छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 10 मार्च। कोतवाली और पुलिस की स्पेशल टीम के द्वारा नगर के चांदनी चौक घुटरा पारा से गांजा के विक्रेता एक दिव्यांग को गिरफ्तार किया गया है।
बताया गया कि मुखबिर से सूचना मिलने पर जब पुलिस की टीम वहां पहुंची तो देखा कि कुछ लोग लाइन लगाकर गांजा ले रहे थे, पुलिस भी उसी लाइन में लगकर रंगे हाथ विक्रेता को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि दिव्यांग पहले भी एक मामले में जेल जा चुका है।
पुलिस ने बताया कि घुटरा पारा निवासी दिव्यांग अजय प्रसाद गुप्ता (45) पूर्व में स्कूल रोड पर पान की दुकान लगाता था। पान दुकान का धंधा बंद करके वह गांजा का विक्रय कर रहा था। लगातार इस संबंध में शिकायत सामने आ रही थी। बुधवार को मुखबिर से सूचना मिलने पर कोतवाली व पुलिस की स्पेशल टीम ने आरोपी के घर दबिश दी। पुलिस जब वहां पहुंची तो आरोपी अन्य लोगों को गांजा बेच रहा था। उसी लाइन में लगकर पुलिस ने उसे धर दबोचा। पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 10 मार्च। भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो के मुख्य आतिथ्य में एकीकृत बाल विकास परियोजना भरतपुर द्वारा आयोजित मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह कार्यक्रम योजना अंतर्गत 29 जोड़ों का विवाह सम्पन्न हुआ।
गाजे-बाजे के साथ निकली बारात में विधायक गुलाब कमरो शामिल हुए, साथ ही विधायक ने नए जोड़ों को दाम्पत्य जीवन में प्रवेश करने पर उन्हें उज्जवल भविष्य की कामना के साथ उपहार देकर आशीर्वाद दिया। वहीं विधायक ने अपने दौरे कार्यक्रम में हितग्राहियों को इलाज व शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता राशि के चेक वितरित किए। साथ ही ग्रामीणों से रूबरू होकर क्षेत्र की समस्याएं व विकास कार्यों की जानकारी ली।
इस दौरान भरतपुर ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह, रामप्रकाश मानिकपुरी, मनोज खलखो, आरपी चौहान, बजरंग साहू, शोभा सिंह,अंकुर प्रताप सिंह, रामनरेश पटेल, अवधेस सिंह, विनीत सिंह, बृजेश शर्मा सहित अधिकारी-कर्मचारी, बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 10 मार्च। इस वर्ष शिवरात्रि मेले में शिवपुर तुर्रा नये रूप रंग में सज-धज कर तैयार है। जलेश्वरनाथ अद्र्धनारीश्वर शिव मंदिर को जनसयोग से अब विशाल रूप में बनाया गया है। इस मंदिर की सुंदरता एवं कारीगरी भक्तों एवं पर्यटकों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर रही है।
मंदिर समिति के अध्यक्ष कंचन सोनी ने बताया कि यहां करोड़ो की लागत से शिव मंदिर, प्रवेश द्वार, स्नानघर, बाउंड्री, सौंदर्यीकरण, सुलभ सौचालय और धर्मशाला का निर्माण कराया गया है। ग्राम पंचायत शिवपुर के सरपंच देवसरण सिंह ने बताया कि नया ग्राम पंचायत बनने के बाद पहला मेला है। मेले की सम्पूर्ण व्यवस्था मंदिर समिति करती है। फिर भी हमारा पूरा प्रयास रहेगा कि किसी भी श्रद्धालु भक्त एवं पर्यटक को कोई परेशानी न हो। यहां प्रति वर्ष शिवरात्रि पर विशाल मेला भरता है। इस मेले में छत्तीसगढ़ सहित आस-पास के पड़ोसी राज्यों से लाखों की संख्या में भक्त एवं पर्यटक आते हैं। इस रमणीय स्थल को पर्यटन के रूप में विकसित करने की आवश्यकता है, ताकि छत्तीसगढ़ की ख्याति देश -विदेश तक चर्चित हो सके।
राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय शोध संगोष्ठियों में प्रस्तुति दे चुके राज्यपाल पुरस्कृत व्याख्याता अजय कुमार चतुर्वेदी सदस्य जिला पुरातत्व संघ सूरजपुर ने बताया कि सरगुजा संभाग के सूरजपुर जिला अंतर्गत प्रतापपुर से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर पूर्व दिशा में पहाड़ों की पीठ पर ग्राम पंचयत शिवपुर में शिवपुर तुर्रा नामक स्थल प्रसिद्ध है। यहीं शिवमंदिर के अंदर जलकुण्ड में अद्र्धनारीश्वर शिवलिंग विराजमान हैं। इस शिवलिंग में शिव एवं पार्वती दोने के रूप चिन्ह स्पष्ट दिखाई पड़ते हैं। इसलिए इस दुर्लभ शिवलिंग को जलेश्वरनाथ अद्र्धनारीश्वर शिवलिंग कहते हैं। इस तरह का अद्र्धनारीश्वर शिवलिंग जो जलकुण्ड में विराजमान हो, पुरी दुनियां में कहीं देखने सुनने को नहीं मिलता है। इसलिए इसे विश्व का इकलौता शिवलिंग माना जा सकता है। स्थानीय लोग इसे तुरेश्वर महादेव के नाम से भी पुकारते हैं। शिवलिंग के बगल से विशाल चट्टानों के मध्य खोह से अविरल जलधारा निकलती हुई कुण्ड के शिवलिंग की परिक्रमा करती हुई नीचे एक बड़ी टंकी में गिरती है। इस जल को चार धारा पुरुषों के लिए एवं दो धारा महिलाओं के लिए स्नान घर में प्रवाहित किया गया है। अन्तत: इन पांचों धाराओं का पानी एक तालाब में एकत्रित होता है, जिससे शिवपुर एवं बैकोना गाँव के कुछ खेतों की सिंचाई होती है।
मौसम के अनुकूल रहता है जल
यहां का जल शुद्ध, मधुर एवं मौसम के अनुकूल गर्मी में सुबह ठण्डा एवं ठण्ड में कुनकुना गर्म पानी प्राकृतिक वरदान से मिलता है। श्रद्धालु भक्त इसे ईश्वरीय कृपा मानते हैं। यहां का जल गंगा जल तुल्य है, जल को बोतल में रखने पर कभी कीड़े नहीं पड़ते।
शुद्धता एवं मधुर स्वाद हमेशा बनी रहती है। इसलिए इसे शिवगंगा एवं पाताल गंगा झरना भी कहा जाता है। लोगों की मान्यता है कि यहां के जल सेवन मात्र से शारीरिक बीमारियां दूर होती है। ज्योतिर्लिंग तुल्य शिवलिंग वाले इस धार्मिक स्थल को सरगुजा का बाबा धाम माना जाता है। पुराणों में देवशंकर के निवास स्थल पर बरगद, बेल, आम, पीपल एवं पाकड़ वृक्षों के होने का उल्लेखित है। यहां भी शिव मंदिर परिसर में सभी वृक्ष लगे हुए हैं।
वनवास काल में भगवान श्रीराम ने की थी इस शिवलिंग स्थापना
किवदंती है कि भगवान श्रीराम ने वनवास काल के समय इस शिवलिंग की स्थापना कर पूजा-अर्चना की थी। मान्यता है कि भगवान श्रीराम जब शिवपुर में शिवलिंग स्थापित किये, उस वक्त माता सीता और लक्ष्मण भी साथ आये थे। शिव मंदिर के पश्चिम दिशा में कुछ दूरी पर नाले के समीप सीता पांव नामक स्थान भी है। यहीं पर माता सीता के पैर के निशान पानी पीने के दौरान एक पत्थर पड़े थे। इसी चरण चिन्ह के एड़ी वाले हिस्से से निरंतर जल बहता रहता है। स्थानीय लोग इसे गोसांई ढोढ़ी के नाम से जानते हैं।
बताया जाता है कि राजा के स्वप्न के आधर पर जलेश्वरनाथ शिवलिंग के उत्खनन के दौरान दो दुर्लभ शिवलिंग एवं एक नंदी की मूर्ति मुख्य शिवलिंग से चिपकी हुई मिली। इन्हें भी मंदिर परिसर में दुग्धेश्वर शिवलिंग एवं नर्मदेश्वर शिवलिंग एवं नंदिश्वर मूर्ति के नाम से स्थपित किया गया है। शिवलिंग के उपर कभी-कभी सर्प, केकड़े, बिच्छु एवं अन्य जलीय कीड़ों के साथ एक बड़ा काला नाग सर्प फन फैलाये भक्तों को दिखाई देता है, जो श्रद्धालुओं को कभी हानि नहीं पहुँचाते है। ये सभी भोले शंकर के गण माने जाते हैं। इस मंदिर परिसर में विशाल धुरंधर नाथ शिवलिंग, राधा कृष्ण पंचमुखी मंदिर, नंदीष्वर की मूर्ति, हनुमान जी की प्रतिमा एवं राहु-केतु की मूर्ति स्थपित है।
देऊर बाड़ी बैकोना का बढ़ता शिवलिंग
शिवपुर मंदिर से लगभग एक किमी की दूरी पर दक्षिण दिशा में बैकोना गाँव में नाले के समीप एक प्राचीन स्थल देऊर बाड़ी है। यहीं पर बढ़ता हुआ एक शिवलिंग है। बताया जाता है कि इसको एक-दो बार काट कर अन्यत्र मंदिरों में स्थापित किया गया है। एक बार बैल मार कर तोड़ दिया था, फिर यह शिवलिंग वर्तमान समय में 26 इंच ऊँचा है। यहां के प्राचीन अवशेषों से स्पष्ट होता है कि देऊर बाड़ी नामक जगह पर प्राचीन काल में कोई विशाल देऊर मंदिर या शिवालय रहा होगा। प्राकृतिक कारणों से देऊर मंदिर ध्वस्त हो गया होगा तथा शिवलिंग बढक़र उपर निकल आया जो देऊर बाड़ी शिवलिंग के नाम से बैकोना में स्थित है। छत्तीसगढ़ में अनेक स्थानो पर देऊर नाम से प्राचीन मंदिर एवं टीलों के अवशेष देखने को मिलते हैं।
प्रतापपुर के पारदेश्वर शिव मंदिर में स्थापित है पारद शिवलिंग
प्रतापपुर के बनखेता मुहल्ले में बांकी नदी के समीप छत्तीसगढ़ का इकलौता शिवलिंगाकार पारदेश्वर शिव मंदिर है। इस मंदिर में 151 किलो पारा धातु से निर्मित पारद- शिवलिंग की स्थापना 21 अक्टूबर 1996 को की गयी है। पारदेश्वर शिवमंदिर में स्थापित सभी मूर्तियां पारा धातु से ही निर्मित हैं। इनमें नंदी की मूर्ति 85 किलो गणेश की मूर्ति 11 किलो, कार्तिकेय की मूर्ति 11 किलो , शिव की मूर्ति 21 किलो, पार्वती की मूर्ति 21 किलो एवं गुरुदेव निखलेश्वरानंद की मूर्ति 21 किलो से निर्मित है। शिव निर्णय रत्नाकर में उल्लेख है कि पारद निर्मित शिवलिंग से श्रेष्ठ शिवलिंग न तो संसार में हुआ है, और न हो सकता है। रसरत्नसमुच्यय में पारद निर्मित शिवलिंग के संबंध में बताया गया है कि पारद शिवलिंग की पूजा से तीनों लोकों में स्थित शिवलिंग की पूजा का फल प्राप्त होता है।
नक्सली पर्चे भी बरामद, पहले 4 गिरफ्तार हो चुके हैं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलरामपुर, 10 मार्च। बलरामपुर पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने बुधवार को प्रेसवार्ता कर बताया कि पुलिस ने पूर्व नक्सली जोनल कमांडर एवं सहयोगी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। इससे पहले भी चार नक्सल सहयोगी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सरपंच संगीता पैकरा ग्राम पंचायत खजुरियाडीह ने थाना चांदो में आकर 2-3 फरवरी की दरमियानी रात अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा भारत कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी के नाम कोयल संघ जोनल कमेटी कामरेड के द्वारा तीन दिवस के भीतर 10 लाख रुपए की मांग की गई थी और तथा इसकी सूचना पुलिस को नहीं देने की धमकी दी गई थी।
मामला दर्ज होते ही लगातार पुलिस आरोपियों की पतासाजी में लगी हुई थी, जहां पूर्व में ही 4 नक्सली सहयोगियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। पूर्व नक्सली जोनल कमांडर फरार प्रवीण खेस उफऱ् बिनय उर्फ नेपाली की तलाश पुलिस ने शुरू कर दी थी।
पुलिस ने 9 मार्च को मुखबिर की सूचना पर एवं साइबर सेल की मदद से आरोपी पूर्व नक्सली जोनल कमांडर नेपाली को उसके ग्राम मैनपाट लखनपुर क्षेत्र से एवं उनके सहयोगी आरोपी संजय लोहार सराईडीह थाना भंडारिया जिला गढ़वा झारखंड के ग्राम दुपीचौरा को थाना राजपुर क्षेत्र से हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया एवं जांच पड़ताल की गई तो इनके पास से माओवादी कोयल संघ जोनल कमेटी का 8 नग नक्सली पर्चे बरामद किया गया।
कार्रवाई में निरीक्षक अनुरंजन लकरा थाना प्रभारी चांदो सहायक उपनिरीक्षक टिकेश्वर यादव प्रधान आरक्षक शिपक रंजन शर्मा, श्याम लाल भगत, आरक्षक राजेश लकड़ा, ज्ञानेश्वर राजवाड़े राजकिशोर पैकरा जिला बलरामपुर व प्रधान आरक्षक मुन्ना राम टोप्पो सराहनीय योगदान रहा।
मनेन्द्रगढ़, 10 मार्च। महाशिवरात्रि पर जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल अमृतधारा में अमृतधारा महोत्सव-2021 का शुभारंभ सविप्रा उपाध्यक्ष विधायक गुलाब कमरो के मुख्य आतिथ्य व संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव की अध्यक्षता एवं विशिष्ट अतिथि मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष रेणुका सिंह, चिरिमिरी महापौर कंचन जायसवाल, जिला पंचायत सभापति उषा सिंह, जनपद अध्यक्ष डॉ. विनय शंकर सिंह, उपाध्यक्ष राजेश साहू व सरपंच सोनसाय पंडो की गरिमामयी उपस्थिति में सम्पन्न होगा।
कार्यक्रम में पारम्परिक खेल, छत्तीसगढ़ी व्यंजन प्रतियोगिता, लोक कलाकारों की प्रस्तुति एवं स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति से महोत्सव का आगाज होगा।
स्वयंसेवी शिक्षकों को प्रशिक्षण
भैयाथान, 10 मार्च। ब्लॉक मुख्यालय भैयाथान के स्थानीय सभाकक्ष में पढऩा-लिखना अभियान के तहत समय सीमा में क्रियान्वयन हेतु स्वयंसेवी शिक्षकों का दो दिवसीय गैरअवासीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।
इस प्रशिक्षण अभियान के संबंध में विकासखंड परियोजना अधिकारी दिनेश देवांगन ने बताया कि विकासखंड में अब तक कुल 1495 असाक्षरों को साक्षर करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए चयनित ग्राम पंचायत, नगरीय निकाय के वार्डों में सर्वे उपरांत चिन्हांकित समस्त असाक्षरों के 8 से 10 असाक्षरों हेतु एक स्वयंसेवी शिक्षकों का चयन कर दो दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया था। मास्टर ट्रेनर सावित्री राजवाड़े, पूनम शुक्ला, जुगेंद्र सोनी, अरुण प्रताप सिंह, रामेश्वर तिवारी, चंद्र प्रकाश के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लखनपुर, 10 मार्च। महाशिवरात्रि गुरुवार को मनाया जाएगा। देवगढ़धाम, महेशपुर धाम ग्राम जूनाडीह स्थित बूढ़ा महादेव मंदिर सहित अन्य दूसरे मंदिरों में महाशिवरात्रि पर्व मनाये जाने सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। गुरुवार को भक्त भगवान शिव का जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक कर पूजा-अर्चना करेंगे। मंदिरों में महाशिवरात्रि पर्व उल्लास के साथ मनाया जाएगा। देवगढ़धाम व महेशपुर धाम में आयोजित मेला महोत्सव का आनंद उठा सकेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिश्रामपुर, 10 मार्च। आज पुलिस ने केनापारा-तेलईकछार से एक व्यक्ति को नशीली इंजेक्शन, सिक्सर गन व जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है।
बुधवार को थाना प्रभारी जयनगर को मुखबीर से सूचना मिली कि एक व्यक्ति काले रंग के एक्टिवा से अम्बिकापुर की ओर से नशीली दवाई लेकर सूरजपुर की ओर जा रहा है। जिसकी सूचना से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर राजेश कुकरेजा को अवगत कराया गया। जिस पर उन्होंने थाना प्रभारी दीपक पासवान को सतर्कता बरतते हुए घेराबंदी लगाकर पकडऩे के निर्देश दिए।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में थाना जयनगर की पुलिस टीम केनापारा-तेलईकछार के पास घेराबंदी लगाया जो एक काले रंग के एक्टिवा में एक व्यक्ति आते दिखा, जिसे घेराबंदी कर रोकवाया गया। पूछताछ पर एक्टिवा चालक ने अपना नाम दीपक दीक्षित (23 वर्ष)सिधेकला थाना गढ़वा, झारखण्ड, हाल मुकाम सूरजपुर का होना बताया। उसके कब्जे से एक्टिवा से बोरे में 24 हजार 3 सौ 50 रूपये के नशीली इंजेक्शन एवं एक्टिवा की तलाशी लेने पर झोले से 1 सिक्सर व 6 नग जिंदा कारतूस पाया गया। साथ ही परिवहन में प्रयुक्त एक्टीवा वाहन क्रमांक सीजी 15 डीएफ 8193 जब्त कर अपराध दर्ज करते हुए आरोपी दीपक दीक्षित को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।
पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि गढ़वा झारखण्ड से कम कीमत पर नशीली दवा लाकर आसपास क्षेत्र में नशेड़ी प्रवृत्ति के लोगों को 5 से 10 गुना अधिक दर बिक्री कर लाभ अर्जित करता था और सिक्सर को गढ़वा झारखण्ड के बाजार से खरीदकर अपने पास रखना बताया।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी जयनगर दीपक पासवान, एएसआई विराट विशी, देवनाथ चौधरी, आरक्षक रमेश कसेरा, दीपक दुबे, शिव राजवाड़े, जितेन्द्र सिंह, परदेशी चन्द्रा व राजकुमार पासवान सक्रिय रहे।
बिश्रामपुर, 10 मार्च। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय की सहमति से दीपक मस्के प्रदेश प्रभारी भारतीय जनता पार्टी आईटी सेल छत्तीसगढ़ द्वारा प्रदेश कार्यसमिति एवं जिला संयोजक की घोषणा की गई। सूरजपुर जिला से लगातार तीसरी बार इस अहम जिम्मेदारी को एज़ाज़ अहमद को सौंपा गया है।
अहम जिम्मेदारी इसलिए भी की आधुनिक युग में प्रचार-प्रसार का माध्यम भी बदल गया है। अब राजनीतिक दलों की पहुंच लोगों की जेब यानी मोबाईल फोन और कंप्यूटर के माध्यम से घर और कार्यालयों तक हो गई है। वाट्सएप, ट्विटर, फेसबुक, ई-मेल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपनी उपलब्धियां और विरोधी दल की नाकामियों को मतदाताओं तक पहुंचाने का बड़ा जरिया बन गए हैं। फि़लहाल मतदाताओं व कार्यकर्ताओं तक पहुंच बनाने का बड़ा माध्यम बनी राजनीतिक दलों की आईटी सेल जिसका एज़ाज़ अहमद ने अपने दोनों कार्यकाल में संगठन के कामों को बखूबी अंजाम दिया, दौड़ में अन्य लोगों के होते हुए संगठन ने उनपर भरोसा जताया, जिससे उनके समर्थकों में हर्ष का माहौल है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उदयपुर, 10 मार्च। वन परिक्षेत्र उदयपुर अंतर्गत आने वाले ग्राम केसमा में वन विभाग की टीम ने करीब 35 नग चिरान लोड पिकअप को जब्त किया है। पिकअप में 33 नग साल तथा 2 नग साजा का चिरान लोड था। अवैध परिवहन में शामिल वाहन चालक मुनेश्वर साय (25 वर्ष) को भी पकड़ा गया है। इसके अतिरिक्त बाइक को भी जब्त किया गया है।
जप्त लकड़ी 0.600 घन मीटर के करीब बताई जा रही है। जिसका बाजार मूल्य 30 हजार रुपये के करीब है।
उक्त कार्रवाई में वन प्रबंधन समिति केसमा डेवापारा अध्यक्ष नारायण सिंह, सदस्य प्रताप सिंह, रघुवीर, बलबीर तथा वन विभाग की रेंजर सपना मुखर्जी, परिक्षेत्र सहायक विनय कुमार सिंह, राम बिलास सिंह, वनरक्षक सियाराम वर्मा प्रवीण शर्मा इग्नेश बेक बुधसाय राजवाड़े, हरिशंकर उइके, अहिस कपूर, शशिकांत सिंह, नंदकुमार सिंह, धनेश्वर सिंह, अमरनाथ राजवाड़े, गिरीश बहादुर सिंह, राजेश राजवाड़े, आर्मो कुमार सक्रिय रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 मार्च। ग्राम सोमनी के महिला प्रशिक्षण केन्द्र में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर मितानिन, जनपद सदस्य, सरपंच व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रदेश असंगठित कामगार मजदूर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष आलोक पांडे ने छग सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में अवगत कराया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष सुरेन्द्र दास वैष्णव ने की। इस दौरान अंगेश्वर देशमुख, योगेन्द्र दास वैष्णव, टेकूराम साहू, खिलेश्वरी साहू, ललिता टार्जन साहू, घनश्याम देवांगन, जमुना साहू, अंजू शैलेष साहू, सोहद्रा साहू, सावित्री सिरमौर व लता पिंटू यादव उपस्थित थे।
सोमनी स्थित महिला प्रशिक्षण केन्द्र में मितानिन, महिला जनपद सदस्य, महिला सरपंचों को प्रशस्ति पत्र, श्रीफल व साड़ी भेंटकर सम्मान किया गया। इसके बाद असंगठित कामगार कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष संगीता गजभिये के नेतृत्व में महिलाओं के लिए कुर्सी दौड़, गोली चम्मच, बिंदी लगाओ, जैसे विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें गोली चम्मच में प्रथम स्थान वीणा गायकवाड़, द्वितीय सेवन्तीन विश्वकर्मा, तृतीय टोमीन साहू रहे। कुर्सी दौड़ में प्रथम स्थान हेमा वर्मा, द्वितीय पूर्णिमा विश्वकर्मा ने हासिल किया।
डॉक्टरों ने 17 मार्च तक क्वारंटीन रहने की दी सलाह
दुर्ग, 10 मार्च। वरिष्ठ कांग्रेस विधायक अरुण वोरा को कोरोना के इलाज के लिए पांच दिनों तक एम्स रायपुर में रहने के बाद मंगलवार को छुट्टी मिल गई है, लेकिन एम्स के डॉक्टरों ने उन्हें किसी से भी मिलने-जुलने से परहेज करते हुए 17 मार्च तक होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी है।
एम्स से निकलने के बाद श्री वोरा ने दुर्ग शहर की जनता एवं सभी कांग्रेस जनों का आभार जताते हुए कहा कि जनता के आशीर्वाद से ही कोरोना जैसी महामारी से इतनी जल्दी वे उबर सके हैं। उन्होंने शुभचिंतकों से अपील कर कहा कि कोरोना का दूसरा दौर चल रहा है। इस दौरान हमें वैक्सीन लगने तक सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
अस्पताल में रहने के दौरान वोरा का कुशलक्षेम पूछने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, राष्ट्रीय महामंत्री पी एल पुनिया, राज्यपाल अनुसुईया उइके समेत कई नेताओं ने फोन कर आराम करने की सलाह दी है। गौरतलब है कि श्री वोरा को आज ही छत्तीसगढ़ विधानसभा में उत्कृष्ट विधायक घोषित किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 मार्च। अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर छत्तीसगढ़ी साहित्य समिति जिला ईकाई व नगर निगम के संयुक्त तत्वावधान में निगम सभागार में नारी गरिमा पर आयोजित साहित्यिक आयोजन एवं महिला सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि महापौर हेमा देशमुख ने कहा कि महिलाओं के लिए कोई भी काम नामुमकिन नहीं है। एक बार वह ठान ले तो सफलता उनके कदम चूमती है।
इस अवसर पर काव्य स्पर्धा में प्रतिभागियों ने हिन्दी व छत्तीसगढ़ी में एक से बढक़र एक रचना पढ़ी। जिसमें श्रेया चेतवानी व राजकुमार चौधरी प्रथम, आंकाक्षा व रमेश मंडावी द्वितीय तथा आशा नसीने व युनुस अजनवी तृतीय स्थान पर रहे, जिन्हें सम्मानित किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 मार्च। राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने राजभवन के दरबार हॉल में अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राजभवन के समस्त महिला कर्मचारियों से मुलाकात की और उन्हें महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर केक काटा गया और राज्यपाल ने महिला कर्मचारियों को केक खिलाकर बधाई दी। उल्लेखनीय है कि राजभवन में महिला दिवस के अवसर पर इस तरह का पहला आयोजन था, जिसमें सचिवालय के कर्मचारी, महिला पुलिस, महिला भृत्य और राजभवन चिकित्सालय के महिला चिकित्सक तथा चिकित्सकीय कर्मचारी उपस्थित थे।
महिला कर्मचारियों ने राज्यपाल को अपनी समस्याओं से अवगत कराई, राज्यपाल ने इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए। राज्यपाल ने महिला कर्मचारियों का हालचाल पूछते हुए कहा कि आज आप अपनी बात बिना संकोच के मेरे समक्ष रख सकती हैं। मैं आपकी समस्याओं का समाधान करने का अवश्य कोशिश करूंगी। मैं खुद एक महिला हूं और महिलाओं की समस्या से वाकिफ हूं। अत: किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत हो, तो उसे मुझसे साझा कर सकती हैं।
राज्यपाल ने कहा कि विश्व महिला दिवस के अवसर पर मैं कल कई कार्यक्रमों शामिल हुई। वहां मेरे द्वारा कई महिलाओं का सम्मान किया गया। मैंने वहां पर कहा कि कोई भी महिला यदि किसी स्थान पर पहुंचती है तो उसकी राह आसान नहीं होती। उसे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। मैं राज्यपाल के रूप में राजभवन सहित पूरे प्रदेश की संरक्षक हूं। यदि राज्यपाल के रूप में मेरे द्वारा जो कार्य किया गया और जो उपलब्धि और सफलता हासिल की गई, उसके पीछे मैं ही नहीं राजभवन के समस्त कर्मचारियों की भागीदारी होती है। आप लोगों को जो भी जिम्मेदारी मिले उसे ईमानदारी से निर्वहन करें और जो समस्या आए उसे अवश्य साझा करें। हम सब राजभवन परिवार के रूप में हैं। यदि परिवार के सभी सदस्य का सुख-दुख जानना एक-दुसरे की जिम्मेदारी है। यदि किसी एक की समस्या है तो उसे अपनी समस्या समझें और उसे सब मिलकर समाधान करने का प्रयास करें। कार्यक्रम में महिला कर्मचारियों ने अपनी कविताओं एवं रचनाओं की प्रस्तुती दी, जिसे राज्यपाल ने सराहा। कार्यक्रम का संचालन लाईब्रेरियन श्रीमती सोनालिका शुक्ला ने किया। इस अवसर पर चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनीति मंगरूलकर, अनुभाग अधिकारी श्रीमती जेम्मा तिर्की सहित समस्त महिला कर्मचारी उपस्थित थीं।
रायपुर, 10 मार्च। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा विधानसभा रोड पर आयोजित द्वादश ज्योतिर्लिंग की झाँकी का आज विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महन्त, शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, संसदीय सचिव श्रीमती रश्मि देवी, विधायक शेलेष पाण्डे और क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी कमला दीदी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके किया।
झाँकी का अवलोकन करने के बाद अपने विचार व्यक्त करते हुए विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महन्त ने कहा कि द्वादश ज्योतिर्लिंग की झाँकी बहुत ही सुन्दर एवं रोचक होने के कारण सभी के लिए दर्शनीय है। यहाँ पर लगाई गई प्रदर्शनी से जीवन की अनेक समस्याओं का अध्यात्म के द्वारा समाधान करने की प्रेरणा मिलती है।
उन्होंने इस सुन्दर आयोजन के लिए ब्रह्माकुमारी संस्थान को बधाई देते हुए कहा कि इस आयोजन से शिव भक्तों को आध्यात्मिक ज्ञान और राजयोग को जीवन में अपनाने की प्रेरणा मिलेगी।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि परमात्मा की अपार कृपा है जो उन्हें इतने सुन्दर आयोजन को देखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। ब्रह्माकुमारी संस्थान में दिया जाने वाला ज्ञान प्रेरणादायक और अनुकरणीय है।
संसदीय सचिव श्रीमती रश्मि देवी सिंह ने कहा कि यहाँ शान्ति कुटीर में बैठने पर मन को असीम शान्ति का अनुभव हुआ। यहाँ पर आत्मिक शान्ति के साथ-साथ जीवन को जीने का रहस्य भी समझ में आया।
बिलासपुर के विधायक शैलेष पाण्डे ने कहा कि मेडिटेशन करने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है। जीवन निर्विकारी और सुखी बन जाता है।
ब्रह्माकुमारी संस्थान की जोन इन्चार्ज ब्रह्माकुमारी कमला दीदी ने बतलाया कि 14 मार्च तक आयोजित शिव दर्शन झाँकी को प्रतिदिन शाम को 6 से रात्रि 9 बजे तक देखा जा सकता है। प्रवेश नि:शुल्क है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 मार्च। रहेजा स्काई स्केप वेलफेयर सोसायइटी (सड्डू) में 8 मार्च को संध्या बेला में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया है। प्रथम बार आयोजित समारोह में सोसाइटी की महिलाएं अपार उत्साहित दिखे। सोसाइटी के प्रबुद्ध महिलाएं समारोह में अपने सारगर्भित विचार भी रखे। श्रीमती संध्या मिश्रा ने नारी तू अबला नहीं सबला है के शीर्षक देकर कार्यक्रम की शुरूआत की। उत्साह एवं सौहार्द वातावरण में कविता, नृत्य एवं गायन की प्रस्तुति से समारोह अंत तक रोचक बनी रही। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 21 के अभिनंदन समारोह में संध्या मिश्रा, वंदना लाल, गरिमा ललिता, नमक्षता, रूना, सुजाता, उषा, पिंकी, सीमा, राजकुमारी, निलम, कंचन, पूनम, मौसमी एवं अन्य सोसाइटी की महिलाएं शामिल रहीं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 मार्च। निगम जोन 4 के सिविल लाईन वार्ड 47 का सफाई ठेका तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया। यह कार्रवाई ठेकेदार आरव्ही कंस्ट्रक्शन द्वारा ठेका नियम व शर्तों का उल्लंघन करने पर की गई।
महापौर एवं निगम कमिश्नर के निर्देश पर जोन कमिश्नर लोकेश चंद्रवंशी ने यह कार्रवाई की। श्री चंद्रवंशी ने बताया कि सिविल लाईन वार्ड 47 के सफाई कार्य के लिए आरव्ही कंस्ट्रक्शन रायपुर को 31 अगस्त 2020 को ठेका दिया गया था। कार्यादेश के अनुसार अनुबंधित सफाई ठेकेदार को रोज 35 कर्मचारी सफाई कार्य हेतु उपलब्ध कराने थे, लेकिन मौके पर कम कर्मी पाए गए।
उन्होंने संबंधित ठेकेदार को 17 सितंबर 2020, 19 फरवरी 2021, 23 फरवरी 2021 को नियमानुसार 3 नोटिस जारी किया। इस दौरान ठेकेदार द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं देने पर 28 फरवरी व्यक्तिगत रूप से समझाईश दी गई। इसके बाद भी सफाई कर्मचारी उपलब्ध नहीं कराने पर ठेका निरस्त करने की कार्रवाई की गई। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि दूसरे वार्डों में भी सफाई ठेका में गड़बड़ी करने पर इसी तरह कार्रवाई की जा सकती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 मार्च। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजधानी स्थित अपने निवास कार्यालय में दीपन कुमार चक्रवर्ती द्वारा ‘घाघ और भडुरी’ की कहावतों को संकलित कर प्रकाशित पुस्तक का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने ‘घाघ और भडुरी’ पुस्तक के संकलनकर्ता तथा संपादक श्री चक्रवर्ती को इसके प्रकाशन के लिए बधाई देते हुए कहा कि यह पुस्तक पाठकों में अत्यंत लोकप्रिय सिद्ध होगी।
गौरतलब है कि भडुरी की कहावतें प्राय: कृषि तथा वर्षा-विषयक है। उनकी कहावतें छत्तीसगढ़ सहित बिहार, मध्यप्रदेश और संयुक्त प्रांतों से लेकर सारे राजपुताना और पंजाब तक फैली हुई है। इनके कहावतों के कुछ नुमाइंदे-‘अगसर खेती अगसर मार-कहें घाघ ते कबहुं न हार’। घाघ कहते हैं कि जो सबसे पहले खेत बोता है और जो सबसे पहले मारता है, वे कभी नहीं हारते। इसी तरह ‘प्रात: काल खटिया ते उठी कै पिअइ तुरंतै पानी। कबहूं घर में बैद न अइहैं बात घाघ कै जानी’।
प्रात: काल खाट पर से उठते ही तुरंत पानी पी लिया करे तो कभी बीमार न हो, यह बात घाघ की आजमाई हुई है। ‘ईख तिस्सा-मोहूं बिस्सा’ अर्थात् ईख की पैदावार तीस गुनी होती है और गेहूं की बीस गुनी।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बृहस्पति सिंह तथा विधायक रायगढ़ प्रकाश नायक आदि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 मार्च। कहते हैं कि हौसला बड़ा हो तो कोई मंजिल ऊंची नहीं रहती। इसे छत्तीसगढ़ की बेटी और जांजगीर-चांपा की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुश्री अमिता श्रीवास ने साबित कर दिखाया है। उन्होंने 8 मार्च अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला सशक्तिकरण का मिशन लेकर अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो को फतह किया। तंजानिया स्थित किलिमंजारो की 5895 मीटर ऊंची चोटी पर पहुंचने के बाद उन्होंने ’गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’ का भी संदेश दिया। सुश्री अमिता की उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंडिय़ा ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
सुश्री अमिता का पर्वतारोहण कर ऊंचाईयां फतह करने का सपना आसान नहीं था। पर कहते है कि सपने हमेशा बड़े देखना चाहिए, तभी हम उसे हासिल कर सकते हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रूप में कार्यरत सुश्री अमिता ने बड़े सपने देखे और अपने हौसलों से उसे पूरा किया। उनका किलिमंजारो का पर्वतारोहण का अभियान 4 मार्च को भारतीय समयानुसार सुबह 10 बजे आरंभ हुआ। 5 दिन की चढ़ाई के बाद सुश्री अमिता 8 मार्च को सुबह 7:45 बजे चोटी के शिखर पहुंची। शिखर पर पहुंचने के बाद उन्होंने वहां भारत का झण्डा फहराया और अपनी उपलब्धि के लिए सहयोगियों को याद किया। आगे उनकी इच्छा एवरेस्ट फतह करने की है।
सुश्री अमिता की हिम्मत को छत्तीसगढ़ शासन का पूरा सहयोग मिला। सुश्री श्रीवास को उनकी उपलब्धियों को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा सीएसआर मद से छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कम्पनी के अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत संयंत्र मड़वा जांजगीर-चाम्पा यूनिट के सहयोग से 2 लाख 70 हजार रूपए पर्वतारोहण के लिए प्रदान किया गया।
सुश्री अमिता ने इस अभियान में सहयोग व प्रोत्साहन के लिए छत्तीसगढ़ सरकार सहित शिवरीनारायण मठ के मठाधीश व कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त डॉ महंत रामसुंदर दास का आभार व्यक्त किया है।
निम्न मध्यम परिवार में जन्मी अमिता राष्ट्रीय स्तर पर अन्य खेलों में भी अपना लोहा मनवा चुकी हैं। अमिता को पर्वतारोहण की प्रेरणा राज्य के एवरेस्ट विजेता पर्वतारोही राहुल गुप्ता से मिली। सुश्री अमिता विगत 3 वर्षो से राहुल गुप्ता से मार्गदर्शन में पर्वतारोहण की गुर सीख रही है। सुश्री अमिता ने बताया कि वो बचपन से ही खेल के क्षेत्र में अव्वल रही हंै। उनकी पर्वतारोहरण में रूचि को उनके पिता जैतराम श्रीवास और मां श्रीमती रतियावन श्रीवास ने भी प्रोत्साहित किया। उन्होंने विवेकानंद माउंटेनियरिंग इंस्टीट्यूट माउंट आबू से वर्ष 2018 में रॉक क्लाइंबिंग का प्रशिक्षण प्राप्त किया है। इसके बाद उन्होंने 2019 में उत्तरी सिक्किम में 18 हजार फीट व पश्चिमी सिक्किम में 17 हजार 600 फीट की उंचाई फतह की। उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय समस्त महिला समाज को दिया है, जो यथा संभव राज्य की प्रगति और विकास में अपना योगदान दे रही हंै।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 मार्च। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर रायपुर, दुर्ग रेलवे स्टेशन पर महिला दिवस मनाया गया। इस दौरान स्टेशनों में काम करने वाली महिला कर्मियों का सम्मान किया गया। बताया गया कि रायपुर रेल मंडल में आने वाले विभिन्न कार्यालयों उपक्रमों यूनिटों में महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर रेल प्रगति में अपनी भागीदारी निभा रही हैं और रेलवे के हर क्षेत्र में अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं।
मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में अपर मंडल रेल प्रबंधक (इंफ्रा) डॉ. दर्शनीता बी. अहलूवालिया ने महिला कर्मचारियों के साथ मिलकर केक काटकर खुशी जाहिर की एवं महिला कर्मचारियों से सीधा संवाद किया। इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल प्रबंधक पूनम चौधरी एवं वरिष्ठ मंडल सामग्री प्रबंधक खुशबू कुमारी सहित रायपुर मंडल की महिलायें उपस्थित रही। डॉ. अहलूवालिया ने रायपुर स्टेशन पर कार्यरत महिलाओं को सम्मानित भी किया।
बताया गया कि रायपुर, दुर्ग स्टेशन पर महिला कर्मचारी साफ-सफाई कार्य, कुली के रूप में यात्रियों का सामान उठाने का कार्य, पूछताछ कार्यालय, आरक्षण कार्यालयों, टिकट चेकिंग कार्यालयों में अपनी सेवाएं दे रही हैं। रेलवे सुरक्षा बल मे पदस्थ महिलाएं, बुकिंग क्लर्क टिकट परीक्षक, महिला सफाई मित्र यह महिलाएं पुरुषों से किसी भी तरह कम नहीं है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक गौतम बनर्जी ने तीनों रेल मंडलों की महिलाओं को ऑनलाइन संबोधित कर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 मार्च। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपस्थिति में आज यहां विधानसभा परिसर स्थित उनके कार्यालय कक्ष में राज्य सरकार और इंडिया सेंटर फॉउंडेशन के बीच छत्तीसगढ़ में शिक्षा, कौशल विकास, औद्योगिक विकास, कृषि गलियारे के विकास, इनोवेटिव डिजिटल समाधान, शहरी तथा ग्रामीण विकास, बौद्ध पर्यटन अधोसंरचना आदि क्षेत्रों के वैकल्पिक विकास मॉडल के जरिए समग्र विकास के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। राज्य सरकार की ओर से उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ और इंडिया सेंटर फॉउंडेशन की ओर से फॉउंडेशन के मैनेजर ट्रस्टी श्री संकल्प शुक्ला ने हस्ताक्षर किए। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत, स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला, छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम के प्रबंध संचालक श्री अरूण प्रसाद, उद्योग विभाग के संयुक्त सचिव श्री अनुराग पाण्डेय भी उपस्थित थे।
इस एमओयू के तहत छत्तीसगढ़ के उपरोक्त सेक्टरों का आल्टरनेटिव डेव्हलपमेंट मॉडल के जरिए सशक्तिकरण किया जाएगा। यह मॉडल विशेष रूप से भारत-जापान ग्लोबल पार्टनरशिप और इसके वैश्विक सहयोगियों के बीच भागीदारी पर केन्द्रित होगा।
वैकल्पिक विकास मॉडल में ऊर्जा-दक्षता, पर्यावरणीय जिम्मेदारी और स्थिरता (ईईएस) पर केन्द्रित सामाजिक-आर्थिक विकास रणनीतियों का क्रियान्वयन किया जाएगा। इस मॉडल में अपने मूल संसाधनों और पर्यावरण का समुचित उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा। इस मॉडल में शिक्षा, कौशल विकास, औद्योगिक विकास, कृषि गलियारे के विकास, इनोवेटिव डिजिटल समाधान, शहरी तथा ग्रामीण विकास, बौद्ध पर्यटन अधोसंरचना का विकास कर छत्तीसगढ़ की वैश्विक उपस्थिति सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 मार्च। छत्तीसगढ़ में मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) के अंतर्गत इस साल काम पाने वाले 29 लाख 81 हजार परिवारों को प्रति परिवार औसत 52 दिनों का रोजगार उपलब्ध कराया गया है। इस मामले में राष्ट्रीय औसत 48 दिनों का है। छत्तीसगढ़ मनरेगा कार्यों में इस वर्ष भागीदारी करने वाले परिवारों को प्रति परिवार औसत रोजगार देने में ज्यादा आबादी वाले कई बड़े राज्यों उत्तरप्रदेश (40 दिन), तेलंगाना (48 दिन), तमिलनाडु (46 दिन), आंध्रप्रदेश (50 दिन), बिहार (42 दिन), गुजरात (41 दिन), झारखण्ड (44 दिन), कर्नाटक (46 दिन) और महाराष्ट्र (38 दिन) से आगे है।
चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 में प्रदेश में चार लाख 16 हजार 956 परिवारों को 100 दिनों से अधिक का काम मुहैया कराया गया है। इस मामले में छत्तीसगढ़ पूरे देश में पांचवें स्थान पर है। इसमें केवल राजस्थान, पश्चिम बंगाल, उत्तरप्रदेश और आंध्रप्रदेश ही छत्तीसगढ़ से आगे है। देशभर में 100 दिनों का रोजगार प्राप्त परिवारों में अकेले छत्तीसगढ़ की भागीदारी आठ प्रतिशत से अधिक है।
प्रदेश में मनरेगा के अंतर्गत काम करने वाले प्रत्येक परिवार को इस वर्ष बीजापुर जिले में औसत 70 दिन, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 69 दिन, दंतेवाड़ा में 65, कांकेर में 62, जशपुर में 60, गरियाबंद और सुकमा में 59-59 दिन, बिलासपुर और कोरिया में 58-58, राजनांदगांव में 57, बलरामपुर-रामानुजगंज में 56, कबीरधाम और नारायणपुर में 55-55, बालोद और धमतरी में 53-53, मुंगेली में 52, दुर्ग में 51 तथा रायपुर और कोंडागांव में 50-50 दिनों का काम उपलब्ध कराया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 10 मार्च। दृढ़ संकल्प और कुछ करने की इच्छा शक्ति अगर आपके पास है हर असंभव काम आसानी से कर सकते हैं, जरूरत होती है खुद को पहचानने की। सबसे पहले स्वयं का मूल्यांकन करें। असफलता के अभाव में तपकर ही कुंदन सी निखरती हैं कला। यह किसी जाति धर्म-मजहब में बंधकर नहीं रहती। रूढि़वादी सोच से परे रहे हर चुनौती का सामना करने के लिये जिंदगी के यज्ञकुंड में पवित्र कर्म की आहूति दीजिए। दूषित भाव स्वमेव दूर हो जायेंगे।
उक्त बातें माघी पुन्नी मेला के दसवें दिन अपने सुंदर अंदाज में देवार संस्कृति को उकेरने वाली छत्तीसगढ़ की लोकप्रिय प्रसिद्ध लोकगाथा गायिका रेखा देवार ने कही। चर्चा के दौरान अपनी लोकगाथा के सफर को साझा करते हुये बताया कि राजिम में पूरे दस साल बाद पुन: आने से मन रोमांचित हो गया। पहले भी कई बार आई हूं, काफी अंतराल के बाद आने से सबसे बहुत प्यार मिला। इस बार राज्य शासन के द्वारा कलाकारों को सम्मान देने का अंदाज बहुत अच्छा लगा। अपनी कला की शुरुआती दौर के बारे में बताया कि बचपनमें दादा-दादी के साथ नाचा पार्टी में जाती थी। आठ साल की उम्र में गायिकी शुरू किया। फिर आगे चलकर दो साल अकेले अपने दम पर पार्टी चलाई, जिसमे पंद्रह कलाकार शामिल थे।
चर्चा के दौरान बताया कि इस क्षेत्र में आगे बढऩे की प्रेरणा एक मुसलमान फैमिली से मिली। उनके मार्गदर्शन में ही कार्य किया। पहला कार्यक्रम सरगांव के आसपास हुआ, जहाँ से आत्मविश्वास बढ़ा और आगे बढ़ती ही गई, कभी हार नही मानी। बताया कि गुरू के बिना कोई ज्ञान नही मिलता, मेरे गुरु विजय सिंह थे, जिनका सानिध्य और आशीर्वाद हमेशा प्राप्त हुआ। आकाशवाणी में जाने का बहुत शौक था। 1988 में खुमान साव के गीत - आ जाबे... आ जाबे अमरईया के तीर.... का स्वर परीक्षण के लिए गई थी, पर प्रस्तुति 1996 में दी हूं। अपनी शिक्षा के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि स्कूल बिल्कुल भी नही गई। एक क्लास भी नही पढ़ी पर हस्ताक्षर कर लेती हूं। चंदैनी के बारे में पूछने पर कहा कि यह एक प्रेम कहानी हैं जिसमे छ.ग. की उड़रिया अर्थात प्रेम विवाह का वर्णन किया गया है। ‘‘भरथरी’’ एक ऐसा गायन है जिसमे भीख मांगने की प्रथा को गायन के माध्यम से बताया गया है। जोगी सरकार के समय में बावा और हिजड़े लोगों के साथ भरथरी गायन का मौका मिला। जिसे हमने तबले पेटी और तंबूरा के साथ गाया बजाया। छ.ग में इसका मंचन बहुत कम होता हैं। अब तक कुल पैतीस लोकगाथा हमने तैयार किया है।
पढ़ाई नही किये फिर कैसे कर लेते हैं? ये प्रश्न तो सबके जेहन में होता हैं हम दिल्ली गये थे। वहाँ तीजन बाई, रितु वर्मा के लेख को इलाहाबाद केंद्र में देखे, उसे टेप किये छत्तीसगढ़ी में अनुवाद कर सुनकर तैयारी करने में मदद मिली। कोरोना संक्रमण के दौरान कोई बदलाव नही हुआ। हम घर पर अभ्यास करते थे। इससे अपनी कला और संस्कृति को समझने का हमें अवसर मिला।
उन्होंने बताया कि छ.ग. के अलावा भारत के लगभग सभी राज्यो में अपनी प्रस्तुति दे चुके हैं। दो बार इंदिरा विश्व विद्यालय में कार्यक्रम दिए हैं। अब तक लगभग पांच हजार फिल्म में काम कर चुके है। एक लाल कमीज के में मनटोरा का गाँव की भूमिका में रही। जिसमे भरथरी गायन भी किया है। नये कलाकरों के लिए कहा कि लोक संस्कृति हमारी धरोहर है। उसे सहेज कर रखे। ओरीजनल गीत ही प्रस्तुत करे।
उसमे मिलावट न करें। सुवा, कर्मा को जाने समझे। राउत नाचा, बांसगीत, मंदरिया जो लुप्त होने के कगार में है उन्हें पुन: जीवित करें। महिलाओ के लिए यही कहूंगी आज हर गाँव में महिला स्वसहायता समूह बनाकर आत्म निर्भर हो रही हैं। हेलीकाप्टर चलाकर अपने सपनो में नई उड़ान भर रही हैं उनका हमेशा सम्मान करें। शासन से अपेक्षा कि है कि देवार की सांस्कृतिक कला को पहचान देने के लिए हर जगह एक भवन दें उन्हें आर्थिक सहयोग करें, जिससे उन्हें भी समाज की मुख्यधारा में जुडऩे का मौका मिल सकें। चर्चा के बाद मीडिया सेंटर द्वारा उनका गुलदस्ता और फोटो फ्रेम भेंट कर सम्मान किया गया।‘
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 10 मार्च। सोमवार को खम्हन ताम्रकर की अगुवाई में मां नर्मदा से जल ले जाकर खैरागढ़ स्थित रुख्खड़ बाबा मंदिर में जल अर्पित किया गया।
जानकारी अनुसार पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार कल सुबह हजारों युवाए बच्चे और अन्य लोग माँ नर्मदा मंदिर प्रांगण में एकत्र हुए जहाँ से कलश में माँ नर्मदा का पावन जल ले भगवा वस्त्र धारण किये हजारों की संख्या में चिलचिलाती धूप की परवाह न कर नंगे पैर ही काँवर यात्रा में खैरागढ़ के लिए निकल पड़े ।रास्ते भर माँ नर्मदाएरुख्खड़ बाबा और भगवान शिव की जयकारा लगाते जोश के साथ डीजे की धुन पर 6 घण्टे की लंबी सफर पर निकल गए ।माँ नर्मदा से लेकर खैरागढ़ तक जगह जगह पर कावरियों के स्वागत के लिए स्टाल लगाये गए थे जहाँ पर निर्मल जलएस्वल्पाहार और स्वागत सत्कार का व्यवस्था किया गया था।
ज्ञात हो कि सोमवार की सुबह हिन्दू जन जागरण सेवा समिति के संरक्षक खम्हन ताम्रकारए हेमंत शर्माए राकेश ताम्रकारए प्रकाश जंघेलए भीखू हिरवानीए दूजे राम वर्माए अनुज साहू रमेश जंघेलएकी अगवाई में नर्मदा मैय्या तथा नर्मदा कुण्ड का विधि विधान और मंत्रोच्चारण के साथ पूजा अर्चना किया गया। तत्पश्चात जयकारा के साथ कावर यात्रा प्रारंभ हुआ।
कावर यात्रा के सफल आयोजन के मौके पर संगठन सरंक्षक खम्हन ताम्रकार ने कहा कि इस ऐतिहासिक यात्रा में हिन्दू समाज के धर्मप्रेमियों ने हिस्सा लेकर हिन्दूत्व एकता का परिचय दिया है। यह यात्रा क्षेत्रवासियों का नर्मदा मैय्या के प्रति आस्था और तपस्वी की गाथा का परिचय है।
कावर यात्रा में क्षेत्र के करीब पचास गांव के पांच सौ से भी अधिक युवको ने हिस्सा लिया। कावर यात्रा के सफल आयोजन में रमेश जंघेल, पवन पटेल, सतीश यादव, विशम्भर पटेल, अशोक सिन्हा, गजानंद सिन्हा, खेलन वर्मा, प्रकाश वर्मा, , संतोष ठाकुर, ललित सोनी, परासर ठाकरे, महेन्द्र यादव, परश यादव,रोहित पटेल आदि का विशेष योगदान रहा। यात्रा में ग्राम खैरानवापारा, सण्डी, बेलगांव, चकनार, मानपुर, जीराटोला, अचानकपुर, पैलीमेटा, कृतबांस, कटंगी, साल्हेवारा, खादी भूरभूसी, अचानकपुर, सिंगारपुर, चुचरूंगपुर, मगरकुण्ड़, पैलीमेटा, ठाकुरटोला, धोधा, बुढ़ासागर, ओटेबंद, खैरबना, गुमानपुर, विचारपुर आदि गांव के सैकड़ो युवा सम्मिलित हुए।