रायगढ़
न मुआवजा मिल पा रहा न राहत, दो माह से थाने के चक्कर
रायगढ़, 22 नवंबर। धरमजयगढ़ क्षेत्र के धरमपुर गांव निवासी विशेष पिछड़ी जनजाति पंडो समुदाय का परिवार अंतिम प्रतिवेदन मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए दो माह से धरमजयगढ़ थाने का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन हर बार उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है। जरूरी दस्तावेज नहीं मिल पा रहा है, जिससे उन्हें अब तक शासन से मिलने वाली सहायता राशि भी नहीं मिल पा रही है।
विदित रहे कि करीब दो माह पूर्व धरमजयगढ़ क्षेत्र के धरमपुर गांव में विशेष पिछड़ी जनजाति पंडो समुदाय की एक युवती विमला पंडो पिता गुरबारु पंडो की देर रात घर में सोने के दौरान सांप के डसने से धरमजयगढ़ हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। जिसका धरमजयगढ़ थाने में अस्पताल तहरीर पर मर्ग कायम कर आगे की कार्रवाई की गई थी।
दो माह गुजर जाने के बाद भी उन्हें थाने से जरूरी दस्तावेज उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। शासन से मिलने वाली प्राकृतिक आपदा के तहत सहायता राशि या फिर मुआवजा राशि के लिए मृतिका विमला के पिता अंतिम जांच प्रतिवेदन के लिए कई बार धरमजयगढ़ थाने के चक्कर काट चुके हैं।
गुरबारु ने बताया कि उनको थाने से हर बार यह कहकर बैरंग लौटा दिया जा रहा है, कि अभी काम नहीं हुआ है, कल आएं परसों आएं, इसी चक्कर में मृतक के परिजन दो माह से थाने के लगातार चक्कर काट रहे हैं।