रायपुर
कल मूणत ने कहा था सत्र में विपक्ष विफल रहा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 जुलाई। पांच दिनों के मानसून सत्र का शुक्रवार को अवसान होगा। अब शीत सत्र दिसंबर के दूसरे या तीसरे सप्ताह में बुलाया जाएगा।
पांच दिनों में कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर वरिष्ठ विधायक राजेश मूणत और किरण सिंह देव ने टिप्पणी की है। उन्होंने सदन में विपक्ष को दिशाहीन बताते हुए कहा कि कोई भी स्थगन प्रस्ताव तथ्यों पर आधारित नहीं था।
इस पर पलटवार करने नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व सीएम भूपेश बघेल, पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा की।
महंत ने कहा हमारे 35 विधायकों ने सदन में सशक्त भूमिका निभाई, कई मुद्दों को सदन में अच्छे से उठाया, महंत ने कहा पांच दिन के सत्र में 4 स्थगन सूचनाओं पर चर्चा विपक्ष की बड़ी कामयाबी है।
खाद बीज और अन्य मुद्दों को उठाया। पूरे प्रदेश में मलेरिया और डायरिया बढ़ा हुआ है। विधानसभा में भी हमने दिखा दिया कि भूपेश बघेल की सरकार ने मलेरिया और डायरिया के जितना काम किया था उन सभी को उन कामों को उन्होंने बंद कर दिया। रीएजेंट जो टेस्ट के लिए जरूरी है अस्पतालों में नहीं मिल पा रहा है।
महंत ने कहा नक्सल घटना पर विधानसभा में भी कहा था कि कब से भरमार बंदूकों का चलन बंद हो गया है।
मैंने यह सवाल उठाया है क्या आपने भरमार की गिनती कार्रवाई या कल परीक्षण करवाया है वह भरमार बंदूक के चलती भी है या नहीं। उनका उपयोग सिर्फ ग्रामीणों को मारे जाने के बाद नक्सली बताने के लिए किया जा रहा है। हमने बेमेतरा विस्फोट , हसदेव की घटना को उठाया।
सरकार विफल-बघेल
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि हम जनता के मुद्दों को सडक़ से सदन तक उठा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार महतारी वंदन योजना के पैसे काट रही है। क्या यही विष्णु का सुशासन है। बघेल ने सरकार को पूरी तरह से विफल करार दिया।
कृषि मंडी संशोधन को लेकर बड़ा आंदोलन
कृषि मंडी संशोधन को लेकर कांग्रेस बड़ा आंदोलन करेगी।पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि यह बड़ा और गंभीर मुद्दा है ।इस मंडी संशोधन विधि से छत्तीसगढ़ का भला होने वाला नहीं है ।यह वही बिल है जो एक समय केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानून तीन बिल लाए थे।उसी में एक बिल एड है।चंद उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने का काम कर रही है।छत्तीसगढ़ की जनता इस बिल को समझ नहीं पाई है समझने की आवश्यकता है।