अंतरराष्ट्रीय
केप कैनेडी (फ्लोरिडा), 31 दिसंबर । एलन मस्क के निजी अंतरिक्ष उद्यम स्पेसएक्स ने अपने विशाल फाल्कन हेवी रॉकेट के जरिए अमेरिकी सेना की सबसे गोपनीय प्लान के तहत एक्स-37बी शटल लॉन्च किया है, जो आसमान में लौट आया है।
इसने गुरुवार शाम को अमेरिकी सेना के लिए एक रहस्यमय अंतरिक्ष यान लॉन्च किया जो अत्याधुनिक अनुसंधान करेगा।
रॉकेट ने फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से रात 8:07 बजे उड़ान भरी। यह सेना के बिना चालक दल वाले एक्स-37बी अंतरिक्ष यान को अभूतपूर्व ऊंचाई तक ले जा रहा है, जो स्वायत्त रूप से संचालित होता है। लॉन्च को स्पेसएक्स की वेबसाइट पर लाइव स्ट्रीम किया गया। मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि साइड बूस्टर पृथ्वी पर लौट आए और सुरक्षित रूप से नीचे आ गए।
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि अंतरिक्ष यान वास्तव में कहां जा रहा है।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, अंतरिक्ष में एक्स-37बी की गतिविधियों ने अंतरिक्ष समुदाय को आकर्षित किया है। (आईएएनएस)
मॉस्को, 31 दिसंबर। रूस के सीमावर्ती शहर बेलग्राद में शनिवार को गोलाबारी में तीन बच्चों समेत कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई और 110 अन्य लोग घायल हो गए। स्थानीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
यह हमला रूस द्वारा 22 महीने पहले यूक्रेन पर किए गए आक्रमण के बाद से रूसी जमीन पर हुए सबसे घातक हमलों में से एक है।
रूसी प्राधिकारियों ने इस हमले के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया है। बेलग्राद में हुए हमले से एक दिन पहले रूस ने यूक्रेन पर 18 घंटे तक हवाई हमले किए थे, जिनमें 41 आम नागरिक मारे गए।
मॉस्को की सेना ने शुक्रवार को यूक्रेन में 122 मिसाइल और दर्जनों ड्रोन से हमले किये, जिसे वायुसेना के एक अधिकारी ने युद्ध में अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला बताया था।
इसके बाद बेलग्राद के गवर्नर व्याचेस्लाव ग्लादकोव ने बताया कि बेलग्राद पर किए गए हमले में तीन बच्चों समेत कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई और 110 लोग घायल हो गए।
सोशल मीडिया पर उपलब्ध बेलग्राद की तस्वीरों में जलती कारें और क्षतिग्रस्त इमारतों से निकलते काले धुओं का गुबार देखा जा सकता है और हवाई हमलों का सायरन सुना जा सकता है।
बेलग्राद में गोलाबारी के दौरान शहर के बीचों-बीच स्थित एक सार्वजनिक ‘आइस रिंक’ (ऐसा बंद इलाका जहां स्केटिंग के लिए बर्फ की चादर की व्यवस्था होती है) को भी निशाना बनाया गया। शहर में इससे पहले भी हमले हुए हैं लेकिन दिन दिहाड़े इस प्रकार की गोलाबारी बमुश्किल ही हुई है और इससे पहले के हमलों में इतनी अधिक संख्या में लोग नहीं मारे गए।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि उसने हमले में इस्तेमाल किए गए गोला-बारूद की पहचान चेक (गणराज्य)-निर्मित वैम्पायर रॉकेट और गोला-बारूद से लैस ओल्खा मिसाल के रूप में की है। मंत्रालय ने इसके अतिरिक्त कोई जानकारी नहीं दी है। एसोसिएटेड प्रेस (एपी) इन दावों की पुष्टि नहीं करता है।
मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में कहा, ‘‘इस अपराध को बख्शा नहीं जाएगा।’’
इससे पहले शनिवार को रूस के अधिकारियों ने देश के मॉस्को, ब्रेयांस्क, ओरिओल और कुर्स्क क्षेत्रों के हवाई क्षेत्र में 32 यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराने की सूचना दी थी।
पश्चिमी रूस के शहरों पर मई के बाद से लगातार ड्रोन हमले हो रहे हैं और रूस के अधिकारी इसके लिए यूक्रेन को जिम्मेदार बताते हैं।
यूक्रेन के अधिकारियों ने रूसी क्षेत्र और क्रीमिया प्रायद्वीप में हुए हमलों की कभी जिम्मेदारी नहीं ली लेकिन यूक्रेन के शहरों पर बड़े हमले किए जाने के बाद रूस के खिलाफ हवाई हमले किए गए हैं।
एपी सिम्मी शोभना शोभना 3112 0948 मॉस्को (एपी)
गाजा पट्टी, 31 दिसंबर। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को कहा कि गाजा में हमास के खिलाफ इजराइल का युद्ध ‘‘अभी कई महीनों तक जारी रहेगा’’।
नेतन्याहू की इस घोषणा के साथ ही उन्होंने एक प्रकार से संकेत दिया कि वह युद्ध के कारण आम नागरिकों की मौत के बढ़ते आंकड़ों, खाद्य सामग्री की घोर कमी और बड़े पैमाने पर लोगों के विस्थापन के बीच युद्धविराम की अंतरराष्ट्रीय मांग को नहीं मानेंगे।
इजराइली प्रधानमंत्री ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन को निरंतर समर्थन देने के लिए उसका आभार व्यक्त किया। बाइडन प्रशासन ने इस महीने दूसरी बार इजराइल को आपात हालात में हथियारों की बिक्री को मंजूरी दी और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के उस प्रस्ताव पर भी रोक लगाई जिसमें तत्काल युद्ध विराम की मांग की गई थी।
इजराइल का कहना है कि इस वक्त युद्ध समाप्त करना एक प्रकार से हमास की जीत होगी। वहीं बाइडन प्रशासन का भी यही मानना है हालांकि उसने इजराइल से ऐसे कदम उठाने का लगातार आग्रह किया है जिससे फलस्तीनी नागरिकों को नुकसान नहीं पहुंचे।
नेतन्याहू ने शनिवार को टेलीविजन पर अपने संबोधन में कहा,‘‘ जैसा की चीफ ऑफ स्टाफ ने इस सप्ताह कहा था कि युद्ध अभी कई माह चलेगा। मेरी नीति स्पष्ट है। हम तब तक लड़ाई जारी रखेंगे जब तक हमें युद्ध के इच्छित परिणाम हासिल नहीं हो जाएं। इसमें पहला और सबसे जरूरी है हमास का सफाया और सभी बंधकों की रिहाई।’’
गाजा में हमास के कब्जे में अब भी 120 से अधिक बंधक हैं। हमास के चरमपंथियों ने सात अक्टूबर को इजराइल पर हमला करके 240 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया था हालांकि बाद में एक समझौते के तहत हमास ने बड़ी संख्या में बंधकों को रिहा किया वहीं इजराइल ने उसकी जेलों में बंद फलस्तीन के लोगों को आजाद किया था।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने गाजा में शनिवार को कहा कि युद्ध शुरू होने के बाद से फलस्तीनी मृतकों की संख्या बढ़कर 21,672 हो गई है, जबकि इसी अवधि के दौरान 56,165 लोग घायल हुए हैं।
मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किद्रा ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 165 लोगों की मौत हो गई।
एपी शोभना अभिषेक शोभना 3112 0848 गाजापट्टी (एपी)
रूस ने यूक्रेन पर दक्षिणी-पश्चिमी रूस पर घातक हवाई हमले करने का आरोप लगाया है.
यूक्रेन से लगती सीमा के पास बेलगोरोड में शनिवार को हुए इस हमले में 20 लोगों के मारे जाने और 100 से अधिक लोगों के घायल होने की ख़बर है.
वहां के गवर्नर ने इसे अब तक के सबसे घातक हमलों में से एक क़रार दिया है. उनके अनुसार, मरने वालों में तीन बच्चे भी शामिल हैं.
वहीं यूक्रेन की सेना से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि शनिवार के हमले में केवल सेना के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया.
रूस पर यूक्रेन का हुआ यह हमला शुक्रवार को यूक्रेन पर हुए रूसी हमले का जवाब माना जा रहा है. रूस के हमले में 39 लोग मारे गए थे.
उसके बाद यूक्रेन ने कहा कि ये रूस का अब तक का सबसे बड़ा हमला था.
रूस ने ताज़ा हमले में यूक्रेन में बने ओल्खा के साथ चेक गणराज्य में बने वैंपायर रॉकेट के इस्तेमाल होने का भी आरोप लगाया है.
हालांकि बीबीसी रशियन रूस के इस दावे की पुष्टि नहीं कर सका है कि यूक्रेन के हमले में चेक गणराज्य में बने हथियारों का इस्तेमाल हुआ है.
उधर न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की तत्काल बुलाई गई बैठक में रूसी राजदूत वासिली नेबेंज़्या ने यूक्रेन पर 'नागरिक ठिकाने पर जानबूझकर, अंधाधुंध हमले' करने का आरोप लगाया है. (bbc.com/hindi)
उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया के अनुसार, इस देश ने अपनी सेना को मज़बूत बनाने के इरादे से अगले साल तीन और जासूसी सैटेलाइट लॉन्च करने का एलान किया है.
उत्तर कोरिया ने पिछले महीने अंतरिक्ष में एक जासूसी सैटेलाइट भेजा था. उसने बाद में दावा किया कि उस उपग्रह ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के सैन्य स्थलों की तस्वीरें उसे भेजी थीं.
कोरिया की सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी की साल के अंत में होने वाली बैठक में देश के नेता किम जोंग उन ने 2024 का लक्ष्य तय किया है.
इस बैठक में उन्होंने कहा है कि उनके पास अपनी परमाणु महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है.
किम जोंग उन ने यह भी कहा है कि 2024 में दक्षिण कोरिया के साथ उनके देश के संबंधों में 'मौलिक परिवर्तन' देखने को मिलेंगे.
उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया के साथ उनके देश का विलय अब संभव नहीं है. उनके अनुसार, दक्षिण कोरिया उनके देश के साथ दुश्मन जैसा व्यवहार करता है.
ऐसा शायद पहली बार है जब किम जोंग उन ने ऐसी बात कही है. जानकार इसे उत्तर कोरिया की नीति में आधिकारिक बदलाव मान रहे हैं. (bbc.com/hindi)
संयुक्त राष्ट्र की सहायता एजेंसी यूएनआरडब्लूए की डायरेक्टर जूलिएट टूमा ने कहा है कि ग़ज़ा में मानवीय सहायता की मांग लगातार बढ़ रही है. यहां कई लोग खुले में रहने को मजबूर हैं.
जूलिएट टूमा ने बीबीसी से कहा, “ग़ज़ा पट्टी के कई इलाके ऐसे हैं जहां हमारी लगातार पहुंच होनी चाहिए लेकिन वहां हम पर पाबंदी जारी है. मसलन ग़ज़ा पट्टी का उत्तरी इलाका.”
उन्होंने बताया, “ग़ज़ा तक बहुत कम आपूर्ति पहुंच रही है. यहां कोई बाज़ार नहीं है, ऐसे में लोग हमारी जैसी संस्थाओं पर बहुत हद तक निर्भर हो गए हैं.”
ग़ज़ा की कुल आबादी करीब 22 लाख है.
जूलियट टूमा ने कहा, “सुरक्षित तौर पर ये कहा जा सकता है कि ग़ज़ा का हर व्यक्ति किसी न किसी तरह से प्रभावित है.”
इसराइल का कहना है कि वो सहायता समाग्री पर रोक नहीं लगा रहा है. इसराइल के मुताबिक, दिक्कत सामान बांटने से जुड़ी है.
जूलियट टूमा बताती हैं कि ग़ज़ा के करीब 14 लाख लोग उनकी ओर से उपलब्ध कराई जा रही जगहों पर रह रहे हैं. इनमें ज़्यादातर वो स्कूल हैं, जिन्हें लड़ाई शुरू होने के पहले यूएन चलाता था.
उन्होंने बताया, “बाकी लोग जहां जगह मिल रही है, वहां रह रहे हैं. मसलन सड़क पर या किसी दोस्त के साथ उसके घर पर.”
जूलियट टूमा ने कहा, “बहुत से लोग खुले में रह रहे हैं. वो पार्क में रहते हैं. कारों में रह रहे हैं. उन्हें सुरक्षित जगह की तलाश है लेकिन ऐसी जगह उन्हें मिल नहीं पाती है क्योंकि ग़ज़ा में कहीं कोई सुरक्षा नहीं है.” (bbc.com/hindi)
पाकिस्तान चुनाव आयोग ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ (पीटीआई) पार्टी के प्रमुख इमरान ख़ान का नामांकन रद्द कर दिया है.
पीटीआई के कराची अध्यक्ष खुर्रम शेर ज़ामन ने अपने एक्स हैंडल पर इसकी जानकारी दी है.
उन्होंने लिखा है, “लाहौर और मियांवाली से इमरान ख़ान के नामांकन पत्र रद्द कर दिए गए. हम इसके ख़िलाफ़ अदालत जाएंगे. ताज्जुब की बात है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा आजीवन प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भी नवाज़ शरीफ़ के पत्र को कैसे स्वीकार कर लिया गया.”
शनिवार को पीटीआई के उम्मीदवारों के नामांकन पत्र बड़ी संख्या में ख़ारिज़ किए जाने का पार्टी ने विरोध जताया है.
पाकिस्तान में आठ फ़रवरी को आम चुनाव होने वाले हैं और शनिवार को प्रत्याशियों के नामांकन पत्र भरने का आख़िरी दिन था.
इमरान ख़ान को बीते पांच अगस्त को तोशाखाना मामले में दोषी पाया गया था और तीन साल की सज़ा दी गई थी. इसके बाद चुनाव आयोग ने उन्हें पांच साल के लिए अयोग्य ठहरा दिया.
पीटीआई के वरिष्ठ नेता और पूर्व नेशनल असेंबली स्पीकर असद क़ैसर ने कहा, “आज मुझ समेत पीटीआई के सभी वरिष्ठ नेताओं के नामांकन पत्र ख़ारिज़ कर दिए गए. नवाज़ शरीफ़ को पीएम बनाने की ये महज ट्रिक है.”
कई नेताओं ने आरोप लगाया है कि ‘यह इलेक्शन नहीं सेलेक्शन’ है. (bbc.com/hindi)
लाहौर, 30 दिसंबर । पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक इमरान खान का नेशनल असेंबली (एनए) निर्वाचन क्षेत्र लाहौर और उनके गृह शहर मियांवाली से नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्टों में शनिवार को प्रांतीय चुनाव आयोग (ईसी) के अधिकारियों का हवाला दिया गया है।
पूर्व प्रधानमंत्री ने 8 फरवरी 2024 को होने वाले आगामी चुनावों से पहले लाहौर के एनए-112 और मियांवाली के एनए-89 निर्वाचन क्षेत्रों से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था।
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, यह पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है क्योंकि पार्टी नेतृत्व के खिलाफ पहले से कई केस हैं - विशेष रूप से 9 मई के दंगों से संबंधित - जिसमें उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरेशी और अन्य सहित वरिष्ठ नेता सलाखों के पीछे हैं।
एनए-122 निर्वाचन क्षेत्र के नामांकन पत्रों की जांच करने के लिए नियुक्त रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) ने फैसले का आधार बताते हुए कहा, "पीटीआई संस्थापक को दोषी ठहराया गया है।"
जियो न्यूज ने बताया, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के मियां नसीर द्वारा उठाई गई आपत्तियों में तोशाखाना मामले में खान की पांच साल की अयोग्यता का उल्लेख किया गया था, जिसमें चुनावी निकाय ने उन्हें चुनाव अधिनियम, 2017 की धारा 167 के तहत भ्रष्ट आचरण का दोषी पाया था।
आपत्ति में कहा गया, "पीटीआई संस्थापक के प्रस्तावक और अनुमोदक एनए-112 से नहीं हैं।"
अलग से, खान के अपने गढ़ मियांवाली से नामांकन पत्र, जहां से वह पिछले चुनाव जीत चुके हैं, को भी इसी कारण से खारिज कर दिया गया था।
इसके अलावा, चुनाव आयोग ने मुल्तान के एनए-150, पीपी-218 और थारपारकर के एनए-214 से पीटीआई के उपाध्यक्ष कुरेशी के नामांकन पत्रों को भी खारिज कर दिया।
इस बीच, पूर्व संघीय मंत्री और पीटीआई नेता हम्माद अज़हर का नामांकन पत्र पीपी-172 से खारिज कर दिया गया। (आईएएनएस)
वाशिंगटन, 30 दिसंबर । नासा के क्यूरियोसिटी मार्स रोवर ने सुबह से शाम तक मंगल ग्रह के एक पूरे दिन के दो ब्लैक एंड ह्वाइट वीडियो रिकॉर्ड किए हैं।
नासा ने कहा कि रोवर ने अपने हेजकैम से मंगल की सतह पर जगह बदलती अपनी ही छाया को 8 नवंबर को कैद किया जो मिशन का 4,002वाँ मंगल दिवस या सोल था।
वीडियो रिकॉर्ड करने के निर्देश मंगल ग्रह के सौर संयोजन की शुरुआत से ठीक पहले क्यूरियोसिटी तक भेजे गए आदेशों के अंतिम सेट का हिस्सा थे। सौर संयोजन वह अवधि है जब सूर्य पृथ्वी और मंगल के बीच होता है। इस बार ऐसा 11 से 25 नवंबर तक हुआ।
रोवर, जो 2012 में मंगल ग्रह पर उतरा था, ने हेज़कैम का उपयोग किया, क्योंकि इसकी अन्य गतिविधियों को जानबूझकर संयोजन से ठीक पहले कम कर दिया गया था।
नासा ने कहा कि हैजकैम ने पहली बार बादलों या धूल के शैतानों को पकड़ने की उम्मीद में 12 घंटे के स्नैपशॉट रिकॉर्ड किए, जो लाल ग्रह के मौसम के बारे में अधिक जानकारी दे सकते हैं।
जब संयोजन के बाद छवियां पृथ्वी पर आईं, तो वैज्ञानिकों ने समय की गति को कैद करने के लिए वीडियो की 25-फ्रेमों की जोड़ी को एक साथ रखा।
मंगल के समय के अनुसार, प्रातः 5:30 बजे से सायं 5:30 बजे तक वीडियो में दिन चढ़ने और फिर ढ़लने के साथ क्यूरियोसिटी की छाया की दिशा और जगह बदलती देखी जा सकती है।
पहला वीडियो, जिसमें सामने वाले हैज़कैम की छवियां हैं, माउंट शार्प पर पाई जाने वाली घाटी गेडिज़ वालिस के साथ दक्षिण-पूर्व में दिखती है। क्यूरियोसिटी 2014 से 5 किलोमीटर ऊंचे पर्वत के बेस पर चढ़ रहा है, जो गेल क्रेटर में स्थित है।
जैसे ही सूर्योदय के दौरान आकाश चमकता है, रोवर की 2-मीटर रोबोटिक भुजा की छाया बाईं ओर चली जाती है, और क्यूरियोसिटी के सामने के पहिये फ्रेम के दोनों ओर अंधेरे से बाहर निकलते हैं।
बाईं ओर रोबोटिक भुजा के कंधे पर लगा एक गोलाकार अंशांकन लक्ष्य भी दिखाई दे रहा है।
दिन के मध्य में, फ्रंट हैज़कैम का ऑटो एक्सपोज़र एल्गोरिदम एक सेकंड के लगभग एक तिहाई के एक्सपोज़र समय पर स्थिर हो जाता है। रात होने तक, एक्सपोज़र का समय एक मिनट से अधिक हो जाता है, जिससे विशिष्ट सेंसर शोर होता है जिसे "हॉट पिक्सल" के रूप में जाना जाता है जो अंतिम छवि में सफेद बर्फ के रूप में दिखाई देता है।
दूसरा वीडियो पिछले हैज़कैम का दृश्य दिखाता है क्योंकि यह माउंट शार्प की ढलानों से उत्तर-पश्चिम की ओर गेल क्रेटर के तल तक दिखता है।
क्यूरियोसिटी की बिजली प्रणाली की छाया के साथ, रोवर का दाहिना पिछला पहिया दिखाई दे रहा है। 17वें फ्रेम के दौरान, वीडियो के बीच में बायीं ओर दिखाई देने वाली एक छोटी काली कलाकृति, कैमरा सेंसर से टकराने वाली एक ब्रह्मांडीय किरण के परिणामस्वरूप उत्पन्न हुई।
इसी तरह, वीडियो के अंत में चमकती चमक और अन्य शोर अंतरिक्ष यान की बिजली प्रणाली से निकलने वाली गर्मी का परिणाम है जो हैज़कैम के छवि सेंसर को प्रभावित करती है।
इन छवियों को हैज़कैम के वाइड-एंगल लेंस को सही करने के लिए पुनः प्रक्षेपित किया गया है। छवियों की धब्बेदार उपस्थिति, विशेष रूप से रियर-कैमरा वीडियो में, लेंस पर 11 वर्षों से मंगल ग्रह की धूल जमने के कारण है। (आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 30 दिसंबर । हमास ने सात अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था। इस दौरान इजरायली सेना 'कम संख्या में' और 'स्थिति से बाहर' थी।
द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली सेना इतने खराब ढंग से संगठित थी कि सैनिक अचानक व्हाट्सएप ग्रुपों में संवाद करते थे और टारगेट जानकारी के लिए सोशल मीडिया पोस्ट पर निर्भर रहते थे।
रिपोर्ट के अनुसार, ''कमांडो केवल ब्रीफ युद्ध के लिए हथियारों से लैस होकर जंग में उतरे। लक्ष्य चुनने के लिए हेलीकॉप्टर पायलटों को समाचार रिपोर्टों और टेलीग्राम चैनलों को देखने का आदेश दिया गया।''
समाचार रिपोर्ट में वर्तमान और पूर्व सैन्य कर्मियों का भी इंटरव्यू लिया गया है। जांच में यह भी पाया गया कि इजरायली सेना के पास हमास के किसी महत्वपूर्ण हमले के लिए कोई प्रतिक्रिया योजना या प्रशिक्षण नहीं था। सैनिकों ने इसे उस दिन चलते-चलते पूरा कर लिया था। (आईएएनएस)।
न्यूयॉर्क, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय मूल के दो लोगों को अमेरिका में वीजा धोखाधड़ी की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
मैसाचुसेट्स जिले के अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय ने शुक्रवार को कहा कि 36 वर्षीय रामभाई पटेल और 39 वर्षीय बलविंदर सिंह ने कथित तौर पर डकैती की साजिश रची ताकि आव्रजन लाभ के लिए आवेदन कर सकें।
पटेल को 13 दिसंबर, 2023 को सिएटल में गिरफ्तार किया गया और उसे हिरासत में रखने का आदेश दिया गया है। सिंह को भी उसी दिन क्वींस में गिरफ्तार किया गया, और उसे शुक्रवार दोपहर बोस्टन की संघीय अदालत में पेश किया गया।
दस्तावेज़ों के अनुसार, मार्च 2023 से पटेल और उसके सह-साजिशकर्ताओं, जिनमें कभी-कभी सिंह भी शामिल थे, ने कई डकैतियों को अंजाम दिया।
ये डकैतियां अमेरिका में आठ शराब दुकानों और फास्ट फूड रेस्तरां में किए गए, जिनमें मैसाचुसेट्स में चार थे।
यह आरोप लगाया गया है कि इन डकैतियों को इसलिए अंजाम दिया गया ताकि यह दावा कर सके कि वे यू वीज़ा के लिए आवेदन कर सकें।
अमेरिका में यू वीज़ा ऐसे पीड़ितों को दिया जाता है, जिन्हें मानसिक या शारीरिक शोषण का सामना करना पड़ा है और जो आपराधिक गतिविधि की जांच या अभियोजन में कानून प्रवर्तन में सहायक रहे हैं।
"पीड़ितों" पर आरोप है कि दोनों ने योजना में भाग लेने के लिए पटेल को भुगतान किया था। बदले में, पटेल ने कथित तौर पर डकैती के लिए स्टोर मालिकों को भी भुगतान किया।
वीज़ा धोखाधड़ी की साजिश रचने के आरोप में पांच साल तक की जेल, तीन साल की निगरानी में रिहाई और 250,000 डॉलर के जुर्माने का प्रावधान है।
अमेरिकी क़ानूनों के आधार पर एक संघीय जिला अदालत के न्यायाधीश द्वारा सजाएं दी जाती हैं।
वकील के कार्यालय ने कहा कि चार्जिंग दस्तावेज़ों में शामिल विवरण आरोप हैं, और प्रतिवादियों को तब तक निर्दोष माना जायेगा जब तक कि अदालत में दोष साबित न हो जाए।
--आईएएनएस
अमेरिकी जनगणना ब्यूरो की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल विश्व की जनसंख्या में 7.5 करोड़ की बढ़ोतरी हुई और नए साल के दिन वैश्विक आबादी आठ अरब से अधिक होने का अनुमान है.
अमेरिकी जनगणना ब्यूरो के मुताबिक 2023 में दुनिया भर में जनसंख्या की वृद्धि दर एक प्रतिशत से कम रही. 2024 की शुरुआत में दुनिया भर में हर सेकंड में 4.3 लोगों का जन्म और दो लोगों की मौत होने का अनुमान है.
1 जनवरी 2024 को अनुमानित विश्व जनसंख्या 8,019,876,189 होने का अनुमान है, जो कि 2023 के पहले दिन से 75,162,541 (0.95 प्रतिशत) अधिक है.
अमेरिका की जनसंख्या वृद्धि धीमी हुई
पिछले साल अमेरिका की जनसंख्या दर 0.53 फीसदी थी, जो कि दुनिया भर की वृद्धि से आधी है. 2023 में अमेरिका की आबादी 17 लाख बढ़ी और नए साल पर इसकी आबादी 33 करोड़ 58 लाख हो जाएगी. वर्तमान में सबसे धीमी गति से बढ़ने वाला दशक 1930 के दशक में महामंदी के बाद 7.3 प्रतिशत था.
द ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूशन के जनसांख्यिकी विशेषज्ञ विलियम फ्रे ने समाचार एजेंसी ने एपी से कहा, "आबादी में वृद्धि की मौजूदा गति अगर इस दशक के अंत तक बरकरार रही, तो 2020 का दशक जनसंख्या में बढ़ोतरी के लिहाज से अमेरिकी इतिहास में सबसे धीमी गति का दशक हो सकता है और 2020 से 2030 तक 10 साल की अवधि में वृद्धि दर चार प्रतिशत से कम रह सकती है.,"
उन्होंने कहा, "निश्चित रूप से महामारी के वर्षों को छोड़ने के बाद जनसंख्या में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है. लेकिन 7.3 प्रतिशत तक पहुंचना अभी भी मुश्किल होगा."
प्रवासन का अमेरिकी जनसंख्या पर असर
2024 की शुरुआत में अमेरिका में हर नौ सेकंड में एक जन्म और हर 9.5 सेकंड में एक मृत्यु होने का अनुमान है. लेकिन आप्रवासन के कारण जनसंख्या में कमी नहीं आएगी. नेट इंटरनेशनल इमिग्रेशन से हर 28.3 सेकंड में अमेरिकी जनसंख्या में एक व्यक्ति जुड़ने की उम्मीद है.
अमेरिकी जनगणना ब्यूरो का कहना है कि 26 सितंबर 2023 को विश्व की जनसंख्या आठ अरब के पार हो गई, हालांकि संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या विभाग का अनुमान था कि यह 15 नवंबर 2022 को ही हो चुका.
1960 के दशक से विश्व जनसंख्या वृद्धि धीमी हो रही है. वैश्विक जनसंख्या को सात अरब से आठ अरब होने में साढ़े 12 साल लग गए. लेकिन जनगणना ब्यूरो का कहना है कि आठ अरब से नौ अरब होने में 14.1 साल लगेंगे और नौ अरब से 10 अरब होने में 16.4 साल लगेंगे, जो 2055 के आसपास हो सकता है.
आबादी के मामले में चीन को पीछे छोड़ते हुए इसी साल भारत दुनिया का सबसे आबादी वाला देश बना था. संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक भारत की आबादी 142.86 करोड़ को पार कर गई है. संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि अगले तीन दशकों में भारत की आबादी बढ़ती रहेगी और उसके बाद इसमें गिरावट आनी शुरू होगी.
भारत में साल 2011 के बाद से जनगणना नहीं हुई है और इसलिए उसकी साल 2023 में सटीक आबादी कितनी है यह जानकारी नहीं है.
एए/वीके (एपी)
इस्लामाबाद, 29 दिसंबर । पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि उसे प्रतिबंधित जमात-उद-दावा (जेयूडी) के प्रमुख हाफिज मुहम्मद सईद के प्रत्यर्पण के लिए भारत से अनुरोध मिला है, लेकिन वह इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर सकता है क्योंकि दोनों देशों के बीच इस संबंध में कोई समझौता नहीं है।
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलूच ने एक बयान में कहा, "पाकिस्तान को भारतीय अधिकारियों से एक अनुरोध प्राप्त हुआ है, जिसमें तथाकथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हाफिज सईद के प्रत्यर्पण की मांग की गई है।"
हालाँकि, भारत के अनुरोध पर अमल करने की कोई योजना नहीं हो सकती है, क्योंकि "पाकिस्तान और भारत के बीच कोई द्विपक्षीय प्रत्यर्पण संधि नहीं है"।
भारत सईद पर सीमा पार हमलों में शामिल होने का आरोप लगाता है, हालांकि, प्रतिबंधित संगठन के प्रमुख ने सभी दावों का खंडन किया है।
एक पाकिस्तानी अदालत ने 26/11 के मुंबई हमले के लिए अमेरिका और भारत द्वारा दोषी ठहराए गए सशस्त्र समूह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के संस्थापक सईद को आतंकवाद के वित्तपोषण के दो मामलों में 31 साल जेल की सजा सुनाई थी। (आईएएनएस)।
कीव, 30 दिसंबर । रूस-यूक्रेन संघर्ष की शुरुआत के बाद से यूक्रेन पर सबसे बड़े हवाई हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 30 हो गई है, जबकि 160 से अधिक लोग घायल हुए हैं। यह जानकारी आंतरिक मंत्री इहोर क्लाइमेंको ने दी।
क्लेमेंको ने टेलीग्राम पर एक पोस्ट में कहा, शुक्रवार सुबह हमले में क्षतिग्रस्त हुई इमारतों के मलबे से कम से कम 53 लोगों को बचाया गया है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेनी सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने कहा कि रूस ने यूक्रेन के खिलाफ रिकॉर्ड 158 ड्रोन और मिसाइलें दागीं, इनमें से 115 को रोक दिया गया।
इसमें कहा गया है कि हवाई हमले के दौरान यूक्रेन के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे, औद्योगिक और सैन्य केंद्रों पर हमला किया गया।
मेयर विटाली क्लिट्स्को ने कहा कि कीव में नौ लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और 28 घायल हुए हैं।
सबसे अधिक मौतें तब हुईं, जब शेवचेनकिव्स्की जिले के एक गोदाम में एक रोकी गई मिसाइल के टुकड़ों की चपेट में आने के बाद आग लग गई।
मध्य यूक्रेन के निप्रो शहर, ओडेसा और ज़ापोरिज़िया के दक्षिणी शहरों और खार्किव के पूर्वी शहर में भी हताहतों की सूचना मिली। (आईएएनएस)।
न्यूयॉर्क, 30 दिसंबर । मैसाचुसेट्स राज्य में एक तकनीकी कंपनी के प्रमुख भारतीय मूल के जोड़े और उनकी किशोर बेटी को मृत पाया गया है। स्थानीय पुलिस ने कहा घरेलू कलह का मामला प्रतीत होता है।
अभियोजक, माइकल मॉरिससी ने बताया कि मृतकों की पहचान 57 वर्षीय राकेश कमल, उनकी पत्नी, 54 वर्षीय टीना और उनकी 18 वर्षीय बेटी एरियाना के रूप में की। यह घटना गुरुवार शाम को हुई थी।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि घर में किसी भी प्रकार की तोड़-फोड़ का कोई संकेत नहीं थ है, मुझे विश्वास है कि संभवतः घरेलू मुद्दे को लेकर घटना घटी।
उन्होंने कहा कि राकेश कमल के पास से बंदूक मिली है।
टीना कमल ने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी और हार्वर्ड विश्वविद्यालय में अध्ययन किया था। अमेरिकन रेड क्रॉस के अनुसार वह एडुनोवा की सीईओ थीं। वह इसके मैसाचुसेट्स चैप्टर के निदेशक मंडल में भी थीं।
बेटर बिज़नेस ब्यूरो, "रिक" कमल को कंपनी का अध्यक्ष बताया।
बोस्टन में डब्ल्यूबीजेड टीवी ने कहा कि जांचकर्ताओं के अनुसार एक रिश्तेदार परिवार की जांच करने के लिए घर में गया, उसने किसी को मृत देखा और पुलिस को फोन किया।
बोस्टन 25 न्यूज टीवी की रिपोर्ट के अनुसार परिवार को वित्तीय समस्याओं का सामना करने के संकेत मिले हैं।टीना कमल ने पिछले साल संघीय अदालत में दिवालियापन के लिए याचिका दायर की थी।
इसमें कहा गया कि बाद में उन्होंने घर को 3 मिलियन डॉलर में बेच दिया, जबकि इसकी कीमत 6.8 मिलियन डॉलर थी।
डब्ल्यूसीवीबी टीवी के अनुसार, बोस्टन से लगभग 30 किमी दूर डोवर में इस आलीशान घर में 27 कमरे हैं।
टीवी न्यूज़कास्ट में, घर रोशनी और क्रिसमस की सजावट से सजाया हुआ दिखाई दिया।
इससे पहले, मॉरिससी के प्रवक्ता डेविड ट्रब ने एक बयान जारी कर कहा था कि "इस समय उपलब्ध सबूत किसी बाहरी की संलिप्तता का संकेत नहीं देते हैं,यह घरेलू हिंसा की घटना प्रतीत होती है।"
मॉरिससी ने कहा कि एरियाना कमल पड़ोसी वर्मोंट राज्य के मिडिलबरी कॉलेज की छात्रा थी।
बोस्टन 25 टीवी ने बताया कि मिडिलबरी कॉलेज ने कहा कि वह अपने प्रथम वर्ष में नामांकित "एक प्रतिभाशाली छात्रा और एक अद्भुत गायिका" थी।
बोस्टन में एनबीसी10 टीवी के अनुसार, मिल्टन एकेडमी ने कहा कि उसने इस साल हाई स्कूल से स्नातक किया था और उसकी मां माता-पिता संघ की अध्यक्ष थीं।
मौतों को एक विनाशकारी क्षति बताते हुए स्कूल ने कहा, "आरिया एक प्यारी, स्मार्ट, दयालु युवा महिला थी, जिसने अभी अपनी पूरी क्षमता का एहसास करना शुरू किया था।"
अमेरिकन रेड क्रॉस के मैसाचुसेट्स चैप्टर ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि उसने एजिस सॉफ्टवेयर कॉर्प, ईएमसी कॉर्पोरेशन और फिडेलिटी इन्वेस्टमेंट्स में काम किया था और उसके पास तीन पेटेंट थे।
डब्ल्यूसीवीबी द्वारा उद्धृत एक बयान में, अमेरिकन रेड क्रॉस ने कहा कि वह "डोवर में हुई त्रासदी से बहुत दुखी है"।
--आईएएनएस
मेक्सिको सिटी, 30 दिसंबर उत्तर-पश्चिमी मैक्सिकन राज्य सोनोरा में शुक्रवार तड़के एक पार्टी पर एक सशस्त्र समूह के हमले में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और 26 घायल हो गए। स्थानीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सोनोरा अटॉर्नी जनरल के कार्यालय के प्रमुख गुस्तावो सालास ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि हमला काजेमे नगर पालिका में स्यूदाद ओब्रेगॉन की सड़कों पर एक "टेक्नो-पार्टी" में हुआ।
उन्होंने कहा कि हालांकि अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, राज्य के सैन्य और पुलिस अधिकारियों ने हमलावरों की पहचान कर ली है।
सालास ने प्रारंभिक जांच का हवाला देते हुए कहा, यह एक आपराधिक समूह के नेता के खिलाफ सीधा प्रहार था, जिसके पास "हत्या, स्त्री-हत्या, स्वतंत्रता से अवैध रूप से वंचित करने और आपराधिक सहयोग के लिए पांच गिरफ्तारी वारंट थे।"
उन्होंने कहा कि इसके कारण घटनास्थल पर लोगों पर पार्श्व हमले भी हुए, इसके परिणामस्वरूप तीन महिलाओं सहित पांच अन्य की मौत हो गई।
अभियोजक ने कहा कि उन जिम्मेदार लोगों की तलाश के लिए विभिन्न स्तरों पर सुरक्षा बलों को स्यूदाद ओब्रेगॉन में तैनात किया गया था, जिनके कार्यों को "बख्शा नहीं जाएगा।"
इस बीच, मैक्सिकन सोशल सिक्योरिटी इंस्टीट्यूट बिएनस्टार अस्पताल के निदेशक बीट्रिज़ एलेना एंटिलॉन रोसास ने कहा कि घायल हुए और इलाज किए गए 26 लोगों में से चार की हालत गंभीर है, नौ अस्पताल में भर्ती हैं और 13 को छुट्टी दे दी गई है। (आईएएनएस)
इस्लामाबाद, 30 दिसंबर । पाकिस्तान के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश के चार जिलों के नमूनों में पोलियो वायरस का पता चला है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, मंत्रालय ने कहा कि दक्षिणी सिंध प्रांत के कराची और हैदराबाद जिलों, दक्षिण-पश्चिम चमन जिले और उत्तर-पश्चिम पेशावर के चार नमूनों में पोलियो वायरस पाए गए।
मंत्रालय ने कहा कि देश में एक अच्छी पोलियो निगरानी प्रणाली है, पोलियो वायरस कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले बच्चों को जल्दी और आसानी से निशाना बनाते हैं।
इसमें कहा गया है कि पोलियो टीकाकरण बच्चों को वायरस और विकलांगता से बचाने का एकमात्र तरीका है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने रेखांकित किया कि देश में प्रत्येक पोलियो अभियान के दौरान माता-पिता को पांच साल से कम उम्र के बच्चों को पोलियो ड्रॉप अवश्य पिलानी चाहिए।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, पाकिस्तान अपने पड़ोसी अफगानिस्तान के साथ दुनिया के दो पोलियो-ग्रस्त देशों में से एक है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान में इस साल अब तक पोलियो के छह मामले सामने आए हैं। (आईएएनएस)।
बीजिंग, 30 दिसंबर । अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा कि शनिवार को उत्तरी सुमात्रा के पश्चिमी तट पर 5.9 तीव्रता से भूकंप आया।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप का केंद्र 10.0 किमी की गहराई पर शुरू में 2.54 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 93.13 डिग्री पूर्वी देशांतर पर निर्धारित किया गया।
--आईएएनएस
मेक्सिको सिटी, 30 दिसंबर। उत्तरी मेक्सिको में शुक्रवार तड़के तीन बंदूकधारियों ने एक पार्टी में घुस कर गोलीबारी की जिसमें छह लोगों की मौत हो गई और 26 अन्य घायल हो गए।
मृतकों में दो की उम्र 18 साल से कम है और घायलों में पांच बच्चे शामिल हैं। स्थानीय अस्पतालों में भर्ती घायलों में से चार की हालत गंभीर बताई गई है, जबकि 13 अन्य को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई।
सीमावर्ती राज्य सोनोरा में अभियोजकों ने कहा कि यह हमला स्यूदाद ओब्रेगॉन शहर में एक पार्टी के दौरान किया गया जहां एक गिरोह के सदस्य के होने का अंदेशा था।
माना जा रहा है कि हमला तीन बंदूकधारियों ने किया लेकिन उनका चौथा सहयोगी पार्टी में मौजूद था। हमले के दौरान गिरोह के वांछित सदस्य ने भागने का प्रयास किया लेकिन वह मारा गया। हमले के बाद बंदूकधारी फरार हो गए।
सोनोरा में मादक पदार्थों की तस्करी के कई गिरोह सक्रिय हैं और उनके बीच अक्सर वर्चस्व की लड़ाई में खून-खराबा होता है।
एपी शोभना अभिषेक शोभना 3012 0838 मेक्सिकोसिटी (एपी)
दक्षिण अफ्रीका ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) में एक मामला दायर किया है जिसमें आरोप लगाया गया है कि इसराइल ग़ज़ा में 'नरसंहार की गतिविधियों' में शामिल है.
आईसीजे ने 'जीनोसाइड कन्वेन्शन' के तहत इसराइल की जवाबदेही के कथित उल्लंघन से संबंधित मामला दायर होने की पुष्टि की है.
हालांकि इसराइल ने इस आरोप को 'निराधार' बताते हुए इसे सख़्ती से ख़ारिज कर दिया है.
इसराइल के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इसराइल दक्षिण अफ्रीका द्वारा लगाए गए इस आरोप को ख़ारिज करता है.
नीदरलैंड्स के हेग में स्थित आईसीजे, संयुक्त राष्ट्र संघ का प्रमुख क़ानूनी निकाय है.
यह विभिन्न देशों के बीच के विवादों का निपटारा करता है और अंतरराष्ट्रीय क़ानूनी मसलों पर अपनी सलाह देता है.
आईसीजे में अपनी अपील दाख़िल करने के बाद दक्षिण अफ्रीका ने एक बयान में कहा है कि उनका देश नरसंहार को होने से रोकने के लिए बाध्य है.
बयान के अनुसार, "ग़ज़ा पट्टी पर इसराइल के हमले और उसके बाशिंदों को वहां से जबरन हटाने के कारण नागरिकों की हो रही दुर्दशा से दक्षिण अफ्रीका बहुत चिंतित है."
बयान में कहा गया, "इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय अपराधों जैसे कि मानवता के ख़िलाफ़ अपराध और युद्ध अपराध की रिपोर्टें लगातार आ रही हैं. साथ ही नरसंहार या उस जैसे अन्य अपराधों की रिपोर्टें भी मिल रही हैं."
दक्षिण अफ्रीका ने अपने आवेदन में आईसीजे से अगले सप्ताह सुनवाई करने की मांग की है.
इसराइल के विदेश मामलों के मंत्रालय के प्रवक्ता लियोर हयात ने कहा है कि दक्षिण अफ्रीका का यह दावा 'न्यायालय का घिनौना और अवमाननापूर्ण शोषण' है. (bbc.com/hindi)
-अन्नाबेले लियांग
मशहूर कॉस्मेटिक ब्रांड लोरियल की उत्तराधिकारी फ्रैंकोइस बेटेनकोर्ट मेयर्स 100 अरब डॉलर की संपत्ति अर्जित करने वाली दुनिया की पहली महिला बन गई हैं.
फ़्रांस की इस सौंदर्य प्रसाधन कंपनी की स्थापना फ़्रैंकोइस बेटनेकोर्ट के दादा ने की थी.
कंपनी के शेयर की क़ीमतों में हाल के दिनों में अच्छा ख़ासा उछाल देखा गया है.
दुनिया में सबसे अमीर लोगों की रैंकिंग के अनुसार वो दुनिया की 12वीं सबसे अमीर व्यक्ति हो गई हैं.
बीते गुरुवार को लोरियल के शेयरों में पेरिस में रिकॉर्ड उछाल आया. महामारी के बाद कंपनी की बिक्री में भी सबसे अधिक वृद्धि हुई है.
ब्लूमबर्ग बिलिनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, 70 साल की बेटेनकोर्ट मेयर्स की कुल संपत्ति 100 अरब के पार हो गयी है.
हालांकि वो फ़्रांसीसी कारोबारी बर्नार्ड अरनॉल्ट की कुल संपत्ति 179 अरब डॉलर से अभी भी काफ़ी दूर हैं.
अरनॉल्ट दुनिया के सबसे बड़े लक्ज़री ग्रुप एलवीएमएच के संस्थापक हैं. इस कंपनी के पोर्टफ़ोलियों में फेंडी और लुई विट्टॉन जैसे मशहूर ब्रांड शुमार हैं.
बेटेनकोर्ट मेयर्स कंपनी के बोर्ड की वाइस चेयरमैन हैं. लोरियल में वो और उनके परिवार की सबसे अधिक 35% हिस्सेदारी है.
उनकी मां लिलियान बेटेनकोर्ट की 2017 में मौत हो गई, जिसके बाद वो उत्तराधिकारी हुईं.
लिलियान को फ़्रांस की सबसे धनी व्यक्ति के रूप में जाना जाता था और फ़्रांसीसी नेताओं के साथ उनकी क़रीबी चर्चा में थी.
हालांकि बाद के सालों में उनकी इकलौती बेटी फ़्रैंकोइस बेटेनकोर्ट मेयर्स के साथ सार्वजनिक विवाद भी हुए.
बेटेनकोर्ट मेयर्स ने एक फ़ोटोग्राफ़र और सोशलाइट पर अपनी मां के मानसिक हालत का फ़ायदा उठाने के आरोप लगाए थे. (bbc.com/hindi)
ईरान ने शुक्रवार को इसराइली ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद के लिए जासूसी करने के आरोप में चार लोगों को फांसी की सज़ा दी है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़, इससे दो हफ़्ते पहले भी ईरान ने इन आरोपों के तहत एक अन्य शख़्स को फांसी की सज़ा दी थी.
ईरान के उत्तरपश्चिमी प्रांत वेस्ट अज़रबैज़ान की न्यायपालिका की मिज़ान ऑनलाइन वेबसाइट के अनुसार, “ज़ायनिस्ट सरकार से संबंधित जासूसी ग्रुप के चार लोगों को आज सुबह ही फांसी पर लटका दिया गया.”
इनमें तीन पुरुष हैं- वफ़ा हानारेह, अरम ओमारी और हमान पारहाज़ो और एक महिला है जिनका नाम है नसीम नमाज़ी.
इन्हें 'ज़ायनिस्ट सरकार के साथ मिलकर धरती पर भ्रष्टाचार फैलाने और ख़ुदा के ख़िलाफ़ जंग छेड़ने' के आरोप में मौत की सज़ा सुनाई गई थी.
मिज़ान के अनुसार, ‘इसराइल की जासूसी एजेंसी मोसाद के निर्देश पर इस ग्रुप ने देश की सुरक्षा के ख़िलाफ़ कार्रवाई की.’
ईरान इसराइल को मान्यता नहीं देता और दोनों ही देशों के बीच सालों से अप्रत्यक्ष युद्ध जारी है.
ग़ज़ा युद्ध के कारण ईरान का रुख़ इसराइल को लेकर और कड़ा हो गया है.
वहीं, इसराइल ईरान पर ग़ज़ा पट्टी में हमास, लेबनान में हिज़्बुल्लाह और यमन में नसरल्लाह के इस्लामिक चरमपंथी ग्रुपों को संचालित करने और शह देने का आरोप लगाता रहा है.
बीती 16 दिसम्बर को दक्षिणपूर्वी प्रांत सिस्तान बलूचिस्तान में एक अन्य व्यक्ति को मोसाद के लिए काम करने के लिए फांसी पर लटका दिया गया था. (bbc.com/hindi)
चीन ने ली शांगफू को आधिकारिक तौर पर बर्ख़ास्त करने के लगभग दो महीने बाद डोंग जून को अपना नया रक्षा मंत्री बनाने का एलान किया है.
शुक्रवार को बीजिंग में नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की स्थायी समिति की बैठक में चीन के शीर्ष लेजिस्लेटर ने डोंग जून की नियुक्ति की घोषणा की गई.
62 साल के डोंग जून नौसेना के पूर्व कमांडर हैं. उन्हें अगस्त 2021 में नौसेना का कमांडर बनाया गया था.
डोंग जून चीन की सेना के दक्षिणी थिएटर कमांड के डिप्टी कमांडर के रूप में कार्य कर चुके हैं. उनका काम दक्षिण चीन सागर जैसे विवादित क्षेत्र में भी रहा है.
चीन का यह क़दम इस साल के शुरू में देश के कई शीर्ष सैन्य अधिकारियों की बर्ख़ास्तगी के बाद उठाया गया.
इस साल रक्षा मंत्री के पद से ली शांगफू के अलावा विदेश मंत्री के पद से किन गैंग को भी हटाया गया.
इन दोनों की बर्ख़ास्तगी का कोई कारण नहीं बताया गया. दोनों अपने पद पर केवल सात महीने ही रहे.
इस सप्ताह भी कुछ अधिकारियों की बर्ख़ास्तगी हुई है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने चीन के सरकारी मीडिया संस्थान शिन्हुआ के हवाले से बताया है कि शुक्रवार को नौ वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को स्थायी समिति से हटा दिया गया.
सरकारी मीडिया के अनुसार, सरकार के स्वामित्व वाली मिसाइल रक्षा कंपनियों के तीन अधिकारियों को भी इस सप्ताह के शुरू में चीन की शीर्ष राजनीतिक सलाहकार संस्था से हटा दिया गया. (bbc.com/hindi)
यूक्रेन ने बताया है कि रूस की अब तक की सबसे बड़ी मिसाइल बमबारी में कम से कम 30 लोग मारे गए हैं.
रूस ने शुक्रवार सुबह तड़के यूक्रेन की राजधानी कीएव, ओडेसा, निप्रॉपेट्रोस, खारकीएव, ल्वीव पर हमला किया था. इस हमले में 160 से अधिक लोग घायल हो गए.
यूक्रेन की वायु सेना के प्रवक्ता ने बताया है कि उन्होंने कभी एक साथ इतनी सारी मिसाइलों के हमले नहीं देखे.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने बताया कि रूस ने 'अपने शस्त्रागार में मौजूद लगभग हर प्रकार के हथियारों का इस्तेमाल किया'. उनके अनुसार, रूस ने घरों और अस्पतालों को भी निशाना बनाया.
हाल के महीनों में कीएव की हवाई सुरक्षा में काफी सुधार हुआ है, लेकिन शुक्रवार को सारी व्यवस्था चरमरा सी गई.
यूक्रेन की वायु सेना के प्रवक्ता ने बताया कि रूस ने हमले के लिए हाइपरसोनिक, क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों का प्रयोग किया, जिन्हें रोकना मुश्किल होता है.
वायु सेना ने बताया है कि 158 मिसाइलों और ड्रोनों में से 114 को मार गिराया गया.
मिसाइल हमले जहां जहां हुए वहां से काला धुआं निकल रहा है. (bbc.com/hindi)
अर्जेंटीना ने पूर्ण सदस्य बनने के तीन दिन पहले ब्रिक्स का सदस्य बनने से इनकार कर दिया है.
देश के नए राष्ट्रपति जेवियर माइली ने अपनी पूर्ववर्ती सरकार के फ़ैसले को पलटते हुए ब्रिक्स में शामिल होने की योजना अब वापस ले ली है.
ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ़्रीका के नेताओं को लिखे एक पत्र में जेवियर माइली ने बताया है कि पिछली सरकार के लिए हुए फ़ैसले को अब बदला जा रहा है.
अर्जेंटीना उन छह देशों की बहुप्रतीक्षित सूची में शामिल था, जिसे एक जनवरी, 2024 से पूर्ण सदस्यता दी जानी है.
अन्य पांच देशों में मिस्र, ईरान, इथियोपिया, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात हैं. ऐसा होने के बाद ब्रिक्स के कुल सदस्य देशों की संख्या पांच से बढ़कर 10 हो जाएगी.
अर्जेंटीना की सोच में यह बदलाव दक्षिणपंथी विचारधारा वाले अर्थशास्त्र के प्रोफ़ेसर माइली की नवंबर में हुई जीत के बाद आया है. उन्होंने 10 दिसंबर को अपना पद संभाला है.
माइली ने वामपंथी विचारधारा के अल्बर्टो फर्नांडीज, जिनकी सोच ब्रिक्स के मौजूदा सदस्य देशों के साथ ज़्यादा मेल खाती थी, की जगह ली है.
अपने देश की ख़राब अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए माइली ने कड़े क़दम उठाने का संकल्प व्यक्त किया था, फिर भी चुनाव में उन्हें आश्चर्यजनक जीत मिली.
जेवियर माइली ने ब्रिक्स के मौजूदा सदस्यों को भेजे अपने पत्र में कहा है कि उनकी सरकार की विदेश नीति पिछली सरकार से कई मायनों में अलग है.
उन्होंने कहा कि वे अर्जेंटीना को ब्रिक्स का पूर्ण सदस्य बनने को 'उचित' नहीं मानते हैं, लेकिन वे इन देशों से अपने द्विपक्षीय संबंधों को मज़बूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. (bbc.com/hindi)