रायगढ़
जय श्री कृष्ण और माँ नाथलदाई-चंद्रहासिनी की जयकारों से गूंजा गुड़ेली
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 17 अप्रैल। ग्राम पंचायत गुड़ेली में बसंत परिवार द्वारा आयोजित संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा का द्वितीय दिवस रहा। द्वितीय दिवस में महाराज जी द्वारा महाभारत कथा और सृष्टि रचना का कथा सुनाया गया।
आज भी गाँव के बच्चे-बूढ़े और महिलायें सहित सैकड़ों लोग कथा श्रवण के लिए आये हुए थे। इसी कड़ी में वृन्दावन से आये राष्ट्रीय संत पंडित रामगोपाल जी महाराज ने महाभारत कथा का वर्णन करते हुए कहा कि महाभारत प्राचीन भारत का सबसे बड़ा महाकाव्य है।
यह कथा सुर्यपुत्र कर्ण अथवा उनके भाईयो पर केन्द्रित है। इस कर्ण कथा कि शुरुवात कर्ण के जन्म से शुरु होती है और स्वर्ग मे उनके अपने भाईयो के मिलन के साथ समाप्त हो जाती है और कर्ण को अदित्य लोक का राजा बनाया जाता है। ये एक धार्मिक ग्रन्थ भी है।
इसी कड़ी में भागवत के मुख्य यजमान तुलसी विजय बसन्त, भागवत यजमान श्रीमती प्रियंका नागेंद्र बसंत, राजेश बसंत, विशाल बसंत, विक्की बसंत, श्रीमती पदमा चमरू भारती (सरपंच), क्षीरसागर नेताम (उपसरपंच), कौशिक साहू, विनोद बसंत, मनोज बसंत, विरेन्द्र बसंत, हलधर साहू, बेदराम साहू , घनश्याम साहू, खगेश साहू, गंगाधर सिदार, छोटेलाल सिदार, मनीराम सोनी , हेमेंद्र जायसवाल (युवा पत्रकार) सहित सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे ।