रायपुर
![रोजगार लाने टेक्सास गए थे पांच ‘सिंह’, पौने चार लाख करोड़ के एमओयू किए, पौने चार पैसे का निवेश नहीं हुआ.. रोजगार लाने टेक्सास गए थे पांच ‘सिंह’, पौने चार लाख करोड़ के एमओयू किए, पौने चार पैसे का निवेश नहीं हुआ..](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1642076683SC_0316a.jpg)
रमन सिंह पर तीखा पलटवार, रोजगार के आंकड़े गिनाए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 जनवरी। कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने बेरोजगारी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के ट्वीट का तीखा जवाब दिया है। उन्होंने कांग्रेस सरकार में रोजगार के आंकड़े गिनाए, और कहा कि सरकार ने स्वरोजगार के नए अवसर प्रदान किए हैं। श्री चौबे ने सीएमआईई के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी की दर 2.1 फीसदी है। जबकि देश में 7.9 फीसदी है।
राजीव भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कृषि मंत्री श्री चौबे, और नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने कांग्रेस सरकार में रोजगार के आंकड़े लेकर उपस्थित हुए। उन्होंने केन्द्र सरकार पर जमकर हमला बोला, और कहा कि केन्द्र की नीतियों की वजह से रोजी-रोटी, और रोजगार छिना है। कोरोनाकाल में रोजगार के अभाव में कितने लोगों ने पलायन किया है, और वापसी के दौरान कितनों की मौत हुई, इस पर किसी भी भाजपा के नेता ने कुछ नहीं कहा, यह दुर्भाग्यजनक है।
कृषि मंत्री ने पूर्व सीएम रमन सिंह के ट्वीट पर तीखा पलटवार किया, और कहा कि पांच ‘सिंह’ जिनमें रमन सिंह, शिवराज सिंह, अमन सिंह, और विक्रम सिंह अमेरिका के टेक्सास गए थे, और वहां पौने चार लाख करोड़ का एमओयू कर यहां दावा किया था कि पांच लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। मगर पौने चार लाख करोड़ तो दूर पौने चार पैसे का इन्वेस्टमेंट नहीं आया। वो इस बारे में कुछ नहीं कह रहे हैं।
कृषि मंत्री ने रोजगार के आंकड़ों को लेकर रमन सिंह ने जो ट्वीट किया था उसका धन्यवाद किया। और इसी बहाने युवाओं के बारे में कुछ सोचने, और कुछ कहने का मौका दिया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में जब भाजपा सरकार पर आखिरी साल चल रहा था तब बेरोजगारी की दर 22.2 फीसदी थी। हमारी सरकार के आने के बाद बेरोजगारी की दर कम होते-होते अब 1.8 फीसदी से लेकर 3.5 फीसदी तक चल रही है।
श्री चौबे ने कहा कि पिछली तिमाही में छत्तीसगढ़ की बेरोजगारी की दर 3.8 फीसदी थी तब भारत की बेरोजगारी की दर 7.6 फीसदी थी। अभी बेरोजगारी दर कम होकर 2.1 फीसदी आई है। तब बेरोजगारी की दर बढक़र 7.9 फीसदी हुई है। नौकरियों का जिक्र करते हुए कहा कि 5 लाख के करीब नौकरी मिली है। ढाई लाख अनियमित कर्मियों को नियमित किया गया है। पहली बार स्कूलों के लिए स्थाई शिक्षकों की भर्ती की गई है।
उन्होंने कहा कि उद्योग विकास के लिए जो नीति बनाई है। उसके कारण तीन साल में 32 हजार लोगों को रोजगार मिला है, और 90 हजार नौकरियों की संभावना बनी है। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में कम समय में विकास कार्य किए हैं। रोजगार की बात करें तो 37 सौ से अधिक लोगों को जिनकी मृत्यु कोरोना की वजह से हुई थी उनके परिवार के सदस्यों को अनुकंपा नियुक्ति देने का काम किया। व्यवसायिक परीक्षा के माध्यम से लगभग एक हजार पीएससी में 15 सौ, और कॉलेजों में 8292 पदों पर सरकारी नौकरी दी गई।