रायपुर
पंजाब, राजस्थान में बारदाने की कमी नहीं, लेकिन छत्तीसगढ़ में संकट...
पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने महिला स्व सहायता समूहों से रेडी टू ईंट का काम छिने जाने के सरकार के फैसले पर सरकार की कड़ी आलोचना की, और कहा कि इससे 20 हजार महिलाएं बेरोजगार हो जाएंगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 दिसंबर। प्रदेश भाजपा के सहप्रभारी नितिन नबीन ने भूपेश सरकार के तीन साल पूरे होने पर तीखा हमला किया, और कहा कि सरकार ने जनता को कर्ज में डूबो दिया।
उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रदेश की जनता भाजपा के साथ है। कांग्रेस ने तीन सालों में जनता के साथ विश्वासघात किया है। घोषणा पत्र के वादों को पूरा करने में असफल रही है। भाजपा ने जहां छत्तीसगढ़ को विकास की राह में ले गई थी, वह कांग्रेस राज में 10 साल पिछड़ गई है। भूपेश सरकार जनता को कर्ज में डूबो रही है। 51 हजार करोड़ का कर्ज लेकर भी कांग्रेस सरकार ने इन तीन सालों में कोई विकास कार्य नहीं किया।
श्री नबीन ने कहा कि केन्द्र से मिलने वाली राशि प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए दी जाती रही है। ताकि राज्य में गरीब जनता को आशियाना मिल सके। जिसके लिए सरकार निरंतर प्रयास करती रही है। किन्तु भूपेश सरकार ने इन गरीबों का आशियाना छिनने का काम किया है। प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि का अब तक जनता को कोई लाभ नहीं मिला। भूपेश की कांग्रेस सरकार राजधानी में बैठकर रोती है, और दिल्ली में जाकर अपने आका के कहने पर केन्द्र सरकार को चिट्ठी लिखती है। अपनी नाकामियों का केन्द्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाती है।
उन्होंने कहा कि देश में पंजाब, और राजस्थान जैसे राज्य हैं जहां कांग्रेस की सरकार होने पर भी धान के बोरों की कोई कमी नहीं है। किन्तु छत्तीसगढ़ में ऐसा क्यों? भूपेश सरकार किसानों से अधिक धान खरीदना न पड़े इसका बहाना बनाकर केन्द्र पर बोरों और बारदानों को लेकर निरंतर आरोप लगाती रही है। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में मंडी शुल्क खत्म करने की बात कही, और आज डेढ़ गुना शुल्क बढ़ाया।
नबीन ने बताया कि भाजपा शासन काल में डॉ. रमन सिंह ने पिछले 15 वर्षों तक प्रदेश में धान खरीदी की कभी भी बोरे, और बारदाने की कमी आड़े नहीं आई। और आज भूपेश सरकार किसानों के साथ विश्वासघात कर अपना गोरख धंधा चला रही है। आज केन्द्रीय योजनाओं का हालत खराब कर कांग्रेस सरकार ने केन्द्र की सभी योजनाओं में प्रतिबंध लगा रखा है। जिसके कारण से लगभग 11 लाख दूकान गरीबों के आशियाने के लिए बनाना बाकी रह गया है।
नितिन नबीन ने कहा कि आज करीब तीन लाख अधूरे मकान पड़े हैं। और 2021 में 7 लाख मकान प्रधानमंत्री आवास योजना में बनाने बाकी है। कुल मिलाकर आज 18 लाख मकानों का लाभ प्रदेश की गरीब जनता को नहीं मिल पाई है। इसी बीच प्रदेश में जल जीवन मिशन को लेकर कहा कि 2019-20 में प्रदेेश 23 वें स्थान पर आ गई है। शुद्ध पेयजल की योजनाओं से जनता वंचित है। शिक्षा का स्तर भी आज छत्तीसगढ़ में गिर गया है। शिक्षक बदहाली की स्थिति में हैं।
नितिन नबीन ने कहा कि कांग्रेस की भूपेश सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट नरवा, गरूवा, घूरूवा, बाड़ी आज धरी की धरी पड़ी है। आज न शहर में विकास हो रहा है गांवों में, और न ही सड़क़ों की मरम्मत करने की शक्ति बची है। कांग्रेस के शासनकाल में आज विभागों में ट्रांसफर का जाल बिछा हुआ है। पट्टा देने के नाम पर सरकारी जमीन को बेचने का काम कर रही है। भूपेश का तीन साल दोषपूर्ण रहा है। छत्तीसगढ़ आज अपराध, माफिया, भ्रष्टाचार, लूट, हत्या, बलात्कार जैसे आपराधिक मामले का गढ़ बन गया है।