छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 मार्च। ग्राम रानीतराई के संपूर्ण महिला समूह ने जस गीत प्रतियोगिता का कार्यक्रम आयोजित किया। मुख्य अतिथि के रूप में असंगठित कामगार मजदूर कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश सचिव योगेन्द्र दास वैष्णव, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी कोषाध्यक्ष बबलू सेन, पूर्व सचिव चैन सिंह साहू, ब्लॉक उपाध्यक्ष ओमप्रकाश साहू, इंदलराम साहू, भरत साहू, देवेन्द्र साहू उपस्थित थे। आयोजन समिति में अध्यक्ष दशोदाबाई, सचिव अमृका साहू, संचालक कुंतीबाई तिवारी, भोजबाई साहू, निर्णायक भगवती प्रसाद तिवारी, हेमलता साहू, उद्घोषक नरेश थे।
पुरूष वर्ग में प्रथम जय महाशक्ति भनेश्वरी सेवा भजन मंडली एवं फाग मंडली सिंगारपुर, द्वितीय जय बजरंग सेवा भजन मंडली सुरगी, तृतीय आदर्श सेवा एवं फाग भजन मंडली बांसपाईपारा वार्ड नं. 39 राजनांदगांव, चतुर्थ गऊ सुरहीन जस जगराता परिवार भरदा कोनारी, पंचम जय जननी सेवा भजन मंडली बाजार नवागांव तथा महिला वर्ग में प्रथम माता के फूल बालिका जस परिवार सलौनी, द्वितीय जय महामाया बालिका निर्मल जस मंडली आनंद धाम सगनी, तृतीय जय मां भवानी जस परिवार बालिका समिति पुराना ढाबा वार्ड नं 4 राजनांदगांव, चतुर्थ जय मां बम्लेश्वरी बालिका सेवा भजन मंडली पेंड्री वार्ड नं 4 राजनांदगांव, झांकी वर्ग जय मां सरस्वती विना वादनी जस झांकी मूंदगांव, द्वितीय जय मां भवानी सेवा जस झांकी परिवार खुर्सीपार, तृतीय ज्ञान गंगा जस झांकी परिवार कन्हारपुरी राजनांदगांव, चतुर्थ जय मां बाल सखा पूरन जस झांकी परिवार ठाकुरटोला एवं पंचम जय मां भनेश्वरी जस झांकी परिवार सिंघोला शामिल है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 मार्च। प्रदेश में प्राचार्यों के पौने दो सौ और प्राध्यापकों के करीब 6 सौ पद खाली हैं। यह जानकारी उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
जोगी पार्टी के सदस्य धर्मजीत सिंह ने मामला उठाया। उन्होंने पूछा कि महाविद्यालयीन संवर्ग के प्राचार्य, प्राध्यापक और रजिस्ट्रार के कुल कितने-कितने पद स्वीकृत, भरे और खाली हैं? इसके जवाब में उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में महाविद्यालयीन संवर्ग के प्राचार्यों के 247 पद स्वीकृत हैं। 72 पद भरे हैं, और 175 पद खाली हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि प्राध्यापक के 595 पद स्वीकृत हैं, और सभी पद खाली हैं। इसी तरह रजिस्ट्रार के 18 पद स्वीकृत हैं, और 6 भरे हैं। दर्जनभर पद खाली हैं। सभी पद पदोन्नति से नहीं भरे जाएंगे। प्राचार्य का पद सौ फीसदी पदोन्नति से, प्राध्यापक का पद सीधी भर्ती से और रजिस्ट्रार के स्वीकृत पदों में से 75 फीसदी पद पदोन्नति से भरा जाना है।
विगत तीन वर्षों में प्राचार्य के 39 पदों पर पदोन्नति दी गई है। वर्तमान में रजिस्ट्रार के 9 पदों पर पदोन्नति की कार्रवाई प्रचलन में है। भाजपा सदस्य शिवरतन शर्मा के सवाल के लिखित जवाब में उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने बताया कि प्रदेश में सहायक प्राध्यापक के 3972 पद स्वीकृत हैं, 2185 भरे हैं, 1787 रिक्त हैं।
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रायपुर, 3 मार्च। प्रदेश में सरकार को वित्तीय वर्ष 2020-21 में जनवरी 2021 तक 85 सौ करोड़ की जीएसटी प्राप्त हुई है। यह जानकारी जीएसटी मंत्री टीएस सिंहदेव ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
कांग्रेस सदस्य कुलदीप जुनेजा ने जानना चाहा कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में जनवरी 2021 तक कितनी जीएसटी राज्य को प्राप्त हुई है? इसके जवाब में जीएसटी मंत्री ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में जनवरी 2021 तक 8524.35 करोड़ जीएसटी राज्य को प्राप्त हुआ।
उन्होंने बताया कि स्टेट जीएसटी 4289.26 करोड़, आईजीएसटी 1658.19 करोड़ और प्रतिपूर्ति 2576.90 करोड़ प्राप्त हुआ है। सेंट्रल जीएसटी से 3651 करोड़ 89 लाख प्राप्त हुए हैं। केन्द्र सरकार के राजस्व का हिस्सा है। जीएसटी के बिलों में हेराफेरी करने नकली बिल बनाने की राज्य में पूर्व में 83 में से 36 अनिराकृत शिकायतों में से 20 शिकायतों में जीएसटी अधिनियम के प्रावधानों और बकाया वसूली कुल 4 करोड़ 43 लाख की वसूली कर ली गई है।
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राजनांदगांव, 3 मार्च। पंडित शिवकुमार शास्त्री की पुण्यतिथि पर एक मार्च को संस्कारधानी में आयोजित दो विभिन्न कार्यक्रमों में उनका पुण्य स्मरण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया। प्रथम कार्यक्रम कान्यकुब्ज सभा भवन निराला नगर राजनांदगांव में आयोजित किया गया। वहीं द्वितीय आयोजन भाजपा कार्यालय में आयोजित किया गया।
कान्यकुब्ज समाज के शिक्षा एवं सांस्कृतिक प्रभारी अखिलेश तिवारी ने बताया कि प्रथम आयोजन में कान्यकुब्ज सांस्कृतिक भवन में स्थित उनकी प्रतिमा पर कान्यकुब्ज सभा के सदस्यों एवं गणमान्य अतिथिगणों द्वारा पुष्पांजलि अर्पित की गई। समारोह में कान्यकुब्ज समाज के अध्यक्ष डॉ. सूर्यप्रकाश द्विवेदी, संस्कार श्रद्धांजलि समिति राजनांदगांव अध्यक्ष सतीश भट्टड़, कान्यकुब्ज विप्रगण वीडी तिवारी, करुणा शंकर तिवारी, प्रभात तिवारी, प्रदीप कुमार मिश्रा, रामकुबेर मिश्र, अवधेश मिश्रा, सुनील बाजपेयी, नीरज बाजपेयी, भूपेंद्र बाजपेयी, संदीप बाजपेयी, शैलेष शुक्ला, अखिल शुक्ला, विकास शुक्ला, विवेक शुक्ला, दिवाकर बाजपेयी, अरुण शुक्ला, लक्ष्मीकांत मिश्रा, डॉ. प्रकाश नारायण बाजपेयी एवं इंजीनियर पातांजलि बाजपेयी उपस्थित थे। तत्पश्चात भाजपा कार्यालय में स्थापित पं. शास्त्री की प्रतिमा में पुष्पांजलि एवं श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान डॉ. प्रकाशनारायण बाजपेयी, पातंजलि बाजपेयी, खूबचंद पारख, मधुसूदन यादव, डॉ. सूर्यप्रकाश द्विवेदी ने अपने विचार रखे। अंत में दो मिनट की मौन श्रद्धांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि सभा का समापन किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 मार्च। निगम जोन 6 का तोडफ़ोड़ अभियान आज संतोषी नगर मुख्य मार्ग पर चलाया गया। इस दौरान सडक़ तक शेड लगाकर कारोबार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई। थ्रीडी से करीब 2 दर्जन से अधिक दुकानों के शेड तोड़ दिए गए। निगम अफसरों का कहना है कि सडक़ तक शेड लगाकर कारोबार करने से यातायात प्रभावित होने लगा है और कई बार जाम की स्थिति बनने लगी थी। उन्होंने चेतावनी दी है कि दुकानों के सामने दोबारा शेड लगाकर कारोबार करने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
निगम जोन 6 का तोडफ़ोड़ दस्ता आज सुबह दलबल के साथ संतोषी नगर ओव्हर ब्रिज के पास पहुंचा। इसके बाद लोगों की शिकायत पर यहां सडक़ तक कारोबार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई। सबसे पहले सायकिल दुकानों के शेड थ्रीडी से गिरा दिए गए। इसके बाद एक-एक कर दो दर्जन और दुकानों के शेड तोड़ दिए गए। इसके अलावा सडक़ घेरकर कारोबार करने वाले दर्जनों छोटे कारोबारी हटाए गए। चेतावनी दी गई है कि आगे इसी तरह सडक़ घेरकर कारोबार करने पर जब्ती कार्रवाई होगी।
लोगों का कहना है कि संतोषी नगर की तरह लाखे नगर-आसपास, आमापारा से लाखे नगर पहुंच मार्ग समेत और कई जगहों पर कारोबारी सडक़ घेरकर अपना कारोबार कर रहे हैं। इससे आवागमन प्रभावित होने के साथ हादसों का डर भी बना हुआ है। उन्होंने मांग की है कि संतोषी नगर की तरफ शहर के सभी जोन क्षेत्र में शेड हटाने की कार्रवाई की जाए।
निगम अफसरों का कहना है कि राजधानी रायपुर के संतोषी नगर मुख्य मार्ग पर दिन में कई बार सडक़ जाम की स्थिति बन रही थी। खासकर ओव्हर ब्रिज-उसके आसपास और बाजार पास अक्सर सडक़ जाम से लोग परेशान रहते थे। इन जगहों पर दुकानदार सडक़ तक शेड लगाकर कारोबार कर रहे थे। इसमें साइकिल, फैंसी, किराना, हार्डवेयर, कपड़ा, जूते-चप्पल व अन्य कारोबारी शामिल थे। इसकी शिकायत लोगों ने निगम प्रशासन से करते हुए कार्रवाई की मांग की थी। उनकी इसी शिकायत पर कार्रवाई की गई।
राज्य में वर्तमान में 60 लाख छोटी-बड़ी गाडिय़ां पंजीकृत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 मार्च। परिहवन मंत्री मोहम्मद अकबर ने यहां बताया कि वाहनों की फिटनेस को अधिक पारदर्शी बनाने के लिए एक मार्च से प्रदेश भर में एम-वाहन नामक एप शुरू किया गया है। ऐप के माध्यम से रसीद में दिया क्यूआर कोड स्कैन करने से गाड़ी की समस्त जानकारी उपलब्ध हो जाएगी। ऐप से फिट्नेस करने लिए गाड़ी का फोटो एम-वाहन ऐप से खींचना पड़ेगा, ऐप के द्वारा फोटो के साथ गाड़ी का लोकेशन भी दिख जाएगा। जिसे मुख्यालय में बैठे अधिकारी भी देख सकेंगे।
इसके तहत फिटनेस के लिए आने वाले वाहनों का फिटनेस टेस्ट के बाद फोटो ऐप में अपलोड करनी पड़ेगी, इसलिए अब परिवहन कार्यालय आने वाले वाहनों का ही फिटनेस हो पाएगा। इसके साथ ही परिवहन विभाग से मिलने वाली रसीद पर क्यूआर कोड भी शुरू किया गया है। क्यूआर कोड को स्कैन करने से वाहन का पूरा खाका स्वत: मिल जाएगा। परिवहन विभाग द्वारा एम-वाहन नामक ऐप की पूरे राज्य में 01 मार्च से शुरू कर दिया गया है। ज्ञात हो कि राज्य में कुल 60 लाख छोटी-बड़ी गाडिय़ां पंजीकृत हैं। रायपुर आरटीओ कार्यालय में परिवहन कार्यालय में एक दिन में 50 गाडिय़ां तथा प्रदेश भर में कुल 800 गाडिय़ां प्रतिदिन फिटनेस की जांच कराने पहुंचती हैं। वर्तमान में गाडिय़ों का फिटनेस कर्मचारियों द्वारा मैन्यूअल किया जाता है।
प्रदेश में एक मार्च से एम-वाहन नामक एप के शुरू होने से फिटनेस की जांच कर रहे अधिकारी द्वारा जांच समय गाड़ी की फोटो एम-वाहन नामक ऐप से खिंचा जाएगा। एम-वाहन ऐप से फोटो खींचते ही फोटो खींचने वाले जगह का जीओ टैगिंग भी हो जाएगा और मैप में लोकेशन का कोऑर्डिनेट भी आ जाएगा। फिटनेस की जांच कर रहे अधिकारी यदि जांच केंद्र से 500 मीटर दूर हो जाएगा तो ऐप तुरंत काम करना बंद कर देगा। इससे जांच अधिकारी अब जांच के दौरान हेराफेरी नहीं कर पाएंगे। इसके साथ ही परिवहन विभाग को अक्सर शिकायत मिलती है कि बिना गाड़ी आए ही फिटनेस हो गया है। छोटी मालवाहक गाडिय़ां बड़ा डाला बनवाकर फिटनेस करा लेती हैं। इन सब शिकायतो का अब समाधान आसानी और पारदर्शिता से हो सकेगा।
आयुक्त परिवहन विभाग द्वारा प्रदेश भर के जिलों के आरटीओ को फिट्नेस के नियमो का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए गए हैं। यदि गाड़ी का फिट्नेस सहीं तरीके से होगा तो सडक़ हादसे भी कम होंगे और जान-माल की हानि भी नहीं होगी। एम-वाहन एप के शुरू होने से निश्चित तौर से परिवहन विभाग द्वारा फिट्नेस प्रमाण पत्र जारी करने के कार्य प्रणाली में सकारात्मक परिवर्तन आएगा और सडक़ सुरक्षा में बढ़ावा मिलेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 मार्च। गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के 6 वर्षीय बच्चे का तिरुपति बालाजी में गुम होने की खबर को संज्ञान में लिया है। उन्होंने पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी को आंध्रप्रदेश पुलिस के अधिकारियों से चर्चा कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि 6 वर्षीय बच्चा अपने परिजनों के साथ गरियाबंद से तिरुपति बालाजी दर्शन के लिए गया था। इसी दौरान कोई युवक बस स्टैंड से बच्चे को लेकर चला गया। वारदात 27 फरवरी की है। काफी तलाश और स्थानीय तिरुपति सिटी थाने में एफआईआर के बाद भी बच्चे का पता नहीं चलने पर परिजनों ने अब छत्तीसगढ़ सरकार से मदद की गुहार लगाई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 3 मार्च। यूंॅ तो राजिम को मंदिरों की नगरी कहें तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। यहां प्रसिद्ध श्री राजीव लोचन, श्री कुलेश्वरनाथ महादेव मंदिर के साथ प्रचीन कालीन चौरासी देवी-देवताओं के मंदिरों की जानकारी दी जाती है। यहां के सभी मंदिर अपने आप में अनेक पौराणिक महत्व को छिपाए हुए हैं। उनमें से दानदानेश्वर नाथ महादेव मंदिर के पीछे भाग पश्चिम दिशा की ओर राजिम भक्तिन तेलीन मंदिर है।
गर्भगृह में पूर्वाभिमुख कोल्हू युक्त शीलापट मौजूद है। यह इस बात को प्रामाणित कर रही है कि आठवीं शताब्दी में भगवान श्री राजीव लोचन का मंदिर रत्नपुर सामन्त जगपाल देव द्वारा बनाया गया। तब प्रतिमा के लिए राजा खुद चलकर राजिम तेलीन माता के पास हाथ जोडक़र विनय किया कि यह मूर्ति मुझे दे दीजिए। बदले में हीरे-जेवरात जो चाहिए वह ले लिजिए। राजिम उनके बात को सुकनर अवाक रह गई और कहा कि तुम प्रतिमा को ले जाना चाहते हों तो ले जाइए राजा ने भरपूर प्रयास किया लेकिन वह टस से मस नहीं हुआ। फिर थक हारकर प्रार्थना करते हुए मूर्ति ले जाने के लिए उपाय पूछा। इस पर राजिम कहने लगी हीरे-जेवरात के बदले तुलसी दल अर्पित कर दीजिए। ऐसा करने पर प्रतिमा उठ गया। इससे राजा प्रसन्न हुए और कहा कि मुझसे कुछ मांग लीजिए मैं सहर्ष देने के लिए तैयार हॅंू।
तेलीन माता ने कहा कि भगवान श्रीराजीव लोचन के साथ मेरा नाम जुड़ जाए तो बड़ी कृपा होगी। उस दिन से राजिम लोचन कहलाने लगा। प्रचलित लोककथानक के अनुसार राजिम तेलीन नामक सुशील व सुसंस्कारी महिला थी। वह प्रतिदिन नदी के उस पार तेल बेचने जाया करती थी। एक दिन बीच रास्ते पर किसी पत्थर से टकराकर गिर गई।
इससे पात्र में रखा तेल गिरकर बिखर गया। जिसे देखकर राजिम रोने लगी। उन्हें चिंता थी कि मेरे सास-ससुर इस घटना को सुनकर डॉंट-फटकार लगाएगें, लेकिन जैसे ही घर जाने के लिए उठकर पात्र को देखा तो वह तेल से लबालब भरा हुआ था। राजिम खुश हो गई और खुब घूम-घूमकर तेल बेचा। शाम को वापस घर पहुॅंची और उन्होंने सारा वृतान्त अपने सास-ससुर और पति को सुनाई।
दूसरे दिन उस पत्थर को लाने के उद्देश्य से वहां पहुंचा और उसे उलट कर देखा तो श्यामवर्णीय चर्तुभुज प्रतिमा दिखी। इस घटना से प्रसन्न तेलीन परिवार ने उसे लाकर कोल्हू के घूमावदार केन्द्र में रख दिया। प्रतिदिन पूजा-अर्चना होने से भक्तिमय निर्मित हुआ। करीब पॉंच फीट ऊंची शीलापट में कोल्हू युक्त बैल उत्कीर्ण हैं। यह दर्शनार्थियों कों राजिम भक्ति से घटित-घटना को यह ताजा करती हैं।
मंदिर आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु इसका दर्शन करना नहीं भूलतेे हैं। इसी के नाम पर इस नगरी का नाम राजिम पड़ा। बताया जाता है कि यह अत्यंत प्राचीन नगरी हैं सतयुग में राजा रत्नाकार के समय से इस नगरी का अस्तित्व माना जाता हैं। कमलक्षेत्र, पद्मपुरी, छोटाकाशी, देवपुरी इत्यादि नाम से इनका उल्लेख मिलता हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 मार्च। प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार जारी है, और पिछले 24 घंटे में कल की तुलना में सौ आसपास बढक़र 216 नए पॉजिटिव सामने आए हैं। 2 लोगों की मौत दर्ज की गई है। एक्टिव साढ़े 28 सौ आसपास बने हुए हैं। सैंपलों की जांच जारी है। स्वास्थ्य अफसरों कोरोना का खतरा लगातार जारी। ऐसे में मास्क पहनने के साथ नियमों का पालन जरूरी है।
प्रदेश के सुकमा में फिलहाल कोई एक्टिव केस नहीं है। इसके अलावा करीब आधा दर्जन जिलों में एक्टिव मरीजों के आंकड़े कम हैं। बुलेटिन के मुताबिक बीती रात रायपुर में 68, दुर्ग में 23 व धमतरी में 19 नए पॉजिटिव मिले। राजनांदगांव-14, बालोद-0, बेमेतरा-5, कबीरधाम-5, बलौदाबाजार-8, महासमुंद-2, गरियाबंद-1, बिलासपुर-14, रायगढ़-2, कोरबा-14, जांजगीर-चांपा-4, मुंगेली-3, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही-1, सरगुजा-5, कोरिया-2, सूरजपुर-8, बलरामपुर-0, जशपुर-8, बस्तर-1, कोंडागांव-0, दंतेवाड़ा-6, सुकमा-0, कांकेर-2, नारायणपुर-0, बीजापुर जिले से 1 व अन्य राज्य से 0 मरीज रहे। पिछले 24 घंटे में मिले इन मरीजों को आसपास कोरोना अस्पतालों में भेजे जा रहे हैं। रायपुर भेजे जा सकते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 मार्च। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजधानी के नेताजी सुभाष स्टेडियम में नगर पालिक निगम रायपुर द्वारा 27 जनवरी से 2 मार्च तक आयोजित ’तुंहर सरकार तुंहर द्वार’ कार्यक्रम के समापन अवसर पर शामिल हुए। उन्होंने नगर निगम रायपुर की इस अभिनव पहल की सराहना की और इसे आम जनता की समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए महत्वपूर्ण बताया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस मौके पर ’तुंहर सरकार तुंहर द्वार’ की उपलब्धि की सराहना करते हुए इसे रायपुर के अलावा प्रदेश के अन्य सभी नगर पालिक निगमों में भी आयोजन कराने की घोषणा की। उल्लेखनीय है कि रायपुर नगर पालिक निगम के सभी 70 वार्डों में 27 जनवरी से 2 मार्च तक चलाए गए ’तुंहर सरकार तुंहर द्वार’ कार्यक्रम के तहत 44 हजार से अधिक लोगों को सीधा-सीधा लाभ पहुंचाया गया।
श्री बघेल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के नगरीय निकायों में भी जनसुविधा के विस्तार के लिए विशेष जोर दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कोरोना संकट के दौर में नगरीय निकायों में नागरिकों की बहुत सी समस्याएं लंबित रह गई थी। इसके त्वरित निराकरण के लिए वर्तमान में रायपुर नगर निगम द्वारा अभिनव पहल करते हुए उक्त विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम उनकी दिक्कतों को दूर करने में काफी मददगार रहा है। इसके तहत नगर निगम रायपुर के सभी 70 वार्डों में चलाए गए अभियान के अंतर्गत 44 हजार से अधिक लाभ पहुंचाया गया है। इनमें लगभग 7 हजार नागरिकों को राशनकार्ड तथा 7 हजार श्रमिक पंजीयन कार्ड जारी किए गए हैं। इसी तरह नगर निगम रायपुर के 14 हजार से अधिक लोगों को डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य बीमा योजना का कार्ड वितरित कर लाभान्वित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह कार्यक्रम के तहत वार्डों में आयोजित शिविर में सार्वजनिक सेवाओं में सुधारों के साथ राशन कार्ड, आधार कार्ड, श्रमिक पंजीयन कार्ड, व्यवसाय ऋण, आवास, डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना आदि राहत सामग्री भी वितरित किए गए जो इस कार्यक्रम की महत्वपूर्ण उपलब्धि रही है। उन्होंने इस अवसर पर शिविर में उत्कृष्ट योगदान देने वाले शासकीय कर्मियों और स्वैच्छिक संगठनों को सम्मानित भी किया।
डॉ. शिवकुमार डहरिया ने संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में समस्त नगरीय निकायों के सुदृढ़ीकरण के लिए अधोसंरचनाओं के निर्माण सहित नागरिकों की सुविधाओं के लिए लगातार कार्य किए जा रहे है। उन्होंने नागरिकों की सुविधा के लिए तुंहर सरकार तुंहर द्वार नाम से संचालित कार्यक्रम की विशेष रूप से सराहना की। इस अवसर पर नगर पालिक निगम रायपुर के महापौर एजाज ढ़ेबर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री बघेल की मंशा के अनुरूप नागरिकों की समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए यह कार्यक्रम चलाया गया।
रायपुर, 3 मार्च। पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मूणत के बयान पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया व्यक्त कि प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व मंत्री राजेश मूणत को हवा हवाई बात करने की आदत हैं। धरातल का उन्हें तनिक भी ज्ञान नहीं रहता है।
पीडब्ल्यूडी के बजट पर सवाल खड़े कर रहे पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मूणत को अपने कार्यकाल को याद करना चाहिए उस दौरान बजट का आकार बढ़ाकर कैसे भारी कमीशनखोरी भ्रष्टाचार किया गया था ये छत्तीसगढ़ की जनता भूली नही है। वियतनाम के पुल को केलो नदी का पुल बताने वाले पूर्व मंत्री राजेश मूणत के काले कारनामे से छत्तीसगढ़ की जनता वाकिफ है।
पीडब्ल्यूडी विभाग उस दौरान रमन मूणत के लिए काली कमाई का अड्डा था। उस दौरान की कई घटनाएं है कागजों में ही कई पुल पुलिया सडक़ बन जाते थे पैसा भी खजाने से निकल जाता था। एक ही सडक़ के नाम बदल बदलकर कई बार टेंडर किया जाता रहा और आर्थिक गड़बडिय़ा की गई।जिस निर्माण की अनुमानित लागत 5 करोड़ होती थी वो टेंडर होने के बाद 10 करोड़ तक पहुंच जाता था। राजधानी का स्काई वाक जिसकी लागत लगभग 35 करोड़ थी जो निर्माण शुरू होने के बाद विधानसभा चुनाव के आते तक 67 करोड़ तक पहुंच गया।
एक्सप्रेस-वे 250 करोड़ का महाघोटाला जिसका पुलिया निर्माण पूरा होने के पहले टूटने लग गए। मूणत के कार्यकाल में एक जिले में बनी सडक़ की तस्वीर खींचकर दूसरे जिले की सडक़ बताकर भारी भ्रष्टाचार कमीशन खोरी किया गया था राजेश मूणत झूठी तस्वीर शेयर कर वाहवाही लूटने का काम करते रहे वो आज पीडब्ल्यूडी के बजट को लेकर सवाल उठा रहे हैं ।
ठाकुर ने कहा कि पूर्व मंत्री राजेश मूणत के कार्यकाल में निर्माण कार्य रमन सिंह के कमीशन के आधार पर तय होता था कई ऐसे निर्माण कार्य थे जिसकी उपयोगिता नहीं थी और कई ऐसे निर्माण कार्य जिसका विरोध जनता ने किया था उसके बावजूद सिर्फ कमीशन खोरी भ्रष्टाचार करने के लिए रमन सिंह के शासनकाल में मनमानी तरीके से निर्माण कार्य को कराया गया है।
कई पुल पुलिया तो पहली बारिश में ही बह गए नवा रायपुर के निर्माण में हुई भारी भ्रष्टाचार सरकारी खजाने की रमन भाजपा की लूटमार की गवाही दे रही है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि कोरोना संकटकाल में भारी चुनौतियों एवं केंद्र सरकार के अडंगेबाजी व छत्तीसगढ़ को मिलने वाली केंद्रीय फंड में हजारों करोड़ की कटौती के बावजूद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने सभी विभागों के बजट को संतुलित करने काम किया है इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, सुरक्षा,कला- संस्कृति, परंपरा,पशुधन सहित सभी का वर्ग का ध्यान रखा गया है एक संतुलित बजट प्रस्तुत कर माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने छत्तीसगढ़ के प्रगति को गति देने का काम किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 मार्च। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के तीसरे बजट पर जिले के भाजपा और कांग्रेसी नेताओं ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी। एक ओर जहां भाजपा नेताओं ने प्रदेश सरकार के बजट को निराशाजनक बताया, वहीं कांग्रेस नेताओं ने इस बजट को जनहितैषी करार दिया।
वास्तविकता से परे बजट - पारख
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष खूबचंद पारख ने बघेल सरकार के तीसरे बजट पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते कहा कि इस बजट से यह आईने की तरह साफ हो गया है कि विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस द्वारा जारी किया गया संकल्प पत्र महज चुनाव जीतने का एक निम्न स्तरीय हथकंडा मात्र था। अब चुनाव जीतने के बाद उसे पूरा करने की क्षमता भूपेश सरकार खो चुकी है। पारख ने कहा कि इस बजट में न तो वेतनभोगियों के लिए कोई प्रावधान है और न ही समाज के कमजोर वर्ग के उन्नति के लिए कोई मार्ग शेष है। प्रदेश का युवा, मेहनतकश कामगार, गरीब मजदूर अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहा है।
नवा छग गढऩे की ठोस प्रतिबद्धता वाला बजट- कुलबीर
शहर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा ने बजट को जनहितैषी व ग्रामीण अर्थव्यवस्था वाला बजट बताया है। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल के बावजूद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व कांग्रेस सरकार महात्मा गांधी के विचारों के अनुरूप गांव, ग्रामीण अर्थव्यवस्था व आदिवासियों के सुदृढ़ीकरण एवं किसानों की सच्चे हितैषी साबित हो रही है, जो बजट में नजर आ रहा है। बजट में नवीन कौशल्या मातृत्व योजना के तहत द्वितीय संतान बालिका के जन्म पर 5 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि, धरस विकास योजना अन्नदाताओं के खेतों तक आवागमन की सुविधा के लिए कच्चे धरसा को पक्के मार्ग में बदलने के लिए प्रावधान किया है।
हतोत्साहित करने वाला बजट-किशन
नगर पालिक निगम के नेता प्रतिपक्ष किशन यदु ने बजट को हतोत्साहित करने वाला बताया। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े दावे करने वालों के बजट में संस्कारधानी का कोई हिस्सा ही नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अपने कार्यकाल में जहां राजनांदगांव जिले में बड़ी योजनाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर को तरजीह दी। उन्होंने विकास के नए आयाम गढ़े। भूपेश बघेल सरकार जनहित से परे स्वार्थ की राजनीति पर उतारू है और इस बजट के साथ ही उन्होंने इस साबित किया है। श्री यदु ने कहा कि पहले ही लगभग आधा दर्जन सरकारी कार्यालयों को दुर्ग ले जाया गया। सीधे तौर पर मौजूदा सरकार राजनांदगांव को बदलापुर बनाना चाह रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 मार्च। कोरोना टीकाकरण के लिए सेजबहार हॉउसिंग बोर्ड कॉलोनी के लोग भी अब सामने आने लगे हैं। आज हाउसिंग बोर्ड कालोनी के समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हेमराव सिरगिरे सहित कई बुजुर्गों ने कोरोना का टीका लगवाया। साथ ही 45 वर्ष से 59 वर्ष तक के आयु वाले, जिन्हें कोई दूसरी गंभीर बीमारी भी है, को भी वैक्सीन लगना प्रारंभ हो गया है। इस समूह में प्रदेश में लगभग 30 लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य है।
सारंगढ़, 3 मार्च। ग्राम पंचायत गुडेली में माइनिंग विभाग ने बिना रायल्टी पर्ची के दो ट्रैक्टर और एक डंपर जब्त किया है। मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ से खनिज अधिकारी मीनाक्षी साहू अपने दल बल के साथ गुडेली के खदान का निरीक्षण करने पहुंचे ही थे । रोड में अवैध तरीके से चलते हुए एक डम्पर और दो ट्रैक्टर मिले जिसे जब्त कर आगे की जांच की जा रही है।
खनिज अधिकारी मीनाक्षी साहू ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर आज हमने गुडेली क्रेशरों का खदान चेक करने के लिए आए हुए थे। जैसे ही हम बेलियर पहुंचे उसके बाद टिमरलगा के पास दो ट्रैक्टर और एक डंपर को बिना रॉयल्टी पर्ची का पाया गया है। उसे जब्त कर आगे की जांच की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सक्ती, 3 मार्च। विकासखंड सक्ती अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत केरीबंधा में पिछले दिनों सामाजिक रामायण एवं डांस प्रतियोगिता कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसके समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में चंद्रपुर विधायक रामकुमार यादव एवं जिला पंचायत सदस्य विद्या सिदार विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित हुईं।
इस अवसर पर राम कुमार यादव ने कहा कि ग्राम पंचायत केरीबंधा में जब कभी भी किसी तरह का आयोजन होता है तो यहां के ग्रामीणजन अतिथियों का आत्मीयता से स्वागत करते हैं।
विद्या सिदार ने कहा कि ग्राम पंचायत केरीबंधा में मुझे बहुत प्यार एवं स्नेह मिला है जिसे मैं अपने जीवन काल में कभी नहीं भूल पाऊंगी उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि मेरा सहयोग हमेशा आप लोगों के साथ रहेगा।
ग्राम पंचायत केरी बंधा में आयोजित समाजिक रामायण एवं डांस प्रतियोगिता के समापन अवसर पर जनपद पंचायत सदस्य एवं पूर्व सरपंच ग्राम पंचायत सोठी अशोक यादव पूर्व सरपंच सत्य प्रकाश महंत सामाजिक कार्यकर्ता ननकी साहू सुरेश देवांगन ग्राम पंचायत सरपंच लिमतरा राजेंद्र साहू आशा सिदार एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे।
रायगढ़, 3 मार्च। नाबालिग के साथ छेडछाड करने वाले आरोपी युवक को घरघोड़ा पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर मंगलवार को गिरफ्तार रिमांड पर भेजा है।
मिली जानकारी के अनुसार 12 जनवरी की शाम 05 बजे बालिका घर में अकेली किचन में खाना बना रही थी, उसके माता पिता काम पर गए थे। इसी दौरान घर के अंदर कुधरी जामपाली का रामसिंह घुस आया और गंदी नियत से बालिका को पीछे से पकड़ लिया। बालिका उसे बर्तन (थाली) से मारी और जोर- जोर से चिल्लाने लगी तो रामसिंह घर से भागा। आरोपी अपराध कायमी बाद से पुलिस से लुक छिप रहा था जिसे मंगलवार की शाम थाना प्रभारी घरघोड़ा निरीक्षक अमित सिंह की मुखबिर सूचना पर गिरफ्तार किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सक्ती, 3 मार्च। सांसद कोरबा ज्योत्सना महंत का मैराथन जनसंपर्क दौरा 4 मार्च एवं 5 मार्च को सक्ती अंचल में है।
4 मार्च को सांसद ज्योत्सना महंत का दौरा कार्यक्रम जर्वे से प्रारंभ होगा उसके पश्चात सुंदरेली ग्राम पंचायत में जनसंपर्क कार्यक्रम होगा जहां सुन्दरेली के सरपंच अभिलाषा सोनहर एवं पूर्व जनपद पंचायत उपाध्यक्ष अमृत सोनहर के द्वारा सांसद श्रीमती महंत का आत्मीय स्वागत किया जाएगा। इसी तरह ग्राम पंचायत सोनगुढ़ा में सरपंच लीलाधर राठौर के द्वारा उनका स्वागत किया जाएगा सांसद ज्योत्सना महंत धनपुर , नावाडीह उसके पश्चात घुईचुवा तथा रेनखोल जाएंगी। रैन खोल में भोजन पश्चात वह गहरीन मुड़ा ग्राम पंचायत में जनसंपर्क द्वारा कार्यक्रम करेंगे वहीं गहरीन मुड़ा के आश्रित ग्राम छीन मुड़ा में भी श्रीमती महंत का जनसंपर्क द्वारा कार्यक्रम संपन्न होगा। उक्त ग्राम पंचायत में ग्राम पंचायत सरपंच सुमित्रा कंवर एवं उपसरपंच विजय दुबे के द्वारा सांसद श्रीमती महंत का आत्मीय स्वागत किया जाएगा छिंनमुड़ा के पश्चात मोहगांव ग्राम पंचायत उसके पश्चात घोघरा में कार्यक्रम होगा। तत्पश्चात खैरा में जनसंपर्क दौरा 4 मार्च का समापन होगा इसके पश्चात श्रीमती महंत वापस सारागांव के लिए रवाना होंगी।
कार्यक्रम के अगले दिन 5 मार्च को सांसद ज्योत्सना महंत का बोरदा ग्राम पंचायत में 10:30 बजे स्वागत होगा एवं वहां ग्रामीणों से मिलेंगे उसके पश्चात सांसद श्रीमती महंत का सकरेली कला में आत्मीय स्वागत किया जाएगा एवं सकरेली कला के ग्रामीणों के द्वारा क्षेत्र की कुछ समस्याओं के संबंध में उन्हें अवगत कराया जाएगा। सकरेली कला के पश्चात ग्राम पंचायत आमापाली, जुडग़ा, बैलाचुआ जाजंग, पनारी में कार्यक्रम आयोजित होगी। पनारी में भोजन पश्चात सांसद श्रीमती महंत ढोलनार जाम पाली पहुंचकर कार्यक्रम का समापन करेंगी। उक्त कार्यक्रम में पूर्व विधायक सरोजा राठौर पूर्व विधायक प्रत्याशी मनराठौर विशेष रुप से उपस्थित रहेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 3 मार्च। राजिम माघी पुन्नी मेला में दाल-भात सेंटर में एक ऐसा समूह हैं। जिसमें 15 समूह मिलकर एक समूह बनाया गया हैं जिसका नाम पद्मवती क्षेत्रीय संघ हैं। इस समूह का मुख्य उद्देश्य कमजोर वर्ग के महिलाओं को रोजगार देना है। वसुन्धरा सामाजिक संस्थान जिसका एन.जी.ओ. श्रीमती मधुनत्थनी ने बताया कि हमारी संस्था के द्वारा समय-समय पर महिलाओं के लिए तीन-तीन महीनों का सिलाई एवं ब्यूटी पार्लर का प्रशिक्षण दिया जाता हैं, जो महिलाओं के लिए बिल्कुल नि:शुल्क रहता है। मधुनत्थनी ने बताया कि हमारी पद्मवती क्षेत्रीय संघ के द्वारा राजिम के नगर पंचायत ने गढक़लेवा का स्टॉल प्रारंभ किया जाना सम्भावित हैं। इससे लुप्त हो रही हैं चीला, फरा, ढेढरी, खुरमी सहित जो छत्तीसगढ़ी व्यंजन आज लुप्त के कगार पर हैं, उसे आम जनता तक पहुचनें का हमारा प्रयास रहेगा क्योंकि हमारी आने वाली पीढ़ी छत्तीसगढ़ी व्यंजन से परिचित नहीं हैं। आज हमारे बच्चे बरगर, पिज्जा, नूडल, मैगी इन चीजों से परिचित हैं। ये चीजों सेहत के लिए नुकसानदायक हैं। इसलिए हमारी पद्मवती क्ष़ेत्रीय संघ प्रयास कर रही हैं कि हमारे बच्चों को छत्तीसगढ़ी व्यंजन से परिचित कराए और उनके गुणों से अवगत कराए ताकि हमारे परिवार छत्तीसगढ़ व्यंजन को जाने और उसका उपयोग करे ताकि महिला समूह को इसका लाभ मिल सके। उन्हें इससे एक नया रोजगार की प्राप्ति हो सके।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 3 मार्च। अपने बच्चे के हमउम्र बच्चे प्रतीक प्रजापति (3) की जान को खतरे में देखकर मजदूर महिला ललिता ध्रुव (35) अपने जान की परवाह न करते हुए धधकते ईंटों के बीच कूद गई, लेकिन सिर पर सैकड़ों ईंट गिर जाने के कारण वह बाहर नहीं आ सकी और जलने से महिला व बच्चे की मौत हो गई।
महिला बच्चे को अपनी आगोश में लेकर अंतिम सांस तक बच्चे को बचाने के लिए संघर्ष करती रही। इन्हें बचाने के लिए 5-6 लोगों ने कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हो सके। महिला के साहसी कदम को लोगों ने नमन किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के नवागढ़ ब्लॉक के ग्राम पुटपुरा में मंगलवार की सुबह राजमणि पाड़े के ईटभ_े में मजदूरों द्वारा बनाए गए कच्चे ईंटों को पकाने के लिए आग लगाया था, तभी राजा प्रजापति का 3 साल का नाती प्रतीक प्रजापति खेलते हुए भ_े के पास पहुँच गया। उसी समय भ_े का एक हिस्सा धंसने लगा जिसे देखकर काम कर रही ललिता ध्रुव बच्चे को बचाने के लिए जलते ईंटों के बीच कूद गई , लेकिन दुर्भाग्यवश धधकते हुए सैकड़ों ईंट महिला व बच्चे पर गिर गया जिसके नीचे दबकर दोनों गंभीर रूप से जल गए। बच्चे का सिर व ऊपरी अंग पूरी तरह से जल गया। हादसे के दौरान दोनों को बचाने के फेर में राजमणि भी झुलसा है।
दोनों परिवार में छाया मातम
मृतक बालक के परिजन हादसे के बाद से सदमे में है। वहीं ललिता के परिवार में भी मातम छाया हुआ है। ललिता के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं, जो अपनी माँ को बार-बार पुकारते व तलाशते नजर आए। सरपंच कुंभराम साहू ने बताया कि राजमणि का परिवार बीते 25 वर्षो से ईंट भ_ा लगाकर ईंट पकाने के काम करते आ रहा है, पर कल तक किसी प्रकार की घटना नहीं हुई थी , लेकिन आज हुई अनहोनी में दो लोगों की मौत हो गई।
चौकी प्रभारी राजेन्द्र कश्यप ने बताया की सुबह ईटभठ्ठे के धकसने से हुए हादसे में दो लोगों की मौत हुई है। मृतकों में एक 3 साल का बालक व एक 35 वर्षीय महिला सामिल है। पुलिस ने आवश्यक कार्यवाही कर मर्ग कायम कर विवेचना में लिया है।
जंगल क्षेत्र सहित मैदानी में भी छाई धान की हरियाली
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 3 मार्च। कसडोल तहसील क्षेत्र का राजादेवरी 42 गांव विगत 3 दशक से लगातार रबी फसलों के विस्तार का इतिहास रचने लगा है जिसके साथ-साथ वन परिक्षेत्र देवपुर के अलावा बार नवापारा एवं कोठारी अभ्यारण्य के कुछ ग्रामों में भी रबी फसल धान की खेती हुआ है। कुल मिलाकर कसडोल तहसील क्षेत्र के अंतर्गत इस साल अब तक का सर्वाधिक रबी फसल धान की कसडोल तहसील क्षेत्र में खेती हुई है। दलहन-तिलहन सहित धान की छाई मनमोहक शीतलता और अच्छी पैदावार की उम्मीद से क्षेत्र के किसान प्रफुल्लित हैं।
6 हजार हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि में धान की हुई है खेती
कसडोल तहसील क्षेत्र अंतर्गत रबी फसल धान की हालात का जायजा लेने तथा किसानों से मिली जानकारी के अनुसार अब तक का सर्वाधिक रबी फसल धान की खेती होने की पुष्टि हुई है। किसानों तथा कृषि विकासखण्ड अधिकारी कसडोल बी एस ठाकुर से मिली जानकारी के अनुसार राजादेवरी क्षेत्र के 42 ग्रामों में जहां प्राकृतिक सिंचाई साधन भूमिगत बोर के माध्यम से विगत 3 दशक से उत्तरोत्तर रबी फसल धान की खेती होती आ रही है। जिसमें लोगों का अनुमान है कि हर साल सर्वाधिक इस क्षेत्र के 42 गांव में 4 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि में धान की खेती का अनुमान है। प्रगतिशील कृषक संतोष पटेल लक्ष्मी नायक चेचरापाली लक्ष्मण पटेल अवध यादव बादल प्रधान नरेश यादव सरपंच रंगोरा देवानंद नायक सौकी प्रधान डूमर पाली इंद्रजीत पटेल विजय बरिहा चंद्रिका पटेल देवगांव मुन्नालाल नायक चाँदन बांच्छापूर्ण पटेल तिलकराम नायक टप्पूलाल नायक श्रीमती प्रेमशीला नायक आदि प्रगतिशील किसानों का कहना है कि पूर्वी जोंक एवं पश्चिमी जोंक के 42 गांव दो भागों में बंटा है। पूर्वी जोक के गांव थरगांव के मालिकराम मिश्रा, कांतिलाल साहू का कहना है कि प्राय: राजादेवरी के 42 गांव के सभी ग्रामों में धान की खेती हुई है जो कमोबेश 10 हजार से अधिक कृषि भूमि में होने का अनुमान है । इस क्षेत्र में एकमात्र भूमिगत बोर से ही सिंचाई होती है। इसे छत्तीसगढ़ का लघु पंजाब कहा जाय तो अतिशयोक्ति नहीं होगी।
बलार जलाशय से 4 हजार एकड़ में धान की खेती
इस साल बरसात में अन्यजिलों से सर्वाधिक बारिश कसडोल तहसील में हुई है। सिंचाई विभाग कार्यपालन अभियंता कसडोलटी सी वर्मा का कहना है कि वर्ष 2008 के बाद 12वें साल 2020 में बलार जलाशय में लबालब पानी का भराव हुआ है। जिसके कारण रबी फसल धान के लिए पानी 3 हजार एकड़ के लिए मांग हुई है। संसदीय सचिव में क्षेत्रीय प्रवास पर सार्वजनिक रूप से 12 हेक्टेयर कृषि भूमि में धान की खेती का डिमांड की जानकारी दी थी।
श्री वर्मा का कहना है कि उम्मीद से ज्यादा 4 हजार एकड़ कृषि भूमि में धान की खेती का अनुमान है। सिंचाई अधिकारी वर्मा का कहना है कि किसान चाहते तो ज्यादा रकबा में सिंचाई किया जा सकता था। किंतु फसल सुरक्षा के अभाव में किसान पैदावार नहीं लेने की बात कही है।
बलार से जिन ग्रामों में रबी फसल धान की खेती हुई है उसमें नगर कसडोल के अलावा आसपास के गांव असनीद, हटौद, बैगनडबरी, कुर्रहा, बिलारी, छरछेद आदि के किसान हैं। इसके अलावा कसडोल तहसील के अभ्यारण्य कोठारी बारनवापारा वन परिक्षेत्र के चरौदा गबोद आमगांव लोरिदखार ढेबी ढेबा मोहदा पांडादाह दोण्ड सैहामाडा बार सहित वन परिक्षेत्र अर्जुनी सोनाखान लवन के की ग्रामों में सौर ऊर्जा के विस्तार और उपलब्धता से लगातार एबी फसल में प्रतिवर्ष इज़ाफ़ा हो रहा है ।इसका श्रेय वन विभाग तथा केंद्र और राज्य सरकार की कृषि सिंचाई अनुदान नीति का परिणाम है ।जिससे लघु सीमांत मध्यम सभी वर्ग के किसान लाभान्वित हो रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 3 मार्च। डीके सोनी अधिवक्ता एवं आरटीआई कार्यकर्ता की शिकायत पर गलत प्रोडक्शन सर्टिफिकेट जारी करने पर उद्योग विभाग ने जांच के आदेश दिए हैं।
आरोप है कि मे. श्याम टेक्सटाइल के प्रोप्राइटर सुषमा बंसल एवं महाप्रबंधक अब्दुल शाकिर अंबिकापुर तथा संलग्न अन्य अधिकारियों के विरुद्ध गलत तरीके से प्रोडक्शन सर्टिफिकेट जारी करने के संबंध में अपराधिक प्रकरण दर्ज कराए जाने तथा पंजीयन निरस्त किए जाने हेतु प्रमुख सचिव छत्तीसगढ़ शासन एवं उद्योग विभाग मंत्रालय महानदी भवन रायपुर के समक्ष शिकायत आवेदन प्रस्तुत किया गया था जिसमें मेसर्स श्याम टेक्सटाइल के प्रो सुषमा बंसल के द्वारा महाप्रबंधक कार्यालय में दस्तावेज प्रस्तुत कर एवं झूठी जानकारी देकर गत 3 जून 2020 को प्रोडक्शन सर्टिफिकेट जारी कराया गया है, जबकि उक्त अवधि में किसी भी प्रकार प्रोडक्शन मेसर्स श्याम टेक्सटाईल के द्वारा नहीं किया जा रहा था। चूंकि मे. श्याम टेक्सटाइल का उद्योग टेक्सटाइल (कपड़ा) संबंधित है लेकिन अपने टेक्सटाइल में उनके द्वारा उक्त अवधि में कांक्रीट, फेंसिंग पोल का निर्माण एवं चैंग लिंक एवं वारवेट वायर इत्यादि के निर्माण का उल्लेख किया गया है तथा वर्तमान में भी उपरोक्त कार्य कराया जाना बताया जा रहा है।
मार्च 2020 से जुलाई 2020 तक कोविड-19 का दौर चल रहा था उस समय सभी कार्यालय बंद रहते थे लेकिन मे. श्याम टेक्सटाइल के प्रोप्राइटर के द्वारा महाप्रबंधक को प्रभावित कर उससे गलत प्रोडक्शन सर्टिफिकेट जारी कराया गया है। आज तक न तो मे. श्याम टेक्सटाइल के प्रोप्राइटर के द्वारा किसी भी प्रकार के प्रोडक्ट का उत्पादन किया गया है और न ही निर्माण किया गया है। मात्र शासन से मिलने वाली सब्सिडी को प्राप्त करने के लिए उक्त फर्जी प्रोडक्शन सर्टिफिकेट महाप्रबंधक से मिलीभगत का जारी कराया गया है।
उपरोक्त दस्तावेज आवेदक द्वारा सूचना के अधिकार के तहत निकाला गया है तथा गत 2 दिसंबर 2020 को एक शिकायत भी महाप्रबंधक को की गई थी। जिसके आधार पर महाप्रबंधक के द्वारा अपने ही कार्यालय के देवेंद्र गुप्ता सहायक प्रबंधक, सूर्योदय साहू सहायक प्रबंधक, जितेंद्र कुमार प्रबंधक, एल.पी. गुप्ता प्रबंधक की एक टीम बनाकर स्थल निरीक्षण कराया गया जिसमेें स्थल निरीक्षण में यह प्रतिवेदन दिया गया कि इकाई का संयुक्त स्थल निरीक्षण गत 22 दिसम्बर 2020 को किया गया। स्थल निरीक्षण में इकाई का मुख्य द्वार बंद पाया गया, पुन: इकाई का स्थल निरीक्षण किया गया, स्थल निरीक्षण के दौरान इकाई में कांक्रीट फेंसिंग पोल का निर्माण किया जा रहा था तथा चैन लिंक का मशीन स्थापित पाई गई, किंतु उत्पादनरत नहीं पाई गई।
उक्त स्थल निरीक्षण में भी यह स्पष्ट हो गया कि चैन लिंक का उत्पादन मौके पर नहीं किया जा रहा था। सिर्फ मशीन स्थापित है जबकि जो प्रोडक्शन सर्टिफिकेट 3 जून 2020 को जारी किया गया है उसमें चैन लिंक आयरन का भी उल्लेख किया गया है।
इस प्रकार यह प्रमाणित है कि जारी प्रोडक्शन सर्टिफिकेट गलत तथ्यों एवं दस्तावेजों के आधार पर जारी किया गया है जो कि स्पष्ट रूप से शासन को धोखा देने जैसी स्थिति है और अपराधिक कृत्य की श्रेणी में आता है।
विगत पिछले वर्ष मे. श्याम टेक्सटाइल में आग लग गई थी तथा प्रोडक्शन का काम पूरी तरह से बंद पड़ा था कोई भी काम नहीं कराया जा रहा था। लेकिन उसके बाद भी गलत तरीके से उक्त प्रोडक्शन सर्टिफिकेट शासन से सब्सिडी/ लाभ प्राप्त करने हेतु उपरोक्त सभी अधिकारियों को मिलाकर प्राप्त किया गया है। जो कि शासन के साथ धोखाधड़ी एवं अपराधिक कृत्य है।उपरोक्त शिकायत की गंभीरता को देखते हुए कार्यालय अवर सचिव छत्तीसगढ़ शासन वाणिज्य एवं उद्योग विभाग रायपुर के द्वारा गत 11 फरवरी 2021 को संचालक उद्योग संचनालय उद्योग भवन रायपुर को एक पत्र भेजकर उपरोक्त शिकायत की जांच करने हेतु आदेशित किया गया है तथा शिकायत आवेदन में उल्लेखित तथ्यों की जांच कराकर नियमानुसार कार्यवाही कर कार्यालय को अवगत कराने का आदेश दिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 3 मार्च। सामुदायिक पुलिसिंग के तहत 1 मार्च को थाना प्रभारी निरीक्षक सोनसिंह सोरी व स्टाफ के द्वारा माकड़ी परिसर में व्हालीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें ग्राम धारली, कोसाहरदुली, बागबेड़ा, इंगरा, उलेरा, ठेमगांव, चरकई, केरावाही, हीरापुर, पीढ़ापाल, अरंगुला, ओण्डरी व माकड़ी के टीम ने भाग लिया। जनपद पंचायत माकड़ी अध्यक्षा मोतीबाई नेताम, उपाध्यक्ष गौतम साहू, सरपंच माकड़ी हेमलाल वट्टी व वरिष्ठ नागरिक बिरस साहू, रामकुमार कश्यप, चंदन साहू, संजू पोयाम, चिंतराम नायक एवं अन्य ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
ग्राम बागबेड़ा और चरकई की टीम फाईनल में पहुंची, प्रथम स्थान पर ग्राम बागबेड़ा की टीम व द्वितीय स्थान पर ग्राम चरकई की टीम रही। फाईनल मैच बहुत ही रोमांचक रहा। चंदन साहू व चिंताराम नायक द्वारा निर्णायक का भूमिका निभाया गया। थाना प्रभारी माकड़ी निरीक्षक सोनसिंह सोरी द्वारा विजयी टीम को प्रथम पुरस्कार 5001 रूपए व शील्ड तथा द्वितीय पुरस्कार 2500 रूपए व शिल्ड एवं खिलाडिय़ों को मेडल से पुरस्कृत कर खिलाडिय़ों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुये शुभकामनायें दिया गया।
व्हालीबॉल प्रतियोगिता थाना माकड़ी में पहिली बार कराया गया, जिससे उपस्थित खिलाड़ी प्रसन्न नजर आये एवं उपस्थित गणमान्य नागरिकों के द्वारा सराहना किया गया। इस तरह पुलिस और नागरिकों के बीच मधुर संबंध बढ़ता जा रहा है। उपस्थित समस्त टीम व गणनागरिकों का थाना प्रभारी द्वारा आभार व्यक्त किया गया।
जिलाध्यक्ष, क्षेत्रीय नेताओं का स्वागत सूची में नाम नहीं होने से हंगामा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 मार्च। केंद्र सरकार की बहुप्रतिक्षित प्रसाद योजना का शुभारंभ कार्यक्रम कांग्रेसी नेताओं के गुटीय लड़ाई की भेंट चढ़ गई। धर्मनगरी डोंगरगढ़ में मां बम्लेश्वरी के स्थल को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करने की यह महत्वाकांक्षी योजना के उद्घाटन समारोह में कांग्रेसियों के बीच चल रही आंतरिक लड़ाई उस वक्त सतह पर आ गई, जब समारोह के मुख्य अतिथि गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू की मौजूदगी में डोंगरगढ़ के कांग्रेसी नेताओं ने स्वागत सूची में नाम नहीं होने को लेकर हंगामा खड़ा कर दिया। मंच पर आसीन गृहमंत्री समेत अन्य विशिष्ट अतिथि कांग्रेसियों को आपस में लड़ते देख रहे थे।
मंच पर मौजूद डोंगरगढ़ विधायक भुनेश्वर बघेल विवाद को बढ़ता देखकर डोंगरगढ़ शहर कांग्रेस अध्यक्ष संजीव गोमास्ता से बात करने पहुंचे तो शहर अध्यक्ष ने विधायक को भी फटकार लगाई। इस दौरान दोनों के बीच गरमा-गरमी बहस भी हुई। हालांकि शहर अध्यक्ष गोमास्ता ने आरोप लगाया कि जिलाध्यक्ष पदम कोठारी समेत कई प्रमुख नेताओं का नाम स्वागत सूची से गायब है। जबकि जिले के दूसरे ब्लॉकों के नेताओं को स्वागत करने का मौका दिया गया। हालांकि इस दौरान जिलाध्यक्ष पदम कोठारी चुप्पी साधे रहे। जबकि उनके पक्ष में दूसरे नेता हंगामा खड़ा करते नजर आए। बताया जा रहा है कि जब यह हंगामा चल रहा था उस दौरान वर्चुअल संबोधन में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल भी जुड़े हुए थे। दोनों नेताओं ने भी कार्यकर्ताओं की नाराजगी को देखा।
मिली जानकारी के अनुसार स्वागत के दौरान ही कांग्रेस के शहर अध्यक्ष संजीव गोमास्ता ने यह कहकर विरोध शुरू कर दिया कि स्वागत सूची में उनके सहित कांग्रेस नेताओं का नाम नहीं है। इसी बात को लेकर हंगामा खड़ा हो गया। इस दौरान संध्या देशपांडे सहित स्थानीय नेता गोमास्ता के समर्थन में खड़े होकर विरोध करने लगे। इनका आरोप था कि जानबूझकर संगठन के नेताओं की उपेक्षा की जा रही है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष पदम कोठारी भी हंगामे के दौरान उपस्थित थे।
मंच से मंत्री ताम्रध्वज साहू ने भी विरोध कर रहे कांग्रेस नेताओं को समझाने की कोशिश की। डोंगरगढ़ विधायक बघेल भी मंच से नीचे उतरकर कांग्रेसियों को समझाया, लेकिन पदाधिकारी इस कदर नाराज थे कि उन्हें भी खरीखोटी सुना दी।
शहर अध्यक्ष गोमास्ता ने जमकर अपने नेताओं को सुनाया। इधर भाजपा नेताओं ने भी हंगामा खड़ा करते कहा कि उनके पार्टी के अध्यक्ष अमित जैन से 10 लोगों का नाम स्वागत के लिए लिया गया, लेकिन किसी से स्वागत नहीं कराया गया। हंगामे के बीच कार्यक्रम में अफरा-तफरी मची रही। बाद में किसी तरह मामला शांत किया गया।
वर्चुअल माध्यम से मुख्यमंत्री, केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री से जुड़े
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 मार्च। मां बम्लेश्वरी के नाम से दुनियाभर में प्रसिद्ध डोंगरगढ़ के पर्यटन विकास की दिशा में मंगलवार को प्रसाद योजना के रूप में बड़ी शुरूआत हुई। यहां 43 करोड़ 33 लाख रुपए की राशि से पर्यटन विकास की शुरूआत की जाएगी। इसमें श्रीयंत्र के आकार का पिलग्रिम फैसिलिटेशन सेंटर के निर्माण के साथ ही प्रज्ञागिरी पहाड़ी पर ध्यान केंद्र और अन्य सुविधाएं आरंभ की जाएगी।
वर्चुअल माध्यम से जुड़े मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि वर्ष 2018 से प्रसाद योजनांतर्गत डोंगरगढ़ को लाने की प्रक्रिया चली थी और आज इसे पूर्णता मिली। इसमें सांसद, पर्यटन मंत्री और केंद्रीय पर्यटन मंत्री सहित इससे जुड़े सभी लोगों की मेहनत है। डोंगरगढ़ हिंदू, जैन और बौद्ध धर्म की आस्था का केंद्र है। चैत्र और शारदेय नवरात्रि में हर दिन हजारों लोगों की भीड़ यहां जुटती है। सालभर में लगभग 50 लाख लोग यहां जुटते हैं और माता का आशीर्वाद लेते हैं। प्रसाद योजना से इन पर्यटकों के लिए सुविधाएं और बढ़ेंगी। इस योजना से यहां पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। जिसका लाभ स्थानीय लोगों को होगा। छत्तीसगढ़ में पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं हैं, इस दिशा में जितना काम होगा, पर्यटन में उतनी ही वृद्धि होगी।
वर्चुअल माध्यम से जुड़े केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सरकार प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि अविभाजित मध्यप्रदेश के दिनों में मैं डोंगरगढ़ नवरात्रि पर आया था और मेरी धार्मिक स्मृतियां और श्रद्धा इस तीर्थ स्थल से जुड़ी है। यह स्थल सनातन, बौद्ध और जैन मान्यताओं का प्रमुख स्थल है। यह भारत की सांस्कृतिक विविधता दर्शाता है। इस क्षेत्र में पर्यटन की बड़ी संभावना है। प्रसाद योजना से डोंगरगढ़ के पर्यटन विकास की नई संभावनाएं खुलेंगी। उन्होंने कहा कि इन पर्यटक केंद्रों में बुनियादी सुविधाएं और सौंदर्यीकरण के जितने कार्य होंगे, यहां के विकास के लिए उतनी ही संभावनाएं बढ़ेंगी।
इस दौरान पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल से मिला और उन्होंने आश्वस्त किया कि छत्तीसगढ़ में पर्यटन को आगे ले जाएंगे। आप जो प्रस्ताव बनाएंगे, छत्तीसगढ़ के विकास के लिए किसी तरह की कमी नहीं होगी। सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि प्रसाद योजना तीर्थस्थलों में अधोसंरचना सुधार के लिए लाई गई है। इस योजना के माध्यम से पर्यटन में अभिवृद्धि होगी। मां बम्लेश्वरी के साथ ही चंद्रगिरी और प्रज्ञागिरी के तीर्थ के रूप में भी यह क्षेत्र प्रसिद्ध है। प्रसाद योजना से इसके विकास की नई संभावनाएं खुलेंगी।
इस मौके पर डोंगरगढ़ विधायक भुनेश्वर बघेल, खुज्जी विधायक छन्नी साहू, छत्तीसगढ़ राज्य अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष धनेश पाटिला, नगर पालिका डोंगरगढ़ अध्यक्ष सुदेश मेश्राम, प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ टूरिज्म रानू साहू, कलेक्टर टीके वर्मा, एसपी डी. श्रवण, जिला पंचायत सीईओ अजीत वसंत, मां बम्लेश्वरी देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष नारायण लाल अग्रवाल, उपाध्यक्ष रघुवर प्रसाद अग्रवाल एवं सदस्य नवनीत तिवारी, बिरधीचन्द भंडारी, गोविंद चोपड़ा, सुभाष अग्रवाल, विनोद तिवारी, संजय अग्रवाल सहित जनप्रतिनिधि एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
मंत्री साहू ने की पूजा-अर्चना
पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने डोंगरगढ़ में नीचे मां बम्लेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना की। मंत्री ने मां बम्लेश्वरी से प्रदेश की खुशहाली, सुख-शांति और समृद्धि के लिए कामना की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 2 मार्च। जगदलपुर शहर को सुव्यवस्थित एवं सुंदर बनाने के उद्देश्य से कलेक्टर रजत बंसल के नेतृत्व में जिला प्रशासन बस्तर द्वारा विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं। दलपत सागर उन्नयन, चौपाटी, बाजार स्थल को व्यवस्थित करना हेरिटेज वाक के अंतर्गत पुराने मंदिरों का उन्नयन एवं अतिक्रमण हटाने का कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में लोगों को आधुनिक एवं सर्वसुविधा युक्त मकान उपलब्ध कराने के लिए शहर के हृदय स्थल महारानी वार्ड में 1946-47 में निर्मित 36 क्वार्टर को जर्जर होने के कारण ढहा दिया गया।
यह कार्रवाई लगातार 3 दिन चली, जिसमें सभी मकान सुरक्षित तरीके से गिरा दिए गए। इस स्थल में हाउसिंग बोर्ड द्वारा बहुमंजिला इमारत का निर्माण किया जाएगा। जिसमें समाज के सभी वर्गों के लिए आवास उपलब्ध कराया जाएगा।
तहसीलदार नजूल ने जानकारी दी कि 36 क्वार्टर गिराने के दौरान शासकीय नजूल भूमि से अतिक्रमण भी हटाया गया। दो मंजिला मकान बनाकर शासकीय भूमि में अतिक्रमण किया गया था जिसे हटाया गया। शासन द्वारा नजूल भूमि में 20 अगस्त 2017 के पूर्व के कब्जाधारियों को कलेक्टर गाइड लाइन दर के 152 प्रतिशत पर व्यवस्थापित कर भूमि स्वामी हक दिया जा रहा है। भूमिस्वामी बनने पर व्यक्ति जमीन का बिना किसी शर्तों के उपभोग कर सकता है। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई आगे भी लगातार जारी रहेगी। नजूल शाखा द्वारा वृहद सर्वे कर कब्जाधारियों को नोटिस दिया गया है। इनमें से जिन्होंने आवेदन दिया है उनके व्यवस्थापन की कार्रवाई जारी है। जिन्होंने नोटिस दिए जाने पर भी आवेदन नहीं किया है उन्हें चिन्हांकित कर कब्जा हटाये जाने की कार्रवाई की जाएगी।