रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 27 अप्रैल । पिछले 6 साल से गिरफ्तारी के डर से अपनी वेशभूषा, नाम बदल कर कोरबा में लुकछिपी कर रहने वाले रेप के आरोपी को टीआई मनीष नागर के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा धर दबोचा गया, जिसे रेप के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक 28 सितंबर 2016 को थाना कोतवाली में पीडि़त युवती द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराया गया कि इसकी जिससे सामाजिक तौर पर विवाह हुआ था, वह इसे गर्भावस्था में छोड़ दिया। तब बेसहारा कटघोरा बस स्टैंड पर भटक रही थी, जिसे रूपेंद्र मालाकार उर्फ सोनी तथा लीलाधर मालाकार उर्फ बंटी कटघोरा बस स्टैंड पर मिले दोनों मदद का भरोसा दिलाये और कटघोरा में एक किराया घर लेकर रखे। जहां कुछ दिनों बाद दोनों आना-जाना कर इसके साथ रेप करने लगे और इस दौरान रूपेंद्र मालाकार उर्फ सोनी अंतरंग वीडियो बनाकर वीडियो के सहारे ब्लैकमेल किया।
आरोपियों द्वारा युवती को वीडियो के माध्यम से ब्लैकमेल कर रुपए की मांग करते थे, जिन्हे यह 20000 दी। उनके लगातार ब्लैकमेलिंग से तंग आकर रायगढ़ आकर रहने लगी। इस दौरान यहां दूसरे व्यक्ति से शादी की जिससे इसका एक बेटा है। कुछ दिनों बाद रूपेंद्र मालाकार रायगढ़ आया और इसके घर पहुंच कर वीडियो वायरल करने की धमकी देकर ब्लैक मेलिंग कर 30,000 वसूल लिया। अंतत: युवती आरोपियों से तंग आकर थाना कोतवाली में अपराध दर्ज कराने पर थाना कोतवाली में आरोपियों के विरुद्ध धारा 384, 376 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया।
कोतवाली पुलिस द्वारा 2 अक्टूबर 2016 को आरोपी रूपेंद्र मालाकार को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया था। आरोपी विजय बंजारे उर्फ लीलाधर मालाकार उर्फ बंटी निवासी वार्ड क्रमांक 8 जैन गली थाना कटघोरा जिला कोरबा रायगढ़ में रिपोर्ट दर्ज के बाद से फरार हो गया। फरार आरोपी विजय बंजारे उर्फ लीलाधर मालाकार उर्फ बंटी के गिरफ्तारी के लिये कई बार कोतवाली पुलिस कोरबा जाकर दबिश दिया गया। आरोपी के नहीं मिलने पर गिरफ्तार आरोपी के विरूद्ध चालान न्यायालय पेश किया गया।
एसपी अभिषेक मीना से मिले दिशा निर्देशन पर प्रकरण के फरार आरोपी के गिरफ्तारी के संबंध में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक मनीष नागर द्वारा पुनरू मुखबिरों को सक्रिय कर आरोपी की जानकारी ली गई, जिस पर आरोपी विजय बंजारे उर्फ लीलाधर मालाकार उर्फ बंटी द्वारा वेशभूषा और नाम बदल कर रहने की जानकारी मिला। तत्काल पुलिस टीम कोरबा रवाना होकर आरोपी के ठिकानों पर दबिश देकर आरोपी को हिरासत में लेकर रायगढ़ लाया गया, जिसे आज गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
आरोपी की पतासाजी गिरफ्तारी में टीआई मनीष नागर, प्रधान आरक्षक नंदू सारथी, श्याम देव साहू, आरक्षक हेमसागर पटेल की अहम भूमिका रही है।