रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 20 दिसंबर। किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने सोमवार को यहां कहा कि सरकार जिन फसलों की एमएसपी घोषित करती है, उसे कानूनी रूप दे दे। इसके बाद दूध, और सब्जी पर भी बात की जाएगी।
टिकैत एक कार्यक्रम में शिरकत करने यहां पहुंचे हैं। उन्होंने मीडिया से चर्चा में कहा कि सरकार जिन फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) घोषित करती है उसे वैध कर दे। बाद में दूध और सब्जियों की एमएसपी पर भी बात होती रहेगी।
राकेश टिकैत ने कहा कि अभी भी एमएसपी का एक बड़ा सवाल बचा हुआ है। मीडिया और सरकारों के जरिए यह बात जनता के बीच पहुंच गई है। अब आगे सरकार से बातचीत कर उसका समाधान निकालेंगे। केंद्र सरकार की ओर से तीनों कानून वापस लेने की वजह पूछे जाने पर टिकैत ने कहा, सरकार ने हमारा काम कर दिया। खामखां सरकार के कान में उंगली डालकर नहीं खुजाया करते।
एमएसपी देने से कृषि उत्पादों की कीमतें बढ़ जाने के कुछ विशेषज्ञों की राय पर टिकैत ने कहा कि ऐसे विशेषज्ञों को हम भी ढूंढ रहे हैं। ये कौन लोग हैं। हमें तो ऐसे एक भी विशेषज्ञ नहीं मिले। उन्होंने कहा कि हमें एमएसपी दिलवा दो सरकार को टैक्स भी ज्यादा मिलेगा। हम सरकार को यह गणित बता देंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे ही विशेषज्ञ सरकार को गलत राय दे रहे हैं।