रायपुर
कोरोना वैक्सीन की तीसरे डोज के लिए मंगलवार को भी टीकाकरण केन्द्रों में लोगों की भीड़ रही। यह टीके 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को लगाए जा रहे हैं।
रायगढ़-राजनांदगांव में कोविड सेंटर शुरू
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 जनवरी। प्रदेश में कोरोना की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। अस्पतालों में मरीजों के भर्ती होने का सिलसिला शुरू हो गया है। रायगढ़, और राजनांदगांव में तो कोविड सेंटर शुरू हो गए हैं, और यहां कुल सौ मरीज भर्ती हैं। स्वास्थ्य अफसरों का मानना है कि जनवरी का महीना काफी अहम रहेगा। इस दौरान अस्पतालों में बेड बढ़ाने की जरूरत पड़ सकती है।
प्रदेश में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है। वर्तमान में कुल मिलाकर 19 हजार से अधिक एक्टिव केस हैं। अभी गिनती के मरीजों को ही अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ रही है। फिलहाल ज्यादातर कोरोना मरीज होमआईसोलेशन में हैं। मगर जिस तेजी से रोजाना कोरोना के केसेस आ रहे हैं उससे आने वाले दिनों में अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ सकती है।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने सोमवार को प्रदेश में कोरोना के हालात पर चर्चा की, और अफसरों को निर्देश दिए। समीक्षा में यह बात सामने आई है कि प्रदेश में अभी निजी, और सरकारी मिलाकर 12 हजार 674 ऑक्सीजन बेड हैं। 1167 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं। सबसे ज्यादा मरीज रायपुर में आ रहे हैं। यहां पॉजिटिविटी रेट 14.19 फीसदी तक पहुंच गई है। हालांकि अभी अस्पतालों में कुल 72 मरीज ही भर्ती हैं। इनमें 38 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। पांच मरीज वेंटिलेटर पर हैं।
डायरेक्टर (महामारी) डॉ. सुभाष मिश्रा ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि आने वाले दिनों में मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोत्तरी हो सकती है। इस सिलसिले में विभाग की पूरी तैयारी है। रायपुर में ही तीन कोविड सेंटर तैयार है। जरूरत पडऩे पर बढ़ाया जा सकता है। इसकी भी पूरी योजना है।
हालांकि अभी ज्यादातर मरीजों को अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ रही है। और वो होमआइसोलेशन में हैं। लेकिन जिनके यहां सुविधा नहीं है। ऐसे मरीजों को कोविड सेंटरों में रखने का इंतजाम है। रायगढ़, और राजनांदगांव में कोविड सेंटर शुरू हो गए हैं। रायगढ़ में 40, और राजनांदगांव में 60 मरीजों को रखा गया है। बाकी जिलों में भी कोविड सेंटर तैयार हैं।
डॉ. मिश्रा का कहना है कि पीक कब आएगा, यह कहना कठिन है। कुछ का अंदाजा है कि इस माह के आखिरी तक पीक आ सकता है, और फिर केस कम होने शुरू हो जाएंगे। कुछ का मानना है कि फरवरी में पीक आ सकता है। कुल मिलाकर आने वाले दिनों में मरीजों की संख्या बढ़ सकती है। इसको लेकर विभाग सतर्क है।