रायपुर
![वैध परमिट वाली गाडिय़ां भी होल्ड, इधर रेत की कीमतों में उछाल, 48 घंटे में 2 से 3 हजार महंगा वैध परमिट वाली गाडिय़ां भी होल्ड, इधर रेत की कीमतों में उछाल, 48 घंटे में 2 से 3 हजार महंगा](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1643716564ariwhan.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 फरवरी। राज्य शासन के सख्त फरमान के बाद खनिज के अवैध उत्खनन और भंडारण करने पर शुरू हुई कार्रवाई में रेत परिवहन करते सैकड़ों गाडिय़ों को रोके जाने के बाद 48 घंटे में ही रेत बाजार में कीमतें आसमान छू रही है। 8 से 9 हजार रुपये में रेत के डाले अब 13 हजार रुपये पहुंच गए हैं, ऐसे में रियल स्टेट बाजार में निर्माण कार्य 25 फीसदी और महंगा हो गया है।
रेत कारोबार से जुड़े लोगों ने वैध गाडिय़ों को भी रोके जाने के बहाने रेत की कीमतें बढ़ाई जा रही है। विभागीय अफसरों की कार्रवाई में ऐसे गाडिय़ां भी होल्ड कर दी गई है जिसे वैध रूप से परमिट प्राप्त हो गया है। रायल्टी की वैध पर्ची रखे जाने के भी गाडिय़ां रोकी गई है। जांच के बहाने दो से तीन दिन गाडिय़ां रोके जाने के कारण गाड़ी मालिकों ने भाड़ा वसूल करने की स्थिति में रेत की मनमाने तरीके से कीमतें बढ़ा दी है। खदानों में जिस तरह से छापेमारी हुई और फिर सडक़ों पर निकली गाडिय़ों के जब्ती की कार्रवाई हुई है इसका असर सीधे मटेरियल सप्लाई के बाजार में पड़ा है। रायपुर जिले में माइनिंग विभाग उप संचालक एचके मारवा ने बताया अभी तक 50 गाडिय़ों की जब्ती कार्रवाई हो पाई है। जांच के दौरान कई ऐसे वाहन भी रोके गए हैं जिनके पास वैध पर्चियां मिली है। दस्तावेजों की जांच के बाद कलेक्टर ने गाडिय़ों को रिलीज करने निर्देश जारी किए हैं कि अब वैध गाडिय़ों को छोडऩे कहा जा रहा है। रायपुर जिले में अभनपुर और आरंग से 60 से ज्यादा प्रकरण बनाए गए हैं।
इस साल में राजस्व 50 फीसदी
जिला रायपुर में माइनिंग विभाग के राजस्व आय का ग्राफ पिछले साल की तुलना में 50 फीसदी कम है। नवंबर तक चली कार्रवाई में पिछले साल की तुलना में इस साल का लक्ष्य काफी पिछड़ा हुआ है। हालांकि विभागीय अफसरों का दावा है मार्च महीने तक लगातार कार्रवाई में आय के लिए निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति हो जाएगी। आकड़ों के अनुसार रेत के अवैध उत्खनन, परिवहन और भंडारण के मामले में इस साल लगभग 45 लाख रुपये के राजस्व की प्राप्ति की गई जबकि पिछले साल यह आकड़ा 1.53 करोड़ रुपये से ज्यादा था।
स्न माइनिंग विभाग की
कार्रवाई में अभी तक
50 गाडिय़ों पर जुर्माना
स्न कलेक्टर से वैध परमिट
पर शिकायत के बाद
अब नया फरमान
ट्रांसपोर्टरों के बीच मचा हडक़ंप
इस कार्रवाई में जब्त हाइवा को होल्ड किए जाने के बाद से हडक़ंप मचा हुआ है। माल लोडिंग के लिए गाडिय़ां का टोटा हो गया है। दरअसल माइनिंग में अटैच ज्यादातर हाइवा वाहनों के ट्रीप छोडऩे के बाद सरिया, सीमेंट के ट्रांसपोर्ट का काम जाम हो गया है। रेत कारोबार के साथ दूसरे ट्रांसपोर्टिंग कार्य प्रभावित हैं। अभनपुर और आरंग में पकड़ी गई गाडिय़ों को छुड़ाने के लिए संचालक अब फाइन पटाने चक्कर काट रहे हैं। उनका कहना है लीगल तरीके से फाइन पटाने के लिए फाइलें लटकाए जाने की स्थिति में उनके लिए मुसीबत बढ़ गई है।
नवा रायपुर में मुरूम खनन धड़ल्ले से
माइनिंग विभाग की कार्रवाई शुरू हुई तब नवा रायपुर क्षेत्र के चार से पांच हिस्सों में मुरूम के अवैध खनन का पता चला है। इन जगहों से पचास करोड़ रुपये से भी ज्यादा का राजस्व नुकसान हुआ है। नवा गांव के पास ही धड़ल्ले से अवैध खुदाई चलती रही है। एक हिस्सा अब पूरी तरह से डबरी में तब्दील हो चुका है। ऐसे ही कई खाली जगह है जो पहले कभी सपाट हुआ करते थे, वहां डबरी बन गए हैं।