रायपुर
![चिकित्सा आचार संहिता का अक्षरशः पालन करें विद्यार्थी: उइके चिकित्सा आचार संहिता का अक्षरशः पालन करें विद्यार्थी: उइके](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1656943356eda4ead-d115-42a2-b786-6c9587c9c653.jpg)
चिकित्सा महाविद्यालय में प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों ने ली चरक शपथ
रायपुर, 4 जुलाई। राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय, रायपुर की व्हाईट कोट सेरेमनी और चरक शपथ समारोह में शामिल हुईं। इस मौके पर चिकित्सा शिक्षा संचालक डॉ. विष्णु दत्त ने नये विद्यार्थियों को चिकित्सा नैतिकता के पालन के लिए चरक शपथ दिलवाई।
राज्यपाल सुश्री उइके ने व कहा कि आप सभी को अथक परिश्रम के उपरांत यह सफलता मिली है और आज उसे साकार होने के हम सभी साक्षी हैं। आपने जिस पेशे का चुनाव किया है, उसे मानवता की सबसे बड़ी सेवा मानी जाती है। आज हर कोई चाहता है कि उसे निरोगी और स्वस्थ शरीर मिले, आगे चलकर इसे पूरा करने में आप सभी का बड़ा योगदान होगा।
राज्यपाल ने विद्यार्थियों से कहा कि आप जानते हैं कि छत्तीसगढ़ एक आदिवासी बाहुल्य प्रदेश है, जिसमें कई सुदूरवर्ती इलाके ऐसे हैं, जहां स्वास्थ्य सुविधाओं की सुगम पहुंच नहीं है। ऐसे में आप सभी विद्यार्थियों से मेरा आग्रह है कि आप सुदूर जिलों में अपनी सेवाएं दें ताकि इन इलाकों में भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग की पहल पर एम.बी.बी.एस. के प्रथम वर्ष में प्रवेशरत विद्यार्थियों को दिलाये जाने वाले ‘हिप्पोक्रेटिक ओथ’ को ‘चरक शपथ’ से बदलने का निर्णय सराहनीय है।
राज्यपाल ने कहा कि चिकित्सा आचार संहिता की जो शपथ आज विद्यार्थियों ने ली है, उसे वे अपने दैनिक चिकित्सकीय कार्यों में अक्षरशः पालन करेंगे। इस अवसर पर चिकित्सा महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ. तृप्ति नागरिया ने महाविद्यालय की स्थापना व उपलब्धियों से संबंधित जानकारी साझा की। वहीं डॉ. अरविन्द नेरल ने चिकित्सा नैतिकता से जुड़े आचार संहिता की विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान महाविद्यालय में प्रथम वर्ष में प्रवेश प्राप्त कर रहे छात्र श्री निखिल गुप्ता ने राज्यपाल सुश्री उइके को अपने हाथों से बनाई गई उनकी स्केच भेंट की।
समारोह में आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अशोक चंद्राकर सहित मेडिकल कॉलेज के प्राध्यापक और विद्यार्थीगण उपस्थित थे।