रायपुर
![संगठन को चलाने भाजपा जुटाएगी 14 करोड़ संगठन को चलाने भाजपा जुटाएगी 14 करोड़](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1643458340jp.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 29 जनवरी। भाजपा अपने संगठन के कार्यक्रम को चलाने 14 करोड़ खर्च करेगी। यह राषि पार्टी अपने कार्यकर्ताओं, और विचारधारा को मानने वाले शुभचिंतकों से माइक्रोडोनेशन कलेक्शन अभियान के तहत एकत्रित करेगी। इसमें आम लोगों से भी राषि ली जाएगी। जो कम से कम पांच रूपए से लेकर 1 हजार तक होगी। पार्टी ने अपने 407 मंडलों में यह अभियान पांच फरवरी से शुरू करने कहा है। हर मंडल को तीन-तीन लाख रूपए का लक्ष्य दिया गया है। पार्टी के राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने शुक्रवार को हुई पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में इसकी विस्तृत जानकारी दी। शिवप्रकाश ने इसके अलावा घर बैठकर बयान बाजी करने के बजाय बूथ स्तर पर सक्रिय होने के निर्देश दिए हैं।इसके लिए उन्होंने बकायदा 11 अप्रैल से बूथ। संपर्क कार्यक्रम भी तैयार कर दिया है। इस दौरान जमीनी स्तर पर जनहित के मुद्दों को उठाया जाएगा।
शिवप्रकाश ने बताया कि 11 से 20 अप्रैल तक बूथ सम्पर्क अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। इसी तरह 30 जनवरी को गांधी जी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देकर 11:30 बजे प्रधानमंत्री जी के मन की बात कार्यक्रम सुनना , आगामी 1 फरवरी को केंद्रीय बज़ट और अगले दिन 2 फरवरी को आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था पर आहूत गोष्ठियों शका प्रदेश व जिला कार्यालयों में बड़ा स्क्रीन लगाकर प्रदर्शन करना है।
शिवप्रकाश ने माइक्रो डोनेशन, मन की बात और सरल पोर्टल विषयों पर मार्गदर्शन किया। पार्टी पदाधिकारियों को टोली बनाकर प्रत्येक बूथ स्तर तक पहुँचना होगा। शक्ति केंद्रों व बूथ स्तर पर पार्टी के संगठनात्मक ढाँचे और मज़बूत व सक्रिय बनाने पर चर्चा हुई। इसी तरह विधानसभा स्तर पर जनहित से जुड़े मुद्दों और प्रदेश सरकार की विफलताओं को लेकर आंदोलनात्मक गतिविधि को और तेज़ किया जाएगा। संगठन विस्तार की योजना पर बातचीत की गई । पार्टी को चार नये जिलों में संगठन खड़े करना है।
नाखुश पुरंदेश्वरी नहीं आईं
प्रदेश भाजपा प्रभारी डी पुरंदेश्वरी, और सह प्रभारी नितिन नबीन यहां बैठक में शामिल होने क्यों नहीं आए, इसकी कोई ठोस वजह सामने नहीं आई है। कुछ नेताओं का कहना है कि अगले साल तेलंगाना में चुनाव होने हैं, और वहां वे चुनाव तैयारियों में व्यस्त हैं। इस वजह से उनका आना टल गया। जबकि नितिन नबीन का बिहार में एक बड़ा कार्यक्रम था। इस वजह से वो नहीं आए। इससे परे कुछ सूत्रों का कहना है कि पुरंदेश्वरी की राय शुमारी के बिना ही कोर ग्रुप और चुनाव समिति के सदस्यों के साथ तय कर दिए गए। इससे वो नाखुश बताई जा रही हैं। इसके अलावा निकाय चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं है, और इस वजह से नहीं आईं।