रायपुर
![राष्ट्रपति बनने 16 ने भरे पर्चे, निर्वाचन आयोग का मुख्य सचिव को पत्र राष्ट्रपति बनने 16 ने भरे पर्चे, निर्वाचन आयोग का मुख्य सचिव को पत्र](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1655554542ownload_(7).jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 जून। राष्ट्रपति चुनाव के अबतक 16 प्रत्याशियों ने अपने नामांकन प्रपत्र जमा किए हैं। चुनाव प्रक्रिया के तहत निर्वाचन आयोग छत्तीसगढ़ समेत सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिचाकर ऐसे सांसद विधायकों के नाम मांगे हैं। जो कियाी अपराध में जेल मे सजा काट रहे हैं। इस चुनाव के लिए राज्य सभा के महासचिव पी.के मोदी मुख्य चुनाव अधिकारी हैं। राजय सभा सचिवालय के सूत्रों ने छत्तीसगढ़ को बताया कि देश के 15वें राष्ट्रपति चुनाव के लिए अबतक 16 प्रत्याशियों ने अपने पर्चे दाखिल एि हैं। नामांकन की अंतिम तिथि 29 जून है।
प्रत्याशियों से ज्यादा प्रस्तावक समर्थक कौन हैं यह अहम
इन 16 प्रत्याशियों से ज्यादा इनके नाम के प्रस्तावक -समर्थक कोैन-कौन सांसद विधायक हैं,यह अहम है। प्रत्याशी को 50-50 सांसद-विधायकों के प्रस्तावक समर्थक के रूप में हस्ताक्षर प्रस्तुत करना अनिवार्य है। यदी सांसद -विधायकों के नाम हस्ताक्षर के स्थान पर सामान्य नागरिकों के होंगे तो नामांकन निरस्त किया जा सकता है। चुनाव प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि कुछ लोग चर्चित होने के लिए भी पर्चे दाखिल करते हैं। ये भी नही शामिल होंगे।
आयोग ने मुख्य सचिव से मांगी यह जानकारी
इधर आयोग ने मुख्य सचिव अमिताभ जैन को पत्र भेजा है। इसमें छत्तीसगढ़ के ऐसे सांसद-विधायकों के नाम मांगे हैं। जो जेलों में सजा काट रहे हैं। चुनाव मे उन्हें भी मतदान का अधिकार रहता हैं। ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ के 90 विधायक 16सांसदों में कोई भी इस श्रेणी का नही हैं।
सभी सांसद-विधायकों के ध्यानार्थ
सांसद-विधायकों को छत्तीसगढ़ से बाहर मतदान की सुविधा मिलती है। लेकिन इसकी सूचना मतदान से 10 दिन पहले आयोग और मुख्य चुनाव अधिकारी को देनी होगी। इसके लिए निर्धारित प्रपत्र में नाम मतदान स्थल का नाम और कारण बताना होगा। इसके बाद उन्हें वांछित मतदान स्थल पर बतौर छत्तीसगढ़ के वोटर मतपत्र दिया जाएगा। ण्क ध्यान देने योग्य बात यह है कि यदि सांसद- विधायक वांछित मतदान स्थल से लौट आते हैं तो उन्हें रायपुर में मतदान का अधिकार नही होगा।