रायपुर
![टीबी की रोकथाम के लिए रोगी के परिजनों की जांच भी जरूरी टीबी की रोकथाम के लिए रोगी के परिजनों की जांच भी जरूरी](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1640087443-01.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 दिसंबर। टीबी और फेफड़े संबंधी अन्य रोगों के उपचार और प्रबंधन पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में एक दिवसीय सिम्पोजियम आयोजित की गई। इस अवसर पर टीबी के प्रभावी रोकथाम के लिए रोगी के परिजनों की भी निरंतर जांच की आवश्यकता बताई गई। विशेषज्ञों का कहना था कि रोगी के आसपास रहने वाले लोगों को टीबी होने का खतरा 10 से 60 गुना तक बढ़ जाता है। ऐसे में उन्हें निरंतर जांच करवाने की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही फेफड़े के कैंसर के बढ़ते रोगियों पर भी चिंता व्यक्त करते हुए विशेषज्ञों और दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया।
सिम्पोजियम का उद्घाटन करते हुए निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरकर ने कहा कि एम्स में टीबी और पोस्ट कोविड समस्याओं से पीडि़त रोगियों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। ऐसे में एम्स द्वारा अत्याधुनिक मशीनों की मदद से इन रोगियों को त्वरित उपचार प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है इसमें टीबी और फेफड़े संबंधी अन्य रोग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि एम्स 2025 तक टीबी के उन्मूलन के सरकार के प्रयासों में हर संभव सहयोग देगा।
पद्म पुरस्कार से सम्मानित और इंडियन चेस्ट सोसाइटी के अध्यक्ष प्रो. दिगंबर बेहरा का कहना था कि फेफड़े संबंधी कैंसर के रोगी निरंतर बढ़ रहे हैं ऐसे में इन रोगियों को तुरंत चिन्हित कर उपचार प्रदान करने की आवश्यकता है। इसमें प्रशिक्षित चिकित्सकों और नर्सिंग स्टॉफ एक बड़ी चुनौती है। इसके साथ ही महंगी दवाइयां और उपचार की सुविधा सभी जगह उपलब्ध न हो पाना भी समस्या है। इसके लिए कैंसर रोगियों को और अधिक सुविधाएं प्रदान करने की आवश्यकता है।
राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के सलाहकार प्रो. रोहित सरन का कहना था कि टीबी रोगी के सीधे संपर्क में आने वालों को टीबी का खतरा अधिक होता है। इसके लिए सामाजिक स्तर पर प्रयास कर टीबी रोगियों के निकटवर्ती संपर्कों की भी निरंतर जांच करनी आवश्यक होती है। उन्होंने टीबी के उन्मूलन के लिए अधिक अनुसंधान और नवोन्मेष पर जोर दिया।
सिम्पोजियम को प्रो. पी.के पात्रा, डॉ. सजल डे, डॉ. अजॉय कुमार बेहरा, डॉ. रंगनाथ गंगा, डॉ. दिबाकर साहू और डॉ. विजय हड्डा ने भी संबोधित किया।