रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 जून। धरसींवा इलाके में दूसरे की जमीन को फर्जी तरीके से अपने नाम पर रजिस्ट्री कराने का मामला सामने आया है। कुछ लोगों ने करोड़ों रुपये की जमीन दबाने के लिए फर्जीवाड़ा किया। फर्जी गवाह और जमीन स्वामी बनाकर कूटरचना से दस्तावेज बनवा लिए। यह मामला जब उजागर हुआ, महिला ने थाना आकर दस्तावेज पेश किए। भैंसथान रोड निवासी ज्योति अग्रवाल की शिकायत करने के बाद जांच उपरांत मनजीत सिंह गील, बलजीत सिंह चावला और तजेंद्र सिंह सलूजा के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया। महिला का आरोप है कि ग्राम गिरौद पटवारी हल्का न0 22 अंर्तगत खसरा नं0 635/29 रकबा 0.506 हेक्टेयर खसरा नंबर 635/30 रकबा 0.465 हे. कुल रकबा 0.971 हे. भूमि जो उनके नाम पर पंजीकृत है। आरोपियों ने इसे हड़पने के लिए फर्जीवाड़ा किया। पीडि़ता ने बताया, मेरे नाम पर पंजीकृत भुमि को नंदी बाई गिरौद वगैरह एंव अनुप ढीमर गिरौद से वर्ष 2010 में क्रय की थी। इसके बाद इसे कभी भी किसी को नहीं बेचा। बाद में मालूम हुआ कि उक्त भूमि को मंदीप सिंह गिल ने फर्जी हस्ताक्षर कर गवाह बलजीत सिंह चावला, तजेंद्र सिंह सलुजा के साथ षडयंत्र अपने नाम पर चढ़ा लिया। 2013 में ही पूरे फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया।