छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 29 मई। पुलिस चौक-चौराहों पर दिन-रात तैनात होकर लॉकडाउन का पालन तो करवाती ही हैं, लेकिन दूसरी तरफ मजबूर लोगों की मदद भी इनके द्वारा लगातार की जा रही है। तेलंगाना से चार मजदूर जिला मुख्यालय पहुँचे, जाना राजनांदगांव था, लेकिन पास में पैसे नहीं थे। जिला मुख्यालय पहुँचने तक उनके पास पैसे खत्म हो गए थे। कोतवाली प्रभारी एकेश्वर नाग को जैसे ही इस बात की सूचना मिली तुरंत वहां पहुँचे। सभी मजदूरों को पहले कोतवाली पुलिस द्वारा भोजन कराया गया और फिर टिकट कराकर बस में उन्हें राजनांदगांव भेजा गया।
दंतेवाड़ा, 29 मई। दंतेवाड़ा में पुलिस को नक्सली उन्मूलन अभियान में सफलता मिली है। जिला आरक्षी बल और अरनपुर थाना बल द्वारा संयुक्त तलाशी अभियान चलाकर पोटाली के जंगलों से एक नक्सली को शनिवार को हिरासत में लिया गया।
पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि पुलिस को पोटाली में नक्सली के घूमने की सूचना मिली थी। इसके आधार पर जिला आरक्षी बल और अरनपुर थाना बल के दल को पोटाली की ओर रवाना किया गया। पुलिस दल को देखकर एक संदिग्ध व्यक्ति भागने लगा। जिसकी घेराबंदी कर पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की। पुलिस की पूछताछ के दौरान संदिग्ध व्यक्ति डीएकेएमएस सदस्य निकला। उसकी शिनाख्त हुंगा उर्फ
कोण्डागांव, 29 मई। ऑल मुस्लिम वेल्फेयर फ ाउंडेशन के बस्तर संभाग उपाध्यक्ष मोहम्मद इरफान खान व ऑल मुस्लिम वेल्फेयर फाउंडेशन कोण्डागांव जिला अध्यक्ष मोहम्मद शकील सिद्दीकी ने कोण्डागांव जिले में संगठन का विस्तार किया है। जिले के उपाध्यक्ष शेख सम्स व शब्बीर अहमद, कोषाध्यक्ष शेख अरमान, सचिव जुनेद पारेख, विधिक सलाहकार असलम खान, मीडिया प्रभारी अब्दुल कादिर, शहर अध्यक्ष शेख हशन, उपाध्यक्ष आबिद रजा, शहर सचिव नईम रजा, उप सचिव यूनुस खान, अजमल भाई बनाए गए।
इन सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को अध्यक्ष शकील सिद्दीकी व फाउंडेशन के सदस्यों ने उज्जवल भविष्य करते हुए, निरंतर लोगों की सहयोग करते रहने की आशा करते हुए मुबारकबाद पेश की। संभाग उपाध्यक्ष इरफान ने कहा कि अध्यक्ष सकील सिद्दीकी के नेतृत्व में निश्चित ही यह फ ाउंडेसन समाज की हित में बेहतर से बेहतर कार्य करता रहेगा।
पुलिस ने मृतक को बिना एफआईआर रखा था अपनी हिरासत में
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 29 मार्च। दो दिन पहले पुलिस हिरासत से हथकड़ी सहित फरार चोरी के आरोपी युवक का शव आज अरपा नदी के देवरीखुर्द चेक डेम में मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। पुलिस अधीक्षक के आग्रह पर मामले की जांच न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा शुरू की गई है।
आज सुबह तोरवा पुलिस को सूचना मिली कि देवरी खुर्द स्थित चेक डैम में एक अज्ञात युवक की लाश तैर रही है। उसके हाथ में हथकड़ी बंधी है। थाना प्रभारी परिवेश तिवारी अपने स्टाफ के साथ तुरंत घटनास्थल पहुंचे। लाश की पहचान सनी मरकाम के रूप में हुई। बाद में सीएसपी कोतवाली निमेष बरैया भी वहां पहुंचे। शव का पंचनामा बनाकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु का कारण मालूम हो सकेगा।
तोरवा पुलिस इस मामले में उलझ गई है। पुलिस दो दिन मृतक सनी मरकाम को चोरी के आरोप में पकड़कर थाने ले तो आई थी और रात भर उसे अपनी हिरासत में भी रखा लेकिन उसके खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं की। इसके बाद भी उसे हथकड़ी लगाकर कथित रूप से चोरी का माल बरामद करने के लिए थाने से बाहर ले जाया गया। पुलिस का कहना है कि वह गंभीर अपराधों में शामिल रहा है। इसलिए उसे हथकड़ी लगाई गई थी। माल बरामदगी के बाद एफआईआर दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश किया जाना था। हथकड़ी सहित भागा आरोपी दो दिन तक उसी थाना क्षेत्र में ही रहा, इसके बावजूद पुलिस उसकी तलाश नहीं कर सकी। आरोपी युवक प्रधान आरक्षक निर्मल कुमार घोष और आरक्षक हितेश जोशी के कब्जे से फरार हुआ लेकिन घटना के 2 दिन भी जाने के बावजूद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
चूंकि पुलिस अभिरक्षा के बाद फरार होने के बाद आरोपी की मौत हो गई है, इसलिये पुलिस अधीक्षक ने इस मामले की जांच के लिये सीआरपीसी की धारा 176 के तहत स्थानीय न्यायालय से आग्रह किया। इसके बाद न्यायिक मजिस्ट्रेट आकांक्षा राठौर ने घटनास्थल पर पहुंचकर प्रारंभिक जांच शुरू की है।
इधर पुलिस का कहना है कि मृतक आदतन अपराधी है। उसके विरुद्ध अपहरण, बलात्कार व लूट के मामले पूर्व से ही दर्ज हैं। उसकी चोरी के तीन मामलों में तलाश थी। लड़के को नशे की ट्यूब बोनफिक्स का आदी भी बताया गया है।
कोण्डागांव, 29 मई। कोण्डागांव जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों व पड़ोसी जिला के 17 मजदूरों का दल लॉकडाउन के चलते लगभग साल भर से बेंगलुरु में फंसे हुए थे, जिसकी सूचना कोण्डागांव के एसपी सिद्धार्थ तिवारी को लगी। इस सूचना पर एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बेंगलुरु में फंसे 17 मजदूरों को बेंगलुरु एसपी के आपसी समन्वय स्थापित कर 28 मई को कोण्डागांव वापस लाया गया। आज जब सभी 17 मजदूरों का दल कोण्डागांव वापस लौटा, सकुशल लौटे मजदूरों से सिटी कोतवाली में एसपी सिद्धार्थ तिवारी मुलाकात करते हुए, मुंह मीठा कर मजदूरों को उनके घरों के लिए विदा किया गया।
जगदलपुर, 29 मई। लॉकडाउन में ढील के दौरान अगर आप किसी कार्य से बाहर जा रहे हैं तो मास्क जरूर पहनें। बिना मास्क घर से निकलने पर कानूनी कार्रवाई हो रही है। कोरोना से बचाव के लिए मास्क पहनने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग की अपील लगातार की जा रही है, इसके बावजूद कई लोग लापरवाही भरा बर्ताव कर रहे हैं जिससे कोरोना के संक्रमण बढऩे की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने के लिए अलग-अलग दल बनाये गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार 28 मई को ही कोरोना की रोकथाम को लेकर जारी लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों और मास्क न पहनने वाले 99 लोगों के विरुद्ध 12 हजार रुपए की चालानी कार्रवाई की गई है। वहीं कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अब तक 8343 लोगों के खिलाफ 10 लाख 62 हजार 870 रुपए का जुर्माना वसूल किया जा चुका है। कोरोना की पहली लहर के दौरान भी 16 लाख रुपए से अधिक की चालानी कार्रवाई की गई थी।
जगदलपुर, 29 मई। कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर प्रचार वाहनों के माध्यम से ग्रामीणों को कोरोना टीकाकरण और कोविड-19 वायरस से बचाव के उपायों के प्रति जागरूकता का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत इन्द्रजीत चन्द्रवाल के मार्गदर्शन में सभी ग्राम पंचायतों में प्रचार वाहन के माध्यम से कोरोना से बचाव के उपायों और कोरोना टीकाकरण के प्रति ग्रामीणों को जागरूक कर टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके अलावा पंचायत स्तर पर सहायता केन्द्रों के माध्यम से ही टीकाकरण हेतु पंजीयन में आवश्यक सहयोग किया जा रहा है।
जगदलपुर, 29 मई । बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ने शनिवार को जनपद पंचायत कार्यालय आड़ावाल स्थित युवोदय सहायता केन्द्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मौके पर उपस्थित युवोदय के वॉलंटियर्स एवं कोऑर्डिनेटरों को टीकाकरण के कार्य में सक्रिय सहभागिता निभाने तथा टीकाकरण के कार्य में तेजी लाने हेतु ग्रामीणों एवं शासकीय अमले के बीच समन्वय स्थापित कर इस कार्य में सहयोग करने की अपील भी की। श्री बंसल ने जिले में शासन के विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को अमलीजामा पहनाने में युवोदय की भूमिका की भूरी-भूरी सराहना की। उन्होंने मौके पर उपस्थित जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी को युवोदय के टीम को हर संभव मदद उपलब्ध कराने एवं उनके समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश दिए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भैयाथान, 29 मई। सूरजपुर जिले के विकासखण्ड ओडग़ी के धड़सेड़ी में आज शाम 4 बजे कुआं बंधाई के दौरान काम कर रहे तीन मजदूरों की मलबे में दबने से मौत हो गई। हादसा इतना दर्दनाक था कि मजदूरोंं के ऊपर करीब 15 फीट मलबा लद गया, उनकी चीख तक नहीं निकली। मलबे के ढेर को हटाने के लिए पुलिस प्रशासन की टीम खबर लिखे जाने तक पहुँच चुकी है।
ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत धड़सेड़ी में मनरेगा योजना के तहत नान साय पंडो का कुआं स्वीकृत होकर खुदाई के बाद कुआ बंधाई का कार्य चल रहा था। बंधाई कार्य में लगे नान साय पंडो, सज्जन सिंह, डेगेंद्र के ऊपर कुआं का एक हिस्सा अचानक उनके ऊपर गिर गया, जिससे उन तीनों की मौत हो गई। इस हादसे को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि मजदूरों को संभलने तक मौका नहीं मिला होगा। वहीं कुएं के दूसरी ओर कार्य में लगे तीन मजदूर बाल-बाल बच गए। मृतकों में डेगेंद्र प्रसाद (34), सज्जन सिंह (45), नान साय पंडो (40) हैं। मृतकों में हितग्राही नान साय पंडो भी शामिल है।
इस हादसे की खबर लगते ही भाजपा मंडल अध्यक्ष राजेश तिवारी मौके पर पहुँचकर इस हादसे का जायजा लिया और घटना की बारीकी से जांच कराने की मांग की। उन्होंने यह भी बताया कि कुआं निर्माण कार्य में मृतक सज्जन सिंह का कुआं में कार्य करने का डिमांड सूची में नाम नहीं था, जिसको लेकर मृतक के परिजनों को जिला प्रशासन से उचित मुआवजा देने की मांग की है।
घटना की खबर मिलते ही कलेक्टर गौरव कुमार सिंह सहित पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा मौके पर पहुँचे हंै। खबर लिखे जाने तक रात 8 बजे तक मृतकों के शव को निकाला नहीं गया है। वहीं ओडग़ी टीआई आरएस पैकरा ने कहा कि शव को जेसीबी से निकालने का प्रयास किया जा रहा है।
रायगढ़, 29 मई। काम में लापरवाही बरतने पर जिपं सीईओ ने तीन पंचायत सचिवों को निलंबित कर दिया है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रवि मित्तल ने जनपद पंचायत रायगढ़ ग्राम पंचायत भेलवाटिकरा के पंचायत सचिव पंडितराम राठिया, ग्राम पंचायत बंगूरसियां के पंचायत सचिव नानकून राठिया एवं ग्राम पंचायत कोतरलिया के पंचायत सचिव नेपाल राठिया को कोरोना जैसे विशेष गंभीर परिस्थितियों में अपने कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही बरतने, बिना पूर्व सूूचना के अनुपस्थित रहने, 16 पंजी संधारण नहीं करने एवं उच्चाधिकारियों के आदेशों का पालन नहीं करने के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। निलंबन अवधि में तीनों पंचायत सचिव का मुख्यालय जनपद पंचायत रायगढ़ निर्धारित किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 मई। जिला अस्पताल में पोस्ट कोविड व ब्लैक फ ंगस के डर में रोजाना 20 से अधिक की संख्या में लोग काउंसलर के पास पहुंच रहे हैं। लंबे लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के कम होने के बाद अब जिला अस्पताल में पोस्ट कोविड की समस्या से लोगों को छुटकारा दिलाने के लिए जिला अस्पताल में काउंसलर की सुविधा प्रदान की जा रही है। यह सुविधा गत एक सप्ताह से शुरू की गई है। जिसमें किसी भी तरह की समस्या होने पर कोई भी मरीज एक्सपर्ट काउंसलर से मिल सकते हैं। एक्सपर्ट आपकी समस्या को पहचानकर संबंधित एक्सपर्ट के पास भेजेगा। भले ही अभी काउंसिलिंग सेवा का लाभ लेने वालों की संख्या कम ही है, लेकिन कहा जा रहा है कि इस सुविधा से आगे भी लोगों को राहत मिलेगी।
गौरतलब है कि संक्रमण के दूसरे लहर के बचाव व रोकथाम के लिए गत 14 अप्रैल से लॉकडाउन लागू किया गया है। इसी दिन से ही जिला अस्पताल का ओपीडी सेवा भी बंद है। जानकारी के अनुसार जिले में अब धीरे-धीरे एक्टिव केसेस भी कम हो रहे हैं, लेकिन कोरोना से ठीक हुए लोगों को पोस्ट कोविड की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। लिहाजा जिला अस्पताल में काउंसलिंग की सुविधा शुरू की गई है।
इस संबंध में सीएमएचओ डॉ. एन के मंडपे का कहना है कि काउंसलिंग की सेवा गत सप्ताह भर से शुरू की गई है। इसकी सेवा ओपीडी के समय में ही प्राप्त होगी। किसी भी तरह की समस्या को लेकर लोग काउंसलर से मिल सकते हैं, जो आपकी समस्या के अनुसार आपको संबंधित एक्सपर्ट के पास भेजेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 मई। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना मनरेगा अंतर्गत महासमुन्द जिले में बारिश के पानी के संरक्षण एवं संचय के लिए आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत् मनरेगा के श्रमिकों ने बारिश के पानी को संरक्षण व संचय करने की शपथ मनरेगा कार्य स्थल पर ली।
जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी आकाश छिकारा ने बताया कि राज्य शासन से दिशा-निर्देश मिले हैं कि आजादी का अमृत महोत्सव का आयोजन कोविड.19 के दिशा.निर्देशों का पालन करते हुए किया जाए। उन्होंने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव विभिन्न कार्यक्रमों की एक श्रृंखला है, जो साल भर सतत् रूप से चलेगी। भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा इस जनभागीदारी की भावना को विशेष अवसर के रूप में महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों के एक समूह के रूप में आयोजित करने का निर्णय है। भारत की आजादी की 75 वीं वर्षगांठ को आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। इसमें ग्रामीणों की सहभागिता सुनिश्चित की जा रही है।
उन्होंने बताया कि 19 अप्रैल से 30 मई तक कैच द रैन जहां भी जब भी संभव हो वर्षा के पानी का संग्रहण करें। कैच द रैन गतिविधियों का आयोजन मनरेगा के माध्यम से पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत सोनासिल्ली में तालाब गहरीकरण, बागबाहरा ब्लॉक के ग्राम पंचायत सुखरीडबरी में मत्स्य पालन हेतु निजी डबरी निर्माण आदि स्वीकृत किए गए हैं।
एक साल में कोरोना से 340 मौतें, महासमुंद ब्लॉक में संक्रमण व मौत दोनों ज्यादा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 मई। जिले में कोरोना संक्रमण को आज एक साल पूरे हो गए। आज ही के दिन 29 मई को जिले में कोरोना के पहले संक्रमित व्यक्ति की पहचान हुई थी। प्रात: 11 बजे कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में जिले के पत्रकारों को तत्कालीन कलेक्टर कार्तिके या गोयल ने बसना के संतपाली गांव में एक 47 वर्षीय तेजराम के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी दी थी। तेजराम बुड़ेक 16 मई को मुंबई से लौटे थे।
उन्हें गांव में ही बने क्वारंटीन सेंटर में क्वारंटीन किया गया था। 18 मई 2020 को उसका आरटीपीसीआर सैंपल भेजा गया था और 29 मई को रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद उसे माना स्थित कोविड केयर सेंटर भेज दिया गया था।
महासमुंद में इस एक साल में कोरोना के कुल 30 हजार 209 संक्रमित सामने आए हैं। इसमें 70 ऐसे मरीज भी हैं, जो अन्य जिले के हैं। जिले में कोरोना के 30 हजार 139 मरीज मिले। इस साल अप्रैल और मई 2021 में ही कुल 19 हजार 767 मरीज मिले। जबकि पिछले साल 10 महीने में कुल 10 हजार 442 मरीजों की पहचान हुई थी। महासमुंद जिले में अब तक 27 हजार 880 लोग कोरोना को मात दे चुके हैं। हालांकि जिले में 340 लोगों ने कोविड के कारण अपनी जान गंवाई है। महासमुंद जिले में पिछले 1 वर्ष में कुल 2 लाख 87 हजार 928 लोगों के सैंपल लेकर जांच किए गए। इस जांच के दौरान कुल 30 हजार 139 लोग पॉजिटिव मिले। मतलब महासमुंद जिले में जितने सैंपल लेकर जांच की गई, उसमें से 10.46 फीसदी लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 मई। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा करोना काल में छत्तीसगढ़ के प्रत्येक राशनकार्डधारियों को प्रति व्यक्ति 5 किलो चावल दिए जाने की घोषणा के उपरांत भी राज्य सरकार द्वारा राशन नहीं दिया जा रहा है, बल्कि उसमें भी कटौती की जा रही है।
उक्त मामले की जानकारी मिलने पर भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक व पूर्व विधायक डॉ विमल चोपड़ा, सांसद कार्यालय प्रभारी मोहन साहू, सांसद प्रतिनिधि पवन साहू, द्वारा कलेक्टर कार्यालय के खाद्य विभाग पहुंचकर खाद्य विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर केंद्र सरकार द्वारा घोषित प्रति व्यक्ति 5 किलो चावल की जानकारी दी।
एक विज्ञप्ति जारी कर डॉक्टर चोपड़ा ने बताया है कि केंद्र सरकार द्वारा जो 5 किलो प्रति व्यक्ति राशन दिया जा रहा है, उसमें अंत्योदय राशन कार्ड धारियों को 5 किलो प्रति व्यक्ति राशन दिया जा रहा है, लेकिन प्राथमिकता राशन कार्डधारियों को जिनके घर में 3 सदस्य हैं, उनको केंद्र सरकार की सहायता राज्य सरकार द्वारा नहीं दिया जा रही है।
जिनके परिवार में 3 से ज्यादा सदस्य हैं उनको 5 किलो के बजाय सिर्फ 3 किलो चावल ही दिया जा रहा है। इस तरह राज्य सरकार केंद्र सरकार द्वारा आबंटित राशन में घपला व कटौती कर अपना जेब भरने का कार्य कर रही है।
निस्तारी की समस्या से जूझ रहे ग्रामीण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बोड़ला, 29 मई। विकासखंड मुख्यालय के प्रमुख ग्राम पंचायत बैजलपुर में जल प्रदाय योजना के अंतर्गत पंप हाउस बंद होने से ग्रामीणों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि शासन प्रशासन द्वारा ग्राम पंचायतों में और बड़े-बड़े गांव में इन पंप हाउस के माध्यम से घर-घर पानी सप्लाई किया जाता था व गर्मी में तालाबों में पानी सूख जाने से निस्तार हेतु पानी भरा जाता था। लगभग दो-तीन सालों से पंप हाउस के बंद होने से तालाब में पानी नहीं भरा जा रहा है जिससे लोगों को निस्तारी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही साथ जानवरों को भी पीने के पानी के लिए भटकना पड़ रहा है।
3 साल से बंद है जल प्रदाय योजना
विकासखंड मुख्यालय के प्रमुख पंचायतोंं में और मुख्य सडक़ मार्ग के स्थित ग्राम पंचायत बैजलपुर में 3 साल से जल प्रदाय योजना के अंतर्गत पम्प बंद है। ग्रामीण मुकेश ध्रुवे, मानिकसैयाम,शिवकुमार, रामप्रसाद, रामकमल,आदि ने बताया कि बाजार पारा में जल प्रदाय योजना के अंतर्गत पम्प हाउस बनाया गया है।
पहले टेप नल के माध्यम से पानी प्रदान किया जाता था लेकिन अभी इस पंप से तालाब में पानी भर जाता है लेकिन दो-तीन साल से बंद होने से तालाब में पानी नहीं भरा जा रहा है।
निस्तार की समस्या
जल प्रदाय योजना के बंद होने से तालाब में पानी नहीं भरा गया है फलस्वरूप गर्मी के मौसम में लोगों को निस्तारित की समस्या से जूझना पड़ रहा है। ग्रामीण राजकमल सिद्ध राम धनुष धनऊ उजियारआदि ने बताया कि तालाब में लोगों को जानवरों का निस्तारित का काम चलता था लेकिन पंप बंद होने से लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
महासमुंद, 29 मई। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी डोमन सिंह ने महासमुन्द जिले की तहसील पिथौरा के ग्राम घोंच एवं ब्राह्मणपुरी, बागबाहरा तहसील के ग्राम छिबर्राए नर्रा एवं खेमड़ा और तहसील सरायपाली के अंतर्गत ग्राम लमकेनी, दर्राभाठा एवं बोंदानवापाली को कंटेनमेंट जोन से मुक्त कर दिया है। इस क्षेत्र में कोरोना वायरस संक्रमण कोविड.19 पॉजिटिव पाये जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु इन्हें कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था। अब इसे कंटेनमेंट जोन से मुक्त कर दिया गया है। इस आशय के आदेश जारी कर दिए हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा परसों 27 मई 2021 को प्रतिवेदित किया गया है कि छत्तीसगढ़ शासन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के द्वारा कोविड.19 संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु कंटेनमेंट संबंधी दिशा.निर्देश के तहत इन कंटेनमेंट जोन क्षेत्र में 14 दिनों की अवधि पूर्ण हो चुकी है एवं उपरोक्त कंटेनमेंट जोन में विगत 14 दिनों में कोरोना वायरस की पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है।
उपरोक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के प्रतिवेदन को दृष्टिगत रखते हुए उक्त घोषित कंटेनमेंट जोन में 14 दिवस में आए पॉजिटिव मरीज के मकान को छोडक़र शेष क्षेत्र एतद् द्वारा मुक्त करते हुए कंटेनमेंट जोन का आदेश प्रभावहीन किया गया है।
दूसरा डोज लगवाने पहुंच रहे लोग बैरंग लौट रहे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 मई। महासमुंद जिले में वैक्सिनेशन का बहुत बुरा हाल है। यहां वैक्सीनेशन अभियान के दूसरे चरण में 45 प्लस वाले 2 लाख 35 हजार को टीका लगाया जा चुका है। इसके बाद सरकार ने दूसरे डोज के समय में फेरबदल कर दिया। दूसरे डोज के लिए पहुंच रहे लोगों के हाथ में पहली डोज लगाते समय मिली पर्ची होती है जिसमें 6 सप्ताह के अंतराल में दूसरा डोज की तारीख मिली थी। नियत तारीख की पर्ची देखकर टीका लगाने वाले अगली तारीख देकर वापस जाने कह रहे हैं तो इससे टीका लगवाने पहुंचे लोगों में नाराजगी है। इनमें से अधिकतर लाभार्थी को कोविशील्ड का टीका ही लगाया गया है।
जानकारी के अनुसार महासमुंद जिले में 60 हजार से अधिक लोगों को कोविशील्ड के दूसरे डोज का टीका लगाया गया है। इस तरह बड़ी संख्या में लोगों के दूसरे डोज लगवाने की अवधि में परिवर्तन हुआ है। पहला डोज लगाते समय विभाग द्वारा टीका लगवानेवाले को एक पर्ची दी जाती है, जिसमें दूसरे डोज लगाने की तिथि भी लिखी जाती है। इसी पर्ची को लेकर लोग सेंटरों में पहुंच रहे हैं। लेकिन उन्हें 84 दिन पूरा होने पर आने के लिए कहा जाता है। ऐसे में लोग कर्मचारियों पर ही आरोप लगाते हैं कि टीका होने व पर्ची में लिखकर देने के बाद भी टीका नहीं लगा रहे हैं। शुरुआत में इसकी दूसरी डोज 28 दिन में लगती थी अब 84 दिन कर दिया गया है।
कोविशील्ड की दूसरी डोज की अवधि में बढ़ोतरी किए जाने के कारण लोग सेंटरों से बगैर टीका लगाए लौट रहे हैं। हालांकि जिला मुख्यालय के जिला अस्पताल परिसर में 45 प्लस कैटेगरी के लिए वैक्सीनेशन सेंटर भी बनाया गया है लेकिन यहां भी वैक्सीनेशन की रफ्तार काफी कम है। कल शुक्रवार को इस सेंटर में दोपहर 3 बजे तक सिर्फ 10 लोगों को ही टीका लगाया गया था, जबकी पूरा दिन यहां तैनात विभाग के कर्मचारी लाभार्थियों के पहुंचने का इंतेजार करते रहे। टीकाकरण सेंटर में कार्यरत कर्मचारी ने बताया कि काफी देर के अंतराल में लोग यहां टीका लगाने आते हैं। लेकिन सिर्फ एक व्यक्ति के लिए पूरा वायल नहीं खोला जा सकता। इसलिए आए लाभार्थी का पूरा डिटेल रखते हैं और जब 10 की संख्या में लाभार्थी होते हैं तब सभी को फोन करके टीका लगाने के लिए बुलाते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 मई। महासमुंद ब्लाक के दूरस्थ वनांचल क्षेत्रों के 18 गांवों में किस्टोन फाऊंडेशन व प्रेरक समिति के सहयोग से विशेष कोरोना प्रभावित परिवार, एकल महिला, दिव्यांग व कोरोना से पीडि़त, होम आईसोलेशन में रह रहे सदस्यों को 19 प्रकार का सूखा राखन व स्वच्छता कीट के साथ एक-एक परिवार को 100-100 रुपए का सहयोग किया गया।
इसके बारे में हेमलता राजपूत कहती हैं कि सबसे पहले एक सर्वे सूची पंचायत प्रतिनिधि के सहयोग से बनाया गया। उन्हें राहत सामग्री व स्वच्छता किट इस उद्देश्य के तहत दिया गया कि लोग लाकडाउन में भूखे न रहे। लाकडाउन में उन्हें मदद करना अति आवश्यक था। सभी 18 गांवों से चयनित परिवार जिनकी संख्या 812 के बीच थी, उन्हें स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि के समक्ष राशन वितरण किया गया।
ग्राम पंचायत चुहरी के आश्रित गांव बोरिद, कर्राडीह के कुछ ग्रामीणों के अलावा इस काम में ग्राम पंचायत सरपंच बंदेश्वरी ध्रुव, जनपद सदस्य क्षेत्र क्रमांक.1 अजय मंगल ध्रुव, ग्राम पुसेराडीह सरपंच ऋषि कुमार पटेल, पंच नाथूराम ध्रुव, जनपद उपाध्यक्ष त्रिलोकी राधेश्याम ध्रुव का सहयोग रहा।
भाटापारा, 29 मई। सरस्वती विद्या मंदिर भरतगड़ दतिया मध्य भारत द्वारा आयोजित कविता, कहानी, रचना, प्रशिक्षण ऑन लाइन कार्यक्रम में बाल साहित्यकार वंदना गोपाल शर्मा शैली शामिल हुए। उन्होंने छोटी-छोटी कविता और कहानी के निर्माण करने के लिए जिन सरल शब्दों भाव की आवश्यकता होती है। कार्यक्रम में विशेष प्रशिक्षक डॉ अरविंद श्रीवास्तव द्वारा तैयार कराई गई बाल कविताओं को बच्चों ने सुनाया जिनमें नीलम ने बनाई रचना सुनाई। कार्यक्रम संयोजक कल्पना मिश्रा, मंजू गुप्ता, साहित्यकार विनोद मिश्र उपस्थित थे।
भाटापारा, 29 मई। ग्राम टेहका में मनरेगा कार्यस्थल पर कोरोना जांच शिविर का आयोजन किया गया। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत कई ग्राम पंचायत में तालाब गहरीकरण एवं अन्य कार्य किया जा रहा है। जांच शिविर में 130 लोगों की जांच की गई जिसमें कोई भी व्यक्ति संक्रमित नहीं पाया गया वहीं कार्यस्थल पर 18 से 45 वर्ष की उम्र के लोगों को टीकाकरण के लिये रजिस्ट्रेशन किया गया एवं लोगों को टीकाकरण लगाने की अपील की गई। इस दौरान रीखी राम ध्रुव, उपसरपंच चंदूलाल वर्मा, पंच हेमसिंग ध्रुव पंचायत सचिव रवि शंकर साहू, रोजगार सहायक हरजोती ध्रुव तकनीकी सहायक नंदकुमार साहू, गोकुल ध्रुव नरेंद्र कुमार नारायण जोगी उपस्थित थे।
अप्रैल-मई में 64 हजार 800 से ज्यादा परिवारों को मिला रोजगार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 मई। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव एवं लॉकडाउन के बीच श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराना बड़ी चुनौती थी। जिले में कोरोना संक्रमण की कमी आने पर जिला प्रशासन द्वारा लॉकडाउन में कुछ छूट के साथ शिथिल किया है। इससे रोजी.रोजगारी और व्यापार से लेकर दैनिक मजदूरी करने वाले श्रमिकों को भी बहुत राहत मिली है। जिले के ग्रामीण इलाकों में मनरेगा के तहत् चल रहे कार्य में लोग आने लगे हंै। कल शुक्रवार को जिले में 1 लाख 16 हजार 59 श्रमिकों ने मनरेगा के तहत् चल रहे विभिन्न कार्यों में काम किया।
मालूम हो कि जिले के सभी ब्लॉकों में मनरेगा का काम चल रहा है। जिले में कोविड.19 के संबंध में जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए एवं आवश्यक सुरक्षात्मक उपायों के साथ मनरेगा के कार्य सुचारू रूप से जारी रखने को कहा गया है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आकाश छिकारा ने बताया कि जिले में कल 1 लाख 16 हजार 59 श्रमिकों को मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराया गया है। जिसमें जनपद पंचायत महासमुन्द में 24 हजार 826, बागबाहरा में 27 हजार 050, पिथौरा में 20 हजार, 827, बसना में 20 हजार 861 एवं सरायपाली में 22 हजार 495 श्रमिक कार्य कर रहे हैं। माह अप्रैल.मई दो माह में जिले के 64 हजार 858 परिवारों के 1 लाख 25 हजार 702 सदस्यों को 16.21 लाख दिवस का रोजगार मुहैया कराया गया है। यह दिए गए लक्ष्य का 77 प्रतिशत् से अधिक है। अधिकारियों ने बताया कि इन दो माह में 28 करोड़ 10 लाख पारिश्रमिक का भुगतान होना है। इसमें से अधिकांश मजदूरों का भुगतान हो चुका है। कुछ श्रमिकों को भुगतान इसी माह के अंत तक हो जाएगा।
राजनांदगांव, 29 मई। क्षेत्रीय कार्यालय पर्यावरण संरक्षण मंडल भिलाई द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 2021 पर इस वर्ष की थीम परिस्थितिकी तंत्र की बहाली और प्रकृति के साथ हमारे संबंध को पुनस्र्थापित करने पर ध्यान केन्द्रित करना है, विषय पर स्कूली छात्र-छात्राओं के मध्य ऑनलाइन निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। निबंध प्रतियोगिता तीन वर्ग में जिसमें प्रथम वर्ग कक्षा छठवीं से आठवीं, द्वितीय वर्ग कक्षा 9वीं से 10वीं एवं तृतीय वर्ग कक्षा 11वीं से 12वीं में आयोजित की जाएगी। प्रतिभागियों द्वारा निबंध ऑनलाइन के माध्यम से क्षेत्रीय कार्यालय छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल भिलाई के ई-मेल आईडी में 5 जून तक प्रेषित करना होगा। निबंध प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागियों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाले प्रतिभागियों को छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल द्वारा प्रथम पुरस्कार 1500, द्वितीय 1000 एवं तृतीय पुरस्कार 700 रुपए और 3 सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। प्रतियोगिता के संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए सहायक अभियंता अभीनीत चौहान मोबाईल 9406032000, प्रभारी रसायनज्ञ नंदकुमार पटेल मोबाइल 9827495369, सहायक ग्रेड-3 निलेश कुमार वर्मा मोबाइल 9981937212, कर्मचारी राजेन्द्र कुमार साहू मोबाईल 9009963343, सिद्धांत श्रीवास्तव मोबाईल 8871252224 से संपर्क किया जा सकता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 29 मई। नक्सल प्रभावित सुदूर वनांचल क्षेत्र विकासखंड मानपुर के अनेक क्षेत्र में रोड निर्माण होने से गांव अब शहर तक जुड़ गए हैं। कलेक्टर टीके वर्मा ने विकासखंड मानपुर में विभिन्न क्षेत्रों में प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के अंतर्गत निर्माण किए सडक़ का मुआयना किया।
उन्होंने नवनिर्मित सडक़ के अंतिम छोर में बसे गांव तक पहुंचकर सडक़ का निरीक्षण किया। सडक़ों के जाल से बहुत से गांव विकासखंड मुख्यालय से जुड़ सकेंगे और इन दूरस्थ इलाकों में मूलभूत सुविधाएं सुगम मिलने से इस क्षेत्र की तस्वीर बदलेगी।
कलेक्टर वर्मा ने जिला मुख्यालय के अंतिम छोर औंधी से सरखेड़ा, सरखेड़ा से पेंदोड़ी और ग्राम आमाकोड़ो तक पहुंचकर सडक़ का निरीक्षण किया। इन गांव में पहुंचकर उन्होंने ग्रामवासियों से चर्चा की एवं वहां मिलने वाली सुविधाओं और समस्याओं की जानकारी ली। कलेक्टर वर्मा ने कहा कि सडक़ों और पुलियों के निर्माण होने से बारिश के दिनों में भी गांव मुख्यालय से कनेक्ट रह सकेंगे। शिक्षा, स्वास्थ्य, खाद्य सामग्री की सुविधा बाधित नहीं होगी।
इस अवसर पर एसडीएम मोहला सीपी बघेल, सीईओ जनपद पंचायत मानपुर डीडी मंडले, कार्यपालन अभियंता प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना क्रमांक 2 पीपी खरे, कार्यपालन अभियंता आरईएस एस घोष, तहसीलदार सुरेन्द्र उर्वशा, नायब तहसीलदार सृजल साहू सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
विश्रामपुरी, 29 मई। बड़े राजपुर ब्लॉक के ग्रामीण क्षेत्र में विधायक संतराम नेताम ने तेंदूपत्ता संग्राहकों को जाकर नगद भुगतान किया। इसके पूर्व तेंदूपत्ता संग्रहण की राशि बैंक खाते के माध्यम से संग्राहकों को मिलती थी।
ज्ञात हो कि इस समय कोविड-19 के समय बैंकों में भीड़ एवं ग्रामीणों को होने वाली अन्य समस्याओं को देखते हुए बस्तर संभाग के सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से निवेदन किया था कि तेंदूपत्ता संग्राहकों को नगद भुगतान किया जाना चाहिए। बस्तर क्षेत्र में बैंक काफी दूर-दूर पर स्थित है तथा इस समय कोविड-19 के चलते कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विधायकों के अनुरोध को मुख्यमंत्री ने स्वीकार करते हुए यह आदेश जारी किया था कि संग्राहकों को अब नगद भुगतान किया जाए। तत्पश्चात तेंदूपत्ता संग्राहकों को बैंक के माध्यम से नगद भुगतान किया जा रहा है।
विश्रामपुरी की सुबाय बाई को 116440 रुपये एवं खलारी की शांति बाई को 14430 रुपये तथा खरगांव की शाम बाई को 10440 रुपये नगद दिया गया। उक्त महिलाओं ने बताया कि नगद राशि प्राप्त कर वे खुश हैं। विधायक संतराम नेताम ने कहा कि नगद राशि बस्तर में ग्रामीणों को बैंक से राशि लेने में कई तकलीफ का सामना करना पड़ता है इसके चलते उन्होंने भी मुख्यमंत्री से निवेदन किया था तत्पश्चात अब संग्राहकों को नगद राशि दी जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बोड़ला, 29 मई। आज सुबह विकासखंड के बोड़ला क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत बैजलपुर में लटके बिजली के तार के चलते ट्रैक्टर में रखे पैरा जलने की घटना घटी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आज सुबह 10 से 11 के बीच बैजलपुर के साहू पारा में में आनंद यादव ट्रैक्टर से पैरा लोड करके ले जा रहा था। उसी दौरान सडक़ से गुजरते हुए बिजली के खंभे के लटके तार पैरा में लग जाने से शॉर्ट सर्किट से आग लग गई जिससे ट्रैक्टर ट्राली में भरा पूरा पैरा जलकर खाक हो गया। बस्ती के लोगों के द्वारा सूझबूझ दिखाते हुए उनके साहस व अथक प्रयास से ट्रैक्टर के आग पर काबू पाया गया। लोगों ने ट्रॉली को बस्ती से दूर खींचकर सडक़ किनारे पलटाकर आग पर काबू पाया। पैरा तो जल गया, लेकिन ट्रैक्टर और ट्रॉली को बचा लिया गया।
बैजलपुर के युवा मानसिंह भारत व बुजुर्गसोनसिंह मेरावी ने बताया कि कुछ साल पहले ऐसे लटके तारों से तेंदूपत्ता से भरी गाड़ी जली थी, लेकिन विभाग की लापरवाही के चलते लटकते तारों को आज तक नहीं हटाया गया है और आज भी दुर्घटना इन्हीं लटकते तारों के वजह से घट रही है। बीच बस्ती में ट्रैक्टर में शॉर्ट सर्किट से आग लग जाने से लोग घबरा गए थे यदि लोगों ने सूझबूझ और साहस का परिचय नहीं दिया होता तो आग बस्ती में भी पहुंच सकती थी लोगों ने बिजली विभाग से शीघ्र ही लटके हुए तारों को दुरुस्त करने की मांग की है।