रायपुर
![पूर्व जजों, नौकरशाहों, सैन्य अफसरों का पत्र सुप्रीम कोर्ट की अवमानना पूर्व जजों, नौकरशाहों, सैन्य अफसरों का पत्र सुप्रीम कोर्ट की अवमानना](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1657287016642416665G_LOGO-001.jpg)
रायपुर, 8 जुलाई। मध्यप्रदेश पापुनि के पूर्व अध्यक्ष, वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने मंथनोपरान्त जिसमें पूर्व जजों, नौकरशाहों तथा सैन्य अफसरों ने भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा को हजरत मोहम्मद साहब पर की गई अमर्यादित एवं निंदनीय टिप्पणी पर देश के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा लगाई गई फटकार की आलोचना को सर्वोच्च न्यायालय की अवमानना बताया है। दरअसल उपरोक्त अवकाश प्राप्त वर्गों के पीठासीन अधिकारियों ने उपरोक्त पत्र लिखकर स्वयं लक्ष्मण रेखा पार की है। उन सभी को अवमानना का नोटिस जारी कर नूपुर शर्मा के अपराध में सहयोग करने का अपराधी बनाया जाना चाहिए। रिजवी ने अवकाश प्राप्त अफसरों से पूछा है कि नूपुर शर्मा ने जो ईश निंदा एवं वर्ग विशेष की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाई है, का समर्थन करते हैं क्या? जो देश के सौहार्द्र, भाईचारे एवं अखण्डता को खण्डित करने वाला कथन है ।