रायपुर
![होने लगी अच्छी बारिश, अगले 24 घंटे के लिए आरेंज अलर्ट होने लगी अच्छी बारिश, अगले 24 घंटे के लिए आरेंज अलर्ट](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1656937237ntitled-1.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 जुलाई। सोमवार को सुबह से राजधानी के कई जगहों पर हल्की बारीश हुई है। जिसके चलते शहर के सडक़े तर हो गई मानसून आने के बाद ये पहली बार है जब बादल दिन भर बरसे हैं। रायपुर जिले और आसपास के शहरों , कस्बों में काले बादलों का डेरा हैं । शहर में सुबह कहीं - कहीं बारिश होती रही । सुबह घिरे बादलों से अच्छी बारिश की उम्मीद जताई जा रही है। प्रदेश के सरगुजा और बिलासपुर संभाग मे गरज चमक और भारी बारीश के साथ वज्रपात होने की संभावना हैं। मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ और आस-पास के इलाकों को आरेंज कारीडोर में रखा गया है। रायपुर-दुर्ग संभाग के कई इलाकों में भारी वर्षा की चेतावनी दी गई।
मौसम विभाग ने कहा है कि दक्षिण पश्चिम अरब सागर और इससे सटे पश्चिम मध्य अरब सागर में 50-60 किमी. प्रति घंटे से लेकर 70 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है. गुजरात तट, मन्नार की खाड़ी, कोमोरिन क्षेत्र और आसपास के दक्षिणपूर्व अरब सागर, उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों के साथ लगे और उसके बाहरी समुद्र में तेज हवाएं (हवा की गति 40-50 किमी प्रति घंटे से 60 किमी प्रति घंटे तक) चलने की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक जांजगीर - चांपा जिले में सबसे अधिक पानी बरसा है । चांपा में 170 मिलीमीटर बरसात रिकॉर्ड हुई है । वहीं वहीं सारागांव में 155.7 मिमी पानी बरसा है । जांजगीर में 119.4 मिमी पानी रिकॉर्ड हुआ है । बलोदा में 86.2 मिमी , मालखरोदा में 81.2 मिमी , जैजैपुर में 80.6 मिमी और अकलतरा में 70.3 मिमी बरसात दर्ज की गई है । बिलासपर जिले के तखतपर में 114 4 मिमी वहीं नवागढ़ में 118.6 मिमी , बम्हनीडीह में 96.7 मिमी , बलोदा में 86.2 मिमी , मालखरोदा में 81.2 मिमी , जैजैपुर में 80.6 मिमी और अकलतरा में 70.3 मिमी बरसात दर्ज हुई है। बिलासपुर जिले के तखतपुर में 114.4 मिमी , मस्तुरी में 105 मिमी और कोटा में 87.8 मिमी पानी बरसा है । रायगढ़ के सारंगढ़ में 85.6 मिमी और बीजापुर के भोपालपट्टनम में 76.2 मिमी की बरसात दर्ज की गई है ।
कोरिया जिले के केल्हारी में भी 70.5 मिमी बरसात दर्ज है । तीन केंद्रों पर अति भारी बरसात है मौसम विभाग ने 24 घंटों के दौरान वर्षा की मात्रा के आधार पर हल्की , मध्यम , भारी , अति भारी , सीमांत भारी और असाधारण भारी बरसात की श्रेणी बना रखी है । एक 24 घंटे के चक्र में किसी स्थान पर 0.1 से 2.4 मिलीमीटर बरसात को अति हल्की बरसात कहते हैं । 2.5 से 15.5 मिमी बरसात हल्की बरसात में आती है । 15.6 से 64.4 मिमी तक मध्यम और 64.5 से 115.5 मिमी तक को भारी बरसात कहा जाता है । 115.6 से 204.4 मिमी तक को अति भारी और 204.5 मिमी से अधिक बरसात को सीमांत भारी बरसात के रूप में परिभाषित किया जाता है । किसी स्थान पर सीजन की औसत बरसात के बराबर पानी 24 घंटों में बरस जाए तो उसे असाधारण बरसात कहा जाता है । इस मान से तीन केंद्रों चांपा , सारागांव और जांजगीर में अति भारी बरसात हुई है ।
बिजली गिरने पर क्या करें ?
बारीश के मौसम में बिजली गिरने के संकेत रहते है। घास फूस की झोपडिय़ों और एस्बेस्टस की छत वाले घरों और कारों को नुकसान छत के टॉप उड़ सकते हैं। अगर तेज बारीश हो तो बचााव के लिए मजबूत छत वाली जगह का चयन करें। अलग - थलग पड़े पेड़ों के नीचे आश्रय न लें। तालाबों , झीलों और बाहरी पानी वाले क्षेत्र ( जैसे धान की रोपाई ) से तुरंत बाहर निकले और दूर रहें । गडग़ड़ाहट सुनने के बाद घर के अंदर जाएं या सुरक्षित पक्के आश्रयों की तलाश करें । अंतिम गडग़ड़ाहट की आवाज सुनने के बाद 30 मिनट तक घर के अंदर रहें । अगर कोई आश्रय उपलब्ध नहीं है , तो तुरंत उकड़ बैठ जाएँ। यात्रा के दौरान गरज के साथ बारीश हो रही हो तो कार या बस या ट्रेन के अंदर रहे। मोबाईल फोन / इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का प्रयोग न करें। बिजली की लाइनों से दूर रहें।