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रायपुर, 14 फरवरी। छत्तीसगढ़ के संजीवनी कैंसर अस्पताल के डॉक्टरों ने एक बड़ी चिकित्सा उपलब्धि हासिल करते हुए राज्य का पहला रोबोटिक इसोफैगक्टोमी सफलतापूर्वक किया है।
डॉ दिवाकर पांडेय, सीनियरसर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट, ने इस इनोवेटिवट्रीटमेंटप्रोसीजर के बारे में अपनी अंतर्दृष्टि साझा की। वह बताते हैं कि, इस कॉम्प्लेक्सप्रोसीजर (जिसमें इसोफैगस को हटाना शामिल है) को पहली बार अत्याधुनिक रोबोटिकसर्जिकलसिस्टम का उपयोग करके सक्सेसफुलट्रीटमेंट किया गया है।
इसोफेजियल कैंसर से पीडि़त 45 वर्षीय व्यक्ति का रायपुर के संजीवनी कैंसर अस्पताल में ऑपरेशन किया गया। इस सर्जरी (जिसे पूरा करने में आमतौर पर कई घंटे लगते हैं) को रोबोटिकसिस्टम का उपयोग करके केवल दो घंटे में पूरा किया गया। इस प्रोसीजर की सर्जिकल टीम के प्रमुख सर्जन डॉ दिवाकर पांडे ने साझा किया कि ट्रीटमेंट के बाद अब मरीज ठीक है। इस कॉम्प्लेक्सप्रोसीजर के दौरान सटीकता और नियंत्रण बढ़ाने के लिए रोबोटिक प्रणाली के उपयोग की अनुमति दी गई, जिसके परिणामस्वरूप कम ब्लड लॉस हुआ और मरीज की प्रोसीजर से रिकवरी भी सामान्य के मुकाबले बेहतर और जल्दी हुई।
यह छत्तीसगढ़ राज्य और रोबोटिक सर्जरी के क्षेत्र के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। इसोफेजेक्टॉमी जैसी जटिल प्रक्रियाओं में रोबोटिकसिस्टम का उपयोग तेजी से सामान्य होता जा रहा है, और उम्मीद है कि भविष्य में रोगी के परिणामों और वसूली के समय में सुधार जारी रहेगा।
सर्जिकल टीम का नेतृत्व करने वाले डॉ दिवाकर पांडे ने कहा हम मरीज के स्वास्थ्य में सुधार के लिए इस अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करने के अवसर के लिए आभारी हैं। इस रोबोटिकप्रोसीजर से ब्लड लॉस में कमी, सर्जरी में ज्यादा सटीकता और निपुणता के साथ ही मरीज को जल्दी रिकवरी भी होती है, जिससे उसे जल्दी डिस्चार्ज भी किया जा सकता है।
यह राज्य के लिए एक बड़ा कदम है।"
डॉ. यूसुफमेमन ने इस जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए सर्जिकल टीम के प्रयासों के लिए बधाई दी। उन्होंने साझा किया कि यह राज्य के लिए स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि है, और उम्मीद है कि इस सफलता की वजह से भविष्य में इसी तरह की स्थिति वाले और अधिक राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय मरीज छत्तीसगढ़ की ओर आकर्षित होंगे, जिससे राज्य में मेडिकलटूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा।
संजीवनी कैंसर हॉस्पिटल में कुछ महीनो पहले से अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जरी प्रोग्राम शुरू की गई है और कोलोरेक्टल, गाइनेकोलॉजिकल, थोरेसिक, थायराइड, एवं नेक डाइसेक्शन जैसी मेजर कैंसर सर्जरी रोबोट के द्वारा की जा रही है।
सर्जरी में रोबोटिक तकनीक का उपयोग आने वाले वर्षों में तेजी से सामान्य होने की उम्मीद है, क्योंकि यह पारंपरिक सर्जिकल तकनीकों की तुलना में कई फायदे प्रदान करता है। इसोफेजेक्टॉमी में, रोबोटिकसिस्टम मरीजों के लिए अधिक सटीकता, नियंत्रण और स्पीडीरिकवरी में मददगार साबित हुआ और ऐसे ही अन्य जटिल सर्जरी में भी इसके फायदों का कैंसर मरीज लाभ लेते रहेंगे।