रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 जनवरी। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने रविवार को आरोप लगाया कि पाकिस्तान की संस्था को बोरिया खुर्द में 25 एकड़ जमीन देने की तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा कि जमीन आबंटन का इश्तहार निकाला गया है। अग्रवाल ने सरकार से संस्था का ब्यौरा मांगा है, और कहा कि न सिर्फ जमीन के आबंटन पर आपत्ति की जाएगी बल्कि जरूरी हुआ तो अदालत भी जाएंगे।
श्री अग्रवाल ने एकात्म परिसर में मीडिया से चर्चा में कहा कि बोरिया खुर्द में संस्था दावते इस्लाम को सामुदायिक भवन बनाने के लिए सरकारी जमीन आबंटित करने का प्रस्ताव है, और अतिरिक्त तहसीलदार ने इश्तहार जारी कर 13 तारीख तक आपत्ति दावे मंगाए हैं। पूर्व मंत्री ने कहा कि दावते इस्लामी संस्था को लेकर जो जानकारी उपलब्ध है उसके मुताबिक मौलाना इलियाज कादरी ने कराची में इसकी स्थापना की थी।
उन्होंने कहा कि यह संस्था धर्मांतरण, और देश में आतंकवाद फैलाने का काम करती है। सरकार को बताना चाहिए कि संस्था का मुख्यालय कहां हैं? उन्होंने यह पूछा कि क्या छत्तीसगढ़ में किसी भी समाज या संस्था को सामुदायिक भवन के लिए 25 एकड़ अर्थात 10 लाख वर्गफीट जमीन आबंटित की गई है? पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान की बात करने वाले लोग साढ़े सात हजार पाकिस्तानी संस्था को 10 लाख वर्गफीट जमीन सामुदायिक भवन को देने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में जितनी भी बड़ी आपराधिक गतिविधियां हुई उसमें वर्ग विशेष के लोग शामिल हुए हंै। बहुसंख्यक समाज को प्रताडि़त किया जा रहा है उन्हें जेलों में डाला जा रहा है। उनके ऊपर राष्ट्रद्रोह के मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। अग्रवाल ने कहा कि संस्था को जमीन देने के प्रयासों का भाजपा हर स्तर पर विरोध करेगी, और इसके खिलाफ आपत्ति की जाएगी, और अदालत भी जाएंगे।
पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने धर्मसंसद में कालीचरण महाराज की विवादित टिप्पणी को साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस नेताओं का आयोजन था। धर्म के काम में हम लोग भी शामिल हुए। बृजमोहन ने कहा कि कालीचरण महाराज पहले से विवादित टिप्पणी करते आ रहे हैं। ऐसे में उन्हें आमंत्रित करना कहीं न कहीं दाल में कुछ काला है। उन्होंने कहा कि यह एक टूलकिट है।
धर्मसंसद...एक टूलकिट
बृजमोहन ने कहा कि छत्तीसगढ़ में प्रभू राम, और माता सीता के बारे में टिप्पणी करने वालों पर राजद्रोह का मामला कभी दर्ज नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में राजद्रोह को हटाने का वादा किया था, लेकिन अब इसी के तहत कार्रवाई की जा रही है। अग्रवाल ने कालीचरण महाराज के खिलाफ राजद्रोह के प्रकरण दर्ज करने पर आपत्ति की। उन्होंने कहा कवर्धा में भगवा ध्वज का अपमान करने वालों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि कालीचरण महाराज के जमानत के लिए धर्म से जुड़े लोग लगे हैं, और जरूरत पड़ी तो पार्टी भी इसमें सहयोग करेगी।