कारोबार
सैन फ्रांसिस्को, 15 फरवरी | मेटा ने घोषणा की है कि वह फेसबुक के 'मैं इस विज्ञापन को क्यों देख रहा हूं?' टूल, उपयोगकर्ताओं को विज्ञापन देने के लिए मशीन लनिर्ंग मॉडल का उपयोग करने के तरीके के बारे में अधिक पारदर्शिता प्रदान करेगा। कंपनी ने मंगलवार को एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, "टूल अब समझाएगा कि हमारी तकनीकों पर आपकी गतिविधि मशीन लनिर्ंग मॉडल को कैसे सूचित कर सकती है, जिसका उपयोग हम आपके द्वारा देखे जाने वाले विज्ञापनों को आकार देने और वितरित करने के लिए करते हैं।"
"मैं यह विज्ञापन क्यों देख रहा हूँ?" टूल लगभग एक दशक पहले बनाया गया था और तब से कंपनी ने इसमें सुधार किया है, जिससे इसका उपयोग करना और समझना आसान हो गया है।
कंपनी ने आगे उल्लेख किया कि टूल नए उदाहरण भी दिखाएगा, यह समझाते हुए कि कैसे इसके मशीन लर्निग मॉडल उपयोगकर्ताओं को प्रासंगिक विज्ञापन दिखाने के लिए विभिन्न विषयों को जोड़ते हैं।
मेटा ने कहा, "हम मशीन लनिर्ंग का उपयोग कैसे करते हैं, इसके बारे में पारदर्शी होना आवश्यक है क्योंकि यह सुनिश्चित करता है कि लोग जानते हैं कि यह तकनीक हमारे विज्ञापन सिस्टम का एक हिस्सा है और वे जानते हैं कि यह किस प्रकार की जानकारी का उपयोग कर रहा है।"
इसमें कहा गया है, "विज्ञापन देने के लिए हमारे मशीन लनिर्ंग मॉडल कैसे काम करते हैं, इसके बारे में हमारी पारदर्शिता को आगे बढ़ाकर, हमारा उद्देश्य लोगों को अधिक सुरक्षित महसूस करने और हमारी जवाबदेही बढ़ाने में मदद करना है।" (आईएएनएस)
सैन फ्रांसिस्को, 15 फरवरी | टेक दिग्गज गूगल ने घोषणा की है कि वह प्राइवेसी सैंडबॉक्स बीटा को एंड्रॉइड 13 उपकरणों के एक छोटे प्रतिशत के लिए रिलीज कर रहा है, जिससे उपयोगकर्ताओं और डेवलपर्स को वास्तविक दुनिया में 'नए समाधान' का अनुभव और मूल्यांकन करने की अनुमति मिलती है। पिछले साल फरवरी में, कंपनी ने एंड्रॉइड पर प्राइवेसी सैंडबॉक्स को 'उपयोगकर्ता की प्राइवेसी के लिए बार बढ़ाने और मुफ्त कंटेंट और सेवाओं तक निरंतर पहुंच सुनिश्चित करने के लिए उद्योग-व्यापी पहल' के रूप में पेश किया।
गूगल ने मंगलवार को एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, "अपने वेब प्रयासों के आधार पर, हम डिजिटल विज्ञापन के लिए ऐसे समाधान विकसित कर रहे हैं जो उपयोगकर्ता डेटा साझाकरण को सीमित करते हैं और क्रॉस-ऐप पहचानकर्ताओं पर भरोसा नहीं करते।"
जो डिवाइस बीटा के लिए चुने गए हैं, उन्हें इसकी सूचना देने वाला एक एंड्रॉइड नोटिफिकेशन प्राप्त होगा।
टेक दिग्गज ने कहा, "प्राइवेसी सैंडबॉक्स बीटा नए एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (एपीआई) प्रदान करता है जो कोर में प्राइवेसी के साथ डिजाइन किए गए हैं और उन पहचानकर्ताओं का उपयोग नहीं करते हैं जो आपकी गतिविधि को ऐप्स और वेबसाइटों पर ट्रैक कर सकते हैं।"
बीटा में भाग लेने वाले ऐप उपयोगकर्ताओं को प्रासंगिक विज्ञापन दिखाने और उनकी प्रभावशीलता को मापने के लिए एपीआई का उपयोग कर सकते हैं।
इसके अलावा, उपयोगकर्ता सेटिंग्स के गोपनीयता सैंडबॉक्स अनुभाग में नेविगेट कर अपनी बीटा भागीदारी को नियंत्रित करने में सक्षम होंगे, जहां वे उन रुचियों को देख और प्रबंधित कर सकते हैं जिनका उपयोग एप्लिकेशन उन्हें प्रासंगिक विज्ञापन दिखाने के लिए कर सकते हैं।
कंपनी ने कहा, "प्राइवेसी सैंडबॉक्स के साथ हमारा लक्ष्य व्यवसायों को ऑनलाइन सफल होने के लिए उपकरण प्रदान करते हुए उपयोगकर्ता की गोपनीयता को बढ़ाना है।"
"हम इस यात्रा पर डेवलपर्स, मार्केटर्स और नियामकों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे।" (आईएएनएस)
लंदन, 15 फरवरी | इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवीएस) की ओर बढ़ते कदम के तहत यूरोपीय संसद ने 2035 से ईयू में नई गैस और डीजल कारों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के कानून को मंजूरी दे दी है। नया कानून 2035 में नई कारों और हल्के वाणिज्यिक वाहनों के लिए शून्य सीओ2 उत्सर्जन का मार्ग निर्धारित करता है।
आयोग 2025 तक यूरोपीय संघ के बाजार में बिकने वाली कारों और वैन के पूरे जीवन चक्र में सीओ2 उत्सर्जन पर डेटा का आकलन और रिपोर्ट करने के लिए एक पद्धति पेश करेगा।
यूरोपीय संसद के सदस्य के अनुसार, "यह विनियमन शून्य और कम उत्सर्जन वाले वाहनों के उत्पादन को प्रोत्साहित करेगा। इसमें 2030 के लिए लक्ष्यों का एक महत्वाकांक्षी संशोधन और 2035 के लिए शून्य-उत्सर्जन लक्ष्य शामिल है, जो 2050 तक जलवायु तटस्थता तक पहुंचने के लिए महत्वपूर्ण है।"
ह्यूटिमा ने कहा, शून्य-उत्सर्जन कारों को खरीदना और चलाना उपभोक्ताओं के लिए सस्ता हो जाएगा और सेकेंड-हैंड बाजार अधिक तेजी से उभरेगा। यह टिकाऊ ड्राइविंग को सभी के लिए सुलभ बनाएगा।
आयोग ने कहा, "एक कैलेंडर वर्ष (1,000 से 10,000 नई कारों या 1,000 से 22 000 नई वैन) में छोटे उत्पादन की मात्रा के लिए जिम्मेदार निर्माताओं को 2035 के अंत तक छूट दी जा सकती है।"
हर दो साल में, 2025 के अंत से आयोग शून्य-उत्सर्जन सड़क गतिशीलता की दिशा में प्रगति का मूल्यांकन करने के लिए एक रिपोर्ट प्रकाशित करेगा।
कानून को पहली बार यूरोपीय संघ के देशों, यूरोपीय संसद और यूरोपीय आयोग के वार्ताकारों ने पिछले साल अक्टूबर में स्वीकार किया था।
वोक्सवैगन जैसे कई वाहन निर्माता पहले ही 2033 तक यूरोप में केवल ईवी का उत्पादन करने के लिए कह चुके हैं। (आईएएनएस)
जबरदस्त रिस्पांस, एक साथ 51 को मिली चाबी
रायपुर, 14 फरवरी। भारत के अग्रनिय 2 पहिया वाहन निर्माता होंडा मोटर साइकिल एण्ड स्कुटर इण्डिया के नये मॉडल एक्टिवा की भव्य लांचिग रायपुर के अंबुजा मॉल में की गई ।
इस अवसर पर कंपनी के वरिष्ट अधिकारीयों समेत रायपुर के अधिकृत विक्रेता वरूण होंण्डा, ग्रांड होंडा, जी.के.होंडा एंव सिटी होंडा के सभी संचालक अपने ग्राहक व पुरी टीम के साथ उपस्थित थे । विधायक श्री कुलदीप सिंह जुनेजा जी की उपस्थिति में लांचिग की गई।
इस विशेष अवसर पर कंपनी के वरिष्ट अधिकारी श्री प्रतिक प्रणव (छ.ग., सेल्स हेड ), श्री अरिजीत भट्टाचार्य ( छ.ग., सर्विस हेड ), के साथ श्री हर्ष पाठक (एरिया इंचार्ज सेल्स, रायपुर) और श्री नीरज ठक्कर (एरिया इंचार्ज सर्विस रायपुर ) के द्वारा स्कुटर की तकनीकी विशेषताओ की विस्तृत जानकारी दी गई । उन्होने बताया की अब स्टैंडर्ड, डिलक्स एंव वेरियेंट में उपलब्ध हैं। यह मॉडल 6 कॅलर में उपलब्ध हैं । इसमें Key Less, SmartFIND, SmartSAFE, SmartSTART, SmartUNLOCK, Alloy Wheel, Telescopic Suspension, Dual Lid, E&ternal Fuel Fill, Battery indicator Áñâð Smart Features उपलब्ध हैं, जो उच्च शक्ति और उच्च इंजन के साथ ही साथ बेहतर माइलेज भी देता हैं।
तथा इस अवसर पर 51 सम्माननीय ग्राहको को गाडी की डिलवरी मुख्य अतिथि माननीय विधायक जी द्वारा दी गई एंव 64 गाडीयो की स्श्चशह्ल बुकिंग की गई । ग्राहको के शानदार प्रतिक्रिया को देखते हुए इसकी बुकिंग रायपुर के चारो डीलरशिप में चालु कर दी गई है।
जिसमे स्टैंडर्ड वेरियंट का एक्स शोरूम मूल्य 75901 रू, डिलक्स वेरियेंट का एक्स शोरूम मूल्य 78401 रू और स्मार्ट वेरियेंट का एक्स शोरूम मूल्य 81902 रू हैं। सभी कलर्स तथा मॉडल्स में उपलब्ध हैं । ग्राहको के लिए न्यूनतम 4999/- डाउन पेमेंट पर गाडी खरीदने का सुनहरा अवसर है। तो आज ही आए और आकर्षक ऑफर के साथ अपनी मनपंसद घर ले लाए।
रायपुर, 14 फरवरी। कैट ने बताया कि 15 फरवरी दिन बुधवार को शाम 3:30 बजे कैट सी.जी. चैप्टर के प्रदेश कार्यालय में कैट सी.जी. चैप्टर एवं लघु उद्योग भारती के संयुक्त तत्वाधान में उद्यमिता जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।
कैट सी.जी. चैप्टर के प्रदेश एमएसएमई प्रभारी श्री मोहम्मद अली हिरानी ने बताया कि 15 फरवरी दिन बुधवार को शाम 3:30 बजे कैट सी.जी. चैप्टर के प्रदेश कार्यालय में कैट सी.जी. चैप्टर एवं लघु उद्योग भारती के संयुक्त तत्वाधान में उद्यमिता जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा।
उपरोक्त कार्यशाला में श्री राजीव एस जी, संयुक्त निदेशक, एमएसएमई -डीएफओ, रायपुर, श्री उमेश प्रसाद जी, सहायक निदेशक, एमएसएमई -डीएफओ, रायपुर, सीए इकबाल फरिश्ता, श्री अर्जुन सिंह जी, वरिष्ठ प्रबंधक यूको बैंक, श्री अमर पारवानी जी, राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष, कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिय़ा ट्रडर्स (कैट) विशेष रूप उपस्थ्ति रहेगें। एमएमएमई में जो नये प्रावधान आये है, जिसकी जानकारी अधिकारियो द्वारा दी जायेगी। सभी व्यापारियों से अनुरोध है, कि उपरोक्त कार्यशाला में जरूर पधारें ।
उद्यमिता जागरूकता कार्यशाला आयोजन मिटिंग में कैट के पदाधिकारी मुख्य रूप से उपस्थित रहे :- मगेलाल मालू, परमानन्द जैन, वासु माखीजा, भरत जैन, महेन्द्र कुमार बागरोडिया, विजय गोयल, प्रीतपाल सिंह बग्गा, नरेश पाटनी, जयराम कुकरेजा, विजय जैन, अवनीत सिंह, दीपक विधानी एवं मोहन वर्ल्यानी आदि।
हाई टेंशन तार से चिपक गया था मासूम
रायपुर, 14 फरवरी। फल तोडऩे पेड़ पर चढ़े मासूम को हाई टेंशन तार ने अपनी चपेट में ले लिया, हादसे में मासूम बुरी तरह झुलस गया और इस दौरान उसकी श्वास नली बुरी तरह जल गई।
इस मासूम को महादेव घाट रोड रायपुरा चौक स्थित ओम हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने छाती की हड्डी और मास से नई श्वास नली बनाई गई है. ये ऑपरेशन बर्न एवं प्लास्टिक सर्जन डॉ कमलेश अग्रवाल और ईएनटी विशेषज्ञ डॉ निधिन बी द्वारा किया गया है.
महासमुंद जिले के सोनदादर के छुईहा पंचायत के रहने वाले मिथलेश ध्रुव के पिता ने बताया कि उनका बेटा कोई फल तोडऩे दोस्तों के साथ गया था. 15 वर्षीय मिथलेश और उसके दोस्त पेड़ में चढ़े. इसी दौरान हाई टेंशन तार ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। मासूम बुरी तरह झुलस गया, जिसके बाद परिजनों को इसकी जानकारी मिली और वे उसे पहले बागबाहरा के शासकीय अस्पताल और फिर महासमुंद के एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां मासूम का ऑपरेशन किया गया।
लेकिन ऑपरेशन फेल हो गया, इस दौरान नली के माध्यम से मासूम सांस लेता रहा. इसके बाद मासूम को ओम हॉस्पिटल लाया गया. जहां डॉ कमलेश अग्रवाल और डॉ निधिन बी के नेतृत्व में ऑपरेशन किया गया.
डॉ कमलेश अग्रवाल बताते है कि ये छत्तीसगढ़ का पहला ऐसा ऑपरेशन है जिसमें छाती की हड्डी और मासपेशियों से मासूम की श्वास नली बनाई गई है. इसे करने के लिए जब उन्होंने तैयारी की तो उन्हें भी ऐसे ऑपरेशन को करने के लिए बहुत अधिक लिट्रेचर नहीं मिले।
यही कारण है कि वे कह रहे है कि ये छत्तीसगढ़ का पहला केस है. उन्होंने कहा कि मरीज को 1-2 दिनों में डिस्चार्ज किए जाने की तैयारी है. चूंकि मरीज के अन्य घाव अभी भरे नहीं है, इसलिए उसे अस्पताल में रखा गया है. वहीं मरीज अब खुद से खाना-पीना भी कर रहा है.
बोलने की ग्रंथी भी है पैरालाइज
डॉ कमलेश बताते है कि हाई टेंशन तार की चपेट में आने से मासूम की श्वास नली तो जली ही वहीं, बोलने की ग्रंथी भी पैरालाइज हो गई है. वहीं इस ऑपरेशन के बाद अब मरीज स्वस्थ्य है. लेकिन बोलने वाली ग्रंथी में इसका क्या असर होगा ये 1-2 महीने की रिकवरी के बाद ही स्पष्ट होगा।
रायपुर, 14 फरवरी। छत्तीसगढ़ के संजीवनी कैंसर अस्पताल के डॉक्टरों ने एक बड़ी चिकित्सा उपलब्धि हासिल करते हुए राज्य का पहला रोबोटिक इसोफैगक्टोमी सफलतापूर्वक किया है।
डॉ दिवाकर पांडेय, सीनियरसर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट, ने इस इनोवेटिवट्रीटमेंटप्रोसीजर के बारे में अपनी अंतर्दृष्टि साझा की। वह बताते हैं कि, इस कॉम्प्लेक्सप्रोसीजर (जिसमें इसोफैगस को हटाना शामिल है) को पहली बार अत्याधुनिक रोबोटिकसर्जिकलसिस्टम का उपयोग करके सक्सेसफुलट्रीटमेंट किया गया है।
इसोफेजियल कैंसर से पीडि़त 45 वर्षीय व्यक्ति का रायपुर के संजीवनी कैंसर अस्पताल में ऑपरेशन किया गया। इस सर्जरी (जिसे पूरा करने में आमतौर पर कई घंटे लगते हैं) को रोबोटिकसिस्टम का उपयोग करके केवल दो घंटे में पूरा किया गया। इस प्रोसीजर की सर्जिकल टीम के प्रमुख सर्जन डॉ दिवाकर पांडे ने साझा किया कि ट्रीटमेंट के बाद अब मरीज ठीक है। इस कॉम्प्लेक्सप्रोसीजर के दौरान सटीकता और नियंत्रण बढ़ाने के लिए रोबोटिक प्रणाली के उपयोग की अनुमति दी गई, जिसके परिणामस्वरूप कम ब्लड लॉस हुआ और मरीज की प्रोसीजर से रिकवरी भी सामान्य के मुकाबले बेहतर और जल्दी हुई।
यह छत्तीसगढ़ राज्य और रोबोटिक सर्जरी के क्षेत्र के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। इसोफेजेक्टॉमी जैसी जटिल प्रक्रियाओं में रोबोटिकसिस्टम का उपयोग तेजी से सामान्य होता जा रहा है, और उम्मीद है कि भविष्य में रोगी के परिणामों और वसूली के समय में सुधार जारी रहेगा।
सर्जिकल टीम का नेतृत्व करने वाले डॉ दिवाकर पांडे ने कहा हम मरीज के स्वास्थ्य में सुधार के लिए इस अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करने के अवसर के लिए आभारी हैं। इस रोबोटिकप्रोसीजर से ब्लड लॉस में कमी, सर्जरी में ज्यादा सटीकता और निपुणता के साथ ही मरीज को जल्दी रिकवरी भी होती है, जिससे उसे जल्दी डिस्चार्ज भी किया जा सकता है।
यह राज्य के लिए एक बड़ा कदम है।"
डॉ. यूसुफमेमन ने इस जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए सर्जिकल टीम के प्रयासों के लिए बधाई दी। उन्होंने साझा किया कि यह राज्य के लिए स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि है, और उम्मीद है कि इस सफलता की वजह से भविष्य में इसी तरह की स्थिति वाले और अधिक राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय मरीज छत्तीसगढ़ की ओर आकर्षित होंगे, जिससे राज्य में मेडिकलटूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा।
संजीवनी कैंसर हॉस्पिटल में कुछ महीनो पहले से अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जरी प्रोग्राम शुरू की गई है और कोलोरेक्टल, गाइनेकोलॉजिकल, थोरेसिक, थायराइड, एवं नेक डाइसेक्शन जैसी मेजर कैंसर सर्जरी रोबोट के द्वारा की जा रही है।
सर्जरी में रोबोटिक तकनीक का उपयोग आने वाले वर्षों में तेजी से सामान्य होने की उम्मीद है, क्योंकि यह पारंपरिक सर्जिकल तकनीकों की तुलना में कई फायदे प्रदान करता है। इसोफेजेक्टॉमी में, रोबोटिकसिस्टम मरीजों के लिए अधिक सटीकता, नियंत्रण और स्पीडीरिकवरी में मददगार साबित हुआ और ऐसे ही अन्य जटिल सर्जरी में भी इसके फायदों का कैंसर मरीज लाभ लेते रहेंगे।
रायपुर, 13 फरवरी। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिय़ा प्रभारी संजय चौंबे ने बताया।
कैट ने बताया कि कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने 8 फरवरी को ड्रग कंट्रोलर ऑफ़ इंडिया द्वारा अमेजन और फ़्िलपकार्ट सहित 20 से अधिक ई-फ़ार्मेसी को कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने सराहना की है जिसमें जवाब देने के लिए दो दिन का नोटिस दिया है।
कारण बताओ नोटिस में आरोप लगाया गया है कि इन कम्पनियों द्वारा दिल्ली उच्च न्यायालय के दिनांक 12.12.2018 के डॉ. ज़हीर अहमद बनाम यूनियन ऑफ़ इंडिया के मामले कोर्ट द्वारा दिये गये आदेश की अवहेलना में ऑनलाइन दवाइयाँ बेची जा रही है।
इस मुद्दे पर कैट ने साउथ दिल्ली केमिस्ट एसोसिएशन और दिल्ली ड्रग डीलर्स एसोसिएशन के साथ अतीत में ई-फार्मेसी के खिलाफ पुरज़ोर रूप से आवाज उठाई थी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री मनसुख मांडवीय से जून 22 में मुलाक़ात कर एक ज्ञापन देकर इनके खिलाफ कारवाई करने की माँग की थी।
कैट के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने सरकार से आग्रह किया कि जो भी ई फ़ार्मेसी कम्पनियाँ ड्रग एवं कास्मेटिक्स एक्ट का पालन नहीं कर रहीं उनके खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाये जाएँ।
दवा जैसी वस्तुएँ जो मानव जीवन के लिए बेहद महत्वपूर्ण है को बिना क़ानून की पालना किए बेचा जाना को क़तई जायज़ नहीं ठहराया जा सकता है। ये सभी ई फ़ार्मेसी कम्पनियाँ बिना लाइसेंस के दवाएँ बीच रही हैं जो सीधे रूप क़ानून का स्पष्ट उल्लंघन है। क़ानून के अंतर्गत स्पष्ट प्रावधान है की किसी भी दवा को बेचने, भंडारण करने, वितरण करने अथवा प्रदर्शित करने के लिए लाइसेंस लेना आवश्यक है और बिना लाइसेंस इसमें से कुछ भी गतिविधि नहीं की जा सकती है।
श्री पारवानी एवं श्री दोशी ने कहा की ये कम्पनियाँ अपने ऑनलाइन प्लेटफार्म पर दवाओं का प्रदर्शन करती हैं इसलिए बिना लाइसेंस दवा बेचना क़ानून का उल्लंघन है। ड्रग क़ानून के नियम 61, 64 और 65 के साथ पठित अधिनियम की धारा 18 (सी) के अंतर्गत दवाओं और सौंदर्य प्रसाधनों की बिक्री या प्रदर्शन के लिए एक वैध लाइसेंस की आवश्यकता होती है। इसलिए, बिना लाइसेंस के इन ई-फ़ार्मा प्लेटफ़ॉर्म पर इन दवाओं की प्रदर्शनी और बिक्री की पेशकश अधिनियम और नियमों का सीधा उल्लंघन है।
श्री पारवानी और श्री दोशी ने आगे कहा कि इनमें से कई कम्पनियाँ विदेशी नियंत्रित हैं और इसलिए इनको लाइसेंस नहीं मिल सकता । यदि इन विदेशी कंपनियों को लाइसेंस दिया गया तो यह मल्टी ब्रांड खुदरा क्षेत्र या इन्वेंट्री आधारित ई-कॉमर्स में मौजूदा एफडीआई नीति का उल्लंघन होगा।
रायपुर, 13 फरवरी। छत्तीसगढ़ की मेन्स अंडर-25 टीम का मैच दिनांक 12 फरवरी 2023 से 15 फरवरी 2023 तक सरदार पटेल स्टेडियम वलसाद, गुजरात में छत्तीसगढ़ विरूद्ध गुजरात की टीम के मध्य खेला जा रहा है। गुजरात की टीम ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया।
पहले दिन का खेल समाप्त होने तक-गुजरात की टीम ने पहली पारी में 434 रन, 6 विकेट, 89.0 ओवर में बनाए। गुजरात की टीम ने बल्लेबाजी करते हुए-नाम-समित पटेल 123 रन, 147 बॉल, 16 चौका, 1 छक्का, नाम-क्षितिज पटेल 1/4नॉट ऑउट खेल रहे1/2 78 रन, 83 बॉल, 10 चौका, 0 छक्का, नाम-एम.ए. हिंगराजिया 77 रन, 129 बॉल, 7 चौका, 1 छक्का, नाम-विषाल बी. जैस्वाल 1/4नॉट ऑउट खेल रहे1/2 48 रन, 51 बॉल, 7 चौका, 0 छक्का, पर बनाए।
छत्तीसगढ़ टीम की तरफ से पहली पारी में गेंदबाजी करते हुए-नाम-आयुश सिंह ठाकुर 18.0 ओवर, 1 मैडन, 97 रन, 2 विकेट, नाम-दीपक सिंह 18.0 ओवर, 3 मैडन, 109 रन, 2 विकेट, नाम-सुधांषू वर्मा 18.0 ओवर, 0 मैडन, 78 रन, 1 विकेट, नाम-गगनदीप सिंह 20.0 ओवर, 1 मैडन, 65 रन, 1 विकेट, लिए। मैच का विवरण - गुजरात पहली पारी 434 रन 6 विकेट 89.0 ओवर।
रायपुर, 12 फरवरी। अग्रसेन महाविद्यालय में पत्रकारिता विभाग द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार आज सम्पन्न हो गया।
इस सेमीनार के तीसरे और अंतिम दिन मीडिया की भूमिका और मीडिया कानून पर समग्र रूप से अपने विचार रखते हुए केन्द्रीय विश्व विद्यालय मोतीहारी (बिहार) के प्राध्यापक डॉ परमात्मा कुमार मिश्र, कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के रीडर डॉ नरेंद्र त्रिपाठी, रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय में विधि संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ अनंतराम प्रधान एवं रायपुर दूरदर्शन के सहायक निदेशक श्री प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि मीडिया में जब जनहित के मुद्दे गायब होने लगें, तो हमें ही जागरूक होना पड़ेगा।
ऐसे में मीडिया के लिए बने कानूनों का अनुपालन कराने के लिए भी जनता को ही सक्रिय होना पड़ेगा. यह मीडिया साक्षरता से ही संभव है. आज के दो अन्य वक्ताओं ने भी लोक तंत्र की मजबूती के लिए मीडिया कानूनों के अनुपालन पर जोर दिया। पहले सत्र कि अध्यक्षता करते हुए डॉ परमात्मा कुमार मिश्र ने कहा कि मीडिया में हर दिन नई तकनीक आ रही है।
कोई भी तकनीक अपने आप में अछि या बुरी नहीं होती. ठीक उसी प्रकार जैसे चाकू अच्छी या बुरी नहीं है, लेकिन उसका इस्तेमाल करते समय हम उसका सदुपयोग और दुरूपयोग दोनों कर सकते हैं. इस कार्य में मीडिया की भूमिका सबसे अहम होती है. उन्होंने कहा कि मीडिया को समय समय पर उसकी भूमिका बताने के लिए नागरिक को ही जिम्मेदारी लेनी होगी
आज के सत्र में "प्रसार भारती अधिनियम, सिनेमेटोग्राफी एक्ट और केबल टीवी एक्ट के अनुपालन" पर अपने विचार रखते हुए रायपुर दूरदर्शन के सहायक निदेशक श्री प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार ने सभी प्रकार के मीडिया को अराजक होने से रोकने के लिए पर्याप्त कानून बनाया हुआ है. किन्तु कई बार विभिन्न कारणों से इन कानूनों का अनुपालन नहीं हो पाता. और तभी हम टेलीविजन, ओटीटी, केबल टीवी या सिनेमा में कुछ ऐसे दृश्य या प्रसंग देखने पर विवश हो जाते हैं, जिसे पहले ही रोक दिया जाना चाहिये था. यहीं पर सिनेमेटोग्राफी और केबल टीवी एक्ट की भूमिका होती है.
आज के दूसरे वक्ता रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय में विधि संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ अनंतराम प्रधान ने "साइबर कानून के अनुपालन" विषय पर कहा कि वर्तमान समय में सूचना क्रांति के कारण रोज हमें नई-नई तकनीकी से जुडऩा पड़ रहा है. लेकिन हम सभी तकनीकों को पूरी तरह से नहीं जान पाते. हमारी इसी कमी का फायदा उठाकर कुछ लोग ठगी, धोखा और जालसाजी जैसे अपराधों को अंजाम देने में सफल हो जाते हैं. यहीं ओपर मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है, कि वह जनता को नई नई ताकिनिकों के अच्छे और बुरे दोनों पहलुओं से परिचित कराये.
वहीँ कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्व विद्यालय के इलेक्ट्रानिक मीडिया संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ नरेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि मीडिया कानूनों के प्रति जनता को भी जागरूक होने से ही लोकतंत्र का भविष्य उज्जवल हो सकता है. इसके लिए देश के प्रत्येक दर्शक और पाठक को मीडिया साक्षर होना पड़ेगा. तभी मीडिया को जवाबदेह बनाया जा सकता है.
इससे पहले स्वागत उद्बोधन में महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ. वी.के. अग्रवाल ने कहा कि मीडिया के लिए यूं तो बहुत से कानून बने हुए हैं. लेकिन कई बार इनका पालन ठीक तरह से नहीं हो पाता. इसके लिए पाठक या दर्शक को आगे आना होगा. इस तीन दिवसीय सेमीनार को महाविद्यालय के लिए विशेष आयोजन बताते हुए अपने धन्यवाद ज्ञापन में प्राचार्य डॉ युलेन्द्र कुमार राजपूत ने कहा कि समय के साथ मीडिया और उससे जुड़े कानूनों का विस्तार होता जा रहा है. इसलिए पत्रकारिता के छात्रों को इन कानूनों को जानना चाहिए. उनोने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय, चाणक्य लॉ एकेडमी एवं खेत्रपाल लॉ एजेंसी को भी उनके सहयोग के लिए विशेष रूप से धन्यवाद दिया. महाविद्यालय के एडमिनिस्ट्रेटर प्रो. अमित अग्रवाल ने कहा कि मीडिया के कानूनों की जानकारी सभी को होना आवश्यक है. क्योंकि इसके बिना दर्शक और पाठक अपने अधिकारों और दायित्वों से परिचित नहीं पाएंगे.
अंत में सभी वक्ताओं को महाविद्यालय परिवार की ओर से स्म्रृति चिन्ह प्रदान किये गए. आज के दोनों सत्रों के समापन पर पत्रकारिता संकाय के विभागाध्यक्ष प्रो. विभाष कुमार झा ने तीन दिन की समस्त अकादमिक गतिविधियों एवं विचार विमर्श का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया. कार्यक्रम के दोनों सत्रों का संचालन प्रबंध संकाय की विभागाध्यक्ष डॉ शोभा अग्रवाल ने किया. वहीँ कार्यक्रम का संयोजन पत्रकारिता विभाग के प्राध्यापक प्रो राहुल तिवारी ने किया. इसमें पत्रकारिता संकाय के प्राध्यापक प्रो. हेमंत सहगल, प्रो सुरभि अग्रवाल, वाणिज्य संकाय के प्राध्यापक प्रो. अभिषेक अग्रवाल, प्रो, अभिनव अग्रवाल, प्रो. भावना गढ़ेवाल, डॉ नुपूर अग्रवाल, प्रो रिदवाना हसन, कम्प्यूटर संकाय के विभागाध्यक्ष प्रो विकास शर्मा. प्रो वैभव इंगले, प्रो. रूचि शर्मा, प्रो दीपिका अवधिया, समाज कार्य संकाय के विभागाध्यक्ष प्रो मो रफीक, प्रो रुक्मिणी अग्रवाल सहित समस्त प्राध्यापकों ने भी सक्रिय भूमिका निभाई. इस तीन दिवसीय सेमिनार के तीसरे और अंतिम दिन समापन सत्र में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गए.
रायपुर, 12 फरवरी। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिय़ा प्रभारी संजय चौंबे ने बताया।
देश में नकद के चलन को बेहद कम किया जाए और इसी के मद्देनजर, कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने मास्टरकार्ड को अपने टेक्नोलॉजी पार्टनर के रूप में रखते हुए डिजिटल पेमेंट के मुद्दे पर एक राष्ट्रव्यापी अभियान डिजिटल भुगतान से व्यापार आसान नई दिल्ली में आयोजित एक राष्ट्रीय सेमिनार से शुरू किया गया जिसका उद्द्घाटन केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के सचिव श्री रोहित कुमार सिंह ने किया तथा मध्य प्रदेश -छत्तीसगढ़ के सीजीएसटी, एक्साइज एवं कस्टम के चीफ कमिश्नर श्री नवनीत गोयल, मास्टरकार्ड के पब्लिक पालिसी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री रवि अरोरा सहित अन्य अनेक विशेषज्ञ भी शामिल हुए।
कैट राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र ने कहा की व्यापारिक समुदाय को अपने वर्तमान व्यापार प्रारूप में डिजिटल-ई-रुपये के प्रभाव को समझना जरूरी है और यह भी जानना आवश्यक है की अब व्यवसाय में डिजिटल भुगतान को अपनाना और स्वीकार करना क्यों आवश्यक हो गया है।
खासकर तब जब उपभोक्ता अपनी खरीदारी के लिए डिजिटल भुगतान को तेजी से अपना रहे हैं। इसी को बात को ध्यान में रखते हुए कैट ने यह अभियान शुरू किया है जो देश के सभी राज्यों में खासकर टियर 3 और टियर 4 शहरों में आक्रामकता के साथ कांफ्रेंस, सेमिनार, वर्कशॉप आदि के जरिये चलाया जायेगा ।
श्री पारवानी एवं श्री दोशी ने बताया कि इस राष्ट्रीय अभियान की श्रृंखला का श्री गणेश करते हुए केंद्रीय उपभोक्ता मंत्रालय के सचिव श्री रोहित सिंह ने कहा की व्यापारी एवं उपभोक्ता एक दूसरे के पर्याय हैं और जिस तेज़ी से देश भर के ग्राहकों विशेष रूप से युवा वर्ग में खऱीदी व्यवहार में डिजिटल तरीक़े से सामान खऱीदने के परिवर्तन को देखते हुए व्यापारियों को अपने व्यापार में डिजिटल तकनीक को अपनाना ज़रूरी है । डिजिटल पेमेंट को अपनाये जाने से सिस्टम में पारदर्शिता आएगी और फिर नीतियाँ और बेहतर बन सकेंगी। उन्होंने यह भी कहा की टेक्नोलॉजी के विस्तार को कोई भी नहीं रोक सकता है और किसी भी हालत में देश के व्यापार को इससे अछूता नहीं रखा जा सकता है । डिजिटल पेमेंट के बहुत फ़ायदे हैं जिनसे व्यापारी अपने व्यापार में चाहे जितना विस्तार कर सकते हैं ।
श्री पारवानी एवं श्री दोशी ने आगे बताया कि मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के सीजीएसटी, एक्साइज एवं कस्टम के चीफ कमिश्नर श्री नवनीत गोयल ने कहा की व्यापारियों द्वारा डिजिटल पेमेंट अपनाने से उनके व्यापार की एकाउंटिंग स्वत: ही हो जाएगी क्योंकि डिजिटल पेमेंट के ज़रिए सभी लेन देन रिकॉर्ड होगा और व्यापार को सही अर्थों में बढ़ाया जा सकेगा। उन्होंने कहा की डिजिटल पेमेंट के अपनाये जाने से स्वाभाविक रूप से जीएसटी राजस्व में वृद्धि होगी और ऐसा होने पर आय कर की दरों में कटौती की संभावनाएँ मजबूत होंगी
श्री पारवानी एवं दोशी ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक भुगतान पर लगने वाला चार्ज देश में डिजिटल भुगतान को तेजी से अपनाने में प्रमुख बाधाओं में से एक है और इसलिए सरकार को 5 साल के लिए डिजिटल पेमेंट पर लगने वाले चार्ज को हटाना चाहिए लेकिन चार्ज की यह राशि बैंकों को सीधे सब्सिडी के रूप में देनी चाहिए।
दोनों व्यापारी नेताओं ने सेमिनार में यह भी कहा कि अगर सरकार डिजिटल भुगतान का उपयोग करने वाले व्यक्तियों और व्यावसायिक संस्थाओं के लिए एक व्यापक प्रोत्साहन नीति तैयार करनी चाहिए वहीं सरकार को एक डिजिटल भुगतान प्रोत्साहन बोर्ड बनाने का भी सुझाव दिया है जिसमें वरिष्ठ अधिकारी और व्यापारियों और उपभोक्ताओं के प्रतिनिधि शामिल हैं
श्री पारवानी एवं श्री दोशी ने याद दिलाया कि सरकार ने अगस्त, 2015 में एक प्रोत्साहन प्रस्ताव का मसौदा तैयार किया था जिसमें कुछ कर लाभों और बैंकों द्वारा वसूले जाने वाले लेन-देन की लागत से छूट का उल्लेख है। सरकार से उक्त प्रस्तावों को लागू करने का आग्रह करते हुए कैट ने कहा कि डिजिटल भुगतान के माध्यम से व्यापार लेनदेन में भुगतान स्वीकार करने वाले दुकानदारों को प्रोत्साहन प्रदान करने का प्रस्ताव व्यापारियों को ई-भुगतान प्रणाली को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा। भारत के भुगतान परिदृश्य के संदर्भ में यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा गया है कि भारत में लगभग 97 प्रतिशत खुदरा लेनदेन नकद में किया जाता है जबकि केवल 11 प्रतिशत उपभोक्ता भुगतान के लिए डेबिट कार्ड का उपयोग करते हैं और केवल 6 प्रतिशत व्यापारी भारत में इलेक्ट्रॉनिक भुगतान स्वीकार करते हैं। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि 82 प्रतिशत ग्राहक मोबाइल के माध्यम से लेनदेन करने के बारे में अनजान हैं जबकि लगभग 79 प्रतिशत ग्राहक ऑनलाइन बैंकिंग के बारे में अनजान हैं। करीब 89 फीसदी व्यापारी डेबिट कार्ड के इस्तेमाल के पक्ष में हैं। इसलिए देश में डिजिटल पेमेंट के बारे में एक व्यापक अभियान चलाया जाना बेहद जरूरी है।
रायपुर, 12 फरवरी। कलिंगा विश्वविद्यालय, रायपुर 100-150 के बैंड में हृढ्ढक्रस्न रैंकिंग के साथ एक हृ्र्रष्ट क्च+ मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय है और यह मध्य भारत में उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में उभरा है।
विश्वविद्यालय के सभी पाठ्यक्रमों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, बार काउंसिल ऑफ इंडिया, फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया, ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन, नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन आदि जैसे अनुमोदन अधिकारियों द्वारा मान्यता प्राप्त है।
कलिंगा विश्वविद्यालय, रायपुर एक प्रसिद्ध शैक्षणिक संस्थान है जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुसंधान पर केंद्रित है। कलिंगा विश्वविद्यालय शिक्षण में उत्कृष्टता, ज्ञान सृजन के लिए नवाचार की पहुंच और हमारे छात्रों को उन्नत और एकीकृत प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
वाणिज्य और प्रबंधन संकाय ने डिजाइन का उपयोग करके नवाचार संचालित परियोजनाओं के डिजाइन और निष्पादन से संबंधित अत्याधुनिक दृष्टिकोण, विचारों, अवधारणाओं और समाधानों के बारे में छात्रों को ज्ञान प्रदान करने के लिए डिजाइन थिंकिंग, क्रिटिकल थिंकिंग एंड इनोवेशन पर एक कार्यशाला का आयोजन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत डिजाइन थिंकिंग और इनोवेशन की शुरुआत के साथ हुई, जो छात्रों को समस्या की पहचान और रीफ्रैमिंग, दूरदर्शिता, हिंडसाइट और इनसाइट जेनरेशन के एडवांस इनोवेशन और ग्रोथ माइंडसेट विकसित करने में मदद करता है। छात्रों ने डिजाइन थिंकिंग के महत्व के बारे में सीखा और निकट भविष्य में इसके दायरे के बारे में खुद को जागरूक किया।
इन सभी महत्वपूर्ण कारकों को समझाया गया और छात्रों को एक ही समय में समझने और बातचीत करने के लिए प्रेरित किया गया। अंत में छात्रों के सीखने और समझने के कौशल का परीक्षण करने के लिए एक प्रश्न और उत्तर सत्र आयोजित किया गया। साथ ही विषय वस्तु से संबंधित प्रश्नों का भी निष्पक्ष उत्तर दिया गया ।
इस प्रकार कलिंगा विश्वविद्यालय छात्रों को उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने और उन्हें एक लीडर और एक विश्लेषक दोनों के विविध दृष्टिकोण के साथ प्रतिस्पर्धा का सामना करने के लिए तैयार करने की अपनी प्रतिबद्धता पर हमेशा खड़ा साबित हुआ है।
रायपुर, 12 फरवरी। रोटरी में, हम एक ऐसी दुनिया देखते हैं जहां लोग एकजुट होते हैं और दुनिया भर से, जिसकेद्वाराहमारे समुदायों में और खुद में स्थायी बदलाव लाने के लिए प्रेरितकरते हैं। रोटरी 1.4 मिलियन पड़ोसियों, दोस्तों, नेताओं और समस्या-समाधानकर्ताओं का एक वैश्विक नेटवर्क है जो एक ऐसी दुनिया देखते हैं जहां लोग एकजुट होते हैं और स्थायी परिवर्तन लाने के लिए कार्रवाई करते हैं - दुनिया भर में, हमारे समुदायों में और खुद में।
रोटरी के सदस्यों का मानना है कि हमारे पास दुनिया के सबसे स्थायी मुद्दों पर कार्रवाई करने की एक साझा जिम्मेदारी है। हमारे 46,000+ क्लब मिलकर काम करते हैं। स्वच्छता प्रदान करने के विजन के तहत, रोटरी ने यूनिसेफ के सहयोग से वॉश - वाटर, सेनिटेशन एंड हाइजीन नामक एक कार्यक्रम शुरू किया।
यूनिसेफ वॉश इन स्कूल के रूप में अभियान को बढ़ावा दे रहा है, इस ड्राइव के तहत वे स्वच्छ हाथ के लिए 7 चरणों का अभ्यास विकसित करते हैं। रायपुर ग्रेटर के हमारे क्लब रोटरी क्लब ने इस चुनौती को 101 स्कूलों को जागरूक करने के मिशन के रूप में लिया, जिसमें किंडर गार्डन से माध्यमिक तक 50,000 से अधिक छात्रों को शामिल किया गया।
हम गर्व से छत्तीसगढ़ के स्कूलों और रोटरी जिलेनंबर3261 में 101 हैंड वॉश सेमिनार के सफलतापूर्वकसंपन्नकी घोषणा करते हैं। हमारे नेतृत्व में 4 महीने से अधिक लंबे अभियान के दौरान छात्रों को हैंड वॉश के सरल चरणों, इसके महत्व को समझाया और प्रदर्शित किया गया। अध्यक्ष विनय अग्रवाल, क्लब वॉश के अध्यक्ष पीपी के पाणिग्रही और हमारे क्लबों के समर्पित रोटेरियन।
संगोष्ठी वॉश पर विशेष ध्यान देने के साथ फोकस के विभिन्न पहलुओं 7 क्षेत्रों को संबोधित करेगी। पीडीजी रमेश अग्रवाल, आरआईडी 3010, वॉश वारियर्स और डायरेक्टर, वॉश रोटरी एक्शन ग्रुप (2017-23) ने, छत्तीसगढ़ के डीजी शशांक रस्तोगी, यूनिसेफकेश्री आशीष सिंग और बिरिजा शतपथी और अन्य प्रतिष्ठित वक्ताओं के साथ मुख्य वक्ता के रूप में भाग लेने के लिए सहमति दी है।
हम पूरे छत्तीसगढ़, ओडिशा और मध्य प्रदेश से इस संगोष्ठी में सैकड़ों लोगों के इक_ा होने की उम्मीद कर रहे हैं।
रायपुर, 11 फरवरी। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तम गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र जग्गी, विक्रम सिंहदेव, राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल ने बताया कि आज प्रदेश के औद्योगिक नीति में महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से चेम्बर प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी के नेतृत्व में महिला चेंबर विंग एवं चेंबर प्रतिनिधिमंडल ने उद्योग विभाग सचिव छत्तीसगढ़ शासन द्वारा बुलाई गई बैठक में सचिव श्री भुवनेश यादव, संयुक्त सचिव श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा, अपर संचालक श्री प्रवीण शुक्ला, ओ एस डी श्री आलोक त्रिवेदी तथा महिला एवं बाल विकास विभाग उपनिदेशक श्री अभय कुमार देवांगन से मिलकर महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
चेम्बर प्रदेश अध्यक्ष श्री अमर पारवानी ने बताया कि महिला चेंबर द्वारा प्रदेश के औद्योगिक नीति में महिला उद्यमियों की सहभागिता एवं भूमिका बढ़ाने तथा महिलाओं के सशक्तिकरण हेतु संपूर्ण प्रदेश से सुझाव मांगे गए थे जो निम्नानुसार हैं:-महिला प्रमुख उद्यमिता कंपनियों को परिभाषित किया जाए, महिला उद्यमियों का नवीन आद्योगिक निति में वर्गीकरण, महिला उद्यमियों हेतु एकल खिडक़ी प्रणाली।
उधमिता विकास एवं कौशल उन्नयन, स्टार्टअप हेतु प्रभावशाली तंत्र का निर्माण, नवीन आद्योगिक नीति में महिला वर्ग के उद्यमियों के लिए विशेष पैकेज हेतु प्रावधान हो, विद्युत शुल्क में छूट, स्टांप शुल्क से छूट, गवर्मेंट ई मार्केटप्लेस ) पोर्टल सम्बन्धी, तकनीकी पेटेंट अनुदान सम्बन्धी, भू–प्रब्यजी जी तथा भू–भाटक में पूर्ण रूप से छूट सम्बन्धी।
पट्टा भू-प्रीमियम एवं किराया सम्बन्धी, प्रदूषण शुल्क पर सब्सिडी सम्बन्धी, फैक्ट्री लाइसेंस फीस में छूट सम्बन्धी, उच्च महिला रोजगार में विस्तार सम्बन्धी, प्रदर्शनी सब्सिडी सम्बन्धी, माल ढुलाई सब्सिडी , निविदाओं में महिला वेंडर वरीयत, नेट जीएसटी प्रितिपुर्ती नियम में क्च ञ्जश ष्ट के साथ क्च ञ्जश क्च को भी अनुदान सम्बन्धी। क्लस्टर विकास सम्बन्धी, कुटीर उद्योग सम्बन्धी निर्यात सम्बन्ध।
महिला चेंबर अध्यक्ष श्रीमती मधु अरोरा ने कहा कि वर्तमान परिपेक्ष्य में महिला उद्यमी भी प्राप्त अवसरों को उपलब्धियों में बदलने की क्षमता रखती है। वे देश व राज्य के उत्पाद, लाभ और प्रति व्यक्ति आय को बढ़ाने में मदद करते हैं।
नई दिल्ली, 11 फरवरी। भारत में तेज़ी से विकसित होते इलेक्ट्रिक वाहनों के ब्राण्ड Okaya EV ने नए स्कूटर Okaya Faast Fx 3 के लॉन्च के साथ अपनी ‘Faast’ सीरीज़ को और भी सशक्त बना लिया है, इस सीरीज़ के स्कूटरों को बेहतरीन परफोर्मेन्स एवं शानदार रेंज के लिए जाना जाता है।
Okaya Faast Fx 3 एक बार चार्ज करने के बाद 125 किलोमीटर की रेंज देता है। यह वॉटरप्रूफ और डस्ट-रेजि़स्टेन्ट है तथा लोडिंग क्षमता पर 70 किलोमीटर की अधिकतम स्पीड देता है। अपने अनूठे फीचर्स और सुरक्षा मानकों से युक्त को उन लोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो किफ़ायती एवं भरोसेमंद स्कूटर चाहते हैं।
आधुनिक उपभोक्ताओं की ज़रूरतों को पूरा करने वाला यह स्कूटर 1200 वॉट की मोटर से पावर्ड है जो 2500 वॉट की पीक पावर देता है तथा लिथियम-आयन एलएफपी ड्यूल बैटरियों से युक्त स्विचेबल टेक्नोलॉजी के साथ आता है, जिससे बैटरी लाईफ बढ़ती है।
इसे पूरी तरह से चार्ज होने में तकरीबन 4-5 घण्टे लगते हैं। स्कूटर बैटरी एवं मोटर पर 3 साल की वारंटी के साथ आता है। फास्ट एफ3 के लॉन्च के साथ ओकाया ने भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटर को किफ़ायती बनाने और इलेक्ट्रिक स्कूटरों की पहुंच बढ़ाने का लक्ष्य तय किया है।
रायपुर, 11 फरवरी। कलिंगा विश्वविद्यालय के शहीद वीरनारायण सिंह शोधपीठ के तत्वावधान में छत्तीसगढ़ का सांस्कृतिक वैभव विषय पर विश्वविद्यालय के संगोष्ठी कक्ष में संवाद संगोष्ठी का आयोजन किया गया।जिसमें मुख्य वक्ता के रुप में छत्तीसगढ़ी लोकसंस्कृति के विशेषज्ञ प्रो.पीयूष कुमार उपस्थित थे।
इस अवसर पर संवाद कार्यक्रम के अंतर्गत मुख्य.वक्ता ने उपस्थित विद्यार्थियों की छत्तीसगढ़ की संस्कृति से संबंधित जिज्ञासा को शांत किया।
विदित हो कि संगोष्ठी का शुभारंभ मुख्य वक्ता और प्राध्यापकों की उपस्थिति में माँ सरस्वती के प्रतिमा के समक्ष दीपप्रज्वलन और माल्यार्पण से हुआ। इस अवसर पर बी.ए. की नाफिया अहमद और उनकी सहेलियों के द्वारा सरस्वती वंदना के मधुर गीत की प्रस्तुति दी गयी।कार्यक्रम के संयोजक विद्यार्थी कु.अनिशा खलखो और नाफिया अहमद के द्वारा मुख्य वक्ता का स्वागत किया गया।
राजनंदगांव, 11 फरवरी । इबलु रेंज के प्रोडक्ट्सस बनाने वाली गोदावरी इलेक्ट्रिक मोटर्स ने राजनंदगांव, छत्तीससगढ़ में अपने नये शोरूम वैभव इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल का उद्घाटन किया है। विश्वा-स्तंरीय टेक्नोसलॉजी से लैस, यह शोरूम ग्राहकों के लिये इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को खरीदने के एक अलग अनुभव की पेशकश करता है। इसकी मदद से इस क्षेत्र में ईवी को अपनाये जाने को लेकर जागरूकता बढ़ाई जाएगी।
यह शोरूम 1800 वर्गफीट में फैला है और यह ब्लूत डायमण्डी सिटी के पास, अनाया लॉन के सामने, मोहरा रोड, राजनंदगांव, छत्ती़सगढ़-491441 में स्थित है।
यह शोरूम इलेक्ट्रिक वाहनों के बारे में अच्छीह जानकारी रखने वाले अनुभवी कर्मचारियों के साथ ग्राहकों को बेहतर अनुभव प्रदानकरेगा। यह शोरूम अपने ब्राण्डि की यात्रा भी दिखाएगा और ग्राहकों की ईवी से जुड़ी सभी जरूरतों के लिये एक सिंगल टच पॉइंट बनेगा।
गोदावरी इलेक्ट्रिक मोटर्स के सीईओ श्री हैदर खान ने कहा, हमें राजनंदगांव, छत्ती्सगढ़ में नये शोरूम को खोलने की घोषणा करते हुए बहुत खुशी हो रही है। ईवी को अपनाये जाने के मामले में छत्तीरसगढ़ ने जबर्दस्त क्षमता दिखाई है और यहाँ कई लोग इलेक्ट्रिक यातायात को अपनाने के इच्छुेक हैं। इसके लिये हम पर्यावरण के लिए एक ज्याहदा अनुकूल, सुरक्षित और स्था यी भविष्य् की ओर बढऩे में मदद करने के लिये उच्चातम गुणवत्तात के इलेक्ट्रिक वाहन प्रदान करना चाहते हैं।
वैभव इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल के मालिक श्री हर्ष चितलंगिया ने कहा, "हमें देश में इलेक्ट्रिक वाहन को अपनाने में तेजी लाने के लिये गोदावरी इलेक्ट्रिक मोटर्स के साथ साझेदारी करके बहुत खुशी हो रही है। हमारी सुविधा ग्राहकों की ईवी से जुड़ी सभी जरूरतों के लिये 1000 वर्गफीट के एक सर्विस स्टे शन से सुसज्जित है और हम आने वाले समय में राजनंदगांव के लोगों को सेवा देने के लिए तत्पसर हैं।"
इस शोरूम में हाल ही में लॉन्चम हुआ ई-ऑटो (रु5रू) इबलु रोज़ी और ई-बाइसिकल रेंज इबलु स्पिन भी प्रदर्शित की जाएगी, जोकि तीन वैरिएंट्स में उपलब्धू है। ग्राहक इस शोरूम में आकर उत्पासदों का अनुभव ले सकते हैं और अपनी बुकिंग पूरी कर सकते हैं। गोदावरी ने ग्राहकों को लोन सुविधाएं देने के लिये अग्रणी बैंकों और एनबीएफसी के साथ गठबंधन भी किया है। दोनों उत्पाकदों की आपूर्ति इसी महीने के अंत से शुरू होगी।
गोदावरी इलेक्ट्रिक मोटर्स के विषय में:
जुलाई 2019 में गोदावरी ईमोबिलिटी के नाम से लॉन्चध हुई गोदावरी इलेक्ट्रिक मोटर्स (ईवी प्रोडक्ट्सद की इबलु रेंज बनाने वाली) का लक्य् ठ लाखों लोगों को स्वदरोजगार देना और अपने अत्या्धुनिक यातायात समाधानों से देश में कार्बन फुटप्रिंट को कम करना है। यह सिद्धार्थ अग्रवाल और महेन्द्र अग्रवाल के दिमाग की उपज है और इसकी संस्थाषपना ईवी उत्पौदों की एक संपूर्ण श्रृंखला की पेशकश करते हुए प्रदूषण-रहित और स्थासयी यातायात प्रदान करने के विचार से हुई थी। गोदावरी इलेक्ट्रिक मोटर्स को यह बात अनोखा बनाती है कि वह उन पहली कंपनियों में से एक है, जिन्होंाने भारत के ईवी क्षेत्र में लीजिंग का एक मॉडल लॉन्चन किया है।
रायपुर, 11 फरवरी। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के युवा कैट के प्रदेश अध्यक्ष अवनीत सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष दीपक विधानी, महामंत्री, अमर घिंगानी, कार्यकारी महामंत्री विक्रम राठौर, कोषाध्यक्ष अध्यक्ष विजय पटेल, ने बताया। कैट ने बताया कि युवा कैट के द्वारा युवा व्यापारियों के लिए आम बजट पर विशेष कार्यशाला आयोजन किया गया। जिसमें शहर के जाने माने सीए श्री मुकेश मोटवानी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे।
युवा कैट के प्रदेश अध्यक्ष श्री अवनीत सिंह ने बताया कि कैट सी.जी. चैप्टर के प्रदेश कार्यालय में युवा कैट के द्वारा युवा व्यापारियों के लिए आम बजट पर विशेष कार्यशाला आयोजन किया गया।
कैट ने आम बजट के हर पहलू से रूबरू कराया साथ ही इनकम टैक्स की नई एवं पुरानी स्कीम का विश्लेषण, जीएसटी के मुख्य बिन्दुओं अवगत कराया। उपस्थित व्यापारियों के इस सम्बंध आ रही समस्याओ का भी निराकरण करवाया।
सीए श्री मुकेश मोटवानी ने कहा कि आयकर एवं जीएसटी सें संबधित प्रावधानों में बजट 2023 में जो बदलाव आये हैं उसके बारे में विस्तृत जानकारी दी जैसे कि टैक्स स्लैब में बदलाव से सम्बंधित, एमएसएमई के प्रावधानों के सम्बंध में, धारा 43 बी के सम्बंध में, टीसीएस/टीडीएस के प्रावधानों के सम्बंध में एवं कम्पोजिशन सम्बंधित प्रावधान आदि।
रायपुर, 11 फरवरी। मघ्य भारत की अग्रणी एवं सुप्रसिध्द मैट्स विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंफार्मेशन टेक्नालाजी के तत्वधान में राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन 9 फरवरी से प्रारम्भ होकर 11 फरवरी तक चलेगा।
संगोष्ठी का विषय ’’फ्यूचरिस्टिक डेवलपमेंट ऑफ कम्प्यूटिंग टेक्नालाजी इन एजुकेशन आफ इंडिया: विजन 2030’’ है। संगोष्ठी के प्रथम दिवस 9 फरवरी को आई. आई. टी. भिलाई के डायरेक्टर प्रो. राजीव प्रकाश मुख्य अतिथि के रूप मे उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का आरम्भ माता सरस्वती की पूजा अर्चना के साथ अतिथयों का सम्मान पुस्तक और पौधा के साथ किया गया। प्रारम्भ में विभागाध्यक्ष डॉ. ज्ञानेश श्रीवास्तव ने स्वागत भाषण के दौरान मैट्स विश्वविद्यालय के विगत 17 वर्षो की यात्रा का संक्षिप्त उल्लेखन किया साथ ही संगोष्ठी की रूपरेखा तथा उद्देश्य की चर्चा की।
उन्होने शिक्षा के क्षेत्र में कम्प्यूटर तथा आई.सी.टी. की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। कुलसचिव श्री गोकुलानंद पण्डा ने शोधार्थियों को शुभकामानाएं प्रेषित की तथा शोघ कार्य की गंभीरता को समझ कर इस अनुरूप प्रदर्शन करने की सलाह दी।
बैलाडीला क्षेत्र में 25 के पार हुई मशीनों की संख्या
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 11 फरवरी। एनएमडीसी अपने उत्पादन क्षमता में वृद्धि करते हुए गत दिनों एनएमडीसी बचेली परियोजना में कोमास्तु कंपनी की हाइड्रोलिक एक्सकेवेटर शॉवेल मशीन का विधिवत पूजा कर शुभारंभ किया गया। इसके साथ बैलाडीला क्षेत्र में कोमास्तु की मशीनों की संख्या 25 हो गई है।
9 क्यूबिक मीटर क्षमता वाली इस मशीन की कीमत लगभग 12 करोड़ रूपये है। आधुनिक तकनीको से परिपूर्ण 976 हॉर्स पॉवर की मशीन जो सभी सुरक्षा उपकरणों से लैस है। एनएमडीसी के अधिकारियों ने बताया कि इन मशीनों से उत्पादन की नई गति मिलेगी।
पं. वेद प्रकाश पांडे द्वारा विधिवत पूजा कर एनएमडीसी बचेली के मुख्य महाप्रबंधक बी. वेंकटश्वर्लु को एलएंडटी लॉरेसेन एंड टुब्रो के वरिष्ठ उपमहाप्रबंधक सुमित कुमार दत्ता और प्रबंधक आशुतोष पांडे द्वारा सांकेतिक चाबी सौंपी गई। इस दौरान एनएमडीसी के अधिकारी, कर्मचारी व श्रमिक संघ के पदाधिकारी व सदस्यो की मौजूदगी रही।
रायपुर, 10 फरवरी। छत्तीसगढ़ के संजीवनी कैंसर अस्पताल के डॉक्टरों ने रोबोटिक कैंसर सर्जरी सिस्टम से जटिल पार्शियल नेफ्रेक्टॉमी प्रोसीजर द्वारा मरीज के कैंसर ग्रसित किडनी से ट्यूमर निकालकर किडनी बचाने का सफल ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया है। गौरतलब बात यह है कि, यह ऑपरेशन छत्तीसगढ़ में पहली बार रोबोट से हुआ है।
सीनियर सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ अर्पण चतुर्मोहता ने बताया की सर्जिकल टीम ने 61 वर्षीय महिला में अत्याधुनिक रोबोटिक एवं फ्रोजन तकनीक की सहायता से जटिल पार्शियल नेफ्रेक्टॉमी प्रोसीजर द्वारा मरीज के कैंसर ग्रसित किडनी से ट्यूमर निकालकर एक तरफ की 85 प्रतिशत किडनी एवं दूसरे तरफ की पूरी किडनी को बचा लिया गया।
डॉ अर्पण ने बताया की तकरीबन 5 वर्ष पूर्व उनके करीबी रिश्तेदार को ऐसे ही केस में ऑपरेशन के द्वारा किडनी निकलवाने की जरूरत पड़ी थी जिससे उनके जीवनचर्या में काफी तकलीफ आई। डॉ अर्पण ने उसी समय यह सोच लिया था की ऐसे अत्याधुनिक सिस्टम की जरूरत है जिससे बिना किडनी निकाले यह इलाज संभव हो। उन्होंने साझा किया की अब यह रोबोटिक सिस्टम एवं फ्रोजन सेक्शन की सहायता से संजीवनी में संभव है।
यह छत्तीसगढ़ राज्य और रोबोटिक सर्जरी के क्षेत्र के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। पार्शियल नेफ्रेक्टॉमी जैसी जटिल प्रक्रियाओं में रोबोटिक सिस्टम का उपयोग तेजी से सामान्य होता जा रहा है, और उम्मीद है कि भविष्य में कैंसर मरीजों के परिणामों और रिकवरी समय में सुधार जारी रहेगा।
इन प्रक्रियाओं में नियंत्रण बढ़ाने के लिए रोबोटिक प्रणाली के उपयोग की अनुमति दी गई, जिसके परिणामस्वरूप छोटे चीरे के कारण कम ब्लड लॉस हुआ और मरीज की प्रोसीजर से रिकवरी भी सामान्य के मुकाबले बेहतर और जल्दी हुई। सर्जरी में रोबोटिक तकनीक का उपयोग आने वाले वर्षों में तेजी से सामान्य होने की उम्मीद है, क्योंकि यह पारंपरिक सर्जिकल तकनीकों की तुलना में कई फायदे प्रदान करता है।
पता लगाना हुआ और आसान, देखभाल का अंतर कम
रायपुर, 10 फरवरी। चिकित्सा के क्षेत्र में मेडिकल साइंस ने जो इलाज की जो नई-नई तकनीक इजाद की है उससे इन बीमारियों से लडऩे का हौसला बढ़ा है साथ ही असंख्य लोगों को जीने की नई राह दिखाई है।
दशक पूर्व कैंसर भी एक लाइलाज बीमारी थी लेकिन आज के इस युग में इसका इलाज भी संभव हो गया। आज कैंसर से डरने की नहीं लडऩे की व जागरूक की जरूरत है। इसी को ध्यान में रखते हुए विश्व कैंसर दिवस को एक वैश्विक कार्यक्रम के रूप में चिह्नित किया जाता है जो हर वर्ष 4 फरवरी को व्यापक स्तर पर आयोजित किया जाता है।
इसका मुख्य उद्देश्य कैंसर की रोकथाम, पहचान और उपचार के बारे में समाज में जागरूकता बढ़ाना है। इस वर्ष इस दिन की थीम है लोज द केयर गैप जिसके लिए बाल्को मेडिकल सेंटर (बीएमसी) अनिल अग्रवाल फाउंडेशन और वेदांता मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन के तत्वावधान में अपने स्थापना शैशवकाल से ही प्रयासरत है।
बाल्को मेडिकल सेंटर (बीएमसी) इसके इलाज व कैंसर की देखभाल में असमानताओं को दूर करने की आवश्यकता पर अपना ध्यान केंद्रित किया और यह सुनिश्चित किया कि हर किसी की आर्थिक स्थिति या क्षेत्र जहां वे रहते हैं, के बावजूद गुणवत्तापूर्ण कैंसर देखभाल तक पहुंच हो।
हाल के आंकड़ों पर यदि नजर डालें तो पता चलता है कि प्रत्येक 5 में से 1 व्यक्ति अपने जीवनकाल में कैंसर से ग्रस्त है और इसके दायरे में मुख्य रूप से भारत जैसे निम्न और मध्यम आय वर्ग के देशों के नागरिक आ रहे हैं।सिर और गर्दन, स्तन और गर्भाशय ग्रीवा जैसे सामान्य कैंसर न केवल भारत जैसे देश में रोके जा सकते हैं, बल्कि समय रहते इसका पता चलने पर इलाज शुरू होने से आसानी से मरीज को निजात भी मिल जाती है।
बीएमसी ने अपनी स्थापना के समय से ही अपने रोगियों के लिए देखभाल के अंतर को कम करने के लिए सभी व्यापक कदम उठाए हैं ताकि उन्हें न केवल गुणवत्ता बल्कि समान देखभाल प्राप्त हो सके और समय-समय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। *तंबाकू और शराब के सेवन लोगों को कैसे दूर रहना चाहिए इसकी सलाह व उपाय बताये जाते हैं। *स्तनपान कराएं, जागरूक रहें, और हेपेटाइटिस बी और एचपीवी सी के खिलाफ टीका लगवाएं: शांत रहें *संतुलित आहार के बारे में जानकारी दी जाती है और ताजा आहार लेने की सलाह दी जाती है।
*रोजाना 30-45 मिनट व्यायाम करें एफ: पारिवारिक इतिहास जिसके बारे में आपको सब कुछ जानने की जरूरत है
*गर्भाशय ग्रीवा (एचपीवी/पैप स्मीयर), स्तन (मैमोग्राम क्लिनिकल परीक्षा), सिर और के लिए स्क्रीनिंग। प्रारंभिक
निदान के लिए गर्दन (नैदानिक ????परीक्षा), कोलन (मल गुप्त रक्त) और कैंसर चेतावनी संकेत होते हैं।
इसका उद्देश्य सभी स्थानीय स्कूलों के साथ काम करने के उद्देश्य से तम्बाकू समाप्ति क्लीनिकों, टीकाकरण क्लीनिकों के
माध्यम से रोकथाम को बढ़ावा देना है, जागरूकता पैदा करना और आसान पहुंच और स्वदेशी एचपीवी वैक्सीन की
उपलब्धता के साथ रोकथाम योग्य बीमारियों के जोखिम को कम करना है।
बीएमसी गांवों और अर्ध-शहरी क्षेत्रों सहित ग्रामीण स्तर पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा, मितायनों के ड्राइविंग
प्रशिक्षण और शिक्षा में नंद घरों के साथ काम करके अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए मुफ्त स्क्रीनिंग शिविर आयोजित करती है। निदान किए गए मरीजों का उनकी वित्तीय स्थिति के बावजूद बीएमसी में इलाज किया जाता है। मैमोग्राफी वैन जो इस साल लॉन्च होने जा रही है, जो गांवों में घर-घर जाकर कैंसर स्क्रीनिंग की सुविधा प्रदान करके इस अंतर को पाटने में मददगार साबित होने वाली है। बीएमसी में सरकारी योजनाओं क्करू-छ्व्रङ्घ, आयुष्मान भारत और सभी के तहत मरीजों का इलाज किया जाता है। सरकारी योजना के साथ बीएमसी चैरिटेबल फंड के तहत इलाज किया जाता है। बीएमसी में कैंसर मरीजों का अत्याधुनिक उपकरणों उपचार किया जाता है। जिनमें अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण और रेडियोन्यूक्लाइड थेरेपी सहित कैंसर उपचार का पहलू जो मध्य भारत में अद्वितीय है। यह रोगियों के लिए देखभाल के
अंतर को बंद करता है क्योंकि उन्हें टीएमएच, मुंबई जैसे तृतीयक कैंसर केंद्रों की यात्रा नहीं करनी पड़ती है।
हालांकि केंद्र ने एक दूसरे से सीखने की अपनी अवधारणा को बेहतर बनाने की दिशा में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए टाटा मेमोरियल सेंटर के साथ एक हस्ताक्षरित ज्ञापन के समझौता किया है जिसके तहत, यह कैंसर देखभाल में
उत्कृष्टता लाने और केंद्र को प्रयास करने के लिए एक राष्ट्रीय बेंचमार्क देने के लिए वर्चुअल एनसीजी ट्यूमर बोर्ड आयोजित करता है।
बीएमसी राष्ट्रीय कैंसर दिशानिर्देशों का पालन पूरे आदर के साथ करता है और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद और राष्ट्रीय कैंसर ग्रिड (हृष्टत्र) का हिस्सा भी है जो राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत कैंसर देखभाल प्रदान करने में केंद्र का समर्थन करता है और नेतृत्व करने में मदद करता है।
रोगी पक्ष समर्थन बीएमसी की संस्कृति के केंद्र में है जिसके लिए रोगी सहायता समूह विकसित किए गए हैं जो न केवल रोगियों को सशक्त बनाने में मदद करते हैं बल्कि कैंसर के उपचार के लिए रोगी शिक्षा, शक्ति और बेहतर अनुपालन दर भी बढ़ाते हैं। इन्हें बीएमसी में नियमित रूप से चलाया जाता है। देखभाल के अंतर को सक्रिय रूप से बंद करने के लिए यह एक मजबूत और बुद्धिमान पहल रही है ।क्योंकि इससे मरीजों को अनावश्यक परीक्षण या उपचार से बचाया जा सकेगा और परिणामों में सुधार होगा। विश्व कैंसर दिवस वैश्विक कैंसर संकटों को दूर करने के लिए आवश्यक सामूहिक प्रयासों के एक शक्तिशाली अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है। हममें से प्रत्येक के पास बदलाव लाने और एक ऐसी दुनिया बनाने में मदद करने की शक्ति है जहां कैंसर अब जीवन के लिए खतरा नहीं है।
कोरबा, 10 फरवरी। इस वैलेंटाइन डे के मौके पर रिलायंस ज्वेल्स अपने ग्राहकों से बस यही अनुरोध कर रहा है कि वे अपनी जि़ंदगी के सबसे अहम व्यक्ति, यानी खुद को नजऱअंदाज़ नहीं करें; वैलेंटाइन डे को अपने प्रियजनों के साथ-साथ खुद से प्यार करने के उत्सव के रूप में देखें और उसी तरह से इस अवसर का जश्न मनाएँ।
भारत में आभूषणों के अग्रणी ब्रांड, रिलायंस ज्वेल्स ने खुद के प्रति अपनी चाहत का जश्न मनाने के लिए एक अनोखा वैलेंटाइन्स डे कलेक्शन लॉन्च किया है। यह कलेक्शन उन लोगों के लिए है, जो खुद को प्यार करते हैं और गले लगाते हैं।
इस वैलेंटाइन डे के मौके पर, और चारों ओर अपनी ऐसी चमक बिखेरें कि दुनिया आपको देखकर हैरान हो जाए। खुद को भी अहमियत दें और बेझिझक होकर इस बात को दुनिया के सामने जाहिर करें।
प्यार के इस मौसम का जश्न मनाने के लिए रिलायंस ज्वेल्स ने सुडौल आकार और बेहतरीन रूपांकनों के साथ पेंडेंट, ब्रेसलेट और अंगूठियों का एक खूबसूरत डायमंड ज्वैलरी कलेक्शन लॉन्च किया है, जिनमें लगाए गए अलग-अलग तरह के हीरे उन आभूषणों को सॉलिटेयर का रूप देते हैं।
एक ही बिंदु से अलग-अलग सर्किल वाले डिज़ाइन का उपयोग सही मायने में खुद से असीमित प्रेम को दर्शाता है, जिसे हमेशा अपनाना चाहिए। इस कलेक्शन में पुरुषों और महिलाओं, दोनों के लिए खुद के प्रति प्रेम से प्रेरित हीरे जडि़त खूबसूरत ब्रेसलेट, पेंडेंट और अंगूठियां शामिल हैं।
ये सभी डिज़ाइन पारिवारिक जश्न और उत्सवों, कामकाज के दौरान पहनने तथा पार्टियों के लिए सबसे अच्छे विकल्प हैं, और आपके लुक को और भी ज्यादा खूबसूरत बना देंगे। इन आभूषणों को येलो गोल्ड और रोज़ गोल्ड, दोनों में तैयार किया गया है, साथ ही इनमें आईजीआई तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमाणित चमकदार हीरे लगाए गए हैं।
इस नए कलेक्शन के अलावा, रिलायंस ज्वेल्स ने 'ड्रीम डायमंड सेल' नाम से एक खास ऑफर की भी घोषणा की है, जो 14 फरवरी तक चलेगी। इस दौरान ग्राहकों को रिलायंस ज्वेल्स में हीरे के आभूषणों के चालान मूल्य पर 25त्न तक की छूट का फायदा दिया जा रहा है। ग्राहक अपनी पसंदीदा डायमंड ज्वैलरी की खरीद पर भी इस ऑफर का लाभ उठा सकते हैं।
खुद के प्रति अपनी चाहत से प्रेरित बेहद खास कलेक्शन, यानी "खुद से भी प्यार करो- ए स्पेशल वैलेंटाइन्स डे कलेक्शन" को देखने के लिए इस लिंक https://bit.ly/xY}c|wG पर जाएँ, साथ ही पोस्ट कॉपी में दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए https://www.instagram.com/p/CoMvwDatdzG/ के माध्यम से वेलेंटाइन डे प्रतियोगिता में भाग लें।
इस नए कलेक्शन के बारे में अपनी राय जाहिर करते हुए, रिलायंस ज्वेल्स के सीईओ, श्री सुनील नायक ने कहा, "प्यार के इस मौसम में, हम चाहते हैं कि हमारे मूल्यवान ग्राहक 'खुद के प्रति प्रेम' से प्रेरित इस वेलेंटाइन डे कलेक्शन के जरिए 'खुद को गले लगाने' का सही मतलब समझें और उसे अपनी जिंदगी में अपनाएँ। इस कलेक्शन के सादगी भरे और बेहद खूबसूरत डिजाइन वाले आभूषण खास लम्हों के लिए एकदम सही हैं। हमने हमेशा ही अपने ग्राहकों को सबसे बेहतर आभूषण प्रदान करने की कोशिश की है। हम दुनिया इस खूबसूरत विचार के साथ खुद से भरपूर प्यार करने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं, ताकि आप भी अपने प्रियजनों के साथ प्रेम की इसी भावना को व्यक्त कर सकें और इस भाव को दूसरों तक पहुंचा सकें, साथ ही अपने रिश्ते को और मजबूत बना सकें।"
यह शानदार कलेक्शन देश भर में मौजूद रिलायंस ज्वेल्स फ्लैगशिप के सभी शोरूम में विशेष रूप से उपलब्ध होगा, और रिलायंस ज्वेल्स की वेबसाइट https://bit.ly/xJERkgv पर इस कलेक्शन की सीमित रेंज उपलब्ध होगी।
रायपुर, 10 फरवरी। अग्रसेन महाविद्यालय में पत्रकारिता विभाग द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के सहयोग से आज से तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का शुभारम्भ हुआ।
इस अवसर उद्घाटन सत्र में कुशाभाऊ ठाकरे विश्व विद्यालय के कुलपति प्रो बल्देवभाई शर्मा ने कहा कि मीडिया को कानून के अनुपालन के साथ ही नैतिक आत्मसंयम भी जरुरी है. कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित नेहरु ग्राम बालभारती विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ राममोहन पाठक ने कहा कि आजादी से पहले हमारा मीडिया बहुत नैतिक था. हमें वहीँ से आगे का रास्ता तलाशना होगा.
इस अवसर पर स्वागत भाषण करते हुए महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ. वी.के. अग्रवाल ने कहा कि अपने प्रयोग में मीडिया अराजक न हो जाए, इसलिए मीडिया के लिए कानून का दायरा बनाना आवश्यक है। वहीँ आभार प्रदर्शन करते हुए प्राचार्य डॉ युलेन्द्र कुमार राजपूत ने कहा कि मीडिया का दायित्व समाज को जागरूक करने का है।
यदि इसमें कुछ बदलाव होता है, तो मीडिया को भी कानून का संयम मानना जरुरी हो जाता है. उन्होंने सभी वक्ताओं को उनके प्रेरक विचारों के लिए साधुवाद दिया. महाविद्यालय के एडमिनिस्ट्रेटर प्रो. अमित अग्रवाल ने कहा कि इस राष्ट्रीय सेमीनार से महाविद्यालय का दायरा बढ़ा है, और इसके बाद आगे भी ऐसे आयोजन होते रहेंगे.
उद्घाटन सत्र के बाद पहले तकनीकी सत्र में छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक अकादमी के सहायक प्राध्यापक डॉ सुरेशमणि त्रिपाठी ने "सूचना का अधिकार एवं मीडिया की भूमिका"- विषय पर अपनी पर प्रस्तुति में विभिन्न स्लाईड के जरिये कहा कि लोकतंत्र में जनता को शासन और प्रशासन के कामकाज के बारे में जानने का अधिकार निश्चित रूप से है. चूँकि जनता के टैक्स के पैसे से सभी को वेतन मिलता है, तो जनता के प्रति सभी की जवाबदेही होनी ही चाहिए. इसी भावना से सूचना का अधिकार लागू किया गया. लेकिन इसका दुरूपयोग नहीं होना चाहिए. इसीलिए इसमें कुछ धाराओं के तहत ऐसे प्रावधान किये गए हैं कि हर तरह की जानकारी जनता को नहीं दी जा सकती.
इसके बाद दूसरे तकनीकी सत्र में छत्तीसगढ़ महाविद्यालय में विधि विषय के प्राध्यापक डॉ भूपेन्द्र करवंदे ने " मानहानि, अवमानना और निजता का अधिकार" विषय पर विस्तार से अपनी प्रस्तुति में कहा कि जब कोई बात ऐसी हो, जिससे किसी व्यक्ति या संस्था के सम्मान को ठेस लगे, तो वह प्रकाशन, कथन या प्रसारण अवमानना की श्रेणी में आता है. इसी तरह निजता का अधिकार भी व्यक्ति के मौलिक अधिकार के समकक्ष माना गया है.
अंत में दोनों सत्रों की अध्यक्षता करते हुए वर्धा स्थित महात्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के प्राध्यापक डॉ संदीप वर्मा ने कहा कि भारतीय मीडिया का कार्य आजादी के पहले बहुत ही नैतिक और मर्यादित रहा. लेकिन उसके बाद पिछले करीब तीन दशकों में चौबीस घंटे के चैनलों ने खबर को मनोरंजन बना दिया और मीडिया के मूल्य कहीं खोने लगे. आज भारतीय मीडिया उन्हीं नैतिक मूल्यों का ककहरा सीख रहा है, जिसे पश्चिम के मीडिया ने पचास साल पहले ही आत्मसात कर लिया था. उन्होंने दोनों वक्ताओं के विचारों को विषय के अनुरूप और प्रेरक बताते हुए कहा कि इनसे सेमिनार की दिशा तय करने में निश्चित ही मदद मिलेगी. अंत में सभी वक्ताओं को महाविद्यालय परिवार की ओर से स्म्रृति चिन्ह प्रदान किये गए. आज के दोनों सत्रों के समापन पर समाज कार्य संकाय के विभागाध्यक्ष प्रो. मो रफीक ने धन्यवाद ज्ञापन किया. इस तीन दिवसीय सेमिनार के दूसरे दिन कल के सत्रों में वक्ता के रूप में रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय रायपुर में पत्रकारिता संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ संतोष कुमार और कुसुमताई दाबके विधि महाविद्यालय रायपुर में सहायक प्राध्यापक डॉ प्रीति सत्पथी आमंत्रित रहेंगे. वहीँ दोनों सत्रों की अध्यक्षता के लिए पं रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर में विधि विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ प्रिया राव तथा चाणक्य लॉ अकादमी के संचालक श्री नितिन नामदेव उपस्थित रहेंगे. दोनों सत्रों में शोध आलेखों और शोध पत्रों का वाचन होगा.
रायपुर, 10 फरवरी। प्रगति महाविद्यालय चौबे कालोनी रायपुर के शिक्षा विभाग के एम.एड., बी.एड. एवं डी.एल.एड. के प्रशिक्षणार्थियों का शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम ग्राम-पिपरौद, गरियाबंद में किया गया।
जिसमें शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय पिपरौद में बी.एड. एवं डी.एल.एड. के विद्यार्थियों द्वारा नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करके विद्यालय में अध्ययनरत् छात्र-छात्राओं को शिक्षा, मोबाइल का दुष्प्रभाव से जागरूक किया गया।
साथ ही साथ गांव में जागरूकता रैली के माध्यम से गांव को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए ग्रामवासियों को स्वच्छ भारत अभियान से परिचित कराया एवं जागरूक किया गया। उसके पश्चात् पर्यटक स्थल चिंगरापगार एवं भूतेश्वरनाथ महादेव का दर्शन किया।
जिससे विद्यार्थी हमारी प्राचीन धरोहर से परिचित हुए। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. सौम्या नैयर, शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. के.एन. गजपाल, प्रशासिका सुश्री ज्योति ठाकुर एवं समस्त प्राध्यापकगण तथा शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय पिपरौद के प्रधानाचार्य एवं शिक्षकगण उपस्थित रहे।