रायपुर
![शहीद वीर नारायण सिंह सच्चे देशभक्त व गरीबों के मसीहा थे शहीद वीर नारायण सिंह सच्चे देशभक्त व गरीबों के मसीहा थे](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1639224477hoto_Anusuchit-Jati-Aayog.jpg)
रायपुर, 11 दिसंबर। छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीद वीर नारायण सिंह की शहादत दिवस पर छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग रायपुर में मनाई गई। इस अवसर पर नितिन पोटाई सदस्य के द्वारा उनके छायाचित्र पर फूल माला अर्पित किया गया। उन्होंने बताया कि नारायण सिंह को बघवा (शेर) बेटा कहा जाता है। अकाल के समय उन्होंने गोदाम में भरे अनाज के बोरों को पीडि़तों, गरीबों एवं आदिवासी परिवारों को गोदाम का ताला तोडक़र बांट दिया था। वीर नारायण सिंह देश की आजादी के लिए अंग्रजों से लड़ाई लड़ते रहे। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के जय स्तंभ चौक में उन्हें अंग्रेजों के द्वारा 10 दिसंबर 1857 को फांसी चढ़ा दिया गया।
उन्होंने शहीद वीर नारायण सिंह को एक सच्चे देशभक्त एवं गरीबों का मसीहा बताया गया एवं उनकी शहादत को याद करते हुए श्रद्धा-सुमन अर्पित किया गया। केएस धु्रव सचिव छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग के द्वारा भी शहीद वीर नारायण सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उन्हें वीर, देशभक्त कहा गया। उक्त अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।