रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 28 दिसंबर। सेन्ट्रल जेल दुर्ग में धार्मिक ग्रंथ के अपमान की तिखी प्रतिक्रिया हुई है। मुस्लिम समाज के लोगों ने इस मामले में जेल के अधिकारी और जिम्मेदार आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
यहां एक होटल में सैय्यद आलमगीर अशरफ राष्ट्रीय अध्यक्ष ( युथ ) ऑल इंडिया उलमा मशाएख बोर्ड हाजी अब्दुल हमीद जनरल सेक्रेटरी मदनी सोशल वेलफेयर ग्रुप इमरान अशरफी इमाम ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पवित्र कुरान शरीफ के साथ हुई अपमानजनक घटना से पूरे मुस्लिम समाज में शेष है। छत्तीसगढ़ मुस्लिम समाज प्रशासन से अपील करता है कि किसी भी धार्मिक किताब (ग्रन्थ ) के साथ अपमानजनक घटना नहीं होनी चाहिए। यह भारतीय परम्परा के विरूद्ध की घटना है जिसका जितना विरोध किया जाए कम है। विगत कुछ दिनों से छ.ग. राज्य में ऐसी घटना बढ़ते जा रही है जिसका समाज के युवा पीढ़ी में गलत असर पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले सिख समाज के पवित्र ग्रन्थ के साथ भी ऐसी घटना हुई है। छग राज्य की सभी मुस्लिम कमेटियां प्रशासन से यह अनुरोध करती है कि दुर्ग सेन्ट्रल जेल के दोषी अधिकारी एवं वो कैदी जो कारावास में सजा काट रहे हैं उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। जेल में व्यक्ति सुधरने जाता है तथा इन धार्मिक किताबों के माध्यम से पश्चाताप करता है परंतु जेल के सुरक्षित माहौल में प्रतिबंधित चीजों का पहुंचना और उसका उपयोग करना कई सवाल खड़ा करता है। विगत दिनों से छग राज्य जहां कांग्रेस का राज्य है। वहां मुस्लिम समाज के खिलाफ लगातार द्वेषपूर्ण काम हो रहा है, जिससे मुस्लिम समाज में असुरक्षा की भावना बढ़ती हा रही है। अगर अधिकारी अपने कार्य के प्रति निष्ठा एवं इमानदारी नहीं रखेगा तो असुरक्षा की भावना विकसित निश्चित रूप से होगी।
मुस्लिम नेताओं ने अत: ऐसे अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए जो समुदाय विशेष के प्रति पूर्वग्रसित रहते हैं। एक बार पुन: प्रशासन से हम समस्त मुस्लिम कमेटियां अपील करती है कि दोषी अधिकारी को निलंबित नहीं बर्खास्त किया जाए तथा उन कैदियों के उपर भी दण्डात्मक कार्यवाही की जाए जिनहोंने जेल में रहकर भी अपना आचरण सुधारने के बजाए और उद्दण्डता का परिचय दे रहे हैं ।
अगर ऐसी कार्यवाही नहीं होती है तो हम सब पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश में रना देंगे एवं छत्तीसगढ़ बन्द करवाने का आह्वान करेंगे। इस सिलसिले में मुस्लिम नेता राज्यपाल, सीएम और गृहमंत्री से मिलेंगे।