रायपुर
रायपुर, 9 दिसंबर। हर माता-पिता को बच्चे के जन्म के बाद पहली बार उसकी आवाज सुनने का इंतजार रहता है। अपने बच्चे के मुंह से मां शब्द सुनने को हर मां आतुर रहती है, लेकिन रायगढ़ निवासी दिलीप अरोरा और श्रीमती निम्मी अरोरा की बेटी इशिका ने जब जन्म के ढाई साल के बाद भी बोलना शुरू नहीं किया तो माता-पिता की चिंता बढ़ गई।
इलेक्ट्रॉनिक्स का व्यवसाय करने वाले दिलीप अरोरा इशिका के कानों के लिए महंगा उपकरण लेने में समर्थ नहीं थे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और इशिका को बोलते देखने के लिए प्रयास करने लगे। उनकी इस परेशानी को दूर करने की समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनिला भेंडिय़ा की पहल से 11 साल बाद इशिका को सुनने-बोलने की ताकत मिली है।
मंत्री श्रीमती भेंडिय़ा के निर्देश पर उनके रायपुर स्थित निवास में स्पीच ऑडियोलॉजिस्ट राकेश पाण्डे ने जब इशिका के कान में साउण्ड प्रोसेसर लगाया तो अपनों की आवाज सुनकर उसके चेहरे पर चमक आ गई।
इशिका के माता-पिता भी उसके मुंह से पापा-मम्मा सुनकर खुश नजर आए और श्रीमती भेंडिय़ा को मदद के लिए आभार व्यक्त किया।