छत्तीसगढ़
राजिम, 29 मई। पंडित दिलीप मिश्रा का गत दिनों निधन हो गया। उनके चले जाने से लोग स्तब्ध हो गए। पंडित मिश्रा एक सीधे व सरल पुरोहित के रूप में जाने जाते थे। वे विकास मिश्रा के पिता तथा ईश्वरी, अशोक, राम नारायण मिश्रा, देव, संतोष के भाई थे। पंडित मिश्रा को नगर के गणमान्य नागरिकों तथा परिजनों ने श्रद्धांजलि अर्पित की है।
भाटापारा, 29 मई। नगर के प्रतिष्ठित चिकित्सक व पूर्व पालिका अध्यक्ष डॉ. बसंत भृगु के ससुर भगवान दास शर्मा का निधन हो गया। टिटलागढ बलांगिर में उन्हें अंतिम बिदाई दी गई। उनके निधन पर सत्यनारायण जोशी, राजेश शर्मा, लक्ष्मीनारायण शर्मा सहित लोगों ने श्रद्धांजलि दी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सरसीवा 29 मई। कल समाचार संकलन करने निकले पत्रकार अखिल मानिकपुरी की सडक़ दुर्घटना में मौत हो गई। गृह ग्राम गिरवानी में उनका अंतिम संस्कार किया गया ,जहां आम नागरिकों व जनप्रतिनिधि के साथ-साथ बड़ी संख्या में पत्रकार बंधु उपस्थित हुए थे।
उनको वेलफेयर जनरलिस्ट बलौदा बाजार के जिला अध्यक्ष रुपेश श्रीवास ,वेलफेयर जनरलिस्ट के महासचिव इस्माइल खान वेलफेयर जनरलिस्ट के राहुल पांडे ,किशन श्रीवास, पत्रकार संघ के तहसील इकाई के अध्यक्ष धर्मेंद्र साहू, देवेंद्र केसरवानी, कमलेश पटेल, दशरथ टंडन, बसंत सोनी योगेश देवांगन, कमलेश पटेल, राजू निराला, संदीप पटेल ,खिलेश्वर पटेल उमाशंकर धिवार , रूप नारायण सिंह राजपूत, रामदुलार साहू मनीष अग्रवाल राकेश सोनी , हेमंत बनजारे, नीतीश बनजारे , शैलेंद्र देवांगन, दिनेश यादव, योगेश शर्मा, विजय सोनी,द्ब करण साहू ,संजय यादव ,दरश टण्डन , सतीश रात्रि, रमेश साहू, कार्तिक जयसवाल, वेद प्रकाश विश्वकर्मा ,प्रदीप देवांगन, वीरेंद्र साहू , ओम प्रकाश जयसवाल, शतीस रात्रे रमेश साहू जगजीवन ,हेमन्त बघेल ,योगेश यादव आदि पत्रकारों ने श्रद्धांजलि दी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 29 मई। शुक्रवार की दोपहर 9 लाख रूपए का कबाड़ से भरा ट्रक पुलिस ने पकड़ा। बीते एक माह के अंदर सिटी कोतवाली पुलिस की यह चौथी कार्रवाई है।
पुलिस के अनुसार शुक्रवार की सुबह कोतवाली टीआई मनीष नागर को मुखबिर से सूचना मिली कि ट्रक एमएच -28 एबी 8117 में अवैध कबाड़ लोड होकर पूंजीपथरा की ओर जा रही है। सूचना पर कार्रवाई के लिये थाने से सहायक उपनिरीक्षक दिलीप बेहरा के हमराह स्टाफ वेलकम ढाबा के पास नाकेबंदी कर कार्रवाई के लिये भेजा गया। स्टाफ द्वारा शुक्रवार की दोपहर करीब 2:30 बजे मुखबिर के बताए ट्रक को रोका गया जिसके पीछे तिरपाल ढका हुआ था। कोतवाली स्टाफ द्वारा ड्रायवर को कार्रवाई की जानकारी देकर उसके ट्रक के तिरपाल को हटाकर देखा गया। ट्रक में कबाड़ समान स्क्रैप- छड़, सरिया के टुकड़े, पुराने मोटरसाइकिल का पार्ट्स वजन 21.600 मेट्रिक टन कीमती करीब 9 लाख का लोड था।
ट्रक का चालक मोहम्मद शारीक से पूछताछ करने पर खडग़पुर, पश्चिम बंगाल से कबाड़ सामान लोड कर बिक्री के लिए एम.एस. स्टील प्लांट पूंजीपथरा रायगढ़ लेकर जाना बताया तथा कबाड़ समान का कोई कागजात नहीं होना बताया। कोतवाली पुलिस द्वारा चोरी की संपत्ति होने के संदेह पर ट्रक समेत वाहन को जब्त कर उर्दना पुलिस लाइन परिसर में सुरक्षित रखा गया है तथा वाहन चालक मो. शारीक मालीपुरा मलकापुर थाना मलकापुर जिला बुलढाणा (महाराष्ट्र) के विरूद्ध थाना कोतवाली में धारा 41(14) 379 की कार्रवाई कर आगे कार्रवाई की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 29 मई। बलौदाबाजार लवन चौकी क्षेत्र अन्तर्गत भालूकोना में एक किसान के खेत में एक बुजुर्ग महिला की लाश मिली। कोटवार की सूचना पर लवन पुलिस मौके पर पहुंचकर मर्ग कायम कर जांच कर रही है।
लवन पुलिस के अनुसार गुरूवार को ग्राम भालूकोना में किसान जागृत पटेल के खेत में एक अज्ञात महिला उम्र 70 वर्ष मृत अवस्था में पड़ी हुई थी। कोटवार दिनेश कुमार पटेल ने सुबह 9.30 बजे लवन पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची लवन पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच पंचनामा के पश्चात शव को सरपंच, पंच व ग्रामीणों की उपस्थिति में शव को दफना दिया गया।
दीगर फसलों का दायरा बढऩे की उम्मीद भी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग 29 मई। जिले का किसान पहले भी वैविध्य में काफी रुचि लेता था लेकिन अनेक वजहों से धीरे-धीरे केवल धान पर उसका फोकस होता गया। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत धान के बदले दूसरी फसल लेने पर मिलने वाली प्रोत्साहन राशि से यह उम्मीद बढ़ी है कि किसान धान के अलावा दूसरी फसलों की ओर भी प्रेरित होंगे और इससे कृषि वैविध्य बढ़ेगा। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे की अध्यक्षता में दुर्ग ब्लाक में अधिकारियों की बैठक हुई।
इसमें कलेक्टर ने पूछा कि किस तरह से आप लोग किसानों को धान के बदले दूसरी फसल लेने प्रोत्साहित करेंगे। कृषि विस्तार अधिकारियों ने बताया कि हम सबसे पहले उन किसानों को लक्षित करेंगे जो बीते वर्षों में दलहन और तिलहन की फसल लेते रहे हैं और अब धान लेने लगे हैं। इन्होंने बताया कि सोयाबीन जैसी फसलों का रकबा काफी विस्तृत था। नगपुरा क्षेत्र के एआरईओ ने बताया कि दो-तीन दशक पहले इस क्षेत्र के किसान कपास की फसल ले रहे थे, इसका रकबा काफी अच्छा था सिंचाई की सुविधा नहीं होने की वजह से यह आगे नहीं बढ़ पाया। उन्होंने कहा कि अब सिंचाई की सुविधा बढ़ी है और प्रोत्साहन राशि भी सरकार द्वारा दी जा रही है इसलिए उम्मीद है कि किसान पुन: फसल वैविध्य की ओर बढ़ेंगे।
कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि कई बातें हैं जिसके कारणों से किसानों के लिए फसल में वैविध्य लेना जरूरी है। सबसे पहली तो जमीन की गुणवत्ता है। फसल वैविध्य से ही मिट्टी की ऊर्वरता बढ़ती है। लगातार धान की फसल लेने से मिट्टी की ऊर्वरता पर असर पड़ता है। दूसरे शासन द्वारा धान के अलावा दूसरी फसल लेने पर दी जाने वाली दस हजार रुपए प्रति एकड़ की राशि है जिससे किसानों के लिए फसल का खर्च निकालना आसान होगा। तीसरी बड़ी चीज बीमा की सुविधा है जिसके माध्यम से किसानों के लिए रिस्क कवर भी आसानी से होगा। उन्होंने कहा कि बड़े किसान भी खेतों के अलग-अलग रकबे में अलग-अलग फसल ले सकते हैं इससे वैविध्य भी बढ़ेगा और आय की संभावनाएं भी विस्तृत होंगी। उन्होंने कहा कि कुछ क्षेत्रों में बाँस और सागौन का प्लांटेशन भी कर सकते हैं।
साइल कार्ड के मुताबिक देंगे सलाह- बैठक में योजना की नोडल अधिकारी अपर कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चैधरी ने कहा कि किसान को मिट्टी की गुणवत्ता के मुताबिक फसल लेने की सलाह दें। साइल कार्ड के आधार पर यह निर्णय लिया जा सकता है। इसके अलावा कुछ दलहन और तिलहन फसलों का जिनका क्षेत्र में उत्पादन का अच्छा ट्रैक रिकार्ड रहा है। उन्हें भी पुन: लगाने के लिए किसानों को प्रेरित किया जा सकता है। जिला पंचायत सीईओ श्री सच्चिदानंद आलोक ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में टीम बनाकर किसानों से बातचीत करें जिनमें कृषि विस्तार अधिकारियों के साथ ही उद्यानिकी प्रक्षेत्र अधिकारी, वन विभाग के अधिकारी भी हों ताकि किसानों को योजना के बारे में पूरी तरह जानकारी देकर उसे इस ओर प्रेरित किया जा सके।
प्रतिदिन 41जंबो सिलेंडर भरने की क्षमता
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 29 मई। जिला मुख्यालय में स्थित डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल में स्वयं का ऑक्सीजन प्लांट का शुभारंभ किया गया। इस प्लांट की स्थापना हॉस्पिटल परिसर में ही की गई है।
जिला मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ.खेमराज सोनवानी ने बताया कि पीएसए, प्रेशर स्विंग एब्जारशन टेक्नोलॉजी पर आधारित यह यूनिट प्रारंभ हो गया है। जिसकी क्षमता प्रतिदिन 41जंबो सिलेंडर ऑक्सीजन जेनेरेट करने की होगी। यह मशीन 200 लीटर प्रति मिनट की दर से वायुमंडल में उपस्थित हवा से ही ऑक्सीजन उत्पन्न करती है इसके साथ ही इस ऑक्सीजन को स्टोरेज भी की जा सकता है। उन्होंने आगे बताया कि यह जिले की प्रथम यूनिट है। इसके संचालन हेतु स्टाफ को प्रशिक्षित भी किया गया है। प्लांट लगाने से आईसीयू के मरीजों को ऑक्सीजन आपूर्ति करने में सुविधाजनक होगी। इमरजेंसी में सिलेंडर की कमी होने की स्थिति अब निर्मित नहीं होगी। यह डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के साथ ही जिला हॉस्पिटल के लिए भी उपयोगी होगा।
इस मौके पर कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने कहा कि यह हमारे जिले के लिए बड़ी उपलब्धि है। निश्चित ही इस प्लांट के शुरूआत होने से हमे औद्योगिक प्लांट एवं अन्य दूसरे जिलों से ऑक्सीजन आपूर्ति निर्भरता से राहत मिलेगी। इससे ना केवल स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार होगा साथ ही औद्योगिक प्रगति भी बिना बाधित हो चलता रहेगा। आने वाले समय हम बच्चों की स्वास्थ्य सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित करनें की योजना बना रहे है। इसके लिए पर्याप्त वेंटिलेटर सहित अन्य उपकरणों की उपलब्धता पर जोर दिया जा रहा है।
इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ.राजेश अवस्थी, कोविड हॉस्पिटल प्रभारी डॉ.शैलेन्द्र साहू, डीपीएम सृष्टि मिश्रा सहित हॉस्पिटल के अन्य कर्मचारी, अधिकारी उपस्थित थे। गौरतलब है। कलेक्टर सुनील कुमार जैन के मार्गदर्शन में जिलें में लगातार स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार किया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 29 मई। जिले में प्रशासन एक ओर कोरोना टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने की कोशिश कर रहा है, तो वहीं दूसरी ओर ग्रामीण इलाकों में टीके को लेकर अभी भी कई तरह की आशंकाएं बनी हुई हैं, और लोग टीका लगवाने नहीं आ रहे हैं।
शासन ने जिले को रोज 12 हजार लोगों को टीका लगाने का टार्गेट दिया था। मगर टार्गेट मिलने के पहले ही दिन शुक्रवार को जिले के 119 केंद्रों में से सिर्फ 20 केंद्रों में 238 लोगों ने ही टीका लगवाया, जबकि 109 सेंटर में एक भी व्यक्ति टीका लगवाने नहीं पहुंचे। जिले में 6 ब्लॉक हैं-बलौदाबाजार, भाटापारा, सिमगा, बिलाईगढ़, पलारी और कसडोल। इस ब्लाक में दो-दो हजार टीके शुक्रवार को लगने थे। इन ब्लाकों में 10 हजार टीके शुक्रवार को लगने थे, पर लोग टीका लगवाने नहीं पहुंचे। कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए वैक्सीनेशन को अभियान के तौर पर शुरू किया गया है, लेकिन महामारी से बचाव के लिए भी लोग आगे नहीं आ रहे हैं।
शहरवासी तो इसमें नीरस से दिखाई दे रहे हैं पर गांवों में भी वैक्सीनेशन को लेकर भ्रांतियां अधिक हैं। 18 से 44 साल तक आयु वर्ग के लोगों के लिए भी टीकाकरण शुरू होने से शहर में वैक्सीनेशन का ग्राफ ऊंचा हुआ था, मगर 18 प्लस का टीकाकरण टीके की कमी के चलते फिलहाल बंद कर दिया गया है, वहीं 45 प्लस वालों के लिए टीके की कोई कमी नहीं है, फिर भी इस आयु वर्ग के लोग टीका लगवाने नहीं आ रहे हैं।
45 प्लस का उत्साह काफूर, मात्र एक ने लगवाई दूसरी डोज
45 प्लस वालों में पहली डोज के लिए जो उत्साह था, वो दूसरी डोज में नदारद है। जिन 238 लोगों ने शुक्रवार को टीका लगवाया उनमें 45 प्लस के 237 वे लोग थे जिन्होंने पहली डोज लगवाई जबकि दूसरी डोज लगवाने पूरे जिले में केवल एक व्यक्ति ही आया। 45 प्लस वालों में अब तक 179085 को पहली डोज लग चुकी है। 106000 लोगों ने अभी तक पहली डोज ही नहीं लगवाई है। दूसरी डोज के लिए 288445 लोगों को टीका लगाने का टार्गेट था, मगर अब तक केवल 18140 लोग ही टीका लगवाने पहुंचे हैं।
18 प्लस का टीकाकरण बंद
18 प्लस के 23400 लोगों को टीका लगाने के बाद इस आयु वर्ग का टीकाकरण वैक्सीन की कमी के चलते बंद कर दिया गया। वहीं 45 प्लस वालों के लिए 29 हजार डोज स्टाक में होने के बावजूद 50000 डोज रवाना हो चुकी है।
टीका ही बचाएगा-सीएमएचओ
मामले में सीएमएचओ डॉ. खेमराज सोनवानी ने कहा कि जिले में 2 लाख से ज्यादा लोगों को टीका लग चुका है, एक भी व्यक्ति को परेशानी नहीं हुई। तमाम अफवाहें बेबुनियाद हैं। टीका लगाना ही कोरोना से बचाव का रामबाण उपाय है। टीके नि:शुल्क लग रहे हैं, लिहाजा सभी टीका लगवाएं और सुरक्षित रहें।
दंतेवाड़ा, 29 मई। दन्तेवाड़ा नक्सल प्रभावित क्षेत्र है, जिससे शासन की महत्वकांक्षी योजनाओं का धरातल पर क्रियान्वयन किये जाने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में जैसे-जेैसे सुरक्षाबलों कैम्पों की स्थापना हुई है। वैसे-वैसे अंदरूनी क्षेत्रों के ग्राम पंचायतों में ग्रामीणजनों में भय का वातावरण दूर हुआ है। इसके साथ ही ग्रामीणजन भी विकासमूलक कार्यों में अपनी भागीदारी निभा रहे हैं। जिसके उदाहरण स्वरूप ग्राम पंचायत अरनपुर और पोटाली में सुरक्षाबलों के कैम्प स्थापना से ग्रामीणजनों द्वारा महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत रोजगारोन्मुखी व हितग्राहीमूलक कार्यों में बढ़ चढक़र हिस्सा ले रहे हैं। जिससे ग्रामीणों की प्रगति परिलक्षित हो रही है।
ग्राम पंचायत अरनपुर में कैम्प स्थापना के पूर्व वर्ष 2017-18 में मात्र 1991 मानव दिवस के कैम्प स्थापना उपरांत क्रमश: वर्ष 2018-19 में 4469 मानव दिवस, वर्ष 2019-20 में 7446 मानव दिवस, वर्ष 2020-21 में 8186 मानव दिवस का सृजन हुआ है। जिसमें प्रति परिवार औसत मानव दिवस लगभग 80.26 प्रतिशत रहा है साथ ही इसमें महिला हितग्राहियों ने भी बढ़ चढक़र हिस्सा लिए हैं। जिसका औसत 45.46 प्रतिशत है।
ग्राम पंचायत पोटाली में भी कैम्प स्थापना के पूर्व वर्ष 2017-18, 2018-19 में मानव दिवस सृजित नहीं हुआ था। सुरक्षाबलों के कैम्प स्थापना उपरांत क्रमश: वर्ष 2019-20 में 3549 मानव दिवस, वर्ष 2020-21 में 13731 मानव दिवस का सृजन हुआ है। जिसमें प्रति परिवार औसत मानव दिवस लगभग 76.86 प्रतिशत रहा है साथ ही इसमें महिला हितग्राहियों का औसत 50.56 प्रतिशत है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 29 मई। दन्तेवाड़ा के अपने ब्राण्ड डेनेक्स नवा दन्तेवाड़ा गारमेंट फैक्ट्री से कलेक्टर दीपक सोनी की उपस्थिति में 20 हजार रेडीमेड कपड़ों का लॉट बेंगलुरू के लिए रवाना किया गया। इससे पहले पिछले माह में भी 1 करोड़ 20 लाख रूपये के कपड़े बेंगलुरू के लिए रवाना किया गया था। कोरोना महामारी और लॉकडाउन के दौरान जिले की महिलाओं को भटकना नहीं पड़ा बल्कि आजीविका के रूप में डेनेक्स वरदान साबित हुआ। जिससे महिलाएं न केवल आर्थिक रूप से सशक्त हुई बल्कि उनके आत्मविश्वास में भी बढ़ोत्तरी हुई हैं।
कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने फैक्ट्री पहुंचकर महिलाओं के द्वारा किये जा रहे कार्यों का अवलोकन किया साथ ही उनका उत्साहवर्धन भी किया। महिलाओं ने कलेक्टर श्री सोनी को बताया कि वे गारमेंट फैक्ट्री से अपने हुनर को बढ़ाकर बहुत ही प्रसन्न है।
पहले वे गांव अथवा खेतों मे मजदूरी या अन्य काम करती थी। जिससे उन्हें उतनी आमदनी नहीं हो पाती थी, कि वे अपने परिवार को आर्थिक मदद दे सकें। परन्तु डेनेक्स गारमेंट फैक्ट्री में जब से हम काम कर रहें है महिने के 7 से 8 हजार रूपयें हमें मिल रहें है, जिससे हम अपने घर में आर्थिक मदद दे पा रहें हैं, साथ ही हमें नये-नये फैशन के डिजाईन भी सीखने को मिल रहें हैं। जिसके लिए हम जिला प्रशासन का धन्यवाद करते है। इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ अश्विनी देवांगन एवं अन्य अधिकारी, कर्मचारी मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 29 मई। स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा लोगों को कोरोना महामारी से बचाव के लिए अच्छी पहल की जा रही है। नवापारा थाना प्रभारी कृष्णचंद सिदार के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा नगर सहित थाना क्षेत्र अंतर्गत गांवों में जाकर लोगों को मास्क वितरण कर रही है। साथ ही लोगों को घर पर रहने, अत्यधिक आवश्यकता होने पर ही घर से बाहर निकलने, मास्क का उपयोग करने, दो गज दूरी बनाने सहित कोरोना के बचाव हेतु जारी नियमों का पालन करने प्रेरित कर रही है।
नवापारा के सब्जी मंडी प्रांगण मे व्यवस्था को दुरुस्त करने पहुंचे स्थानीय पुलिस टीम द्वारा सब्जी खरीदने आए फु टकर व्यापारियों को बिना मास्क के देख मास्क का वितरण किया और साथ ही कोरोना प्रोटोकॉल, सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजर आदि के निरंतर प्रयोग और नियमों के पालन के लिए प्रेरित किया।
इस दौरान सब्जी मंडी अध्यक्ष भागवत सोनकर एवं पूर्व अध्यक्ष व वार्ड-16 के पार्षद मंगराज सोनकर आदि ने इस कार्य में सहयोग किया और लोगों को जागरूक करने में अपनी भूमिका निभाई। इसी प्रकार पुलिस प्रशासन द्वारा नगर के बस स्टैंड, महानदी पुल के पास बने चेकिंग पॉइंट, सोमवारी बाजार सहित अन्य जगहों पर आने जाने वाले राहगीरों मास्क वितरित किया।
थाना प्रभारी कृष्णचंद्र सिदार ने बताया कि डीआईजी व एसपी अजय यादव के निर्देश पर एएसपी व सीएसपी विश्वदीपक त्रिपाठी के विशेष मार्गदर्शन पर यह मुहिम जारी है, जो आगे भी जारी रहेगी। इसके तहत हम थाना सीमाक्षेत्र में आने वाले सभी गाँव में जा जाकर लोगो को मास्क वितरित कर रहे हैं। वहां के लोगों से कोरोना कोरोना महामारी से बचाव के लिए जारी गाइड लाइन के बारे में जानकारी भी दे रहे हंै।
इस मुहीम में थाना प्रभारी प्रभारी कृष्णचंद्र सिदार के साथ, उप निरीक्षक श्रवण मिश्रा, प्रधान आरक्षक राजेंद्र पूरी, रघुवेन्द्र ठाकुर, अमन बघेल, दुष्यंत बांधे सहित अन्य पुलिस के जवान लगे हुए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 29 मई। सारंगढ़ पुलिस ने 40 लीटर महुआ शराब के साथ एक व्यक्ति को पकड़ा है।
मिली जानकारी के मुताबिक 27 मई की दोपहर सारंगढ़ पुलिस द्वारा मुखबिर सूचना पर बरदाहा स्टाप डेम नाला किनारे आरोपी दिनेश यादव 25 वर्ष साकिन बरदरहा थाना सारंगढ़ के पास से 40 लीटर महुआ शराब कीमती 4,000 रूपये जप्त किया गया। जानकारी के अनुसार थाना सारंगढ़ के प्रधान आरक्षक टीकाराम खटकर हमराह आरक्षक पुष्पेन्द्र जाटवर, विमल जांगड़े के साथ देहात व टाउन रवाना हुए थे, तभी इन्हें ग्राम बरदरहा के दिनेश यादव नाम के व्यक्ति गांव के स्टाप डेम नाला किनारे अवैध शराब बनाकर बिक्री के लिए छुपाकर रखने की सूचना मिली, जिस पर पुलिस स्टाफ मुखबिर के बताए स्थान पर घेराबंदी कर रेड कर दिनेश यादव को पकड़े। अवैध शराब बिक्री के संबंध में दिनेश यादव से पूछताछ करने पर नाला किनारे स्थित झाड़ी से 15 लीटर क्षमता वाली डालडा के डिब्बा, 10 -10 लीटर क्षमता वाली जरकिन एवं 5 लीटर क्षमता वाली जरीकेन में भरा कुल मात्रा 40 लीटर करीब 4,000 रूपये को निकाल कर पेश किया और अवैध रूप से बिक्री करना स्वीकार किये, जिसे जब्त कर आरोपी को हिरासत में लेकर थाना लाया गया।
आरोपी के विरूद्ध आबकारी एक्ट की कार्रवाई कर रिमांड पर भेजा गया है।
जगदलपुर, 29 मई। दुकानों को खोलने के आदेश जारी होने के बाद जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस के नियंत्रण के लिए अब दुकानों में ही कोरोना जाँच हेतु सैम्पल लेने की कार्यवाही की जाने लगी है। शुक्रवार को कोरोना जाँच मोबाइल टीम ने शहर के कई दुकानों में ग्राहक, सेल्सकर्मी और दुकानदारों का सैम्पल लिया। नोडल अधिकारी स्वास्थ्य एवं डिप्टी कलेक्टर गीता रायस्त ने बताया कि अनलॉक के बाद दुकानों में खऱीददारी के लिए नागरिक आ रहे है। भीड़ से संक्रमण बढऩे की संभावनाएं बढ़ जाती हैं, इसलिए कोरोना नियंत्रण के लिए इस प्रकार की कार्यवाही की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 29 मई। लॉकडाउन के चलते एक लम्बे समय तक बंद रहे नवापारा कृषि उपज मंडी शुक्रवार से प्रारंभ हो गई। प्रथम दिवस लगभग 3 हजार कट्टे धान की आवक हुई। मंडी में निरीक्षण के लिए जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष वरिष्ठतम कांग्रेस नेता रतीराम साहू सुबह ही पहुंच गए थे। उन्होंने धान लेकर आए किसानों का अभिनंदन किया, साथ ही मंडी के अधिकारी-कर्मचारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मंडी पहुंचने वाले किसी भी किसान को कोई परेशानी नहीं होना चाहिए। पीने के पानी का इंतजाम हर हाल में हो।
उल्लेखनीय है कि मंडी न खुलने की वजह से किसान अपने उपज को कोचियों के पास औने-पौने दाम में बेचने के लिए विवश हो रहे थे। इसे देखते हुए कांग्रेस नेता रतीराम साहू ने उच्च स्तरीय पहल कर मंडी खोलने के लिए शासन और अफसरों का ध्यान आकर्षित किया था। लिहाजा मंडी में धान खरीदी का शुभारंभ शुक्रवार से हो गया है।
मंडी खुलने पर किसानों ने खुशी जाहिर करते हुए शासन-प्रशासन का आभार जताया है। समर्थन मूल्य के कीमत में किसानो को उचित भाव न मिलने से कांग्रेस नेता श्री साहू ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि वर्तमान समय में किसानों को प्रति क्ंिवटल करीब पांच-छह सौ रूपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। इससे किसानो में मायूसी देखा जा रही है। आने वाले दिनो में किसानों को खरीफ फसल की तैयारी भी करनी है, लिहाजा वे अपने उपज को मजबूरी में ही इस कीमत पर बेचने के लिए विवश हो रहे हंै।
पहले दिन ज्यादातर रबी फसल नया धान की ही आवक रही, पुराना धान की आवक बहुत ही कम थी। धान का मूल्य 1200 से 1340 तक रहा। धान बिक्री के लिए रखे ढेरों पर मंडी अधिकारी कर्मचारियों के साथ रतीराम साहू ने स्वयं जाकर काम कर रहे मजदूर हेमाल रेजाओं तथा किसानों को हमेशा मास्क लगाने सेनेटाइज करते हुए कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करने का सुझाव दिए। इस दौरान मंडी सचिव राजकुमार रात्रे, भारसाधक अधिकारी मन्नूलाल गेंड्रे, कार्यालय अधीक्षक शिव तिवारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 29 मई। बलौदाबाजार में पुलिस विभाग में पदस्थ एसपी के स्टेनो लुकेश्वर वर्मा पर उसकी पत्नी ने मारपीट का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसके बाद एसपी ने स्टेनो को निलंबित कर दिया है।
पीडि़त पत्नी का आरोप है कि उसका पति तलाक के बाद भी अपनी पहली पत्नी से मिलने के लिए जाता है। पिछले 5 सालों से वो शराब पीकर उसके साथ गालीगलौज और मारपीट भी करता है।
पीडि़ता पत्नी ने 19 मई को स्टेनो लुकेश्वर वर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। उसने बताया कि उसके पति की पहली पत्नी से तलाक हो चुका है, लेकिन अब भी वो उससे मिलने जाता है। उसने बताया कि शादी के कुछ दिनों के बाद से वो उसके साथ दुव्र्यवहार कर रहा है। पीडि़ता ने बताया कि आरोपी उसे तलाक देने की धमकी देता है और मना करने पर बहुत मारता है।
पीडि़ता की एक छोटी बच्ची है और वर्तमान में भी वो गर्भवती है, बावजूद इसके आरोपी उससे शादी तोडऩे की बात करता है। पत्नी ने बताया कि 3 महीने पहले भी इसकी शिकायत की गई थी, जिसके बाद मामले को सखी सेंटर भेजा गया था, जहां आरोपी को समझाइश दी गई थी, लेकिन आरोपी फिर से वैसा ही व्यवहार करने लगा और लगातार मारपीट करने लगा। इससे परेशान हेकर पत्नी ने पति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।
इस मामले में एसपी आई के एलेसेला ने बताया कि स्टेनो के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर एफआईआर के आधार पर जांच की गई है, जिसके बाद आरोपी को सस्पेंड कर दिया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 मई। पिकअप की टक्कर से एक बाइक सवार की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। इससे पहले पिकअप नें 2 बाइक को ठोकर मारी थी. घटना शुक्रवार सुबह की है।
बागबाहरा पुलिस के अनुसार एनएच 353 मेन रोड में जैन कॉम्पलेक्स के पास एक पिकअप ने दो मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी और कॉम्पलेक्स में जा घुसी। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हैं। घायलों में एक की हालत गंभीर बताई जा रही है जिसे रायपुर रेफर कर दिया गया है, वहीं दूसरे घायल व्यक्ति का इलाज बागबाहरा अस्पताल में जारी है।
थाना प्रभारी स्वराज त्रिपाठी ने बताया कि सीसदेवरी थाना पलारी निवासी केवल अपने जीजा के गांव डूमरपाली थाना खल्लारी आया हुआ था। शुक्रवार को वह बिना नंबर की बाइक में अपने जीजा भागवत प्रसाद तिवारी के साथ बागबाहरा में बच्चों के लिए कपड़ा लेने जा रहा था। इसी दौरान एनएच 353 मेन रोड, जैन कॉम्प्लेक्स के पास पिकअप के चालक ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए इसकी बाइक को टक्कर मार दी। पिकअप ने इसी दौरान एक और मोटरसाइकिल को टक्कर मारी और काम्प्लेक्स में जा घुसी। इस घटना में केवल और उसके जीजा भागवत गिर गए। केवल के बाएं हाथ, दोनों पैर और कमर में चोट आई। वहीं भागवत के सिर और शरीर में काफी गंभीर चोटें आई। घटना के बाद दोनों को 108 के माध्यम से सीएचसी बागबाहरा ले जाया गया, जहां भागवत की मौत हो गई।
भागवत की बाइक को टक्कर मारने के बाद पिकअप ने बाइक क्रमांक सीजी 06 जीजे 4535 को भी ठोकर मारी। जिसमें सवार व्यक्ति के हाथ, पैर और शरीर में गंभीर चोटें आई हैं। उक्त व्यक्ति को प्राथमिक उपचार के बाद रायपुर भेज दिया गया। पुलिस के अनुसार पिकअप सवार का नाम प्रिया पालका है और वह ओडिशा का रहने वाला है। शुक्रवार को वह रायपुर से सब्जी लेकर ओडिशा जा रहा था। पुलिस ने वाहन चालक के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर लिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कवर्धा, 29 मई। वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कल कवर्धा विधानसभा क्षेत्र में अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान वहां संचालित तेन्दूपत्ता संग्रहण कार्य का विस्तार से जायजा लिया और विकासखण्ड बोडला के अंतर्गत ग्राम रेंगाखार, ग्राम रानीगुढ़ा और ग्राम घानीखुंटा में तेन्दूपत्ता फड़ का मौके पर जाकर निरीक्षण भी किया। उन्होंने इस दौरान तेन्दूपत्ता संग्राहकों से रू-ब-रू होकर तेन्दूपत्ता संग्रहण कार्य सहित जॉब कार्ड तथा राशि के भुगतान के बारे में जानकारी ली। उन्होंने वहां तेन्दूपत्ता संग्राहकों की मांग पर ग्रामीणों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ग्राम रानीगुढ़ा में शीघ्र तेन्दूपत्ता का खरीदी केन्द्र खोलने के लिए आश्वस्त किया।
वन मंत्री श्री अकबर ने तेन्दूपत्ता संग्राहकों से चर्चा करते हुए बताया कि राज्य में वर्तमान में कोरोना संकट के बावजूद आदिवासी-वनवासी संग्राहक परिवारों के हित में तेन्दूपत्ता का संग्रहण कार्य जोरों पर है और चालू वर्ष के दौरान अब तक लक्ष्य 16 लाख 71 हजार मानक बोरा का तीन चैथाई से अधिक 12 लाख 55 हजार मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है। इनमें संग्राहकों को 500 करोड़ रूपए से अधिक की राशि भुगतान योग्य है, जिनका संग्राहकों का शीघ्रता से भुगतान जारी है। उन्होंने कहा कि तेन्दूपत्ता के संग्रहण कार्य से संग्रहक परिवारों को अपना जीवकोपार्जन आसान हो गया है और उन्हें वैश्विक महामारी कोरोना के इस संकट की घड़ी में भी रोजी-रोटी की कोई समस्या नहीं है। इससे तेन्दूपत्ता संग्राहकों को रोजगार के साथ-साथ अतिरिक्त आमदनी बड़े तादाद में होने लगी है।
वन मंत्री श्री अकबर ने संग्राहकों से चर्चा करते हुए यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ में वर्ष 2021 में तेन्दूपत्ता संग्रहण कर 4 हजार रूपए प्रति मानक बोरा निर्धारित की गई है। राज्य में वर्तमान में तेन्दूपत्ता संग्रहण कार्य से लगभग 13 लाख आदिवासी-वनवासी संग्राहक परिवारों को सीधा-सीधा लाभ मिल रहा है। इसके संग्रहण कार्य माह मई तथा जून में दो माह के भीतर संग्राहकों को 668 करोड़ रूपए की राशि के संग्रहण पारिश्रमिक का वितरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए संग्रहण के दौरान संग्राहकों को शासन के दिशा-निर्देशों सहित कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन कराया जा रहा है।
वन मंत्री श्री अकबर से चर्चा के दौरान तेन्दूपत्ता संग्राहकों ने भी खुशी व्यक्त करते हुए बताया कि शासन द्वारा संचालित तेन्दूपत्ता संग्रहण कार्य से हमें अपने जीवन-यापन के लिए बहुत बड़ी सुविधा हो गई है। इससे हमें वर्तमान में कोरोना संकट की घड़ी में भी कोई परेशानी नहीं हो रही है और इसके संग्रहण से अतिरिक्त आमदनी भी मिल रही है। संग्राहकों द्वारा यह भी बताया गया कि चालू सीजन के दौरान अभी एक-एस सप्ताह में 15 से लेकर 30 हजार रूपए तक की राशि पारिश्रमिक के रूप में प्राप्त हो चुकी है। इस अवसर पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ नागरिक रामकली धु्रर्वे, नीलकंठ चंद्रवंशीा, कन्हैया अग्रवाल, कलीम खान, जमील खान, सुमरन सिंह धु्रर्वे, श्री तानसेन चौधरी, लेखराम पंचेश्वर, मोहन अग्रवाल तथा संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव/गंडई, 29 मई। गंडई के नजदीक धोधा गांव में एक नवदंपत्ति मिनेश वर्मा और यांशिका वर्मा की अलग-अलग हादसों में मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि बीते फरवरी माह में दोनों वैवाहिक बंधन में बंधे थे। शुक्रवार सुबह पति-पत्नी में किसी बात को लेकर विवाद होने के बाद तनाव में आकर पत्नी ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। यह खबर सुनते ही पति के होश उड़ गए और उसके बाद दो घंटे के भीतर तेज गति में मोटर साइकिल चलाने से वह सडक़ हादसे का शिकार हो गया और उसकी मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि पति-पत्नी के बीच विवाह के बाद से रिश्ते खराब हो गए थे। अक्सर दोनों के बीच कहा-सुनी होती थी। बताया जा रहा है कि मृतक तेज गति में गाड़ी चलाने का आदि था।
पुलिस के मुताबिक पत्नी के चरित्र पर शक करने की वजह से पति की अक्सर लड़ाई होती थी। दोनों इसी के चलते तनाव में रहते थे। शुक्रवार को पत्नी ने जहां आत्महत्या कर ली।
वहीं पति की सडक़ दुर्घटना में मौत हो गई। पोस्टमार्टम के पश्चात पति-पत्नी के शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। जहां परिजनों ने दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया। इधर गंडई थाना प्रभारी शशिकांत सिन्हा ने बताया कि ग्राम धोधा में अलग-अलग मामलों पर पति और पत्नी की मृत्यु हो गई। जांच किया जा रहा है। पोस्टमार्टम किया गया है।
सारंगढ़, 29 मई। शुक्रवार को कोसीर थाने की पुलिस ने पशुओं से भरे वाहन को पकड़ा। चालक ट्रक छोडक़र फरार हो गया। जिले में बीते एक माह के भीतर पशु तस्करी का यह चौथा मामला हैं
मिली जानकारी के अनुसार पेट्रोलिंग के दौरान थाना प्रभारी कोसीर निरीक्षक रूपेन्द्र नारायण साय को मुखबिर से सूचना मिली कि एक 12 चक्का ट्रक में सरसीवा तरफ से मवेशी लोड होकर सारंगढ़ तरफ जा रही है। सूचना पर थाना प्रभारी हमराह स्टाफ के साथ कार्रवाई करने ग्राम परसदा बड़े रवाना हुए। मुख्य मार्ग पर थोड़ी देर बाद एक ट्रक 12 चक्का सरसींवा की ओर से तेज रफ्तार में आती दिखी जिसे पुलिस स्टाफ हाथ दिखाकर रोकने का इशारा किये पर ट्रक का चालक वाहन न रोक सारंगढ़ की ओर आगे भागने लगा। जिसका कोसीर पुलिस पीछा कर रही थी, ट्रक का चालक पुलिस से बचने गाड़ी इतनी तेज भगा रहा था कि भारतमाता चौक सारंगढ़ के पास लॉकडाउन के दौरान सडक़ पर रखे हुए ड्रम को तोड़ते हुए ट्रक को भगाया। दानसरा बेरियर में भी स्टाफ रोकने का प्रयास किये नहीं रूका और सराईपाली रोड में भागने लगा जिसके बाद ट्रक का चालक मानिकपुर और बटाउपाली के बीच मेन रोड में ट्रक को छोडक़र भाग गया। ट्रक को चेक करने पर ट्रक क्रमांक सीजी . 14 डी 0531 के डाला में ठंूस-ठूंसकर 44 रास मवेशी को क्रूरतापूर्वक लोड किया गया था।
जिसमें 01 मवेशी की मृत्यु हो गई थी। शेष 43 रास मवेशी एवं ट्रक को जब्त कर कोसीर पुलिस कब्जे में ली। मवेशियों को केडार के अमलडीह गौशाला में रखवाया गया है। ट्रक के चालक पर थाना प्रभारी द्वारा धारा विरूद्ध 279 छ0ग0 कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम की धारा- 4,5,6,10,11 (क) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। ट्रक के चालक एवं मालिक का पता लगाया जा रहा है।
पूर्व जिपं अध्यक्ष ने लगाए कई आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 29 मई। जिला भाजपा कार्यालय में बालोद के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष देवलाल ठाकुर ने आज प्रेस वार्ता में जिले के महिला एवं बाल विकास विभाग में लगभग 65 लाख के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ प्रमाणित आरोप हैं, इसके अलावा कई सारे भ्रष्टाचार जिले में देखने को मिल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोहन प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए कन्या योजना की शुरुआत की थी, परंतु यहां पर बालोद जिले में यह एक भ्रष्टाचार का साधन बन गया है।
देवलाल ठाकुर जो कि अनिला भेडिय़ा के खिलाफ विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं, उन्होंने पूरे मामले की शिकायत राज्यपाल से की है और यदि मामले में कार्रवाई नहीं होती है तो आने वाले दिनों में डौंडी व आदिवासी क्षेत्र के सभी सरपंचों व ग्रामीणों के साथ राजभवन कूच करने की बात कह रहे हैं और अपराध पंजीबद्ध करने की मांग भी की जा रही है।
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि 1524 आंगनबाड़ी केंद्रों में 64 लाख 92 हजार 240 रुपए के हैंड वाशिंग यूनिट खरीदी की गई है, जो कि भंडार क्रय नियमों के विपरीत किया गया है। खरीदी की चयन समिति में कलेक्टर का प्रतिनिधि एक तहसीलदार को बनाया गया है, जबकि जिले में कलेक्टर के बाद अन्य प्रथम व द्वितीय रैंक के अधिकारी भी मौजूद हैं, साथ ही उन्होंने कहा कि डौंडी डौंडीलोहारा विधानसभा क्षेत्र जो कि आदिवासी बाहुल्य है और यहीं सबसे ज्यादा रेट मिलती है, परंतु यह क्षेत्र केवल सप्लाई के लिए ही उपयोग किया जाता है।
आगे कहा कि लगभग 1524 आंगनबाड़ी केंद्रों में हैंडवाशिंग यूनिट सप्लाई की बात कही जा रही है, परंतु कई आंगनबाड़ी केंद्रों में सामान पहुंचा ही नहीं और टूट गया है, इसके लिए टॉक्सिक और नॉनटॉक्सिक प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है परंतु उस प्रमाण पत्र को दरकिनार करते हुए इस तरह के सामग्रियों की सप्लाई की गई है जो कि बच्चों के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि यह लोहे की चादर और पाइप से बनाया गया है। बच्चों को यह नुकसान पहुंचाया जा सकता है।
बालोद के चहेते फर्म को दिया काम
उन्होंने कहा कि यहां पर सांठगांठ कर चहेते फर्म को काम दिया गया है। जिन सामान की सप्लाई की गई है, उसे यदि फेब्रिकेशन कार्य किया जाता है तो उसकी लागत लगभग 1000 आएगी, परंतु यहां 4260 रुपए के हिसाब से भुगतान किया गया है 3260 रुपए के हिसाब से लगभग 50 लाख रुपए अधिक भुगतान किया गया है, जो कि एक बड़ा भ्रष्टाचार है। हैंड वाशिंग यूनिट की लैब टेस्टिंग भी नहीं की गई है।
उन्होंने आरोप लगाते कहा कि बालोद में भ्रष्टाचार को अंजाम देने के लिए कई अधिकारी काम कर रहे हैं, जो कि अपात्र लोगों की संस्था से सामग्री क्रय कर रहे हैं और भ्रष्टाचार कर रहे हैं। उन्होंने दोषियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध करने की मांग की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 29 मई। छत्तीसगढ़ में गोधन न्याय योजना के अंतर्गत महिला स्व सहायता समूह गोबर से खाद एवं अन्य उत्पाद तैयार कर अपने कुशल प्रबंधन से आय अर्जित कर रहे हैं। रायपुर नगर निगम के डंगनिया एसएलआर सेंटर के अंतर्गत जय लक्ष्मी महिला स्व सहायता समूह द्वारा आर्थिक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है।
इस समूह ने 15 मई तक 6 हजार 412 किलो खाद का उत्पादन किया है, जिसमें से 3 हजार 570 किलो खाद की बिक्री से 35 हजार 700 रुपए की आय अर्जित किया है वहीं नगर निगम रायपुर द्वारा अतिरिक्त वित्तीय सहायता (वीजीएफ) के रूप में इस समूह को एक लाख दो हजार रूपए की राशि दी गई है। इस समूह ने गोबर की लकडिय़ों एवं कंडे के विक्रय से 26 हजार 355 रुपए की आय भी अर्जित की है साथ ही समूह को 15 मार्च तक 5 हजार 895 रूपए का लाभांश भी दिया गया है।
गौरतलब है कि गोठानों में गोबर से खाद तथा अन्य वस्तुओं का निर्माण कर रहे समूहों का गठन आत्मनिर्भर माडल के आधार पर किया गया है। इन समूहों को यह अधिकार दिए गए है कि गोबर से निर्मित सभी उत्पाद जैसे खाद, कंडे, लकड़ी की बिक्री से प्राप्त राशि उनके खाते में अंतरित होती है।
रायपुर, 29 मई। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि, पूर्व मंत्री डॉ. शक्राजीत नायक के निधन का समाचार बेहद दुखद है, अपूर्णीय क्षति है। वे वर्तमान रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक के पूज्य पिता थे।
विस अध्यक्ष डॉ महंत ने अपनी ओर से संवेदना व्यक्त करते हुये शोक संतप्त परिवारजनों तथा उनके चाहने वालो के साथ हैं। उन्होंने, ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की है।
पूर्व सिंचाई मंत्री डॉ. शक्राजीत नायक के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि ईश्वर इस दुख की घड़ी में परिवारजनों को सहनशक्ति एवं मृत आत्मा को शांति प्रदान करे।
पूर्व सिंचाई मंत्री शक्राजीत नायक के निधन पर प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन, प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी, महामंत्री प्रशासन रवि घोष, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला, राजेंद्र तिवारी सदस्य, रमेश वर्ल्यानी सदस्य, आरपी सिंह सदस्य, सुरेंद्र शर्मा सदस्य, सुशील आनंद शुक्ला सदस्य, विकास दुबे सदस्य, संदीप साहू सदस्य, नितिन भंसाली सदस्य, अधिवक्ता अमित श्रीवास्तव सदस्य ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
पूर्व सिंचाई मंत्री शक्राजीत नायक के निधन पर प्रदेश प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी, धनंजय ठाकुर, विकास तिवारी, मोहम्मद असलम, एडवोकेट सुरेंद्र वर्मा, एमए इकबाल, वंदना राजपूत, आलोक दुबे जगदलपुर, अभय नारायण राय बिलासपुर, जनार्दन त्रिपाठी सरगुजा, कमलजीत पिंटू राजनांदगांव, कृष्णकुमार मरकाम धमतरी, प्रकाशमणि वैष्णव, अशुंल मिश्रा ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
रायपुर, 29 मई। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं सचिव विकास तिवारी ने कहा कि जहां एक और समूचा देश एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश कोरोना वायरस के सेकंड वेव का संक्रमण झेल रहा है वहीं दूसरी ओर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी अपने शीर्ष नेताओं की गुटबाजी के संक्रमण का सेकंड वेव झेल रही है भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय को इस जून में अध्यक्ष बने 1 वर्ष हो जायेंगे और शीर्ष नेताओं के गुटबाजी के संक्रमण के चलते वह अपनी संपूर्ण कार्यकारिणी घोषित नहीं कर पाये हैं।
प्रदेश प्रभारी बनने के बाद दुग्गाबाती पुरंदेश्वरी के आधा दर्जन डेडलाइन देने के बाद भी प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेता विष्णु देव राय की कार्यकारिणी को गठित नहीं होने दे रहे हैं प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी का डेट लाइन भी डेड हो चुका है क्योंकि डी पुरंदेश्वरी एक महिला है और भाजपा के पितृ संगठन आरएसएस में महिला विरोधी मानसिकता से ग्रसित है इस कारण भाजपा के शीर्ष नेता उनके आदेशो की खुलेआम अवहेलना कर रहे है।
तिवारी ने कहा कि प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेता गुटबाजी के संक्रमण के सेकंड वेव से ग्रसित हैं जिसे देख नवनियुक्त राष्ट्रीय संगठन महामंत्री और प्रदेश संगठन प्रभारी शिव प्रकाश ने भी चिंता जताई है और कहा है कि बचे हुए पदों पर 31 मई तक किसी भी हाल में नियुक्तियां पूरी कर ली जानी चाहिये। भारतीय जनता पार्टी जहां एक और अपने को कैडर बेस पार्टी कहती है दंभ भरती है वह केवल खोखला साबित हो रहा है।धरातल स्तर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की लगातार उपेक्षा की जा रही है और शीर्ष नेताओं में गुटबाजी का संक्रमण फैला हुआ है कैडर बेस पार्टी का दंभ भरने वाली भाजपा का हवाई किला ढह चुका है।
जिसे अब संगठन महामंत्री शिव प्रकाश फिर से बनाने का स्वांग कर रहे हैं। जिसमें उन्हें सफलता नही मिल पा रहा है। 31 मई की डेट लाइन तक अगर प्रदेश भाजपा के रिक्त पदों में नियुक्तियां नहीं हो पाएगी तो प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी और प्रदेश संगठन प्रभारी शिव प्रकाश को अपने पदों से इस्तीफा दे देना चाहिये क्योंकि प्रदेश भाजपा का शीर्ष नेतृत्व आपसी गुटबाजी के भयावह व संक्रमण से गुजर रहा है जिसका की इलाज ना तो डी पुरंदेश्वरी के पास है ना शिव प्रकाश के पास है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 29 मई। छत्तीसगढ़ युवा विकास संगठन द्वारा संचालित विप्र कला ,वाणिज्य एवं शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय में रजत जयंती वर्ष पर आईक्यू एसी के तत्वावधान में आयोजित एक दिवसीय वेबीनार में ऑनलाइन परीक्षा के संदर्भ में विद्यार्थियों के शंका और समस्याओं का समाधान करते हुए डॉ. गिरीश कांत पांडेय (कुलसचिव पंडित रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय रायपुर) ने कहा कि परीक्षा के लिए विद्यार्थी उत्तर पुस्तिका परीक्षा केंद्र से प्राप्त कर सकते हैं।
परीक्षा केंद्र दूर होने पर या किसी कारण से ना जा पाने की स्थिति में उत्तर पुस्तिका स्वयं बना सकते हैं ,उत्तर पुस्तिका 32 पेज से ना अधिक होना चाहिए ना कम ।और उत्तर पुस्तिका का मुख्य पृष्ठ का प्रिंट विश्वविद्यालय ने जारी कर दिया है। वह प्रिंट करा सकते हैं ,प्रिंट ना कराने की स्थिति में उसे हाथ से भी बनाया जा सकता है। परीक्षा टाइम टेबल घोषित कर दिया गया है। जिस दिन जिस विषय का परीक्षा है ,उस दिन प्रश्नपत्र विश्वविद्यालय के वेबसाइट में, महाविद्यालय के वेबसाइट या व्हाट्सएप ग्रुप में विद्यार्थियों को मिल जाएगा। विद्यार्थी निर्धारित तिथि को ही 3 घंटे के निर्धारित समय में ही उत्तर लिखने का प्रयास करें । विद्यार्थी परीक्षा को परीक्षा की दृष्टि में लेंगे, तो यह उनके हित में है ।
उत्तर पुस्तिका का फोटो कॉपी या कंप्यूटर से टाइप किया हुआ मान्य नहीं होगा। विद्यार्थी को स्वयं हस्तलिखित उत्तर पुस्तिका ही जमा करना है। वह अगर दूसरे से उत्तर पुस्तिका लिखाता है तो नकल प्रकरण का केस बन सकता है ।परीक्षा समाप्ति पर 5 दिन के अंदर उत्तर पुस्तिका आपको परीक्षा केंद्र में जमा करना है। ज्यादा अच्छा है , परीक्षा समाप्ति के दूसरे दिन ही आप उत्तर पुस्तिका जमा करना प्रारंभ कर दें । अगर परीक्षा केंद्र तक आप पहुंच नहीं पा रहे हैं तो डाक द्वारा ,स्पीड पोस्ट द्वारा आप उत्तर पुस्तिका भेज सकते हैं।
बारिश के मौसम में उत्तर पुस्तिका को सुरक्षित रखने के लिए पॉलिथीन में पैक करके लिफाफे में पैक करें।
उत्तर पुस्तिका पोस्ट करने की तिथि परीक्षा समाप्ति के 5 दिन के अंदर का होना चाहिए। इसके बाद उत्तर पुस्तिका अगर 15 या20 दिन में भी परीक्षा केंद्र को मिलता है, तो वह परीक्षा केंद्र स्वीकार करेगा ।उत्तर पुस्तिका कुरियर ना करें, उस स्थिति में 5 दिन के अंदर ही उत्तर पुस्तिका परीक्षा केंद्र में पहुंचना चाहिए ।डाक द्वारा उत्तर पुस्तिका भेजने पर गुम होने की स्थिति में विश्वविद्यालय या परीक्षा केंद्र की कोई जवाबदारी नहीं होगी । विद्यार्थियों के हित में परीक्षा परिणाम भी अति शीघ्र जारी करने का प्रयास किया जाएगा। ताकि अगला सत्र अधिक विलंब ना हो। अगले सत्र का अध्यापन अध्ययन अगस्त से प्रारंभ किया जा सके, इसका प्रयास विश्वविद्यालय कर रहा है । इसके पूर्व स्वागत भाषण में प्राचार्य डॉ मेघेश तिवारी ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान भी विप्र महाविद्यालय अपने रजत जयंती वर्ष में 1200 से अधिक विद्यार्थियों को अध्ययन अध्यापन का लाभ दे रहा है।
यह विश्वविद्यालय का सराहनीय प्रयास के कारण संभव हुआ। विगत वर्ष कठिन परिस्थिति में ऑनलाइन परीक्षा संपन्न करने के बाद परीक्षा परिणाम घोषित करके ऑनलाइन पढ़ाई प्रारंभ किया जा सका ।ऑनलाइन पढ़ाई के बाद वर्तमान में अभी भी उसी विषम स्थिति के कारण ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन विश्वविद्यालय व्यवस्थित तरीके से कर रहा है ।इसके लिए कुलपति महोदय और कुलसचिव महोदय बधाई के पात्र है । ऑनलाइन परीक्षा के संदर्भ में विद्यार्थियों के समस्याओं का समाधान हेतु यह वेबीनार का आयोजन किया गया है ।
इस अवसर पर डॉ .उषा दुबे (पूर्व विभागाध्यक्ष, अर्थशास्त्र विभाग पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर) ने कहा महामारी के संकट के दौरान भी अध्ययन अध्यापन को नियमित एवं व्यवस्थित तरीके से संचालित करना और वार्षिक परीक्षा जैसे जटिल कार्य को भी सहस तरीके से संपन्न कराना, यह विश्वविद्यालय का सराहनीय प्रयास है ।अत: इसमें सभी महाविद्यालय प्राध्यापकों और विद्यार्थियों को सहयोग करना चाहिए और शैक्षणिक गतिविधियों का स्तर ऊंचा उठाने का प्रयास निरंतर करते रहना चाहिए । वेबीनार में बड़ी संख्या में प्राध्यापक के साथ विद्यार्थियों यू ट्यूब लाइव के माध्यम से जुड़े रहे । वेबीनार का सफल संचालन डॉ. दिव्या शर्मा ने किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 29 मई। पं.जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर के पैथोलॉजी विभाग एवं माइक्रोबायोलॉजी विभाग ने राष्ट्रीय वेबिनार का सफल आयोजन किया। जिसमें आज की ज्वलंत चिकित्सकीय समस्या -‘म्यूकरमाइकोसिस- एन इर्मजिंग चैलेंज इन कोविड पेंडेमिक’ विषय पर विचार विमर्श किया गया।
चंडीगढ़ के शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रोफेसर व पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. जगदीश चन्दर विषय विशेषज्ञ के रूप में मुख्य वक्ता थे। डॉ. चन्दर भारत में मेडिकल माइकोलॉजी के पितामह के रूप में जाने जाते हैं, और बहुत प्रसिद्ध और प्रचलित किताब ‘टेक्स्ट बुक ऑफ मेडिकल माइकोलॉजी’ के लेखक हैं।
कार्यक्रम के प्रारंभ में डॉ. अरविन्द नेरल ने अपने स्वागत उद्बोधन में म्यूकर माइकोसिस को कोविड पेंडेमिक में एक एपेडेमिक के रूप में प्रतिपादित करते हुए वेबिनार की भूमिका बांधी। माइक्रोबायोलॉजी की प्रोफेसर विभागाध्यक्ष डॉ. निकिता शेरवानी ने मुख्य वक्ता का औपचारिक परिचय दिया। डॉ. जगदीश चन्दर ने अपनी ऑडियो-विजुअल प्रस्तुति में बताया कि फंगस का रंगों के आधार पर नामकरण करना वैज्ञानिक रूप से गलत परिपाटी है। म्यूकर माइकोसिस वास्तव में काले रंग के नहीं होते हैं बल्कि उनके द्वारा होने जाने वाली बीमारी म्यूकर माइकोसिस में जो घाव बनते हैं, वो टिश्यू नेक्रोसिस के कारण काले रंग के हो सकते हैं।
डॉ. जगदीश चन्दर ने बताया कि उन्होंने अपनी लिखी किताब में 2017 में ही इस बात की शंका जाहिर की थी कि म्यूकर माइकोसिस आने वाले कुछ ही वर्षों में भारतवर्ष में एक खतरनाक बीमारी के रूप में उभरेगी।
इसके मुख्य कारणों में अनियंत्रित ब्लड शुगर, स्टेरॉयड्स का बेवजह दुरुपयोग, संक्रमित मास्क का गलत ढंग से इस्तेमाल किया जाना, मरीजों को ऑक्सीजन दिये जाते समय उचित सावधानियां न बरतना, कोविड मरीजों में आयरन की अधिकता, उनकी रोग प्रतिरोधात्मक शक्ति का कम होना, नाक व मुँह की स्थानीय इम्यूनिटी का कम होना है। इन सभी और अन्य संभावित कारणों पर एविडेंस बेस्ड अध्ययन व शोध की आवश्यकता है। अपने 45 मिनट के प्रस्तुतीकरण में उन्होंने म्यूकर माइकोसिस के विभिन्न प्रकार, फंगस की संरचना, लैब डायग्नोसिस और उपचार के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत व्याख्यान दिया।
पैथोलॉजी विभाग की प्रोफेसर डॉ. राबिया परवीन सिद्दीकी ने पिछले कुछ दिनों में विभाग में आये सैम्पल्स की हिस्टोपैथोलॉजी स्लाइड्स का सचित्र विवरण प्रस्तुत किया जिसमें रक्त वाहिनियों में म्यूकर फंगस दर्शाये गये और निदान के लिये इनकी संरचना प्रदर्शित की गयी। विभागाध्यक्ष डॉ. अरविन्द नेरल ने जानकारी दी कि जू़म प्लेेटफॉर्म और यू ट्यूब लाईव में लगभग 35 सौ चिकित्सकों ने भाग लिया। कोयम्बटूर, नागपुर, सेवाग्राम, भोपाल, चंडीगढ़, भुवनेश्वर और प्रदेश के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों के चिकित्सा शिक्षकों ने भाग लिया। जूम के चैट बॉक्स में पूछे गए अनेक सवालों के डॉ. जगदीश चन्दर ने जवाब दिए।