राष्ट्रीय
नई दिल्ली, 13 जुलाई | 13,500 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले में भारत में वांछित भगोड़े जौहरी मेहुल चोकसी को डोमिनिका हाई कोर्ट द्वारा जमानत मिलने के बाद एंटीगुआ और बारबुडा वापस जाने की अनुमति मिल गई है। नए अदालती आदेश भारतीय एजेंसियों के लिए एक झटका है, जिन्होंने चोकसी को भारत वापस लाने के लिए डोमिनिका में अदालत का रुख किया था।
चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने आईएएनएस को बताया, "हां, चोकसी को चिकित्सकीय आधार पर जमानत दी गई है।"
उन्होंने कहा, "डोमिनिका अदालतों ने आखिरकार कानून के शासन और मानव के अपनी पसंद की चिकित्सा सुविधाओं में इलाज के अधिकारों को बरकरार रखा और विभिन्न एजेंसियों के सभी प्रयासों का सफल नहीं हुआ।"
अदालत ने चोकसी को जमानत के लिए पूर्वी कैरेबियाई डॉलर 10,000 (करीब 2.75 लाख रुपये) जमानत के तौर पर जमा करने को कहा है।
उनकी कानूनी टीम ने पिछले हफ्ते डोमिनिका उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और इस आधार पर राहत मांगी कि उनका स्वास्थ्य बिगड़ रहा है और उन्हें तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता है।
जस्टिस अब्रॉड के निदेशक और लंदन स्थित अंतरराष्ट्रीय बैरिस्टर माइकल पोलाक चोकसी के लिए काम कर रहे हैं । उनकी कानूनी टीम ने कहा, "डोमिनिका के उच्च न्यायालय ने चोकसी को जमानत दे दी ताकि वह चिकित्सा उपचार के लिए एंटीगुआ लौट सके और अपने न्यायिक समीक्षा आवेदन और उसके खिलाफ गैरकानूनी प्रवेश के लिए आपराधिक कार्यवाही स्थगित कर दी।"
उन्होंने कहा कि चोकसी सेरेब्रोवास्कुलर डिजीज, कोरोनरी आर्टरी डिजीज, कंजेस्टिव हार्ट फेल्योर और ब्लड डिस्क्रेसिया सहित कई बीमारियों से पीड़ित हैं। वह एक सबड्यूरल हेमेटोमा खोपड़ी और मस्तिष्क की सतह के बीच रक्त का संग्रह बीमारी से भी पीड़ित है।
पोलाक ने कहा, "डोमिनिकन डॉक्टरों ने चिंता व्यक्त की कि चोकसी की वर्तमान स्वास्थ्य समस्याएं गंभीर हैं और उन्होंने बताया कि उन्हें एक न्यूरोलॉजिस्ट और न्यूरोसर्जिकल सलाहकार की तत्काल चिकित्सा सहायता की आवश्यकता है और डोमिनिका में यह देखभाल उपलब्ध नहीं है।"
पोलाक ने कहा, "हमें बहुत खुशी है कि डोमिनिकन कोर्ट ने चोकसी को रिहा करने का सैद्धांतिक और मानवीय निर्णय लिया है ताकि वह एंटीगुआ में विशेषज्ञ चिकित्सा देखभाल तक पहुंच सकें।"
उन्होंने कहा कि चोकसी कुछ हफ्तों से बहुत कठिन दौर से गुजर रहा है और एक ऐसी परीक्षा का सामना कर रहा है जिसका शारीरिक रूप से उस पर हानिकारक प्रभाव पड़ा है। यह सही परिणाम है कि वह एंटीगुआ लौटने में सक्षम हैं, जहां उन्हें आवश्यक चिकित्सा सहायता मिल सकती है और अपने परिवार के साथ रह सकते हैं।"
चोकसी की जमानत याचिका पर 23 जुलाई को सुनवाई होनी थी लेकिन मेडिकल आधार पर 12 जुलाई को सुनवाई हुई। उनके वकीलों ने यह दलील देते हुए अदालत का रुख किया था कि वह एक तंत्रिका संबंधी विकार से पीड़ित हैं जिसके लिए उन्हें एंटीगुआ में इलाज की जरूरत है।
चोकसी के परिवार और वकीलों के आरोपों के बीच जमानत का आदेश आया है कि जौहरी को एंटीगुआ के जॉली हार्बर इलाके से भारतीय एजेंसियों के एजेंटों द्वारा अपहरण कर लिया गया था और 23 मई को जबरन डोमिनिका ले जाया गया था।
चोकसी पर भारत के अनुरोध पर एंटीगुआ में प्रत्यर्पण का मामला चल रहा है।
चोकसी 23 मई को एंटीगुआ और बारबुडा से लापता हो गया था, जिसके बाद बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया था। बाद में उन्हें डोमिनिका में पकड़ लिया गया जहां उन्हें अवैध रूप से देश में प्रवेश करने के आरोपों का सामना करना पड़ा।
चोकसी ने डोमिनिका के उच्च न्यायालय में एक मामला दायर किया था, जिसमें उनके खिलाफ कार्यवाही को रद्द करने की मांग करते हुए आरोप लगाया गया था कि उनकी गिरफ्तारी भारत सरकार के प्रतिनिधियों द्वारा निर्धारित की गई थी।
कैरेबियाई राष्ट्र के आव्रजन मंत्री, उसके पुलिस प्रमुख और मामले के जांच अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
चोकसी ने दलील दी कि अवैध प्रवेश के लिए उन पर आरोप लगाने का निर्णय कानून का उल्लंघन है।
चोकसी के वकील ने आरोप लगाया था कि उनके मुवक्किल का अपहरण कर जबरन डोमिनिका ले जाया गया।
चोकसी भारत में केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा वांछित है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली/ गाजियाबाद, 13 जुलाई | गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र से कुछ युवकों का एक वीडियो वारयल हो रहा है, जिसमें एक युवक बीच सड़क पर जश्न मनाते हुए हवाई फायरिंग कर रहा है। इसका वीडियो वायरल होने के बाद गाजियाबाद पुलिस ने आरोपी की पहचान कर ली है और जल्द ही उसे गिरफ्तार करने का दावा किया है।
दरअसल इस वीडियो में युवक पहले रायफल से फायरिंग करता है, फिर पिस्टल निकाल कर कई राउंड हवाई फायरिंग करने लगता है। हालांकि युवक ने अपनी गाड़ी के दरवाजे खोल रखें है और तेज आवाज में गाने बजा कर वह झूम भी रहा है।
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि बीच सड़क पर युवक के कारण लोग सहमे हुए हैं वहीं उसकी गाड़ी के पीछे अन्य राहगीरों की गाड़ियों की लाइन लगी हुई है। लेकिन टशन में यह युवक किसी को आगे नहीं जाने दे रहा है।
फिलहाल आरोपी की पहचान अभिषेक के रूप में हुई है जिसके खिलाफ पहले से कुछ मुकदमे दर्ज है। पुलिस ने आरोपी को चिन्हित कर लिया है साथ ही उसको पकड़ने के लिए विभिन्न स्थानों पर रेड डाली जा रही है।
गाजियाबाद ग्रामीण एसपी डॉ. इराज राजा ने जानकारी को साझा करते हुए आईएएनएस को बताया, वीडियो सामने आने के बाद युवक पर एफआईआर की जा रही है। युवक की पहचान कर ली गई है। उसके विभिन्न स्थानों पर रेड डाली जा रही है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा, वीडियो में दिख रहा युवक का नाम अभिषेक है, जो गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र का ही निवासी है। उसका राजनीति बैकग्राउंड से नहीं है लेकिन क्रिमिनल बैकग्राउंड से जरूर है।
फायरिंग में इस्तेमाल होनी वाले हथियारों पर पुलिस ने दावा किया है कि अगर यह हथियार लाइसेंसी है तो फिर जिसके नाम होंगे, उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी और लाइसेंस निरस्त किया जाएगा।
सड़क पर फायरिंग के दौरान युवक के कुछ साथी भी उसका साथ दे रहे हैं। जानकारी के अनुसार, युवकों ने बाद में इस वीडियो को लाइक के लिए सोशल मीडिया पर डाल दिया। जिसके बाद ये वारयल हो गई। (आईएएनएस)
भोपाल, 13 जुलाई | मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र नौ अगस्त से शुरू होगा ।
विधानसभा सचिवालय से मिली जानकारी के अनुसार विधानसभा का सत्र नौ अगस्त से शुरू होकर 12 अगस्त तक चलेगा। यह सत्र चार दिवसीय होगा और इसमें चार बैठकें होंगी।
मानसून सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं, क्योंकि कोरोना संक्रमण के चलते सीमित अवधि के ही सत्र हो पाए हैं। अब कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर कमजोर पड़ने के कारण सत्र में ज्यादा सदस्यों की संख्या मौजूद रह सकेगी। दमोह उपचुनाव के बाद यह सत्र हो रहा है । इसके अलावा, यह एक लोकसभा और तीन विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव से पहले का सत्र है, लिहाजा इस सत्र में सियासी गर्माहट रहने की संभावना है।
मानसून सत्र से पहले केंद्र सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ है जिसमें मध्य प्रदेश की हिस्सेदारी बढ़ी है। वहीं निगम मंडलों में नियुक्तियां प्रस्तावित है । इसके अलावा नगरीय निकाय और पंचायतों के चुनाव भी संभावित है। इसके साथ ही कोरोना संक्रमण के कारण सरकार की जो नकारात्मक छवि बनी है उसे भी बेहतर बनाने की कोशिश में सरकार कदम उठा सकती है तो दूसरी ओर, विपक्ष हमलावर रह सकता है। (आईएएनएस)
तिरुवनंतपुरम, 13 जुलाई | देश का पहला कोविड पॉजिटिव मामला एक मेडिकल छात्रा का था, जो पिछले साल जनवरी में चीन के वुहान से अपने गृहनगर त्रिशूर आई थी। मंगलवार की रिपोर्ट के अनुसार, डेढ़ साल बाद वह एक बार फिर से कोरोना पॉजिटिव हो गई है। चिकित्सा अधिकारियों के अनुसार, वह दिल्ली की हवाई यात्रा करना चाहती थी और इसके लिए उसका कोविड टेस्ट हुआ। टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद सब हैरान हो गये।
चिकित्सा अधिकारियों ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि कम लक्षण हैं।
वुहान से लौटने के बाद, वह वापस नहीं गई और अपने घर से ऑनलाइन अपनी कक्षाएं ले रही थी। (आईएएनएस)
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश (UP) के गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में हर्ष फायरिंग करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. यह लोनी के चिरोड़ी का बताया जा रहा है. वायरल हुआ वीडियो ब्लॉक प्रमुख चुनाव में जीत के बाद का बताया जा रहा है. वीडियो में एक युवक को राइफल और पिस्टल से फायरिंग हुए देखा जा सकता है.युवक का नाम अभिषेक बैंसला है. पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है और अभिषेक की तलाश की जा रही है. इस तरह की हर्ष फायरिंग खतरनाक साबित होती है. इसके कारण कई बार आसपास के लोगों/बच्चों की जान तक गंवानी पड़ी है.
गुरुग्राम, 12 जुलाई | बल्लभगढ़ (फरीदाबाद) में एक महिला को कथित तौर पर नौ दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया और चार लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने सोमवार को कहा कि दोषियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।
दुष्कर्मियों ने महिला को नौ दिनों के कारावास के बाद जाने दिया, जिसके बाद उसने अपने परिवार के सदस्यों को घटना के बारे में सूचित किया।
पीड़िता ने 10 जुलाई को पुलिस से संपर्क किया और प्राथमिकी दर्ज कराई।
पीड़िता ने अपनी पुलिस शिकायत में कहा कि उसके गांव के चिंटू नाम के एक व्यक्ति ने उसे 30 जून को उसके गांव में स्थित एक मंदिर के पास मिलने के लिए कहा।
जब महिला वहां पहुंची तो चिंटू मौजूद था। इसके बाद एक अन्य व्यक्ति संजू अपनी कार में वहां पहुंचा और फिर दोनों उसे फरीदाबाद ले गए।
पीड़िता ने पुलिस को बताया, इस दौरान मैंने उनसे पानी मांगा। उन्होंने मुझे किसी नशीले पदार्थ से युक्त पानी पिलाया। इसे पीने के बाद मैं बेहोश हो गई और जब मुझे होश आया तो मैंने खुद को एक कमरे में कैद पाया।
रात में कुलदीप और दीपक नाम के दो आदमी कमरे में आए। बाद में सभी आरोपियों ने उसके साथ बारी-बारी से बंदूक की नोक पर दुष्कर्म किया और इंजेक्शन भी लगाया और उसे नौ दिनों तक संदिग्ध गोलियां दीं।
उन्होंने एक आपत्तिजनक वीडियो भी रिकॉर्ड किया और किसी को भी इस बारे में बताने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। उसने पुलिस को बताया कि आरोपी ने उसे अपने घर पर फर्जी कॉल करने के लिए भी मजबूर किया कि वह ठीक है।
कैद के दौरान, चार लोगों ने हर दिन उसके साथ दुष्कर्म किया और उसे 8 जुलाई को बल्लभगढ़ बस स्टैंड पर छोड़ दिया, जहां से उसने अपने परिवार के सदस्यों को बुलाया। इसके बाद रविवार को वह थाने गई।
सोहना सदर थाने में दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है।
सोहना सदर पुलिस थाने के थाना प्रभारी उमेश कुमार ने आईएएनएस को बताया, हम मामले की जांच कर रहे हैं और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।(आईएएनएस)
कोलकाता, 12 जुलाई| पश्चिम बंगाल के पूर्वी बर्दवान जिले के मोंगलकोट इलाके के लकुरिया में सोमवार देर रात तृणमूल कांग्रेस के मोंगलकोट ब्लॉक अध्यक्ष आशिम दास की हत्या कर दी गई। शुरूआती रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना रात 9.30 बजे की है, जब दास मोटरसाइकिल से काशेमनगर से मंगलकोट जा रहे थे। रास्ते में लकुरिया के पास कुछ लोगों ने उसे बुलाया और जब उसने अपनी मोटरसाइकिल रोकी तो उसे बहुत करीब से गोली मार दी गई।
दास को अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। घटना से इलाके के लोगों में दहशत फैल गई। हत्या की जांच के लिए पूर्वी बर्दवान जिले के एसपी समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे।
हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने इसके लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया लेकिन स्थानीय भाजपा नेताओं ने दावा किया कि यह तृणमूल कांग्रेस के आंतरिक मतभेदों का परिणाम है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 12 जुलाई| पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले में भारत में वांछित भगोड़े भारतीय कारोबारी मेहुल चोकसी को राहत देते हुए डोमिनिका उच्च न्यायालय ने सोमवार को उसे इलाज कराने की जरूरत के आधार पर जमानत दे दी। चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने आईएएनएस को बताया, "हां, चोकसी को मेडिकल आधार पर जमानत दी गई है।"
अग्रवाल ने कहा, "डोमिनिका की अदालत ने आखिरकार कानून के शासन और मानव के अपनी पसंद की चिकित्सा सुविधाओं में इलाज के अधिकारों को बरकरार रखा। और विभिन्न एजेंसियों के सभी प्रयासों का फल नहीं मिला।"
चोकसी 23 मई को एंटीगुआ और बारबुडा से लापता हो गया था। उसकी तलाश के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया गया था। बाद में उसे डोमिनिका में पकड़ लिया गया। उस पर अवैध रूप से देश में प्रवेश करने का आरोप है।
चोकसी ने डोमिनिका के उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की थी, जिसमें उसके खिलाफ कार्रवाई को रद्द करने की मांग करते हुए आरोप लगाया गया था कि उसकी गिरफ्तारी भारत सरकार के प्रतिनिधियों द्वारा निर्धारित की गई थी।
याचिका के जरिए मुकदमा कैरेबियाई राष्ट्र के आव्रजन मंत्री, उसके पुलिस प्रमुख और मामले के जांच अधिकारी के खिलाफ दायर कराया गया था।
चोकसी ने दलील दी कि उस पर अवैध प्रवेश का आरोप लगाने का निर्णय कानून का उल्लंघन है।
अवैध प्रवेश मामले में नतीजे का इंतजार करते हुए उसे डोमिनिका-चाइना फ्रेंडशिप अस्पताल में रखा गया है।
चोकसी के वकील ने आरोप लगाया है कि उसके मुवक्किल का अपहरण कर उसे जबरन डोमिनिका ले जाया गया।
वह भारत में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा वांछित है। (आईएएनएस)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 जुलाई को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर रहेंगे. प्रधानमंत्री इस दिन काशी को 1500 करोड़ से ज्यादा की परियोजनाओं की सौगात देंगे. रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर पहुंचकर पीएम जापानी डेलीगेसी की मौजूदगी में 550 प्रबुद्धजनों से बातचीत करेंगे.
पीएम मोदी का काशी दौरा लगभग पांच घंटे का होगा लिहाजा तैयारियां जोरों पर हैं. पीएम इस दौरान बीएचयू आईआईटी मैदान में चार हजार से ज्यादा लोगों को संबोधित करेंगे. इसके साथ ही एमसीएच विंग यानी जच्चा बच्चा केंद्र की सौगात देंगे और रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर से भारत जापान मैत्री का संदेश भी प्रसारित करेंगे.
भारत-जापान मैत्री का प्रतीक है रुद्राक्ष
आपको बता दें कि पीएम सवा सात सौ करोड़ से ज्यदा की 79 परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे और 40 करोड़ की परियोजना का शिलान्यास सी पैड के माध्यम से करेंगे. साथ ही सवा आठ सौ करोड़ की कुल 160 परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे. इसमे हर घर नल ग्रामीण पेयजल योजना का भी शिलान्यास करेंगे.
रुद्राक्ष पर गौर करें तो यह भारत-जापान मैत्री का प्रतीक है. तीन एकड़ के परिसर में बिल्डिंग पर 108 एल्युमिनियम के रुद्राक्ष बने हैं. बिल्डिंग में हाई सिक्योरिटी कैमरा लगे हैं. इसमे एकसाथ 1200 लोगों के बैठने की व्यवस्था है. लोग इस इमारत में संगीत कला और नाटक का लुत्फ उठा सकेंगे. पार्किंग में 120 गाड़ियों की पार्किंग का इंतजाम है. प्रधानमंत्री 2015 में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे के साथ काशी आये थे और उस वक्त रुद्राक्ष की नींव रखी गयी थी. अब रुद्राक्ष में प्रधानमंत्री जापानी डेलीगेसी के साथ मौजूद होंगे और जापानी एम्बेसडर के साथ भारत-जापान मैत्री के प्रतीक से मैत्री का संदेश देंगे.
नई दिल्ली, 12 जुलाई | प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने सोमवार को हैचबैक स्विफ्ट और सभी सीएनजी वेरिएंट की कीमतों में बदलाव की घोषणा की। एक्स-शोरूम कीमतों (दिल्ली) में 15,000 रुपये तक की बढ़ोतरी की गई है।
"नई कीमतें आज यानी 12 जुलाई, 2021 से प्रभावी हैं।"
कंपनी के एक बयान में कहा गया है, "अन्य मॉडलों की कीमतों में वृद्धि की योजना जल्द ही बनाई गई है और तदनुसार सूचित किया जाएगा।" (आईएएनएस)
काबुल/नई दिल्ली, 12 जुलाई | इस्लामाबाद अब अफगानिस्तान में एक समझौता वार्ता चाहता है, क्योंकि उसे डर है कि एकमुश्त तालिबान का अधिग्रहण पाकिस्तानी जिहादियों को प्रेरित करेगा। द वॉल स्ट्रीट जर्नल (डब्ल्यूएसजे) की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। दो दशकों तक, पाकिस्तानी सुरक्षा प्रतिष्ठान का एक बड़ा हिस्सा अफगान युद्ध में तालिबान के लिए निहित रहा है।
डब्ल्यूएसजे ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अब जब तालिबान देश के बड़े हिस्से पर कब्जा कर रहा है और सत्ता पर कब्जा करने की कगार पर है, तो पाकिस्तान की सत्तारूढ़ सरकार में दहशत फैल रही है।
जब से 2001 के अमेरिकी आक्रमण ने काबुल में पाकिस्तानी समर्थित तालिबान शासन को हटा दिया है, पाकिस्तान की शक्तिशाली सेना ने अनौपचारिक रूप से समूह को सावधानीपूर्वक अंशांकित समर्थन प्रदान किया है, जिससे अफगान विद्रोहियों को अपने क्षेत्र से संचालित करने की अनुमति मिली है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में अपने दुश्मन भारत के प्रभाव का मुकाबला करने के लिए तालिबान को मजबूत करने के अलावा अमेरिका के जाने के बाद वहां एक शक्तिशाली प्रॉक्सी होना चाहता है।
2001 से औपचारिक रूप से एक अमेरिकी सहयोगी, पाकिस्तान की सरकार तालिबान का समर्थन करने से इनकार करती है, लेकिन कहती है कि समूह पर इसका कुछ सीमित प्रभाव है।
अमेरिकी सेना की वापसी और देश के प्रमुख शहरों के आसपास तालिबान के अफगानिस्तान के एक तिहाई जिलों में घुसपैठ के साथ, पाकिस्तानी अधिकारियों को अपनी नीतियों के अनपेक्षित परिणामों से जूझना पड़ता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि वरिष्ठ पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि तालिबान द्वारा पूर्ण अधिग्रहण या अफगानिस्तान में एक नया गृहयुद्ध, इस्लामाबाद के राष्ट्रीय हितों के खिलाफ होगा।
पाकिस्तान के पूर्व रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल नईम लोधी (सेवानिवृत्त) ने कहा, हम जातीय, धार्मिक, आदिवासी रूप से अफगानिस्तान के साथ इतने घनिष्ठ रूप से जुड़े हुए हैं कि जब भी गृहयुद्ध होता है, तो पाकिस्तान पर इसका गहरा असर पड़ता है।
डब्ल्यूएसजे ने अपनी रिपोर्ट में यहा भी कहा, गृहयुद्ध (अफगानिस्तान में) आखिरी चीज है, जो पाकिस्तान चाहेगा कि यह हो। (आईएएनएस)
चेन्नई, 12 जुलाई | तमिलनाडु की राजनीति में प्रवेश नहीं करने के अपने पहले के फैसले के अनुरूप, सुपरस्टार रजनीकांत ने सोमवार को रजनी मक्कल मंदरम को रजनीकांत फैन्स वेलफेयर मंदरम में बदलने की घोषणा की है। एक बयान में, रजनीकांत ने कहा कि राजनीति में प्रवेश नहीं करने के फैसले की घोषणा के बाद रजनी मक्कल मंदरम की स्थिति स्पष्ट करने की आवश्यकता है।
अभिनेता के फैन क्लब, 'रजनीकांत फैन्स वेलफेयर मंदरम' को एक राजनीतिक संगठन रजनी मक्कल मंदरम में बदल दिया था, जब उन्होंने तमिलनाडु की राजनीति में आने की अपनी योजना की घोषणा की थी।
रजनीकांत के अनुसार, बदली हुई परिस्थितियों के कारण वह राजनीति में प्रवेश नहीं कर पाए और भविष्य में ऐसा करने की उनकी कोई योजना नहीं है।
उन्होंने रजनी मक्कल मंदरम के पदाधिकारियों से इसे भंग करने और किसी अन्य संगठन के साथ गठबंधन किए बिना रजनी प्रशंसक कल्याण मंदरम के रूप में कार्य करने का अनुरोध किया।
कोविड महामारी और अपने स्वयं के स्वास्थ्य का हवाला देते हुए, अभिनेता ने पिछले साल के अंत में सक्रिय राजनीति में प्रवेश करने से इनकार कर दिया था।
31 दिसंबर, 2017 को, रजनीकांत ने 'आध्यात्मिक राजनीति' का अभ्यास करने के लिए एक राजनीतिक दल बनाने और 2021 में तमिलनाडु की सभी 234 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के अपने फैसले की घोषणा की थी।
अभिनेता ने तब कहा था कि राजनीति में उनका प्रवेश समय की मजबूरी था क्योंकि देश की राजनीति गलत हो गई थी।(आईएएनएस)
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश), 12 जुलाई | इलाहाबाद उच्च न्यायालय बुधवार से दोनों पीठों (लखनऊ और इलाहाबाद) में फिजिकल सुनवाई फिर से शुरू करेगा।
कोर्ट ने इस संबंध में दिशा-निदेशरें को अंतिम रूप देकर जारी कर दिया है।
हालांकि, वर्चुअल तरीके से भी हियरिंग जारी रहेगी।
पहले चरण में अधिवक्ताओं के चैंबर नहीं खोले जाएंगे। हालांकि, उच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित दिशा-निदेशरें पर भौतिक सुनवाई की व्यवस्था सफल रही तो कक्षों को खोलने के संबंध में निर्णय लिया जाएगा।
दिशानिदेशरें के अनुसार, केवल उन्हीं अधिवक्ताओं को परिसर में अनुमति दी जाएगी जिन्हें कोविड के खिलाफ टीका लगाया गया है।
उन्हें बिना किसी विरोध के प्रवेश के समय टीकाकरण प्रमाण पत्र दिखाना होगा, वरना समिति शारीरिक सुनवाई व्यवस्था को वापस ले सकती है।
फिजिकल सुनवाई के दौरान, अधिवक्ताओं को फेस मास्क/कवर पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने जैसे कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। केवल वही अधिवक्ता परिसर में प्रवेश करेंगे जिनके मामले सूचीबद्ध हैं और इसके लिए उन्हें मोबाइल फोन या किसी अन्य मोड पर मामले की सूची दिखानी होगी।
एक बार में दस से अधिक अधिवक्ता एक न्यायालय कक्ष में नहीं रहेंगे।
फिजिकल सुनवाई के दौरान, अधिवक्ताओं को रजिस्ट्री को अग्रिम जानकारी के साथ वर्चुअल सुनवाई का विकल्प चुनने की अनुमति होगी, इस तरह, अगले आदेश तक ई-मोड भी चालू रहेगा।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 12 जुलाई | सुप्रीम कोर्ट सोमवार को पटना हाईकोर्ट के उस फैसले को चुनौती देने वाली बिहार सरकार की अपील पर विचार करने के लिए सहमत हो गया, जिसमें 1999 में सेनारी नरसंहार मामले में दोषी ठहराए गए 13 लोगों को रिहा कर दिया गया था।
न्यायमूर्ति एस. अब्दुल नजीर और न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी की पीठ ने बिहार सरकार की अपील को विचार के लिए स्वीकार कर लिया और राज्य को सभी बरी किए गए आरोपियों पर नोटिस देने को कहा।
प्रतिबंधित माओवादी कम्युनिस्ट सेंटर (एमसीसी) के कैडर द्वारा 34 उच्च जाति के लोगों के दो दशक पुराने नरसंहार में 13 आरोपियों में से 10 को निचली अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी।
राज्य सरकार ने अपनी अपील में कहा कि आरोपी निचली जाति के चरमपंथी संगठन एमसीसी से संबंधित हैं और उन्होंने उच्च जाति के निहत्थे और रक्षाहीन सदस्यों के खिलाफ शातिर हमला किया था।
यह हमला उनके वर्चस्व को स्थापित करने की ²ष्टि से किया गया था और यह दुर्भाग्यपूर्ण जाति-आधारित संघर्षों का नतीजा था।
राज्य सरकार ने अधिवक्ता अभिनव मुखर्जी के माध्यम से दायर अपील में कहा, अभियोजन के मामले को कुल 23 गवाहों का समर्थन प्राप्त है, जिनमें से 13 प्रत्यक्षदर्शी हैं। उन लोगों ने सामूहिक नरसंहार में अपने करीबी परिवार को खो दिया।
मई 2021 में उच्च न्यायालय ने निचली अदालत के फैसले को खारिज करते हुए 13 आरोपियों को बरी कर दिया था। राज्य सरकार ने तर्क दिया कि उच्च न्यायालय के निष्कर्ष रिकॉर्ड पर रखे गए साक्ष्य और इस माननीय न्यायालय द्वारा कानून के विभिन्न सिद्धांतों पर घोषित कानून के विपरीत हैं। राज्य सरकार ने तर्क दिया, यह प्रस्तुत किया गया है कि उच्च न्यायालय ने मुख्य रूप से गलत आधार पर 13 लोगों की गवाही को खारिज कर दिया, जो घटना के घायल गवाहों सहित चश्मदीद गवाह हैं।
नवंबर 2016 में, जहानाबाद जिला अदालत ने 10 लोगों को मौत की सजा सुनाई थी और तीन अन्य को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी और 23 अन्य को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया था।
अभियोजन पक्ष के अनुसार 18 मार्च 1999 को कथित एमसीसी सदस्यों ने भूमिहार समुदाय के 34 लोगों को सेनारी गांव में एक मंदिर के पास लाइन में खड़ा करने के लिए मजबूर किया और उनका गला काटकर और गोली मारकर उनकी हत्या कर दी।
राज्य सरकार ने प्रस्तुत किया कि सबूत स्पष्ट रूप से साबित करते हैं कि आरोपी व्यक्ति मौजूद थे और नरसंहार में सक्रिय रूप से भाग ले रहे थे।
बता दें कि सेनारी हत्याकांड 18 मार्च 1999 की शाम को हुआ था, जब वर्तमान अरवल जिले (तत्कालीन जहानाबाद) के करपी थाना के सेनारी गांव में 34 लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई थी। सेनारी गांव में एक मंदिर के पास माओवादी संगठन के कथित सदस्यों ने 34 लोगों को लाइन में खड़ा करके उनका गला काटकर और गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी थी।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 12 जुलाई | 52 फीसदी ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) के उत्सर्जन के लिए दुनिया के शीर्ष 25 शहर जिम्मेदार हैं। यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के शहरों में विकासशील देशों के शहरों की तुलना में प्रति व्यक्ति उत्सर्जन काफी अधिक है। 167 शहरों को शामिल करने के साथ विश्व स्तर पर किए गए एक नए शोध में इसका खुलासा हुआ है। पृथ्वी की सतह के सिर्फ 2 प्रतिशत हिस्से पर फैले इन शहरों का जलवायु संकट में काफी बड़ा योगदान है। बता दें कि वर्तमान शहरी जीएचजी शमन लक्ष्य इस सदी के अंत तक वैश्विक जलवायु परिवर्तन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए पर्याप्त नहीं हैं।
चीन के सन यात-सेन विश्वविद्यालय के शाओकिंग चेन ने फ्रंटियर्स इन सस्टेनेबल सिटीज जर्नल में प्रकाशित एक पेपर में कहा, "वर्तमान समय में वैश्विक आबादी का 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सा शहरों में रहता है। शहरों को 70 प्रतिशत से अधिक जीएचजी के उत्सर्जन के लिए जिम्मेदार बताया जाता है और वैश्विक अर्थव्यवस्था के डीकाबोर्नाइजेशन में इनकी आपस में एक बड़ी जिम्मेदारी है।"
वह आगे कहते हैं, "शहरों द्वारा उपयोग में लाए जाने वाली मौजूदा इन्वेंट्री विधियां विश्व स्तर पर भिन्न होती हैं, जिससे समय और स्थान के साथ उत्सर्जन शमन की प्रगति का आकलन और तुलना करना मुश्किल हो जाता है।"
निष्कर्षो से पता चला कि स्थिर ऊर्जा और परिवहन उत्सर्जन के दो मुख्य स्रोत थे।
अध्ययन में कहा गया, 42 शहरों के पास समय-श्रृंखला का पता लगाने योग्य डेटा था। इनमें से 30 में अध्ययन के दौरान वार्षिक जीएचजी उत्सर्जन में कमी देखी गई। हालांकि कई शहरों में उत्सर्जन में वृद्धि भी देखी गई।
उत्तर और दक्षिण अमेरिका, यूरोप, एशिया, अफ्रीका और ओशिनिया में से 53 शहरों का चुनाव आकार और क्षेत्रीय वितरण में प्रतिनिधित्व के आधार पर चुना गया था।
परिणामों से पता चला कि विकसित और विकासशील दोनों देशों में कई ऐसे शहर हैं, जिनसे भारी मात्रा में जीएचजी का उत्सर्जन होता है, लेकिन एशिया में मेगासिटी (जैसे चीन में शंघाई और जापान में टोक्यो) विशेष रूप से इसके लिए जिम्मेदार हैं।(आईएएनएस)
पीलीभीत (उत्तर प्रदेश), 12 जुलाई | उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में बाघ के हमले में दो लोगों की मौत हो गई है।
घटना रविवार रात दिउरिया रेंज के खन्नौत नदी के पास हुई।
देर रात तीन दोस्त घर लौट रहे थे तभी उन पर बाघ ने हमला कर दिया।
उनमें से दो, कन्हैया लाल और सोनू की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीसरा एक पेड़ पर चढ़कर अपनी जान बचाने में सफल रहा।
सूचना पर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम व पुलिस ने शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
घटना के बाद से ही वन विभाग की टीम ने बाघ को पकड़ने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।(आईएएनएस)
भुवनेश्वर, 12 जुलाई | कोविड प्रतिबंधों के बीच ओडिशा के पुरी में प्रसिद्ध भगवान जगन्नाथ मंदिर में सोमवार से 2021 की रथ यात्रा शुरू हो गई। भगवान जगन्नाथ और उनके भाई-बहनों को 'पहंडी' अनुष्ठान करने के बाद उनके रथ में बिठाया गया। 'हरि बोल' और 'जय जगन्नाथ' के मंत्रों के साथ तीन देवता - भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा - 'रत्न सिंहासन' से नीचे आए और वार्षिक प्रवास के लिए रथों पर चढ़ गए।
'पहंडी बीजे' की शुरूआत भगवान बलभद्र के साथ की गई, उनके बाद देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ ने की। एक औपचारिक जुलूस में सेवक देवताओं की मूर्तियों को 'रत्न सिंहासन' से उनके रथों - तलध्वज, दर्पदलन और नंदीघोसा तक ले गए। 'पहंडी बीजे' की रस्म तय समय से पहले पूरी हो गई।
गजपति महाराजा दिब्यसिंह ने 'छेरा पहाड़' का प्रदर्शन किया, वह समारोह जिसमें वे एक के बाद एक सभी रथों को साफ करते हैं। रथ खींचने की शुरूआत भी भगवान बलभद्र के तलध्वज से हुई।
कोविड प्रतिबंधों के मद्देनजर, भक्तों की भागीदारी के बिना वार्षिक उत्सव आयोजित किया गया था।
अनुष्ठान और जुलूस के लाइव प्रसारण और स्ट्रीमिंग के दौरान ओडिशा और दुनिया भर में लाखों भक्तों ने अपने टीवी सेट, मोबाइल फोन और कंप्यूटर पर इस समारोह को देखा।
रथ यात्रा को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। ग्रैंड रोड के पूरे हिस्से में धारा 144 लागू कर दी गई और तीर्थ नगरी में कर्फ्यू जैसी स्थिति पैदा हो गई। बड़ा डंडा और पुरी की ओर जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया गया है।(आईएएनएस)
पहाड़ी राज्यों में पर्यटकों का छुट्टी मनाने के लिए टूट पड़ना सरकार और स्थानीय प्रशासन के लिए मुसीबत बना हुआ है. नियमों की अनदेखी के बाद सख्ती की जा रही है और लोगों को अपना व्यवहार बदलने को कहा जा रहा है.
डॉयचे वैले पर आमिर अंसारी की रिपोर्ट-
भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 9 जुलाई को मसूरी स्थित कैम्पटी फॉल का वीडियो दिखाकर चेताया था कि कोरोना महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई अभी भी जारी है. मंत्रालय ने कहा था कि कोविड से लड़ाई के लिए कड़ाई बेहद जरूरी है और लोगों से कोविड अनुरुप व्यवहार का पालन करने की अपील की थी.
इसके बाद फिर अगले दिन यानी 10 जुलाई को ग्रामीण विकास मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा, "पहाड़ों में घूमना जान बचाने से ज्यादा जरूरी तो नहीं है. घूमने के लिए तो पूरा जीवन पड़ा है. फिलहाल घर पर रहें और कोविड उचित व्यवहार बनाए रखें."
हालांकि, केंद्र सरकार और राज्यों की अपील के बावजूद पर्यटकों की भारी भीड़ पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में देखने को मिल रही है. सोशल मीडिया पर मनाली और मसूरी के वीडियो तेजी से वायरल हुए थे, जिनमें लोगों को बिना मास्क के घूमते और उचित दूरी के नियमों की अनदेखी करते देखा गया था. इन तस्वीरों पर स्वास्थ्य मंत्रालय से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक ने चिंता जताई थी.
केंद्र सरकार संभावित तीसरी लहर से बचने के उपाय कर रही है, लेकिन पर्यटन स्थलों और बाजारों में लॉकडाउन में ढील देने के बाद से भीड़ उमड़ रही है. उस पर स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने पिछले सप्ताह कहा था, "पहाड़ों पर जाने वाले पर्यटक कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन नहीं कर रहे हैं. अगर प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया तो हम प्रतिबंधों में ढील को फिर से रद्द कर सकते हैं."
कोविड थकान दूर करने के लिए उठा रहे जोखिम
देश में कोविड की दूसरी लहर ने भारी तबाही मचाई, अप्रैल और मई के महीने में लोग ऑक्सीजन, वेंटीलेटर वाले बिस्तर, रेमेडिसिवर और अन्य जरूरी दवाओं के लिए भागते-दौड़ते नजर आए. श्मशानों और कब्रिस्तानों में अंतिम संस्कार के लिए जगह कम पड़ गई. लेकिन जब दूसरी लहर थोड़ी शांत हुई और पाबंदियों में ढील मिली तो लोग पहाड़ों पर छुट्टी मनाने के लिए निकल गए.
स्वास्थ्य जानकार लोगों के बिना मास्क बाहर घूमने और सामाजिक दूरी के नियमों का पालन नहीं करने पर चिंता जता रहे हैं. वे चेतावनी दे रहे हैं कि क्या वे ऐसा कर तीसरी लहर को न्योता तो नहीं दे रहे हैं. शिमला, कुफरी, कसौली, धर्मशाला, नैनीताल, देहरादून, मनाली, मसूरी और जम्मू-कश्मीर में बीते दिनों पर्यटकों की भारी भीड़ देखने को मिली.
महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स के शशांक जोशी एक निजी चैनल से कहते हैं, "कोरोना का मौजूदा स्वरूप डेल्टा है जो बहुत तेजी के साथ फैलता है. भारत में कोविड अभी भी खत्म नहीं हुआ है. हर रोज 41 हजार के करीब मामले सामने आ रहे हैं. हालांकि 50 फीसदी मामले केरल और महाराष्ट्र से सामने आ रहे हैं."
जोशी का मानना है कि भीड़ से लोगों को बचना चाहिए और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए. वे कहते हैं, "हम यात्रा के खिलाफ नहीं है. अगर किसी को काम के लिए जाना है तो वे जरूरी सावधानियों के साथ यात्रा कर सकते हैं. लेकिन लापरवाह रवैया हमें चिंता में डालता है." जोशी का कहना है कि डेल्टा वेरिएंट भारत से ही निकला है और इसको लेकर हमें खास सावधान रहना चाहिए.
क्या किए जा रहे उपाय
उत्तराखंड सरकार ने पर्यटकों के आने को लेकर नियम कड़े किए हैं. कैम्पटी फॉल में एक बार में अधिकतम 50 लोगों को इजाजत दी जा रही है. झरने के पास आधे घंटे से अधिक रुकने पर पाबंदी लगा दी गई है. मसूरी में कोई भी पर्यटक अब कोरोना निगेटिव रिपोर्ट (72 घंटे अंतर्गत) और सिटी पोर्टल पर पंजीकरण करवाए बिना दाखिल नहीं हो सकेगा.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पिछले हफ्ते कहा था कि सरकार पर्यटन उद्योग को बचाने की कोशिश कर रही है लेकिन अभी कोविड-19 खत्म नहीं हुआ है और होटलों को एसओपी का पालन करने का आदेश दिया है. ठाकुर के मुताबिक, "हम प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की संख्या को लेकर चिंतित हैं. पर्यटकों का यहां स्वागत है लेकिन मैं उनसे कोविड-19 मानदंडों का पालन करने की अपील करता हूं."
कांवड़ यात्रा का क्या होगा
पहली लहर के दौरान पिछले साल कांवड़ यात्रा रद्द कर दी गई थी. इस बार उत्तर प्रदेश सरकार ने कांवड़ यात्रा को मंजूरी दे दी है और उत्तराखंड सरकार ने यात्रा को लेकर कोई फैसला नहीं लिया है. जानकारों का कहना है कि कांवड़ यात्रा एक "सुपरस्प्रेडर" आयोजन हो सकता है और वे इसको लेकर पहले से ही चेतावनी दे रहे हैं.
पिछले के सालों में कांवड़ यात्रा के दौरान दो से पांच करोड़ के बीच कांवड़िए हरिद्वार पहुंच थे. अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार अगर इजाजत मिलती है तो एक पखवाड़े में तीन से चार करोड़ यात्री हरिद्वार आएंगे. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 10 जुलाई को दिल्ली पहुंचकर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मुलाकात की थी और चार धाम यात्रा और कांवड़ यात्रा के मु्द्दे पर चर्चा की थी.
वहीं देश की राजधानी दिल्ली में भी जमकर कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. जिन बाजारों में नियमों का पालन नहीं हो रहा है वह बंद कर दिए जा रहे हैं. प्रशासन उन दुकानों को भी सील कर दे रहा है जहां पर लापरवाही बरती जा रही है. दिल्ली में 23 अप्रैल से लेकर 7 जुलाई के बीच कोविड उपयुक्त व्यवहार का उल्लंघन करने पर लोगों से 51 करोड़ से अधिक जुर्माना वसूला किया जा चुका है. सबसे ज्यादा चालान मास्कर नहीं पहनने को लेकर काटे गए. 2,67,897 लोगों पर मास्क नहीं पहनने को लेकर जुर्माना लगाया गया. (dw.com)
मुंबई, 11 जुलाई | विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) जुलाई में अब तक भारतीय इक्विटी खंड में शुद्ध बिकवाली कर रहे हैं। एनएसडीएल साइट पर डेटा दिखाते हुए, उन्होंने जुलाई में इक्विटी से 2,249 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश वापस ले लिया है।
एक विश्लेषक ने कहा कि कोविड-19 के डेल्टा वेरिएंट और तेल की बढ़ती कीमतों की चिंताओं ने निवेशकों की भावनाओं को प्रभावित किया है।
कोटक सिक्योरिटीज के कार्यकारी उपाध्यक्ष (इक्विटी तकनीकी अनुसंधान) श्रीकांत चौहान ने कहा, "एफपीआई जुलाई 2021 में अब तक भारतीय इक्विटी में शुद्ध विक्रेता रहे हैं। सभी प्रमुख उभरते बाजारों और एशियाई बाजारों में इस महीने अब तक एफपीआई का बहिर्वाह देखा गया है।"
उन्होंने कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि भारत में एफपीआई का प्रवाह यूएस फेड की मौद्रिक नीति और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के प्रति संवेदनशील बना रहेगा। आगे आने वाले बाजार मुद्रास्फीति, तेल की कीमतों, बॉन्ड प्रतिफल और कोविड डेल्टा संस्करण के प्रसार पर नजर रखेंगे।"
इस महीने में अब तक शुद्ध बहिर्वाह के साथ, 2021 में शुद्ध एफपीआई निवेश 58,095 करोड़ रुपये है। जून में इक्विटी सेगमेंट में शुद्ध निवेश 17,215 करोड़ रुपये रहा।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 जुलाई | बीजेपी की ओर से अरबपति अजय हरिनाथ सिंह को पार्टी में शामिल करने की संभावना है, जो मुंबई के व्यवसायी हैं। उनकी जड़ें सुल्तानपुर में हैं, जो नेहरू-गांधी परिवार के पॉकेट बोरो अमेठी और रायबरेली के निर्वाचन क्षेत्रों से सटी हुई हैं। सुल्तानपुर निर्वाचन क्षेत्र वर्तमान में लोकसभा में मेनका गांधी द्वारा प्रतिनिधित्व किया जाता है। बीजेपी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अजय हरिनाथ सिंह को शामिल करने की योजना बना रही है ताकि राजपूत बहुल क्षेत्र का फायदा उठाया जा सके।
एक सूत्र ने कहा, "अजय हरिनाथ सिंह से भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं ने पार्टी में महत्वपूर्ण पद संभालने की पेशकश की है।" उन्होंने कहा कि वह परोपकार के अपने कार्यों के माध्यम से सुल्तानपुर में सक्रिय रहे हैं।
अजय हरिनाथ सिंह, डार्विन प्लेटफॉर्म ग्रुप ऑफ कंपनीज (डीपीजीसी) के भारत का एक वैश्विक व्यापार समूह के अध्यक्ष हैं। जब आईएएनएस ने अजय हरिनाथ से संपर्क किया, तो उन्होंने भाजपा में शामिल होने की जानकारी नहीं दी, लेकिन कहा, "भारतीय गणराज्य का भविष्य युवा नेताओं के कंधों पर टिका है, जो ताजा, ऊर्जावान हैं, क्योंकि उनसे बहुत कुछ प्रदान करने की उम्मीद की जाती है- भारतीय राजनीतिक परि²श्य के लिए ऊर्जा की जरूरत है।"
उन्होंने कहा, "भारतीय मतदाताओं ने कई बार राहुल गांधी के नेतृत्व को खारिज कर दिया है। गांधी की उम्मीदवारी 2024 के आम चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन से निर्धारित होगी।"
राष्ट्रीय स्तर पर, 16वीं लोकसभा में उनमें से 47 युवा हैं। 2024 में, 17वीं लोकसभा की संख्या बढ़कर 100 हो सकती है। 2029 तक, यह सुरक्षित रूप से माना जा सकता है कि भारतीय मतदाता, जो विशाल युवा मतदाताओं का गठन करते हैं, अधिक परिपक्व होंगे और एक युवा नेता को चुनने का एक सुविचारित निर्णय लेंगे।"
भाजपा ने अमेठी पर पहले ही कब्जा कर लिया है और हाल के जिला पंचायत चुनावों में उसने राज्य में जीत हासिल की है, लेकिन सुल्तानपुर में, समाजवादी पार्टी को कड़ी चुनौती मिल सकती है जो क्षेत्र में राजपूत वोटों पर भी दांव लगा रही है।
मोटे अनुमान के मुताबिक उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों (9 फीसदी), राजपूतों (4 फीसदी), वैश्य (4 फीसदी) और अन्य ऊंची जातियों की कुल आबादी करीब 20 फीसदी है। मुस्लिम और दलित समान रूप से 20 प्रतिशत और ओबीसी लगभग 40 प्रतिशत हैं।(आईएएनएस)
तिरुवनंतपुरम, 11 जुलाई | केरल के कन्नूर जिले में एक 40 वर्षीय महिला और उसके पति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि तमिलनाडु के पलानी में एक अज्ञात गिरोह ने उसे प्रताड़ित किया और उसके साथ बलात्कार किया। केरल पुलिस के अनुसार कथित घटना 20 जून को हुई थी। महिला और उसका पति तमिलनाडु से हैं लेकिन नौकरी के सिलसिले में कन्नूर जिले में रह रहे थे।
महिला के पति के अनुसार, दंपति तमिलनाडु के प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर पलानी की तीर्थ यात्रा पर थे और जब उनका पति खाना खरीदने गया था, तो महिला को जबरन पास के एक लॉज में ले जाकर उसे बंधक बनाया और एक अज्ञात गिरोह ने उसके साथ बलात्कार किया। इसमें लॉज का मैनेजर भी शामिल बताया जाता है।
पति ने बताया कि जब वह लॉज पहुंचा तो मैनेजर समेत गिरोह ने उसके साथ मारपीट की। दंपति ने यह भी शिकायत की कि उसे बेरहमी से प्रताड़ित किया गया और यहां तक कि उसके निजी अंगों में बीयर की बोतलों से हमला किया गया।
थालास्सेरी के डिप्टी एसपी, मूसा वल्लिकादान, जो मामले में जांच अधिकारी हैं, उन्होंने आईएएनएस को बताया, "मैंने कन्नूर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में मेडिकल रिपोर्ट देखी है, लेकिन उसके आधार पर, कोई चोट नहीं है जैसा कि महिला ने दावा किया है। चूंकि कथित घटना 20 जून को हुई थी, शिकायतकतार्ओं के अनुसार, घाव भी ठीक हो सकते थे।"
पुलिस अधिकारी ने यह भी कहा, "हम मामले की जांच कर रहे हैं। उन्होंने हमें बताया कि उन्होंने पलानी पुलिस से शिकायत की थी और यह परिवार तमिलनाडु का है और काम के सिलसिले में कन्नूर जिले में रहता है।"
पुलिस अधिकारियों ने यह भी कहा कि महिला सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती है और जल्द ही उससे बात करेगी और हमलावरों का पता लगाएगी। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 जुलाई | दिल्ली पुलिस ने एक चौंकाने वाली घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि एक महिला ने अपने 11 महीने के बीमार बच्चे की उस वक्त गला घोंटकर हत्या कर दी, जब उसके पति ने उसे अस्पताल ले जाने से मना कर दिया। बाद में उसने अपने पति पर ही इस हत्या का आरोप लगा दिया।
पुलिस ने कहा कि ये मामला चुनौतीपूर्ण था क्योंकि माता और पिता दोनों ने एक-दूसरे पर अपने ही बच्चे की हत्या का आरोप लगाया था।
हत्या की खबर गुरुवार को दक्षिणी दिल्ली के फतेहपुर बेरी इलाके से मिली और रविवार को आरोपी महिला को जांच के दौरान कबूलनामा कर गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने कहा कि 26 वर्षीय ज्योति ने अपने पति सतवीर को फंसाने के लिए नवजात का गला घोंटने के लिए 'दुपट्टे' का इस्तेमाल किया क्योंकि उसके उसके साथ सौहार्दपूर्ण संबंध नहीं थे। उनके बीच अक्सर झगड़े भी होते थे।
ज्योति ने खुलासा किया कि गुरुवार को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे उसका पति से झगड़ा हुआ था। पुलिस ने कहा कि उसने यह भी कहा कि उसका 11 महीने का बेटा बुखार से पीड़ित था और सतवीर ने उसे डॉक्टर के पास ले जाने से मना कर दिया।
ज्योति और सतवीर दोनों के परिवार से एक घंटे के भीतर दो अलग-अलग पीसीआर कॉल आए।
ज्योति के परिवार ने दावा किया कि डेरा गांव में बच्चे की हत्या उसके ही पिता ने की थी।
बाद में पीसीआर कॉल्स भी आईं जिनमें यह उल्लेख किया गया कि फोन करने वाले की भाभी (भाभी) ने डेरा गांव में उसके बेटे की हत्या कर दी।
फतेहपुर बेरी थाने में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
एक पुलिस टीम ने पाया कि बच्चे को उसके पिता और अन्य रिश्तेदारों द्वारा एपेक्स अस्पताल, छतरपुर ले जाया गया था।
अपराध की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए, उप-निरीक्षक सत्येंद्र गुलिया, राजेश कुमार और ऋषिकेश के साथ सहायक उप-निरीक्षक अश्विनी, हेड कांस्टेबल नरेश कुमार और कांस्टेबल लाल सिंह, बलवीर, जयवीर और प्रवीण के साथ एक टीम का गठन इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह की निगरानी में किया गया था।
पुलिस ने कहा, कि गांव से सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकॉर्ड और गवाहों के बयानों का उपयोग करके विस्तृत जांच की गई। इससे पता चला कि मां ने अपराध किया था।
बाद में गुरुग्राम के रितोज गांव की रहने वाली ज्योति को गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी शादी सतवीर से 2011 में हुई थी, जब वह 16 साल की थी।(आईएएनएस)
लखनऊ, 11 जुलाई | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ब्लॉक प्रमुख की 825 सीटों में से 635 सीटों पर जीत हासिल करने के बाद राज्य में नंबर वन बन गये हैं। यह जीत ग्रामीण उत्तर प्रदेश में भाजपा की अपार उपस्थिति का प्रमाण है और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ दल के लिए यह आसान बना देगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी उन लोगों में शामिल थे, जिन्होंने ट्विटर पर योगी आदित्यनाथ को इस 'अद्वितीय और शानदार' जीत पर बधाई दी।
योगी आदित्यनाथ ने संवाददाताओं से कहा कि यह 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' की नीति के लिए जनादेश था।
उन्होंने कहा कि यह केंद्र और राज्य सरकारों की नीतियों और राज्य में एक मजबूत कानून व्यवस्था की स्थिति पर अनुमोदन की मुहर भी है। उन्होंने कहा, "यह पिछली सरकारों के विपरीत था जब अराजकता व्याप्त थी और अपराधियों का दबदबा था।"
यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि इस जीत ने बीजेपी को गांवों से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक अग्रणी राजनीतिक ताकत के रूप में स्थापित किया है।
उन्होंने कहा, "यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासन की स्पष्ट जीत है। इस तथ्य से कोई इंकार नहीं है कि दोनों नेता अद्वितीय हैं और उन्हें जनता का अपार समर्थन प्राप्त है।"
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीजेपी समर्थित उम्मीदवारों ने 735 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जबकि 14 सीटें उसके सहयोगी अपना दल (एस) को दी गई थीं।
पार्टी ने अपने आधिकारिक रूप से समर्थित उम्मीदवारों को मैदान में नहीं उतारने पर सहमति जताते हुए 76 उम्मीदवारों को अघोषित समर्थन भी दिया।
शनिवार शाम को नतीजे आने के साथ ही, भाजपा और उसके सहयोगी अपना दल समर्थित उम्मीदवार 635 सीटों पर जीत के लिए तैयार थे।
रिपोटरें के अनुसार, समाजवादी पार्टी समर्थित उम्मीदवारों ने 103 से अधिक सीटों पर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों ने सिर्फ दो सीटों पर जीत हासिल की। निर्दलीय ने करीब 95 सीटों पर जीत हासिल की।
एक दिन पहले, शुक्रवार को 187 उम्मीदवारों द्वारा अपना नामांकन पत्र वापस लेने के बाद 349 उम्मीदवारों को निर्विरोध चुना गया था। शेष 476 सीटों के लिए शनिवार को मतदान हुआ था।
गौरतलब है कि प्रखंड प्रमुख का मतदान राज्य के विभिन्न हिस्सों में भाजपा और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसा और झड़प की खबरों से बाधित रहा।
समाजवादी पार्टी, जो भाजपा के साथ सीधे मुकाबले में थी, उन्होंने सत्तारूढ़ दल पर सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। सपा ने 15 जुलाई को भाजपा द्वारा 'लोकतंत्र की हत्या' कहे जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है।(आईएएनएस)
अमरावती, 11 जुलाई | भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को कहा कि उत्तरी आंध्र प्रदेश-दक्षिणी ओडिशा तटों पर पश्चिम-मध्य और निकटवर्ती बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है, जिस कारण आंध्र प्रदेश में भारी बारिश होने की संभावना है। आईएमडी के पूवार्नुमान के अनुसार, तटीय ओडिशा और पड़ोस के इलाकों में चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव में, एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। संबंधित चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है और मध्य-क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है।
कम दबाव प्रणाली के प्रभाव में, तटीय आंध्र प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश और रायलसीमा में अलग-अलग स्थानों पर 11 और 12 जुलाई को भारी बारिश होने की संभावना है । 13 जुलाई को तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होगी।
11-13 जुलाई के दौरान दक्षिण बंगाल की खाड़ी और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के साथ-साथ तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के तटों पर 45 और 55 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से 65 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। मछुआरों को इस अवधि के दौरान समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
कम दबाव के क्षेत्र के प्रभाव में आने से आंध्र प्रदेश के कुछ जिलों में व्यापक बारिश हो रही है।
श्रीकाकुलम जिले में रविवार सुबह से ही भारी बारिश हो रही है। जिले के अमदलावलासा और कुछ अन्य क्षेत्रों में सड़कें और कृषि क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं।
कृष्णा जिले के एक हिस्से में भी भारी बारिश हुई। गन्नावरम के आसपास के निचले इलाकों में पानी भर गया है।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 जुलाई | भारत के नए नागरिक उड्डयन मंत्री का पद संभालने के कुछ दिनों बाद, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को कहा कि बजट एयरलाइन स्पाइसजेट मध्य प्रदेश से 16 जुलाई से आठ नई उड़ानें शुरू करेगी। मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि नए रूट ग्वालियर-मुंबई-ग्वालियर, ग्वालियर-पुणे-ग्वालियर, जबलपुर-सूरत-जबलपुर और अहमदाबाद-ग्वालियर-अहमदाबाद होंगे।
उन्होंने कहा, "मध्य प्रदेश के लिए अच्छी खबर है। 16 जुलाई से एट द रेट फ्लाई स्पाइस जेट के जरिए 8 नई उड़ानें शुरू हो रही हैं।"
सिंधिया ने आगे कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय और विमानन उद्योग क्षेत्रीय संपर्क सेवा 'उड़ान' को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
क्षेत्रीय संपर्क कार्यक्रम की सफलता को बनाए रखना और उसका विस्तार करना नवनियुक्त मंत्री के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।
सिंधिया ने शुक्रवार को यहां राजीव गांधी भवन में मुख्यालय वाले मंत्रालय का कार्यभार संभाला।
वह हरदीप सिंह पुरी का स्थान लेंगे, जिन्हें अब शहरी मामलों के मंत्रालय को बरकरार रखते हुए पेट्रोलियम मंत्रालय मिला है।
इसके अलावा, पूर्व सेना प्रमुख से नेता बने जनरल वी.के. सिंह (सेवानिवृत्त), सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय में राज्य मंत्री, नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री भी हैं।
यह क्षेत्र कोविड महामारी से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक है।
वर्तमान में, एयरलाइंस और हवाई अड्डे बड़े पैमाने पर वित्तीय और नौकरी के नुकसान में हैं।
हालांकि, आर्थिक गिरावट के बावजूद, यह क्षेत्र अपनी छवि को अभिजात्य से आवश्यक में बदलने में सफल रहा है।
दोनों मंत्रियों को अब एयर इंडिया के विनिवेश के साथ-साथ बुनियादी ढांचे के विकास के माध्यम से क्षेत्र को मजबूत करने के चुनौतीपूर्ण कार्य का सामना करना पड़ेगा।(आईएएनएस)