रायपुर

अंबेडकर में हजारों सैंपल जाम, 5-6 दिन में मिल रही आरटीपीसीआर रिपोर्ट, टेस्ट बढ़ाने संविदा भर्ती भी
12-Jan-2022 5:27 PM
अंबेडकर में हजारों सैंपल जाम, 5-6 दिन में मिल रही आरटीपीसीआर रिपोर्ट, टेस्ट बढ़ाने संविदा भर्ती भी

निजी लैबों की सेवाएं ली जा रही

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 12 जनवरी। कोरोना के केसेस तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन उस अनुपात में आरटीपीसीआर टेस्टिंग नहीं हो पा रही है। रायपुर मेडिकल कॉलेज में ही करीब 6 हजार सैंपल जाम है। जल्द टेस्टिंग के लिए सरकार ने ठोस पहल की है, और निजी लैब की सेवाएं ली जा रही हैं। यही नहीं, टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने के लिए कर्मचारियों की नियुक्ति के भी निर्देश दिए गए हैं।

डायरेक्टर (महामारी) डॉ. सुभाष मिश्रा ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि कोरोना के केस बढ़े हैं, और इसके रोकथाम के लिए ज्यादा से ज्यादा टेस्ट कराने पर जोर दिया जा रहा है। यह बात सामने आई है कि   सैंपल की जांच तेजी से नहीं हो पा रही है। इस पर शासन स्तर पर चर्चा हुई है। जल्द से जल्द जांच हो, इसके लिए निजी लैब की भी सेवाएं ली जा रही है। यही नहीं, सैंपल की जांच तेजी से हो, इसके लिए मेडिकल कॉलेज के लैब की क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। कर्मचारियों की संविदा में भर्ती की जाएगी।

बताया गया कि रायपुर मेडिकल कॉलेज, और एम्स में कोरोना की जांच हो रही है। रायपुर जिले में कोरोना के मरीज तेजी से बढ़े हैं। एक दिन में डेढ़ हजार से अधिक पॉजिटिव आ रहे हैं। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा  जांच के लिए दबाव है। कोरोना संदिग्धों के सैंपल तो लिए जा रहे हैं, लेकिन उस अनुपात में जांच नहीं हो पा रही है। सूत्र बताते हैं कि अकेले मेडिकल कॉलेज के लैब में 6 हजार सैंपल जाम है। हाल यह है कि आरटीपीसीआर रिपोर्ट के लिए पांच से छह दिन का समय लग रहा है।

बताया गया कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, और प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने टेस्टिंग में तेजी आने, और रिपोर्ट जल्द उपलब्ध कराने को लेकर उच्च स्तरीय बैठक भी ली थी। जिसमें मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लैब की क्षमता बढ़ाने के लिए कर्मचारियों की संविदा नियुक्ति करने की अनुमति दी गई है। ताकि सैंपल की जांच तेजी से हो सके। यही नहीं, लाइफवर्थ हॉस्पीटल लैब, और एक-दो अन्य लैबो को सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के आला अफसरों का कहना है कि अगले दो-तीन दिनों में लंबित सैंपलों की जांच पूरी हो जाएगी। साथ ही रिपोर्ट भी जल्द से जल्द मिलने लगेगी।

सीएमओ की निजी अस्पताल संचालकों से चर्चा, ऑक्सीजन

बेड बढ़ाने के निर्देश, ओवर बिलिंग पर होगी कार्रवाईजिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने रायपुर के कोरोना इलाज वाले निजी चिकित्सालयों के संचालकों से चर्चा की। इस दौरान उन्हें ऑक्सीजन बेड सहित अन्य चिकित्सा सुविधाए तेजी से जुटाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने यह भी कहा गया कि कोरोना मरीजों की चिकित्सा आयुष्मान कार्ड के माध्यम से भी की जा सकती है। बैठक में निजी चिकित्सालय के संचालकों से कहा गया कि वे सुनिश्चित करें कि चिकित्सालय में मरीजों विशेषकर कोरोना मरीजों से ओवर बिलिग नहीं हो विशेषकर मेडिसिन की कीमतें जायज हो।

 वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में रायपुर जिले के अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एन आर साहू, अपर कलेक्टर गोपाल वर्मा सहित मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मीरा बघेल भी शामिल हुई। बताया गया कि निजी चिकित्सालयों के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया गया है जिससे कोरोना से निपटने में जिला प्रशासन के साथ-साथ निजी चिकित्सालयों का भी बेहतर सहयोग मिल सके। उन्होंने जिला चिकित्सालय के लिए बनाए गए नोडल अधिकारियों की सूची की जानकारी देते हुए कहा कि संबंधित नोडल अधिकारियों के नाम और फोन नम्बर चिकित्सालय में प्रमुख स्थान पर चस्पा करें जिससे आने वाले मरीजों को भी इसकी जानकारी आसानी से मिल सके।

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