कारोबार
हैदराबाद, 25 फरवरी। केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, एनएमडीसी ने शुक्रवार को हैदराबाद में अपने मुख्यालय में कस्टमाइज बोलियों पर फोकस सहित जीईएम अनुबंधों और प्रबंधन पर परस्पर संवाद सत्र का आयोजन किया।
श्री प्रकाश मिरानी, संयुक्त सचिव और अतिरिक्त सीईओ,जीईएम, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार इस सत्र के प्रमुख वक्ता थे।
श्री बी. विश्वनाथ, सीवीओ, एनएमडीसी और अधिशासी निदेशक कार्मिक, श्री प्रवीण कुमार ने जीईएम पारिस्थितिकी तंत्र में कंपनी की बढ़ती हुई खरीद हिस्सेदारी पर प्रकाश डाला और ज्ञान प्राप्त करने तथा रचनात्मक फीडबैक देने के लिए सभी परियोजनाओं से उपस्थित कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया।
एनएमडीसी ने वित्त वर्ष 2023 में अब तक गवर्नमेंट ई मार्केट प्लेस के माध्यम से 665 करोड़ रुपये मूल्य की वस्तुओं और सेवाओं की खरीद की है। स्टील पीएसई में स्टेट माइनर के जीईएम खरीद प्रतिशत में सबसे तेजी से वृद्धि हो रही है।
ई-प्रोक्योरमेंट पोर्टल की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए, श्री प्रकाश मिरानी ने कहा कि जेम पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण और मजबूती में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने एनएमडीसी को अपने सबसे बड़े खरीद भागीदारों में से एक बनाने के अपने दृष्टिकोण को साझा करते हुए जीईएम को अधिक प्रभावी और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाने की निरंतर प्रक्रिया के लिए फीडबैक और इनपुट आमंत्रित किए।
जीईएम के माध्यम से भविष्य की खरीद को बढ़ाने के लिए भारत भर में एनएमडीसी के सभी परियोजनाओं के वरिष्ठ अधिकारियों ने उक्त सत्र में भाग लिया।
एनएमडीसी अपने विक्रेताओं, विशेष रूप से एमएसएमई को राष्ट्रीय सार्वजनिक खरीद पोर्टल पर सूचीबद्ध करने और जीईएम द्वारा
प्रदान की जाने वाली दक्षता और पारदर्शिता का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करता है।
रायपुर, 24 फरवरी। रायपुर स्तिथ सुयश हॉस्पिटल ने प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत 50 मरीज, सुयश हॉस्पिटल के कंसलटेंट डॉ राहुल अहलूवालिया जी ने 20 एवं डॉ गुंजन अग्रवाल जी ने 5 मरीजों का मासिक पोषण किट का भार उठाने का संकल्प लिया है। इस अवसर पर सुयश हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ नितिन गोयल,डॉ विवेक केशरवानी,एवं डॉ मनोज लाहोटी उपस्थित थे।
सुयश हॉस्पिटल के समस्त कंसलटेंट के साथ सभी अधिकारीगण एवं कर्मचारी भी मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में टीबी के मरीजों ने भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और सुयश हॉस्पीटल के डायरेक्टर डॉ विवेक केशरवानी एवं डॉ नितिन गोयल जी द्वारा मरीजों को प्रथम तीन माह का मासिक पोषण किट वितरण किया गया। इसी क्रम में डॉ नंदिता केशरवानी जी डॉ राहुल अहलूवालिया जी डॉ गुंजन अग्रवाल जी ने भी मरीजों को प्रथम तीन माह का मासिक पोषण किट वितरण किया।
डॉ विवेक केशरवानी जी ने कहा की सुयश हॉस्पिटल परिवार सामाजिक दाइत्व का निर्वाहन करने के लिए कटिबद्ध है और देश के प्रधानमंत्री एवं राज्य के मुख्यमंत्री का जो लक्ष्य है टीबी मुक्त समाज, उसे पूरा करने में सुयश हॉस्पिटल परिवार हमेशा अग्रसर रहेगा और उन्होंने मरीजों को मार्गदर्शन भी दिया की वे अपने स्वास्थ की देखभाल किस तरह कर सकते है, स्वछता से रहे और पौस्टिक आहार का सेवन करे।
रायपुर, 24 फरवरी। कैट ने बताया कि कैट सी.जी. चैप्टर एवं अग्निशमन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में अग्नि सुरक्षा एवं रोकथाम सेमीनार का आयोजन वृन्दवान हॉल सिविल लाईन्स में हुआ।
कैट सी.जी. चैप्टर के प्रदेश प्रभारी अध्यक्ष श्री परमानन्द जैन एवं प्रदेश महामंत्री श्री सुरिन्द्रर सिंह ने बताया कि कैट सी.जी. चैप्टर एवं अग्निशमन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में अग्नि सुरक्षा एवं रोकथाम सेमीनार का आयोजन हुआ। उपरोक्त सेमीनार में अग्निशमन विभाग के अधिकारियों द्वारा अग्नि सुरक्षा एवं रोकथाम की जानकारी दी गई साथ ही बैंक एवं बीमा इंशोरेन्स कम्पनी के अधिकारियों ने अग्नि दुर्घटना मे हुए नुकसान की बीमा क्लेम संबधी जानकारी दी। कैट सी. जी. चैप्टर ने सेमीनार में अग्नि सुरक्षा उपकरणों का प्रर्दशनी लगाया गया था।
श्री मयंक श्रीवास्तव जी, (आईपीएस) निदेशक अग्निशमन विभाग (छ.ग. शासन) ने कहा कि कैट सी.जी. चैप्टर एवं अग्निशमन विभाग छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा आयोजित अग्नि सुरक्षा एवं रोकथाम सेमीनार, मेरा व्यापार सुरक्षित, मेरा बाजार सुरक्षित, व्यापारियों को अग्नि दुर्घटना को रोकने हेतु एक सराहनीय जनजागरण प्रयास है। अग्निशमन विभाग कैट सी.जी. चैप्टर के इस कार्य हेतु धन्यवाद ज्ञापित करती है।
विशिष्ठ अथिति श्री जगमोहन जैन जी, सेवानिवृत्त, चीफ फायर ऑफिसर (बीसएसपी) ने बताया कि आग एक रसायनिक प्रक्रिया है जो त्रिभुज के आधार पर कार्य करती है। ताप, ईधन और आक्सीजन, इनमें से किसी एक के न होने पर आग नहीं जल सकती है। आग की रोकथाम हेतु ये उपाय करे :- आग बुझाने वाली मशीन, निकास मार्ग और निकटतम आग के स्थान का पता करें, आग बुझाने वाली मशीन और इसके संचालन के प्रकार के बारे जानकारी रखें, आग बुझाने व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण और सुरक्षा उपकरणों का उपयोग यानी आग नियत्रंण कक्ष के महत्वपूर्ण टेलीफोन नम्बर याद रखे, आग बुझाने के लिए आग सुरक्षा उपकरणों के आकस्मिक उपयोग के बारें में अग्निशमन विभाग को सूचित करे। कार्य स्थल पर जहां नो स्मोकिंग के संकेत प्रदर्शित है, धूम्रपान न करें।
श्री अरविंद रस्तोगी जी, संयुक्त सचिव (एफएसएआई) ने अग्नि बुझाने का सिद्धान्त के बारे जानकारी दी। उन्होनें कहा कि ईधन को हटाकर आग बुझाना (स्टारवेशन मैथड) ज्वलनशील वस्तुओं को आग के पास से हटाना। आग को ज्वलनशील वस्तुओं के पास से हटाना। जलने वाली वस्तु को छोटे-छोटे टुकड़ो में बांटना। अग्नि बुझाने का सिद्धान्त ताप को कम करके आग बुझाना (कूलिंगमैथड) पानी की धार अथवा फुहार के ज्वलनशीलपदार्थ के सम्पर्क में आने पर पानी पदार्थं पानी पदार्थ का ताप सोख लेता है और धीरे-धीरे पदार्थ ठंडा होकर बुझ जाता है। पानी के सम्पर्क में आने पर आग वाष्प में परिवर्तित होकर वातावरण में फैलती है और पदार्थ का आक्सीजन से सम्पर्क कट जाता है। इससे भी आग बुझ जाती है। अग्नि बुझाने का सिद्धान्त आक्सीजन कम करके आग बुझाना (स्मोदरिंग मैथड) आग के चारो ओर बालू, हवा, मिट्टी, कीचड़, कम्बल आदि का आवरणबनाकर। भवन में लगी आग के लिए सभी दरवाजे-खिड़कियां, रौशनदान आदि बन्द करके। जलती हुई वस्तु के चारो ओर झागबनाकर। आग पर ड्राई पाउडर छिडक़ कर। आग पर निष्क्रिय गैस को छोड क़र आक्सीजन की पहुंच कम की जा सकती है।
कार्यक्रम के अंत में कैट सी.जी. चैप्टर के प्रदेश कार्यकारी महामंत्री श्री भरत जैन ने सेमीनार में उपस्थित सभी पदाधिकारियों एवं व्यापारियों का आभार व्यक्त किया।
उपरोक्त सेमीनार में कैट सी.जी. चैप्टर के पदाधिकारी, कैट युवा टीम के पदाधिकारी, छ.ग. चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड़ इण्ड़स्ट्रीज के पदाधिकारी, व्यापारी संगठनों के पदाधिकारी एवं व्यापारीगण उपस्थ्ति रहे :- मगेलाल मालू, परमानन्द जैन, वासु माखीजा, सुरिन्द्रर सिंह, भरत जैन, विजय गोयल, महेन्द्र कुमार बागरोडिया, संजय जादवानी, जय नानवानी, सूरज उपाध्याय, नरेश कुमार पाटनी, प्रीतपाल सिंह बग्गा, महेश खिलोसिया, दिलीप इसरानी, जयराम कुकरेजा, जितेन्द्र गोलछा, राकेश अग्रवाल, भगवान दास अग्रवाल, सतीश श्रीवास्तव, मोहन वर्ल्यानी, उत्तम गोलछा, राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल, भरत बजाज, श्रीमति मधु अरोरा, श्रीमति पिंकी अग्रवाल, अवनीत सिंह, अमर धिंगानी, विजय पटेल, दीपक विधानी, विक्रांत राठौर, पार्थ केवलानी, भूपेन्द्रर सिंह खालसा, परविंदर सिंह, रमेश खोडियार, मनीष टिकरिहा, हरसुख पटेल, मोहित अठवानी, सुरेश वासवानी, सोपान अग्रवाल, संदीप सोनी, दीपेश लालका, धीरज पटेल, सुनील पटेल, जय जयसवाल, संदीप गुप्ता, रौनक पटेल, विदित राठी, आशीष माहेश्वरी, रूपेश कुमार पटेल, राहुल केवलानी, अभिषेक चौधरी, प्रकाश माखीजा, जुगल किशोर प्रजापति, सुशील कुमार लालवानी, राकेश लालवानी, नरेश माखीजा, परमानन्द जैन, दर्शन निहाल, अमर दास खटट्र, दिनेश साहू एवं अन्य व्यापारीगण आदि।
मुंबई, 23 फरवरी। न्युवोको विस्टास कॉर्प लिमिटेड, भारत की पांचवीं सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी और पूर्वी भारत में अग्रणी सीमेंट कंपनी, क्षमता के मामले में, ने गुवाहाटी, असम के बाहरी इलाके में स्थित पमोही गांव में अपना पहला पूर्ण-महिला रेडी-मिक्स कंक्रीट (आरएमएक्स) संयंत्र शुरू किया। न्युवोको रेडी-मिक्स कंक्रीट में भी अग्रणी कंपनी है और पूरे भारत में पचास से अधिक रेडी-मिक्स कंक्रीट संयंत्रों का संचालन करती है।
नए उद्घाटन किये गये रेडी-मिक्स कंक्रीट प्लांट में, आठ सदस्यों की एक पूरी महिला टीम संचालित करेगी जो काम की जिम्मेदारियों की एक विस्तृत सीरीज़ को प्रभावी ढंग से संभालने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित है। इन महिलाओं की नौकरी की जिम्मेदारियों में बिक्री, ग्राहक संबंध, वित्त, उच्चतम गुणवत्ता वाले कंक्रीट का निर्माण और इसे हमारे ग्राहकों के उपयोग के स्थान पर पहुंचाना शामिल है।
श्री प्रशांत झा, चीफ कंक्रीट एंड एग्रीगेट्स, न्युवोको विस्टास कॉर्प लिमिटेड, ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि न्युवोको हमेशा एक समान अवसर नियोक्ता रहा है। इस सुविधा के संचालन के परिणामस्वरूप, हम अपने संगठन के सभी स्तरों पर एक मजबूत और विविध कार्यबल के निर्माण के लिए अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने में सक्षम हैं।
एक ऐसे इंडस्ट्री में जहां परंपरागत रूप से पुरुषों का वर्चस्व रहा है, न्युवोको आने वाले वर्षों में नए स्थानों पर और अधिक सभी-महिला रेडी-मिक्स कंक्रीट प्लांट खोलकर इस बिजनेस मॉडल को दोहराने के लिए प्रतिबद्ध है।"
न्युवोको का रेडी-मिक्स कंक्रीट (आरएमएक्स) व्यवसाय ग्राहकों की एक विस्तृत सीरीज़ के लिए ठोस समाधान प्रदान करता है, जिसमें डेवलपर्स, छोटे ठेकेदार, बिल्डर, आर्किटेक्ट, सरकारी एजेंसियां और आम जनता शामिल हैं। इस व्यवसाय ने पिछले कुछ वर्षों में कई ऐतिहासिक परियोजनाओं में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिनमें नजरुलतीर्थ, लोढ़ा वर्ल्ड वन, अमृतसर एंट्री गेट, एक्वाटिक गैलरी और क्षेत्र में कई मेट्रो रेल परियोजनाएं शामिल हैं।
रायपुर, 23 फरवरी। महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कॉलेज रायपुर द्वारा चिंतन दिवस का आयोजन किया। लार्ड बेडेन पावेल एवं लेडी पावेल के जन्म दिवस के रूप में 22 फरवरी को पूरे विश्व में विश्व चिंतन दिवस के रूप में मनाया जाता है। लार्ड बैडेन पावेल एवं लेडी पावेल को स्काउट एवं गाइड का जनक माना जाता है, और यह दिन उन्हीं को समर्पित है।
प्रतिवर्ष विश्व चिंतन दिवस को अलग-अलग थीम के साथ मनाया जाता है, इस वर्ष विश्व चिंतन दिवस की थीम है:- ’’हमारी दुनिया हमारा शांतिपूर्ण भविष्य’’. मेक में भी प्रतिवर्ष इस दिन को बड़े ही धूमधाम से एवं विधिवत मनाया जाता है, साथ ही सर्वधर्म प्रार्थना का भी आयोजन किया जाता है।
महाविद्यालय के चेयरमैन आदरणीय श्री राजेश अग्रवाल जी इस कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम की विधिवत् शुरुआत प्राचार्य डॉ एम एस मिश्रा एवं एडमिनिस्ट्रेटर श्री सिद्धार्थ सभरवाल द्वारा लार्ड बेडेन पावेल एवं लेडी पावेल को माल्यार्पण कर की गई, तत्पश्चात सर्व धर्म प्रार्थना का आयोजन किया गया जिसमें प्रात: स्मरामी, सरस्वती वंदना, गुरु महिमा, राम धुन, मौन प्रार्थना, शांति पाठ, हर देश में तू हर वेश में तू एवं सभी प्रमुख धर्मों की प्रार्थना की गई।
इस शुभ अवसर पर चेयरमैन आदरणीय श्री राजेश अग्रवाल जी ने उपस्थित सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए एवं चिंतन दिवस का महत्व बताते हुए कहा कि यह एक ऐसा दिन है जिस दिन हमें अपने जीवन के बारे में चिंतन करना चाहिए। स्काउट एवं गाइड, रोवर रेंजर आदि हमें अनुशासित जीवन जीने के गूढ़ रहस्य बताते हैं एवं जीवन को कैसे सामाजिक सौहार्द के साथ जिया जाए इसके कई मूल मंत्र इसमें छुपे होते हैं।
रायपुर, 23 फरवरी। बुजुगों में हृदय रोग का होना आम बात है। लेकिन उनपर की जाने वाली जटिल प्रक्रयाओं में कठिनाई हो जाता है। जब हालात हृदय की गति रुक जाने (हार्ट फेल्यूर) और बाईपास के बाद भी धडक़त की लय में सुधार न हो रहा हो, ऐसे में अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होता है। हृदय की गति रुक जाना (हार्ट फेल्यूर) एक ऐसी स्थिति है जहां हृदय रक्त को पंप करने में असमर्थ हो जाता है। जिससे थकान, सांस की तकलीफ और दिल की अन्य बीमारियों लक्षण दिखते हैं।
ऐसा ही 65 वर्षीय व्यक्ति का मामला सामने आया है। जिसका पहले बाइपास सर्जरी किया गया था। जिसके बावजूद उसके हृदय मेे ठीक से पंपिग नही हो पा रहा था। जिसका जांच कर नारायणा के डॉक्टरों ने असंभव कार्य को संभव बनाया। हार्ट में अत्याधुनिक पपिंग डिवाइस लगाकर जान बचाई।
एनएच एमएमआई नारायणा के डॉ. सुनील गौनियाल, सीनियर कंसल्टेंट - इंटरवैशनल कार्डयोलोजी ने उस स्थिति का इलाज करने के लिए लॉट सौआरटी-डी (लेफ्ट यंडल ब्रांच ऑप्टिमाइज्ड का एक री संक्रनाइजेशन थेरेपी 5 फब्रिलेटर) नामक एक उपकरण चुना, जो सीआरटी और ही फेब्रिलेटर को लेफ्ट एलबीपी के साथ में जोड़ा। जो एक लंबे समय तक मरिज को राहत देता है। डॉ. राकेश चंद (सीनियर कंसल्टेंट का ईयक एनेस्थी सया और एचओडी एनेस्थी सया), डॉ. अरुण अंडप्पन डॉ. धर्मेश लाड, डॉ. रूपा और पूरी कैथ लैब और आईसीयू की टीम के सहयोग से डॉ. सुनील गॉनियाल द्वारा जटिल प्रक्रिया को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया।
लॉट सीआरटी डी हार्ट फेल्यूर के मरिजो के लिए एक उपकरण है,जो हृदयाघात से बचाव करता हेै। सामान्य पेसमेकर की तरह काम करते हुए भी बाएं और दाएं वेंट्रिकल्स को छोटे आवेगों को सक्रिय करने में अनुबंधित करने में मदद करता है। और हृदय को अधिक कुशलता से पंप करने में मदद करता है। सीआरटी डी डिवाइस खतरनाक रूप से तेज हृदय की लय का भी इलाज कर सकता है।
यदि हृदय की धडक़ने तेज हो जाए तो यह बिजली का झटका देकर हृदय को सुचारू रूप से चलाने में सक्षम है।
डॉ. गौनियान बताया कि यह मरीज पूरी तरह हार्ट ब्लॉक होने के कारण हार्ट फेलयर और लो हार्ट रेट के लक्षणों के साथ इमरजेंसी यूनिट के रूप में काम करता है। पहले डाक्टरों ने पाया कि दवाईयों का कोई प्रभाव नहीं हो रहा है। मरिज का पहले ही बाईपास सर्जरी हो चुका था। तो हमने लॉट सीआरटी तकनीक अपना का फैसला किया। रोगी अब ठीक है।
पद्मश्री निर्देशक मधुर भंडारकर ने अनुभव साझा कर बेहतर उद्यमी बनने किया प्रेरित
रायपुर, 22 फरवरी। यंग इंडियंस रायपुर, कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री का एक अभिन्न अंग है। वायआई रायपुर ने अपने प्रमुख कार्यक्रम - पाथफाइंडर 2023 की शानदार मेजबानी कर युवाओं को सामाजिक सरोकार और उद्यम-विकास से भारत के विकास में योगदान देने के लिए सफलतापूर्वक प्रोत्साहित किया।
परिवर्तन के लिए बोल्ड बनने की थीम के साथ इस कार्यक्रम में वायआई के हितधारकों को एक साथ लाया गया।
वायआई रायपुर के अध्याय अध्यक्ष श्री आलोक अग्रवाल ने बताया कि वायआई के उद्देश्यों पूरा करना हमारा लक्ष्य है और विश्व स्तर पर युवाओं को विकसित भारत की आवाज बनाने के लिए हम अग्रसर हैं।
वायआई के तीन स्तंभों के माध्यम से, जो राष्ट्र निर्माण, विचार नेतृत्व और युवा नेतृत्व हैं, हम देश के लिए एक स्थायी और समावेशी भविष्य बनाने का लक्ष्य रखते हैं।
वायआई रायपुर की सह-अध्यक्ष, सुश्री अनुजा भंडारी ने संगठन की सदस्यता के विकास और विविधता पर प्रकाश डाला, जिसने हाल के वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी है।
उन्होंने बताया कि वायआई में विविधता और समावेशन का महत्व युवा उद्यमियों के लिए एक जीवंत और अभिनव पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में सर्वोपरि है।
पाथफाइंडर इवेंट में पांच राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्तकर्ता, फि़ल्म निर्माता पद्मश्री श्री मधुर भंडारकर के साथ एक सीखने का विशेष सत्र आयोजित किया गया था।
श्री भंडारकर ने उनकी प्रसिद्धि और बॉलीवुड के व्यवसाय के बारे में बात की थी। उनके सत्र ने भारतीय फिल्म उद्योग के कामकाज और युवा उद्यमियों के लिए एक मंच के रूप में इसकी क्षमता में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान की।
रायपुर, 22 फरवरी। प्रदेश के चिकित्सा जगत में राजधानी स्थित एस.एम.सी हार्ट इंस्टीटयूट एण्ड आइवीएफ रिसर्च सेंटर ने अपनी कुशल प्रबंधन टीम, किफायती और भरोसेमंद चिकित्सा पद्धति के दम पर आमजनों का विश्वास जीत लिया हैद्य इसी का प्रतिफल है कि अस्पताल का एक और विस्तार एस.एम.सी सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल के रूप में होने जा रहा है द्य नवनिर्मित अस्पताल का शुभारंभ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 22 फरवरी 2023 को शाम 6.30 बजे करेंगे
एस.एम.सी हार्ट इंस्टीटयूट एण्ड आइवीएफ रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर, सुप्रसिद्ध वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. सतीश सूर्यवंशी ने बताया कि पांच साल पहले हमने 50 बिस्तर के साथ इस अस्पताल की स्थापना की थीद्य उसके बाद से सफलता के कई कीर्तीमान हमने बनाए हैं ,साथ ही मरीजों का भरोसा भी जीता है. डॉ सूर्यवंशी सालों तक एस्कॉर्ट में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
विगत 5 वर्षों में हॉस्पिटल में 5000 एंजियो प्लास्टी, 2000 कार्डियक सर्जरी एवं एक साल से कम उम्र के बच्चों की चिरायु योजना के अंतर्गत 300 जटिल कार्डियक सर्जरी सफलतापूर्वक किया है। राज्य का एकमात्र संस्थान जहां रोटा एब्लेशन एथ्रेक्टॉमी की सुविधा उपलब्ध है। ये संस्थान राज्य स्तर पर जटिल एंजियोप्लास्टी के लिए जाना जाता है।
एस.एम.सी सुपर स्पेशिलिटी 150 बिस्तरों के हॉस्पिटल की शुरूआत होने 22 फरवरी को होने जा रही है द्य इसमें मरीजों को आईवीएफ रिसर्च के साथ-साथ विश्व स्तरीय सुविधाओं से युक्त मल्टीस्पेशलिटी कार्डियक, हाई रिस्क ऑब्स्टेट्रिक, गाइनी, जनरल मेडिसिन, सर्जरी, जनरल न्यूरो सर्जरी, ट्रामा, न्यूरोलॉजी, ऑर्थोपेडिक सर्जरी, नेफोलॉजी, यूरोलॉजी, गॅस्ट्रोएंटरोलॉजी, इंटेंसिव केयर, फिजियोथेरेपी एवं डायटेटिक्स सेंटर की सुविधाएं मिल सकेंगी
यहां पर अत्याधुनिक तकनीक से तैयार 4 मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर उपलब्ध है। इसके आगे हम किडनी ट्रांसप्लांट, ज्वाईन्ट रिप्लेसमेंट एवं लीवर ट्रांसप्लांट की भी सुविधा उपलब्ध को विशेष तौर करवाएंगे महिलाओं को पर नि:संतानता रोग के इलाज हेतु आईवीएफ सुविधाओं के साथ सभी गायनी प्रक्रियाएं अस्पताल में उपलब्ध हैं।
रायपुर, 22 फरवरी। महिला चेंबर अध्यक्ष श्रीमती मधु अरोरा ने बताया कि किड्स कार्निवल आयोजित करने का उद्देश्य बच्चों को अपनी प्रतिभा और गतिविधियों को दिखाने और मंच पर प्रदर्शन करने के लिए मंच देना है।
माता पिता को उनके बच्चों की प्रतिभा से रूबरू कराना है आमतौर से माता-पिता को अपने बच्चों के संबंध में पढ़ाई के अतिरिक्त कुछ और महसूस नहीं हो पाता जबकि प्रत्येक बच्चे में कुछ ना कुछ हुनर होता है उसी हुनर को किड्स कार्निवल समारोह की माध्यम से उजागर किए जाने का प्रयास है। समारोह में बच्चों के बौद्धिक विकास हेतु प्रश्नोत्तरी काल भी रखा गया तथा बच्चों के लिए फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता नृत्य प्रतियोगिता कहानी सुनाना कविता पाठ जैसी एक्टिविटीज रखी गई जिससे कार्निवल मनोरंजन से भरपूर बना रहा।
महिला चेम्बर प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती मधु अरोरा ने बताया आज छोटे बच्चों के लिए कार्यक्रम रखा। छोटे बच्चों ने भाग लिया। छोटे बच्चों के टॅलेंट को एक मंच दिया। इस प्रोग्राम की खासियत यह रही कि तीन बच्चे न सुन सकते हैं न बोल सकते उन तीनों ने बहुत ही गजब प्रागोम किया।
रायपुर, 21 फरवरी। प्राइम ऑकोलॉजी सोसाइटी एवं रेडिएंट सुपर स्पेशलिटी एंड कैंसर हॉस्पिटल के तत्वधान में वाक वारियर्स कैंसर जागरूकता का कार्यक्रम मरीन ड्राइव तेलीबांधा रायपुर में रखा गया।
आज के बदलते परिवेश में तथा रहन सहन एवं खानपान से कैंसर जैसी वं भयंकर बीमारी से कैसे बचा जाए तथा इन बीमारियों से कैसे लड़ा म जाए इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है यदि आवश्यकता है तो उस बीमारी से हिम्मत से लड़ा जाए ताकि उस बीमारी को हराया जा सके इस विषय से लेकर रेडिएंट सुपर स्पेशलिटी एंड कैंसर हॉस्पिटल एवं प्राइम ऑकोलॉजी सोसाइटी की संपूर्ण टीम ने हारने का नहीं लडऩे का यह संदेश दीया।
इस परिपेक्ष में डॉ. सिद्धार्थ तुरकर कैंसर रोग विशेषज्ञ डायरेक्टर रेडिएंट सुपर स्पेशलिटी एंड कैंसर हॉस्पिटल जिन्होंने कैंसर से होने वालीमे छती को कैसे लड़ा जाए ,तथा कैंसर से कैसे बचा जाए इस पर विस्तृत संदेश दिया द्य इस कार्यक्रम में प्रमुख उपस्थिति रायपुर शहर के लाडले विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा जी इन्होंने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया तथा इस बीमारी से कैसे बचा जाए इस विषय पर उन्होंने विचार रखे रेडिएंट सुपर स्पेशलिटी एंड कैंसर हॉस्पिटल कुशालपुर चौक रायपुर जन सेवा के क्षेत्र में समर्पित भाव से कार्य कर रहा है।
रायपुर, 21 फरवरी। प्रगति कॉलेज के वार्षिक पुरस्कार वितरण एवं सांस्कृतिक संध्या (प्रगति उत्सव 2023) का आयोजन प्रगति कॉलेज सांस्कृतिक सभागृह में आज दिनांक 20/02/2023 को किया गया। कार्यक्रम छत्तीसगढ शिक्षण समिति सचिव श्री राजीव वोरा जी एवं एडवाइजर डॉ. श्रुति झा के विशेष सानिध्य में प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती जी की पूजा अर्चना से हुआ।
सचंालन समिति के सचिव श्री राजीव वोरा जी ने कॉलेज की विभिन्न उपलब्धियों की सराहना करते हुए विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना की तथा कॉलेज, अंतरमहाविद्यालय, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर कॉलेज की गरिमा बढ़ाने वाले विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी।
कॉलेज एडवाइजर डॉ. श्रुति झा ने महाविद्यालय की श्रेष्ठता को बनाये रखने में विद्यार्थियों की अनुशासनप्रियता एवं संयम को महत्वपूर्ण केन्द्र बिन्दु बताया। आपने भूतपूर्व विद्यार्थियों को संदेश देते हुए कहा कि आज वें जिस विशेष योग्यता के साथ महत्वपूर्ण पदों पर आसीन हैं, वह हमारे कॉलेज की गरिमा को बढ़ा रहे हैं। प्राचार्या डॉ. सौम्या नैय्यर ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए महाविद्यालय की वार्षिक गतिविधियों की जानकारी दी।
रायपुर, 21 फरवरी। कैट ने बताया कि कैट सी.जी. चैप्टर एवं अग्निशमन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में 22 फरवरी दिन बुधवार को अग्नि सुरक्षा एवं रोकथाम सेमीनार का आयोजन वृन्दवान हॉल सिविल लाईन्स में दोपहर 3:30 बजे से होगा।
कैट सी.जी. चैप्टर के प्रदेश प्रभारी अध्यक्ष श्री परमानन्द जैन एवं प्रदेश महामंत्री श्री सुरिन्द्रर सिंह ने बताया कि कैट सी.जी. चैप्टर एवं अग्निशमन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में 22 फरवरी दिन बुधवार को अग्नि सुरक्षा एवं रोकथाम सेमीनार का आयोजन वृन्दवान हॉल सिविल लाईन्स में दोपहर 3:30 बजे से होगा।
उपरोक्त सेमीनार में मुख्य अतिथि श्री मयंक श्रीवास्तव जी, (आईपीएस) निदेशक अग्निशमन विभाग (छ.ग. शासन) एवं श्री अमर पारवानी जी कैट के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष तथा विशिष्ठ अथिति श्री जगमोहन जैन जी, सेवानिवृत्त, चीफ फायर ऑफिसर (बीसएसपी) एवं श्री अरविंद रस्तोगी जी, संयुक्त सचिव (एफएसएआई) होगें। अग्निशमन विभाग के अधिकारियों द्वारा अग्नि सुरक्षा एवं रोकथाम की जानकारी दी जायेगी।
कैट युवा टीम के प्रदेश अध्यक्ष श्री अवनीत सिंह, प्रदेश महामंत्री श्री अमर धिगांनी एवं प्रदेश कोषाध्यक्ष श्री विजय पटेल ने बताया कि उपरोक्त सेमीनार में अग्निशमन विभाग के अधिकारी, बीमा कम्पनी के अधिकारी एवं अग्निशमन उपकरण विक्रेता विशेष रूप से उपस्थित रहेगें। अभी गर्मी आने वाली है, जिससे कि दुकानों में आग लगने की घटनाएॅ बढ़ जाती है।
इस प्रकार के दुर्घटना से कैसे बचा जा सकता है। तथा इससे होने वाली हानि को कैसे रोका जा सकता है।
हैदराबाद, 21 फरवरी एनएमडीसी स्टील लिमिटेड (एनएसएल) सोमवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध हुई। एनएसएल, छत्तीसगढ़ में नगरनार में एनएमडीसी के 3 एमटीपीए एकीकृत इस्पात संयंत्र आज सार्वजनिक कंपनी बनने के लिए सूचीबद्ध किया गया।
लिस्टिंग समारोह बीएसई, मुंबई में श्री सुमित देब, सीएमडी, एनएसएल, श्री अमिताभ मुखर्जी, निदेशक, एनएसएल, श्री डी.के. मोहंती, निदेशक, एनएसएल, एनएमडीसी के स्वतंत्र निदेशक और एनएमडीसी तथा एनएसएल के वरिष्ठ अधिकारी की उपस्थिति में आयोजित हुई।
इस लिस्टिंग समारोह के शुभ अवसर पर श्री मनोज कुमार, संयुक्त सचिव, दीपम, भारत सरकार; श्री नयन मेहता, सीएफओ, बीएसई लिमिटेड; श्री अमिताभ चटर्जी, एमडी और सीईओ, एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड; और श्री कमल कांत उपाध्याय, एमडी और सीईओ, आईडीबीआई कैपिटल मार्केट्स एंड सिक्योरिटीज लिमिटेड उपस्थित थे।
एनएमडीसी स्टील लिमिटेड को 2 जनवरी, 2015 को एनएमडीसी आयरन एंड स्टील प्लांट नगरनार बस्तर, छत्तीसगढ़ में एक पंजीकृत कार्यालय के साथ कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत एनएमडीसी लिमिटेड के पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के रूप में शामिल किया गया था।
अब डीमर्ज की गई कंपनी एनएमडीसी स्टील लिमिटेड भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत भारत के माननीय राष्ट्रपति के स्वामित्व वाली 2,930 करोड़ रुपये की प्रदत्त पूंजी के साथ एक केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम है। इस कंपनी में सरकार की 60.79 फीसदी हिस्सेदारी है।
रायपुर, 20 फरवरी। नए युग के कौशल और ज्ञान से लैस होने के लिए, हमें अग्रणी स्वयं, अग्रणी प्रणाली, अग्रणी टीमों और अग्रणी प्रौद्योगिकी द्वारा शिक्षण संस्थानों का प्रबंधन करने की आवश्यकता है, पूर्व कुलपति प्रोफेसर एम.एम. गोयल, रायपुर के संस्थापक के रूप में जाने जाते हैं।
नीडोनॉमिक्स स्कूल ऑफ थॉट और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त प्रोफेसर। वह आज यहां कलिंगा विश्वविद्यालय में एनईपी 2020 के तहत स्वर्णिम भारत में नीडो-एजुकेशन के लिए अभिनव समाधान पर बोल रहे थे।
व्याख्यान कलिंग के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन सेल (आईक्यूएसी) द्वारा आयोजित किया गया था। डॉ. संदीप गांधी, कुलसचिव ने स्वागत भाषण दिया और प्रोफेसर एम.एम. गोयल की उपलब्धियों पर प्रशस्ति पत्र प्रस्तुत किया।
हमें एनईपी 2020 को एक आविष्कार के रूप में लेना है और इसके बारे में चिंता किए बिना एक नवाचार के रूप में काम करना है, जिसका अर्थ है लापरवाह को सावधान और बेकार को उपयोगी में परिवर्तित करने सहित सभी प्रकार की चुनौतियों को स्वीकारना है।
रायपुर, 20 फरवरी। डॉ. चंद्रावती नागेश्वर की लघुकथाएं जहां एक ओर व्यक्तिगत और पारिवारिक रिश्तों पर केंद्रित हैं वहीं दूसरी ओर उसमें सामाजिक और राष्ट्रीय स्तर की समस्याओं पर भी आपने अपनी लेखनी चलाई है। जीवन के विभिन्न पक्षों को उद्घाटित करती इनकी लघुकथाएं विचार और व्यवहार को प्रभावित करती है।
डॉ. चंद्रावती नागेश्वर की पुस्तक आधी अधूरी रोशनी एवं आलेख मणिका के छत्तीसगढ हिन्दी साहित्य मंडल के तत्वावधान में सिविल लाइन, रायपुर स्थित वृन्दावन सभागार में आयोजित लोकार्पण कार्यक्रम के अवसर पर डॉ. मृणालिका ओझा ने कहा।
उक्त कार्यक्रम में डॉ. चंद्रावती नागेश्वर, अमरनाथ त्यागी, माणिक विश्वकर्मा नवरंग, शीलकांत पाठक, अंबर शुक्ला अंबरीश, राजेन्द्र ओझा, लतिका भावे, तेजपाल सोनी, सुरेंद्र रावल, डॉ. जे. के. डागर, एन. के. चंचलानी, मोहन श्रीवास्तव, अनिल श्रीवास्तव, अजीत शर्मा, राधा मोहन श्रीवास्तव, रिक्की बिंदास, यशवंत यदु आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए एवं काव्य पाठ भी किया।
कार्यक्रम का संचालन सुनील पांडे एवं आभार तेजपाल सोनी द्वारा किया गया।
बिलासपुर, 20 फरवरी। एसईसीएल को सीएसआर के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए सीएसआर एक्सीलेंस अवार्ड प्रदान किया गया है। उक्त पुरस्कार हेतु देश भर के महत्वपूर्ण औद्योगिक प्रतिष्ठानों, सार्वजनिक उपक्रमों आदि से प्रविष्टि आमंत्रित की गयी थी तथा इकॉनॉमी, स्वास्थ्य, इनोवेशन एवं सतत धारणीय विकास जैसे बिन्दुओं को प्रमुखता देते हुए एसईसीएल को उक्त पुरस्कार हेतु चयनित किया गया है।
विदित हो कि एसईसीएल द्वारा सीएसआर के अंतर्गत कोयलांचल व संचालन के राज्यों में विभिन्न प्रकार के विकासपरख गतिविधियाँ निरंतर संचालित की जा रही हैं। पिछले 8 वर्षों में कम्पनी ने सीएसआर के अंतर्गत समग्र रूप से 700 करोड़ रूपये से अधिक की राशि खर्च की है, इसमें से लगभग 500 करोड़ रूपये छत्तीसगढ़ राज्य में विभिन्न विकासात्मक कार्यों में लगाया गया है। सीएसआर के अंतर्गत कम्पनी ने शिक्षा को बढ़ावा, स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि, पेयजल, कौशल विकास, ग्रामीण विकास, पर्यावरण, दिव्यांगों व भूतपूर्व सैनिकों को सहायता, खेलकूद को बढ़ावा आदि क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।
एसईसीएल ने कोविड काल के दौरान बिलासपुर व अम्बिकापुर के जिलों में एक्सक्लूसिव कोविड ट्रिटमेंट सेंटर के संचालन हेतु राज्य शासन को वित्तीय सहयोग दिया है। एसईसीएल के सहयोग से लगभग 20 करोड़ रूपये की लागत से सिम्स बिलासपुर में सिटी स्केन व एमआरआई स्केन मशीन उपलब्ध कराया गया है, जिससे आमजनों को बेहद कम लागत पर आधुनिक जाँचकी सुविधा उपलब्ध हो सकी है।
यरुशलम, 20 फरवरी | पीसी और प्रिंटर प्रमुख एचपी इंक 100 कर्मचारियों की छंटनी कर रहा है और अधिकांश नौकरी में कटौती एचपी इंडिगो में होगी, जो डिजिटल प्रिंटिंग मशीनों के उत्पादन में लगी हुई है। मार्कर डॉट कॉम के मुताबिक, कुछ छंटनी एचपी के मार्केटिंग सिस्टम और मुख्यालय से भी होगी, जो देश में बिक्री गतिविधियों का प्रबंधन करता है।
एचपी इजराइल में 2,600 लोगों को रोजगार देता है।
कंपनी ने पिछले साल नवंबर में घोषणा की थी कि वह 2025 के अंत तक लगभग 4,000-6,000 कर्मचारियों की छंटनी करेगी, जो उसके कर्मचारियों की संख्या का 7-11 प्रतिशत के बीच है।
कंपनी ने एक 'फ्यूचर रेडी ट्रांसफॉर्मेशन प्लान' की घोषणा की, जिसमें वित्तीय वर्ष 2025 के अंत तक कम से कम 1.4 अरब डॉलर की वार्षिक सकल रन रेट लागत बचत का अनुमान लगाया गया है और लगभग 1 अरब डॉलर के पुनर्गठन और अन्य शुल्कों का अनुमान लगाया गया है।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि इजरायल में निर्णय 'मौजूदा बाजार चुनौतियों के अनुकूल होने के दौरान विकास प्राथमिकताओं में पुनर्निवेश करने की क्षमता पैदा करता है।'
कंपनी ने कहा, "एचपी कस्टमर वैल्यू में नवाचार करना और बनाना जारी रखता है और एजिलिटी, क्रिएटिविटी और अत्याधुनिक तकनीकों के साथ उद्योग के निरंतर डिजिटलीकरण को चलाने पर केंद्रित रहता है। हम लोगों के साथ पारदर्शिता, निष्पक्षता, करुणा और सम्मान के साथ व्यवहार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
एचपी ने पिछले साल अक्टूबर में देश में अपनी नेतन्या शाखा से लगभग 60 कर्मचारियों को निकाल दिया था।
एचपी इंडिगो डिवीजन एचपी के ग्राफिक सॉल्यूशंस बिजनेस का एक डिवीजन है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 20 फरवरी | रिलायंस जियो और एयरटेल की बदौलत 5जी रिलीज स्पीड पकड़ रहा है। भारत ने जनवरी के महीने में वैश्विक स्तर पर औसत मोबाइल स्पीड में 10 स्थानों की छलांग लगाई, जिसके बाद यह दिसंबर में 79वें स्थान से 69वें स्थान पर पहुंच गया। सोमवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। नेटवर्क इंटेलीजेंस और कनेक्टिविटी इनसाइट्स प्रदाता ऊकला के अनुसार, देश ने समग्र औसत फिक्स्ड ब्रॉडबैंड स्पीड के लिए विश्व स्तर पर रैंक में दो स्थान (दिसंबर में 81वें से जनवरी में 79वें स्थान पर) की वृद्धि की है।
भारत में ओवरऑल फिक्स्ड मीडियन डाउनलोड स्पीड दिसंबर में 49.14 एमबीपीएस से जनवरी में 50.02 एमबीपीएस तक मामूली वृद्धि देखी गई।
नवंबर में, भारत औसत मोबाइल स्पीड में विश्व स्तर पर 105वें स्थान पर रहा।
ऊकला ने इस साल जनवरी में 29.85 एमबीपीएस की औसत मोबाइल डाउनलोड स्पीड भी दर्ज की, जो दिसंबर 2022 में 25.29 एमबीपीएस से बेहतर है।
यूएई समग्र वैश्विक औसत मोबाइल स्पीड का नेतृत्व करता है, जबकि पापुआ न्यू गिनी ने विश्व स्तर पर रैंक में 24 स्थानों की वृद्धि की है।
निश्चित ब्रॉडबैंड डाउनलोड स्पीड के लिए, सिंगापुर शीर्ष स्थान पर बना हुआ है, जबकि साइप्रस ने वैश्विक स्तर पर रैंक में 20 स्थानों की वृद्धि दर्ज की है।
इस बीच, रिलायंस जियो की ट्र 5जी सेवाएं 236 से अधिक शहरों में लाइव हो गई हैं, जो कम समय में इतने व्यापक नेटवर्क तक पहुंचने वाला पहला और एकमात्र दूरसंचार ऑपरेटर बन गया है। (आईएएनएस)
कट्टनकुलथुर, 19 फरवरी। एसआरएम मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, कट्टनकुलथुर और किंग्स कॉलेज, लंदन (केसीएल) ने तमिलनाडु में लोगों की मदद करने के लिए विशेष रूप से पार्किंसंस रोग में न्यूरो मूवमेंट डिसऑर्डर में प्रमुख शोध कार्य करने के लिए सहयोग के लिए करार किया था। .
इस संबंध में शुक्रवार को दोनों नामी संस्थानों के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) प्रस्तावित किया गया।
इस विकार के रूप में - पार्किंसंस रोग - आम लोगों के बीच इसके प्रभाव से अवगत नहीं था और फिर भी, राज्य में कई रोगी पीडि़त थे और एसआरएम अस्पताल और अनुसंधान केंद्र और किंग्स कॉलेज के साथ इस समझौते से कई हजार रोगियों को मदद मिलेगी।
हम पिछले दो वर्षों से एसआरएम मेडिकल कॉलेज परिसर का निरीक्षण कर रहे हैं और हमें विश्वास हो गया है कि संस्थान में बुनियादी सुविधाओं सहित सभी सुविधाएं हैं इसलिए, हमारा संगठन पार्किंसंस विकारों के संबंध में अनुसंधान गतिविधियों और नैदानिक परीक्षण करने के लिए सहमत हो गया है, प्रो. आंदोलन विकारों में विश्व प्रसिद्ध विशेषज्ञ और न्यूरोलॉजी के प्रोफेसर केसीएल के रे चौधरी ने कहा ।
उनके प्रतिनिधिमंडल, जिसने पहले एक बैठक की थी, में न्यूरोलॉजी के प्रोफेसर, केसीएल और डॉ विनोद मेटा, सलाहकार न्यूरोलॉजिस्ट और न्यूरोलॉजी के विजिटिंग प्रोफेसर, एसआरएम एमसीएच और आरसी शामिल थे। पीआरएआई का प्रतिनिधित्व निजाम इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोलॉजी, हैदराबाद के निदेशक प्रोफेसर रूपम बोगहिन ने किया।
एसआरएम का प्रतिनिधित्व डॉ. लेफ्टिनेंट कर्नल ए. रविकुमार, प्रो वाइस चांसलर, चिकित्सा और स्वास्थ्य विज्ञान, डॉ. ए. सुंदरम, डीन, एसआरएम मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर और डॉ. राजीव जनार्दन, डीन, मेडिकल रिसर्च, प्रो. के. रे चौधरी ने कहा कि शोध कार्य की जल्द ही घोषणा की जाएगी।
यह कहते हुए कि पार्किंसंस रोग आम आदमी को भी प्रभावित करेगा क्योंकि यह गलत समझा गया था कि यह केवल अमीर व्यक्तियों को ही होगा, प्रो. के. मेरे चौधरी ने कहा कि इस पर भी शोध चल रहा है कि क्या पार्किंसंस रोग का पहले चरण में पता लगाया जा सकता है। यहां एसआरएम के साथ अनुसंधान और क्लिनिकल परीक्षण से न केवल लोगों को मदद मिलेगी बल्कि सरकार को भी इस मुद्दे को देखने के लिए कदम उठाने के लिए आगे आने में मदद मिलेगी।
उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगले 10 से 15 वर्षों में भारत और चीन में सबसे अधिक लोग पार्किंसंस रोग से पीडि़त होंगे।
आरंग (खौली), 19 फरवरी। विगत दिवस 17 फरवरी को सारडा डेयरी एवं फूड प्रोडक्ट्क्स लिमिटेड, खरोरा (सारडा एनर्जी एवं मिनरल्स, रायपुर) के तत्वाधान में ग्राम खौली के पशुपालको के लिए पशु-स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें सारडा डेयरी के डायरेक्टर एच. के. ताम्रकार, चिकित्सक प्रमुख डॉ नईम मकरानी, सहा. महाप्रबंधक प्रकाश चन्द्राकर, सहा. प्रबंधक भुनेश्वर साहू के नेतृत्व में चिकित्सको की टीम के साथ ग्राम खौली के पशुओ का स्वास्थ्य परीक्षण सफलतापूर्ण सम्पन्न हुआ। जिसमें लगभग 200 मवेशियो का कृमि नाशक दवाइयो द्वारा पशुओ का प्रारंभिक उपचार वृहद रूप में किया गया।
साथ ही पशुओ के स्वास्थ्य समस्या जैसे डायरिया, गर्भाधान समस्या, कृत्रिम बीज - दान, एवं पशुओ की गर्भाधान जॉच की गई। शिविर में पशुपालको ने अत्यंत उत्साह के साथ बढ़-चढक़र भाग लिया और अपने पशुओ की जॉच कराई। डेयरी से डॉ. ऋषि गुप्ता, डॉ. प्रांजल, डोगेन्द्र साहू, अमित सोनी, नरेन्द्र कौशिक, एवं भागवत साहू के सहयोग से सम्पन्न हुआ। साथ ही अलग–अलग कम्पनियो जैसे गोदरेज एग्रोवेट, महामाया ट्रेडर्स, एण्टास, कारगिल एवं इलेंको के चिकित्सा प्रतिनिधियों की भागदारी प्रसंसनीय रहा। कार्यक्रम के दौरान धान के पैरा कुट्टी का युरिया उपचार की सम्पुर्ण प्रक्रिया का प्रदर्शन कर किसानो को सीखाया गया।
जिससे भविष्य में किसान लगातार अपनाते रहे व लाभ अर्जित करते रहे । कार्यक्रम में ग्राम खौली के सरपंच श्रीमति चमेली धनाजिक चंद्राकर का सहयोग एवं पशुपालको के उन्नति के लिए कार्यक्रम को आयोजित कराने में इनकी अग्रणी भुमिका रही ।
हैदराबाद, 19 फरवरी। राष्ट्रीय खनिक एनएमडीसी ने आज अपने मुख्यालय, हैदराबाद मेंसीएसआईआर-आईएमएमटी, भुवनेश्वर के साथ किम्बरलाइट टेलिंग्स से फ्यूज्ड मैग्नेशिया बनाने के लिए व्यवहार्यता अध्ययन पर सहयोगी अनुसंधान के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
एनएमडीसी के निदेशक (उत्पादन) श्री दिलीप कुमार मोहंती , एनएमडीसी के वरिष्ठ अधिकारियों तथा सीएसआईआर-आईएमएमटी के हाइड्रो एंड इलेक्ट्रोमेटलर्जी विभाग के मुख्य वैज्ञानिक और प्रमुख डॉ. काली संजय की उपस्थिति में श्री एस के चौरसिया, महाप्रबंधक , अनुसंधान एवं विकास एनएमडीसी तथा सीएसआईआर-आईएमएमटी के रणनीति योजना और व्यवसाय विकास के प्रमुख डॉ. अशोक कुमार साहू ने समझौते पर हस्ताक्षर किए।
एनएमडीसी मध्य प्रदेश के पन्ना में दक्षिण पूर्व एशिया की एकमात्र मशीनीकृत हीरे की खदान का संचालन करता है। यह खदान प्रति 100 टन संसाधित किम्बरलाइट से लगभग 10 कैरेट हीरे (2 ग्राम) का उत्पादन करती है, जिसे हीरा निकालने के बाद अपशिष्ट के रूप में फेंक दिया जाता है।
किम्बरलाइट टेलिंग का उपयोग मूल्य वर्धित उत्पादों के विकास के लिए किया जाता है और यह कास्टिक मैग्नेशिया का एक अच्छा स्रोत भी माना जाता है। पन्ना डायमंड माइन्स में वर्षों से उपलब्ध और संचित किम्बरलाइट के सर्वोत्तम उपयोग के लिए इस शोध की कमी को पूरा करते हुए, एनएमडीसी ने फ्यूज्ड के प्रसंस्करण और बनाने का अध्ययन करने के लिए अनुसंधान करार किया है।
इस परियोजना के बारे में श्री सुमित देब, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एनएमडीसी ने कहा, एनएमडीसी उच्च लागत वाले फ्यूज्ड मैग्नेशिया का उत्पादन करने के लिए एक संसाधन के रूप में हमारे पन्ना माइन्स से किम्बरलाइट टेलिंग का उपयोग करने का प्रयास कर रहा है। हमें विश्वास है कि हमारे प्रयास से अपशिष्ट सम्पदा में परिवर्तित होगा और आयात प्रतिस्थापन आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
बिलासपुर, 18 फरवरी। एसईसीएल के सीएमडी डॉ. प्रेम सागर मिश्रा को प्रतिष्ठित ईटी एसेंट बिजनेस लीडर ऑफ दी ईयर अवार्ड 2022-23 प्रदान किया गया है। उक्त अवार्ड 17 फरवरी को मुम्बई के हॉटल ताज लैंड इंड में आयोजित समारोह में प्रदान किया गया। यह पुरस्कार डॉ. मिश्रा के नेतृत्व शक्ति तथा कुशल कार्य निष्पादन के लिए प्रदान किया गया।
डॉ. मिश्रा के नेतृत्व में एसईसीएल ने गत वर्ष समान अवधि की तुलना में कोयला उत्पादन में 20 मिलियन टन से अधिक की वृद्धि दर्ज कर ली है, वहीं ओबीआर में लगभग 55 मिलियन क्यूबिक मीटर ग्रोथ के साथ कम्पनी स्थापना से अब तक के किसी भी वर्ष में सर्वाधिक ओबी निष्कासन की ओर अग्रसर है। इस वित्तीय वर्ष में एसईसीएल ने अप्रैल-दिसंबर 22 की अवधि में पावर सेक्टर को 101.72 मिलियन टन कोयले का प्रेषण किया जो कि गत वर्ष से 10 प्रतिशत अधिक तथा गत अवधि में एसईसीएल द्वारा अब तक का सर्वाधिक डिस्पैच है। कैलेण्डर वर्ष 2022 में एसईसीएल ने 647 रोजगार भूमि अधिग्रहण के प्रकरणों में स्वीकृत किया जो कि किसी एक वर्ष में एसईसीएल द्वारा दिया गया सर्वाधिक रोजगार है। डॉ. प्रेम सागर मिश्रा के नेतृत्व में वित्तीय वर्ष 22-23 की दूसरी तिमाही तक कम्पनी का मुनाफा (अन आडिटेड) 1142.23 करोड़ रुपये अनुमानित है। यह गत वर्ष समान अवधि से लगभग 40 प्रतिशत अधिक है। जनवरी से दिसंबर की अवधि में एसईसीएल ने पर्यावरण मंत्रालय से 6 परियोजनाओं के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति हासिल करने में सफलता पाई है।
डॉ. मिश्रा ने एसईसीएल में कर्मियों के कौशल विकास के लिए मिशन नचिकेता की शुरूआत की है जिसके अंतर्गत अधिकारियों-कर्मचारियों में लिखने पढ़ने व सीखने के प्रवृत्तियों का विकास किया जा रहा है। एसईसीएल सीएमडी डॉ. मिश्रा को यह अवार्ड मिलने पर एसईसीएल के कर्मियों में हर्ष व्याप्त है। मुम्बई में आयोजित उक्त समारोह में एसईसीएल के प्रतिनिधि मण्डल में रत्नेश श्रीवास्तव महाप्रबंधक (सीएसआर/कल्याण) व सनीश चन्द्र जनसंपर्क अधिकारी शामिल थे।
उल्लेखनीय है कि 16 फरवरी को नई दिल्ली में प्रतिष्ठित गवर्नेंस नाऊ 9वें पीएसयू अवार्ड अंतर्गत डॉ. मिश्रा को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सीएमडी लीडरशिप अवार्ड भी दिया गया है।
मैट्स द्वारा कृषक ड्रोन का गुल्लू गांव में जीवंत प्रदर्शन किया गया।
रायपुर, 18 फरवरी। रोटरी क्लब ऑफ़ रायपुर ग्रेटर के 27वे चार्टर दिवस पर यूनिसेफ इंडिया के सहयोग से वाश (वाटर, सैनिटेशन एवं हाइजीन) पर डिस्ट्रिक्ट सेमिनार का आयोजन रविवार 12 फरवरी, 2022 को होटल बेबीलोन कैपिटल, रायपुर में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रोटरी ईटरनेशनल के वाश के चेयरमैन रमेश अग्रवाल एवं डिस्ट्रिक्ट गवर्नर शशांक रस्तोगी, विशिष्ट अतिथि पीडीई मंजीत सिंह अरोरा, पीडीजी हरजीत सिंह हुरा, यूनिसेफ इंडिया के वाश कोडिनेटर आशीष कुमार, बीरिजा सतपथी एवं वाश के चेयरमैन डॉ के पाणिग्रही थे।
क्लब के अध्यक्ष विनय अग्रवाल एवं सचिव सचिव राहुल जाधव ने सभी अतिथियों का स्वागत किया 7 इस अवसर पर वाश इन हैंड प्रेरणा मैगज़ीन का विमोचन मुख्य अतिथियों द्वारा किया गया।
रोटरी क्लब ऑफ रायपुर ग्रेटर द्वारा छत्तीसगढ़ के 101 स्कूलो में वाश इन हैंड स्कूल जागरूक करने के मिशन में किंडर गार्डन से लेकर माध्यमिक शिक्षा तक के 50,000 से अधिक छात्र एवं छात्राये शामिल हुए। आज 101 वे स्कूल कृष्णा पब्लिक स्कूल डुंडा के 4200 बच्चों को एक साथ 7 स्टेप्स में हाथ धोने की विधि बताकर सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर क्लब के बोर्ड पदाधिकारियों सहित रोटरी क्लब के उड़ीसा, छत्तीसगढ़ एवं मध्य प्रदेश के लगभग 300 रोटेरियन सदस्यों ने भाग लिया। कार्यकम में मंच संचालन हेमंत अग्रवाल एवं धन्यवाद ज्ञापन राजेश चौरसिया द्वारा किया गया।
रायपुर, 18 फरवरी। भारत की प्रमुख इंश्योरटेक प्लेयर इंश्योरेन्स देखो ने बताया कि कंपनी ने सीरीज़ ए में 150 मिलियन डॉलर की राशि जुटाई है, जिसमें इक्विटी और डेब्ट का मिश्रण शामिल है। यह एक भारतीय इंश्योरटेक कंपनी द्वारा अब तक का सबसे बड़ा सीरीज़ ए राउण्ड है।
इस इक्विटी राउण्ड का नेतृत्व गोल्डमैन सैशेस असेट मैनेजमेन्ट एवं टीवीएस कैपिटल फंड्स ने किया। इन्वेस्टकोर्प, अवतार वेंचर्स एवं लीपफ्रॉग इन्वेस्टमेन्ट्स में भी इस फंडिंग में हिस्सा लिया। इंश्योरेन्स देखों की स्थापना साल 2016 में अंकित अग्रवाल और ईश बब्बर द्वारा की गई थी। अपनी शुरूआत के बाद से कंपनी ने उल्लेखनीय विकास दर्ज किया है और मार्च 2023 तक रु 3500 करोड़ की सालाना प्रीमियम रन रेट हासिल करने का लक्ष्य रखा है।
नई जुटाई गई इस राशि का उपयोग इंश्योरेन्स देखो के प्रोडक्ट एवं टेक्नोलॉजी फंक्शन्स का पैमाना बढ़ाने, नए बाज़ारों में विस्तार, हेल्थ एवं लाईफ कैटेगरी में नए आधुनिक उत्पादों के लॉन्च, कंपनी के एमएसएमई इंश्योरेन्स कारोबार के विकास, डरशिप टीम को सशक्त बनाने तथा इनओर्गेनिक विकास के अवसर उत्पन्न करने के लिए किया जाएगा।
अंकित अग्रवाल, सीईओ एवं सह-संस्थापक, इंश्योरेन्स देखो ने कहा, ‘‘देश में बीमा सेवाओं की पहुंच बढ़ाने की बात करें तो हमें शहरी क्षेत्रों के दायरे से बाहर जाने की आवश्यकता है। बीमा सेवाओं को आम जनता तक पहुंचाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए हम अपनी पहुंच बढ़ा रहे हैं।