रायपुर
रायपुर, 14 जून। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने सीएम भूपेश बघेल द्वारा कोयले को केंद्र का विषय बताने पर कहा है कि मुख्यमंत्री रोज रंग बदल रहे हैं। क्या जेब गरम हो गई जो गुलाटी मार रहे हैं? भाजपा पहले ही कह चुकी है कि बघेल अपने बयान पर कायम रहेंगे, इसकी क्या गारंटी है?
साय ने कहा कि मुख्यमंत्री कह रहे थे कि मंत्री टी. एस. सिंहदेव बड़े भाई हैं, वे नहीं चाहते तो हसदेव में पेड़ तो क्या एक डगाल तक नहीं कटेगी। अब कह रहे हैं कि कोयला केंद्र का विषय है। यदि कोयला पूरी तरह केंद्र के नियंत्रण में है तो हसदेव के पेड़ों की खातिर गोली खाने को तैयार स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को भूपेश बघेल मीठी-मीठी लोरियां क्यों सुना रहे थे? सिंहदेव से वादा किया है तो निभाएं, बहानेबाजी क्यों कर रहे हैं? सीधी सी बात है कि इधर उधर की बात करने के बजाय बघेल ये बतायें कि वनों के कारवां को लूटने उन्होंने पेड़ काटने का जो आदेश दिया है, उसे वापस क्यों नहीं ले रहे। जो मंजूरी राज्य सरकार ने दी है, उसे तत्काल निरस्त क्यों नहीं कर देते? केंद्र ने पहले भी राज्य के कहने पर वहां के अनेक ब्लॉक्स का आवंटन रोका है, उसी तरह इसका भी रोक देगा।
साय ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रंग बदलने में माहिर हैं। एक दिन कोयले में हाथ काले करते हुए पेड़ों के कत्लेआम की वकालत करते हैं, फिर अपने ही मंत्री की चुनौती सामने आने पर नौटंकी करते हैं। भूपेश बघेल के मायाजाल के शिकार सिंहदेव उन्हें हसदेव पर आभार व्यक्त कर अब खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। बेहतर होगा कि सिंहदेव भूपेश बघेल की अधीनता त्यागकर अपने स्वाभिमान की रक्षा करें और जनहित में सड़क पर संघर्ष करें।