल फैसला था, लेकिन कोविड-19 के कारण अब भी काफी जोखिम है और मैं अपनी टीम और स्वयं को इस स्थिति में डालने को लेकर सहज नहीं हूं।'
बार्टी ने अब तक फैसला नहीं किया है कि वह पिछले साल जीते फ्रेंच ओपन खिताब का बचाव करेंगी या नहीं। (आजतक)
मैनचेस्टर, 30 जुलाई । दिग्गज तेज गेंदबाज कर्टनी वॉल्श का मानना है कि वेस्टइंडीज ने दूसरे और तीसरे टेस्ट में हार के दौरान टॉस जीतकर इंग्लैंड को पहले बल्लेबाजी का न्योता देकर गलती की।वॉल्श का मानना है कि वेस्टइंडीज ने पहला टेस्ट जीतने के बाद सुरक्षित रवैया अपनाने की कोशिश की और इसके कारण उसे सीरीज गंवानी पड़ी।
वेस्टइंडीज ने साउथम्पटन में पहला टेस्ट चार विकेट से जीता था लेकिन ओल्ड ट्रैफर्ड में दूसरे और तीसरे टेस्ट में उसे शिकस्त का सामना करना पड़ा जिससे इंग्लैंड ने विजडन ट्रॉफी दोबारा जीत ली।
वॉल्श ने स्काई स्पोर्ट्स से कहा, 'वे संभवत: सोच रहे थे कि हम 1-0 से आगे हैं, चलो सुरक्षित होकर खेलते हैं और अगले दो टेस्ट में हार से बचने की कोशिश करते हैं और मुझे लगता है कि यहां उन्होंने वह किया जो इंग्लैंड चाहता था।'
वेस्टइंडीज की ओर से 132 टेस्ट में 519 विकेट चटकाने वाले वॉल्श ने कहा, 'दो बार टॉस जीतना और बल्लेबाजी नहीं करना, यह अच्छा सवाल है जिनका उन्हें जवाब देना है। मुझे लगता है कि हमने संभवत: इससे सीरीज गंवा दी।'
वॉल्श ने हालांकि पहले टेस्ट में हार के बाद वापसी का श्रेय इंग्लैंड की टीम को दिया। उन्होंने कहा, 'लेकिन इसके बावजूद आप इंग्लैंड से श्रेय नहीं छीन सकते। उन्होंने शानदार क्रिकेट खेला। उनके पास कुछ शीर्ष स्तरीय गेंदबाज हैं और ब्रॉड दूसरे टेस्ट में खुद को साबित करने के इरादे से उतरे और फिर इस लय को जारी रखा। एक बार लय में आने के बाद इंग्लैंड ने दबदबा बनाया।' (भाषा)
कराची, 30 जुलाई । आजीवन प्रतिबंध से निकलकर मोहम्मद अजहरूद्दीन का क्रिकेट जीवन अब सामान्य हो गया है। लेकिन भारत के पूर्व कप्तान का कहना है कि उन्हें वास्तव में नहीं पता कि उन पर प्रतिबंध क्यों लगाया। दिसंबर 2000 में बीसीसीआई ने मैच फिक्सिंग में शामिल होने को लेकर अजहर पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था।
लंबी कानूनी लड़ाई के बाद आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने 2012 में वह प्रतिबंध वापिस लिया। क्रिकेट पाकिस्तान.कॉम को दिए इंटरव्यू में अजहर ने कहा, जो कुछ हुआ, उसके लिए मैं किसी को दोषी नहीं ठहराना चाहता। मुझे नहीं पता कि मुझ पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया था।
उन्होंने कहा, लेकिन मैंने लडऩे का फैसला किया और मुझे खुशी है कि 12 साल बाद मुझे पाक-साफ करार दिया गया। हैदराबाद क्रिकेट संघ का अध्यक्ष बनने और बीसीसीआई की सालाना आम बैठक में भाग लेने से मुझे बहुत संतोष मिला।
भारत के लिए 99 टेस्ट में 6125 रन और 334 वनडे में 9378 रन बनाने वाले अजहर के नाम पर 2019 में राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के एक स्टैंड का नाम रखा गया। भारत के गुलाबी गेंद से पहले टेस्ट से पूर्व ईडन गार्डन की परिक्रमा करने वाले चुनिंदा पूर्व क्रिकेटरों में वह भी शामिल थे।
अजहर ने कहा कि उन्हें टेस्ट मैचों का सैकड़ा पूरा नहीं कर पाने का कोई मलाल नहीं है। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि जो किस्मत में होता है, वही मिलता है। मुझे नहीं लगता कि 99 टेस्ट का मेरा रेकॉर्ड टूटेगा क्योंकि अच्छा खिलाड़ी तो 100 से ज्यादा टेस्ट खेलेगा ही।
उन्होंने बताया कि कैसे पाकिस्तान के महान बल्लेबाज जहीर अब्बास ने उन्हें खराब फॉर्म से निकलने में मदद की और कैसे बाद में उन्होंने उसी तरह यूनिस खान की मदद की। अजहर ने कहा, मुझे लगा था कि 1989 के पाकिस्तान दौरे के लिए मेरा चयन नहीं होगा क्योंकि मैं बहुत खराब फॉर्म में था।
मुझे याद है कि कराची में जहीर भाई हमारा अभ्यास देखने आए। उन्होंने पूछा कि मैं जल्दी आउट क्यों हो रहा हूं। मैंने समस्या बताई तो उन्होंने मुझे ग्रिप थोड़ी बदलने को कहा। मैंने वही किया और रन बनने लगे। (भाषा)
नई दिल्ली, 29 जुलाई (न्यूज18)। हार के बाद वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर ने बड़ी बात कहकर हर किसी का ध्यान वेस्टइंडीज क्रिकेट की तरफ खींचा। होल्डर ने इंग्लैंड से मदद मांगी है।
होल्डर ने माना कि पिछले कुछ साल वेस्टइंडीज क्रिकेट के लिए वित्तीय रूप से कठिन रहे हैं। कैरेबियाई कप्तान ने कहा कि वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाने में उनकी मदद करने के लिए इंग्लैंड इस साल के खत्म होने से पहले वेस्टइीज का दौरा करने पर विचार करें।
दुनिया के नंबर दो टेस्ट ऑलराउंडर होल्डर ने स्वीकार किया कि वेस्टइंडीज को अपने क्रिकेट को फंड करने में कठिनाई हो रही है। जिसमें टीम ए के दौरे और विकास के प्रोग्राम भी शामिल हैं। इस बात से हर कोई वाकिफ है कि विशेष रूप से इंग्लैंड के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिकेट को फिर से शुरू करने वाली ऐतिहासिक सीरीज के लिए दौरे पर आने से पहले वेस्टइंडीज के खिलाडिय़ों की सैलरी में 50 प्रतिशत की कटौती की गई थी।
भले ही घर लौटने के बाद वेस्टइंडीज के खिलाड़ी कैरेबियन प्रीमियर लीग में हिस्सा लेंगे, मगर उनका इंटरनेशनल कैलेंडर अनिश्चित है। होल्डर ने कहा कि उनका बोर्ड सिर्फ इंग्लैंड और भारत की मेजबानी करके ही कमाई कर सकते हैं। इसीलिए होल्डर ने इंग्लैंड बोर्ड से वेस्टइंडीज दौरे का आग्रह किया। (न्यूज18)
नई दिल्ली, 29 जुलाई। हर फैन की कोशिश जिंदगी में एक बार अपने हीरो से मिलने की होती है और कई फैंस की किस्मत भी अच्छी होती है कि उन्हें अपने हीरो को न सिर्फ करीब से देखने का मौका मिलता है, बल्कि सेल्फी लेने और बात करने का भी समय मिल जाता है। मोहम्मद शाहाब खौरी इन्हीं फैंस में से एक रहे, जिन्हें पाकिस्तान के स्टार गेंदबाज हारिस रऊफ के साथ सेल्फी लेने का मौका मिला।
सेल्फी लेने के बाद फैन के मन मे सवाल उठा कि आखिर क्यों हारिस रऊफ पाकिस्तान में ही हैं। टीम के साथ इंग्लैंड नहीं गए। इसका जवाब खोजने के लिए फैन ने गूगल सर्च किया।
हालांकि स्टार गेंदबाज के साथ सेल्फी लेने की इस फैन की खुशी जल्द ही चिंता में बदल गई। दरअसल फैन को बाद में मालूम चला कि उसने जिस क्रिकेटर के साथ सेल्फी ली है, वो कोरोना से संक्रमित हैं। दरअसल इंग्लैंड दौरे के लिए रवाना होने से पहले पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने सभी खिलाडिय़ों का कोरोना टेस्ट करवाया था और कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद रऊफ को इंग्लैंड दौरे पर गई पाकिस्तानी टीम से बाहर कर दिया गया था।
दरअसल रऊफ के साथ सेल्फी लेने के बाद फैन को यह देखकर हैरानी हुई कि आखिर क्यों वो पाकिस्तान में ही हैं और टीम के साथ इंग्लैंड दौरे पर नहीं गए। इसके बाद फैन ने गूगल पर सर्च किया और फिर उसे मालूम चला कि रऊफ कोरोना से संक्रमित हैं और इसी वजह से वह सीरीज का हिस्सा नहीं है। बाद में रऊफ की जगह मोहम्मद आमिर को टीम में शामिल किया गया। जो कोरोना टेस्ट में नेगेटिव आने के बाद इंग्लैंड गए।
6 में से पांच बार पॉजिटिव
रऊफ का 6 बार कोरोना टेस्ट हुआ, जिसमें 5 बार वह पॉजिटिव आए। जबकि चयन के लिए खिलाड़ी को लगातार दो टेस्ट में नेगेटिव आना पड़ता है। रऊफ का पांचवां टेस्ट नेगेटिव आया था, मगर अगले टेस्ट में वह फिर से पॉजिटिव पाए गए। यही नहीं दौरे से पहले रऊफ ने पाकिस्तान की क्वारंटाइन गाइडलाइन का उल्लंघन किया था। जिसका परिणाम उन्हें इस महामारी की चपेट में आकर चुकाना पड़ा। (न्यूज18)
त्रिनिदाद एंड टोबैगो, 29 जुलाई। कैरेबियाई प्रीमियर लीग (सीपीएल) टी20 टूर्नामेंट अगले महीने शुरू होगा जिसके पहले दिन ट्रिनिबागो नाइटराइडर्स का सामना गयाना अमेजन वारियर्स तथा मौजूदा चैंपियन बारबाडोस ट्रिडेंट्स का सेंट कीट्स एंड नेविस पैट्रियट से होगा।
सीपीएल के मुख्य कार्यकारी डेमियन ओडोनो ने कहा कि टूर्नामेंट का आयोजन 18 अगस्त से 10 सितंबर के बीच दो स्थानों पर किया जाएगा। इनमें से त्रिनिदाद एवं टोबैगो में टरूबा स्थित ब्रायन लारा क्रिकेट अकादमी में 23 मैच खेले जाएंगे जिसमें सेमीफाइनल और फाइनल भी शामिल हैं। बाकी दस मैच पोर्ट ऑफ स्पेन के क्वीन्स पार्क ओवल में खेले जाएंगे।
कोरोना वायरस के कारण खेल गतिविधियां ठप्प पडऩे के बाद वेस्टइंडीज की टीम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाली पहली टीमों में एक है। उसने इंग्लैंड के खिलाफ इस महीने के शुरू में साउथम्पटन में पहला टेस्ट मैच खेला था जिसमें चार विकेट से जीत दर्ज की थी। इंग्लैंड ने दूसरा टेस्ट और तीसरा टेस्ट जीत कर 2-1 से सीरीज अपने नाम कर ली है।
पिछले महीने ब्रिटेन पहुंचने पर दो सप्ताह तक पृथकवास पर रहने वाले कैरेबियाई क्रिकेटर्स को वेस्टइंडीज लौटने के बाद टी20 प्रारूप के अनुरूप ढलना होगा।
इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला की तरह छह टीमों का टूर्नामेंट सीपीएल भी खाली स्टेडियमों में जैव सुरक्षित वातावरण में खेला जाएगा तथा कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिये इसमें कड़े नियमों का पालन किया जाएगा।
टूर्नामेंट के बारे में जानकारी देते हुए ओडोनो ने कहा, लंबे इंतजार के बाद जब खेल की वापसी हुई तो हमने देखा कि लोगों ने इसमें कितनी अधिक दिलचस्पी दिखायी। सीपीएल में लोगों की अधिक दिलचस्पी होगी क्योंकि यह वापसी करने वाला पहला फ्रेंचाइजी टी20 टूर्नामेंट होगा।(भाषा)
पैरालंपिक गेम्स की मेजबानी के लिए भी तैयार
दोहा, 29 जुलाई (भाषा)। कतर ने ओलंपिक 2032 और पैरालंपिक खेलों की मेजबानी करने की इच्छा जताते हुए अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति को एक पत्र लिख कर इसकी जानकारी दी है। प्राकृतिक गैस भंडार के लिए मशहूर इस खाड़ी देश की कोशिश दुनिया के सबसे बड़े खेलों को पहली बार पश्चिम-एशिया में कराने की है। कतर 2022 में फीफा वल्र्ड कप की मेजबानी करेगा।
कतर ओलंपिक समिति के अध्यक्ष शेख जोआन बिन हमद बिन खलीफा अल-थानी ने एक बयान में कहा, 'आज की घोषणा के साथ ही आईओसी की भविष्य मेजबानी आयोग के साथ सार्थक बातचीत की शुरुआत हुई। इससे यह भी पता चलेगा कि ओलंपिक खेल कतर के दीर्घकालिक विकास लक्ष्यों का समर्थन कैसे कर सकते हैं।'
उन्होंने कहा, 'कई वर्षों तक हमारे देश के विकास में खेल का बहुत बड़ा योगदान रहा है। यह शांति और संस्कृति के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए खेल का उपयोग करने की हमारी इच्छा को दर्शाता है। हमारे पहले के अच्छे रिकार्ड और अनुभव आयोग के साथ हमारी चर्चा का आधार बनेगा।'
ओलंपिक का आयोजन आम तौर पर जुलाई-अगस्त के महीने में होता है लेकिन इस मौसम में कतर में काफी गर्मी होती है। गर्मी के कारण ही फीफा ने वर्ल्ड कप को जून-जुलाई की जगह नवंबर-दिसंबर 2022 में कराने का फैसला किया है। कतर ने पिछले साल विश्व ट्रैक एवं फील्ड चैंपियनशिप का आयोजन सितंबर अक्टूबर में आउटडोर स्टेडियम में एयर कंडीशन के इस्तेमाल के साथ किया था। अगले ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी 2021 में टोक्यो के पास है जबकि इनका आयोजन 2024 में पेरिस और 2028 में लॉस एंजिल्स में होगा।(भाषा)
नई दिल्ली, 29 जुलाई। मुनाफ पटेल ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अपनी ओर से एक अहम योगदान देते नजर आ रहे हैं। मुनाफ अपने गांव में कोरोना से लोगों की मदद के लिए कोविड सेंटर चला रहे हैं। पटेल ने इसकी तस्वीर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की है। बता दें मुनाफ पटेल ने कोविड सेंटर बनाने के लिए अपनी जगह दी है और बाहर से गांव आ रहे लोगों को वहां क्वारेंटाइन कर रहे हैं। पटेल के इस काम की तारीफ सोशल मीडिया पर खूब हो रही है। मुनाफ पटेल के द्वारा बनाए गए इस कोविड सेंटर में लोगों की हर एक जरूरत की चीजें मौजूद हैं, यहां पर लोगों के खाने-पीने का भरपूर ध्यान भी रखा जा रहा है। कोरोना के कारण उनका गांव भी चपेट में आया था, ऐसे में उन्होंने खुद से ही कोविड सेंटर खोलने का फैसला किया।
मुनाफ खुद कोविड सेंटर जाकर लोगों का हाल-चाल भी लेते हैं और साथ ही स्वास्थ्य विभाग से लगातार संपर्क में रहकर लोगों के लिए दवाईयां उपलब्ध करा रहे हैं। गौरतलब है कि मुनाफ 2011 में भारतीय टीम के विश्व विजेता टीम का हिस्सा रहे हैं।
मुनाफ के काम की तारीफ में गौतम गंभीर ने भी उन्हें बधाई दी है। गंभीर ने मुनाफ के इस कार्य को महान बताया और ये भी कहा है कि इस लड़ाई में हर एक साथ हैं। मुनाफ के तस्वीर पर युवराज सिंह ने भी कमेंट कर उनको बधाई दी और साथ ही कहा है कि आप जो ये काम कर रहे हैं वो महान काम है।
मुनाफ ने अपने करियर में 13 टेस्ट, 70 वनडे और 3 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले। पटेल ने 13 टेस्ट में कुल 35 विकेट हासिल किए तो वहीं वनडे में 86 विकेट लेने में सफल रहे हैं। इसके अलावा टी-20 इंटरनेशनल में 4 विकेट लेने में सफल रहे। 2011 विश्व कप में पटेल ने 8 मैच खेले थे और 11 विकेट लेने में सफलता पाई थी। (एनडीटीवी)
नई दिल्ली, 29 जुलाई। सचिन तेंडुलकर को दुनिया का सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में शामिल किया जाता है। लेकिन कुछ ऐसी चीजें थीं जिन्हें सचिन भी हासिल नहीं कर पाए। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव के मुताबिक सचिन निर्दयी बल्लेबाज नहीं थे। उन्होंने कहा सचिन इतने निष्ठुर नहीं थे कि वह अपने शतक को 200 या 300 में बदल सकें।
सचिन तेंडुलकर के नाम मार्वेन अट्टापट्टू, वीरेंदर सहवाग, जावेद मियांदाद , यूनिस खान , और रिकी पॉन्टिंग की तरह की तरह टेस्ट क्रिकेट में छह दोहरे शतक हैं। सर डॉन ब्रैडमैन इस लिस्ट में सबसे ऊपर हैं जिनके नाम 12 दोहरे शतक हैं।
सचिन के पास जितनी प्रतिभा थी उतनी मैंने किसी और में नहीं देखी। वह जानते थे कि शतक कैसे लगाना है लेकिन वह कभी निष्ठुर बल्लेबाज नहीं बने। सचिन के पास क्रिकेट में सब कुछ था। वह शतक बनाना जानते थे लेकिन उस शतक को दोहरे शतक और तिहरे शतक में बदलना उन्हें नहीं आता था।
उन्होंने कहा, सचिन को कम से कम तीन ट्रिपल सेंचुरी और 10 डबल सेंचुरी लगानी चाहिए थी क्योंकि वह फास्ट बोलर और स्पिनर दोनों को हर ओवर में चौका लगा सकते थे।
सचिन ने भारत के लिए 200 टेस्ट मैच खेले और 15921 रन बनाए। उनका बल्लेबाजी औसत 53.78 का था। टेस्ट क्रिकेट में 51 शतक लगाने वाले सचिन ने अपना पहला दोहरा शतक लगाने में 10 साल का वक्त लिया। न्यूजीलैंड के खिलाफ अहमदाबाद में 217 रन बनाकर उन्होंने अपनी पहली डबल सेंचुरी लगाई। सचिन के टीम के साथी खिलाड़ी और भारतीय टीम के कोच रहे कपिल देव को लगता है कि बड़ा स्कोर न बड़ा बना पाने की जड़ें सचिन की मुंबई स्कूल ऑफ बैटिंग में हैं।
कपिल ने कहा कि सचिन को शतक बनाने के बाद निर्मम रवैया अपनाते हुए गेंदबाजों पर धावा बोल देना चाहिए था। हालांकि, उन्होंने इसके बिलकुल उलट किया और शतक बनाने के बाद सिंगल लेना शुरू कर देते थे।
मौजूदा दौर की बात करें तो भारतीय कप्तान विराट कोहली के नाम सात दोहरे शतक हैं। वह सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं। तिहरे शतक की बात करें तो भारत के सिर्फ दो ही बल्लेबाज ऐसा कर सके हैं। वीरेंदर सहवाग ने दो बार और करुण नायर ने एक बार ऐसा किया है। (नवभारत टाईम्स)
मैनचेस्टर, 29 जुलाई (आईएएनएस)| आस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर शेन वार्न ने इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड की जमकर तारीफ की है। वार्न ने कहा है कि ब्रॉड के पास 700 टेस्ट विकेट लेने का मौका है। ब्रॉड ने वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के पांचवें दिन क्रैग ब्रैथवेट को आउट कर टेस्ट क्रिकेट में अपने 500 विकेट पूरे कर लिए। वह ऐसा करने वाले दुनिया के सातवें और इंग्लैंड के दूसरे गेंदबाज है।
वार्न ने ब्रॉड के प्रशंसा करते हुए ट्वीट किया, "जीत पर और 500 विकेट लेने पर बधाई साथी, वो भी सिर्फ 34 साल में, आपके पास काफी समय है, 700 से ज्यादा विकेट लेने का।"
टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में मुथैया मुरलीधरन पहले स्थान पर और वार्न दूसरे नंबर हैं।
ब्रॉड टेस्ट में सबसे धीरे 500 विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने 140 टेस्ट मैचों में यह मुकाम हासिल किया है।
नई दिल्ली, 29 जुलाई (आईएएनएस)| भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का मानना है कि भारतीय टीम इस बार जब आस्ट्रेलिया का दौरा करेगी, तब स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर की वापसी से उसके सामने कड़ी चुनौती पैदा होगी। भारत और आस्ट्रेलिया के बीच होने वाली चार मैचों की टेस्ट सीरीज तीन दिसंबर से शुरू हो रही है।
भारत ने पिछले आस्ट्रेलियाई दौरे पर चार मैचों की टेस्ट सीरीज 2-1 से जीत इतिहास रचा था। उस समय स्मिथ और वार्नर बॉल टेम्परिंग मामले में एक साल के प्रतिबंध के कारण टीम का हिस्सा नहीं थे।
गंभीर ने स्टार स्पोर्टस से कहा, "यह उनका पहला दौरा था तब भी और दूसरा दौर हो तब भी, इस बार वह इसके लिए ज्यादा तैयारी कर रहे होंगे क्योंकि वार्नर और स्मिथ के आने से यह अलग तरह की चुनौती होगी, हां भारत के पास वो गेंदबाजी आक्रमण है जो इन दोनों के रहते भी आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी को धराशायी कर सकता है, लेकिन फिर भी यह पिछली बार की अपेक्षा अलग चुनौती होगी। इसलिए आप चाहेंगे कि विराट कोहली आक्रमण करें, साथ ही गेंदबाज भी क्योंकि गेंदबाज आपको टेस्ट मैच जिताते हैं।"
गंभीर इस बार तेज गेंदबाजों से उम्मीद इसलिए लगा रहे हैं क्योंकि पिछली बार भारत के तेज गेंदबाजों ने आस्ट्रेलिया में दमदार प्रदर्शन किया था।
नई दिल्ली, 29 जुलाई (आईएनएस)। भारत के ग्रैंडमास्टर विश्वनाथ आनंद लीजेंड्स शतंरज टूर्नामेंट मे सातवीं हार का सामना करना पड़ा है। आनंद को वल्र्ड नंबर-3 डिंग लिरेन ने 2.5-0.5 से मात दी। आनंद को पहले गेम में 22 चालों में हार मिल गई थी। दूसरा गेम 47 चालों में ड्रॉ रहा। लिरेन ने 41 चालों में तीसरा गेम जीत मैच अपने नाम किया।
आनंद इस मैच में लगातार छह हार के बाद मिली जीत हासिल करने के बाद आए थे, हालांकि वह अपने विजयी क्रम को जारी नहीं रख सके।
राउंड रोबिन लीग में 10 मैच होने के बाद अंकतालिका में शीर्ष चार खिलाड़ी सेमीफाइनल में प्रवेश करेंगे।
मुंबई, 29 जुलाई (आईएएनएस)| महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ड ब्रॉड की तारीफ की है। ब्रॉड ने हाल ही में टेस्ट में अपने 500 विकेट पूरे किए हैं। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के आखिरी दिन क्रैग ब्रैथवेट को आउट कर यह मुकाम हासिल किया। इंग्लैंड ने इस मैच को 269 से अपने नाम कर सीरीज 2-1 से जीती।
तेंदुलकर ने ट्वीट किया, "इंग्लैंड को सीरीज जीतने पर बधाई। जैसा मैंने पहले भी कहा है कि उनके पैरों में स्प्रिंग है और वह एक मिशन पर थे। उन्हें भी 500 टेस्ट विकेट लेने पर बधाई। शानदार उपलब्धि।"
ब्रॉड टेस्ट में 500 विकेट लेने वाले कुल सातवें और इंग्लैंड के दूसरे बल्लेबाज हैं।
नई दिल्ली, 28 जुलाई (आईएएनएस)| इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने टेस्ट में वो मुकाम हासिल किया, जिसे अभी तक बहुत कम गेंदबाज कर सके हैं। इस फेहिरस्त में वो मुथैया मुरलीधरन, शेन वार्न, ग्लैन मैक्ग्राथ, कर्टनी वॉल्श की सूची में आकर खड़े हो गए हैं। दरअसल ब्रॉड ने मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रेफर्ड में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के आखिरी दिन मंगलवार को क्रैग ब्रैथवेट को आउट कर टेस्ट क्रिकेट में अपने 500 विकेट पूरे किए। ब्रॉड से पहले सिर्फ छह गेंदबाज की टेस्ट में 500 विकेट का आंकड़ा छू पाए हैं। ब्रॉड इस सूची में सातवें स्थान पर हैं।
सबसे पहले यह आंकड़ा कर्टनी वॉल्श ने छुआ था। विंडीज के वॉल्श एक समय तक टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। वॉल्श के नाम 132 टेस्ट मैचों में 519 विकेट हैं।
वॉल्श के बाद कुछ और गेंदबाजों ने यह मुकाम हासिल किया और अब टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकार्ड श्रीलंका के मुरलीधरन के नाम है। मुरलीधरन ने 133 टेस्ट मैचों में कुल 800 विकेट लिए हैं।
इन तीनों के अलावा टेस्ट में 500 या उससे ज्यादा विकेट लेने वालों की सूची में आस्ट्रेलिया के वार्न और मैक्ग्राथ, भारत के अनिल कुंबले और इंग्लैंड के ही जेम्स एंडरसन हैं।
मुरलीधरन के बाद टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने की सूची में वार्न दूसरे स्थान पर हैं। उनके नाम 145 मैचों में 708 विकेट हैं। तीसरे नंबर पर कुंबले हैं जिनके नाम 132 टेस्ट में 619 विकेट हैं। फिर एंडरसन का नंबर है जो 589 विकेट ले चुके हैं।
एंडरसन के बाद मैक्ग्राथ (563) और फिर वॉल्श हैं। वॉल्श के बाद अब ब्रॉड आ गए हैं।
वहीं ब्रॉड इंग्लैंड के लिए टेस्ट में 500 विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज हैं। यह कुल सात गेंदबाज ही टेस्ट में इस मुकाम तक पहुंच सके हैं।
नई दिल्ली, 28 जुलाई। सफेद गेंद क्रिकेट के सुपरस्टार रोहित शर्मा ने जब से ओपनिंग शुरू की है, तब से लाल गेंद क्रिकेट में भी कमाल का प्रदर्शन करना शुरू किया है। यह बदलाव बिलकुल उसी तरह काम कर रहा है, जैसे वीरेंद्र सहवाग के लिए किया था। टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर का हालांकि मानना है कि रोहित शर्मा को अगर टेस्ट क्रिकेट में वीरेंद्र सहवाग जैसे सफल होना है तो उन्हें अभी बहुत कुछ करने की जरूरत है।
हिटमैन ने 2007 में अपने करियर की शुरूआत मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज के रूप में की थी, लेकिन उनका प्रदर्शन तब निरंतर नहीं था, जैसा ओपनर बनने के बाद हुआ। एमएस धोनी के नेतृत्व में ओपनिंग की जिममेदारी मिलने के बाद रोहित शर्मा ने अपनी जगह स्थायी की और फिर दुनिया के सबसे शानदार टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों में से एक बने। जहां सीमित ओवर क्रिकेट में रोहित ने अपार सफलता हासिल करना शुरू की, वहीं क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में वह मौके तलाशते रहे।
2019 में जाकर रोहित शर्मा को टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग करने का मौका मिला और उन्?होंने इसे दोनों हाथों से लपकते हुए पहली ही पारी में 176 रन जड़ दिए।
गौतम गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड में बातचीत करते हुए स्वीकार किया कि रोहित शर्मा निश्चित ही भारत के सबसे शानदार ओपनर्स में से एक हैं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उन्हें वही स्तर हासिल करने के लिए अभी बहुत कुछ करने की जरूरत है। गंभीर ने तो रोहित शर्मा को चैलेंज भी दे दिया, जो लंबे प्रारूप में सहवाग जैसे सफल बनने के लिए कारगर साबित होगा।
गंभीर ने कहा, सीमित ओवर क्रिकेट में रोहित शर्मा का कोई सानी नहीं। उनका रिकॉर्ड वीरेंद्र सहवाग समेत हम में से संभवत: बेहतर हो सकता है। मगर टेस्ट क्रिकेट पूरी तरह अलग खेल है। जी हां, मैंने उन्हें सफल होते देखा है, लेकिन देखते हैं कि वो कहां तक जाते हैं क्योंकि वीरेंद्र सहवाग ने तो दो तिहरे शतक जड़े हैं। तो मुझे उम्मीद है कि रोहित शर्मा भी टेस्ट क्रिकेट में वीरेंद्र सहवाग जैसे सफल हो सकते हैं।
बता दें कि रोहित शर्मा ने अब तक 32 टेस्ट में 46.54 की औसत से 2141 रन बनाए हैं। उनका सर्वोच्च स्कोर 212 रन है। (टाईम्स नाउ)
नई दिल्ली, 28 जुलाई। वैसे तो क्रिकेट के खेल में खूब पैसा है, नाम है, लेकिन ये सब हर खिलाड़ी की किस्मत में नहीं होता। इस खेल में हर साल न जाने कितने ही क्रिकेटर अपनी किस्मत आजमाते हैं, जिनमें से कुछ ही ऐसे होते हैं जो सफलता का स्वाद चख पाते हैं। वहीं कुछ तो ऐसे भी हैं जो मैदान पर जबरदस्त प्रदर्शन करने के बावजूद गुमनामी की जिंदगी गुजार रहे हैं। कहते हैं क्रिकेट के खेल में अगर एक बार कोई खिलाड़ी बस चल जाए, उसके बाद पूरी दुनिया उसके कदमों में होती है। वहीं कुछ क्रिकेटर ऐसे भी हैं जो इस खेल को अलविदा कहने के बाद एक अलग ही दुनिया के हो जाते हैं। इन खिलाडिय़ों को अपने परिवार की जरूरतें पूरी करने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है।
ऐसे ही एक क्रिकेटर हैं जिनका नाम है नाथन एस्टल । न्यूजीलैंड के पूर्व सलामी बल्लेबाज एस्टल ने साल 2007 में क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। हालांकि खेल से संन्यास लेने का कारण उन्होंने खेल से रुचि खत्म होना बताया था। क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद एस्टल एक कार रेसर बन गए हैं। इस बात से हर कोई वाकिफ है कि कार रेसिंग का ये खेल कितना खतरनाक होता है, रेसिंग के दौरान रेसर का घायल होना बड़ी ही आम बात होती है और कभी-कभी तो उन्हें अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ता है। लेकिन अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए 48 साल के नाथन एस्टल ने इस काम को अपनी खुशी से चुना है।
नाथन एस्टल ने न्यूजीलैंड की तरफ से खेलते हुए बहुत सी शानदार पारियां खेली हैं, लेकिन साल 2002 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एक ऐसी पारी खेली थी जिसे आज भी याद किया जाता है। दरअसल एस्टल ने 168 गेंदों पर 222 रनों की धुआंधार पारी खेलते हुए इतिहास रच दिया था। यहां आपको याद दिला दें कि एस्टल ने अपनी उस जबरदस्त पारी के दौरान 153 गेंदों पर दोहरा शतक जड़कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया था। आज 18 साल बाद भी एस्टल के इस रिकॉर्ड को कोई क्रिकेटर नहीं तोड़ पाया है।
नाथन एस्टल ने अपने करियर में 81 टेस्ट मैच खेले थे, जिनमें उन्होंने 11 शतक जड़कर 4702 रन अपने नाम किए थे। टेस्ट क्रिकेट के अलावा एस्टल ने वनडे मैचों में 16 शतक लगाकर 7090 रन अपने नाम दर्ज किए थे। इसके अलावा का टीम इंडिया के खिलाफ उनका रिकॉर्ड बेहतरीन है। भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ न्यूजीलैंड के इस बल्लेबाज ने 29 वनडे मैचों में 5 शतक और 5 अर्धशतक जड़े हैं। वहीं टेस्ट क्रिकेट में भी भारत के खिलाफ एस्टल का औसत 43 से ज्यादा का है। मगर आज एस्टल एक कार रेसर हैं। (जी न्यूज)
काबुल, 28 जुलाई। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) ने अपने मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) लुतफुल्लाह स्टेनिकजई को 'कुप्रबंधन, असंतोषजनक प्रदर्शन और मैनेजरों के साथ दुर्व्यवहार के कारण बर्खास्त कर दिया है। स्टेनिकजई का एसीबी के साथ तीन साल का अनुबंध था। अफगानिस्तान के 50 ओवरों के विश्व कप में लचर प्रदर्शन के बाद उन्हें पिछले साल जुलाई में नियुक्त किया गया था।
अफगानिस्तान की टीम वर्ल्ड कप में भी एक भी मैच नहीं जीत पाई थी। एसीबी के चेयरमैन फरहान यूसुफजई ने स्टेनिकजई को भेजे गए पत्र में कहा, 'आपको सूचित किया जाता है कि यह पत्र इसकी पुष्टि करता है कि अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के तौर पर आपका अनुबंध समाप्त कर दिया गया है। एसीबी में आपका आखिरी दिन 29 जुलाई 2020 है।'
उन्होंने कहा, 'आपके अनुबंध को बीच में समाप्त करने का कारण कुप्रबंधन, असंतोषजनक प्रदर्शन और मैनेजरों के साथ दुर्व्यवहार है।' एसीबी ने बयान में कहा कि स्टेनिकजई को इससे पहले मौखिक और लिखित चेतावनी भी दी गई थी। (आजतक)
नई दिल्ली , 28 जुलाई । अधिकतर अनुभवी पाकिस्तानी खिलाड़ी सोशल मीडिया पर भारतीय क्रिकेटर्स की बुराई करने में ही व्यस्त हैं। शोएब अख्तर , शाहिद अफरीदी, वकार युनूस जैसे दिग्गज खिलाड़ी बीसीसीआई और अपने पड़ोसी देश के क्रिकेटर्स पर निशाना साधने से नहीं चूकते। जिसके बाद अनुभवी भारतीय खिलाड़ी मनोज तिवारी ने इनकी फटकार लगाई। तिवारी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। अक्सर वो अपनी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते रहते हैं। पश्चिम बंगाल के इस क्रिकेटर ने भारत की तरफ से 12 वनडे और 3 टी20 मैच खेले हैं।
पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर अपना खुद को यूट्यूब चैनल चलाते हैं, जहां वह भारतीय टीम और बाकी टीमों को लेकर अपने विचार शेयर करते हैं। मगर उनके शो का फोकस भारतीयों पर ही होता है, क्योंकि इससे उनके शो को ज्यादा लोकप्रियता मिलती है। पिछले दिनो अख्तर ने मंकी गेट घटना की तुलना बॉल टेंपरिंग से करके हरभजन सिंह की आलोचना की थी। दरअसल मंकी गेट घटना में भज्जी शामिल थे। वहीं बॉल टेंपरिंग मामले में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर शामिल थे। उन्होंने टी20 वल्र्ड कप के स्थगित होने पर बीसीसीआई और आईसीसी की भी आलोचना की थी।
चार टीमों की तरफ से आईपीएल खेलने वाले तिवारी का गुस्सा सलमान बट पर भी फूटा। दरअसल सलमान ने इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर पर कमेंट किया था। 2010 में स्पॉट फिक्सिंग में फंसने के बाद बैन झेलने वाले सलमान ने कहा था कि नियम तो नियम होते हैं। आर्चर को जैव सुरक्षा नियम नहीं तोडऩा चाहिए था। जिसके बाद वह बुरी तरह से ट्रोल हुए।
यहीं नहीं तिवारी का गुस्सा वकार युनूस पर भी फूटा, जिन्होंने कहा कि पाकिस्तान टीम विराट कोहली की फिटनेस को कॉपी नहीं करेगी। तिवारी ने इस सभी कमेंट को इंस्टाग्राम पर शेयर करते हुए कहा कि जरा इन बयानों को देखो। जलन पर लानत है। सलमान बट आपको नियमों के बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं है। मैं बस यही चाहूंगा कि भगवान थोड़ी अक्ल दें। (न्यूज18)