खेल
रायपुर, 16 जुलाई। छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ ने बताया कि विनू मांकड तथा कुच बेहार ट्रॉफी के आगामी सत्र 2024-25 हेतु मेंस अंडर 19 कैंप हेतु संभावित खिलाडिय़ों का चयन कर सूची जारी कर दी गई है।
रायपुर, 16 जुलाई। छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ ने बताया कि मेंस अंडर 23 के ट्रॉयल के पश्चात सेलेक्षन मैच हेतु खिलाडिय़ों का चयन कर सूची जारी कर दी गई है।
रायपुर, 16 जुलाई। छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ ने बताया कि रणजी ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी तथा सैयद् मुश्ताक टी 20 ट्रॉफी के आगामी सत्र 2024-25 हेतु मेंस सीनीयर कैंप हेतु संभावित खिलाडिय़ों की सूची जारी कर दी गयी है।
रायपुर, 16 जुलाई। राजधानी टेबल टेनिस संघ ने बताया कि सप्रे शाला टेबल टेनिस हाल, रायपुर में दिनांक 12 से 14 जुलाई 2024 तक आयोजित रायपुर जिला मानसून लीग टेबल टेनिस प्रतियोगिता (यूथ/सब जुनियर/होप्स) कल संपन्न हुयी। उक्त प्रतियोगिता के सम्बन्ध में राजधानी टेबल टेनिस संघ, जिला रायपुर के सचिव श्री विनय बैसवाड़े ने जानकारी दी कि तीन दिनों तक खेली गयी।
संघ ने बताया कि उक्त प्रतियोगिता में कल खेले गये सभी वर्गों के अंतिम सुपर लीग मुकाबले में यूथ अंडर-19 (यूथ) एकल वर्ग में विशाल डेकाटे, यूथ अंडर-19 (यूथ) एकल वर्ग में चहक कटारिया, यूथ अंडर-15 (सब जुनियर) बालक एकल वर्ग में श्रेष्ठ मिश्रा, यूथ अंडर-15 (सब जुनियर) बालिका एकल वर्ग में समाया पांडे एवं यूथ अंडर-11 (होप्स) बालक एकल वर्ग में अद्विक सेंगर, यूथ अंडर-11 (होप्स) बालिका वर्ग में महविन अंसारी विजेता बने।
संघ ने बताया कि प्रतियोगिता के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि हीरा ग्रुप के जनसंपर्क अधिकारी श्री पंकज शुक्ला जी थे। मंच पर मुख्य निर्णायक श्री अजीत बेनर्जी, सहायक निर्णायक श्री प्रणय मजुमदार एवं श्रीमती वृंदा तांबे उपस्थित थे7 मंच संचालन श्री प्रवीण निरापुरे ने किया।
मियामी, 16 जुलाई । अर्जेंटीना के कप्तान लियोनेल मेसी ने उम्मीद जताई है कि कोपा अमेरिका फाइनल में कोलंबिया पर उनकी टीम की 1-0 की जीत के दौरान लगी टखने की चोट से वह जल्दी ठीक हो जाएंगे। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, फ्लोरिडा के मियामी गार्डन्स के हार्ड रॉक स्टेडियम में मैच के 66वें मिनट में 37 वर्षीय खिलाड़ी को कोलंबियाई प्रतिद्वंद्वी का पीछा करते समय अपना टखना मुड़ जाने के बाद मैदान से बाहर जाना पड़ा। फारवर्ड ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "शुक्र है कि मैं ठीक हूं और मुझे उम्मीद है कि मैं जल्द ही फिर से मैदान पर वह काम करूंगा जो मुझे सबसे ज्यादा पसंद है।"
मेसी ने अपने साथियों को श्रद्धांजलि अर्पित की - जिसमें सेवानिवृत्त स्टार एंजेल डि मारिया भी शामिल हैं - जब एल्बीसेलेस्टे कोपा अमेरिका के खिताब का सफलतापूर्वक बचाव करने वाली पहली टीम बन गई। उनके पास विश्व कप ट्रॉफी भी पहले से ही है। नंबर 10 ने कहा, "मैं बहुत खुश हूं, खासकर इसलिए क्योंकि हमने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है और फिडे (डि मारिया) हमें छोड़कर चले गए हैं, लेकिन एक और ट्रॉफी के साथ।"
"उनके जैसे पुराने खिलाड़ी, ओटा (निकोलस ओटामेंडी) या मेरे, हम इसे विशेष उत्साह के साथ जीते हैं। हम एक टीम हैं और एक परिवार भी हैं, एक शानदार समूह।" अर्जेंटीना की जीत के जश्न में हिस्सा लेने के बावजूद, बार्सिलोना और पेरिस सेंट-जर्मेन के पूर्व स्ट्राइकर को चोट की गंभीरता का पता लगाने के लिए आने वाले दिनों में मेडिकल जांच से गुजरना होगा। अधिकांश टखने की चोटों के ठीक होने के लिए कम से कम तीन सप्ताह की अवधि की आवश्यकता होती है, जिसका अर्थ है कि मेसी के अगस्त तक अपने क्लब, इंटर मियामी के लिए उपलब्ध होने की संभावना नहीं है। (आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 16 जुलाई स्टार हरफनमौला हार्दिक पंड्या श्रीलंका के खिलाफ 27 जुलाई से शुरू हो रही तीन मैचों की टी20 क्रिकेट श्रृंखला में भारत के कप्तान होंगे ।
पंड्या निजी कारणों से अगस्त में होने वाली तीन मैचों की वनडे श्रृंखला नहीं खेलेंगे।
बीसीसीआई के एक सीनियर सूत्र ने पीटीआई को बताया ,‘‘ हार्दिक पंड्या भारतीय टी20 टीम के उपकप्तान थे । वह पूरी तरह फिट हैं और तीन मैचों की टी20 श्रृंखला के लिये उपलब्ध भी लिहाजा वह कप्तान होंगे ।’’
रोहित शर्मा ने विश्व कप जीतने के बाद टी20 क्रिकेट को अलविदा कह दिया ।
टी20 श्रृंखला 27 से 30 जुलाई तक पल्लेकेले में खेली जायेगी जबकि वनडे दो से सात अगस्त तक कोलंबो में होंगे । टीम की घोषणा अगले कुछ दिन में होगी ।
अभी यह तय नहीं है कि उपकप्तान शुभमन गिल होंगे या सूर्यकुमार यादव ।
वनडे श्रृंखला के बारे में अधिकारी ने बताया कि पंड्या ने निजी कारणों से ब्रेक मांगा है और नियमित कप्तान रोहित शर्मा को इसकी जानकारी दे दी है ।
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने साफ तौर पर कहा है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेलने पर सभी स्टार क्रिकेटरों को भी घरेलू क्रिकेट खेलना होगा । रोहित, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह को छूट दी गई है ।
बीसीसीआई चाहता है कि बाकी सभी टेस्ट विशेषज्ञ अगस्त में दलीप ट्रॉफी का कम से कम एक मैच खेलें । इसके बाद टीम को बांग्लादेश और न्यूजीलैंड से टेस्ट श्रृंखला खेलनी है । ( भाषा )
बेंगलुरू, 16 जुलाई भारतीय हॉकी टीम को पेरिस ओलंपिक में पूल चरण में ही आस्ट्रेलिया, बेल्जियम, अर्जेंटीना जैसे दिग्गजों का सामना करना है लेकिन अनुभवी फॉरवर्ड ललित उपाध्याय को यकीन है कि बेहतरीन तैयारियों और काशी विश्वनाथ के आशीर्वाद से टीम पदक का रंग बदलकर लौटेगी ।
तोक्यो ओलंपिक में 41 साल बाद कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य रहे ललित ने रवानगी से पहले यहां भाषा को दिये इंटरव्यू में कहा ,‘‘ ओलंपिक में पूल पर ध्यान देना बेमानी है क्योंकि सभी टीमें पूरी तैयारी के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने आती हैं । हम मैच दर मैच रणनीति बनायेंगे और हर मैच में सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करेंगे ।’’
भारतीय टीम पेरिस ओलंपिक से पहले मानसिक दृढता के लिये स्विटजरलैंड के माइक होर्न्स बेस में तीन दिवसीय शिविर के बाद अब नीदरलैंड में अभ्यास मैच खेलेगी ।
भारत को पेरिस ओलंपिक में पूल बी के पहले मैच में 27 जुलाई को न्यूजीलैंड से, 29 जुलाई को रियो ओलंपिक 2016 चैम्पियन अर्जेंटीना, 30 जुलाई को आयरलैंड, एक अगस्त को तोक्यो ओलंपिक चैम्पियन बेल्जियम और दो अगस्त को पूर्व चैम्पियन आस्ट्रेलिया से खेलना है ।
भारत के लिये 168 मैचों में 45 गोल कर चुके 30 वर्ष के इस फॉरवर्ड ने कहा ,‘‘ हमें पता है कि उम्मीदें बढी हुई हैं क्योंकि लंबे समय बाद हमने ओलंपिक पदक जीता था । हमें भी खुद से पूरी उम्मीद है कि पदक का रंग बदलेंगे ।’’
वाराणसी के रहने वाले इस खिलाड़ी ने कहा ,‘‘ हमने पिछले चार साल में फिटनेस पर भी काफी मेहनत की है जो मैदान पर नजर आ रही है ।फिटनेस में हम दुनिया की शीर्ष टीमों के समकक्ष हैं । युवा खिलाड़ियों के साथ सीनियर्स की फिटनेस का स्तर भी जबर्दस्त है ।’’
तोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने वाली भारतीय टीम के 11 खिलाड़ी पेरिस में भी खेलेंगे जबकि पांच खिलाड़ियों का पहला ओलंपिक है । ललित ने हालांकि कहा कि युवा खिलाड़ी भी इतना खेल चुके हैं कि ओलंपिक का दबाव आसानी से झेल लेंगे ।
उन्होंने कहा ,‘‘ ये लड़के एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं जहां ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने का काफी दबाव होता है लिहाजा ओलंपिक का दबाव भी झेलने में सक्षम हैं। हम काफी समय से इनके साथ खेल रहे हैं और तालमेल अच्छा है । एक दूसरे से बात करते रहते हैं और अनुभव साझा करते हैं ।’’
टीम की तैयारियों के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा ,‘‘ हॉकी हमेशा बदलती रहती हैं और सारी टीमें खुद को अपडेट करती रहती हैं । इसी को देखकर हमारा ट्रेनिंग कार्यक्रम भी तैयार होता है । हमने हाल ही में एफआईएच प्रो लीग खेला और हम शीर्ष टीमों जैसे आस्ट्रेलिया, जर्मनी, बेल्जियम को ध्यान में रखकर अभ्यास करते हैं और अपने ओलंपिक ढांचे पर काम करते रहते हैं ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ इस बार प्रो लीग में काफी फील्ड गोल हुए हैं और फोकस डी के भीतर जाकर मौका बनाने पर रहता है । फॉरवर्ड पंक्ति की कोशिश यही रहती है कि फील्ड गोल करे या डी में जाकर पेनल्टी कॉर्नर बनाये ।’’
ललित ने आपसी तालमेल को इस टीम की ताकत बताते हुए कहा कि तोक्यो से पहले कोरोना के दौरान यहां साथ बिताये समय ने एक ईकाई के रूप में टीम को काफी मजबूती दी ।
उन्होंने कहा ,‘‘ कोविड के समय हम सभी यहां साइ सेंटर पर काफी समय साथ रहे जिससे एक दूसरे को जानने का अधिक मौका मिला था । इससे टीम बांडिंग मजबूत हुई और तोक्यो में पदक लेकर हॉकी को एक तरह से नया जीवन दिया ।’’
भारतीय आक्रमण की अहम कड़ी बने ललित उस दौर को भुला चुके हैं जब एक टीवी स्टिंग आपरेशन ने उनका कैरियर बनने से पहले ही लगभग खत्म कर दिया था । वर्ष 2008 में आईएचएफ के तत्कालीन सचिव के ज्योतिकुमारन के सामने रिपोर्टर ने एजेंट बनकर उत्तर प्रदेश के ललित को टीम में लेने पर प्रायोजन करार देने का प्रस्ताव रखा था ।
इस तरह की ‘डील’ से नावाकिफ ललित को इस घटना ने झकझोर दिया था और वह हॉकी छोड़ने का मन बना चुके थे।
उन्होंने यादों की परतें खोलते हुए कहा ,‘‘ मैने ओलंपिक खेलने और पदक जीतने का सपना हमेशा से देखा था ।कोई भी लड़का जो अपरिपक्व है और बड़े सपने लेकर टीम में आया है , उसके साथ ऐसा हो जाये तो वह टूट ही जायेगा ।
उन्होंने कहा ,‘‘ लेकिन शुरूआत में ही यह सब झेल लिया तो मानसिक रूप से और मजबूत हो गया । वैसे तो मैं वह प्रकरण भूल गया हूं लेकिन कभी याद भी आता है तो खुद को और मजबूत पाता हूं।’’
उन्होंने कहा ,‘‘अब तो हालात बहुत बदल गए हैं , सोशल मीडिया भी आ गया है तो अब तो किसी के साथ गलत नहीं हो सकता । मैं खुशकिस्मत हूं कि दूसरी बार ओलंपिक खेल रहा हूं और जब भी यह जर्सी पहनता हूं तो कुछ खास करने की प्रेरणा रहती है ।’’
हॉकी को मोहम्मद शाहिद जैसा सितारा देने वाले बनारस का ललित के जीवन और कैरियर पर अमिट प्रभाव है जो उनकी बातों में भी झलकता है ।
उन्होंने कहा ,‘‘ हमारे बनारस में कहावत है कि सब यहीं से शुरू होता है और यहीं खत्म हो जाता है । हम भी गंगा किनारे बैठते हैं तो यही लगता है जहां एक तरफ दशाश्वमेध घाट (आरती घाट) है और दूसरी तरफ मणिकर्णिका घाट (दाह संस्कार घाट) है ।’’
हर टूर्नामेंट से पहले काशी विश्वनाथ के दर्शन करने वाले इस खिलाड़ी ने कहा ,‘‘ इसलिये ईश्वर ने जितना दिया उससे संतुष्ट हूं । बस इतना ही चाहते हैं कि हॉकी की यह विरासत बरकरार रहे और भारतीय हॉकी का परचम लहराता रहे ।’’ ( भाषा )
नई दिल्ली, 15 जुलाई । जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 सीरीज में मिली जीत के बाद भारतीय क्रिकेट टीम को अब श्रीलंका का दौरा करना है। टीम इंडिया श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की टी20 और वनडे सीरीज खेलेगी। इस सीरीज के साथ गौतम गंभीर भी टीम के साथ हेड कोच के तौर पर जुड़ जाएंगे। सीरीज में भारत के अगले कप्तान को लेकर बड़ी उत्सुकता है। हार्दिक पांड्या टी20 विश्व कप में भारत के उप-कप्तान थे। उन्होंने रोहित शर्मा की गैर मौजूदगी में टी20 टीम की कप्तानी भी की है, लेकिन आईपीएल में मुंबई इंडियंस में उनकी फीकी वापसी ने चीजों को पहले की तुलना में बदला है। आईपीएल में हार्दिक की कप्तानी को लेकर काफी आलोचनाएं झेलनी पड़ी थी। ऐसे में गौतम गंभीर और भारतीय क्रिकेट के मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर के बीच कप्तान को लेकर काफी चर्चा होने की उम्मीद है।
जसप्रीत बुमराह और सूर्यकुमार यादव भी कप्तानी के दावेदार हैं। ऋषभ पंत की बढ़िया वापसी, उनकी कम उम्र भी उन्हें कप्तानी के लिए पसंदीदा बनाती है। इसलिए श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में यह अभी भी अस्पष्ट है कि हार्दिक को फुल-टाइम कप्तान बनाया ही जाएगा। हालांकि टी20 विश्व कप के बाद हार्दिक को लेकर नजरिया तेजी से फिर बदला है। भारत को श्रीलंका में तीन मैचों की वनडे सीरीज भी खेलनी है जहां रोहित शर्मा को आराम दिया गया है।
ऐसे में टीम के पास केएल राहुल भी हैं। ऋषभ पंत की वापसी के बाद राहुल के रोल को लेकर गंभीर-अगरकर में चर्चा हो सकती है। केएल राहुल ने वनडे विश्व कप में विकेटकीपिंग और बल्लेबाज में शानदार काम किया था। इसके अलावा जसप्रीत बुमराह के वर्कलोड को लेकर भी मंथन हो सकता है। चयनकर्ताओं को श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को लेकर भी फैसला करना होगा। ईशान किशन और संजू सैमसन में कौन वनडे के लिए चुना जाएगा, ये देखने लायक होगा। श्रेयस अय्यर और केएल राहुल द्वारा वनडे टीम में जगह बनाने की उम्मीद है। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 15 जुलाई । ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी थी। हालांकि उन्होंने साल 2025 में होने वाली चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए अपने दरवाजे खुले रखे थे। लेकिन अब ऑस्ट्रेलिया टीम के राष्ट्रीय चयनकर्ता जॉर्ज बेली ने साफ किया है कि चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए वॉर्नर के नाम पर विचार नहीं किया जाएगा। बाएं हाथ के शानदार ओपनर रहे वॉर्नर के करियर पर एक नजर डालते हैं। डेविड वॉर्नर ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में 112 टेस्ट मैच, 161 वनडे और 110 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले। उन्होंने टेस्ट मैचों में 26 शतक और 44.56 की औसत के साथ 8786 रन बनाए।
वनडे में उन्होंने 22 शतक के साथ 6932 रन बनाए। इन दोनों फॉर्मेट में उनके रन बनाने की तेजी देखने लायक थी। टेस्ट क्रिकेट में उनका स्ट्राइक रेट 70.19 का रहा जो परंपरागत ओपनिंग बल्लेबाज की तुलना में बहुत ज्यादा है। वनडे क्रिकेट में उन्होंने 97.26 के स्ट्राइक रेट से बैटिंग की। वॉर्नर ने वनडे में एक कैलेंडर ईयर में 7 शतक लगाए हैं। इस मामले में उनसे ज्यादा शतक केवल सचिन तेंदुलकर (9) ने लगाए हैं। वॉर्नर ने 2019 में पाकिस्तान के खिलाफ नाबाद 335 रनों की पारी खेली थी। ये टेस्ट मैच में किसी भी ओपनर द्वारा खेली गई 5वीं सबसे बड़ी पारी है। उन्होंने इस फॉर्मेट में लगातार 6 बार अर्धशतक लगाए हैं। वे टेस्ट और वनडे मैचों में 5,000 पूरे करने के अलावा अपने फील्डिंग के जरिए 50 शिकार करने वाले खिलाड़ियों में भी शामिल हैं।
टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भी उनके नाम 3277 रन हैं, जिसमें उन्होंने 33.43 की औसत से बल्लेबाजी करते हुए 142.47 का औसत निकाला। इन मैचों में वार्नर ने 337 चौके लगाए हैं और इस मामले में वे टॉप-5 बल्लेबाजों में शामिल हैं। वार्नर ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में कुल मिलाकर 18,995 रन, 49 शतक और 147 अर्धशतक बनाए हैं। उनको इस दौरान 38 मैचों में प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड और 13 मैचों में प्लेयर ऑफ द सीरीज मिला है। वार्नर इंडियन प्रीमियर लीग में भी लोकप्रिय बल्लेबाज रहे, जहां उन्होंने 184 मैचों में 40.52 की जबरदस्त औसत के साथ 6565 रन बनाए। वे आईपीएल के सर्वकालिक महानतम बल्लेबाजों में एक रहे। वार्नर के नाम तीन एलन बॉर्डर मेडल रहे हैं। इस मामले में उनसे ऊपर केवल स्टीव स्मिथ हैं जिन्होंने चार बार ये मेडल हासिल किया है। टी20 विश्व कप में सर्वाधिक बाउंड्री लगाने के मामले में भी वार्नर तीसरे स्थान पर हैं। उन्होंने 143 बाउंड्री लगाई है, इस मामले में रोहित शर्मा टॉप पर हैं जिन्होंने 165 बाउंड्री लगाई है। -(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 15 जुलाई । 2024 यूरोपीय चैम्पियनशिप और कोपा अमेरिका के समापन के साथ फुटबॉल प्रेमियों का बहुप्रतीक्षित महाकुंभ आखिरकार संपन्न हो गया है। 2024 यूरोपीय चैम्पियनशिप में स्पेन, और कोपा अमेरिका में अर्जेंटीना चैंपियन बनकर उभरे हैं। स्पेन ने यूरोपीय चैम्पियनशिप के फाइनल में इंग्लैंड को हराकर चैंपियन का खिताब अपने नाम किया, वहीं अर्जेंटीना ने कोपा अमेरिका के फाइनल में कोलंबिया को हराकर खिताबी जीत हासिल की।
एक महीने तक चले फुटबॉल के इस रोमांचक उत्सव में कई रिकॉर्ड टूटे। चाहे वह युवा खिलाड़ी यामिन लामेल का ऐतिहासिक प्रदर्शन हो, या लियोनेल मेसी की एक और विजय गाथा, इन दो टूर्नामेंट में शानदार रिकॉर्ड बने, जिन पर एक नजर डालते हैं: यूरो 2024- स्पेन ने रिकॉर्ड चार बार खिताब जीतकर जर्मनी को पीछे छोड़ दिया और यूरोपीय चैंपियनशिप की सबसे सफल टीम बन गई। इस चैंपियनशिप में 38 वर्षीय लुका मॉड्रिक टूर्नामेंट में गोल करने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए, वहीं दूसरी ओर यामीन लामेल सबसे कम उम्र में यूरोपीय चैंपियनशिप में डेब्यू करने वाले, गोल करने वाले और फाइनल खेलने वाले खिलाड़ी बन गए। स्पेन ने अपने खिताबी अभियान में लगातार सात मैच जीते, जो टूर्नामेंट के इतिहास में पहली बार हुआ। साथ ही, उन्होंने रिकॉर्ड 15 गोल भी दागे। दिलचस्प तथ्य यह भी रहा कि टूर्नामेंट में सर्वाधिक आत्मघाती गोल का रिकॉर्ड काफी करीब आकर टूटने से बच गया। 2024 यूरोपीय चैंपियनशिप में 10 आत्मघाती गोल हुए, जबकि 2020 यूरो में यह 11 गोल का रिकॉर्ड था। कोपा अमेरिका- कोपा अमेरिका में अर्जेंटीना ने उरुग्वे को पीछे छोड़ते हुए रिकॉर्ड 16वीं बार चैंपियन बनकर इतिहास रचा दिया है। इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा खिताब जीतने वाली टीम अब अर्जेंटीना बन गई है। इस टूर्नामेंट में लियोनेल मेसी ने भी एक शानदार रिकॉर्ड अपने नाम किया है।
उन्होंने चिली के दिग्गज सर्जियो लिविंगस्टोन के 35 मैचों के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए कोपा अमेरिका के इतिहास में सबसे ज्यादा मैच खेलने का नया कीर्तिमान स्थापित किया है। मेसी ने अब तक कुल 39 मैच खेले हैं। मेसी पांचवीं बार कोपा अमेरिका के फाइनल में पहुंचे, जिसके साथ ही वह फाइनल में सबसे ज्यादा बार खेलने वाले खिलाड़ी भी बन गए। उन्होंने 2007, 2015, 2016, 2021 और 2024 में फाइनल खेला है। कोपा अमेरिका के एक ही टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा गोल असिस्ट करने का रिकॉर्ड अब जेम्स रोड्रिगेज के नाम हो गया है। रोड्रिगेज ने 6 असिस्ट किए हैं, जबकि मेसी ने 2021 में 5 गोल असिस्ट किए थे। लेकिन, मेसी ने एक और बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम किया। उन्होंने अपनी 45वीं टीम ट्रॉफी जीती है, जिसके साथ ही वह अपने पूर्व बार्सिलोना टीम के साथी दानी अल्वेस को पीछे छोड़कर अब दुनिया के सबसे ज्यादा खिताब जीतने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। - (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 15 जुलाई । पेरिस ओलंपिक में भाग लेने के लिए मौजूदा ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भारतीय पुरुष हॉकी टीम जल्द ही फ्रांस जाएगी। ओलंपिक में डेब्यू करने वाले कई खिलाड़ियों में भारतीय पुरुष हॉकी टीम के फॉरवर्ड अभिषेक भी शामिल हैं। अभिषेक का एक बड़ा सपना तब पूरा होगा जब वह मैदान पर उतरेंगे और चार साल में होने वाले इस महाकुंभ में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। अभिषेक के लिए ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करना एक सपने के सच होने जैसा है।
उन्होंने कहा, "जब मैं 14 साल का था, तब से ही ओलंपिक में भारत के लिए खेलना मेरा सपना रहा है। यह एक बड़ा मौका और जिम्मेदारी है जिसे मैं बहुत गंभीरता से लूंगा। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगा, साथ ही मैं पूरे देश को हम पर गर्व करने का मौका देना चाहता हूं।" हरियाणा के सोनीपत से ताल्लुक रखने वाले अभिषेक का परिवार उनके ओलंपिक में भाग लेने को लेकर बेहद खुश है। अभिषेक ने कहा, "यह मेरे लिए एक सपने जैसा है। जब मैंने हॉकी में अच्छा प्रदर्शन करना शुरू किया, तो सब सरकारी नौकरी की उम्मीद करते थे। इसलिए, मुझे इस मुकाम पर पहुंचते देखना उनके लिए शानदार है। ख़ास तौर पर मेरा भाई हमेशा मेरा सबसे बड़ा समर्थक रहा है।" अभिषेक ने आगे कहा, "मेरे परिवार और दोस्तों को पता है कि मैं भारत के लिए खेलता हूं, लेकिन हम हॉकी के बारे में ज़्यादा बात नहीं करते।
हालांकि, ओलंपिक से पहले मुझे उनसे बहुत प्यार और शुभकामनाएं मिल रही हैं, जो मुझे भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं। हर कोई जानता है कि यह कितना महत्वपूर्ण है, यही ओलंपिक का महत्व है।" भारत के लिए 74 मैच खेलने वाले अभिषेक, जिसमें बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022, एफआईएच विश्व कप 2023, एफआईएच प्रो लीग और हाल ही में चीन में हुए एशियाई खेल जैसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट शामिल हैं, जहां भारत ने स्वर्ण पदक जीता था। अभिषेक बड़े मैचों का दबाव झेलना अच्छी तरह जानते हैं। अभिषेक ने कहा, "बड़े टूर्नामेंटों में दबाव मुझे नहीं रोकता या मेरा दृष्टिकोण नहीं बदलता। मैं बस मैदान पर प्रदर्शन करने की कोशिश करता हूं। स्विट्जरलैंड में भारतीय टीम के मानसिक कंडीशनिंग कैंप पर अभिषेक ने इसके महत्व पर बात की।
उन्होंने कहा, "खेल के शारीरिक पहलू पर ध्यान केंद्रित करने के महीनों बाद, यह कैंप बिल्कुल वैसा ही है जिसकी हमें जरूरत थी। टीम मैदान पर और मैदान के बाहर एक-दूसरे से जुड़ने, अपने रिश्ते को बेहतर बनाने और उच्च दबाव वाली स्थितियों को बेहतर तरीके से संभालने के लिए समय बिता रही है।" टीम में कई रोल मॉडल के अलावा, अभिषेक ने कहा कि वह फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो से प्रेरणा लेते हैं। उन्होंने कहा, "एक पेशेवर एथलीट के रूप में, खेल के प्रति उनकी मानसिकता और दृष्टिकोण मुझे एक निश्चित तरीके से खेलने और प्रशिक्षण लेने के लिए प्रेरित करता है। उन्हें देखकर मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने की प्रेरणा मिली है।" भारतीय हॉकी टीम अपने अभियान की शुरुआत 27 जुलाई को करेगी, जब वह अपने पहले पूल बी मैच में न्यूजीलैंड से भिड़ेगी। --(आईएएनएस)
स्पेन ने इंग्लैंड को 2-1 से हराकर यूरो फुटबॉल कप ख़िताब जीत लिया है. स्पेन ने रिकार्ड चौथी बार यूरो कप जीता है.
रविवार को बर्लिन में हुए फाइनल मैच में शुरुआत से ही स्पेन ने अपना दबाव बनाने की कोशिश की लेकिन इंग्लैंड ने जम कर संघर्ष किया.
दूसरे हाफ में स्पेन पहला गोल करने में कामयाब रहा. स्पेन के नेको विलियम्स ने 47वें मिनट में गोल कर अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी.
लेकिन इंग्लैंड के कोल पामर ने 73वें मिनट में गोल कर अपनी टीम को बराबरी पर ला दिया. खेल में कांटे की टक्कर देखने को मिल रही थी. 86 वें मिनट में मैच का रुख़ उस वक़्त पलट गया जब स्पेन के सब्सटीट्यूट खिलाड़ी मिकेल ओयारजाबल ने गोल कर अपनी टीम को 2-1 से बढ़त दिला दी.
ये अंतर मैच के ख़त्म होने तक बरकरार रहा. इस हार के साथ ही इंग्लैंड का एक और बड़ा टूर्नामेंट जीतने का सपना टूट गया. 1996 के बाद इंग्लैंड की टीम कोई बड़ा टूर्नामेंट नहीं जीत पाई है.
इंग्लैंड को इस मैच में हराने के साथ ही स्पेन यूरो कप का चौथी बार चैंपियन बन गया है. इससे पहले वह 1964, 2008 और 2012 में यूरो कप जीत चुका है. (bbc.com/hindi)
लंदन, 14 जुलाई। स्पेन के कार्लोस अल्काराज ने रविवार को यहां सर्बियाई स्टार नोवाक जोकोविच को 6-2, 6-2, 7-6 से हराकर 21 साल की उम्र में लगातार दूसरा विम्बलडन और चौथा ग्रैंडस्लैम खिताब अपने नाम किया।
यह ऑल इंग्लैंड क्लब के घसियाले कोर्ट पर पिछले साल के फाइनल मैच का दोहराव था जिसमें अल्काराज ने पांच सेट में जोकोविच को हराया था।
सेंटर कोर्ट पर रविवार को खेला गया फाइनल अल्काराज के लिए काफी आसान रहा जिसमें दर्शकों में कैंसर का उपचार करा रही ब्रिटेन की वेल्स की राजकुमारी केट मिडलटन भी मौजूद थीं।
अल्काराज सिर्फ तीसरे सेट में 5-4 पर जीत के लिए सर्विस करते समय तीन मैच प्वाइंट बरकरार रखते समय लड़खड़ाये।
पर उन्होंने खुद को संभाला और पिछले महीने फ्रेंच ओपन में मिली जीत के बाद लगातार दूसरी ग्रैंडस्लैम ट्रॉफी जीती।
स्पेन के इस खिलाड़ी ने 2022 अमेरिकी ओपन में किशोर के तौर पर अपना पहला स्लैम खिताब जीता था। किसी भी खिलाड़ी ने 22 साल का होने से पहले उनसे ज्यादा ग्रैंडस्लैम खिताब नहीं जीते हैं।
इससे मेजर फाइनल्स में उनका रिकॉर्ड 4-0 हो गया।
वहीं 37 वर्षीय जोकोविच अपने आठवें विम्बलडन और 25वें ग्रैंडस्लैम खिताब से चूक गये। वह सर्जरी हुए घुटने पर पट्टी लगाये थे। तीन जून को रोलां गैरों में उनके घुटने में चोट लगी थी और दो दिन बाद ही उनकी सर्जरी हुई थी।
करीब छह हफ्ते बाद भी जोकोविच रविवार को फॉर्म में नहीं दिखे। (एपी)
हरारे, 14 जुलाई। भारतीय युवा टीम के कप्तान शुभमन गिल ने रविवार को यहां कहा कि वापसी करने की भूख और परिस्थितियों के अनुकूल ढलने के कौशल ने उन्हें श्रृंखला के पहले मैच में मिली हार के बाद जिम्बाब्वे के खिलाफ बचे चार मैच में जीत दर्ज करने में मदद की।
भारत को पांच मैचों की श्रृंखला के पहले मैच में जिम्बाब्वे ने 13 रन से हरा दिया। लेकिन मेहमान टीम ने वापसी करते हुए 4-1 से श्रृंखला जीती।
गिल ने पांचवें और अंतिम टी20 मैच में 42 रन की जीत के बाद कहा, ‘‘मुझे लगता है कि पहला मैच हारने के बाद हमने जो भूख दिखाई, वह शानदार थी। जब हम यहां आए थे तो सभी नेट पर ज्यादा अभ्यास नहीं कर पाये थे। हम परिस्थितियों से सांमजस्य नहीं बना पाये थे। जिस तरह से हमने खुद को ढाला, वह शानदार था। ’’
‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ वाशिंगटन सुंदर ने कहा कि पिच की गति और उछाल ने भारतीय बल्लेबाजों को शुरू में हैरान कर दिया जिसकी वजह से उन्हें पहले मैच में हार मिली।
उन्होंने कहा कि इस श्रृंखला की जीत से श्रीलंका के खिलाफ आगामी सफेद गेंद की श्रृंखला के लिए टीम का आत्मविश्वास बढ़ेगा।
भारत 27 जुलाई से श्रीलंका के खिलाफ छह मैचों की श्रृंखला खेलेगा जिसमें तीन टी20 और इतने ही वनडे मैच शामिल हैं।
सुंदर ने कहा, ‘‘जीत के साथ श्रृंखला खत्म करना अच्छा है। पहले मैच के बाद मुझे लगा कि परिस्थितियां दक्षिण अफ्रीका के समान ही थीं क्योंकि इसमें काफी गति और उछाल था। श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला से पहले काफी सीख मिली। ’’
युवा रियान पराग (22 रन) ने कहा कि श्रृंखला के पहले मैच के बाद टीम को अपनी रणनीति पर दोबारा विचार करना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘‘पहले मैच के बाद सभी की आंखे खुल गई जिसके बाद शानदार प्रदर्शन रहा। इसका पूरा लुत्फ उठाया। ’’ (भाषा)
मुंबई, 14 जुलाई। ऑफ स्पिनर मीनू मनि सात अगस्त से शुरू होने वाले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत ‘ए’ महिला टीम की अगुआई करेंगी। श्वेता सेहरावत को उप कप्तान बनाया गया है।
भारत को आगामी दौरे पर ऑस्ट्रेलिया ‘ए’ के खिलाफ तीन टी20, तीन 50 ओवर के मैच और एक चार दिवसीय मैच खेलना है।
टीम में साजना सजीवन, उमा छेत्री और साइका इशाक को भी जगह मिली है।
शबनम शकील को भी टीम में शामिल किया गया है लेकिन उनका चयन फिटनेस पर निर्भर करेगा।
सत्ताइस वर्षीय तेज गेंदबाज साइमा ठाकोर को स्टैंडबाय के तौर पर टीम में शामिल किया गया है।
भारत ए टीम: मीनू मनि (कप्तान), श्वेता सेहरावत, प्रिया पूनिया, शुभा सतीश, तेजल हसबनिस, किरण नवगिरे, साजना सजीवन, उमा छेत्री, शिप्रा गिरी, राघवी बिष्ट, साइका इशाक, मन्नत कश्यप, तनुजा कंवर, प्रिया मिश्रा, मेघना सिंह, सायली सतघरे, शबनम शकील और एस यशश्री।
स्टैंडबाय: साइमा ठाकोर
कार्यक्रम:
सात अगस्त - पहला टी20 (एलेन बॉर्डर फील्ड, ब्रिसबेन)
नौ अगस्त - दूसरा टी20 (एलेन बॉर्डर फील्ड, ब्रिसबेन)
11 अगस्त - तीसरा टी20 (एलेन बॉर्डर फील्ड, ब्रिसबेन)
14 अगस्त - पहला 50 ओवर का मुकाबला (मैकाय)
16 अगस्त - दूसरा 50 ओवर का मुकाबला (मैकाय)
18 अगस्त - तीसरा 50 ओवर का मुकाबला (मैकाय)
22-25 अगस्त - चार दिवसीय मुकाबला (गोल्ड कोस्ट) (भाषा)
नई दिल्ली, 14 जुलाई। ऑफ-स्पिन ऑलराउंडर मिन्नू मणि को 7 अगस्त से शुरू होने वाली मल्टी फॉर्मेट (बहु-प्रारूप) श्रृंखला के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे में 18 सदस्यीय भारत 'ए' महिला टीम का कप्तान बनाया गया है।
भारत ए महिलाएँ क्रमशः 7, 9 और 11 अगस्त को एलन बॉर्डर फील्ड (एबीएफ), ब्रिस्बेन में तीन टी20 खेलने के लिए तैयार हैं। इसके बाद वे क्रमश: 14, 16 और 18 अगस्त को मैके में तीन 50 ओवर के मैच खेलेंगी, इसके बाद 22-25 अगस्त तक गोल्ड कोस्ट में ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ चार दिवसीय मैच खेलेंगी।
टीम में भारत की शीर्ष खिलाड़ी प्रिया पुनिया, शुभा सतीश, किरण नवगिरे, सजना सजीवन, उमा छेत्री, सैका इशाक, मन्नत कश्यप और मेघना सिंह भी शामिल हैं। बल्लेबाज श्वेता सेहरावत और बाएं हाथ की स्पिनर तनुजा कंवर, जो आगामी महिला एशिया कप के लिए रिजर्व खिलाड़ियों में से हैं, को भी टीम में शामिल किया गया है, जबकि श्वेता को उप-कप्तान नामित किया गया है।
शबनम शकील (फिटनेस के आधार पर) और एस. यशश्री, जो दक्षिण अफ्रीका में 2023 अंडर19 महिला टी20 विश्व कप जीत में श्वेता की टीम की साथी थीं, को भी शामिल किया गया है, साथ ही उल्लेखनीय घरेलू खिलाड़ी तेजल हसब्निस, शिप्रा गिरी, राघवी बिष्ट, प्रिया मिश्रा और सयाली सतघरे को भी शामिल किया गया है। डब्ल्यूपीएल 2024 में यूपी वारियर्स के लिए खेलने वाली तेज गेंदबाज साइमा ठाकोर को स्टैंड-बाय खिलाड़ी के रूप में नामित किया गया है।
भारत 'ए' महिला टीम: मिन्नू मणि (कप्तान), श्वेता सहरावत (उप-कप्तान), प्रिया पुनिया, शुभा सतीश, तेजल हसब्निस, किरण नवगिरे, सजना सजीवन, उमा छेत्री (विकेटकीपर), शिप्रा गिरी (विकेटकीपर), राघवी बिष्ट, सैका इशाक, मन्नत कश्यप, तनुजा कंवर, प्रिया मिश्रा, मेघना सिंह, सयाली सतघरे, शबनम शकील (फिटनेस के अधीन), एस यशश्री
स्टैंडबाय खिलाड़ी: साइमा ठाकोर
(आईएएनएस)
पटना, 14 जुलाई । बिहार के सुपौल जिले में पुलिस ने बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित कफ सिरप बरामद किया है। इस मामले में दो आरोपियों की गिरफ्तारी भी हुई है। जानकारी के अनुसार, जिले के भीमपुर थाना क्षेत्र की पुलिस को शनिवार को प्रतिबंधित कफ सिरप की आपूर्ति की सूचना मिली थी। पुलिस ने अलग-अलग टीमों को ऑपरेशन पर लगा दिया। बांग्लादेश सीमा पर करशुना गांव में उत्तर प्रदेश के नंबर वाले एक कंटेनर में छापेमारी कर पुलिस ने फेंसेडिल सिरप की 20 हजार बोतलें बरामद कीं। रविवार दोपहर मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस के हत्थे चढ़े एक आरोपी का नाम राजीव विश्वास बारी है, जो कृष्णा नगर थाना क्षेत्र के ठाकुरबाड़ी इलाके का रहने वाला है। दूसरा आरोपी बापन हाल्दा भीमपुर थाना क्षेत्र के महेशपुर गांव का निवासी है। पुलिस ने दोनों को कृष्णा नगर जिला न्यायालय भेज दिया है। पुलिस इस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है। प्रतिबंधित कफ सिरप के मामले में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश भी की जा रही है। -(आईएएनएस)
कोकराझार, 14 जुलाई । इंडियन ऑयल डूरंड कप टूर्नामेंट का 133वां संस्करण लगातार दूसरे वर्ष कोकराझार में खेला जाएगा जो कि शहर के लिए बड़े गर्व की बात है। तीन प्रतिष्ठित डूरंड कप ट्रॉफियां आज बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) के मुख्य कार्यकारी सदस्य प्रमोद बोरो और असम सरकार की ऊर्जा, खेल और युवा कल्याण, सहयोग और स्वदेशी जनजातीय आस्था और संस्कृति (पुरातत्व) विभाग की मंत्री श्रीमती नंदिता गोरलोसा की गरिमामय उपस्थिति में बोडोफा सांस्कृतिक परिसर, चंदामारी में प्रदर्शित की गईं। इस अवसर पर पूर्वी कमान मुख्यालय के चीफ ऑफ़ स्टाफ़, लेफ्टिनेंट जनरल एवं डूरंड कप आयोजन समिति (डीसीओसी) के अध्यक्ष, आरसी श्रीकांत भी उपस्थित थे।
कोकराझार ने पिछले 132वें इंडियन ऑयल डूरंड कप संस्करण में छह ग्रुप मैचों की मेजबानी की थी, जब यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट की मेजबानी करने वाला असम का दूसरा शहर बन गया था। जबरदस्त मिली प्रतिक्रिया ने यह सुनिश्चित कर दिया है कि कोकराझार न केवल इस वर्ष मेजबान बना रहेगा, बल्कि एक अतिरिक्त मैच और वह भी नॉकआउट मैच की मेजबानी भी करेगा। इस अवसर पर उत्साहित होकर, बोरो ने सभी गणमान्य व्यक्तियों और मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा, “मुझे बहुत खुशी है कि भारतीय सेना ने इस वर्ष कोकराझार में एक अतिरिक्त मैच आयोजित करने के हमारे अनुरोध को अनुकूल प्रतिक्रिया दी है और हमसे अपना वादा निभाया है। परिणामस्वरूप सातवां मैच, वह भी डूरंड कप का क्वार्टर फाइनल नॉकआउट, पहली बार यहां आयोजित किया जाएगा।
हम बहुत आभारी हैं और इस तरह की उदारता बोडोलैंड क्षेत्र में मौजूद पहले से ही सौहार्दपूर्ण नागरिक-सैन्य संबंधों के लिए चमत्कार ही करेगी।'' श्रीमती नंदिता गोरलोसा ने भी दर्शकों को संबोधित करते हुए कहा, “हमने पिछले साल देखा है कि कैसे डूरंड कप जैसे टूर्नामेंट ने पूरे कोकराझार को एक साथ ला दिया और इस साल, हमारे मुख्यमंत्री और मुख्य कार्यकारी सदस्य के नेतृत्व के लिए धन्यवाद। यह यहां बड़ा और बेहतर होने का वादा करता है। श्री बोरो ने यहां बुनियादी ढांचे के साथ जबरदस्त काम किया है और उनके अथक प्रयासों की बदौलत कोकराझार अब भारत के फुटबॉल मानचित्र पर मजबूती से स्थापित हो गया है।''
छह समूहों में से, ग्रुप ई, जिसमें आईएसएल टीम नॉर्थ-ईस्ट यूनाइटेड एफसी (एनईयूएफसी) और ओडिशा एफसी के साथ बीएसएफ, के अलावा स्थानीय बोडोलैंड एफसी टीम शामिल है कोकराझार में खेलेंगी। पहला मैच 30 जुलाई, 2024 को लोकप्रिय बोडोलैंड एफसी और एनईयूएफसी के बीच एसएआई स्टेडियम में खेला जाएगा जिसे ऑल असम डर्बी भी कहा जा सकता है। मैच भारतीय समयानुसार दोपहर 3.00 बजे शुरू होगा। नेपाल और बांग्लादेश की दो सर्विसेज टीमों सहित कुल 24 टीमें 43 मैचों में एक्शन में नजर आएंगी, जो चार मेजबान शहरों कोकराझार, शिलांग, जमशेदपुर (अंतिम दो नाम मेजबान शहरों के रूप में अपनी शुरुआत करेंगे) और कोलकाता में प्रतिस्पर्धा करेंगीं। कोलकाता 31 अगस्त को प्रतिष्ठित विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन (वीवाईबीके) में ग्रैंड फ़ाइनल की मेजबानी भी करेगा। --(आईएएनएस)
बीजिंग, 14 जुलाई । पेरिस ओलंपिक के लिए 42 ओलंपिक चैंपियनों समेत चीनी खेल प्रतिनिधिमंडल शनिवार को गठित हुआ। वे 30 खेलों की 236 इवेंटों की स्पर्द्धा में उतरेंगे, जो इतिहास में सर्वाधिक है। टेबल टेनिस और गोताखोरी में चीनी टीम का वर्चस्व स्पष्ट है। पेरिस ओलंपिक में वे सभी स्वर्ण पदक अपने नाम करने की कोशिश करेंगे। चीनी टेबल टेनिस टीम के कप्तान मा लोंग अपने छठे ओलंपिक स्वर्ण पदक के अभियान पर उतरेंगे। जबकि, महिला खिलाड़ी सुन इंगशा महिला टीम, महिला एकल और महिला मिश्रित तीन इवेंटों में भाग लेंगी। वर्ष 1984 लॉस एंजल्स ओलंपिक से चीनी गोताखोरी टीम ने कुल 47 ऑलंपिक स्वर्ण पदक जीते हैं।
पेरिस ओलंपिक में चीनी टीम का लक्ष्य सभी स्वर्ण पदक बटोरना है। चीनी भारोत्तोलन टीम ने पिछले ओलंपिक में सात स्वर्ण पदक जीते थे। इस बार प्रतियोगिता नियमों के बदलाव से चीनी टीम ने सिर्फ 3 पुरुष और 3 महिला खिलाड़ी भेजे। लेकिन, उनको चीनी शक्ति का दबदबा दिखाने का संकल्प है। चीनी खेल प्रतिनिधिमंडल युवा खिलाड़ियों से भरा है। 11 वर्षीय स्केटबोर्ड खिलाड़ी चोंग हाओहाओ सबसे युवा खिलाड़ी हैं। वह इस साल प्राइमरी स्कूल से पास हुई हैं। वे पेरिस में अपने जीवन का सुनहरा सपना देखेंगी। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 14 जुलाई । जेम्स एंडरसन के संन्यास के बाद टेस्ट क्रिकेट का एक युग समाप्त हो गया है। जेम्स एंडरसन ने अपने 21 साल के टेस्ट करियर के दौरान 188 मैच खेले और 704 विकेट हासिल किए। वे सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने के मामले में तीसरे नंबर पर हैं। टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले टॉप-2 गेंदबाजों में मुथैया मुरलीधरन और शेन वार्न हैं। मुरलीधरन श्रीलंका के ऑफ स्पिनर थे, जिन्होंने 133 मैचों में 800 विकेट लिए, और शेन वार्न ऑस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर थे, जिन्होंने 145 मैचों में 708 विकेट लिए। इस तरह से सर्वाधिक विकेट लेने वाले टॉप-2 स्थानों पर स्पिनरों का कब्जा है।
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ऐसे बॉलर हैं जिन्होंने टॉप पर स्पिनरों के दबदबे के बीच तेज गेंदबाज की मौजदूगी दर्ज कराई है। तीसरे स्थान पर मौजूद एंडरसन के बाद भारत के अनिल कुंबले का स्थान आता है। लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने 132 टेस्ट मैचों में 619 विकेट लिए हैं और वे चौथे नंबर पर विराजमान हैं। इसके बाद पांचवें और छठे स्थान पर दो तेज गेंदबाजों का नाम आता है। इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड 167 मैचों में 604 विकेट लेकर पांचवें स्थान पर हैं। अगर केवल टॉप-5 की बात की जाए तो स्पिनरों का बोलबाला है, जिनकी संख्या यहां तीन हैं। ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ग्लेन मैकग्रा 124 टेस्ट मैचों में 563 विकेट लेकर छठे नंबर पर हैं। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के मौजूदा ऑफ स्पिनर नाथन लियोन का नंबर आता है जिन्होंने 129 मैचों में 530 विकेट लिए हैं।
वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज कोर्टनी वॉल्श 132 टेस्ट मैचों में 519 विकेट लेकर 8वें स्थान पर है। 9वें नंबर पर भारत के ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन हैं, जिन्होंने 100 टेस्ट मैचों में 516 विकेट लिए हैं। अश्विन और लियोन सक्रिय खिलाड़ी हैं और इनके विकेटों की संख्या में अभी बढ़ोतरी की उम्मीद है। 10वें नंबर पर दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज डेल स्टेन हैं जिन्होंने 93 टेस्ट मैचों में 439 विकेट लिए हैं। छठे से 10वें नंबर की लिस्ट में तेज गेंदबाज स्पिनरों पर भारी पड़ते हैं। यहां तीन पेसर और दो स्पिनर हैं। हालांकि पूरी टॉप-10 लिस्ट पर नजर डाली जाए तो इसमें स्पिनरों और तेज गेंदबाजों की संख्या बराबर 5-5 है। - (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 14 जुलाई । ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल का मानना है कि इंग्लैंड को टेस्ट क्रिकेट में जेम्स एंडरसन की कमी खलेगी, क्योंकि गेंद को स्विंग करने के उनके दुर्लभ कौशल की भरपाई करना मुश्किल है। जेम्स एंडरसन ने इंग्लैंड के लिए अपने 21 साल के टेस्ट करियर का अंत 188 मैचों में 26.45 की औसत से 704 विकेट लेकर सबसे लंबे प्रारूप में तीसरे सबसे सफल गेंदबाज के रूप में किया, जब मेजबान टीम ने इस सप्ताह की शुरुआत में लॉर्ड्स में वेस्टइंडीज को पारी और 114 रनों से हराया था। चैपल ने रविवार को ईएसपीएन क्रिकइंफो के लिए अपने कॉलम में लिखा, ''जेम्स एंडरसन खेल के सबसे महान स्विंग गेंदबाज के रूप में सेवानिवृत्त हुए।
कई अन्य बेहतरीन स्विंग गेंदबाज हुए हैं, लेकिन किसी ने भी उच्चतम स्तर पर इतने लंबे समय तक अपने कौशल का प्रदर्शन नहीं किया है।'' एंडरसन के पास अपनी क्रिया में बहुत कम बदलाव के साथ गेंद को दोनों तरफ स्विंग करने की दुर्लभ क्षमता थी। जहां अन्य अच्छे गेंदबाज बल्लेबाज को अपने हाथ के स्लॉट में बदलाव करके संकेत दे देते थे, वहीं एंडरसन बिना किसी चेतावनी के दोनों तरफ स्विंग करने में सक्षम थे। यह एक उल्लेखनीय कौशल है और इसने एंडरसन को एक बेहद कठिन प्रतिद्वंद्वी बना दिया था। इंग्लैंड को एंडरसन की कमी खलेगी क्योंकि उनके दुर्लभ कौशल की जगह लेना मुश्किल है।
हालांकि, महत्वपूर्ण बात यह है कि एंडरसन का करियर अब एक प्रतिष्ठित करियर बन गया है, जहां उन्हें खेल के सर्वश्रेष्ठ स्विंग गेंदबाज के रूप में पहचाना जाता है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपनी लंबी अवधि को बनाए रखने और अपनी चुनौतीपूर्ण लाइन और लेंथ से न भटकने के मामले में एंडरसन की कड़ी मेहनत की भी प्रशंसा की। शीर्ष पर इक्कीस साल बिताना उनकी फिटनेस, कौशल और सीखने की क्षमता का सम्मान है। जब जीवन में बड़े बदलाव, जैसे कि पत्नी और बच्चे होना, आसानी से टेस्ट क्रिकेट की प्राथमिकता को पार कर सकते थे, तब भी वे खेलते रहना चाहते थे। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 14 जुलाई । किसने सोचा था कि ओलंपिक में भारत जैवलिन थ्रो में एक मजबूत दावेदार होगा। यह एक ऐसा खेल है, जहां भारत कई वर्षों तक संघर्ष करता आया है। लेकिन पहले जूनियर मंच और फिर भारत के लिए ऐतिहासिक टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा के रूप में भारत को पदक का एक मजबूत दावेदार मिला। यहां से देश भर में जैवलिन की एक ऐसी लहर पैदा हुई कि चंद वर्षों में ही भारत जैवलिन का पावरहाउस बन गया। जैवलिन में ऐसा दबदबा कभी जर्मनी और चेक गणराज्य का हुआ करता था। 'गोल्डन ब्वाय' नीरज चोपड़ा की स्वर्णिम सफलता ने तो अनगिनत भारतीय थ्रोअर्स को प्रेरित किया है, जिसका सबसे बड़ा उदाहरण किशोर जेना हैं।
इस एथलीट ने बेशक नीरज चोपड़ा जितनी सुर्खियां नहीं बटोरी लेकिन कौशल में किशोर जेना भी नीरज से किसी भी पैमाने पर कम नहीं हैं। भारतीय जैविलन थ्रोअर एथलीटों ने एशियन गेम्स में भी हिस्सा लिया था। जहां नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण के लिए 88.88 मीटर का थ्रो किया था। वहीं, किशोर जेना ने 87.54 मीटर के थ्रो के साथ रजत पदक हासिल किया था। टोक्यो ओलंपिक जैवलिन थ्रो फाइनल में, चोपड़ा प्रतिस्पर्धा करने वाले एकमात्र भारतीय थे। पिछले सीज़न में दमदार प्रदर्शन के बाद इस बार किशोर जेना के भी मैदान में उतरने की उम्मीद है। दुनिया के उभरते भाला फेंक एथलीटों में से एक के रूप में किशोर जेना की साख और उनकी मौजूदा फॉर्म ने नीरज चोपड़ा को विश्वास दिलाया है कि दोनों भारतीय एथलीट इस साल के अंत में पेरिस 2024 ओलंपिक में पोडियम साझा कर सकते हैं। पेरिस ओलंपिक 2024 के शुरू होने में अब सिर्फ दो हफ्ते बचे हैं। भारत के शीर्ष एथलीटों में उत्साह बढ़ता जा रहा है, जो फ्रांस की राजधानी में अपनी छाप छोड़ने के लिए तैयार हैं।
इस बार ओलंपिक में भारतीय एथलीट्स के पास पुराने सारे रिकॉर्ड्स ध्वस्त करने का सुनहरा मौका रहेगा, क्योंकि भारतीय दल में दुनिया के कई बेहतरीन एथलीट शामिल हैं। ओलंपिक इस साल का सबसे बड़ा इवेंट है, जिसका आयोजन फ्रांस की राजधानी पेरिस में 26 जुलाई से 11 अगस्त तक होगा। भारत का प्रतिनिधित्व अगल-अलग खेलों में लगभग 120 खिलाड़ियों का दल करेगा। इस समूह में पहली बार ओलंपिक खेलने जा रहे और अनुभवी दिग्गज दोनों शामिल हैं। 2020 टोक्यो ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों की ओर से ऐतिहासिक प्रदर्शन देखने को मिला था। इस बार भारतीय दल से और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। 2020 टोक्यो ओलंपिक में पिछली बार भारत के नाम कुल 7 मेडल रहे थे। अब तक ओलंपिक खेलों में यह भारतीय खिलाड़ियों को बेस्ट प्रदर्शन था और उन्होंने 2012 लंदन ओलंपिक का रिकॉर्ड तोड़ा था। 2012 लंदन ओलंपिक में भारत ने 6 मेडल जीते थे। -(आईएएनएस)
बर्लिन, 14 जुलाई । यूरोपीय चैंपियनशिप का संयुक्त रिकॉर्ड विजेता स्पेन सोमवार को (भारतीय समयानुसार) ओलंपियास्टेडियन बर्लिन में यूरो 2024 के ब्लॉकबस्टर फाइनल में इंग्लैंड से भिड़ेगा। बहुप्रतीक्षित मुकाबले से पहले, कई लोगों का मानना है कि स्पेनियों ने पूरे टूर्नामेंट में जो निर्ममता दिखाई है, उसे देखते हुए वे पसंदीदा हैं, लेकिन मुख्य कोच लुइस डी ला फ़ुएंते ने कहा है कि मैच में 'कोई पसंदीदा नहीं है'।
प्री-मैच कॉन्फ्रेंस में डे ला फ़ुएंते ने कहा, "कोई पसंदीदा नहीं है। यह एक बराबरी का मैच है, जैसा कि हमारे पिछले नॉकआउट मैच थे। अगर हम उन मैचों में दिखाए गए स्तर से ऊपर नहीं हैं, तो हमारे पास जीतने का मौका नहीं होगा। " स्पेन टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक रही है, वे एक मज़ेदार, मुक्त-प्रवाह वाली पहचान के साथ खेल रहे हैं, अपने खेल को उस स्तर तक बढ़ा रहे हैं जिस पर हम ला रोजा को प्रदर्शन करते देखने के आदी हैं।
उन्होंने यूरो 2024 में अब तक 13 गोल किए हैं, जो टूर्नामेंट में किसी भी टीम द्वारा सबसे अधिक है, जबकि उन्होंने केवल तीन गोल खाए हैं, जिससे वे अब तक अपने सभी मैच जीतने वाली एकमात्र टीम बनी हुई हैं। उन्होंने कहा,"यहां आना शानदार है और हम फाइनल में पहुंचने के लिए उत्साहित हैं। यह वहां की सबसे बड़ी खेल उपलब्धियों में से एक है। हम निश्चिंत हैं और खेलने के लिए उत्सुक हैं।
रविवार को दो सर्वश्रेष्ठ टीमों के बीच एक महान टीम के खिलाफ एक जटिल मैच होगा। " दो फाइनलिस्टों में से, स्पेन के लिए बर्लिन की राह निश्चित रूप से कठिन रही है। राउंड ऑफ़ 16 में टीम ने जॉर्जिया को 4-1 से, क्वार्टर फाइनल में जर्मनी को 2-1 से और सेमीफाइनल में फ्रांस को 2-1 से हराया। स्पैनिश मुख्य कोच ने निष्कर्ष निकाला, "ये मैच, जो इतने समान होते हैं, अक्सर बारीक विवरणों द्वारा तय किए जाते हैं। जो टीम सबसे कम गलतियां करेगी उसके जीतने की संभावना सबसे अधिक होगी।" (आईएएनएस)
मियामी, 14 जुलाई । लियोनेल मेसी, महानता का पर्याय, एक बार फिर हार्ड रॉक स्टेडियम में 2024 कोपा अमेरिका के फाइनल में कोलंबिया के खिलाफ अर्जेंटीना के मुकाबले के लिए मैदान में उतरेंगे। विश्व चैंपियन पिछले तीन वर्षों में दुनिया के शीर्ष पर रहे हैं। उन्होंने 2021 में कोपा अमेरिका, 2022 फ़ाइनलिसिमा और 2022 फीफा विश्व कप जीता और मेसी की विरासत को सर्वकालिक महानतम खिलाड़ियों में से एक के रूप में मजबूत किया। मेसी ने फाइनल से पहले देश को एकजुट करने के इरादे से एक मजबूत संदेश के साथ इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर पोस्ट की है। "कोपा अमेरिका का आखिरी दिन।
एक बार फिर हम अंत तक पहुंच गए... यह अविश्वसनीय रास्ता हर किसी के काम के बिना असंभव होता, वे जो सबसे ज्यादा देखे जाते हैं और जो हमेशा कैमरे के पीछे रहते हैं।'' इंस्टाग्राम पोस्ट के कैप्शन पर मेसी ने लिखा "प्रयास और जुनून के लिए आप सभी को धन्यवाद, टीम के सभी साथियों और कोचिंग स्टाफ, राष्ट्रीय टीम के कार्यकर्ताओं और सभी अर्जेंटीनावासियों को धन्यवाद जो संयुक्त राज्य अमेरिका में हमें प्रोत्साहित करने के लिए आए और उन लोगों को भी जो नहीं आ सके लेकिन हमारा समर्थन किया। ''
आठ बार के बैलन डी'ओर विजेता की उनके करियर के अधिकांश समय में राष्ट्रीय टीम के साथ कमियों को लेकर आलोचना की गई थी, लेकिन यह सब अतीत में था क्योंकि ला एल्बीसेलेस्टे टीम ने दिखाया है कि वे अपने कप्तान के पीछे खड़े हैं और जीतने के लिए तैयार हैं।'' कोलंबिया अपने पिछले 28 मैचों में अजेय रहा है और पूरे टूर्नामेंट में प्रभावशाली रहा है क्योंकि लोर्न्ज़ो के खिलाड़ियों का लक्ष्य अपनी दूसरी कोपा अमेरिका ट्रॉफी घर लाना है। यदि अर्जेंटीना फाइनल जीत जाता है, तो टीम 16 खिताब के साथ टूर्नामेंट के स्पष्ट रिकॉर्ड विजेता के रूप में उरुग्वे को पीछे छोड़ देगी। -(आईएएनएस)
लंदन, 14 जुलाई । नोवाक जोकोविच और कार्लोस अल्काराज के बीच विंबलडन 2024 पुरुष एकल फाइनल के लिए टिकट की कीमतें उच्च मांग के कारण रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं। रविवार का खिताबी मुकाबला जोकोविच और अल्काराज के बीच पिछले साल के फाइनल का रीमैच होगा, जहां स्पैनियार्ड ने पांच सेट के रोमांचक मुकाबले में जीत हासिल कर अपना पहला ग्रास-कोर्ट मेजर हासिल किया था। अमेरिकी खेल कमेंटेटर डेरेन रोवेल का दावा है कि यह "इतिहास का सबसे महंगा गेट-इन फाइनल" होगा, जिसमें ऑनलाइन टिकट रीसेलिंग प्लेटफॉर्म पर सबसे सस्ते टिकट की कीमत 10,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग 8,35,193 रुपये) होगी।
रोवेल ने एक्स पर लिखा, "जोकोविच-अल्काराज विंबलडन फाइनल खेल के इतिहास में सबसे महंगा फाइनल टिकट होगा। अभी, रविवार के लिए सबसे खराब सीट के टिकट की कीमत 10,000 डॉलर से अधिक है।" हालांकि, विंबलडन की आधिकारिक मूल्य सूची में फाइनल के लिए सेंटर कोर्ट सीट के टिकट की कीमत 275 पाउंड (लगभग 29,172.56 रुपये) दिखाई गई है। रविवार को जोकोविच अल्काराज से बदला लेने की कोशिश करेंगे और द ऑल इंग्लैंड क्लब में रोजर फेडरर के आठ ट्रॉफियों के रिकॉर्ड की बराबरी करने का लक्ष्य रखेंगे। यदि वह खिताब जीतते हैं, तो 37 वर्षीय खिलाड़ी टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे उम्रदराज चैंपियन बन जाएंगे और रिकॉर्ड 25 मेजर खिताब तक पहुंच जाएंगे।
जोकोविच सबसे बड़े मंच पर फिर से अल्काराज के खिलाफ खुद को परखने के मौके का लुत्फ उठा रहे हैं। सर्बियाई खिलाड़ी को अल्काराज के खिलाफ 3-2 की करियर बढ़त हासिल है। दूसरे वरीय, जो सीज़न के अपने पहले खिताब का पीछा कर रहे हैं, जून की शुरुआत में घुटने की सर्जरी के बाद विंबलडन पहुंचे। पूर्व नंबर 1 सर्ब ने पूरे आयोजन में अच्छा प्रदर्शन किया है और अपने 10वें विंबलडन फाइनल के रास्ते में केवल दो सेट गंवाए हैं। (आईएएनएस)