रायपुर
![दिवंगत नेताओं-सीडीएस को श्रद्धांजलि : विधानसभा का पहला दिन दिवंगत नेताओं-सीडीएस को श्रद्धांजलि : विधानसभा का पहला दिन](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1639396463888.jpg)
विधानसभा की कार्यमंत्रणा समिति की बैठक सोमवार को विधान सभा परिसर स्थित मुख्य समिति-कक्ष में विधान सभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महन्त के सभापतित्व में संपन्न हुई। बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, संसदीय कार्यमंत्री रविन्द्र चौबे, लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू, वन मंत्री मोहम्मद अकबर,नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, विधायकगण, विधान सभा के प्रमुख सचिव चन्द्र शेखर गंगराड़े एवं छत्तीसगढ़ शासन के मुख्य सचिव, अमिताभ जैन सहित छत्तीसगढ़ शासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 दिसंबर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के प्रथम दिन आज सदन में दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सदन में वर्तमान छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य दिवंगत देवव्रत सिंह, पूर्व सांसद गोंदिल प्रसाद अनुरागी, पूर्व रजिंदर पाल सिंह भाटिया, पूर्व संसदीय सचिव युद्धवीर सिंह जूदेव, पूर्व मंत्री मूलचंद खंडेलवाल, पूर्व सदस्य मनुराम कच्छ और 8 दिसम्बर को वायुसेना की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में दिवंगत देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी धर्मपत्नी श्रीमती मधुलिका रावत और शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने निधन उल्लेख करते हुए दिवंगतों का जीवन परिचय दिया, और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
सीएम भूपेश बघेल ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि पंचम विधानसभा के सदस्य दिवंगत देवव्रत सिंह सदन में पूरी प्रखरता और बेबाकी के साथ अपनी बात रखते थे। वे 1995 में अविभाजित मध्यप्रदेश विधानसभा के विधायक चुने गए। उन्होंने सांसद और विधानसभा सदस्य के रूप में अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन किया। देवव्रत सिंह हंसमुख और हमेशा सक्रिय रहने वाले जनप्रतिनिधि थे, जो अपने क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा सक्रिय रहते थे। संगठन के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किया। अल्पायु में उनका निधन देश और प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति है।
सीएम ने पूर्व सांसद गोंदिल प्रसाद अनुरागी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वे समाज के उत्थान के लिए हमेशा प्रयासरत रहे। वे रहस के भी अच्छे कलाकार थे। उनका सादगीपूर्ण जीवन हमारे लिए प्रेरणादायक रहेगा। पूर्व राज्यमंत्री रजिंदर पाल सिंह भाटिया को श्रद्धांजलि देते हुए सीएम ने कहा कि सदन में प्रश्नकाल में वे अपने क्षेत्र के विकास की समस्याओं को प्रभावी रूप से रखते थे और अपने क्षेत्र के कार्यों को स्वीकृत करा लेते थे।
श्री बघेल ने पूर्व संसदीय सचिव युद्धवीर सिंह जूदेव को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अल्पायु में उनका निधन अत्यंत दु:खद है। वे एक उभरते हुए राजनेता थे। उनके व्यवहार में विनम्रता थी। प्रदेश और अपने क्षेत्र के विकास के लिए वे हमेशा सक्रिय रहे। मुख्यमंत्री ने अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व राज्यमंत्री मूलचंद खण्डेलवाल को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे ऐसे वरिष्ठ राजनेता थे, जो सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में हमेशा सक्रिय रहे। अविभाजित मध्यप्रदेश विधानसभा के पूर्व सदस्य मनुराम कच्छ को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे बस्तर क्षेत्र से विधायक रहे। वे मिलनसार व्यक्तित्व के धनी थे। अपने क्षेत्र के विकास के लिए वे हमेशा सक्रिय रहे।
सीएम श्री बघेल ने वायुसेना की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में दिवंगत देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी धर्मपत्नी श्रीमती मधुलिका रावत और शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि 8 दिसम्बर की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया। उनका निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है। बिपिन रावत एक अच्छे रणनीतिकार और सेना में लोकप्रिय अधिकारी थे।
सीएम ने सभी दिवंगतों के परिवारजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। सदन में नेता प्रतिपक्षधरमलाल कौशिक, विधायक मोहन मरकाम, डॉ श्रीमती रेणु जोगी, केशव चन्द्रा, शैलेश पांडे, अजय चंद्राकर, प्रमोद शर्मा, अरुण वोरा, डॉ. रमन सिंह, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव, विधायक पुन्नूलाल मोहले ने भी दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी। सदन में सभी दिवंगतों के सम्मान में 2 मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।